अभिनेता ह्रितिक रोशन कहते हैं कि डांस पर फ़िल्में ज़रूरी हैं। वह खुद किसी डांस फिल्म मे काम नहीं कर रहे। लेकिन, उनकी हर फिल्म में उनका डांस ज़रूरी होता है। अब, जबकि रेमो डिसूज़ा की डांस पर फिल्म 'एबीसीडी २' जल्द ही रिलीज़ होने वाली है, डांस फिल्मों की याद आ जाती है। कभी कुछ अच्छी डांस फ़िल्में देखने को मिल जाती हैं । हालाँकि, हिंदी फिल्मों में सॉन्ग एंड डांस का चोली दामन का साथ रहा है। इन फिल्मों में फिल्म के कोरियोग्राफर ने अपने स्टेप्स से डांस में महारत हासिल एक्टर्स को थका डाला और जो डांस नहीं जानते थे, उन्हें सिखा डाला।
कुछ ख़ास डांस फ़िल्में- हिंदी फिल्मों में डांस तो आम हैं। यह फिल्मों में कहानी, संगीत और चरित्रों को जोड़ने काम करता है। करैक्टर कहानी के अनुसार नृत्य करते हैं। इसके बावजूद डांस पर फ़िल्में कम बनी हैं। डांस पर सबसे पहली किसी फिल्म की याद आती है तो वह है वी शांताराम की फिल्म 'झनक झनक पायल बाजे' । इस फिल्म में भारतीय नृत्य के विभिन्न रूप थे। इसके बाद बहुत सी डांस फ़िल्में बनी। कुछ ख़ास डांस पर थी तो कुछ में डांस ख़ास थे। यह फ़िल्में अपने नृत्य सक्षम अभिनेता अभिनेत्रियों के कारण दर्शकों की पसंदीदा बन गई थी। फिल्म का संगीत जान था। आइये पहले एक नज़र डालते हैं डांस पर बनी कुछ फिल्मों पर -
दिल तो पागल है- निर्देशक यश चोपड़ा की शाहरुख़ खान, माधुरी दीक्षित और करिश्मा कपूर की प्रेम त्रिकोण फिल्म 'दिल तो पागल है' के लिए करिश्मा कपूर को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। इस फिल्म में शिआमक डावर ने पाश्चात्य लुक वाली इस फिल्म में डांस स्टेप्स से अधिक बॉडी मूवमेंट पर ध्यान दिया था। इसके परिणामस्वरूप फिल्म में अलग तरह का प्रभाव पैदा होता था। फिल्म में 'डांस ऑफ़ एन्वी' पर करिश्मा कपूर और माधुरी दीक्षित का मुक़ाबला फिल्म का महत्वपूर्ण सीक्वेंस था।
मेहबूबा मेहबूबा- शोले (१९७५)- हेलेन और जलाल आगा
दिल धक धक करने लगा- बेटा १९८९)- अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित
राधा कैसे न जले- लगान (२००१)- आमिर खान और ग्रेसी सिंह
मुन्नी बदनाम हुई- दबंग (२०१०)- मलाइका अरोरा खान, सलमान खान और सोनू सूद
घर आया मेरा परदेसी- आवारा (१०५१)- नर्गिस और राजकपूर
चोली के पीछे क्या है- खलनायक (१९९३)- माधुरी दीक्षित, नीना गुप्ता और संजय दत्त
काटे नहीं काटते दिन ये रात- मिस्टर इंडिया (१९८७)- अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित
छैयां छैयां - दिल से (१९९८)- शाहरुख़ खान और मलाइका अरोरा खान।
प्यार किया तो डरना क्या - मुग़ल- ए - आज़म (१९६०)- मधुबाला, दिलीप कुमार और पृथ्वीराज कपूर
थिरक उठते थे जिनके पैर
हिंदी फिल्मों में नृत्य न होते अगर स्टेप्स पर थिरक उठाने वाले पैर न होते। डांस पर इक्का दुक्का फ़िल्में भी न बनती, अगर नृत्य के महारथी बॉलीवुड की शान न होते। दक्षिण से आई अभिनेत्रीयों ने बॉलीवुड को डांस से लबरेज़ बनाया। यह अभिनेत्रियां कुशल डांसर थी। शास्त्रीय और पाश्चात्य नृत्यों की इन्हे गहरी जानकारी थी। दक्षिण की ट्रावनकोर बहनों पद्मिनी, ललिता और रागिनी में से पद्मिनी और रागिनी ने कई हिंदी फिल्मों में अपनी नृत्य प्रतिभा का परिचय दिया। १९६० की फिल्म 'कल्पना' के 'तू है मेरा प्रेम देवता' गीत पर पद्मिनी और रागिनी के बीच नृत्य प्रतिस्पर्द्धा आज भी यादगार है। वैजयंतीमाला मशहूर डांसर एक्ट्रेस वसुंधरा देवी की बेटी थी। उन्हें ४ साल की उम्र में पोप के सामने डांस करने का मौका मिला था। वैजयंतीमाला भरतनाट्यम में पारंगत थी। उनके मशहूर नृत्य- गीतों में 'मेरा मन डोले' (नागिन), 'होंठों पे ऎसी बात' (ज्वेल थीफ), 'चढ़ गयो पापी बिछवा' (मधुमती), 'मैं का करू राम मुझे बुड्ढा मिल गया' (संगम), आदि उल्लेखनीय हैं। दक्षिण की अन्य अभिनेत्रियों में वहीदा रहमान, रेखा, श्रीदेवी, जयाप्रदा, मीनाक्षी शेषाद्रि, आदि ने भी हिंदी फिल्मों को अपनी अभिनय प्रतिभा के अलावा अपनी नृत्य प्रतिभा से भी संवारा। श्रीदेवी, जयाप्रदा और मीनाक्षी शेषाद्रि के बाद माधुरी दीक्षित ने अपने खूबसूरत नृत्य के बदौलत कई फिल्मों में जान डालती। उनकी हर फिल्म में उनका एक गीत होना अनिवार्य हुआ करता था। क्लासिकल डांस की जानकार अभिनेत्रियों में आशा पारेख, उर्मिला मातोंडकर, ऐश्वर्य राय, आदि ने पाश्चात्य नृत्यों को भी आसानी से किया। करिश्मा कपूर की पहचान भी अपने डांस नम्बरों से हैं। इसके अलावा रानी मुख़र्जी, प्रियंका चोपड़ा, महिमा चौधरी, आदि ने भी अपनी कुछ फिल्मों में अपनी नृत्य प्रतिभा का परिचय दिया। इस समय की अभिनेत्रियों में कटरीना कैफ, श्रद्धा शर्मा, आलिया भट्ट, वेस्टर्न डांस बढ़िया कर सकती है। श्रद्धा शर्मा को तो इंडियन क्लासिकल की भी जानकारी है।
बॉलीवुड के पुरुष डांसर
जब बॉलीवुड के पुरुष डांसर की बात करें तो गोविंदा सबसे आगे खड़े नज़र आते हैं। बेशक, हिंदी फिल्मो में पुरुष डांसरों को मिथुन चक्रवर्ती ने हाईलाइट किया। ह्रितिक रोशन और शाहिद कपूर आज के सबसे प्रतिभाशाली डांसर एक्टर हैं। रणबीर कपूर और रणवीर सिंह को भी डांस की अच्छी समझ है। शाहरुख़ खान डांस बहुत नहीं जानते। लेकिन, वह अपनी मेहनत से दिल तो पागल है को कल्ट फिल्म बना ले गए। सलमान खान अपने कोरियोग्राफरस को निराश नहीं करते। नवोदित अभिनेताओं में हीरोपंती' के टाइगर श्रॉफ खुद को डांसर साबित करते हैं। डायरेक्टर डेविड धवन के बेटे वरुण धवन ने फिल्म 'बदलापुर' से खुद को एंग्रीयंगमैन का दावेदार साबित किया था। अब उनकी डांस पर फिल्म 'एबीसीडी २' रिलीज़ होने वाली है। २६ जून को यह पता चल जायेगा कि वरुण धवन कितना रॉक करते हैं।
कुछ ख़ास डांस फ़िल्में- हिंदी फिल्मों में डांस तो आम हैं। यह फिल्मों में कहानी, संगीत और चरित्रों को जोड़ने काम करता है। करैक्टर कहानी के अनुसार नृत्य करते हैं। इसके बावजूद डांस पर फ़िल्में कम बनी हैं। डांस पर सबसे पहली किसी फिल्म की याद आती है तो वह है वी शांताराम की फिल्म 'झनक झनक पायल बाजे' । इस फिल्म में भारतीय नृत्य के विभिन्न रूप थे। इसके बाद बहुत सी डांस फ़िल्में बनी। कुछ ख़ास डांस पर थी तो कुछ में डांस ख़ास थे। यह फ़िल्में अपने नृत्य सक्षम अभिनेता अभिनेत्रियों के कारण दर्शकों की पसंदीदा बन गई थी। फिल्म का संगीत जान था। आइये पहले एक नज़र डालते हैं डांस पर बनी कुछ फिल्मों पर -
दिल तो पागल है- निर्देशक यश चोपड़ा की शाहरुख़ खान, माधुरी दीक्षित और करिश्मा कपूर की प्रेम त्रिकोण फिल्म 'दिल तो पागल है' के लिए करिश्मा कपूर को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। इस फिल्म में शिआमक डावर ने पाश्चात्य लुक वाली इस फिल्म में डांस स्टेप्स से अधिक बॉडी मूवमेंट पर ध्यान दिया था। इसके परिणामस्वरूप फिल्म में अलग तरह का प्रभाव पैदा होता था। फिल्म में 'डांस ऑफ़ एन्वी' पर करिश्मा कपूर और माधुरी दीक्षित का मुक़ाबला फिल्म का महत्वपूर्ण सीक्वेंस था।
ताल- निर्देशक सुभाष घई की फिल्म 'ताल' में ए आर रहमान की धुनों पर शिआमक डावर की कोरियोग्राफी ने बड़े परदे पर डांस का जादू फेर दिया था। ऐश्वर्य राय, अनिल कपूर और अक्षय खन्ना की प्रेम त्रिकोण म्यूजिकल डांस फिल्म में शास्त्रीय और पाश्चात्य फ्रीस्टाइल नृत्यों का खूबसूरत मिश्रण किया गया था। इस फिल्म में ऐश्वर्य राय की नृत्य प्रतिभा उभर कर आई थी।
नाच- यह फिल्म बॉलीवुड में अपना करियर बनाने के इच्छुक जोड़े की कहानी थी। अभिनव फिल्म एक्टर बनाना चाहता है और रेवा कोरियोग्राफर। दोनों अपना अपना लक्ष्य पाते हैं, लेकिन कैसे यह फिल्म का प्लाट था। इस फिल्म अभिषेक बच्चन और अंतरा माली ने अपने पाने किरदार बखूबी किये थे। टेरेंस लेविस ने अन्तर माली पर कुछ खूबसूरत डांस सीक्वेंस फिल्माए थे। टेरेंस ने फिल्म के लिए स्टेप्स में जाज के साथ योग और एरोबिक्स का मिश्रण किया था।
डिस्को डांसर- बी सुभाष की फिल्म डिस्को डांसर ने पुणे फिल्म संस्थान से प्रशिक्षित मिथुन चक्रवर्ती को डिस्को डांसर बना दिया। स्ट्रीट डांस की इस कहानी में डिस्को म्यूजिक को हाईलाइट किया गया था। फिल्म के बप्पी लहरी द्वारा कंपोज़ डिस्को सांग्स और मिथुन चक्रवर्ती के डांस ने डिस्को को देश विदेश में पॉपुलर कर दिया था। फिल्म में राजेश खन्ना ने मिथुन चक्रवर्ती के उस्ताद की भूमिका की थी। इस फिल्म के 'आई एम अ डिस्को डांसर', 'याद आ रहा है', 'गोरों की न कालों की', आदि गीतों ने डिस्को म्यूजिक और डांस हिट हो गए थे। डिस्को डांसर ने मिथुन चक्रवर्ती को राजकपूर के बाद रूस में लोकप्रिय बना दिया था।
डांस डांस- डिस्को डांसर के बाद मिथुन चक्रवर्ती इस फिल्म 'डांस डांस' में भी उनकी शानदार नृत्य क्षमता का प्रदर्शन हुआ था। फिल्म में मिथुन और स्मिता पाटिल के कई टॉप के डांस फिक्चराइज हुए थे। इस फिल्म के मिथुन के नृत्यों ने डिस्को को नई परिभाषा दी थी। फिल्म में उनके डांस मूव युवाओ द्वारा आज भी आजमाए जाते हैं। इस फिल्म से चमकदार झिलमिलाती ड्रेस और एक्सेसरीज के कारण डांस में 'जिंग-बैंग' ट्रेंड बना।
झनक झनक पायल बाजे - महान फिल्मकार वी शांताराम की फिल्म 'झनक झनक पायल बाजे' भारतीय शास्त्रीय नृत्य को श्रद्धांजलि थी। इस फिल्म में उनकी पत्नी और सक्षम नर्तकी संध्या नायिका की भूमिका में थी। नर्तक गोपी किशन फिल्म के नायक थे। यह फिल्म एक शास्त्रीय नृत्य के गुरु की कहानी थी, जो नृत्य सीखने आये अपने एक शिष्य और शिष्या को इस लिए नृत्य शिक्षा देने से मना कर देता है, क्योंकि वह नृत्य से ध्यान हटा कर एक दूसरे से प्रेम करने लगे थे। बाद में गुरु को महसूस होता है कि वह गलत था। इस फिल्म में कत्थक, यमन राग पर गीत और नृत्य, शिव तांडव तथा अन्य सीजनल डांस थे। फिल्म में कत्थक, भरतनाट्यम और मणिपुरी नृत्यों का सिसिला था।
नवरंग- निर्देशक वी शांताराम की महिपाल, संध्या और केशव राव दाते अभिनीत फिल्म 'नवरंग' एक कवि की कहानी थी, जो कविता के प्रति इतना आसक्त था कि वह अपनी पत्नी में भी अपनी प्रेरणा को मोहिनी रूप में देखता था। इस फिल्म में जितने अच्छे गीत थे, उससे कहीं ज़्यादा खूबसूरत नृत्य सीक्वेंस थे। आधा हैं चन्द्रमा, अरे जा रे हट नटखट, श्यामल श्यामल बरन, आदि गीतों में संध्या ने अपनी ज़बरदस्त नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। सुना है कि 'एबीसीडी २' के डायरेक्टर रेमो डिसूज़ा नवरंग के रीमेक अधिकार खरीदना चाहते हैं।
नाचे मयूरी- मशहूर भरतनाट्यम डांसर सुधा चंद्रन की रियल स्टोरी पर थी फिल्म नाचे मयुरी। सुधा चंद्रन एक दुर्घटना में अपनी टांग गंवा बैठी थी। इसके बावजूद उनमे डांस करने की इच्छा ख़त्म नहीं हुई थी। जयपुर फुट लगवा कर सुधा ने अपना नृत्य जारी रखा। नाचे मयुरी उन्ही की कहानी पर उनके द्वारा अभिनीत फिल्म थी। नाचे मयुरी सुपर हिट रही। इसके बावजूद सुधा चंद्रन का फिल्म करियर ज़्यादा नहीं चला। आजकल उन्हें टीवी सीरियलों और रियलिटी शो में अपनी प्रतिभा का परिचय देते देखा जा सकता है।
हिंदी फिल्मों में यादगार नृत्य
डांस पर बनी फिल्मों में कुछ सफल हुई, कुछ बहुत सफल तो कुछ असफल हो गई। इसके बावजूद डांस पर फिल्मों का सिलसिला जारी हैं। एबीसीडी के बाद रेमो 'एबीसीडी २' लेकर आ रहे हैं। वैसे ज़्यादातर हिंदी फिल्मों का विषय डांस नहीं होता, लेकिन इन फिल्मों में डांस ख़ास होता है। कभी यह डांस फिल्म का बड़ा आकर्षण बन जाते हैं । दर्शक इन डांस नंबर के लिए ही फिल्म देखने गए।
डोला रे डोला- फिल्म देवदास (२००२)- ऐश्वर्या राय बच्चन और माधुरी दीक्षितडांस पर बनी फिल्मों में कुछ सफल हुई, कुछ बहुत सफल तो कुछ असफल हो गई। इसके बावजूद डांस पर फिल्मों का सिलसिला जारी हैं। एबीसीडी के बाद रेमो 'एबीसीडी २' लेकर आ रहे हैं। वैसे ज़्यादातर हिंदी फिल्मों का विषय डांस नहीं होता, लेकिन इन फिल्मों में डांस ख़ास होता है। कभी यह डांस फिल्म का बड़ा आकर्षण बन जाते हैं । दर्शक इन डांस नंबर के लिए ही फिल्म देखने गए।
मेहबूबा मेहबूबा- शोले (१९७५)- हेलेन और जलाल आगा
दिल धक धक करने लगा- बेटा १९८९)- अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित
राधा कैसे न जले- लगान (२००१)- आमिर खान और ग्रेसी सिंह
मुन्नी बदनाम हुई- दबंग (२०१०)- मलाइका अरोरा खान, सलमान खान और सोनू सूद
घर आया मेरा परदेसी- आवारा (१०५१)- नर्गिस और राजकपूर
चोली के पीछे क्या है- खलनायक (१९९३)- माधुरी दीक्षित, नीना गुप्ता और संजय दत्त
काटे नहीं काटते दिन ये रात- मिस्टर इंडिया (१९८७)- अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित
छैयां छैयां - दिल से (१९९८)- शाहरुख़ खान और मलाइका अरोरा खान।
प्यार किया तो डरना क्या - मुग़ल- ए - आज़म (१९६०)- मधुबाला, दिलीप कुमार और पृथ्वीराज कपूर
थिरक उठते थे जिनके पैर
हिंदी फिल्मों में नृत्य न होते अगर स्टेप्स पर थिरक उठाने वाले पैर न होते। डांस पर इक्का दुक्का फ़िल्में भी न बनती, अगर नृत्य के महारथी बॉलीवुड की शान न होते। दक्षिण से आई अभिनेत्रीयों ने बॉलीवुड को डांस से लबरेज़ बनाया। यह अभिनेत्रियां कुशल डांसर थी। शास्त्रीय और पाश्चात्य नृत्यों की इन्हे गहरी जानकारी थी। दक्षिण की ट्रावनकोर बहनों पद्मिनी, ललिता और रागिनी में से पद्मिनी और रागिनी ने कई हिंदी फिल्मों में अपनी नृत्य प्रतिभा का परिचय दिया। १९६० की फिल्म 'कल्पना' के 'तू है मेरा प्रेम देवता' गीत पर पद्मिनी और रागिनी के बीच नृत्य प्रतिस्पर्द्धा आज भी यादगार है। वैजयंतीमाला मशहूर डांसर एक्ट्रेस वसुंधरा देवी की बेटी थी। उन्हें ४ साल की उम्र में पोप के सामने डांस करने का मौका मिला था। वैजयंतीमाला भरतनाट्यम में पारंगत थी। उनके मशहूर नृत्य- गीतों में 'मेरा मन डोले' (नागिन), 'होंठों पे ऎसी बात' (ज्वेल थीफ), 'चढ़ गयो पापी बिछवा' (मधुमती), 'मैं का करू राम मुझे बुड्ढा मिल गया' (संगम), आदि उल्लेखनीय हैं। दक्षिण की अन्य अभिनेत्रियों में वहीदा रहमान, रेखा, श्रीदेवी, जयाप्रदा, मीनाक्षी शेषाद्रि, आदि ने भी हिंदी फिल्मों को अपनी अभिनय प्रतिभा के अलावा अपनी नृत्य प्रतिभा से भी संवारा। श्रीदेवी, जयाप्रदा और मीनाक्षी शेषाद्रि के बाद माधुरी दीक्षित ने अपने खूबसूरत नृत्य के बदौलत कई फिल्मों में जान डालती। उनकी हर फिल्म में उनका एक गीत होना अनिवार्य हुआ करता था। क्लासिकल डांस की जानकार अभिनेत्रियों में आशा पारेख, उर्मिला मातोंडकर, ऐश्वर्य राय, आदि ने पाश्चात्य नृत्यों को भी आसानी से किया। करिश्मा कपूर की पहचान भी अपने डांस नम्बरों से हैं। इसके अलावा रानी मुख़र्जी, प्रियंका चोपड़ा, महिमा चौधरी, आदि ने भी अपनी कुछ फिल्मों में अपनी नृत्य प्रतिभा का परिचय दिया। इस समय की अभिनेत्रियों में कटरीना कैफ, श्रद्धा शर्मा, आलिया भट्ट, वेस्टर्न डांस बढ़िया कर सकती है। श्रद्धा शर्मा को तो इंडियन क्लासिकल की भी जानकारी है।
बॉलीवुड के पुरुष डांसर
जब बॉलीवुड के पुरुष डांसर की बात करें तो गोविंदा सबसे आगे खड़े नज़र आते हैं। बेशक, हिंदी फिल्मो में पुरुष डांसरों को मिथुन चक्रवर्ती ने हाईलाइट किया। ह्रितिक रोशन और शाहिद कपूर आज के सबसे प्रतिभाशाली डांसर एक्टर हैं। रणबीर कपूर और रणवीर सिंह को भी डांस की अच्छी समझ है। शाहरुख़ खान डांस बहुत नहीं जानते। लेकिन, वह अपनी मेहनत से दिल तो पागल है को कल्ट फिल्म बना ले गए। सलमान खान अपने कोरियोग्राफरस को निराश नहीं करते। नवोदित अभिनेताओं में हीरोपंती' के टाइगर श्रॉफ खुद को डांसर साबित करते हैं। डायरेक्टर डेविड धवन के बेटे वरुण धवन ने फिल्म 'बदलापुर' से खुद को एंग्रीयंगमैन का दावेदार साबित किया था। अब उनकी डांस पर फिल्म 'एबीसीडी २' रिलीज़ होने वाली है। २६ जून को यह पता चल जायेगा कि वरुण धवन कितना रॉक करते हैं।