इस बार बकरीद पर, पाकिस्तान के बॉक्स ऑफिस पर दो उर्दू भाषी फ़िल्में टकराने को तैयार हैं। पहली फिल्म पंजाब नहीं जाऊंगी की सबसे ज़्यादा चर्चा है। नदीम बेग द्वारा निर्देशित इस फिल्म की बुकिंग पंजाब में सबसे ज़्यादा है। नदीम बेग की २०१५ में रिलीज़ फिल्म जवानी फिर नहीं आनी को भी ज़बरदस्त सफलता मिली थी। इस फिल्म की पटकथा खलीलउर्र रहमान कमर ने लिखी है। फिल्म में हुमायूँ सईद, मेहविश हयात, अहमद अली बट, अजफर रेहमान, सोहैल अहमद, सफीना बेहरोज़, बेहरोज़ सब्ज़वारी, सबा हमीद, वसीम अब्बास और नवीद शहज़ाद जैसी ए क्लास की स्टार कास्ट यही। इसीलिए इस फिल्म का ज़बरदस्त क्रेज बन चुका है। इस रोमांटिक कॉमेडी फिल्म से टकराने को तैयार है एक कॉमेडी थ्रिलर फिल्म न मालूम अफ़राद २। कराची में तो न मालूम अफ़राद २ का दबदबा बन चुका है। कराची में फिल्म को पिछले दो तीन
सालों से पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री बॉक्स ऑफिस पर झटके खाती रही है। प्रदर्शकों ने फ़ास्ट ८ के बाद कोई वास्तविक हिट फिल्म नहीं दिखाई है। कुछ हिंदी
और इंग्लिश फिल्मों को
बॉक्स ऑफिस पर थोड़ी बहुत सफलता ज़रूर मिली है। मगर पाकिस्तानी फ़िल्में नाकाम ही होती रही हैं। पाकिस्तान की असफल फिल्मों में मेगा बजट फिल्म यलगार भी शामिल है। यहाँ तक कि अच्छी शुरुआत करने के बावजूद शाहरुख़ खान की फिल्म जब हैरी मेट सेजल भी औसत से नीचे रही। यहीं कारण है कि पाकिस्तान का फिल्म उद्योग काफी सावधानी बरत रहा है। न मालूम अफराद २ और पंजाब नहीं जाऊंगी से अच्छे बिज़नस की उम्मीद लगाए पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री ने अजय देवगन, इमरान हाश्मी, इलिअना डिक्रुज़, एषा गुप्ता और विद्युत् जामवाल की फिल्म बादशाओ को पाकिस्तान में रिलीज़ होने से रोक दिया है, ताकि पाकिस्तान की दो फ़िल्में ईद वीकेंड पर ज्यादा से ज्यादा बिज़नस कर सकें। वैसे बॉक्स ऑफिस को न मालूम अफ़राद २ से ज़्यादा उम्मीदें हैं। इस फिल्म के वीकेंड में ५ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नेस करने की उम्मीद लगाईं जा रही है। इसे पंजाब नहीं जाऊंगी से ज़्यादा स्क्रीन भी मिले हैं और चर्चा भी इसी इसी फिल्म की हो रही है। न मालूम अफ़राद २ के निर्देशक नबील कुरैशी हैं। वही २०१४ की फिल्म न मालूम अफ़राद के डायरेक्टर थे। इस फिल्म में फहद मुस्तफा, जावेद शेख, मोहसिन अब्बास हैदर और उरवा होकेन की मुख्य भूमिका है। इस फिल्म से तनहाइयाँ, धूप किनारे और निजात जैसे सीरियलों से मशहूर ५५ वर्षीय अभिनेत्री मारिना खान का फिल्म डेब्यू हो रहा है।
बॉक्स ऑफिस पर थोड़ी बहुत सफलता ज़रूर मिली है। मगर पाकिस्तानी फ़िल्में नाकाम ही होती रही हैं। पाकिस्तान की असफल फिल्मों में मेगा बजट फिल्म यलगार भी शामिल है। यहाँ तक कि अच्छी शुरुआत करने के बावजूद शाहरुख़ खान की फिल्म जब हैरी मेट सेजल भी औसत से नीचे रही। यहीं कारण है कि पाकिस्तान का फिल्म उद्योग काफी सावधानी बरत रहा है। न मालूम अफराद २ और पंजाब नहीं जाऊंगी से अच्छे बिज़नस की उम्मीद लगाए पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री ने अजय देवगन, इमरान हाश्मी, इलिअना डिक्रुज़, एषा गुप्ता और विद्युत् जामवाल की फिल्म बादशाओ को पाकिस्तान में रिलीज़ होने से रोक दिया है, ताकि पाकिस्तान की दो फ़िल्में ईद वीकेंड पर ज्यादा से ज्यादा बिज़नस कर सकें। वैसे बॉक्स ऑफिस को न मालूम अफ़राद २ से ज़्यादा उम्मीदें हैं। इस फिल्म के वीकेंड में ५ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नेस करने की उम्मीद लगाईं जा रही है। इसे पंजाब नहीं जाऊंगी से ज़्यादा स्क्रीन भी मिले हैं और चर्चा भी इसी इसी फिल्म की हो रही है। न मालूम अफ़राद २ के निर्देशक नबील कुरैशी हैं। वही २०१४ की फिल्म न मालूम अफ़राद के डायरेक्टर थे। इस फिल्म में फहद मुस्तफा, जावेद शेख, मोहसिन अब्बास हैदर और उरवा होकेन की मुख्य भूमिका है। इस फिल्म से तनहाइयाँ, धूप किनारे और निजात जैसे सीरियलों से मशहूर ५५ वर्षीय अभिनेत्री मारिना खान का फिल्म डेब्यू हो रहा है।
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