Sunday 2 September 2018

संगीतम चैरिटेबल ट्रस्ट का रेहमतें ५ म्यूजिक कॉन्सर्ट

सायन के षणमुखानंद हॉल में, संगीतम चैरिटेबल ट्रस्ट का कार्यक्रम रेहमतें म्यूजिक कॉन्सर्ट संपन्न हुआ। 

इस कॉन्सर्ट में, शान, हरिहरन, अंकित तिवारी और अनुप जलोटा ने अपने संगीत कार्यक्रम पेश किये।संगीतम चैरिटेबल ट्रस्ट हर साल संगीत से जुड़ी हस्तियों को आर्थिक मदद मुहैया कराता है।

इस साल भी, रेहमतें ५ म्यूजिक कॉन्सर्ट में एक ओर जहाँ बेहतरीन परफॉर्मेंस किये गए, वहीँ संगीत से जुड़ी चंद्रकांत निंबालकर, उषा रेगे, रागिनी जुहारी, विनोद भट्ट, रविंद्र रावल, मधु माधलकर, दीपक भोरापकर कुछ अन्य को आर्थिक मदद सम्मान स्वरुप दी गई । 

संगीतम चैरिटेबल ट्रस्ट के सौरभ दफ्तरी पिछले पांच सालों से संगीत बिरादरी से कलाकारों को वित्तीय सहायता प्रदान करते आ रहे हैं।

इस साल के कार्यक्रम में लोकप्रिय और प्रसिद्ध गायक हरिहरन, शान, अंकित तिवारी और अनुप जलोटा ने अपने बेहतरीन परफॉर्मेंस से मौजूद दर्शकों को काफी प्रभावित किया।

ऑडिटोरियम में लेस्ली लुईस, सलीम मर्चेंट, सुरेश वाडकर, अभिजीत भट्टाचार्य, अल्का याज्ञिक, जतिन ललित, मदन पाल, ब्राइट आउटडोर  के योगेश लखानी, महाराष्ट्र पर्यटन के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी विजय कुमार गौतम सहित दूसरे विशेष अतिथि भी मौजूद थे।


इस कार्यक्रम में भाषण करती हुई महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी अमृता फडणवीस ने संगीतकारों की निजी ज़रूरतों को स्पष्ट किया ।

इस मंच पर जिन लोगों को सम्मानित किया गया, उनके चेहरों पर मुस्कान देखने लायक थी।

इस कार्यक्रम में मदन पाल लिखित एक पुस्तक भी रिलीज की गई।

ई-बिज़ एंटरटेनमेंट इंडिया प्रा. लिमिटेड ने यह म्यूजिक कॉन्सर्ट होस्ट किया ।



देखो इस ‘अंधाधुन’ पियानो प्लेयर को - क्लिक करें 

देखो इस ‘अंधाधुन’ पियानो प्लेयर को

अंधाधुन के ट्रेलर में, आयुष्मान खुराना, राधिका आप्टे और तब्बू नज़र आते है।

आयुष्मान खुराना एक पियानो वादक की भूमिका कर रहे हैं, जो अंधा है। राधिका आप्टे उनकी प्रेमिका है।

तब्बू का करैक्टर ज़रूर कुछ रहस्यमय सा लगता है।

दावा है कि दृश्यम के बाद, वह एक बार फिर नकारात्मक भूमिका में नज़र आने जा रही हैं।

श्रीराम राघवन (एक हसीना थी, जॉनी गद्दार, एजेंट विनोद, बदलापुर) की यह फिल्म भी, उनकी पहले की फिल्मों की तरह मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म है।

फिल्म अंधाधुन की  कहानी में रोमांस भी है, रहस्य्मयी घटनाओं के घेरे में आ चुका पियानो प्लेयर भी है।

फिल्म के ट्रेलर से ही पता चल जाता है कि फिल्म देखते समय दर्शकों को झटके पे झटके पड़ेंगे।  वह हर अगले  दृश्य में चौंक पड़ेंगे। पर घटनाये कुछ ऎसे घटेंगे कि दर्शक तनाव नहीं महसूस करेंगे।

श्रीराम राघवन अपनी पहली ही फिल्म एक हसीना थी से दर्शकों को अपनी कथ्य का रहस्यम पकड़ने की क्षमता से परिचित कराते थे ।

हालाँकि, जॉनी गद्दार और एजेंट विनोद सफल नहीं हुई थी।  लेकिन, जॉनी गद्दार रहस्य का सिलसिला बनाये रखने में सफल होती थी। बदलापुर में श्रीराम राघवन के बार फिर रंग में थे।

फिल्म का निर्माण वायकॉम १८ मोशन पिक्चर्स और मैचबॉक्स पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड ने किया है।

इस फिल्म में, तब्बू, आयुष्मान खुराना और राधिका आप्टे के अलावा अनिल धवन, मानव विज, अश्विनी कलसेकर, छाया कदम और ज़ाकिर हुसैन अंधाधुन के रहस्य को गहराते हैं।  इस फिल्म को श्रीराम राघवन के साथ अरिजित बिस्वास, पूजा लाधा सुरती और योगेश चांदेकर ने लिखा है।

फिल्म का छायांकन केयू मोहनन ने किया है। मोहनन ने, जब  हैरी मेट सेजल, रईस, फुकरे, तलाश, वी आर फॅमिली, आजा नचले, आदि जैसी फिल्मों का छायांकन किया है।

फिल्म का संगीत अमित त्रिवेदी और गीत जयदीप साहनी के हैं।

फिल्म की साउंड डिज़ाइन मधु अप्सरा ने, एडिटिंग पूजा लाढा सुरती ने, एक्शन परवेज़ खान ने और कॉस्ट्यूम डिज़ाइन अनैता श्रॉफ अदजानिया और सबीना हालदार हैं।

इस फिल्म का वर्किंग टाइटल शूट द पियानो प्लेयर था।

अंधाधुन ५ अक्टूबर को रिलीज़ हो रही है।  


जेपी दत्ता की वॉर ट्राइलॉजी की पल्टन ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

जेपी दत्ता की वॉर ट्राइलॉजी की पल्टन !

७ सितम्बर २०१८ को, बॉलीवुड की युद्ध फिल्मों के इतिहास में नया इतिहास कायम हो जाएगा।  क्योंकि, इस दिनहिंदुस्तान की पहली वॉर ट्राइलॉजी की आखिरी फिल्म रिलीज़ हो रही है।  निर्देशक जेपी दत्ता की वॉर फिल्म पल्टन,जेपी दत्ता की वॉर ट्राइलॉजी की तीसरी और आखिरी फिल्म  है।  जेपी दत्ता की वॉर ट्राइलॉजी की शुरुआत १९९७ में रिलीज़ फिल्म बॉर्डर से हुई थी।  इस ट्राइलॉजी की दूसरी फिल्म एलओसी कारगिल  २००३ में रिलीज़ हुई थी।  अब १६ साल बाद, इस ट्राइलॉजी की तीसरी फिल्म पल्टन रिलीज़ होने जा रही है।  इसके साथ ही, जेपी दत्ता ६८ साल की उम्र में -५१ डिग्री सेल्सियस पर फिल्म बनाने का कीर्तिमान भी स्थापित कर ले जाते हैं।

वॉर ट्राइलॉजी की शुरुआत 
जे पी दत्ता की वॉर ट्राइलॉजी की शुरुआत, १९९७  में रिलीज़ फिल्म बॉर्डर से हुई थी।  यह फिल्म, १९७१ के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान लोंगेवाल पंजाब में हुए मशहूर युद्ध और उसमे सैन्य अधिकारी मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी की बहादुरी की कहानी थी।  इस भूमिका को सनी देओल ने किया था।  फिल्म के दूसरे किरदार, जैकी श्रॉफ (विंग कमांडर आनंद आहूजा), सुदेश बेरी (नायब सूबेदार मथुरा दास), सुनील शेट्टी (असिस्टेंट कमांडेंट भैरों सिंह बीएसएफ), अक्षय खन्ना (सेकंड लेफिटनेंट धर्मवीर सिंह भान), कुलभूषण खरबंदा (हवलदारभागीराम)  और पुनीत इस्सर (सूबेदार रतन सिंह) ने की थी।  इनके अलावा, दूसरी सह भूमिकाएं तब्बू, पूजा भट्ट, राखी, शरबानी मुख़र्जी, अरविन्द त्रिवेदी, हेमंत चौधरी, सपना बेदी, आदि ने की थी।  यह फिल्म १९९७ की सबसे ज़्यादा कारोबार करने वाली बॉलीवुड फिल्म बनी थी।  इस फिल्म को तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार- राष्ट्रीय एकता का नरगिस दत्त अवार्ड, श्रेष्ठ गीतकार (जावेद अख्तर) और श्रेष्ठ गायक (हरिहरन) मिले थे।  इस फिल्म की शूटिंग रियल लोकेशन पर की गई थी।  इस फिल्म की दिल्ली में रिलीज़ के दिन, उपहार सिनेमाघर में पहले शो के दौरान आग लग गई थी।  इस आग में ५९ लोग जलने से मारे गए थे और १०० बुरी तरह से ज़ख़्मी हुए थे। निर्माता, निर्देशक और लेखक जेपी दत्ता की फिल्म बॉर्डर पूरे देश में १३ जून १९९७ को रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म ने उस समय ६१ करोड़ की कमाई की थी, जो आज के हिसाब से १४९ करोड़ बनती है।

कारगिल युद्ध पर फिल्म 
जेपी दत्ता को वॉर ट्राइलॉजी की दूसरी फिल्म बनाने में ६ साल लग गए।  उस समय तक, पाकिस्तान द्वारा कारगिल पर हमला कर दिया गया था।  इस फिल्म का विषय नियंत्रण रेखा पर, तोलोलिंग युद्ध और ऑपरेशन विजय था।  इस फिल्म में भी रियल सैन्य किरदार लिए गए थे।  इस फिल्म में लगभग पांच दर्जन एक्टर  विभिन्न सैनिक किरदार कर रहे थे।  एलओसी - कारगिल में भिन्न सैनिक किरदार, संजय दत्त (लेफ्टिनेंट कर्नल योगेश कुमार जोशी), अजय देवगन (लेफ्टिनेटंट मनोज पांडेय), सुनील शेट्टी (राइफल मैन संजय कुमार) सैफ अली खान (कैप्टेन अनुज नैयर), अभिषेक बच्चन (कैप्टेन विक्रम बत्रा), अक्षय खन्ना (लेफिटनेंट बलवंत सिंह), नागार्जुन (मेजर पद्मपाणि आचार्य), राज बब्बर (कर्नल खुशाल ठाकुर), किरण कुमार (कर्नल उमेश सिंह बावा), आशीष विद्यार्थी (कर्नल मगोड़ बसप्पा रविंद्रनाथ)सुदेश बेरी (कर्नल ललित राय), आदि ने की थी।  इस फिल्म की लम्बाई २४६ मिनट थी।  इस फिल्म को साधारण सफलता ही मिली।  फिल्म ने ४५ करोड़ का कारोबार किया।

१९६७ में भी हुआ था चीन-भारत युद्ध 
वॉर ट्राइलॉजी की तीसरी फिल्म में, जेपी दत्ता, अपनी पहली फिल्म के काल खंड से चार साल और पीछे चले गए हैं।  बॉर्डर में, जहाँ १९७१ का भारत पाकिस्तान युद्ध था, वहीँ पल्टन में १९६७ का वह युद्ध है, जिसे बहुत सेलिब्रेट नहीं किया गया।  ११ सितम्बर १९६७ को चीनी सेना ने, भारत-सिक्किम सीमा पर, नाथू ला पर आक्रमण कर दिया था।  चार दिनों तक, दोनों देशों की सेनाओं के बीच घमासान युद्ध हुआ।  १५ सितम्बर को चीन की लाल सेना ने युद्ध विराम का प्रस्ताव रख दिया।  लेकिन, एक महीने बाद ही, लाल सेना फिर भारत की सरहद का रुख किया।  इस बार निशाने पर चो ला था।  इस बार भारतीय सेना ने कुछ इतना करारा जवाब दिया कि चीनी सेना को भरी नुकसान उठाने के बाद कदम पीछे खींचने पड़े थे।  इस युद्ध को जेपी दत्ता ने अपनी फिल्म पल्टन का विषय बनाया है।  एलओसी कारगिल की साधारण सफलता से सबक लेते हुए, जेपी दत्ता ने इस फिल्म में किरदारों की भरमार नहीं की है।  पल्टन के कुछ ही मुख्य सैनिक किरदार लिए हैं।  इन किरदारों को परदे पर जैकी श्रॉफ (मेजर जनरल सगत सिंह),   अर्जुन रामपाल (लेफ्टिनेंट कर्नल राय सिंह), सोनू सूद (मेजर बिशेन सिंह), गुरमीत चौधरी (कैप्टेन पृथ्वी सिंह डागर), हर्षवर्द्धन राणे (मेजर हरभजन सिंह), लव सिन्हा (सेकंड लेफ्टिनेंट अतर सिंह) की रियल लाइफ भूमिका कर रहे हैं।

कौन हैं जेपी दत्ता 
जेपी दत्ता की पृष्ठभूमि फ़िल्मी है।  वह प्यार की जीत, एक नज़र, प्रभात, लगन, मालकिन, आदि फिल्मों के लेखक ओपी गुप्ता के बेटे हैं। ओपी दत्ता ने, जे पी दत्ता की शुरूआती फिल्म गुलामी से लेकर उमराव जान तक फिल्मों को लिखा था। जेपी दत्ता के निर्देशक करियर की शुरुआत १९७६ में फिल्म सरहद से हुई थी। लेकिन, यह फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हो सकी। गुलामी ने उन्हें ऐसा निर्देशक बना दिया, सेंसटिव एक्शन फ़िल्में बना ले जाता है।  इसके बाद, जेपी दत्ता ने यतीम, बटवारा, हथियार, क्षत्रिय, रिफ्यूजी, कारगिल और उमरावजान जैसी फिल्मों का निर्देशन किया।  उनकी फिल्मों की खासियत उनका मल्टीस्टारर होना था। उनकी ज़्यादातर फिल्मों में, धर्मेंद्र, सनी देओल, विनोद खन्ना, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी, संजय दत्त, कुलभूषण खरबंदा, अभिषेक बच्चन, आदि हुआ करते थे। इस लिहाज़ से, पल्टन उनकी बहुत बड़े सितारों वाली फिल्म नहीं है। पल्टन, उनकी बॉर्डर, रिफ्यूजी, एलओसी कारगिल और उमराव जान के बाद पांचवी फिल्म है, जिसके वह निर्माता, निर्देशक और लेखक भी हैं।  

नहीं बना बॉर्डर का सीक्वल 
१६ जुलाई २०१३ को, जे पी दत्ता की तरफ से एक विज्ञप्ति जारी हुई थी, जिसमे ऐलान किया गया था कि बॉर्डर (१९९७) का सीक्वल बनाया जायेगा।  यह भी दावा किया गया कि बॉर्डर २ ही नहीं बॉर्डर ३ और बॉर्डर ४ भी बनाई  जाएंगी।  बॉर्डर २  में, बॉर्डर में एक सिख किरदार मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी की भूमिका करने वाले एक्टर सनी देओल की वापसी तय थी।  लेकिन, फिल्म में वह सैनिक की भूमिका तो करते, लेकिन यह सिख नहीं होता।  इस फिल्म की दूसरी स्टारकास्ट को फाइनल किया जाना बाकी था।  लेकिन, शूटिंग अक्टूबर २०१३ से शुरू होगी, यह तय हो गया था।  तभी, बॉर्डर के फिनांसर भरत शाह ने जे पी दत्ता के खिलाफ कॉपीराइट का मामला दायर कर दिया।उनका दावा था कि बॉर्डर टाइटल पर हमारा कॉपीराइट है।  इस पर कोई भी व्यक्ति हमारी अनुमति के बिना फिल्म नहीं बना सकता है।  इसके साथ ही बॉर्डर २ कभी नहीं बन सकी।

जेपी दत्ता ने, जब सरहद का निर्देशन किया, उस समय वह सिर्फ २७ साल के थे। अब, जब उनके निर्देशक करियर की ११वी फिल्म पल्टन रिलीज़ होने जा रही है, वह ६८ साल के हो गए हैं। लेकिन, भारतीय आन बान और शान बढ़ाने का उनका जज़्बा पहले जैसा ही है। उन्होंने इस उम्र में, १४ हजार से १५ हजार फ़ीट की ऊंचाई पर, -५१ डिग्री सेल्सियस तापमान पर बिना रुके, थके और झके अपनी फिल्म पल्टन की शूटिगं पूरी की हैं। इसके लिए एक सलाम तो उनके लिए बनता ही है। 

बॉलीवुड न्यूज़ ०२ सितम्बर

कलंक में माधुरी दीक्षित का मुजरा
माधुरी दीक्षित, अभिषेक वर्मन की पीरियड ड्रामा फिल्म कलंक के लिए एक मुजरा गीत शूट करने जा रही हैं।  इस गाने को रेमो डिसूज़ा और सरोज खान कोरिओग्राफ करेंगे। हालाँकि, रेमो ने इस फिल्म के बाकी सभी गीतों को अकेले कोरिओग्राफ किया है। बॉलीवुड के फिल्म इतिहास में शायद बहुत कम ऐसा हुआ होगा, जब दो कोरिओग्राफर एक साथ मिलकर एक गाने को कोरिओग्राफ करेंगे । चूँकि सरोज खान, रेमो डिसूज़ा की सीनियर हैं, इस लिए, रेमो के लिए सरोज खान के साथ डांस की कोरियोग्राफी करने में हिचकिचाहट नहीं हुई। माधुरी दीक्षित और कोरिओग्राफर सरोज खान ने फिल्म तेज़ाब से एक दो तीन, फिल्म बेटा से धक् धक् और फिल्म खलनायक से चोली की पीछे क्या है जैसे कई हिट गाने दिए हैं । कोरिओग्राफर सरोज खान इस बात की पुष्टि करते हुए बताती हैं, "जी हाँ हम पिछले चार दिनों से मुजरा गीत पर काम कर रहे हैं। तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रख कर मैं और रेमो डिसूज़ा इस गाने को एक साथ कोरियोग्राफ कर रहे है। हम चाहते है की यह गाना भी हमारे पिछले गानो की तरह यादगार हो। लोग भारतीय प्रभाव वाले गीत-नृत्य भूल रहे हैं। हमारे लिए, यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि हम उसे पुनर्जीवित करे।फॉक्स स्टार स्टूडियो, धर्म प्रोडक्शन, नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित  इस फिल्म में आलिया भट्ट, वरुण धवन, संजय दत्त ,आदित्य रॉय कपूर और सोनाक्षी सिन्हा भी नज़र आएंगे।

भारत का माल्टा शिड्यूल पूरा हुआ
अली अब्बास ज़फर, एक ऐसे सक्रिय फिल्म निर्देशक हैं, जो अपनी फिल्म से जुडी हर खबर या सामग्री से अपने प्रशंसक दर्शकों से शेयर करते रहते हैं।  सलमान खान के साथ भारत का बनाया जाना,  देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा का आना और बाहर निकल जाना तथा कैटरीना कैफ का भारत की कास्ट में शामिल होना, आदि खबरों को सबसे पहले अली ने ही दर्शकों को बताया।  पिछले दिनों, अली अब्बास ज़फर, अपनी पूरी यूनिट के साथ माल्टा में, भारत की शुटिंग कर रहे थे। शुक्रवार को, भारत का माल्टा शिड्यूल ख़त्म हो गया था।  अली अब्बास ज़फर ने सलमान खान और कैटरीना कैफ का एक रोमांटिक फोटो शेयर करते हुए, माल्टा शिड्यूल ख़त्म होने के बारे में बताया।  इस चित्र में जारी-गोटा लगी हरी साड़ी में, खुले बालों के साथ कैटरीना कैफ हसीन लग रही हैं। सलमान खान, उनकी आँखों में आँखे डाले अपना सब कुछ भूल चुके हैं।  अली अब्बास ज़फर और सलमान खान की कैटरीना कैफ के साथ तीन  फ़िल्में रिलीज़ हो चुकी है। अली अब्बास ज़फर की डेब्यू फिल्म मेरे ब्रदर की दुल्हन में इमरान खान और अली ज़फर  की नायिका कैटरीना कैफ थी।  फिर वह अली अब्बास ज़फर के निर्देशन में टाइगर ज़िंदा है में सलमान खान की नायिका बन कर आई। सलमान खान और अली अब्बास ज़फर टाइगर ज़िंदा है और सुल्तान साथ कर चुके हैं।

बनेगा सत्यमेव जयते का सीक्वल
सत्यमेव जयतेअपनी रिलीज़ के १०वे दिन ७७ करोड़ से ज़्यादा की कमाई करसुपर हिट फिल्म का खिताब पा चुकी हैं। इस फिल्म ने१५ अगस्त को रिलीज़ अक्षय कुमार की फिल्म गोल्ड की कमाई को भी पीछे छोड़ दिया है। ज़ाहिर है कि मिलाप ज़वेरी निर्देशित और जॉन अब्राहम की मुख्य भूमिका वाली फिल्म सत्यमेव जयते भी सीक्वल फिल्म के लायक मानी जाने जाए । जी हाँइस फिल्म के सीक्वल को बनाये जाने की खबरें हैं। सत्यमेव जयते मेंजॉन अब्राहम के किरदार को मार दिया गया था। लेकिनसीक्वल फिल्म में उसे जीवित चाहे न दिखाया जाएलेकिन जॉन अब्राहम को ज़रूर ले लिया गया है। संभव है कि फिल्म में जॉन अब्राहम का किरदार बदला हुआ होगा। सूत्र बताते हैं कि यह कुछ वैसा ही होगाजैसा १९९९ की फिल्म वास्तव में रघु के किरदार के साथ हुआ थाजिसे फिल्म के  सीक्वल हथियार (२००२) में  रघु के हमशक्ल बेटे के तौर दिखाया गया था और संजय दत्त वापस आ गये थे। अभी सत्यमेव जयते का सीक्वल स्क्रिप्ट की स्टेज तक नहीं पहुंचा है। सिर्फ जॉन अब्राहम को सीक्वल के बारे में बताया गया है। वह इसके लिए तैयार हैं। फिल्म के एक निर्माता भूषण कुमार ने इसकी पुष्टि की है कि सत्यमेव जयते का सीक्वल बनाये जाने की योजना बनाई जा रही है।

लाइफ इन अ मेट्रो के सीक्वल में सितारों की भीड़
फिल्मकार अनुराग बासु, इस समय, अपनी २००७ की फिल्म लाइफ इन अ मेट्रो के सीक्वल को लिख रहे हैं। वह इसकी स्क्रिप्ट की फाइन ट्यूनिंग कर रहे हैं। इसके साथ ही, स्क्रिप्ट के अनुरूप एक्टर्स को शामिल करने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। २००७ की फिल्म लाइफ इन अ मेट्रो में सितारों की भरमार थी। धर्मेंद्र, नफीसा अली, शिल्पा शेट्टी, के के मेनन, शाइनी आहूजा, इरफ़ान खान, कोंकणा सेन शर्मा, कंगना रनौत और शरमन जोशी जैसे सितारों की भीड़ थी। सीक्वल फिल्म भी लगता है, उसी राह पर जा रही है। ताज़ा खबर यह है कि लाइफ इन अ मेट्रो की दूसरी मेट्रो में अभिषेक बच्चन और इलीना डिक्रूज़ को चढ़ा लिया गया है। सूत्र बताते हैं कि इस मेट्रो में करीना कपूर खान, सैफ अली खान, अर्जुन कपूर और राजकुमार राव को पहले ही बैठा दिया गया है। अनुराग बासु का इरादा, की एंड का की जोड़ी की सफलता को दोहराने का था। लेकिन, अब खबर यह है कि अर्जुन कपूर अपनी हाथ की फिल्मों पानीपत और इंडियाज मोस्ट वांटेड में व्यस्त होने के कारण मेट्रो के सीक्वल को नहीं हो सकते हैं। इसलिए, उनकी जगह सिद्धार्थ मल्होत्रा को शामिल किया जा सकता है। इस फिल्म को लेकर इन दोनों की बातचीत भी हो चुकी है। 

बोस्को की डांस फिल्म में सान्या मल्होत्रा
दंगल की पहलवान बबिता फोगटपटाखा गर्ल बनने के बाद डांसर बनने जा रही हैं। जी हाँदंगल में फोगट बहनों की भूमिका करने वाली चार अभिनेत्रियों में सुहानी भटनागर को छोड़ कर फातिमा सना शैख़सान्या मल्होत्रा और ज़ायरा वसीम को हिंदी फिल्मों में काम मिलने लगा है। लेकिन, इन सबसे कहीं आगे हैं सान्या मल्होत्रा, जिनके पास एक के बाद एक फ़िल्में आती जा रही हैं। उनकी विशाल भारद्वाज निर्देशित फिल्म पटाखा २८ सितम्बर को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म में वह टीवी एक्ट्रेस राधिका मदान की छोटी बहन की भूमिका कर रही हैं। अमित शर्मा के निर्देशन में फिल्म बधाई हो में आयुष्मान खुराना के साथ रोमांस कर रही हैं। यह फिल्म १८ अक्टूबर को रिलीज़ हो रही है। द लंचबॉक्स के निर्देशक रितेश बत्रा की दूसरी फिल्म फोटोग्राफ में सान्या मल्होत्रानवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ीजिम सरभ और विजय राज के साथ अभिनय कर रही हैं। उनकों बोस्को- सीज़र जोड़ी के बोस्को मार्टिस के निर्देशन में बनाई जा रही एक डांस फिल्म में ले लिया गया है। अभी इस फिल्म का टाइटल नहीं रखा गया है। यह फिल्म डांस की विभिन्न शैलियों पर आधारित होगी। सान्या मल्होत्रा पारंगत डांसर हैं। डांस उनका बड़ा शौक है।  बोस्को की फिल्म में वह अपनी इस प्रतिभा को दिखा सकेंगी। बोस्को-सीज़र की जोड़ी ने ७५ हिंदी फिल्मों के लगभग २०० गीतों की कोरियोग्राफी की है।

अब रेडियो पर शिल्पा शेट्टी
शिल्पा शेट्टी को जैक ऑफ़ आल ट्रेड कहना उपयुक्त होगा। अब्बास-मुस्तान की फिल्म बाज़ीगर से, शाहरुख़ खान और काजोल के साथबतौर फिल्म अभिनेत्री नज़र आने वाली शिल्पा शेट्टी नेकरियर ढलने से पहले हीकलम थाम ली और भारतीय खाद्य सामग्री पर किताब लिख मारी। वह डाइटिंग पर भी अपने विचार देती रहती थी। फिर उन्हें टेलीविज़न सीरियलों में रियलिटी शो जज करते देखा गया। अब वह माइक पर आ रही है। जी नहींशिल्पा शेट्टी चुनाव लड़ने या लड़ाने नहीं जा रही। वह रेडियो पर आ रही है। वह रेडियो पर महाभारत की द्रौपदी का वर्णन करेंगी। इस रेडियो शो मेंसंजय दत्तशत्रुघ्न सिन्हाविवेक ओबेरॉय और शक्ति कपूर को पहले ही लिया जा चुका है। अब इनके साथशिल्पा शेट्टी भी महाभारत के चरित्रों को बयान करेंगी। शिल्पा शेट्टी को महाभारत के सभी चरित्रखास तौर पर द्रौपदी पसंदीदा है। बीआर चोपड़ा की महाभारत ही ऐसा सीरियल थाजिसे घर में देखने की इज़ाज़त थी। शिल्पा शेट्टी कहती हैं, "मैं आध्यात्मिक हूँ।  द्रौपदी सबसे अच्छी तरह से उकेरा गयासम्मानित चरित्र है। मुझे ख़ुशी है कि मैं  एक नए माध्यम (रेडियो) को परखने की शुरुआत द्रौपदी जैसे चरित्र को अपनी आवाज़ दे रही हूँ।" तो इंतज़ार कीजियेरेडियो पर शिल्पा शेट्टी की द्रौपदी को सुनने का। 

चीन पर अमिताभ बच्चन की आँखें २
क्याअमिताभ बच्चन की निगाहें चीन पर लगी हैं ? ऐसा कहे जाने की वजह है। २००२ में रिलीज़ अक्षय कुमारअमिताभ बच्चनपरेश रावलअर्जुन रामपाल और सुष्मिता सेन की मुख्य भूमिका वाली फिल्म आँखे की सीक्वल फिल्म आँखे २ पर काम शुरू हो चुका है। इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन को चुन लिया गया है। फिल्म आँखें २ का निर्देशन अनीस बज़्मी करेंगे। खबर है कि अमिताभ बच्चन को ऑंखें २ की स्क्रिप्ट काफी पसंद आई थी। खबर यह भी है कि इस फिल्म में जैकी  चैन को भी लिया जा सकता है। इस फिल्म की शूटिंग चीन में होगी।  आँखे २ की कहानीचीन में कैसिनो चलाने वाले पर केंद्रित होगी। इस फिल्म की शूटिंग २०१९ में शुरू होगी तथा फिल्म को २०२० के शुरू में रिलीज़ किया जा सकता है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के सह नायकों का चुनाव भी किया जाना है।  खबर है कि  सुशांत सिंह राजपूत और विक्की कौशल के नामों पर विचार चल रहा है। लेकिनइरोस एंटरटेनमेंट ने किसी दूसरे नाम का ऐलान नहीं किया है। यहाँ बताते चलें कि हिंदी फिल्म निर्माताओं की निगाहें चीन के बाजार पर भी लगी हुई हैं। चीनी बॉक्स ऑफिस परदंगलटॉयलेट एक प्रेम कथासीक्रेट सुपरस्टार और हिंदी मीडियम की सफलता सेहिंदी फिल्म निर्माताओं का उत्साह बढ़ा है।

काजोल का हेलीकाप्टर उतरेगा १२ अक्टूबर को
काजोल के प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर नहीं है। निर्देशक प्रदीप सरकार की फिल्म हेलीकाप्टर ईला ७ सितम्बर को रिलीज़ होने जा रही थी। इस फिल्म में रील लाइफ बेटे रिद्धि सेन की माँ की भूमिका काजोल ही कर रही है । लेकिन अब इसे एक महीने के लिए टाल दिया गया है। खबर है कि प्रदीप सरकार को डेंगू हो गया है। कुछ दिनों पहले, उन्हें एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। प्रदीप सरकार को१६ अगस्त को अमिताभ बच्चन का एक कैमिया फिल्माना था।  उस समयप्रदीप सरकार हॉस्पिटल में भर्ती थे।  इसके बावजूदवह हॉस्पिटल से छुट्टी लेकर सेट तक पहुंचे।  जिस समय सीन फिल्माया जा रहा थाप्रदीप सरकार के शरीर में ड्रिप की सुइयां लगी हुई थी।  सीन पूरा करने के बादप्रदीप सरकार फिर हॉस्पिटल चले गए। लेकिनफिल्म पोस्ट प्रोडक्शन बाकी था। इसे देख कर फिल्म के एक निर्माता अजय देवगन ने फिल्म की रिलीज़ प्रदीप सरकार के बिलकुल ठीक हो जाने तक टाल दी है। अजय देवगन चाहते हैं कि प्रदीप सरकार फिल्म को अपने विज़न के अनुरूप ही पूरी करें। हालाँकिप्रदीप को हॉस्पिटल से २३ अगस्त को छुट्टी मिल गई है। लेकिनडॉक्टर ने उन्हें दो हफ्ते तक पूरी तरह से आराम करने के लिए कहा है। इसका मतलब यह हुआ कि अब ईला का हेलीकाप्टर एक महीना ५ दिन बाद सिनेमाघरों में उतरेगा।  
  
क्या सनी देओल बनेंगे राजकुमार संतोषी के योद्धा ?
अब यह तय हो गया  है कि सनी देओल और राजकुमार संतोषी अपने सारे मतभेद भुला कर एक बार फिर साथ आने जा रहे हैं । राजकुमार संतोषी की एक पीरियड ड्रामा फिल्म में सनी देओल सिख योद्धा फ़तेह सिंह की भूमिका करेंगे। सनी देओल और राजकुमार संतोषी का यह साथ २२ साल बाद बनने जा रहा है। इस जोड़ी ने, १९९० के दशक में, घायल (१९९०), दामिनी (१९९३) और घातक (१९९६) जैसी एक्शन फिल्मों का निर्माण किया था। १६ साल पहले, इन दोनों के ईगो का टकराव हुआ २००२ में शहीद भगत सिंह पर फिल्मों के कारण। सनी देओल और बॉबी देओल की फिल्म २३ मार्च १९३१ - शहीद और राजकुमार संतोषी की अजय देवगन की फिल्म द लीजेंड ऑफ़ भगत सिंह ७ जून २००२ को टकराई। दोनों ही फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से पिटी। इसके बाद, संतोषी और देओल का दोस्ताना बिलकुल ख़त्म हो गया। २०१३ में, राजकुमार संतोषी ने फ़तेह सिंह पर फिल्म बनाने का ऐलान संजय दत्त के साथ किया था। लेकिन, बात नहीं बन पाई। अब, राजकुमार संतोषी ने स्क्रिप्ट को चुस्त दुरुस्त कर लिया है और सनी देओल को भी फिल्म में शामिल कर लिया है। अगर, योद्धा फ़तेह सिंह पर फिल्म शुरू हो जाती है तो राजकुमार संतोषी और सनी देओल घातक के २२ साल बाद कैमरे के आमने-सामने होंगे।




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Saturday 1 September 2018

मेंटल हैं क्या के सेट पर घायल हुईं अमायरा

अमायरा दस्तूर पिछले कुछ महीनों से काफी व्यस्त हैं और अब वे राजकुमार राव और कंगना रानावत के साथ मेंटल है क्यामें काम कर रही हैं जिसकी शूटिंग उन्होंने हाल ही में शुरू की है।

अपने काम के प्रति बेहद समर्पित रहनेवाली इस अभिनेत्री को अपने सह-अभिनेता राजकुमार राव के साथ शूटिंग करते समय एक मामूली हादसे का सामना करना पड़ा।

दरअसल अमायरा और राजकुमार स्टूडियो में कुछ ईंटों के पास अपने दृश्य शूटिंग कर रहे थे।

उन्होंने अपने सीन की कई बार प्रैक्टिस कर ली थी पर जैसे ही डायरेक्टर ने 'एक्शन' कहा, अमायरा किसी चीज़ से उलझकर ईंटों पर गिर पड़ीं जिससे उनके दोनों घुटने छिल गए और उनसे खून आने लगा।

अपने घावों को साफ करने के बाद अमायरा ने निश्चय किया कि टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने के लिए हॉस्पिटल जाने से पहले वे अपने सारे सीन्स पूरे करेंगी।


सीन्स के दौरान राजकुमार राव ने मज़ाक करते हुए ज़मीन पर गद्दे बिछाने को कहा कि अगर वे फिर से गिर पड़ीं तो उन गद्दों पर गिरें, हालांकि उनकी हालत देखते हुए शूट जल्दी पूरा कर लिया गया।

घटना के बारे में अमायरा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ''मैं उस दर्द और असहजता का उपयोग अपने सीन के लिए करना चाहती थी क्योंकि मैं जानती थी कि इससे मेरी परफॉमेंस और भी बेहतर होगी।

मैं फिर से न गिर पड़ूं, इसलिए राजकुमार ने जमीन पर गद्दे बिछाने की मांग की। हमारे डायरेक्टर ने शिड्यूल में बदलाव करते हुए मेरे सीन जल्दी से जल्दी पूरे करवाए ताकि मैं वक्त पर हॉस्पिटल पहुंच सकूं।

यह वास्तव में एक ऐसा सेट है, जहां मुझे बहुत ही अच्छा व्यवहार मिला है और जहां लोग सच में एक दूसरे का बहुत खयाल रखते हैं।'' 


जीनत ने मीडिया के सामने लगाया जारा पर नीलोफर की हत्या का आरोप - क्लिक करें 

जीनत ने मीडिया के सामने लगाया जारा पर नीलोफर की हत्या का आरोप

ज़ीनत ने मीडिया के सामने जारा पर नीलोफर की हत्या का आरोप लगाया है ।

हालांकि, कोई भी इसके बारे में सच नहीं जानता कि इसकी योजना, साजिश और किसी के द्वारा की जा रही है और जारा को इस मामले में फसाया जा रहा है।

सबसे अच्छा हिस्सा यह है कि कबीर  इस बार जारा का समर्थन कर रहा है, क्योंकि उसे विश्वास है कि वह कभी इस तरह का गंभीर अपराध नहीं कर सकती है और वह कभी उससे झूठ नहीं बोलेगी। 

लेकिन शाहबाज कबीर से बहुत नाराज हैं, क्योंकि वह चाहता हैं कि कबीर जारा को तलाक दे।

क्योंकि इस समय उसके साथ रहने से उसके करियर को हमेशा खराब कर देगा।

हालांकि, ऐसा लगता है कि कबीर पहले से ही अपना मन बना चुका है और वह जारा को इस समस्या से बाहर निकलने में मदद करने जा रहा है।

कबीर ने बकरीद पर एक पार्टी रखी है।

इमाम हाशिम, खालिद और अन्य मेहमानों सहित सभी लोग इकट्ठे हुए हैं।

इमाम ने अप्रत्यक्ष रूप से जारा को बताया कि हत्यारों को कभी बचाया नहीं जाता है।

कबीर यह पसंद नहीं आया और वह इमाम से तुरंत जाने के लिए कहता है।

शाहबाज कबीर से बहुत नाराज हैं।

जी टीवी पर सीरियलइश्क सुभान अल्लाहसोमवार से शुक्रवार रात १० बजे प्रसारीत हो रहे सीरियल इश्क़ सुभान अल्लाह की यह कहानी है। क्रिएटिव आई लिमिटेड द्वारा निर्मित इस सीरियल के निर्माता हैं धीरज कुमार, ज़ूबी कोचर और सुनील गुप्ता।


जब नंदिता दास ने सात साल पहले मर गए मंटो को डीजल ट्रेन में बैठाया - क्लिक करें 

जब नंदिता दास ने सात साल पहले मर गए मंटो को डीजल ट्रेन में बैठाया

नंदिता दास जैसे फिल्मकार खुद को खुदा की देन समझते हैं।  कोई और न सही, कम से कम नंदिता दास तो यही समझती होंगी।  अन्यथा वह ७ साल पहले मर चुके सआदत हसन मंटो को डीजल ट्रैन पर चढ़ता नहीं दिखाती।  फिल्म मंटो के नगरी नगरी गीत के वीडियो को देखिये। ऎसी दुर्दशा है इन बॉलीवुड के बुद्धिजीवियों की। मंटो फिल्म में नंदिता दास ने डीजल ट्रेन चलती दिखा दी है। पहली डीजल ट्रेन १९६२ में चली थी, जबकि बेचारे मंटो १८ जनवरी १९५५ को ही जन्नतनशीं हो गए थे। या अल्लाह! मंटो देखते समय मंटो की आत्मा डीजल इंजन की आवाज़ से काँप रही होगी। 


प्रिडेटर सीरीज की सबसे नई फिल्म द प्रिडेटर का ट्रेलर - क्लिक करें