Sunday, 17 March 2019

क्यों रिलीज़ होती हैं शुक्रवार को फ़िल्में ?


इस साल रिलीज़ होने वाली फिल्मों की तारीखों और उस तारीख़ में पड़ने वाले दिनों की पड़ताल कीजिये ! ज़्यादातर तारीख़ को शुक्रवार यानि फ्राइडे नज़र आता है।  मतलब यह कि छोटे, मंझोले और बड़े बजट की नई फिल्म शुक्रवार को रिलीज़ हो रही है। कभी शुक्रवार को या वीकेंड पर फिल्म देखने का कार्यक्रम बनाते समय आपने कभी सोचा कि हिंदी फ़िल्में शुक्रवार को ही क्यों रिलीज़ होती हैं ? किसी दूसरे दिन में क्यों नहीं रिलीज़ होती फ़िल्में ? 

हॉलीवुड का ट्रेंड ! 
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का नामकरण हॉलीवुड से प्रेरित होकर बॉलीवुड किया गया है। साफ़ तौर पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री, दुनिया के बॉक्स ऑफिस पर राज करने वाले हॉलीवुड से प्रभावित नज़र आती हैं। क्या हमारे देश में हिंदी फ़िल्में शुक्रवार को इसीलिए रिलीज़ होती है कि हॉलीवुड की फ़िल्में शुक्रवार को रिलीज़ होती है। क्योंकि, बाद के दो दिन यानि शनिवार और रविवार छुट्टियों के होते हैं।  फिल्म को देखने का प्रोग्राम बनाया जा सकता है। हॉलीवुड की फिल्म गॉन विथ द विंड पहली बार शुक्रवार  १५ दिसंबर को रिलीज़ हुई थी।  क्या इस कारण से हिंदी फिल्मे भी शुक्रवार को रिलीज़ होती हैं ? लेकिन, पचास के दशक एक उत्तरार्ध तक हिंदी फ़िल्में शुक्रवार को रिलीज़ नहीं हुआ करती थी।  नील कमल प्रमाण है कि यह फिल्म सोमवार २४ मार्च १९४७ को रिलीज़ हुई थी।  अलबत्ता, बॉलीवुड में फिल्मों के शुक्रवार को रिलीज़ होने का सिलसिला मुग़ल ए आज़म से शुरू हुआ।  यह फिल्म ५ अगस्त १९६० को रिलीज़ हुई थी।  इस दिन शुक्रवार था।

कुछ घरेलु कारण
हिंदी फिल्मों के शुक्रवार को रिलीज़ होने के घरेलु कारण ज़्यादा मज़बूत हैं।  यह देश की आर्थिक व्यवस्था पर आधारित हैं और धार्मिक आस्था की क़द्र करने वाले हैं। इस लिहाज़ से यह कारण ज़्यादा पुख्ता लगते हैं। 

शुक्रवार के बाद दो दिन छुट्टियों के 
आम तौर पर, शुक्रवार के बाद के दो दिन यानि शनिवार और रविवार छुट्टियों के होते हैं।  किसी फिल्म के शुक्रवार को रिलीज़ होने की दशा में, इसे शनिवार और रविवार को ज़्यादा दर्शक मिल सकते हैं।  दर्शकों को भी छुट्टियों में नई फ़िल्में देखने का मौक़ा मिल सकता था। 

मिलों में साप्ताहिक वेतन का दिन 
एक दूसरा कारण आर्थिक है।  मुंबई में कपड़ा मिलों तथा दूसरी मिलों की बहुतायत थी।  इन मिलों में मज़दूरों को साप्ताहिक वेतन दिया जाता था।  इसके बाद दो दिन छुट्टियों के होते थे।  चूंकि, बॉम्बे हिंदी फिल्मों का गढ़ है, इसलिए भी शुक्रवार को फिल्मे रिलीज़ होने का सिलसिला शुरू हो गया। 

धार्मिक कारण 
शुक्रवार को भाग्य लक्ष्मी का दिन माना जाता है। बॉलीवुड चाहे कितने ही धर्म मानने वालों का जमावड़ा क्यों न हो, लक्ष्मी को हर कोई मानता है।  पूजा पाठ करता और मनौतियां मानता है। फिल्मों के ज़्यादातर महूरत शुक्रवार को किये जाते हैं।  ऐसा माना जाता था कि शुक्रवार को लक्ष्मी की कृपा बरसती है।  यह पवित्र दिन माना गया है।  एक धार्मिक कारण मुस्लिम समुदाय से जुड़ा है।  मिलों में काम करने वाले अधिसंख्य मुस्लिम कर्मचारी शुक्रवार को नमाज़ के लिए आधी छुट्टी पर रहते थे।  नमाज़ पढ़ने के बाद और खीसे में पगार होने के कारण, स्वाभाविक था जनता का सिनेमाघरों की ओर रुख करना और अपने चहेते एक्टर की नई फिल्म देखना। 

पीवीआर ने भी बदला ट्रेंड 
क्या कभी आपने सोचा कि फिल्मे शुक्रवार को ही क्यों रिलीज़ होती है ? किसी दूसरे दिन क्यों नहीं ? ट्रेड से जुड़े लोग खुलासा करते हैं कि इसका कारण पीवीआर की टिकट दरें हैं।  आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि पीवीआर सिनेमाज में शुक्रवार को कम भाड़े में फिल्मे रिलीज़ की जाती हैं।यदि कोई नई फिल्म शुक्रवार के अलावा किसी दूसरे दिन रिलीज़ हो तो भाड़ा ज़्यादा काउंट किया जाता है।  इस लिहाज़ से, पहले दिन भारी कलेक्शन करने के ख्याल से भी शुक्रवार मुफीद बैठता है।


बढ़िया वीकेंड कलेक्शन 
इससे साफ़ होता है कि नई फिल्म की रिलीज़ के लिहाज़ से, शुक्रवार की स्थापित परंपरा पुख्ता है।  क्योंकि, वीकेंड के दो दिन छुट्टियों के होने के कारण दर्शकों की संख्या में वृद्धि करते हैं।  नई फिल्मों के वीकेंड के कलेक्शन बार बार इसकी पुष्टि करते भी हैं। फिल्मे चाहे हिंदी हो या तमिल, तेलुगु या कन्नड़ या फिर हॉलीवुड फ़िल्में, शुक्रवार को ही रिलीज़ होती है।  माउथ पब्लिसिटी इन फिल्मों का वीकेंड का कारोबार बढ़िया कर देते हैं। अगर फ़िल्में शुक्रवार के अलावा किसी दूसरे दिन रिलीज़ हो तो दर्शक बहुत कम मिलेंगे।  कितने ऐसे दर्शक होंगे जो ऑफिस या स्कूल कॉलेज छोड़ कर नई फिल्म देखने जाए।  उस पर माउथ पब्लिसिटी सकारात्मक प्रभाव डालती हैं तो नकारात्मक प्रभाव भी उतनी ही शिद्दत से डाल सकती है।  इसलिए वीकेंड का महत्व कुछ ज़्यादा हो चला है। इसके बावजूद वीकेंड के अलावा यानि शुक्रवार के अलावा दिनों में भी फ़िल्में रिलीज़ होती हैं। 

आमिर की ईज़ाद - एक्सटेंडेड वीकेंड ?
शुक्रवार के अलावा दूसरे किसी दिन फिल्म की रिलीज़ होने पर इसे एक्सटेनडेड वीकेंड कहा जाता है। आमिर खान की फिल्म गजिनी २५ दिसंबर २००८ को रिलीज़ हुई थी। इस दिन, पारम्परिक शुक्रवार नहीं गुरुवार (थर्सडे) था।  लेकिन, २५ दिसंबर को क्रिसमस हॉलिडे भी था। आमिर खान ने सोचा कि फिल्म थर्सडे रिलीज़ होगी तो उसे क्रिसमस हॉलिडे का फ़ायदा मिलेगा ही, वीकेंड का भी फायदा हो जाएगा। ऐसा हुआ भी। गजिनी, बॉलीवुड की १०० करोड़ क्लब बनाने वाली पहली फिल्म साबित हुई।क्या एक्सटेंडेड वीकेंड का फंडा आमिर खान की ईज़ाद है ? ऐसा कहना गलत होगा।  अलबत्ता, आमिर खान ने एक्सटेनडेड वीकेंड को १०० करोड़ की आसान दौड़ लगाने वाला ज़रूर बना दिया।  हालाँकि, २००८ में ही, संजय दत्त के साथ आमिर के भांजे इमरान खान की फिल्म किडनैप गुरुवॉर २ अक्टूबर गाँधी जयंती के दिन रिलीज़ हुई थी।  लेकिन, फिल्म बुरी तरह से असफल हुई। 

एक्सटेंडेड वीकेंड की बदौलत हिट 
आमिर खान की फिल्म रंग दे बसंती २६ जनवरी २००६ (गुरुवार) को रिलीज़ हुई थी। सलमान खान की फिल्म बॉडीगार्ड ३१ अगस्त २०११ (बुद्धवार) को रिलीज़ हुई थी। उस दिन ईद उल फ़ित्र भी थी।सलमान खान की ही फिल्म एक था टाइगर १५ अगस्त २०१२ (बुद्धवार) को स्वतंत्र दिवस के दिन  रिलीज़ हुई थी। इसके बाद ईद पड़ रही थी। नतीजे के तौर पर एक था टाइगर ने धुआँधार  कारोबार किया।  इसी प्रकार से, शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण की एक्शन कॉमेडी फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस ८ अगस्त गुरुवार को, रणबीर कपूर की फिल्म बेशर्म २ अक्टूबर २०१३ बुद्धवार को रिलीज़ हुई थी। बेशर्म को असफलता हाथ लगी। सलमान खान की फिल्म सुल्तान, ईद वीकेंड का फायदा उठाने के लिए दो दिन पहले यानि बुद्धवार ६ जुलाई २०१६ को रिलीज़ हुई। पिछले साल ही, सत्यमेव जयते और गोल्ड १५ अगस्त २०१८ (बुद्धवार) को रिलीज़ हुई थी। इससे पहले, पद्मावत भी २५ जनवरी २०१८ गुरुवार को रिलीज़ हुई। आमिर खान और अमिताभ बच्चन की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान ८ नवंबर गुरुवार को, बधाई हो १८ अक्टूबर २०१८ गुरुवार को रिलीज़ हुई थी। रजनीकांत, अक्षय कुमार और एमी जैक्सन की शंकर निर्देशित विज्ञान फंतासी फिल्म २.० गुरुवार २९ नवंबर २०१८ को रिलीज़ हुई थी। इससे पहले, २०१७ में गुरुवार १९ अक्टूबर २०१७ को दो फ़िल्में सीक्रेट सुपरस्टार और गोलमाल अगेन रिलीज़ हुई थी। आमिर खान की कुश्ती पर फिल्म दंगल २१ दिसंबर २०१६ को रिलीज़ हुई।  इस दिन बुद्धवार था। प्रेम रतन धन पायो भी गुरुवार १२ नवंबर २०१५ को रिलीज़ हुई थी। अगर हिंदुस्तान की टॉप ग्रॉसर १० फिल्मों पर एक नज़र डालें तो इस लिस्ट में शुक्रवार के अलावा रिलीज़ हुई दंगल, सीक्रेट सुपरस्टार, सुल्तान और पद्मावत के नाम दर्ज नज़र आते हैं । यह सभी फ़िल्में अपने अपने साल की टॉप १० ग्रॉसर फ़िल्में हैं।  

इसलिए रिलीज़ हुई बुद्धवार को रईस और काबिल 
परंपरा है कि हर नई हिंदी फिल्म शुक्रवार को रिलीज़ हो। लेकिन, इसके अपवाद भी हैं कि हॉलिडे वीकेंड का फायदा उठाने के लिए वीकेंड को एक्सटेंडेड कर लिया गया। लेकिन, इसका एक अपवाद दो फ़िल्में हैं। शाहरुख़ खान और माहिरा खान की फिल्म रईस और हृथिक रोशन और यामी गौतम की फिल्म काबिल २५ जनवरी  २०१७ को बुधवार रिलीज़ हुई। यह दोनों फ़िल्में २५ जून २०१७ को क्यों रिलीज़ हुई, जबकि गणतंत्र दिवस गुरुवार को पड़ रहा था। दरअसल, राकेश रोशन ने काबिल की रिलीज़ २६ जनवरी २०१७ तय की थी। ऐसा लगता था कि कोई टकराव नहीं होगा।  लेकिन, शाहरुख़ खान उसी दिन, अपनी फिल्म रईस ले कर आ गए। इसे देख कर राकेश रोशन ने काबिल को २६ जनवरी के बजाय एक दिन पहले रिलीज़ करने का ऐलान कर दिया। ताकि शाहरुख़ खान की फिल्म से पहले दिन ही टकराव न हो। लेकिन, शाहरुख़ खान ने यह देख कर कि काबिल की ओपनिंग बढ़िया हो सकती है, रईस को भी बुद्धवार २५ जनवरी को रिलीज़ करने का फैसला कर लिया।  इस प्रकार से रईस और काबिल हॉलिडे वीकेंड से एक दिन पहले ही  रिलीज़ हो गई। 

शुक्रवार को रिलीज़ नहीं हुई थी हॉलीवुड की मिलियन डॉलर फ़िल्में 
ट्रांसफॉर्मर्स रिवेंज ऑफ़ द फालेन ने १०८.९६ मिलियन डॉलर की ओपनिंग लेते हुए ४०२.११ मिलियन डॉलर का लाइफटाइम बनाया था।  इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड ८३६.३ मिलियन डॉलर का कारोबार किया।  यह फिल्म २४ जून २००९ को रिलीज़ हुई थी।  उस दिन बुधवार था। स्टारवार्स एपिसोड ३ रिवेंज ऑफ़ सीथ १०८.४३ मिलियन की ओपनिंग लेते हुए ३८०.२७ मिलियन डॉलर का कारोबार किया।  इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड ८४८.७५ मिलियन डॉलर का  कारोबार किया।  यह फिल्म गुरुवार १९ मई २००५ को रिलीज़ हुई थी। श्रेक २ को १०८ मिलियन डॉलर की ओपनिंग मिली थी।  फिल्म ने लाइफटाइम ४४१.२२ मिलियन डॉलर का करबोआर किया।  फिल्म ने वर्ल्डवाइड ९१९.८३ मिलियन डॉलर का कारोबार किया।  यह फिल्म बुद्धवार १९ मई २००४  को रिलीज़ हुई थी। इंडिआना जोंस एंड किंगडम ऑफ़ द क्रिस्टल स्कल ने १०० मिलियन डॉलर की ओपनिंग लेते हुए ३१७.११ मिलियन डॉलर का लाइफटाइम कारोबार किया।  फिल्म ने वर्ल्डवाइड ७८६.६ मिलियन डॉलर का कारोबार किया।  यह फिल्म २२ मई २००८ को रिलीज़ हुई थी।  इस दिन गुरुवार था। ट्रांसफार्मर्स डार्क ऑफ़ द मून २९ जून २०११ को रिलीज़ हुई थी। इस दिन बुद्धवार था।  फिल्म ने ९७.८ मिलियन डॉलर की ओपनिंग ली थी। फिल्म ने लाइफटाइम ३५२.३ मिलियन का कारोबार किया।  फिल्म ने वर्ल्डवाइड ११२३.७ मिलियन डॉलर का कारोबार किया।

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