Saturday, 27 June 2015

'बेज़ुबान इश्क़' की स्क्रिप्ट बहुत प्यारी है - निशांत

ऐश्वर्या राय की हमशक्ल स्नेहा उल्लाल और मुग्धा गोडसे की फिल्म 'बेज़ुबान इश्क़' में इन दोनों हसीन अभिनेत्रियों के नायक निशांत हैं।  लेकिन, उनकी चाह कंगना रनौत की फिल्म का नायक बनने की है। आईआईएम कलकत्ता के स्नातक ६ फुट ३ इंच लम्बे निशांत ने छोटे परदे पर 'मिले जब हम तुम' में अधिराज और 'राम मिलाये जोड़ी' में अनुकल्प गांधी का किरदार किया था।  विक्रम भट्ट की फिल्म 'हॉरर स्टोरी' से हिंदी फिल्मों में डेब्यू करने वाले निशांत से हुई बातचीत-
फिल्म 'बेज़ुबान इश्क़' में अपने किरदार के बारे में बताएं ?
मैं ऐशो आराम में पले -बढे मगर संस्कारी निशांत का किरदार कर रहा हूँ।  वह अपने आप से ज़्यादा अपने परिवार और दोस्तों को प्यार करता है।  इसकी स्क्रिप्ट मुझे प्यारी लगी।  मैं बॉलीवुड में इसी प्रकार की स्क्रिप्ट से कदम रखना चाहता था।  मुझे संगीत से लगाव है। फिल्म का संगीत बहुत अच्छा है।  यह मेरे लिए एक परफेक्ट फिल्म है।
स्नेह उल्लाल और मुग्धा गोडसे के बारे में बताएं ?
इन दोनों की तुलना करना कठिन है।  स्नेह उल्लाल ख़ूबसूरत और मेहनती अभिनेत्री हैं।  फिल्म के ज़्यादातर गाने हम दोनों के हिस्से ही आये हैं।  मुग्धा गोडसे ने एक सनकी लड़की का किरदार क्या खूब किया है।  दोनों ही कमाल की अभिनेत्रियां और बेहतर इंसान हैं।
फिल्म के निर्देशक जसवंत गुगनानी के बारे में भी कुछ बताएं ?
बहुत अच्छे और साफ़ दिल इंसान हैं।  वह अनुभवी निर्देशक हैं।  मुझे ख़ुशी हैं कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला।  उनका स्क्रिप्ट सुनाने का ढंग इतना बढ़िया था कि मैंने सुनते ही तय कर लिया कि मुझे यह फिल्म करनी है।
आपने टीवी सीरियल भी किये हैं।  इन दोनों में क्या अंतर पाते हैं?
मैंने टीवी पर बहुत ज़्यादा काम नहीं किया है।  'राम मिलाये जोड़ी' में मेरा मुख्य किरदार था।  इसके बाद मैंने टीवी सीरियल नहीं किये । लेकिन, मेरी इस माध्यम के प्रति इज़्ज़त है।  मुझे बहुत कुछ टीवी से सीखने को मिला है।  राम मिलाये जोड़ी का अनुकल्प का किरदार आज भी मेरे दिल के बहुत करीब है।   जहाँ तक फिल्म और टीवी में अंतर की बात है, दोनों की दृश्य प्रस्तुति अलग है।  फिल्म में अलग तरह की क्रियात्मकता लगती है।  हर फिल्म में अलग अलग तरह के किरदार निभाने पड़ते हैं।
अपने आने वाले प्रोजेक्ट बताइये?
मेरी चार से भी ज़्यादा फिल्मों में लीड है।  निर्देशक नरेश मल्होत्रा की फिल्म 'इश्क़ ने क्रेजी किया रे' के अलावा शक्ति कपूर, राजपाल यादव, अखिलेन्द्र मिश्रा के साथ निर्देशक हेमंत कुमार की फिल्म लव ट्रेनिंग', साईं कबीर की फिल्म 'सिंगल चल रिया हूँ' निर्देशक प्रणव कुमार सिंह की फिल्म 'ज़ैनब' में मेरी लीड है।  यह सभी फ़िल्में इसी साल रिलीज़ होंगी।  दो और फ़िल्में भी साइन की है।  लेकिन, अभी इनके बारे में कुछ बता नहीं पाऊंगा।
क्या आप आगे भी टीवी में नज़र आएंगे ?
यह मेरी चार साल लम्बी यात्रा है, जिसमे मैं टीवी पर मुख्य भूमिका से अब हिंदी फिल्म में मुख्य नायक का किरदार निभा रहा हूँ।  उम्मीद करता हूँ कि दर्शकों ने जितना प्यार टीवी पर दिया, उतना ही प्यार अब भी देंगे।
शूटिंग के दौरान की कोई दिलचस्प घटना ?
इस फिल्म के शीर्षक गीत 'बेज़ुबान इश्क़' के लिए मुझे और स्नेह को बारिश में भीग कर शूट करना था।  टैंकर में पानी रात भर से भरा हुआ था।  जिसकी वजह से वह काफी ठंडा हो गया था।  हमें गीत में प्यार और बलिदान का इमोशन देना था, मगर हम दोनों ठन्डे पानी की वजह से काँप रहे थे।  हमें बहुत हँसी भी आ रही थी।  इस सब में इमोशन दिखाना मुश्किल हो रहा था।  हम लोगों ने बीच बीच में चाय कॉफ़ी पीकर और गर्म शूट लाइट के आगे खड़े होकर खुद की ठण्ड को कम किया और अपने सीन किये।





No comments: