कोलंबिया पिक्चरस की
फिल्म ‘पिक्सेल्स’ साइंस फिक्शन एक्शन कॉमेडी फिल्म है। इस फिल्म की कहानी के
अनुसार १९८२ में नासा द्वारा एलियंस से दोस्ती का पैगाम भेजने के ख्याल
से एक टाइम कैप्सूल में पृथ्वी के जीवन और संस्कृति को दिखाने वाले कुछ फोटोज और
विडियो फीड्स भर कर लांच करता है। कैप्सूल में विडियो गेम्स की श्रंखला को देख कर
वह इसे पृथ्वी के आक्रमण का ऐलान समझ लेते हैं। अब एलियंस अपने आक्रमणकारी गेम्स
मॉडल पक-मैन, डंकी कोंग, और सेंटीपीड से पृथ्वी पर हमला कर देते हैं। एलियंस की
तकनीक पृथ्वी की वस्तुओं को अपने अनुरूप बदलना शुरू कर देती। सैम ब्रेंनेर, विल
कूपर, लुडलो लमोंसोफ़ और एडी प्लांट को, जो बचपन से एलियंस के हमले से पृथ्वी को बचाते आ रहे थे, इस बार भी पृथ्वी को विडियो
गेम्स का उपयोग कर बचाना है। इन लोगों को लेफ्टिनेंट कर्नल वायलेट वान पेटन
ज्वाइन करता है। वह इन्हें एलियंस के भेजे गेम्स करैक्टरस से लड़ने के लिए हथियार उपलब्ध कराता है। इस
फिल्म के डायरेक्टर क्रिस कोलंबस हैं, जो हैरी पॉटर सीरीज की सोर्सर्स स्टोन और
चैम्बर ऑफ़ सीक्रेट्स फ़िल्में, मिसेज डाउटफायर, होम अलोन, लॉस्ट इन द न्यूयॉर्क,
आदि फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। फिल्म में मुख्य भूमिका एडम सैंडलर, केविन
जेम्स, मिशेल मोनाग्हन, ब्रायन कॉक्स, जॉश गाड, एश्ले बेनसन, आदि की हैं। इस फिल्म
की निर्माण लागत ११० मिलियन डॉलर है। फिल्म २४ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 27 June 2015
पिक्सेल्स स्टोरी
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment