भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 21 August 2022
राष्ट्रीय सहारा २१ अगस्त २०२२
हिन्दुफोबिक बॉलीवुड को हुआ बायकाट से नुकसान !
बॉलीवुड फिल्मों को, १००-१५० करोड़ का कारोबार करा सकने वाले विस्तारित सप्ताहांत और छुट्टियों के सप्ताह ने, इस बार तबाही मचा दी. रक्षा बंधन और स्वतंत्रता दिवस सप्ताह का लाभ उठाने के लिए ११ अगस्त को प्रदर्शित की गई बॉलीवुड की दो बड़े सितारों वाली बड़े बजट की फिल्मों का बाजा बज गया. रक्षा बंधन और लाल सिंह चड्डा अक्षय कुमार और आमिर खान जैसे भरोसेमंद सितारों के होते हुए भी, पांच दिनों में ५० करोड़ का आंकड़ा पार कर पाने में असफल रही. लाल सिंह चड्डा पांच दिनों में ४५.८३ करोड़ और रक्षा बंधन ने सिर्फ ३४.४७ करोड़ का कारोबार ही किया.
हिन्दुफोबिक एक्टर - क्या लाल सिंह चड्डा और रक्षा बंधन की असफलता, हिन्दुफोबिक बॉलीवुड की फिल्मो की असफलता है? आमिर खान ने अपनी फिल्मों पीके में हिन्दुओं का खूब अपमान किया. यहाँ तक कि अपने शो सत्यमेव जयते में भी अपने प्रतिभागियों के माध्यम से हिन्दू धर्म की फजीहत कराने में कोई गुरेज नहीं किया. कुछ ऎसी ही दशा अक्षय कुमार की भी थी. उन्होंने अपनी फिल्मों ओह माय गॉड, लक्ष्मी और अतरंगी रे मे हिन्दू धर्म की फजीहत करने में पीछे नहीं रहे. इन दोनों अभिनेताओं ने अपनी फिल्मों के प्रचार में भी परिहास की मुद्रा में गणेश जी को दूध पिलाने और शिव लिंग पर दूध चढाने का मजाक उड़ाया. इस से इन दोनों अभिनेताओं की छवि हिन्दूफोबिक एक्टरों की बन गई.
एकतरफा सुधार की जिद्द - क्या इससे यह कहा जा सकता है कि रक्षा बंधन और लाल सिंह चड्डा, अक्षय कुमार और आमिर खान के बयानों और फिल्मों के कारण असफल हो गई. यहाँ बता देना उचित होगा कि अक्षय कुमार और आमिर खान हिंदी फिल्मों में काम करते हैं तथा इनका रुतबा इनके प्रति दर्शकों के प्यार में ही है. अपनी इमेज के कारण बॉलीवुड के एक्टर दर्शकों को छविग्रहों तक खींच ला पाने में सफल होते रहे है. पर इससे यह दोनों अभिनेता या बॉलीवुड समाज सुधारक साबित नहीं होते. इन्हें दर्शकों का मनोरंजन करना चाहिए, न कि अपनी मानसिकता के अंतर्गत धर्म पर हमला करना चाहिए था. यह दोनों समाज सुधारक होते तो मुस्लिम धर्म के तीन तलाक, हलाला, औरतों की दुर्दशा, मदरसों में मौलवियों द्वारा बलात्कार, आदि आदि पर भी अपनी फ़िल्में बनाते. पर बॉलीवुड तो ख़ास तौर पर हिन्दू धर्म पर ही हमला करता रहा है. चूंकि, हिन्दू सहिष्णु होता है, वह इसका गलत फायदा उठाते रहे है. पर बकरे की माँ कब तक खैर मनाती! हिन्दुओं ने इन अभिनेताओं द्वारा अपने धर्म पर हमले को दिल से लगा लिया. इसका नतीजा इन दोनों की फिल्मों की असफलता के रूप में सामने आया.
भ्रष्ट कथ्य - क्या यह माना जाना उचित होगा कि रक्षा बंधन और लाल सिंह चड्डा इसलिए असफल हो गई कि हिन्दू नाराज था? तब तो पीके को असफल हो जाना चाहिए था. ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान को ५० करोड़ से अधिक की ओपनिंग नहीं मिलनी चाहिए थी. तो क्या रक्षा बंधन और लाल सिंह चड्डा खराब फ़िल्में होने के कारण असफल हुई ? इस सवाल का जवाब पीके और ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान में ही छिपा है. इसमें कोई शक नहीं कि लाल सिंह चड्डा एक खराब फिल्म थी. यह फिल्म जितनी ख़राब लिखी गई थी, उतना ही खराब आमिर खान का अभिनय भी था. फिल्म के ट्रेलर ने इसका ऐलान कर भी दिया था. वही, रक्षा बंधन भी साधारण फिल्म थी. यह फिल्म रक्षा बंधन जरूर थी. पर दहेज़ की बुराइयों पर अधिक थी. दहेज़ प्रथा की बुराई करना गलत नहीं है. पर दहेज़ प्रथा तो दूसरे धर्मों में भी है. मुस्लमान भी दहेज माँगने लगे है. ऐसे में जब लक्ष्मी का हीरो हिन्दू लड़की से शादी करने वाला मुस्लमान हो सकता है तो रक्षा बंधन का हीरो भी दहेज़ माँगने वाला मुस्लमान क्यों नहीं हो सकता! वैसे भी रक्षा बंधन जैसे खुशियों के त्यौहार में रोतीधोती फ़िल्में कौन देखना चाहता है!
हिन्दुफोबिक होने का नुकसान - कोई संदेह नहीं कि रक्षा बंधन और लाल सिंह चड्डा ख़राब बनी फ़िल्में थी. चूँकि, अक्षय कुमार इसी साल बच्चन पाण्डेय और सम्राट पृथ्वीराज जैसी असफल फ़िल्में दे चुके थे, इसलिए स्वाभाविक था कि दर्शक उनकी तीसरी फिल्म रक्षा बंधन को महत्त्व न देते. उनके हिन्दू विरोधी रुख ने हिन्दुओं को पहले ही उनसे दूर कर दिया था. अब आते है लाल सिंह चड्डा पर. लाल सिंह चड्डा भी ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान की तरह बेहद खराब बनी फिल्म थी. आमिर खान बदरंग थे. पर इसके बावजूद ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान को दिवाली के त्यौहार में ५० करोड़ से अधिक देने वाले दर्शक मिले. यही दर्शक रक्षा बंधन में लाल सिंह चड्डा को क्यों नहीं मिले? इसी का जवाब छुपा है बायकाट लाल सिंह चड्डा में. आमिर खान के देश विरोध बयानों, टर्की के राष्ट्रपति की पत्नी से मिलाने की तस्वीरों को वायरल करना और अपने स्टारडम की ऐंठ ने हिन्दू दर्शकों को लाल सिंह चड्डा से दूर कर दिया. अगर ऐसा न होता तो लाल सिंह चड्डा को भी ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान की तरह बढ़िया ओपनिंग मिलती. उसकी गाडी १२ करोड़ से पहले ही नहीं रुक जाती. यही है हिन्दुओं के द्वारा बायकाट बॉलीवुड का नुकसान.
कुछ बॉलीवुड की २१ अगस्त २०२२
प्रभास का सालार या हृथिक का फाइटर !- स्वतंत्रता दिवस २०२२ के दिन, दक्षिण के प्रतिष्ठित बैनर होम्बले फिल्म्स ने धमाका सा कर दिया. इस बैनर ने एक बड़ा पोस्टर जारी कर सोशल मीडिया में यह घोषणा की कि उनकी प्रभास के साथ पैन इंडिया फिल्म सालार २८ सितम्बर २०२३ को प्रदर्शित होगी. होम्बले फिल्म का यह धमाका भी था और आत्मविश्वास भी था कि उन्होंने २०२२ में राधे श्याम जैसी फ्लॉप फिल्म देने वाले एक्टर प्रभास की सबसे हिंसक फिल्म सालार को २८ सितम्बर २०२३ को प्रदर्शित करने की साहसिक घोषणा की. यह घोषणा इस लिए साहसिक थी कि इसी दिन हृथिक रोशन की एक्शन थ्रिलर फिल्म फाइटर को प्रदर्शित किये जाने की घोषणा इस साल मार्च में ही कर दी गई थी. हृथिक रोशन और सिद्धार्थ आनंद की वॉर जोड़ी की फाइटर के सामने सालार के प्रदर्शन का साहस यह जताता है कि दक्षिण के बैनर आश्वस्त है कि उनकी तेलुगु फिल्मों के डूब संस्करण और तेलुगु सितारेल, बॉलीवुड की फिल्मों और सितारों को चुनौती दे पाने में सक्षम है. होम्बले फिल्म्स को यह मालूम है कि सालार के निर्देशक प्रशांत नील केजीएफ़ सीरीज से अखिल भारतीय स्तर के निर्देशक बन गए है. यहाँ बताते चलें कि सालार में प्रभास की नायिका श्रुति हासन है, जबकि फाइटर में दीपिका पादुकोण की हृथिक रोशन के साथ जोड़ी पहली बार बन रही है.
छोटे मिया की श्रद्धा ! - टाइगर श्रॉफ के फिल्म जीवन की दूसरी फिल्म बागी और बागी ३ की नायिका श्रद्धा कपूर, छोटे मिया की श्रद्धा बनने जा रही है. वास्तव में, श्रद्धा कपूर को जैकी भगनानी की फिल्म बड़े मिया छोटे मिया के छोटे मिया टाइगर श्रॉफ की नायिका के रूप में चुने जाने का समाचार है. इस फिल्म के बड़े मिया अक्षय कुमार है. बड़े मिया छोटे मिया, जैकी के पिता के बैनर पूजा फिल्म्स की फिल्म बड़े मिया छोटे मिया की टाइटल रीमेक फिल्म है. डेविड धवन निर्देशित फिल्म के छोटे मिया गोविंदा थे और बड़े मिया अमिताभ बच्चन थे. परन्तु, २०२३ की बड़े मिया छोटे मिया में यह भूमिकाएं अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ कर रहे है. यह मरदाना जोड़ी पहली बार परदे पर आयेगी. निर्देशक अली अब्बास जफ़र, अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ की तिकड़ी पहली बार बनने जा रही है. इस फिल्म की शूटिंग फरवरी २०२३ से शुरू हो पायेगी.
ऑस्कर में आरआरआर ! - १६ दिसम्बर १९०५ से निरंतर प्रकाशित हो रही हॉलीवुड की एंटरटेनमेंट मैगज़ीन वैरायटी ने अपने ताजे अंक में २०२३ के ऑस्कर पुरस्कारों के लिए प्रतिस्पर्द्धा करने वाली फ़िल्मों की अनुमानित सूची डाली है. यह मैगज़ीन हर साल ऎसी सूची जारी करती रहती है. पर इस साल की सूचि भारतीय सिनेमा के लिए विशेष है. क्योंकि, इस पत्रिका ने ऑस्कर की तीन श्रेणियों में एक भारतीय फिल्म के नाम को भी शामिल किया है. इस सूची में श्रेष्ठ फिल्म की श्रेणी में तेलुगु फिल्म आरआरआर, श्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में आरआरआर में कोमारम भीम का चरित्र करने वाले तेलुगु फिल्म अभिनेता एनटीआर जूनियर और श्रेष्ठ निर्देशक की श्रेणी में आरआरआर के निर्देशक एस एस राजामौली को प्रतिस्पर्द्धा करते दिखाए गए है. क्यों, है न यह हर भारतीय के लिए खुशी की बात !
अब तारिक बनेंगे जॉन अब्राहम - फिल्म निर्माता और अभिनेता जॉन अब्राहम अब तारिक बनाने जा रहे हैं. निर्माता संदीप लिजेल और शोभना यादव के साथ बाटला हाउस और तेहरान के बाद इस तीसरी फिल्म तारिक की शीर्षक भूमिका जॉन अब्राहम ही कर रहे है. इस फिल्म को ललित मराठे ने लिखा है तथा फिल्म का निर्देशन अरुण गोपालन ने किया है. अरुण ने ही तेहरान फिल्म का निर्देशन भी किया है. यहां दिलचस्प तथ्य यह है कि जहां तेहरान २६ जनवरी २०२३ को प्रदर्शित होगी, वही तारिक स्वतन्त्रता दिवस सप्ताहांत में १५ अगस्त २०२३ को प्रदर्शित की जाएगी.
१५ अगस्त चार साल पहले और आज ! - चार साल पहले, १५ अगस्त २०१८ को निर्देशक रीमा कागटी की अक्षय कुमार, कुनाल कपूर, मौनी रॉय और अमित साध अभिनीत, स्वतन्त्रता के बाद हॉकी का पहला स्वर्ण जीतने के कथानक पर फिल्म गोल्ड प्रदर्शित हुई थी. इसी दिन, जॉन अब्राहम और मनोज बाजपेई की सतर्क नागरिक फिल्म सत्यमेव जयते भी प्रदर्शित हुई थी. मिलाप झावेरी निर्देशित सत्यमेव जयते को ए अर्थात बालिगों के लिए फिल्म का प्रमाणपत्र मिला था. इसी कारण से जॉन अब्राहम की फिल्म के नाम सबसे अधिक ओपनिंग लेने वाली ए प्रमाणपत्र वाली फिल्म का कीर्तिमान लिख गया. इस फिल्म ने पहले दिन २०.५२ करोड़ का कारोबार किया. यह कीर्तिमान कोई फिल्म तोड़ नहीं पाई है. वही, अक्षय कुमार की फिल्म गोल्ड ने २५.२५ करोड़ का कारोबार किया इस प्रकार से अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम आमने सामने आने के बाद भी पहले दिन ४५.७७ करोड़ का कारोबार कर पाने में सफल हुए. आज चार साल बाद बहुत कुछ बदल गया है. स्वतन्त्रता दिवस के विस्तारित सप्ताहांत का लाभ उठाने के लिए आमिर खान ने अपनी फिल्म लाल सिंह चड्डा, अक्षय कुमार की फिल्म रक्षाबंधन के विरुद्ध उतार दी थी. पर यह दोनों ही फ़िल्में सम्मिलित रूप से भी सत्यमेव जयते के पहलें दिन के २०.५२ करोड़ के पास तक नहीं पहुंच सकीं.
कंटेंट या श्रीकृष्ण महिमा ! - बॉक्स ऑफिस पर तेलुगु फिल्म कार्तिकेय २ का हिन्दी संस्करण तहलका मचा रहा है. कार्तिकेय २, शनिवार १३ अगस्त को प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म के हिदी संस्करण ने ८ लाख की ओपनिंग ली. हालांकि फिल्म का सामना आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्डा और अक्षय कुमार की फिल्म रक्षाबंधन से था. मौखिक प्रशंसा की महिमा देखिए कि रविवार को फिल्म ने ३०० प्रतिशत की छलांग मारते हुए २६ लाख का व्यावसाय किया. स्वतन्त्रता दिवस के अवकाश के दिन जहाँ बॉलीवुड की दोनों फ़िल्मों का डिब्बा गुल हो गया, कार्तिकेय २ ने फिर ३०० प्रतिशत की छलांग भरी. फिल्म के ७५ से ८५ लाख के बीच कारोबार की आशा की जा रही है. यहाँ रूचिकर तथ्य यह कि मुंबई में कार्तिकेय २ को पहले दिन केवल ८ शो दिए गए थे. फिल्म के प्रति दर्शकों की उत्सुकता देखते हुए दूसरे दिन फिल्म के शो बढ़ा कर २० कर दिए गए. स्वतन्त्रता दिवस को फिल्म के ८० शो चल रहे थे. बाद में इन्हें बढ़ा के १२० कर दिया गया है. क्या इसे कृष्ण नाम की महिमा कहेंगे या कंटेंट का चमत्कार! अब देखने वाली बात होगी कि जन्माष्टमी के दिन फिल्म क्या चमत्कार करती है!
क्या बनेगी द डर्टी पिक्चर २ ? - विद्या बालन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिलाने वाली फिल्म द डर्टी पिक्चर (२०११) का सीक्वल बनाए जाने के समाचार हवा मे तैर रहे हैं. पता चला है कि एकता कपूर ने द डर्टी पिक्चर २ के लिए विद्या बालन को संपर्क किया तो विद्या बालन ने साफ़ मना कर दिया. इस पर, एकता कपूर ने लॉकअप की जेलर कंगना रानौत से संपर्क साधा. पर, रियलिटी शो लॉकअप में स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी की इमेज चमका कर खुद की धाकड़ इमेज दागदार कर चुकी कंगना ने एकता को विनम्रतापूर्वक मना कर दिया. अब समाचार है कि एकता कपूर ने तपसी पन्नू और कृति सेनन से संपर्क साधा है. कृति सेनन इस समय की अति व्यस्त और सफल अभिनेत्री है. वह द डर्टी पिक्चर जैसी सफल और विवादित फिल्म करना चाहेंगी? परन्तु, अगर इस फिल्म में तपसी पन्नू कोई लिए गया तो समझ लीजिये कि द डर्टी पिक्चर की पिक्चर डर्टी होना तय है. क्योंकि, तपसी पन्नू अब सांड की आँख, थप्पड़, हसीं दिलरुबा, रश्मि राकेट, लूप लपेटा और शाबास मितु जैसी सुस्त, असफल और उकाताऊ फिल्मों से अपनी अभिनेत्री वाली पिक्चर डर्टी कर चुकी है.
अक्षय और आमिर पर भारी कार्तिकेय !
प्रदर्शन की तिथि
लाल सिंह चड्डा रक्षा बंधन कार्तिकेय २
(कारोबार
करोड़ों में)
११ अगस्त २०२२ ११.७० ८.२० ---
१२ अगस्त २०२२
७.२६ ६.४० ---
१३ अगस्त २०२२
९.०० ६.५१ ०.०७
१४ अगस्त २०२२
१०.०० ७.०५ ०.२८
१५ अगस्त २०२२
७.८७ ६.३१ १.१०
१६ अगस्त २०२२
२.१० १.५८ १.२८
१७ अगस्त २०२२
१.७० १.२५ १.३८
१८ अगस्त २०२२
१.३५ १.०० १.६४
१९ अगस्त २०२२
१.२५ १.०० २.४६
२० अगस्त २०२२
१.४० १.०२ ३.०४
Wednesday, 17 August 2022
सुपरहिट आशिकी की फ्लॉप जोड़ी !
बत्तीस साल पहले, १७ अगस्त १९९०. देश के तमाम सिनेमाघरों में महेश भट्ट
निर्देशित मुसिक्ला रोमांस फिल्म आशिकी प्रदर्शित होने जा रही थी. इस फिल्म के गीत
कई हफ़्तों पहले ही लोकप्रियता की पायदान पर शीर्ष पर बने हुए थे. नदीम श्रवण और समीर, रानी मलिक और मदन पाल के तमाम गीत
कुमार सानु, अनुराधा पोडवाल
और उदित नारायण की आवाज़ में श्रोताओं के कानों में रस घोल रहे थे.
इस फिल्म से एक नई जोड़ी अनु अगरवाल और राहुल रॉय का
दर्शकों से पहला परिचय होने जा रहा था. फिल्म के संगीत से पहले ही दर्शकों की
जुबान में चढ़ चुकी आशिकी इसकी नई जोड़ी के कारण
दिलों में समा गई. मॉडल अनु अगरवाल का काला रंग दर्शकों की आशिकी में शुमार हो
चुका था. युवाओं में राहुल रॉय कट लम्बे बाल रखने का फैशन बन गया. दोनों की जोडी सुपरहिट
हो गई.
पर पहली फिल्म की सफलता ही, इस जोड़ी की विफलता का बड़ा कारण बन गई. इन दोनों को अपनी फिल्मो में साइन करने के लिए निर्माताओं की भीड़ इनके मकान के बाहर पंक्तिबद्ध हो रही थी. अपनी सफलता को भुनाने के लिए दोनों ही युवा एक्टरों ने दाए बाएं जो फ़िल्में आई, उन्हें साइन कर लिया. उनमे से ज्यादातर बन ही नहीं पाई. लेकिन, जो बनी भी वह इस जोड़ी के एक्टरों को भुनाने के ख्याल से कच्ची पक्की बनी था.
परिणामस्वरूप अनु अगरवाल ने गजब तमाशा, किंग अंकल. खलनायिका, जन्म कुंडली. राम शास्त्र और रिटर्न
ऑफ़ ज्वेल थीफ जैसी असफल फ़िल्में दी. खलनायिका ने तो अनु को बिलकुल डुबो दिया. इसी
समय १९९९ में, जब अनु अगरवाल योग को समर्पित होने के लिए बॉम्बे से अपना सामान ले
जाने के लिए आ रही थी कि उसका एक भयानक एक्सीडेंट हुआ. वह बुरी तरह से घायल हो गई.
किसी प्रकार से उसकी जान बची. लेकिन, इस हादसे के बाद, अनु अगरवाल इतनी भयभीत हो गई कि उन्होंने बॉलीवुड की ओर
देखने तक से मना कर दिया.
उधर राहुल रॉय ने तो फ्लॉप फिल्मों की जैसे बारिश सी कर दी.
प्यार का साया, बारिश, जूनून, गजब तमाशा, दिलवाले कभी न हारे, जानम,
सपने साजन के, पहला नशा, गुमराह, गेम फिर तेरी कहानी याद आये, हँसते खेलते, मझधार, नसीब,
अचानक, आदि ढेरो फ्लॉप
फिल्मों का अम्बार लगा दिया राहुल रॉय ने.
Mithai actor Aashish Bharadwaj celebrating Janmashtami
Coming from a land that
has a plethora of festivals and customs, It is amusing to see how one festival
is celebrated so differently in various parts of our country. As we are soon to
celebrate the birthday of Lord Krishna, Janmashtami has always been a festival
that is loved and adored by all Krishna devotees and admirers. While the cast
of Serial Mithai is all set to be seen celebrating the Janmashtami sequence
with the cast of Pyar Ka Pehla Naam: Radha Mohan. This will be an episode all
fans of both the serials will be excited about due to the twists and plot
changes.
In an exclusive interview,
when asked, Lead Actor Aashish Bharadwaj AKA Siddharth from the serial Mithai
about his Janmashtami experience, he fondly mentioned, “Janmashtami has always
been a special festival for me, as there is a very unique way of celebrating
this festival in my hometown Khatauli. Each year we used to decorate all the
temples around and the entire city used to unitedly celebrate this festival.
While it was a great time to meet and celebrate with family and friends, what
made it more special was that each year I was dressed as Lord Krishna blessing
all the devotees who used to come to pray at the temple. This is one of my
fondest memories of childhood and those early years of enactment have prepared
me for taking up acting as a profession. I dearly love this festival and am
excited to celebrate it this year in Mumbai.”
Dhokha: Round D Corner का टीज़र
Tuesday, 16 August 2022
IFFM अवार्ड्स 2022 में टॉप पर 83,जलसा,द रेपिस्ट और रणवीर सिंह
इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न 2022 (IFFM) ने काफी धूमधाम
के बाद अपने 13वें एडिशन के
लिए प्रतिष्ठित पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की है। जूरी सदस्यों के लिए कई
श्रेणियों और भाषाओं में फिल्मों के प्रभावशाली नामांकन में से विजेताओं का चयन
करना कठिन समय था। इस वर्ष महोत्सव में भारतीय सिनेमा और पड़ोसी देशों का
प्रतिनिधित्व करने वाली फिल्मों, शॉर्ट
फिल्मों, डॉमेंट्रीज़ की
एक प्रभावशाली श्रृंखला थी।
इस फेस्टिवल में प्रतिष्ठित पालिस थिएटर में मेलबर्न में
विक्टोरियन सरकार के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। अभिषेक बच्चन, तापसी पन्नू, तमन्नाह भाटिया, वाणी कपूर, कबीर खान, शेफाली शाह, शूजीत सरकार, अनुराग कश्यप, निखिल आडवाणी, मोहित रैना, सोना महापात्रा, मिनी माथुर, सुरेश त्रिवेणी, पूर्व क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट टीम
के पूर्व कप्तान, कपिल देव, विक्रम मल्होत्रा, शिबाशीष सरकार, सुनीर खेतरपाल सहित कई अन्य उत्सव के
दौरान कई भारतीय अभिनेता और कलाकार व्यक्तिगत रूप से फेस्टिवल का हिस्सा थे।
अवॉर्ड नाइट की मेज़बानी ऋत्विक धनजानी ने की।
IFFM 2022, अभिषेक
बच्चन को लीडरशिप इन सिनेमा अवार्ड से सम्मानित किया, वाणी कपूर को चंडीगढ़ करे आशिकी में
उनके पथप्रदर्शक प्रदर्शन के लिए डिसरपटर इन सिनेमा पुरस्कार से सम्मानित किया
गया। विद्या बालन अभिनीत जलसा की टीम, सुरेश त्रिवेणी द्वारा निर्देशित और अबुंदन्शीया
एंटरटेनमेंट के विक्रम मल्होत्रा द्वारा निर्मित शेफाली शाह को इक्वलिटी इन सिनेमा
पुरुष्कार से सम्मानित किया गया। पूर्व क्रिकेटर श्री कपिल देव को लाइफस्टाइल
अचीवमेंट अवार्ड्स से सम्मानित किया गया।
रणवीर सिंह ने 83 के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार पाने के बाद
कहा, "मैं
IFFM में जूरी
सदस्यों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे मेरे करियर की सबसे पसंदीदा फिल्म 83 में कपिल देव के रूप में मेरी भूमिका
के लिए वर्ष का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता प्रदान किया। यह हमेशा मेरी फिल्मोग्राफी में
सबसे अधिक पसंद की जाने वाली फिल्मों में से एक होगी। लेकिन प्रशंसा से अधिक यह
फिल्म बनाने की प्रक्रिया है जिसे मैं सबसे ज़्यादा संजोता हूं। मैं कबीर सर का
आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यह अवसर दिया, मेरा मार्गदर्शन किया और मुझे प्रेरणा देने के लिए मैं
इस सम्मान को 83 के कलाकारों और
क्रू के साथ साझा करता हूं जो मुझे बहुत प्रिय हैं, और जिनके साथ मेरा बहुत ही विनम्र भरा बंधन है और मैं इस
सम्मान को कपिल के डेविल्स को समर्पित करता हूं, जिन पर यह कहानी आधारित है। जिन्होंने सपने देखने की
हिम्मत की और अपने प्रयासों और उपलब्धियों से हमें दिखाया कि हम भारतीय दुनिया में
सर्वश्रेष्ठ हो सकते हैं।"
वाणी कपूर ने सिनेमा पुरस्कार जीतने के बाद कहा, "मेलबर्न और मीतू का यह बहुत अलग तरह का
भारतीय फिल्म महोत्सव है, इस तरह की फिल्म
को मान्यता देना और इतना सम्मान और प्यार देना और इसे स्वीकार करना और चंडीगढ़ करे
आशिकी को एक फिल्म समारोह में जगह देना एक बड़ा समावेश है। यह बहुत खास और अद्भुत
लगता है।"
अभिषेक बच्चन ने लीडरशिप इन सिनेमा अवार्ड को स्वीकार
करते हुए कहा, "मुझे
सिनेमा में लीडरशिप अवार्ड देने के लिए मैं IFFM को धन्यवाद देता हूं, मैं विक्टोरियन सरकार और फिल्म फेस्टिवल द्वारा इस
प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए सोचे जाने पर बेहद उत्साहित हूं। भले ही यह पुरस्कार
सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नहीं है। लेकिन मैं इस फेस्टिवल में जल्द
ही सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के लिए वापस आने के लिए बहुत निश्चित हूं
क्योंकि मुझे यकीन है कि मैं यह जल्द ही प्राप्त करूंगा।"
फिल्म समारोह के निर्देशक मीतू भौमिक लांगे की अगुवाई
में, इस साल IFFM की शुरुआत 12-20 अगस्त 2022 से हुई। यह सबसे बड़े भारतीय फिल्म समारोहों में से एक
है जो भारत के बाहर होता है और ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा समर्थित एकमात्र भारतीय
फिल्म समारोह भी है। फिल्म महोत्सव में समीक्षकों द्वारा प्रशंसित 100 से अधिक फिल्मों का प्रदर्शन किया
जाएगा।
यहां विजेताओं की पूरी सूची है
IFFM 2022
बेस्ट डॉक्यूमेंट्री - पायल कपाड़िया द्वारा अ नाइट ऑफ नोइंग नोथिंग
बेस्ट अभिनेता सिरीज़ - मुंबई डायरीज़ 26/11 के लिए मोहित रैना
बेस्ट अभिनेत्री सिरीज़ - साक्षी तंवर माई के लिए
बेस्ट सिरीज़ - मुंबई डायरीज़ 26/11, निखिल आडवाणी
बेस्ट इंडी फिल्म - अनमोल सिद्धू द्वारा निर्देशित जग्गी
(पंजाबी)
बेस्ट निर्देशक - सरदार उधम के लिए शूजीत सरकार और द
रेपिस्ट के लिए अपर्णा सेन ने संयुक्त रूप से पुरस्कार जीता
बेस्ट अभिनेता - रणवीर सिंह 83
बेस्ट एक्ट्रेस- शेफाली शाह (जलसा) और
बेस्ट फिल्म - 83, कबीर खान
इक्वालिटी इन सिनेमा - सुरेश त्रिवेणी द्वारा निर्देशित
जलसा
डिसरपटर इन सिनेमा अवार्ड - वाणी कपूर चंडीगढ़ करे आशिकी
के लिए
लीडरशिप इन सिनेमा अवार्ड - अभिषेक बच्चन
लाइफस्टाइल अचीवमेंट अवार्ड - कपिल देव