भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 11 May 2018
कंगना रनौत का कांन्स जलवा !
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कंगना रानौत,
फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
परमाणु : द स्टोरी ऑफ़ पोखरण की एक झलक
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ट्रेलर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
तपसी पन्नू ने की घर सजाने के लिए स्पेन से खरीद
किसी भी व्यक्ति के लिए सपनों की नगरी, मुंबई में
अपना घर खरीदने का एक सपना होता है।
अभिनेत्री तापसी पन्नू ने हाल ही में मुंबई
में घर होने के अपने इस सपने को पूरा किया।
पिछले साल की शुरुआत में उन्होंने
अंधेरी, मुंबई में एक साढ़े तीन बीएचके अपार्टमेंट का
उपहार स्वयं को दिया था।
यह इस प्रतिभाशाली अभिनेत्री के लिए एक सपने के साकार
होने के समान ही था, जिन्होंने हाल ही में अनुराग कश्यप द्वारा
निर्देशित तथा अभिषेक बच्चन और विक्की कौशल द्वारा अभिनीत फिल्म मनमर्जियां की
शूटिंग पूरी की है।
फिल्म की शूटिंग पूरी करने के बाद वह अपने नये घर के लिए कुछ
यूनिक डेकोर आइटमों की शॉपिंग करने के लिए अपनी बहन शगुन के साथ स्पेन गईं।
तापसी हमेशा से ही अपने घर को दूसरे घरों से कुछ हटकर और एक व्यक्तिगत
अभिन्न लुक प्रदान करना चाहती थी।
तापसी को यूनिक डेकोर आइटम और कलाकृतियां बेहद
पसन्द हैं और इन्हें खरीदने के लिए स्पेन से अच्छी दूसरी जगह कौनसी हो सकती है।
वह
अपनी बहन के साथ स्पेन में छुट्टियों के दौरान अपने मुंबई स्थित घर के लिए शॉपिंग
करने गई। स्पेन से वापस आते ही, उनकी बहन ने
घर को कुछ पेशेवार मदद से सुसज्जित करने की जिम्मेदारी ली है।
जब तापसी से उनके घर के लिए स्पेन में की गई शॉपिंग के बारे में पूछा गया,
तो उन्होंने बताया, ‘‘मेरे घर का थीम यूरोप में पैदा हुआ शेबी चिक
है। इसीलिए जब मैं घर के इन्टीरियर पर काम कर रही थी तो मुझे लगा कि इसको सुसज्जित
करने का सबसे बढ़िया तरीका स्वयं यूरोप से चीजें लाना होगा, जो इसे अनूठा घर
बनाएगा।
हालांकि इसके लिए हमें स्पेन ट्रिप के दौरान भारी भरकम बैग उठाकर बहुत
ज्यादा चलना पड़ा परन्तु यह बहुत सफल रहा क्योंकि जो चीजें हमें वहां मिलीं वे यहां
नहीं मिल सकती हैं और इनसे निश्चित रूप से घर को वह लुक मिल सकेगा जैसा मैं चाहती
हूं।’’
जैविक जीवनशैली की दिशा में ऋचा की पहल - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जैविक जीवन शैली की दिशा में ऋचा की पहल
यह बात तो सबको पता है कि अभिनेत्री ऋचा चड्ढा को पर्यावरण के संरक्षण के
प्रति लगाव है और जहाँ तक हो सके वे पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने के लिए अनेक
तरह के कामों में लगी रहती हैं।
ऋचा ने अनेकों बार प्राकृतिक संपदा को बचाने के
लिए अपने विचारों को व्यक्त किया है और वे सोशल मीडिया पर अपने प्रशंसकों को भी
पर्यावरण का ध्यान रखने को कहती रहती हैं।
असल में,
उन्होंने अपनी एक आनेवाली फ़िल्म के माध्यम से अपने दिल की बात को ज़ाहिर
करने की एक और कोशिश की है,
जो ऐसे ही मुद्दों पर आधारित है। हाल ही में ऋचा मुम्बई के पश्चिमी उपनगर
में अपने एक बड़े से घर में रहने के लिए गई हैं जहाँ उनके नए अपार्टमेंट में बहुत
सारी जगह है जिसका वे बख़ूबी इस्तेमाल कर रही हैं।
इस बात को समझते हुए कि किसी बड़े
शहर में रहते हुए हमारे पास बहुत सारी खुली जगह का आराम नही होता और इसीलिए अपने
पास जो भी जगह हो उसका सही इस्तेमाल करने के लिए ऋचा ने अपने खुद के जैविक खाद्य
पदार्थों को उगाना शुरू कर दिया है।
ऋचा का मानना है कि अपने लिए थोडे से खाद्य पदार्थों को उगाना एक तरीक़े से
पर्यावरण के संरक्षण में सहयोग देने के बराबर है। रुचा ने बताया कि, "खुद खाद्य
पदार्थों को उगाना एक तरह से यह सुनिश्चित करता है कि अच्छे दर्ज़े का, घर में
उगाया हुआ कीटाणुनाशक रहित,
जैविक स्वस्थ भोजन हमें मिलता है वह भी पर्यावरण को नष्ट किए बग़ैर।"
वे पूरे शहर से पौधे चुन-चुनकर लायी और लॉस एंजेलिस से लाये गए कुछ दुर्लभ
और विशिष्ट बीज भी वे लेकर आयीं। वे अपनी छोटी सी जैविक बगिया की बख़ूबी देखभाल कर
रही है जो उनके घर में एक खूबसूरत बैठक के रूप में फल-फूल रही है।
‘हरजीता’ से पंकज त्रिपाठी का पंजाबी फिल्म डेब्यू -पढ़ने के लिए क्लिक करें
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खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
‘हरजीता’ से पंकज त्रिपाठी का पंजाबी फिल्म डेब्यू
हाल में
रिलीज हुई अपनी फिल्मों के जरिए लाखों लोगों का दिल जीतने वाले और 65 वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में फिल्म 'न्यूटन' में अपने विशेष प्रदर्शन के लिए स्पेशल मेंशन जीतने वाले वर्सेटाइल
एक्टर पंकज त्रिपाठी की मांग इन दिनों बॉलीवुड में काफी बढ़ गई हैं।
हिंदी सिनेमा
को एक्सप्लोर करने के बाद,
पंकज एक बड़ी
तमिल फिल्म "काला" के साथ रीजनल सिनेमा में कदम रखने जा रहे हैं।
उन्हें
पहली बार सुपरस्टार रजनीकांत के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करते हुए देखा जाएगा।
अब वह विजय कुमार अरोड़ा के डायरेक्शन में बनने वाली फिल्म "हरजीता" के
साथ पंजाबी फिल्म में डेब्यू को लेकर बेहद उत्साहित हैं ।
हरजीता, एक पेशेवर भारतीय हॉकी खिलाड़ी हरजीत सिंह, जो 2016 के मेंस जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप
में भारतीय टीम के कैप्टन थे, के जीवन की असाधारण कहानी पर आधारित एक बायोपिक है।
इस फिल्म में पंकज, पंजाबी एक्टर और सिंगिंग स्टार एमी विर्क
के हॉकी कोच का किरदार निभाएंगे।
पंकज पहली बार पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के साथ खुद
को जोड़गे। वह अपने कैरेक्टर को लेकर बेहद उत्साहित हैं, जो असल जीवन में उनके किरदार की तरह है।
पंजाबी फिल्म
में डेब्यू के बारे में पूछे जाने पर पंकज ने कहा, "पंजाबी फिल्म का हिस्सा बनकर मैं काफी खुश
और उत्साहित हूँ,
क्योंकि
पंजाबी में वाकई कई अच्छी फिल्में बनी हैं।
जब मैंने हरजीता फिल्म का स्क्रिप्ट
पढ़ा, तो मुझे लगा कि यह कैरेक्टर बिल्कुल मेरी
तरह है।
क्योंकि मैं शुरू से ही एक स्पोर्ट्समैन
रहा हूँ।
फिल्म में मेरा कैरेक्टर बिल्कुल रियल है और मेरे दिल के करीब है।
इसके जरिए बिहार से जुड़ी मेरी यादें
भी ताजा हो गई।
इस फिल्म में मेरा किरदार पटना से संबंधित है और वह हॉकी टीम का
नेशनल कोच है और यह काफी हद तक वास्तविक है।"
ज़िन्दगी के क्रॉसरोड्स में राम कपूर ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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पंजाबी फिल्म
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ज़िन्दगी के क्रॉसरोड्स में राम कपूर !
हमारी ज़िन्दगी हमारे फैसलों का नतीजा होती है।
अंतर्द्रष्टि और विचारों के
भावनात्मक उतार चढ़ाव की कहानियों के साथ सोनी एंटरटेंमेंट टेलीवीजन जल्द ही अपनी
ही खास तरह का फिक्शन और नॉन-फिक्शन के मेल के साथ भारतीय टेलीवीजन पर वह
कार्यक्रम ला रहा है,
जिसमें यह बताया जाएगा कि हमने कौन से फैसले लिए और उन्होंने किस तरह
हमारी पूरी ज़िन्दगी बदल कर रख दी।
इस कार्यक्रम का नाम है ज़िन्दगी के क्रॉसरोड्स।
इस
शो के रियलिटी वाले भाग को टेलीवीजन के सबसे प्रिय और जाने माने कलाकार राम कपूर
होस्ट करेंगे।
इस प्रतिभाशाली और सदाबहार कलाकार को इस तरह के अवतार में कभी नहीं
देखा गया।
राम कपूर टेलीवीजन के सबसे प्रिय कलाकार रहे हैं और इस शो में भी वे शो
में आए आम लोगों के साथ बात करते हुए दिखेंगे क्योंकि वे अपने अभिनय के क्षेत्र से
बाहर जाकर काम करेंगे। वह होस्ट के रूप में स्टूडियों में मौजूद लोगों और घर पर
बैठे लोगों के अंदरूनी विचारों को जगाएंगे।
एक नए और बातचीत वाले फॉर्मेट में नए
कंटेंट के साथ प्रोड्यूसर का लक्ष्य है उन लोगों के लिए आईना बनाना जो खुद का
आंकलन दूसरों की समस्याओं और कशमकश के साथ करना चाहते हैं।
जीवन के दिशानिर्देश
को पाने की इस जरूरत को पूरा करने के लिए, प्रसिद्ध बॉलीवुड फैशन डिज़ाईनर और
प्रोड्यूसर शबीना खान इस शो के प्रोड्यूसर के रूप में टेलीवीजन स्क्रीन पर कदम
रखने के लिए तैयार हैं।
प्रस्थानम के हिंदी रीमेक में संजय दत्त के बेटे नहीं बनेंगी सूरज पंचोली ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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प्रस्थानम के हिंदी रीमेक में संजय दत्त के बेटे नहीं बनेंगी सूरज पंचोली !
२०१० में रिलीज़,
तेलुगु पॉलिटिकल थ्रिलर फिल्म
प्रस्थानम के हिंदी रीमेक में संजय दत्त अपने गाँव की राजनीति की बागडोर सम्हालने
वाले की भूमिका कर रहे थे।
इस षड़यंत्र और
बदला से भरपूर थ्रिलर फिल्म में काफी कुछ गॉडफादर जैसा नज़र आएगा।
इस फिल्म में, संजय दत्त के सौतेले पुत्र की भूमिका सूरज
पंचोली करने वाले थे।
तेलुगु फिल्म का निर्देशन देवा कट्टा ने किया था। वही हिंदी रीमेक का भी निर्देशन करेंगे।
तेलुगु फिल्म प्रस्थानम में पिता और पुत्र की भूमिका साई कुमार और
शर्वानन्द ने की थी। इस फिल्म के पिता और
पुत्र के बीच के धुंआधार संवादों को बेहद पसंद किया गया था।
प्रस्थानम के लिए साई कुमार को
फिल्मफेयर और नंदी पुरस्कार मिले थे।
सूरज पंचोली फिल्म में शर्वानन्द की भूमिका करने वाले थे।
लेकिन, खबर है कि
अब वह फिल्म से बाहर कर दिए गए हैं। उनकी
जगह, संजय दत्त
के बेटे की भूमिका के लिए किसी दूसरे एक्टर की खोज की जा रही हैं।
हिंदी रीमेक का निर्देशन देवा कट्टा ही करेंगे।
इस फिल्म में नायिका की भूमिका के लिए अमायरा दस्तूर को लिया गया है। इस कुंग फु योग एक्ट्रेस को तमिल फिल्म अनेगन में काफी पसंद किया गया
था।
अमायरा की पहली तेलुगु फिल्म राजगडू आज रिलीज़ हो गई है।
परसाथम के हिंदी रीमेक के लिए जैसे ही संजय दत्त के बेटे की तलाश पूरी हो
जाएगी, फिल्म की
शूटिंग शुरू हो जाएगी।
मामा से भांजे तक रोमांस करने वाली युविका चौधरी ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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गर्मागर्म
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मामा से भांजे तक रोमांस करने वाली युविका चौधरी !
आजकल, युविका चौधरी, निर्देशक मनोज शर्मा की फिल्म टाइम नहीं
है की शूटिंग में व्यस्त हैं। इस कॉमेडी फिल्म में वह, कृष्णा अभिषेक की नायिका हैं।
कभी शाहरुख़
खान के साथ फिल्म ओम शांति ओम में छोटी भूमिका कर चुकी, युविका चौधरी का कृष्णा अभिषेक तक का सफर
अपनी कहानी बयान करता है।
दिल्ली की
मॉडल युविका चौधरी ने टैलेंट हंट शो सिने स्टार की खोज में हिस्सा लिया। इस शो के कारण उन्हें सीरियल अस्तित्व
मिला।
अस्तित्व से
उन्हें फ़िल्में करने का मौक़ा मिला।
फराह खान ने
युविका से संपर्क कर,
उन्हें अपनी
फिल्म ओम शांति ओम में डॉली की भूमिका
सौंप दी। यह काफी छोटी भूमिका थी। दीपिका पादुकोण और शाहरुख़ खान की दोहरी
भूमिकाओं के सामने कहीं दब गई।
इसी दौरान, युविका को सुहैल तातारी की पहली फिल्म समर
२००७ मिल गई। इस फिल्म के पांच मेडिकल
छात्रों में से एक युविका चौधरी भी थी।
फिल्म बुरी तरह मार खाई।
इस फिल्म की
असफलता के बाद,
युविका चौधरी
की फिल्म तो बात पक्की और कृष्णा अभिषेक के मामा गोविंदा के साथ फिल्म नॉटी @ फिफ्टी भी फ्लॉप हुई।
खाप और एनिमी जैसी फिल्मों के बाद वह पंजाबी फिल्मों में व्यस्त हो गई।
बिग बॉस ९
में हिस्सा लेने के दौरान युविका चौधरी और प्रिंस नरूला के बीच रोमांस पैदा हो
गया।
खबर है कि
प्रिंस नरूला ने अपनी गर्दन पर दीपिका पादुकोण के शैली में युविका का नाम लिखवा
लिया है।
यह भी खबर है
कि दोनों जल्द शादी करने वाले हैं।
युविका चौधरी
की एक फिल्म वीरे दी वेडिंग पिछले दिनों रिलीज़ हुई है।
युविका चौधरी के लिए टाइम नहीं है कृष्णा अभिषेक को ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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हस्तियां
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युविका चौधरी के लिए टाइम नहीं है कृष्णा अभिषेक को !
हिंदी कॉमेडी फ़िल्म टाइम नहीं है की प्रारंभिक शूटिंग मुंबई में नायगांव में शुरू हुई।
इस शिड्यूल में फ़िल्म के कलाकार कृष्णा अभिषेक युविका चौधरी, रजनीश दुग्गल ,शक्ति कपूर ,आलोक नाथ ,राजपाल यादव ,अंजन श्रीवास्तव ,टीकू तलसानिया , हेमंत पांडे पर दृश्य फिल्माए गए।
इस फ़िल्म का संगीत प्रवीण भारद्वाज ने दिया है ।
इस फ़िल्म का संगीत प्रवीण भारद्वाज ने दिया है ।
फिल्म के निर्माता पूजा मूवीज एंड फन के मनीष रांदेर ,श्याम मलानी ,राजेश रांदेर ,सुबास बी ,विष्णु सारदा और
संजय गर्ग हैं ।
इस फ़िल्म के निर्देशक हैं मनोज शर्मा हैं।
फ़िल्म की पूरी शूटिंग मुंबई और उदयपुर में होगी।
भारतीय हॉकी खिलाड़ी हरजीत सिंह तुली पर बायोपिक ‘हरजीता’- पढ़ने के लिए क्लिक करें
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शूटिंग/लोकेशन
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भारतीय हॉकी खिलाड़ी हरजीत सिंह तुली पर बायोपिक ‘हरजीता’
प्रसिद्ध
पंजाबी गायक और अभिनेता एम्मी विर्क फिल्म ‘हरजीता, में हॉकी खेलते नज़र आयेंगे।
‘हरजीता’
भारतीय हॉकी
खिलाड़ी हरजीत सिंह की भावुक सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म है।
हरजीत सिंह तुली ने वर्ष २०१६ के पुरुष
हॉकी जूनियर विश्व कप में भारतीय टीम का नेतृत्व किया था।
अपनी फिल्म के
प्रमोशन के सिलसिले में एम्मी विर्क राजधानी दिल्ली के कनाॅट प्लेस स्थित पीवीआर
प्लाजा पहुंचे थे,
जहां
उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म से जुड़ी बातें साझा कीं।
उनके साथ फिल्म
निर्माता भूषण चोपड़ा के अलावा मुनीश साहनी, वरिंदर कुमार और विकास जैन भी उपस्थित थे।
फिल्म और उसके चरित्र के बारे में एम्मी विर्क
ने कहा, ‘हरजीता हॉकी खिलाड़ी हरजीत सिंह की जीवन यात्रा के साथ साथ उनके करियर पर भी आधारित है।
इस फिल्म में उनके और
उनके परिवार के संघर्ष और उनके जुनून को दिखाने का प्रयास किया गया है कि कैसे
उन्होंने अपने सपने को सच साबित किया।’
उन्होंने कहा, ‘एक जीवनी के लिए, असली चरित्र के साथ रील लाइफ लुक से मेल खाना मुश्किल है, लेकिन यही चुनौती अच्छा काम करने के लिए
उत्साहित करता है।
हमारी टीम के प्रत्येक शख्स और हर कलाकार ने वास्तव में इस फिल्म के लिए कड़ी मेहनत की है। यह एक अलग तरह की फिल्म है और मुझे आशा है कि लोग इसे पसंद करेंगे ।’
हमारी टीम के प्रत्येक शख्स और हर कलाकार ने वास्तव में इस फिल्म के लिए कड़ी मेहनत की है। यह एक अलग तरह की फिल्म है और मुझे आशा है कि लोग इसे पसंद करेंगे ।’
बताते चलें कि की हॉकी एम्मी विर्क का पसंदीदा खेल है और यही वजह है की उन्होंने
इस फिल्म को लिया और पूरा किया।’
फिल्म का मुख्य चरित्र हरजीत सिंह, जहाँ देश की शान ऊंची करने के लिए हाॅकी खेल रहा था, वहीं उनका परिवार देश के अन्य परिवारों की तरह गरीबी की सबसे बड़ी
समस्या से जूझ रहा था।
विजय कुमार अरोड़ा द्वारा निर्देशित और सिजलेन प्रोडक्शंस और
मलिक प्रोडक्शंस द्वारा चित्रित ‘हरजीता’ १८ मई को
रिलीज होगी।
'फेमस' है कि चम्बल में 'बन्दूक, गरजती है ! - क्लिक करें
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फिल्म प्रमोशन
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
'फेमस' है कि चम्बल में 'बन्दूक, गरजती है !
चम्बल के गहरे सन्नाटे में ताक़त का खेल होता
है, बंदूकें गरजती हैं और इन सबसे बीच प्यार
भी पलता है।
यह इशारा है निर्देशक करण ललित बुटानी की
फिल्म फेमस की कहानी की ओर।
इस फिल्म में जैकी श्रॉफ डाकू किरदार में
नज़र आयेंगे।
ताक़त का खेल जिमी शेरगिल, केके मेनन और पंकज त्रिपाठी के बीच खेला जायेगा।
इनके बीच प्यार के फूल खिलाने के लिए श्रिया
सरन हैं और माही गिल भी हैं।
कभी बॉलीवुड ने चम्बल के कथानक पर ढेरों
फ़िल्में बनाई हैं। बॉलीवुड के तमाम बड़े सितारों ने भी खलनायक के हाथों में फबने वाली बन्दूक उठाने
में भी कोताही नहीं बरती थी।
क्या चम्बल की बॉलीवुड में वापसी हो रही है।
जवाब देगी १ जून को रिलीज़ होने जा रही फिल्म
फेमस.
फिलहाल, देखिये फिल्म का बन्दूक गीत।
१५ मई को रिलीज़ होगा रेस ३ का ट्रेलर - क्लिक करने
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Thursday, 10 May 2018
१५ मई को रिलीज़ होगा रेस ३ का ट्रेलर
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
काबुलीवाला की याद दिलाता बॉयोस्कोपवाला
यह है फिल्म बॉयोस्कोपवाला का ट्रेलर। इस फिल्म का निर्देशन देब मेधेकर ने
किया है। फिल्म में बॉयोस्कोपवाला एक अफगान है, जिसकी भूमिका डैनी डैंग्जोप्पा कर रहे
हैं। यह अफगान चरित्र एक बॉयोस्कोपवाला है, जो बच्चों का मनोरंजन एक बॉक्स के अन्दर छोटी
छोट तस्वीरे चला कर करता है। यह फिल्म २५ मई को रिलीज़ हो रही है। फिल्म की मुख्य भूमिका में डैनी के अलावा गीतांजलि थापा, आदिल हुसैन और टिस्का चोपड़ा हैं।
बॉयोस्कोपवाला का ट्रेलर देखते समय १९६१ में रिलीज़ बलराज साहनी की मुख्य
भूमिका वाली फिल्म काबुलीवाला की याद ताज़ा हो जाती है। इस और उस फिल्म में फर्क
सिर्फ यह है कि इस फिल्म का अफगानी एक बॉयोस्कोपवाला है, जो बच्चो को बॉयोस्कोप
दिखा कर अपना जीवनयापन कर रहा है। १९६१ की काबुलीवाला का अफगान पिसते, बादाम, आदि
सूखे मेवे बेचने वाला था। वह अपनी खेती बचाने के लिए हिंदुस्तान आता है। बचपन की
यादों से जुड़ा हुआ है यह काबुलीवाला। बेहद मार्मिक फिल्म थी काबुलीवाला। इस फिल्म
के निर्देशक हेमेन गुप्ता थे। दूसरी भूमिकाओं में उषा किरण और बेबी सोनू थी। ऊपर देखिये फिल्म काबुलीवाला।
दोनों ही फ़िल्में, रबीन्द्रनाथ ठाकुर की कहानी पर आधारित तथा भारत और अफगानिस्तान के पुराने संबंधों की याद दिलाने वाली
हैं। एक ख़ास बात यह भी है कि दोनों ही फिल्मों के मुख्य किरदार यानि काबुलीवाला और
बॉयोस्कोपवाला के नाम काफी मिलते जुलते हैं। डैनी रहमत खान बने है तो बलराज साहनी
के करैक्टर का नाम अब्दुल रहमान खान था। एक दूसरी बात यह कि इन दोनों ही फिल्मों
के बालिका के चरित्र का नाम मिनी ही है।
क्या बॉयोस्कोपवाला को दर्शक पसंद करेंगे ?
एनरिक इग्लेसियस का म्यूजिक विडियो मूव टू मियामी में पिटबुल - क्लिक करें
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ट्रेलर
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एनरिक इग्लेसियस का म्यूजिक विडियो मूव टू मियामी में पिटबुल
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड की जूली बनी अंगद की बेदी !
सोनम कपूर की शादी की खबर अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि क़यामत गर्ल नेहा
धूपिया की शादी की खबर ने धमाका सा कर दिया।
नेहा धूपिया, आजकल बीएफएफ विथ वोग के दूसरे सीजन को कर
रही थी।
वह अपने इस शो में अपने मेहमानों से
धमाकेदार बयान निकलवा लिया करती
थी। शायद, इसी से उन्हें धमाका करने में महारत हासिल
हो गई थी।
लेकिन, नेहा धूपिया ने धमाका करने की शुरुआत तो
अपनी डेब्यू फिल्म से ही कर दी थी।
क़यामत : सिटी अंडर थ्रेट (२००३) फिल्म में जेम्स बांड फिल्म डॉक्टर नो की
उर्सुला एंड्रेस की तर्ज़ पर टू-पीस बिकिनी में समुद्र से निकलती नेहा धूपिया ने
तहलका मचा दिया था। क़यामत के बिकिनी सीन
ने नेहा धूपिया को तत्काल शोहरत दिलवा दी।
उन्हें फ़िल्में भी मिलने लगी।
लेकिन, इस सीन के साथ ही,
उन पर सेक्सी इमेज भी चस्पा हो गई।
उन्हें नायिकाओं के उत्तेजक और अंग प्रदर्शक भूमिकाओं वाली फ़िल्में मिलने
लगी।
मिस इंडिया द मिस्ट्री और विलेन के बाद वह जूली में क़यामत ढा रही थी। पूर्व मिस इंडिया २००२ ने,
जूली में अपने सुडौल बदन का जम कर प्रदर्शन किया। उन्होंने स्मूचिंग भी की और बिस्तर पर उत्तेजक
दृश्य भी दिए। अपनी इस भूमिका से,
नेहा धूपिया की २००४ की ने १९७५ की जूली को पछाड़ दिया था।
इस फिल्म के बाद, नेहा धूपिया दूसरी तमाम अभिनेत्रियों के साथ
कमोबेश पोर्न प्रकार की फिल्मों में नज़र आने लगी।
उन्हें उत्तेजना के चरम पर पहुंचाने वाली शीशा,
क्या कूल हैं। हम, सिसकियाँ, गर्म मसाला,
आदि फ़िल्में उल्लेखनीय थी।
हालाँकि, नेहा धूपिया ने कामुक भूमिकाओं तक सीमित रह
जाने के खतरे को भांपते हुए चुप चुप के, दिल्ली
हाइट्स, एक चालीस की लास्ट लोकल,
आदि फ़िल्में की। लेकिन,
उन्हें अपनी इमेज बदलने में सफलता नहीं मिली।
नेहा धूपिया को सेक्सी भूमिकाओं से निजात मिलने का सिलसिला शुरू हुआ,
अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ की फिल्म सिंह इज किंग से।
दिलचस्प बात यह थी कि इस फिल्म में उनके किरदार का नाम जूली था।
नेहा धूपिया की बढ़िया भूमिका
कुछ उल्लेखनीय फिल्मों में फस गया
रे ओबामा उल्लेखनीय है। इस फिल्म में वह
एक महिला डकैत मुन्नी मैडम कर रही थी।
उनकी सशक्त भूमिका वाली दूसरी फिल्मों में परम वीर चक्र,
हिंदी मीडियम और तुम्हारी सुलु उल्लेखनीय हैं। अंगद बेदी और नेहा धूपिया
एक शो के दौरान मिले थे। इस के बाद ही
दोनों में गुपचुप रोमांस शुरू हो गया था।
जिसकी आज परिणीति विवाह में हो गई।
अपने इस विवाह की सूचना नेहा धूपिया और अंगद बेदी ने अपने इंस्टाग्राम
एकाउंट्स से दी।
क्या अरुणिमा की बायोपिक करेंगे आमिर खान और कंगना रनौत ? - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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Angad Bedi,
Neha Dhupia,
खबर है,
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या अरुणिमा की बायोपिक करेंगे आमिर खान और कंगना रनौत ?
आमिर खान और कंगना रानौत के बीच दो समानताएं काफी ख़ास हैं।
दोनों ही बतौर एक्टर परफेक्शनिस्ट
हैं। चुन चुन कर फिल्मे करते हैं। अपनी भूमिकाये देखते हैं। सशक्त हैं,
तभी करेंगे फिल्म। फिल्म करते समय अपने चरित्र में डूब जाते हैं यह दोनों
एक्टर।
दूसरी ख़ास समानता यह है कि कंगना रानौत और आमिर खान पॉपुलर अवार्ड्स को
अहमियत नहीं देते। यह दोनों किसी अवार्ड फंक्शन में नज़र भी नहीं आते।
विडम्बना यह कि अभिनय के मामले में बेजोड़ यह एक्टर कभी एक साथ किसी फिल्म
में नज़र नहीं आये।
जब दंगल बनाई जा रही थी, उस समय यह
अफवाह उडी थी कि इस फिल्म में कंगना रानौत आमिर खान की बेटी की भूमिका करने जा रही
हैं। इस फिल्म में वह गीता फोगाट की भूमिका करने वाली थी।
लेकिन, इस खबर को कंगना रानौत ने ही सिरे से खारिज
कर दिया। अलबत्ता, उन्होंने यह ज़रूर कहा कि वह कभी आमिर खान के
साथ कोई फिल्म ज़रूर करेंगी।
लगता है कि अब यह मौक़ा आ गया है।
अभी, कंगना रानौत और आमिर खान की निर्माता कमल
जैन के साथ एक फोटो जारी हुई।
इसके साथ ही यह कहा जाने लगा है कि कंगना रानौत और आमिर खान की जोड़ी बनने
जा रही है।इस खबर का आधार यह था कि कमल जैन, कंगना रानौत
की ऐतिहासिक फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झाँसी के निर्माता भी हैं।
जैन ने खुद कहा भी कि हम लोग साथ फिल्म कर सकते हैं। अभी बात चल रही है।
अभी लम्बी बातचीत चलेगी। उम्मीद है कि कुछ अच्छा होगा।
इसके साथ ही यह खबर जोर पकड़ने लगी कि कंगना रानौत उस अरुणीमा की बायोपिक
फिल्म में आमिर खान के साथ होंगी, जिसने एक
टांग कटी होने के बावजूद माउंट एवेरेस्ट फतह किया था।
अरुणिमा पर बायोपिक का निर्माण फरहान अख्तर करने वाले थे,
लेकिन अरुणिमा से बातचीत फेल हो जाने के बाद दार मोशन पिक्चर्स ने यह
अधिकार खरीद लिए।
अरुणिमा की कहानी जितनी ज़बरदस्त है, उसे देखते
हुए कोई शक नहीं अगर आमिर खान फिल्म के साथ जुड़ जाए।
कुछ का कहना है कि आमिर खान का यह जुड़ाव बतौर निर्माता होगा।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 9 May 2018
सोनी के दिल ही तो है में सुदीपा सिंह
दर्शकों का इंतजार आखिरकार खत्म होने वाला है। दिल ही तो है, प्यार की एक अनोखी कथा जल्द ही सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न पर जल्द प्रसारित होने जा रहा है। शीर्ष निर्माता एकता कपूर अभिनेताओं एवं अभिनेत्रियों के चयन पर कड़ी निगाह रखे हुए है।ओमकार कपूर और योगिता बिहानी, जो टीवी जगत में अपना पदार्पण कर रहे हैं, इस शो के मुख्यनायक-नायिका हैं।कई जाने माने अभिनेताओं को इस कार्यक्रम के लिए लिया गया है।अब सुदीपा सिंह को ऋषभ अर्थात अक्षय डोगरा की पत्नी, साची नून, की भूमिका के लिए चुना गया है।वे इस कार्यक्रम में एक सकारात्मक चरित्र निभा रही हैं एवं उनका किरदार एक घरेलू एवं खुशमिजाज़ महिला का है।सुदीपा इससे पहले कई धारावाहिकों में अभिनय कर चुकी हैं एवं टेलीविज़न दर्शकों के बीच एक जाना माना नाम हैं।
सुदीपा एक
प्रतिभाशाली अदाकारा हैं एवं हमेशा बेहतर मौकों की तलाश में रहती हैं। इस शो से
जुड़ने के बारे में सुदीपा कहती हैं,"हर कलाकार का सपना होता है कि वह बालाजी के साथ काम करे, एवं एकता कपूर आपसे आपका सर्वश्रेष्ठ
प्रदर्शन निकलवाने के लिए जानी जाती हैं। मैं हमेशा से एकता कपूर के साथ काम करना
चाहती थी और भगवान ने आखिरकार मेरी प्रार्थना सुन ली। मैंने पहले टेलीविज़न के कई
कार्यक्रमों में काम किया है, पर इस शो में मेरा किरदार पहले किये गए मेरे किसी भी किरदार से बिल्कुल
अलग है। लांच होने से पहले इस कार्यक्रम को लेकर काफी उत्सुकता का माहौल है, जिससे इस कार्यक्रम के निर्माताओं एवं
कलाकारों के लिए दर्शकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना काफी महत्वपूर्ण हो गया है।
मैं इस कार्यक्रम के लिए काम करने को लेकर काफी उत्सुक हूँ।"
‘दिल ही तो है’ जल्द ही सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न पर!
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माधुरी दीक्षित की पहली मराठी फिल्म बकेट लिस्ट का गीत
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