फिल्म हैदर में कश्मीरी आतंकवादी, उड़ता पंजाब
में नशे का शिकार रैपर, रंगून का रंगीन मिजाज नवाब और पद्मावत में महारावल रतन सिंह की भूमिका कर
चुके अभिनेता शाहिद कपूर अब बॉक्सिंग रिंग पर उतरने जा रहे हैं।
वह एशियाई गेम्स या ओलंपिक्स के बॉक्सिंग रिंग
में पदक जीतने के लिए नहीं उतर रहे। उनकी यह बॉक्सिंग रिंग रील लाइफ के लिए
होगी।
वह एक बायोपिक फिल्म में,
बैंकाक एशियाई गेम्स १९९८ में बॉक्सिंग का गोल्ड जीतने वाले मुक्केबाज़
डिंगको सिंह की भूमिका करेंगे।
डिंगको सिंह हिंदुस्तान से,
बेंटमवेट श्रेणी में बॉक्सिंग का गोल्ड पाने वाले इकलौते भारतीय मुक्केबाज़
हैं।
इस फिल्म को अक्षय कुमार की फिल्म एयरलिफ्ट के डायरेक्टर राजा कृष्णा मेनन
निर्देशित कर रहे हैं।
डिंगको सिंह की कहानी प्रेरणा देने वाली है। उन्होंने सिर्फ १९ की उम्र में बॉक्सिंग का
गोल्ड जीता। फिर वह कैंसर के शिकार घोषित
हुए। उनका कैंसर से लम्बा संघर्ष चला।
डिंगको सिंह की १४ कीमोथेरेपी हुई। उनकी
मदद को सबसे पहले क्रिकेटर गौतम गंभीर आगे आये। बाद में डिंगको सिंह की कहानी दूसरे लोगों को भी मालूम हुई। लोग उनकी मदद के लिए आगे आने लगे। तेरह डॉक्टरों
की एक टीम, डिगकों सिंह के इलाज़ के लिए सामने आई।
इसके
बाद, डिंगकों सिंह कैंसर पर जीत हासिल कर पाने
में सफल हुए।
डिंगको सिंह की कहानी काफी
दिलचस्प और प्रेरक है। उसमे काफी मोड़ और उतारचढ़ाव हैं।
एक समय
डिंगको सिंह नक्सली बनने के लिए भी तैयार हो गए थे ।
ज़ाहिर है कि शाहिद कपूर के लिए डिगको सिंह का किरदार किसी लाटरी से कम
नहीं। वह इस भूमिका से खुद को बेजोड़ साबित कर पाने की स्थिति में होंगे।
शाहिद
कपूर की अगली फिल्म बिजली गुल मीटर चालू का अखिल भारतीय प्रदर्शन २१ सितम्बर २०१८ को होगा ।
उनको मुक्केबाज़ बनाने वाली बॉक्सर डिंगको सिंह
की शूटिंग अगले साल अप्रैल में शुरू हो पाएगी।
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