भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 29 August 2019
The Zoya Factor का ट्रेलर
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ट्रेलर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Hollywood फिल्म JOKER का ट्रेलर
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ट्रेलर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सुदेश भोसले के ग्रेविटी स्टूडियो में उलटे का संगीत
सुदेश भोसले, अभिनेता अरुण बख्शी,
आदि ईरानी, मुश्ताक खान, फिरोज ईरानी,
निर्माता हेमागिनी पटाडीया, लेखक-निर्देशक
मनोज नाथवानी और जीत कुमार के साथ इस घटना की शोभा बढाई।
अमिताभ बच्चन के लिए उनके स्वर में गाने से मशहूर सुदेश भोसले का स्वप्न
ग्रेविटी स्टुडिओ के रूप में सामने आया है । समस्त सुविधाओं से लैस इस स्टूडियो में
एक लाइव रूम के साथ-साथ रिकॉर्डिंग स्टूडियो है । स्टूडियो लांच के अवसर पर हिंदी
फिल्म उलटे का संगीत भी लॉन्च भी किया गया ।
उलटे फिल्म की कहानी एक सामान्य ग्रामीण उलटे की है,
जिसका नाम वास्तव में उत्तमराव लक्ष्मण तेंडुलकर जो अपने स्थिर स्वभाव के
कारण हर किसी के मजाक का पात्र बनता है। इस कहानी में एक नया मोड आता है, जब उसे
फर्जी मतदाताओं के बारे में पता चलता है । वह इस गलत काम का भांडा फोड़ने का फैसला
करता है। इस दौरान जिन कठिनाइयों से गुजरता है और हर बाधा पार करता है,
यही इस फिल्म की कहानी है।
इस फिल्म के गाने सुदेश भोसले कि आवाज में ग्रेविटी स्टूडियो में रिकॉर्ड
किए गए हैं । इस अवसर पर सुदेश भोसले के अलावा
निर्माता हेमंगिनी पटाडिया और जीत कुमार, लेखक-निर्देशक
मनोज नाथवानी के साथ अभिनेता अरुण बख्शी, आदि ईरानी,
मुश्ताक खान, जीत कुमार,
फिरोज ईरानी, फाल्गुनी रजनी,
सचिन पाटिल और किरण आचार्य भी इस संगीत लॉन्च में उपस्थित थे।
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खबर है
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Ishaan & Ananya to go on a young, edgy roller-coaster ride with Khaali Peeli
Ali Abbas Zafar, who directed multiple block
busters like Sultan, Tiger Zinda Hai and Bharat among others, has joined hands
with Zee Studios to co-produce Khaali Peeli, directed by Maqbool Khan, slated
to release on June 12, 2020.
Set in the maximum city, Mumbai, Khaali Peeli is a
young, edgy roller-coaster ride that kick-starts one night, when a boy meets a
girl. The audiences’ excitement is bound to soar as this edgy, young film will
bring Ishaan and Ananya Panday together for the first time on the big screen.
What’s more? The makers have roped in Vishal-Shekhar to compose the music of
the film. The film will go on floor on September 11, 2019.
Elaborating on the long-term association with Zee Studios,
Ali Abbas Zafar commented, “Khaali Peeli’s process has been organic—Maqbool,
Himanshu and I worked on the script for almost a year and when we thought it
was completely baked, we took it to this enthusiastic young cast. I am happy
that Zee Studios is producing this film with us, apart from the other massive
film we are working on. We will announce our next big collaboration soon as
well.”
Shariq Patel, CEO, Zee Studios shared, “We at Zee
Studios are delighted to partner with Ali as he commences his journey as a
producer. This is the first of many!
It’s such an exciting script with tremendously promising talent attached
to the film. Exciting times ahead!”
Director Maqbool Khan added, “I can’t wait to
start this ride with this young talent!”
Produced by Zee Studios, Ali Abbas Zafar and
Himanshu Kishan Mehra, Khaali Peeli starring Ananya Panday & Ishaan will
release on June 12, 2020.
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Ananya Pandey,
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खबर है,
गर्मागर्म,
नई फिल्म
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Wednesday, 28 August 2019
Trailer DCU Titans Season 2
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Television
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‘Women In Music’ India Chapter launch
In what is bound to come as music to the ears of
many women (and men!), global non-profit organization, ‘Women in Music’
recently announced the launch of its India Chapter in an inaugural event held
on August 26th 2019 in Mumbai. Aimed at
building and fostering creative and business ties among women in the media and
entertainment sector, Women in Music is a unique forum for discussion and
action among both top leaders and emerging talent. It is the longest running,
largest, and leading global organization dedicated to promoting gender parity
and women’s visibility in music. The WIM India Chapter is chaired by the
renowned lawyer, Priyanka Khimani, Co-Founder & Lead Partner at the law
firm, Anand & Anand & Khimani, and she is joined by a team of music
industry professionals and artists to be the chapters founding leadership.
“It is an honour to be organizing the first event
for Women in Music in India. The WIM team is a powerhouse organization with an
inclusive membership, comprising of women from multi-faceted backgrounds,” says
Khimani.
She adds, “Globally, it has been doing a
tremendous job, in pushing the boundaries of the music industry and opening it
up for women. It is great to finally be bringing WIM’s vision to India. We are
excited to get started!”
The inaugural event for Women in Music, India on
August 26th officially flagged off the operations of this
national wing. Some of the guests that graced the event included celebrated
artists such as Shalmali Kholgade, Neeti Mohan, Sukriti Kakkar, Prakriti
Kakkar, Harshdeep Kaur Aditi Singh Sharma and Jonita Gandhi, among other female
industry stakeholders. Also present at the event were music industry giants
from companies including Universal Music, Sony Music, Indie Music, KWAN,
Netflix, Warner Music Group, Saavn, Red FM and some others
Women in Music, India is currently spearheaded by
a core team consisting of women across business, media and creative arts. The
membership is now open to everyone…..(both male and female like) who are
interested in supporting the mission of Women in Music.
ABOUT WOMEN IN MUSIC (WIM):
About Women in Music (“WIM”): Women in Music was
founded in New York in 1985 with a mission to
advance the awareness, equality, diversity, heritage, opportunities, and
cultural aspects of women in the musical arts through education, support,
empowerment, and recognition. At its core WIM is about celebrating the female
contribution to the music world and strengthening community ties.
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गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ईशान खान के लक्क बूम बूम गीत में Yuvika Choudhary
भारत के नए म्यूजिक लेबल बीलाइव म्यूजिक ने मंगलवार,
२७ अगस्त को युविका चौधरी अभिनीत एक नया संगीत वीडियो 'लक्कड बूम
बूम' लॉन्च
किया।इस सॉन्ग से सिंगिंग डेब्यू करने वाले गायक ईशान खान के साथ सतविंदर नूर और अभिनव शेखर इस नए सिंगल में नजर आ रहे हैं।
इस सॉन्ग में ट्रेडिशनल म्यूजिक के साथ ही पॉप म्यूजिक का तड़का लगाया गया
है, यह एक परफेक्ट इंडीपॉप पॉप म्यूजिक बेहतरीन मिश्रण है। इस सॉन्ग में
अभिनेत्री युविका चौधरी ने अपनी मौजूदगी से चारचांद लगाए है। सॉन्ग एक रॅप का चंक
आता है जिसे गायक अभिनव शेखर बखूब ही सॉन्ग को और ऊंचाई दे रहा है। सॉन्ग को वर्षा
कुकरेजा, जीतेश राकेजा और बिंद्रा लालीवाला,
द्वारा निर्मित किया गया है , जबकि संगीत
अंजन भट्टाचार्य ने दिया है।
ईशान खान ने कहा “बी लाइव म्यूजिक लेबल के तहत काम करना और
अन्य प्रतिभाशाली गायकों के साथ सहयोग करना एक अद्भुत अनुभव है । जैसा कि ‘लक्क बूम
बूम’ मेरा पहला गाना है,
मैं इसके जरिये भारतीय संगीत उद्योग में अपनी यात्रा की शुरुआत कर रहा हु
और अपना एक स्थान बनाने के लिए तत्पर हूं। उम्मीद करता हु को श्रोताओ को और दर्शको
को इस सॉन्ग के जरिये खुश करने में कामयाब रहूँगा।
लक्क बूम बूम यह सॉन्ग बीलाइव की
सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है,परियोजना के
तहत बीलाइव की टीम भारतीय संगीत उद्योग
में नयी प्रतिभाओं के साथ काम कर रही है और उन्हें प्रोहत्सान दे रही है। ‘लक्क बूम
बूम’ की शूटिंग बैंकॉक में सिर्फ १८ घंटे की अवधि
में की गयी है , यह एक बहुत ही पेपी सॉन्ग है जिस की धुन पर
हर कोई थिरकना चाहेगा ।
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Music Video
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब १९११ में फुटबॉल खेलेंगे John Abraham
जॉन अब्राहम को फुटबॉल से ख़ास लगाव हैं। उनकी फुटबॉल टीम नार्थ-ईस्ट
यूनाइटेड एफसी में उत्तर पूर्व के नागालैंड, असम, मणिपुर, मेघालय, सिक्किम, अरुणांचल प्रदेश, त्रिपुरा और
मिजोरम के खिलाड़ी खेलते हैं। उन्होंने फुटबॉल पर फिल्म धन धना धन गोल में अभिनय भी
किया है। अब वह फिर फुटबॉल पर एक फिल्म करने जा रहे हैं। जॉन अब्राहम इस फिल्म के
निर्माता और अभिनेता होंगे। इस फिल्म की कहानी का चुनाव, उन्होंने
खुद ही किया है। फुटबॉल पर इस फिल्म का निर्देशन निखिल अडवाणी करेंगे।
फुटबॉल में ऐतिहासिक विजय का साल
१९११ कोई तारीख़ नहीं, सन है। इस फिल्म की कहानी भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी
सिदबास भादुरी की है। सिदबास १९११ में मोहन बगान के कप्तान थे। उनके नेतृत्व में
मोहन बगान की फुटबॉल टीम ने १९११ की आईऍफ़ए शील्ड के फाइनल मुकाबले में ईस्ट
यॉर्कशायर रेजिमेंट की टीम को हरा कर, इस शील्ड को जीतने वाली पहली एशियाई टीम
होने का गौरब प्राप्त किया था। इस विजय के साथ ही देश में स्वतंत्रता संग्राम की
चिंगारी भी भड़क गई थी।
कहानी पर ५ साल
जॉन अब्राहम की कंपनी फुटबॉल की इस ऐतिहासिक घटना पर फिल्म की कहानी और
पटकथा पर पिछले ५ साल से काम कर रहे थे। जॉन अब्राहम, अपनी इस
फिल्म का निर्देशन उनके प्रोडक्शन की फिल्म विक्की डोनर और मद्रास कैफ़े के
निर्देशक शूजित सरकार से कराना चाहते थे। मगर कुछ कारणों से शूजित को फिल्म छोड़नी
पड़ी। इसके बाद,
फिल्म की कमान निखिल अडवाणी के हाथों में आ गई।
जॉन-निखिल दोस्ताना
निखिल अडवाणी के निर्देशन में १५ अगस्त को रिलीज़ फिल्म बाटला हाउस बड़ी
सफलता हासिल कर रही है। निर्माता और निर्देशक निखिल अडवाणी के साथ जॉन अब्राहम ने
सलाम ए इश्क,
सत्यमेव जयते और बाटला हाउस जैसी फ़िल्में की हैं। यह दोनों, सत्यमेव
जयते की सीक्वल फिल्म भी करने जा रहे हैं। यानि जॉन अब्राहम को रास आ रहा है निखिल
अडवाणी के साथ दोस्ताना !
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खबर चटपटी,
नई फिल्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्यों ख़ास है ‘WAR' के एक्शन ?
हृथिक रोशन के साथ बैंग बैंग जैसी एक्शन फिल्म निर्देशित करने वाले
सिद्धार्थ मल्होत्रा,
अब दूसरी बार फिल्म वॉर में हृथिक रोशन के साथ हैं। बैंग बैंग, अपने एक्शन
और स्टाइल के कारण दर्शकों द्वारा बेहद पसंद की गई थी। वॉर को रिलीज़ होने में अब
पांच शुक्रवार ही शेष रह गए हैं। इस फिल्म के प्रचार में फिल्म के एक्शन को ज्यादा
तवज्जो दी जा रही है। क्या ख़ास है वॉर के एक्शन में कि फिल्म के प्रचार का
दारोमदार एक्शन पर ही है ?
हृथिक रोशन बनाम टाइगर श्रॉफ
वॉर का एक्शन इसलिए ही ख़ास नहीं कि खुद को एक्शन में अच्छी तरह से ढाल
चुके हृथिक रोशन फिल्म में है। फिल्म इस लिहाज़ से भी ख़ास है कि इस फिल्म में हृथिक
से रोमांस के लिए जहां वाणी कपूर को लिया गया है, वहीँ एक्शन और डांस के लिए उनका साथ टाइगर
श्रॉफ दे रहे हैं। टाइगर श्रॉफ, अपनी पहली फिल्म से ही एक्शन हीरो साबित हो चुके
हैं।। वह डांस में भी पारंगत है। हृथिक रोशन को ज़बरदस्त चुनौती देने वाले।
एक्शन के लिए एक साल
स्वाभाविक है कि इन दोनों के एक्शन ख़ास माने जाए। लेकिन, इन दोनों के
एक्शन की ख़ास बात यह है कि इनको तैयार करने के लिए सिद्धार्थ आनंद को एक साल से भी
ज्यादा का समय लगा। इसके बाद ही उन्होंने फिल्म की शूटिंग शुरू की। वह नहीं चाहते
थे कि वॉर में एक्शन ऐसे तैयार हों, जिन्हें हिंदी दर्शक देख चुका हो। सिद्धार्थ
आनंद की माने तो एक्शन देखते समय दर्शकों के खून का बहाव हमेशा ऊपर नीचे होता
रहेगा।
दुनिया के चार हिस्सों से कोरियोग्राफर
वॉर के एक्शन तैयार करने के लिए, दुनिया के चार श्रेष्ठ एक्शन कोरियोग्राफरों
का सहारा लिया गया है। फिल्म के एक्शन द डार्क नाइट और गेम ऑफ़ थ्रोंस के पॉल
जेंनिंग्स, सेफ हाउस और
डेथ रेस के फ्रांज़ स्पिलहॉस, एज ऑफ़ उल्ट्रॉन के सी यंग ओह और टाइगर जिंदा है के
परवेज़ शैख़ ने तैयार किये हैं। यह चारों एक्शन कोरियोग्राफर दुनिया के अलग अलग
हिस्सों में रहने वाले हैं।
दुनिया के ७ देश १५ शहर
वॉर का एक्शन युद्ध हृथिक रोशन, टाइगर श्रॉफ, पॉल जेंनिंग्स, फ्रांज़
स्पिलहॉस, सी यंग ओह
और परवेज़ शैख़ के कारण तो ख़ास बन पड़े ही हैं। इन्हें परदे पर होते देखना, दर्शकों का
अविस्मरणीय अनुभव होगा। क्योंकि, यह तमाम
दृश्य, दुनिया के ७
देशों और १५ विभिन्न शहरों में फिल्माए गए हैं। ख़ास बात यह भी है कि इन सभी एक्शन
में हृथिक रोशन और टाइगर श्रॉफ आमने सामने होंगे।
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नई फिल्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या विलेन बन पाएंगे हीरो न बन सके Kichcha Sudeep ?
फिल्म निर्माता सोहैल खान, जब दबंग ३
के खलनायक सिकंदर भरद्वाज की भूमिका लेकर, कन्नड़
फिल्मों के सुपर सितारे किच्चा सुदीप के पास गए थे, उन्हें
उम्मीद नहीं थी कि सुदीप इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे। लेकिन, सुदीप ने फिल्म की स्क्रिप्ट सुन कर अपनी
भूमिका और बॉलीवुड फिल्मों में अपनी जगह बनाने के ख्याल से इस फिल्म के प्रस्ताव
को मंज़ूर कर लिया। सुदीप,
निकितन धीर के चुन्नी के साथ दबंग के मुख्य खलनायक बन गए।
बॉलीवुड में जगह बनाने के ख्याल से दबंग ३ मंजूर करने वाले,
कन्नड़ फिल्मों के लगातार तीन फिल्मफेयर पुरस्कार जीतने वाले अभिनेता सुदीप,
हिंदी फिल्मों में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। उनकी पहली कोशिश में, दक्षिण के
निर्माता-निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने भरपूर सहयोग किया था। उन्हें, २००८ में
प्रदर्शित भयावनी फिल्म फूक और फूक २ का
हीरो बनाया। इन दो फिल्मों के बीच,
सुदीप रण में भी आये।
रामगोपाल वर्मा की ही फिल्म रक्त
चरित्र कर इसके सीक्वल में डीसीपी मोहन प्रसाद की भूमिका करने के बाद,
सुदीप की बॉलीवुड की पारी ख़त्म हो गई थी।
अब सुदीप दबंग ३ के मुख्य खलनायक बन कर आ रहे है। पांच फ्लॉप हिंदी फिल्मों की पारी का अतीत उनके
साथ हैं। क्या हिंदी दर्शक,
सुदीप की इस वापसी पर तालियां बजायेगा ? बताते चलें
कि रक्तचरित्र २ (२०१०) के बाद, सुदीप तमिल
और तेलुगु में बनाई गई एसएस राजामौली की फंतासी एक्शन फिल्म एगा और कॉस्ट्यूम
ड्रामा एक्शन फिल्म पुलि की खल भूमिकाओं और बाहुबली द बिगिनिंग की असलम खान की
भूमिका के कारण दर्शकों के ज़ेहन में बने
हुए हैं। दबंग ३,
सलमान खान की फिल्म है। इसकी सफलता का फायदा सुदीप को होना चाहिए।
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क्या दक्षिण के भी दबंग साबित होंगे Salman Khan ?
सलमान खान प्रोडक्शन्स ने ऐलान किया है कि २० दिसम्बर को प्रदर्शित होने जा रही उनकी फिल्म दबंग ३, हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु और कन्नड़ मे भी रिलीज़ होगी। प्रोडक्शन हाउस ने ट्वीट करते हुए लिखा- चुलबुल पाण्डेय का जादू अब तमिल, कन्नड़ और तेलुगु में भी। दक्षिण की तीन भाषाओँ में, सलमान खान की फिल्म प्रदर्शित किये जाने का मतलब यह हुआ कि सलमान खान के चुलबुल पाण्डेय का जादू तमिल, तेलुगु और कन्नड़ दर्शकों पर भी चलाया जायेगा । क्या सलमान खान, दक्षिण में भी दबंग साबित होंगे ?
उत्तर की पृष्ठभूमि
दबंग ३ का चुलबुल पाण्डेय, उत्तर प्रदेश का रॉबिनहुड टाइप का पुलिस अधिकारी
है। उसकी बोलचाल और कपडे आदि इसकी मिसाल हैं। चुलबुल पाण्डेय का यह किरदार हिंदी
बेल्ट के दर्शकों को लुभा सकता है। लेकिन, क्या यह किरदार दक्षिण के
दर्शकों को भी पसंद आएगा ? इसे बहुत आसानी से साबित नहीं किया जा सकता। इस दबंग की
राह में रोड़े जरूर हैं।
प्रभुदेवा और सुदीप के सहारे
दक्षिण के दर्शकों के लिहाज़ से, सलमान खान की फिल्म दबंग ३ में दक्षिण के
लोकप्रिय कोरियोग्राफर, फिल्म निर्देशक और एक्टर प्रभुदेवा फिल्म का निर्देशन कर
रहे हैं। चुलबुल पाण्डेय के रॉबिनहुड पाण्डेय बनने की दास्ताँ को कहने वाली इस प्रीक्वेल फिल्म के विलेन दी दबंग के छेदी सोनू सूद या दबंग २ के ठाकुर बच्चा सिंह
प्रकाश राज नहीं है। लेकिन, इसकी भरपाई के लिए दबंग २ के चुन्नी निकितन धीर के साथ कन्नड़
फिल्मों के अभिनेता किच्चा सुदीप बड़ा आकर्षण हैं। क्या प्रभुदेवा और सुदीप के
सहारे सलमान खान दक्षिण के दबंग साबित होंगे ?
मगर रोड़े भी
दबंग की राह में रोड़े हैं। दबंग ३, २० दिसम्बर को रिलीज़ हो रही है। हिंदी
बेल्ट में तो फिलहाल सलमान खान का रास्ता साफ़ है। लेकिन, दक्षिण से चुनौतियाँ हो
सकती हैं। कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के नए सुपरस्टार यश की, पिछले साल की सुपर हिट फिल्म
केजीएफ़ चैप्टर १ का दूसरा हिस्सा केजीएफ़ चैप्टर २ दिसम्बर में रिलीज़ हो सकती है।
शाहरुख़ खान को धूल चटाई
केजीएफ़
चैप्टर २, पिछले साल २० दिसम्बर को रिलीज़ हुई थी और इस फिल्म ने शाहरुख़ खान की
फिल्म जीरो को धुल चटाई थी। केजीएफ़ चैप्टर १ के हिंदी संस्करण को फरहान अख्तर और
रितेश सिधवानी के एक्सेल एंटरटेनमेंट ने रिलीज़ किया था। इस साल भी, एक्सेल
एंटरटेनमेंट इस फिल्म को रिलीज़ कर रहा है। इसका मतलब है कि सलमान खान के लिए
चुनौती बरकरार है।
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नवोदय टाइम्स २८ अगस्त २०१९
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A second son for Ira in &TV’s Meri Hanikarak Biwi?
&TV’s popular daily Meri Hanikarak Biwi has
captivated viewers all this while with its exciting twists and turns. With yet
another fascinating change in events, viewers will see a huge epiphany in the
upcoming drama, which is sure to leave them captivated when they along with Dr.
Ira (Jia Shankar) realize that she is a mother to not one but two children.
Yes, you heard that right!
All this while, it was established that Ira’s only
child was Mishri (Vaishnavi Prajapati) but, as soon as the revelation took
place, it comes as a hard hitting fact that she was once also a mother to a
young boy, who was reported to her as dead but in reality, was abducted by
Chanda (Rajeshwari Datta), the woman who had genuinely helped Ira deliver
Mishri. Chanda being a barren woman raised Ira’s son like her own and left no
stone unturned to fulfil his desires. Coming to terms with this realization,
Ira is all set to take fate in her own hands and will be seen reuniting with
her long-lost son, Chuttan Yadav (Gauransh Sharma) only to realize he is
completely contrary to her temperament and values and has been raised in a
completely different setting.
Unwilling to deal with the loss of her son,
Chanda’s character will resurface in the story as she sets to take an evil
revenge from Ira and Akhilesh while the duo to try their hands at parenting
their long lost son. While on one hand Ira and Akhilesh (Karan Suchak) try to
solve their differences that are a result of Chuttan, Mishri begins to develop
differences with her own parents as a result of being manipulated by Chanda.
The question that remains is, will Ira manage to develop a motherly
relationship with her son or will she end up losing her only daughter in that
process?
Essaying the character of Chanda, Rajeshwari Datta
who is all set to enter the show and create a stir in Ira’s life says,
“Negative roles can be quiet challenging to play. But I have always liked
playing negative roles, as it gives the artist a chance to play around with
various shades gripping the viewers attention. There is a striking contrast
between playing a negative role and how I am in real life. In reality, I am a
very amiable and soft spoken personality and in the show, Meri Hanikarak Biwi,
my character is totally opposite to that. Everyone on the sets including my
cast members have been extremely supportive and I am really enjoying working
with them. Playing the character of Chanda is a suppressed feeling and she
being a barren woman , her life revolves around Chuttan which in turn makes her
very possessive about him and that is exactly where the negative shade comes
into play.”
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Tuesday, 27 August 2019
फिल्म WAR का एक्शन से भरपूर ट्रेलर
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ट्रेलर
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फिल्म Pal Pal Dil Ke Paas का title song
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गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
साहो की पुलिस भूमिका में मुरली शर्मा
बॉलीवुड में अपने नेगेटिव किरदारों के लिए मशहूर अभिनेता मुरली शर्मा ,
साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में भी बहुत ज्यादा मशहूर है और इन दिनों एक बार
फिर से चर्चा का विषय बने हुए हैं क्योंकि उनकी आने वाली फिल्म साहो बहुत जल्द
रिलीज होने वाली है| इस फिल्म
में मुरली शर्मा का काफी अहम किरदार है जिसके लिए वह बेहद उत्साहित हैं.
मुरली कहते हैं -'
इस फिल्म के लिए मैं काफी उत्साहित हूं क्योंकि मेरा काफी दिलचस्प और अहम
किरदार है, फिल्म की शूटिंग करते वक्त मुझे बहुत ही
ज्यादा मजा आया| मैं गर्व के साथ कहना चाहता हूं कि यू वी
क्रिएशन, जो कि प्रोडक्शन हाउस है वह एक तरीके से
मेरा होम प्रोडक्शन बन गया है, यह लोग अपने
काम के प्रति बहुत ही ज्यादा सजग रहते हैं|'
मुरली आगे कहते हैं- '
प्रभास को डार्लिंग कहा जाता है और सही मायने में वह एक डार्लिंग ही हैं,
स्वभाव के अनुसार भी प्रभास काफी सज्जन ,सहायक और
हमेशा पॉजिटिव ऊर्जा के साथ नजर आते हैं ,उनके साथ
काम करने का मेरा अनुभव और भी ज्यादा बढ़िया था|'
हालांकि जब हमने मुरली से उनके किरदार के बारे में जानना चाहा तो वह
खामोशी के साथ बस अपने पुलिस के किरदार के बारे में बता रहे थे ,मुरली ने
कहा-' मैं गलती से भी फिल्म की कहानी या किसी
किरदार के बारे में बातचीत नहीं करना चाहता क्योंकि इससे जाने अनजाने में ही कहीं
कोई बात बाहर निकल ना जाए, यह कहानी बड़े ही अच्छे तरीके से लिखी गई है
और मैं नहीं चाहता कि थिएटर में देखने से पहले इसकी कोई भी बात बाहर निकले. यह एक
ऐसी कहानी है जो आपको आखिरी तक बांध कर रखती है, जिसका पूरा
श्रेय मेरे डायरेक्टर सुजीत कुमार को जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने बड़े ही दिलचस्प
अंदाज में पूरी फिल्म को डायरेक्ट किया है'
फिल्म की अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के बारे में बातचीत करते हुए मुरली ने
बताया- ' श्रद्धा बहुत ही अच्छी कलाकार है और उनके
साथ काम करने का अनुभव काफी खास रहा| सबसे अच्छी
बात उनकी यह है कि दूसरी भाषा को वह बड़े अच्छे तरीके से पकड़ पाई है. पहले ही दिन
मैं सेट पर उनकी काम के प्रति सजगता को
देखकर काफी प्रभावित हुआ.'
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 26 August 2019
Baby Won't You Tell Me फिल्म SAAHO
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गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
मस्सकली का प्रयास भारतीय हॅन्डलूम को Shabana Azmi का साथ
मस्सकली का प्रयास भारतीय हॅन्डलूम बुनकर को सशक्त बनाना,
इसमे शबाना आज़मी, भाग्यश्री और शर्मिला ठाकरे ने दिया साथ
भारतीय हॅन्डलूम उद्योग को पुनर्जीवित करने और पैठणी बुनकर महिलाओं की
शिल्पकारी को पुरुजीवित रखने के लिए, श्रद्धा
सावंत और उनकी संस्था मस्सकली ने मुंबई में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया. जिसमें
५०० से अधिक हॅन्डलूम साड़ियों समावेश था। हॅन्डलूम प्रेमी और अभिनेत्री शबाना
आज़मी और भाग्यश्री इस खास कार्यक्रम में मौजूद थे। शर्मिला ठाकरे,
अभिनेत्री इंदिरा कृष्णन, और सोशल
मीडिया साड़ी इन्फ्लुएन्सर ममता शर्मा दास उर्फ बोहोबालिका सहित कई अन्य हस्तियाँ
भी उपस्थित थी। उन्हें बुनकरों और उनके
परिवारों के साथ घुलमिल कर देखने का एक अलग ही आनंद था।
श्रद्धा सावंत ने अपने दो पैठानी बुनकरों के साथ करघे में पूरे बुनाई की
प्रकिया का आयोजन कर यह प्रक्रिया कितनी जटील है इसका एहसास कराया। पैठानी साड़ियों व्यतरित अन्य कई हैंडलूम साड़ियों जैसे कि बनारसी,
चंदेरी, खादी-जामदानी, इकत,
जरी, कांजीवरम, और गढ़वाल
का भी इस प्रदर्शन में समावेश किया गया
था. ब्रांड के नाम की व्याख्या करते हुए श्रद्धा सावंत ने कहा,"मस्सकली का
अर्थ एक पक्षी है, जो स्वतंत्रता,
शांती और समृद्धि का प्रतीक हैं- इस त्यौहार के मौसम में हमारे बुनकर
समुदाय के लिए मेरी यही की इच्छा है, की वह भी
अपने जीवन में ऐसीही उडान भरें।"
बुनाई समुदाय के लिए स्थिति कितनी कठिन है, इस पर जोर
देते हुए, उन्होंने कहा, “यह बुनकर
कलाकार जबरदस्त प्रतिभाशाली हैं, लेकिन बहुत
निर्धन हैं, सभी खरीदारों के साथ संपर्क की कमी के वजह
से। वे शहरी दर्शकों द्वारा अच्छे खासे मूल्य के लायक हैं,
और उनके लिए उपयुक्त रूप से संरक्षण देना जरुरी है ताकि वे बुनाई की
सदियों पुरानी पारंपरिक प्रक्रिया को जीवित रखने में सक्षम हो सकें। इसीवजह से
मस्सकली ने इस मोहिंम में प्रवेश किया ताकि उनके जीवन में इस जरिये वो अपनी जिंदगी
खुशियाली से बिताये ।
परंपरा के विलुप्त होने से पहले बुनाई की कला में नए आर्थिक लहर निर्माण
करने की कामना करते हुए, श्रद्धा सावंत ने कहा,
“हमारी सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए ग्रामीण रोजगार प्रदान करने के
लिए हैंडलूम उद्योग एक मुख्य वाहन है। मस्सकली के माध्यम से,
मैं उन परंपरावादियों को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रही हूं,
साथ ही भारत की शानदार सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक बुनाई कला को वापस
अपने मुख्य स्थान पर मने का प्रयास हैं । "
श्रद्धा सावंत बुनकरों को
पारंपरिक बुनाई के अलावा अनन्य डिज़ाइनर साड़ी कैसे बनाई जाए इसका प्रशिक्षण
भी देती है। “कम से कम,
महीने में एक बार, हम व्यक्तिगत रूप से छोटे गांवों का दौरा
करते हैं और बुनकरों के साथ बातचीत करते हैं। हम उन्हें नए डिज़ाइन्स की भी कल्पना देते हैं। इस कृत्य से वे प्रोत्साहित और
प्रेरित महसूस करते हैं, “उन्होंने मुस्कुराकर साझा किया।
“जब हम भारतीय कलाकारों की गरिमा को बनाए
रखते हैं, तो हम वास्तव में खुद की मदद करते हैं।
हैंडलूम सिर्फ इको-फ्रेंडली नहीं है; यह कार्बन
अस्तित्व को भी कम करता है क्योंकि
पुनर्जीवन ग्रामीण प्रवासन को धीमा कर देता है, इसके अलावा
हमें सैकड़ों अद्भुत क्षेत्रीय भारतीय बुनाई और तकनीकों के पुनरुत्थान का भी
प्रतिनिधित्व करते है। "
प्रख्यात अभिनेत्री शबाना आज़मी हैंडलूम के प्रति प्यार साझा करते हुए कहा,
“हैंडलूम के लिए मेरा प्यार मेरे बचपन से उपजा है। मेरी माँ भी भारतीय
हैंडलूम साड़ियों की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब मैंने श्याम बेनेगल की फिल्म
"सुस्मान" में एक बुनकर की पत्नी की भूमिका निभाई थी,
तो मैंने महसूस किया कि महिलाओं को इस व्यापार में केवल परिधीय स्थिति है।
मैं महिला बुनकरों को शामिल करने और उन्हें इस प्रक्रिया में सशक्त बनाने के लिए
श्रद्धा सावंत की दिल से सराहना करती हूँ। ”
अगम सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध भाग्यश्री ने एक सारगर्भित रहस्य साझा करते
हुए कहा, "मेरे पास पैठनी साड़ीयो का भंडार है जो मेरी
माँ की है, जो मुझे आशा है कि मेरी बेटी पहनेंगी और
उनकी बेटी किसी दिन पहनेंगी,
एक बहुत ही सरल कारण के लिए - कि वे बहुत खूबसूरत हैं ! "
उन्होंने एक अहम् बात कही, "इस तरह की
साड़ियों के साथ जो हमेशा के लिए अपनी सुंदरता को बनाए रखती हैं,
यह न केवल लोगों के आभूषण हैं, जो हमारे
बच्चों को सौंपे सकते हैं, बल्कि ये भी अनमोल रत्न से कम नहीं
हैं।" दोनों कलाकारों ने सभी से अपील की वह भी बुनकरों के समर्थन में आगे
आएं।
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Sunday, 25 August 2019
लगातार रिलीज़ होंगी Shraddha Kapoor की दो फ़िल्में
प्रभास की फिल्म साहो के ३० अगस्त को
शिफ्ट हो जाने के बाद, एक समय ३० सितम्बर को छिछोरे और मेड इन चाइना के बीच त्रिकोणीय संघर्ष
की स्थिति लग रही थी। इसके बाद, जब
राजकुमार राव और मौनी रॉय की कॉमेडी फिल्म
मेड इन चाइना की रिलीज़ टाल दी गई, तब भी टकराव की स्थिति थी। यह टकराव इस लिहाज़ से दिलचस्प था कि यह एक ही
अभिनेत्री की दो फ़िल्में एक ही दिन रिलीज़ होने का था। कॉलेज के
छात्रों की कहानी पर फिल्म छिछोरे की नायिका श्रद्धा कपूर थी। श्रद्धा कपूर, प्रभास के साथ फिल्म साहो की भी नायिका हैं। ऐसा
बहुत कम होता है कि एक ही अभिनेत्री की दो फ़िल्में एक ही शुक्रवार रिलीज़ हों। अमूमन, इस प्रकार के टकराव को टाला जाता है।साहो और छिछोरे टकराव में भी ऐसा ही किया
गया। छिछोरे के निर्माताओं ने, अपनी फिल्म को एक हफ्ता पीछे खींच लिया । अब
छिछोरे ६ सितम्बर को रिलीज़ हो रही है। हालाँकि, ऐसा
नहीं लगता कि छिछोरे की रिलीज़ श्रद्धा कपूर की दो फिल्मों का टकराव न होने देने के
लिए टाली गई है। बड़ा कारण साहो का भारी
भरकम कद लगता है। फिल्म साहो ३०० करोड़ की
लागत में बनी है। फिल्म मे प्रभास के साथ
नील नितिन मुकेश,
जैकी श्रॉफ, चंकी पांडेय, महेश मांजरेकर, मंदिरा
बेदी, एवलीन शर्मा, आदि
बॉलीवुड के सितारों की भरमार भी है। साहो के तूफ़ान में छिछोरे की हँसी मंद पड़ सकती
थी। शायद, साहो
के निर्माता भी ऐसा ही कुछ चाहते होंगे। लेकिन, अब दूसरा मज़ेदार दृश्य बन गया है। श्रद्धा कपूर
की लगातार दो फ़िल्में रिलीज़ हो रही हैं। साहो और छिछोरे, दोनों
ही फिल्मों में श्रद्धा कपूर की भूमिका अहम् है। अगर साहो को बड़ी सफलता मिलती है
तो दर्शकों के सर पर साहो की श्रद्धा कपूर का हैंगओवर होगा। छिछोरे देखते समय वह श्रद्धा
कपूर की भूमिका में साहो का अक्स महसूस
करेंगे। ऐसे में छिछोरे की एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर की चमक फीकी पड़ सकती है। इसीलिए तो किसी अभिनेत्री की लगातार
दो फ़िल्में प्रदर्शित होना भी बढ़िया नहीं माना जाता।
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बॉक्स ऑफिस पर
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अगर बनाया जाए कुछ कुछ होता है का रीमेक !
करण जौहर की, बतौर
निर्देशक पहली फिल्म कुछ कुछ होता है को २० साल हो गए। काजोल, शाहरुख़ खान और रानी मुख़र्जी के रोमांटिक
त्रिकोण वाली फिल्म कुछ कुछ होता है, १६ अगस्त १९९८ को रिलीज़ हुई थी। कॉलेज रोमांस से शुरू यह फिल्म तमाम
नाट्कीयताओं से गुजरती हुई दर्शकों को अपने आगोश मे ले लेती थी। बीस साल पहले, १४ करोड़ की लागत में बनी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ४७ करोड़ की विशुद्ध
कमाई की थी। कुछ कुछ होता है के बीस साल
होने के मौके पर, करण जौहर ने, मेलबॉर्न के भारतीय फिल्म फेस्टिवल मे विशेष शो किया था। इस शो के बाद, मौजूद पत्रकारों ने करण जौहर से
सवाल-जवाब किये थे। यह पूछे जाने पर
कि अगर वह कुछ कुछ होता है का रीमेक
करेंगे तो राहुल (शाहरुख़ खान), अंजलि (काजोल) और टीना (रानी मुखर्जी) की
भूमिका भूमिका के लिए वर्तमान पीढ़ी के किन कलाकारों को लेना चाहेंगे। सवाल के जवाब में करण जौहर ने रणवीर सिंह,
आलिया भट्ट और जाह्नवी कपूर का नाम
लिया था। करण जौहर, रीमेक
फिल्म के राहुल के लिए रणवीर सिंह को इसलिए लेना चाहते हैं कि शाहरुख़ खान जैसी
गहरी दीवानगी है। वह, आलिया भट्ट में अंजलि जैसा साहस और उत्साह पाते
हैं। उनका यह भी मानना था कि टीना का
जीवन के
प्रति संतुलित रवैया रखने वाला किरदार कोई
जाह्नवी कपूर ही कर सकती है। वैसे यह काल्पनिक स्टार कास्ट है। क्योंकि,
करण जौहर कुछ कुछ होता है को रीमेक
नहीं करना चाहते हैं। अगर वह बनाएंगे तो
कुछ कुछ होता है को रिबूट कर कुछ बनाएंगे।
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कुछ चटपटी
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