तन्हाजी द अनसंग वारियर के निर्देशक ओम राउत, अब अपनी दूसरी हिंदी फिल्म आदिपुरुष की १६ जून २०२३ को प्रदर्शन की ओर बढ़ रहे है. इस दिशा में उनका पहला लक्ष्य आदिपुरुष का पहला गीत जयश्रीराम जयश्रीराम का २२ फरवरी २०२३ को अनावरण करना है.
यह गीत, मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र पर प्रभास अभिनीत फिल्म के प्रति दर्शकों को आकर्षित करने का प्रयास कर सकता है.
आदिपुरुष के ट्रेलर ने फिल्म के प्रति दर्शकों में गुस्सा ही पैदा किया था. बहुत अधिक घटिया था आदिपुरुष का ट्रेलर. राम के प्रति श्रद्धा की बात जाने दीजिये, फिल्म को समकालीन बनाने के चक्कर में ओम राउत ने रावण को आतंकी बिन लादेन का पौराणिक भाई बना दिया था.
वैसे ओम राउत ने इसे उपयुक्त ठहराने का प्रयास यह बयान दे कर किया था कि रावण बुरा था, लादेन भी बुरा है. पर वह यह भूल गए थे कि रावण एक विद्वान चरित्र था. निस्संदेह वह राक्षस था, पर गुणों की खान था.
कदाचित इसी गलती को सुधारने के प्रयास में ओम राउत लगे दिखाई देते है, जब वह ट्वीट करते हैं कि सात हजार साल पहले दुनिया के सबसे विद्वान राक्षस का अस्तित्व था. साथ में वह अपनी दो उंगलिया मिला कर गीत के प्रति श्रोताओं की प्रतिक्रिया के प्रति भी अपनी उत्सुकता प्रकट करते है.
परन्तु, राम कथा पर ओम राउत का जो दृष्टिकोण है तथा उन्हें जिस प्रकार से टी सीरीज और भूषण कुमार का साथ मिला है, उससे लगता नहीं कि जय श्रीराम जय श्रीराम गीत में राम के प्रति श्रद्धा दृष्टिगत होगी. आदिपुरुष १५ जून को त्रिआयामी प्रभाव के साथ साथ आइमक्स में भी प्रदर्शित होगी.
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