पिछले दिनों, फिल्म निर्माता आनंद एल राय ने,
धनुष को लेकर फिल्म राँझना २ बनाने का ऐलान किया था। यह फिल्म राय की २०१३
की फिल्म रांझणा की सीक्वल फिल्म है। परन्तु, आनंद एल राय
की फिल्म के रांझणा टाइटल पर भी लोचा है। आनंद एल राय ने ६ साल पहले,
इरोस के साथ मिल कर राँझना का निर्माण किया था। इस बार,
उन्होंने इरोस से अपने रिश्ते ख़त्म कर लिए है। ऐसे में आनंद की नई फिल्म
का टाइटल राँझना २ पर कॉपी राईट का पंगा हो सकता है। अगर यह नहीं सुलझा तो फिल्म
का टाइटल राँझना २ से बदला जाना पड़ेगा।
आसानी से मिल गया 'भारत'
!
सलमान खान और कटरीना कैफ की फिल्म को भारत टाइटल मिलने की कहानी दिलचस्प
है। अली अब्बास ज़फर को एक सुबह लगा कि
इसका टाइटल भारत होना चाहिए। उन्होंने सलमान खान और अतुल अग्निहोत्री से बात
की। पता चला कि यह टाइटल साजिद नदियाडवाल
के पास रजिस्टर हैं। अतुल ने साजिद को फ़ोन
किया, साजिद टाइटल देने के लिए तुरंत तैयार हो गए।
टाइटल को इनकार
आम तौर, यदि कोई निर्माता किसी ख़ास टाइटल के साथ
अपनी फिल्म बनाना चाहता है तो उसे इसे रजिस्टर करवाना होता है। जिस निर्माता के पास टाइटल रजिस्टर होगा,
उस पर कोई दूसरा निर्माता फिल्म नहीं बना सकता। लेकिन, फिल्म
निर्माताओं में आपसे सहयोग काफी होता है। वह अपने रजिस्टर टाइटल को किसी दूसरे
निर्माता को दे देते हैं। हालिया कुछ
उदहारण ऐसे हैं, जिनमे किसी निर्माता ने अपना रजिस्टर टाइटल
देने से इंकार कर दिया।
सलमान खान का इनकार
सलमान खान को तो साजिद नाडियाडवाला ने भारत टाइटल दे दिया। लेकिन,
सलमान खान ने अपनी प्रोडक्शन कंपनी के पास रजिस्टर टाइटल मेन्टल,
एकता कपूर को देने से साफ़ मना कर दिया।
ज़िद्दी एकता कपूर ने भी
मेन्टल को छोड़ा नहीं,
फिल्म का नाम मेन्टल है क्या रख दिया।
अब यह बात दीगर है कि फिल्म ऐतराज के बाद जजमेन्टल है क्या टाइटल के साथ
रिलीज़ हुई। अनुराग कश्यप,
अपनी फिल्म मनमर्ज़ियाँ को वुमनिया टाइटल से रिलीज़ करना चाहते थे। यह टाइटल, अनुराग
कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ़ वासेपुर के एक गीत से प्रेरित था। लेकिन, इस टाइटल को
प्रीतिश नंदी ने रजिस्टर करवा रखा था।
अनुराग कश्यप ने प्रीतिश को सन्देश भेजा तो प्रीतिश ने बदले में मोटी रकम
मांग ली।
रामगोपाल वर्मा ने दिया करण को भूत
करण जौहर को निर्माता विक्रम खखर ने भी इंकार कर दिया था। करण, अपनी विक्की
कौशल के साथ फिल्म का टाइटल रूह रखना चाहते थे, जो विक्रम
ने रजिस्टर करा रखा था। विक्रम के इंकार के बाद, करण जौहर ने
रामगोपाल वर्मा का रुख किया। उन्होंने
वर्मा से उनके पास रजिस्टर भूत टाइटल मांगा।
रामगोपाल वर्मा ने तुरंत टाइटल दे
दिया। अब इस फिल्म का नाम भूत : पार्ट वन
है।
टाइटल को लेकर उदार हैं करण
रामगोपाल वर्मा ने करण जौहर को अपना भूत टाइटल बिना किसी नखरे के दे दिया।
उनकी इस उदारता ने करण जौहर को उनका आभारी बना दिया। लेकिन,
टाइटल देने के मामले में करण जौहर खुद बेहद उदार हैं। एक समय खबर थी कि
करण जौहर, शिद्दत टाइटल के साथ एक फिल्म बनाने जा रहे
हैं। करण इस फिल्म का निर्माण श्रीदेवी के साथ करना चाहते थे। लेकिन,
श्रीदेवी ने साफ़ इंकार कर दिया। बाद में, यह खबर उडी
कि करण जौहर की शिद्दत में माधुरी दीक्षित आ गई हैं। लेकिन यह खबर गलत थी। करण
जौहर ने माधुरी दीक्षित की सितारा बहुल फिल्म को कलंक टाइटल के साथ रिलीज़ किया। जब
निर्माता दिनेश विजन ने अपने फिल्म के लिए शिद्दत की मांग की तो करण जौहर ने यह
टाइटल तत्काल दे दिया। सूत्र बताते हैं कि श्रीदेवी के बाद, करण जौहर का
दिल टूट गया था। वह शिद्दत टाइटल के साथ कोई भी फिल्म नहीं बनाना चाहते थे। करण
जौहर ने कुछ ऐसी ही उदारता लव रंजन के साथ भी दिखाई। लव रंजन को अजय देवगन,
तब्बू और रकुल प्रीत सिंह के साथ अपनी परिपक्व रोमांस वाली फिल्म को
उपयुक्त टाइटल नहीं मिल रहा था। उसी समय उन्हें पता चला कि दे दे प्यार दे टाइटल
करण जौहर के पास है। लव रंजन इस टाइटल के लिए करण जौहर के पास गए। करण ने ख़ुशी
ख़ुशी दे दे प्यार दे टाइटल लव रंजन को सौंप दिया।
चाणक्य बनाम चाणक्य नीति
प्रकाश झा ने, अजय देवगन के साथ एक पॉलिटिकल थ्रिलर फिल्म
राजनीति का निर्माण किया था। वास्तविकता
यह है कि प्रकाश झा ने अपने करियर की बड़ी शुरुआत अजय देवगन के साथ फिल्म बना कर ही
की थी। इन्ही प्रकाश जहां ने कुछ महीनों
पहले बड़ी विचित्र स्थिति पैदा कर दी थी। नीरज पांडेय खुद द्वारा निर्देशित की जाने
वाली फिल्म चाणक्य का निर्माण अजय देवगन के साथ करना चाहते थे। आधुनिक चाणक्य की इस कथा ने अजय देवगन को प्रभावित
किया था। उन्होंने इस फिल्म को तुरंत हाँ कर दी।
जैसे ही, अजय देवगन के साथ चाणक्य बनाये जाने की खबर
बाहर आई, प्रकाश झा ने तत्काल चाणक्य नीति बनाने का ऐलान कर दिया। उनकी यह फिल्म,
अजय देवगन के साथ फिल्म राजनीति की सीक्वल बताई गई। अजय देवगन की चाणक्य
के खिलाफ चाणक्य नीति का ऐलान करने का प्रकाश झा भ्रम फैलाने का इरादा ही लगता है।
क्योंकि, चाणक्य करने वाले अजय देवगन चाणक्य नीति तो
करने से रहे।
कॉपीराइट के झमेले में टाइटल
निर्माता आनंद एल राय की एक दूसरी फ़िल्म टाइटल के झमेले में फंस सकती है।
इस फिल्म का टाइटल फिलहाल शुभ मंगल ज़्यादा सावधान रखा गया है। यह फिल्म भी इरोस इंटरनेशनल के साथ फिल्म शुभ
मंगल सावधान (२०१३) की रीमेक फिल्म है।
आनंद इस फिल्म को भी इरोस के बिना बना रहे है। इसी प्रकार से निर्माता इम्तियाज़ अली और अनुराग
बासु की फ़िल्में भी टाइटल के झमले में फंस सकती हैं। अनुराग बासु, इस समय,
टी-सीरीज के भूषण कुमार के साथ फिल्म लाइफ इन अ मेट्रो की सीक्वल फिल्म का
निर्माण कर रहे हैं। हालाँकि,
अभी फिल्म का टाइटल फाइनल नहीं किया है।
लेकिन, अगर अनुराग लाइफ इन अ मेट्रो २ या इससे
मिलता जुलता टाइटल रखना चाहेंगे तो कॉपीराइट का अड़ंगा पड़ सकता है। कुछ ऐसा ही अड़ंगा इम्तियाज़ अली की फिल्म को भी
झेलना पड़ सकता है। इम्तियाज़ अली ने,
कार्तिक आर्यन और सारा अली खान के साथ अपनी फिल्म का टाइटल लव आजकल २ रखा है। यह फिल्म २००९ में प्रदर्शित
इम्तियाज़ अली निर्देशित फिल्म लव आजकल की सीक्वल फिल्म है। लाइफ इन अ मेट्रो और लव आजकल के निर्माता इरोस
इंटरनेशनल थे तथा यह दोनों ही फ़िल्में इरोस के बिना बनाई जा रही हैं। इरोस को मिलते-जुलते टाइटल पर आपत्ति हुई तो इन
फिल्मों का टाइटल भी बदलना पड़ सकता है।
इसलिए भी बदले गये टाइटल
निर्माता एकता कपूर ने, सलमान खान
से मेन्टल टाइटल न मिल पाने के कारण अपनी फिल्म का टाइटल मेन्टल है क्या रख लिया
था। लेकिन, उन्हें
इंडियन साइकियाट्रिक सोसाइटी के दबाव में फिल्म को जजमेन्टल है क्या टाइटल
के साथ रिलीज़ करना पड़ा। इसी प्रकार से,
निर्माता दिनेश विजन को अपनी हॉरर फिल्म रूह अफ़ज़ा का टाइटल रूही अफ़ज़ा करना
पड़ा, क्योंकि हमदर्द लेबोरेटरी को उनके उत्पाद
रूह अफ़ज़ा पर किसी हॉरर फिल्म का नाम मंज़ूर नहीं था।
जैसे को तैसा
कुछ समय पहले, फिल्म निर्माता शैलेन्द्र सिंह एक्टर रणवीर
सिंह को लेकर, सिंह इज किंग (२००८) का रीमेक बनाना चाहते
थे। सिंह इज किंग के निर्माता विपुल
अमृतलाल शाह थे। उन्होंने, शैलेन्द्र सिंह के पक्ष में टाइटल से अपना
अधिकार छोड़ने से इंकार कर दिया। बेचारे शैलेन्द्र सिंह मन मसोस कर रहे
गये। अब यह बात दीगर है कि जैसे को तैसा
मिला। वह अक्षय कुमार के साथ अपनी
निर्देशित फिल्म नमस्ते लंदन का सीक्वल अर्जुन कपूर के साथ बनाना चाहते थे। लेकिन,
अक्षय कुमार ने नमस्ते लंदन पर अपना अधिकार छोड़ने से मन कर दिया। विपुल शाह को अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा के
साथ फिल्म को नमस्ते इंग्लैंड टाइटल के साथ रिलीज़
करना पड़ा ।