अभी फिल्म निर्माता निर्देशक प्रकाश झा को गुडगाँव में सेंट्रल रिज़र्व पुलिस फ़ोर्स अकादमी में 'सातवी नेशनल कांफ्रेंस ऑफ़ वीमेन इन पोलिस' के उद्घाटन पर 'वीमेन इन पुलिस, डिफरेंट पर्सपेक्टिव एंड न्यू रोल्स' पर विचार व्यक्त करने के लिए बुलाया गया। उन्हें यह निमंत्रण इसलिए मिला कि वह एक महिला पुलिस अफसर पर फिल्म 'जय गंगाजल' के निर्देशक हैं। इसके अलावा तो उनकी कोई दूसरी खासियत नज़र नहीं आती । उन्होंने इस समारोह में अपनी प्रियंका चोपड़ा निर्देशित फिल्म 'जय गंगाजल' का ट्रेलर भी दिखाया। बताते हैं कि मौजूद महिला कॉप ने इस ट्रेलर को पसंद किया। सवाल जवाब में उन्होंने कहा. "मेरी फिल्म का मुख्य किरदार आभा माथुर एक सख्त और ईमानदार पुलिस अधिकारी है। इसके साथ ही उसमे स्त्रियोचित गुण और करुणा भी है। उसके लिए मुश्किल तब होती है, जब उसका सिस्टम से टकराव शुरू होता है।" महिला पुलिस के किरदार पर बहुत सी फ़िल्में बनी हैं। २०१४ में रानी मुख़र्जी की कॉप भूमिका वाली फिल्म 'मर्दानी' रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म में प्रदीप सरकार ने महिला कॉप शिवानी शिवाजी रॉय का अच्छा चित्रण किया था। लेकिन, यह फिल्म भी व्यक्तिगत हिंसा का शिकार हुई थी। जहाँ तक महिला कॉप पर प्रकाश झा की फिल्म का सवाल है, उस पर कुछ कहना ठीक नहीं। लेकिन, प्रकाश झा ने अपनी पिछली कुछ फिल्मों 'आरक्षण' और 'सत्याग्रह' में जिस प्रकार से देश की आरक्षण व्यवस्था पर सवालों और भ्रष्टाचार से लड़ाई का कचरा किया है, उससे ऐसा लगता नहीं कि वह 'जय गंगाजल' में भी आरक्षण की तरह आरक्षण पर बहस छेड़ते छेड़ते ठेठ मुम्बईया स्टाइल में शिक्षा व्यवस्था की बात करने और आरक्षण के सेंसटिव मुद्दे से बच निकलने जैसा प्रयास नहीं करेंगे। इसलिए, उम्मीद यही लगाईं जानी चाहिए कि प्रकाश झा ने फिल्म 'जय गंगाजल' को भी किसी गंभीर मुद्दे के बजाय पुलिस राजनेता गठजोड़ के खिलाफ आभा माथुर की हिंसक लड़ाई बना दी होगी । यहाँ प्रकाश झा की बात ही, "हमारी फिल्मों में पुलिस फ़ोर्स में महिलाओं की स्ट्रांग इमेज को दिखाने की ज़रुरत है।" क्या प्रकाश झा 'जय गंगाजल' में इसे दिखा पाये होंगे !
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 9 January 2016
क्या पुलिस फ़ोर्स में महिलाओं को दिखा पाती है 'जय गंगाजल' !
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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