मुंबई अकादमी ऑफ़ मूविंग इमेज यानि मामी के द्वारा इस साल फिल्म फेस्टिवल आयोजित न करने की घोषणा के साथ ही इसके समर्थन में बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री एकजुट हो गयी है. इस साल इस फेस्टिवल का आयोजन न होना, आर्थिक तंगी एक कारण था. इंडस्ट्री के लिहाज़ से यह एक प्रतिष्ठित मेला था, जिसमे लगभग पूरी फिल्म इंडस्ट्री जुटती है. इसलिए जैसे ही आर्थिक तंगी के कारण मुंबई फिल्म फेस्टिवल आयोजित न किये जाने की घोषणा हुई, इंडस्ट्री के लोग गोलबंद होने लगे. आनंद महिंद्रा और रोहित खट्टर की सिनेस्तान फिल्म कंपनी सबसे आगे थी. इन्होने मेले के लिए ६० लाख देने की घोषणा की. फिल्म निर्माता और निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा, राजकुमार हिरानी, मनीष मुंद्रा, विवेक कजरिा, नीलेश नवलखा, हंसल मेहता और फिल्म समीक्षक अनुपमा चोपड़ा के साथ आ जाने के बाद उम्मीद की जानी चाहिए कि इस मेले का १६ वां संस्करण अब आयोजित होगा. पता चला है कि मेले के लिए आवश्यक ५ करोड़ के बजट का १.५ करोड़ इकठ्ठा कर लिया गया है.
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday, 1 September 2014
क्या इस साल होगा मुंबई फिल्म फेस्टिवल!
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आज जी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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