थिएटर आर्टिस्ट मानव कौल को दुष्ट किरदार भाते हैं। बारामुला कश्मीर में जन्मे मानव कौल का ठिकाना होशंगाबाद मध्य प्रदेश है। उन्होंने २००४ में नाट्य समूह 'अरण्य' की स्थापना की। उनके नाटक इल्हाम, पार्क और शक्कर के पांच दाने ख़ास उल्लेखनीय हैं। मोनोलॉग शक्कर के पांच दाने को खूब सराहा गया। मानव कौल ने बतौर एक्टर २००३ में रिलीज़ फंतासी फिल्म 'जजंतरम ममंतरम्' से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने दायें या बाएं, १९७१ और आई ऍम जैसी फ़िल्में की। लेकिन उन्हें पहचान मिली अभिषेक कपूर की फिल्म 'काई पो चे' में वाम पंथी राजनीतिक का किरदार किया था। इसके बाद उनकी दो अन्य फ़िल्में 'सिटी लाइट्स' और ' वज़ीर' भी रिलीज़ हो चुकी हैं। इन सभी में उनके किरदारों में निगेटिव शेड थे। अब प्रकाश झा की फिल्म 'जय गंगाजल' में वह दुष्ट नेता बबलू पाण्डेय के किरदार में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा से टकराते नज़र आएंगे। बबलू पाण्डेय का किरदार निगेटिव होने बावजूद प्रभावशाली है। मानव क़ौल के लिए अपनी प्रतिभा का खुल कर प्रदर्शन करने के भरपूर मौके हैं। क्या 'जय गंगाजल' मानव कौल के करियर को कोई खूबसूरत मोड़ दे पायेगी ?
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday 14 January 2016
'जय गंगाजल' में प्रियंका चोपड़ा से टकराएंगे मानव कौल
Labels:
Jai Gangajal,
Manav Kaul,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment