बॉलीवुड फिल्मों की दो जानी पहचानी अभिनेत्रियां अपनी गंभीर बीमारी से मुक्त हो कर फिर से फिल्मों में वापसी कर रही हैं। यह दो अभिनेत्रियां हैं नेपाली ब्यूटी मनीषा कोइराला और इंडो कैनेडियन ब्यूटी लीज़ा रे। नेपाली फिल्म करने के बाद मनीषा कोइराला ने सुभाष घई के निर्देशन में हिंदी फिल्म ' सौदागर' से डेब्यू किया। फिल्म सुपर हिट हुई। भेड़ चाल के तहत मनीषा कोइराला के आगे फिल्मों का ढेर लग गया। यह सभी फ़िल्में मनीषा कोइराला की फिल्म सौदागर से बनी इलू इलू इमेज भुनाने के लिए बनी थी। नतीजे के तौर पर मनीषा कोइराला ने फर्स्ट लव लेटर, यलगार, इंसानियत के देवता, अनमोल, धनवान, यू ही कभी, मिलन, १९४२: अ लव स्टोरी, संगदिल सनम, आदि असफल फिल्मों के ढेर लगा दिए। इतनी ज़्यादा असफलता के बाद मनीषा कोइराला ने वापसी की। यह उनकी ज़बरदस्त वापसी थी। क्रिमिनल और बॉम्बे फिल्मों ने उन्हें फिर स्थापित कर दिया। अकेले हम अकेले तुम से उनके अभिनयशील पक्ष को उजागर किया। अग्निसाक्षी के बाद उन्हें टॉप की अभिनेत्रियों में शुमार किया जाने लगा। मनीषा का करियर उतार चढ़ाव वाला रहा। वह एक ओर हिट फ़िल्में देती, दूसरी ओर फ्लॉप फिल्मों का ज़खीरा खड़ा कर देती। वह अपने करियर के प्रति उदासीन सी लगने लगी। उनकी बददिमागी के किस्से सुर्खियां पाने लगे। इसी दौरान उन्होंने पैसा वसूल का निर्माण किया। फिल्म फ्लॉप हुई। २०१० में उन्होंने एक नेपाली व्यापारी से विवाह कर लिया। लेकिन, यह शादी ज़्यादा नहीं टिक सकी। रामगोपाल वर्मा की फिल्म 'भूत रिटर्न' के बाद उन्हें ओवरी के कैंसर का पता चला। वह फिल्मों से दूर हो गई। मनीषा कोइराला से केवल दो साल छोटी लीज़ा रे ने मनीषा के हिंदी फिल्म डेब्यू के दस साल बाद हिंदी फिल्म 'कसूर' (२००१) से डेब्यू किया। आफताब शिवदासानी के साथ यह थ्रिलर फिल्म हिट हुई। लेकिन, लीज़ा को इस फिल्म से काफी पहले करण कपूर के साथ बॉम्बे डाईंग के विज्ञापन की मॉडल के बतौर पहचाना जाने लगा था। उन्होंने अपने विज्ञापनों से धूम मचा दी थी। ग्लैड रग्स के कवर पर बेवॉच स्विमसूट में वह गज़ब ढा रही थी। वह वुमन ऑफ़ मिलेनियम चुनी गई। नुसरत फ़तेह अली खान के विडियो एल्बम आफरीन आफरीन (१९९६) और दलेर मेहंदी के विडियो हर तरफ तेरा जलवा (१९९९) से उनकी सेक्स अपील का डंका बज गया। इसके बाद विक्रम भट्ट के निर्देशन में कसूर रिलीज़ हुई। इस फिल्म की खासियत यह थी कि फिल्म में लीज़ा रे के संवाद अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने डब किये थे। चूंकि, फिल्म में दिव्या दत्ता भी अभिनय कर रही थी, इसलिए दिव्या के संवाद वॉयसओवर आर्टिस्ट से डब कराये गए। २००९ में लीज़ा रे को वाइट ब्लड सेल्स के कैंसर का मरीज़ पाया गया।
यह दोनों अभिनेत्रियां इंसान के घातक बीमारी से लड़ कर जीतने का उदाहरण हैं। इन दोनों अभिनेत्रियों ने अपनी बीमारी से हार नहीं मानी। वह लम्बे समय तक मर्मान्तक कष्ट झेलते हुए भी लड़ती रही और अंततः अपनी बीमारी से जीत पा सकी । अब मनीषा कोइराला तमिल-कन्नड़ फिल्म से अपनी वापसी कर रही है. इस फिल्म के लिए उन्होंने राजकुमार संतोषी की फिल्म को होल्ड में रखा था। लिसा रे शीघ्र रिलीज़ होने जा रही फिल्म इश्क फॉरएवर से वापसी कर रही हैं। इस फिल्म में वह एक सीक्रेट एजेंट के किरदार में हैं। इन फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर चाहे जो हश्र हो, लेकिन इन दोनों खूबसूरत अभिनेत्रियों की वापसी का स्वागत तो किया ही जाना चाहिए !
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