जहां चाह वहां राह कहावत सारा जेन डायस पर पूरी तरह से खरी उतरी है। कैथोलिक परिवार में जन्मी तथा पली बढी सारा ने गायकी के बारे में कभी सोचा तक नहीं था । यह बात बहुत कम लोगों को पता होगी कि जब वह बहुत छोटी थी तब से ही चर्च कॉयर का हिस्सा हुआ करती थीं। लम्बे समय तक चर्च कॉयर का हिस्सा रहीं सारा जेन डायस ने गायकी को काफी इंजॉय किया लेकिन उसे तब तक कभी गंभीरता से नहीं लिया जब तक की उनके दोस्तों और करीबी लोगों ने उन्हें इस तरफ आगे बढ़ने का प्रोत्साहन नहीं दिया। यूं तो सारा को उनके दोस्तों के साथ संगीत जगत की कई नामी हस्तियों ने सराहा। लेकिन सारा को आगे बढ़ने का हौंसला दिया मशहूर संगीतकार विशाल डडलानी ने। सारा ने उनकी सलाह और मेंटरशिप के बाद ही अपनी गायकी को प्रोफेशनली लिया। आज अपने नाम एक सफल सिंगल की गायिका होने का तमगा हासिल कर चुकीं सारा जल्द ही एक दूसरा एल्बम रिलीज़ करने वाली हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 7 June 2015
विशाल डडलानी हैं सारा जेन डायस के मेंटर
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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