आज के मशहूर फिल्म निर्माता बोनी कपूर और अभिनेता अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर की महाभारत के पांडव चरित्रों पर एक सामजिक फिल्म आयी थी हम पांच। ग्रामीण पृष्ठभूमि वाले आधुनिक समाज के महाभारत को प्रदर्शित करने वाली हम पांच में संजीव कुमार ने आधुनिक कृष्ण की भूमिका की थी. शबाना आज़मी, दीप्ति नवल, राज बब्बर, गुलशन ग्रोवर, अमरीश पूरी, अरुणा ईरानी, गीता सिद्धार्थ, रूपेश कुमार और कन्हैया लाल जैसी मिलीजुली स्टारकास्ट वाली हम पांच में आधुनिक भीम भीमा की भूमिका में मिथुन चक्रवर्ती ने दर्शकों का ख़ास ध्यान खींचा था। मृगया के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड जीत चुके मिथुन इस फिल्म के बाद दर्शकों की निगाहों में चढ़ गए। हम पांच के निर्देशक तेलुगु फिल्मों के सत्तीराजु लक्ष्मी नारायण उर्फ़ बापू। इस फिल्म के बाद बापू ने मिथुन चक्रवर्ती के साथ प्यारी बहना और प्रेम प्रतिज्ञा जैसी हिट फ़िल्में भी बनायीं। अनिल कपूर को बतौर नायक पहली ही फिल्म से स्टार बना देने वाले बापू ही थे। फिल्म थी वह ७ दिन। बापू की फिल्मों की खासियत होती थी माध्यम वर्गीय परिवार, उनके बीच के इमोशन और त्याग। यही कारण था कि अस्सी-नब्बे के दशक में बापू की निर्देशित फिल्मों को अच्छी सफलता मिली।
बापू प्रतिष्ठित पेंटर और रेखा चित्रकार थे। उन्हें इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ कार्टूनिस्ट द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड और अकादमी ऑफ़ फाइन आर्ट्स तिरुपति द्वारा राष्ट्रपति अवार्ड से नवाज़ा गया। उन्होंने तेलुगु और हिंदी भाषा में कुल ५४ फ़िल्में बनाई। वह दो बार अपनी तेलुगु फिल्मों के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीत चुके थे. उन्हें पांच नंदी पुरस्कार और दो फिल्मफेयर अवार्ड्स भी मिले। ३१ अगस्त २०१४ को अस्सी साल के बापू का निधन दिल का दौरा पड़ने से हो गया।
बापू प्रतिष्ठित पेंटर और रेखा चित्रकार थे। उन्हें इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ कार्टूनिस्ट द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड और अकादमी ऑफ़ फाइन आर्ट्स तिरुपति द्वारा राष्ट्रपति अवार्ड से नवाज़ा गया। उन्होंने तेलुगु और हिंदी भाषा में कुल ५४ फ़िल्में बनाई। वह दो बार अपनी तेलुगु फिल्मों के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीत चुके थे. उन्हें पांच नंदी पुरस्कार और दो फिल्मफेयर अवार्ड्स भी मिले। ३१ अगस्त २०१४ को अस्सी साल के बापू का निधन दिल का दौरा पड़ने से हो गया।
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