Saturday 10 November 2018

होटल मिलन, मोहल्ला अस्सी और पीहू


ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान की रिलीज़ के कारण तमाम छोटी बड़ी फ़िल्मे, बाद के दो हफ़्तों में रिलीज़ होने से हिचक रही थी। लेकिन, अब जबकि ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान ने दर्शकों को निराश किया है, कुछ छोटी फिल्मों और भूले-बिसरे अभिनेताओं की उम्मीदें बढ़ गई हैं। यही कारण है कि इस शुक्रवार यानि १६ नवंबर को कम से कम तीन फ़िल्में रिलीज़ हो रही हैं। यह फिल्में कैसी है ? दर्शकों को कितना प्रभावित कर पाती हैं ? इसका फैसला अगला हफ्ता करेगा। 


कुणाल रॉय कपूर की होटल मिलन 
इमरान खान के साथ दिल्ली बेली जैसी हिट फिल्म के बाद नौटंकी साला जैसी असफल फिल्म देने वाले सिद्धार्थ रॉय कपूर को लगभग भुलाया जा चूका है। वह कभी भी अच्छे और लकी एक्टर साबित नहीं हो सके। हालाँकि, उनके खाते में यह जवानी है दीवानी, अज़हर और एक्शन जैक्सन जैसी बड़ी फ़िल्में दर्ज हैं।  उन्हें इस साल कालकांडी में देखा गया।  लेकिन, इस फिल्म को कुणाल के बजाय सैफ अली खान की असफल फिल्म माना जाता है। इस हफ्ते उनकी फिल्म होटल मिलन रिलीज़ हो रही है। पहले यह फिल्म १४ सितम्बर को रिलीज़ होनी थी। होटल मिलन, उत्तर प्रदेश सरकार के एंटी रोमियो स्क्वाड का मज़ाक उड़ाने वाली फिल्म है। फिल्म में करिश्मा शर्मा, ज़ीशान क़ादरी, जयदीप अहलावत, राजेश शर्मा और ज़ाकिर हुसैन जैसे नाम हैं। लेकिन, फिल्म का ट्रेलर इसके अनगढ़ फिल्म होने की पुष्टि करता है।  फिल्म के निर्देशक विशाल मिश्रा हैं। 


मुसीबत में फंसी पीहू की कहानी 
पत्रकार से फिल्मकार बने निर्देशक विनोद कापड़ी की फिल्म पीहू भी इस हफ्ते रिलीज़ हो रही है।  यह फिल्म एक दो साल की बच्ची के घर में अकेले छूट जाने की है।  इस फिल्म का ट्रेलर उस बच्ची के फ्रीज़ में बंद हो जाने की घटना पर बंद होता है।  इसका दर्शक इसे देख कर तिलमिला उठता है।  विनोद कापड़ी ने मिस टनकपुर हाज़िर हो (२०१५) जैसी बकवास राजनीतिक व्यंग्य फिल्म बनाई थी।  उनकी यह पृष्टभूमि पीहू के प्रति दर्शकों को आकर्षित करने वाली नहीं है। लेकिन, फिल्म के ट्रेलर और माउथ पब्लिसिटी के बाद इस फिल्म को दर्शक बढ़ सकते हैं। 


सनी देओल की मोहल्ला अस्सी 
सनी देओल की कभी एक इमेज थी। उनके संवाद कमढाई किलो का घूँसा ज़्यादा बोलता था।  उन्होंने हिंदुस्तान की सर्वकालिक हिट फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा दी है। लेकिन, पिछले ३५ सालों में वक़्त काफी बदल गया है। सनी देओल फिफ्टी प्लस के हो गए हैं। उनका ढाई किलो का हाथ आज भी दमदार है। लेकिनसनी देओल अपनी रीढ़ की तकलीफ और उम्र के कारण खतरनाक एक्शन कर पाने में कामयाब नहीं होते। लेकिन, उन पर वाराणसी के एक ब्राह्मण की भूमिका फबेगी ! फिल्म इंटरनेट पर लीक हो चुकी है।  जिन्होंने इस फिल्म को देखा है, वह सनी देओल के अभिनय की प्रशंसा करते  हैं। अगर इस फिल्म के दर्शकों को सनी पसंद आ गये तो फिल्म को सफलता मिल सकती है।  इस फिल्म का निर्देशन चाणक्य सीरियल के निर्देशक डॉक्टर चंद्र प्रकाश ने किया है। फिल्म में साक्षी तंवर, सौरभ शुक्ल, रवि किशन, मुकेश तिवारी और राजेंद्र गुप्ता जैसे सशक्त एक्टर भी हैं।   


No comments:

Post a Comment