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Thursday 24 January 2019

बहुत नहीं बन पाई झाँसी की रानी पर फ़िल्में ?


आज रिलीज़ हो रही, निर्देशक कृष की ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी, भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेज़ों के दांत खट्टे करने वाली झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर बॉलीवुड से दूसरी फिल्म होगी। इस फिल्म में, अभिनेत्री कंगना रनौत, रानी लक्ष्मी बाई  की भूमिका कर रही है।  इस किरदार के लिए कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने काफी मेहनत की है।  मणिकर्णिका को समय से दर्शकों तक पहुंचाने के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रयास किये। 

सिर्फ इकलौती झाँसी की रानी !
क्या अजीब नहीं लगता कि सैकड़ों की संख्या में ऐतिहासिक फ़िल्में बना चुके बॉलीवुड ने, रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर फिल्म बनाने का इकलौता सफल प्रयास ही किया। यह प्रयास किया पुकार, एक दिन का सुल्तान, पृथ्वी बल्लभ, सिकंदर और शीश महल जैसी ऐतिहासिक फ़िल्में बनाने वाली सोहराब मोदी ने। 


सोहराब मोदी की झाँसी की रानी
१९४७ से ही इस फिल्म को बनाने का विचार सोहराब मोदी को आया था। लेकिन फिल्म १८ जनवरी १९५१ को ही शुरू हो सकी। पहले फिल्म को श्वेत श्याम में बनाने का इरादा किया गया था। कोई १५०० फ़ीट फिल्म शूट भी की गई थी। लेकिन, फिर झांसी की रानी की भव्यता को ध्यान में रखते हुए, इसे टैक्नीकलर में बनाया गया।  यह पहली भारतीय टैक्नीकलर फिल्म थी।

पहली झाँसी की रानी महताब
सोहराब मोदी की पत्नी मेहताब ने लक्ष्मी बाई की भूमिका के लिए महीनों टेंट में गुजारे। उन्होंने ६० पोशाकें बदली थी। फिल्म में खुद सोहराब मोदी राजगुरु की भूमिका में थे। लक्ष्मी बाई के पति गंगाधर राव की भूमिका मुबारक ने की थी।


हिंदी और इंग्लिश में रिलीज़
इस फिल्म की शूटिंग के लिए २२ बड़े सेट्स लगाए गए थे। सोहराब मोदी ने फिल्म की शूटिंग के लिए गॉन विथ द विंड और द फ्लेम ऑफ़ एरो के सिनेमेटोग्राफर अर्नेस्ट हेलर की सेवाएं ली थी। फिल्म के संवाद काफी जोशीले और प्रभावशाली थे। झाँसी की रानी १९५२ में पूरी हुई थी।  इस फिल्म को हिंदी और इंग्लिश में भी रिलीज़ किया गया। फिल्म का इंग्लिश टाइटल द टाइगर एंड द फ्लेम था। इसके बावजूद फिल्म बुरी तरह से असफल हुई।

सुष्मिता सेन(Sushmita Sen) और केतन मेहता (Ketan Mehta) के असफल प्रयास
झाँसी की रानी की वीरता पर फिल्म बनाने का दूसरा प्रयास सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) ने किया था।  इसके लिए वह खुद झाँसी की रानी बनने के साथ साथ निर्देशक की कुर्सी पर जा बैठी थी। फिल्म की शूटिंग २००८ में शुरू होती और फिल्म नवंबर २००९ में रिलीज़ हो  जाती। लेकिन, यह फिल्म घोषणा से आगे नहीं बढ़ सकी। इसी प्रकार से केतन मेहता, जो भारत के प्रथम स्वतंत्र संग्राम पर आमिर खान के साथ फिल्म मंगल पांडेय द अपराइजिंग का निर्माण कर चुके थे, ने भी कंगना रनौत के साथ झाँसी की रानी पर फिल्म बनाने का प्रयास २०१७ में शुरू किया था। लेकिन, यह प्रोजेक्ट भी टलता रहा। आखिरकार, कृष और कंगना रनौत की जोड़ी बाज़ी मार ले गई।


२००९ का सीरियल और २०१२ की फिल्म
झाँसी की रानी पर एक सीरियल झाँसी की रानी २००९ में उल्का गुप्ता और कृतिका सेंगर के साथ बनाया गया। २०१२ में राजेश मित्तल द्वारा झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई फिल्म बनाने का ज़िक्र मिलता है। इस फिल्म का महूरत पाकिस्तानी अभिनेत्री मीरा के साथ हुआ था। फिल्म के संवाद सांसद रामदास अठावले ने लिखे थे।

क्या उरी की तरह हिट होगी मणिकर्णिका ?
आज जब यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ होगी तो तमाम निगाहें इस बात पर लगी होंगी कि उरी से भारतीय दर्शकों में देशभक्ति का जज़्बा जगा पाने में कामयाब हुए भारतीय सैनिकों की तरह, क्या भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भी ऐसा ही जज़्बा पैदा कर पायेगा ? 

कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के लिए ज़रूरी है मणिकर्णिका की तलवार का चमकना !



कंगना रनौत की आखिरी रिलीज़ फिल्म सिमरन १५ सितम्बर २०१७ को रिलीज़ हुई थी।  इस लिहाज़ से, कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की पिछले साल कोई भी फिल्म रिलीज़ नहीं हुई।

उनकी इस साल रिलीज़ होने वाली पहली फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी होगी, जो सिमरन के १९ महीने बाद रिलीज़ हो रही है।  इस फिल्म में, कंगना रनौत ने ही मुख्य भूमिका यानि मणिकर्णिका झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई की भूमिका की है।

मणिकर्णिका का बॉक्स ऑफिस पर हिट होना, कंगना के लिए बहुत ज़रूरी है। यह इसलिए ज़रूरी नहीं है कि कंगना की तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के बाद रिलीज़ चार फ़िल्में आई लव न्यू यॉर्क, कट्टीबट्टी, रंगून और सिमरन असफल हुई थी। किसी एक्टर  के करियर में  इस प्रकार के उतार चढ़ाव आते रहते हैं।


लेकिन, यह फिल्म जिस प्रकार से विवादों में रही, पहले निर्देशक कृष के यकायक फिल्म छोड़ देने, फिर सोनू सूद द्वारा फिल्म से वाकआउट से, फिल्म का पूरा दारोमदार कंगना पर आ गया था।  उन्होंने, फिल्म के सोनू सूद के हिस्सों सहित शेष बचे काम को पूरा करवाया। पैच वर्क और पोस्ट प्रोडक्शन पर कुछ इतना ध्यान दिया कि यह फिल्म पूरी तरह से कंगना रनौत की फिल्म बन गई है। यानि फिल्म का सफल होना, कगना रनौत की सफलता होगी।

एक बात और भी है।  कंगना रनौत, फिल्म तनु वेड्स मनु और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स जैसी फिल्मों की सफलता के बाद, ऐसी एक्ट्रेस में शुमार हो गई है, जिसके बूते पर फिल्म हिट हो जाती हैं।  वह फैशन, क्वीन और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुकी हैं।

मणिकर्णिका एक ऐसी फिल्म साबित हो सकती है, जिसकी सफलता कंगना रनौत को बॉक्स ऑफिस पर ज़्यादा विश्वसनीय एक्ट्रेस तो बनाएगी ही, उनको सामर्थ्यवान फिल्म भी साबित कर सकती है। कोई शक नहीं अगर वह २०१९ का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीत ले जाएँ।


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Wednesday 12 December 2018

१८ दिसंबर को लांच होगा मणिकर्णिका का ट्रेलर


ज़ी स्टूडियोज और कमल जैन की महानतम शौर्य गाथा फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झांसी का बहु प्रतीक्षित ट्रेलर १८ दिसंबर को लॉन्च किया जायेगा । इस मौके पर फिल्म की पूरी टीम के साथ कंगना राणावत भी उपस्थित रहेंगी ।

बड़े बजट से बनी और शानदार पैमाने पर चित्रित की गई फिल्म मणिकर्णिका, झाँसी की रानी की अंग्रेज़ों के खिलाफ आज़ादी की पहली जंग लड़ने की असाधारण गाथा है। पूरे देश के बॉक्स ऑफिस पर पकड़ बनाने के लिहाज़ से ज़ी स्टूडियोज का इरादा फिल्म को तमिल और तेलुगू में भी रिलीज करने का है ।

फिल्म के ट्रेलर की रिलीज़ से उत्साहित कंगाना राणावत ने बताया, "हमारी टीम ट्रेलर रिलीज़ की एक ऎसी रोमांचक योजना बना रही है, जो पहले कभी नहीं देखी या सुनी गई !"


फिल्म की रिलीज को लेकर टिप्पणी करते हुए, ज़ी स्टूडियोज के सीईओ शारिक पटेल कहते हैं, "ज़ी स्टूडियो, झाँसी की रानी की महान युद्ध कथा मणिकर्णिका को बड़े परदे पर लाने को लेकर गौरव महसूस कर रहा है। हमारा इरादा फिल्म को बड़े पैमाने पर रिलीज़ करने का है, जैसे इस जॉनर की दूसरी फ़िल्में रिलीज़ होती रही हैं। हम, इस फिल्म को २५ जनवरी को दुनिया भर में पचास से अधिक देशों में रिलीज करेंगे।"


रजनीकांत हुए ६८ के, श्रेष्ठ १० फ़िल्में - क्लिक करें 

Thursday 1 November 2018

मणिकर्णिका की को-डायरेक्टर कंगना रनौत



राधा कृष्ण जगारलामुडी उर्फ़ कृष के, एनटीआर बायोपिक के लिए, यकायक मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी छोड़ जाने के बाद, फिल्म में मणिकर्णिका की भूमिका कर रही अभिनेत्री कंगना रनौत ने कमर कस ली थी।

निर्देशन से लेकर एडिटिंग तक 
उन्होंने इस फिल्म की ४५ दिन की शूटिंग पूरी कराई।  फिल्म पोस्ट प्रोडक्शन में निजी तौर पर रूचि दिखाई। वह अपने अमेरिका प्रवास को छोटा कर, भारत वापस आई और फिल्म के एडिटर के साथ बैठ कर एडिटिंग का काम पूरा कराया।  उन्होंने फिल्म वीएफएक्स, संगीत और फाइनल कट को व्यक्तिगत तौर पर समय दिया।  यह सारे काम फिल्म के डायरेक्टर को करने होते हैं।


कोई अतिरिक्त पारिश्रमिक नहीं 
दिलचस्प बात यह थी कि कंगना ने इस अतिरिक्त काम के लिए फीस भी नहीं ली।  यहाँ तक कि फिल्म के निर्माताओं के, फिल्म के डायरेक्टर की जगह कंगना का नाम दिए जाने के प्रस्ताव को भी मना कर दिया।

देख रहे थे कमल जैन 
लेकिन, फिल्म के निर्माता कमल जैनअपनी रील लाइफ झाँसी की रानी के रियल लाइफ समर्पण को देख रहे थे।  उन्हें यह ठीक नहीं लगा कि कंगना के क्वीन ऑफ़ झाँसी को २५ जनवरी २०१९ को रिलीज़ करवाने के लिए खास ध्यान देने की उपेक्षा कर दी जाए।


लिया गया निर्णय 
इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि फिल्म के कास्ट टाइटल में निर्देशक कृष के साथ सह निर्देशक के तौर पर कंगना रनौत का नाम रखा जायेगा।  कमल जैन ने बयान दिया कि फिल्म अंतिम रूप से वैसी ही बनी है, जैसी हम कल्पना करते थे। कंगना परफेक्शनिस्ट है।  उन्होंने हर डिपार्टमेंट का नेतृत्व किया है।  कंगना ने जो किया है, उससे हम बेहद खुश हैं।  इसलिए, उन्हें इसका क्रेडिट न दिया जाना, उनके साथ अन्याय होगा।"

अब सह निर्देशक कंगना रनौत 
तो देखने के लिए तैयार हो जाइये मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी की कास्ट क्रेडिट में कंगना रनौत को सह निर्देशक के तौर पर।  


एनबी के एल्बम एनबी चैप्टर वन का गीत शिवट्रांस - देखने के लिए क्लिक करें 

Friday 12 October 2018

क्या #मीटू की मणिकर्णिका साबित होंगी कंगना रानौत ?


तनुश्री दत्ता के मामले में, सबसे ज़्यादा वोकल कंगना रनौत थी। उन्होंने तनुश्री की बहादुरी की प्रशंसा की।  उनकी इसे लेकर सोनम कपूर के साथ नोंक झोंक भी हुई।  कंगना रनौत ने, विकास बहल द्वारा ज़बरन नज़दीक आने के आरोप भी लगाए।

कंगना यहीं नहीं रुकी हैं।  उन्होंने ज़ी को इंटरव्यू में कहा कि विकास बहल जैसे बहुत से दूसरे पुरुष भी है, जो लड़कियों से प्यार, शादी और काम देने के झूठे वादे करते हैं। यह भी एक प्रकार का हरैसमेंट हैं।


इस इंडस्ट्री में ऐसे लोग हैं, जो अपनी औरतों को घरों में ट्रॉफियों की तरह सजाये रखते हैं और बाहर जवान लड़कियों को अपनी रखैलों की तरह घुमाते हैं।"

कंगना ने खुले तौर पर हृथिक रोशन का नाम लेते हुए कहा कि इन जैसे लोगों के साथ किसी को काम नहीं करना चाहिए।


कंगना रनौत के बयान के बाद ऐसा लगता है जैसे अब बड़े सितारों का नंबर आने वाला है।

संभव है कि अजय देवगन और संजय दत्त लपेटे में आ जाएँ।


कुछ साल पहले, फिल्म रास्कल्स के निर्माण के दौरान, अजय देवगन कंगना रनौत से काफी नज़दीकियां बढ़ा रहे थे। कुछ लोगों का कहना था कि अजय देवगन की अपने कोस्टार के साथ फ़्लर्ट करने की आदत है। लेकिन, कंगना ने इसे सच मान लिया। वह अजय देवगन से शादी करने का दबाव बनाने लगी।  अजय देवगन ने कटने की कोशिश की तो एक दिन कंगना ने खूब शराब पीकर अजय देवगन के होटल के कमरे के  बाहर खूब बवाल काटा।

अजय देवगन का साथ संजय दत्त भी दे रहे थे। इस फिल्म को अगर देखें तो साफ़ नज़र आता है कि यह दोनों सितारे अपने निर्देशक डेविड धवन से मिली भगत कर कुछ ज़्यादा आज़ाद हो रहे थे।  अगर कहीं कंगना ने इन लोगों का नाम ले लिया तो बॉलीवुड में मौत सा सन्नाटा छा जायेगा। 



फंसे हैं करीम मोरानी भी ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

'मणिकर्णिका' के मुकाबले 'एनटीआर'


क्या कोई डायरेक्टर अपनी ही फिल्म के खिलाफ अपनी दूसरी फिल्म को मुक़ाबले में ला सकता है तेलुगु और हिंदी फिल्मों के निर्देशक राधा कृष्ण जगारलमुडी  ऐसा ही करते लगते हैं।  हिंदी फिल्म दर्शक जगारलमुडी को, अक्षय कुमार की एक्शन फिल्म गब्बर इज बैक के डायरेक्टर कृष के नाम से जानते हैं। वह कंगना रनौत की मुख्य भूमिका वाली झाँसी की रानी  लक्ष्मी बाई के जीवन पर फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी का निर्देशन कर रहे थे।  फिल्म लगभग पूर्णता की ओर थी कि यकायक कृष फिल्म छोड़ कर चले गए।  बाद में उनका नाम, तेलुगु फिल्म अभिनेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री नन्दीमुरि तारक रामाराव पर बायोपिक फिल्म एनटीआर के लेखक और निर्देशक के तौर पर सामने आया।

कंगना ने कराई बाकी की शूटिंग
कृष के जाने के बाद, फिल्म के बाकी बचे हिस्से की शूटिंग और पैच वर्क को पूरा करने का काम मणिकर्णिका एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अपने हाथो में ले लिया।  बाद में खबर आई कि सोनू सूद ने भी मणिकर्णिका छोड़ दी थी। इसके बावजूद, कंगना रनौत ने मणिकर्णिका को न केवल पूरा किया, बल्कि २५ जनवरी २०१९ को रिलीज़ होने का रास्ता भी बना दिया।  कुछ दिनों पहले ही, मणिकर्णिका का टीज़र जारी हुआ था, जिसकी काफी प्रशंसा हो रही है। ख़ास बात यह है कि इस काम के लिए कंगना रानौत ने फिल्म के निर्माताओं से अतिरिक्त पारिश्रमिक भी नहीं लिया । यहाँ तक कि उन्होंने फिल्म के निर्देशक के तौर पर अपना नाम भी नहीं जाने दिया । फिल्म के ट्रेलर में कृष का नाम साफ़ देखा जा सकता है ।

कृष बनाम कंगना !
मगर, अब फिल्म मणिकर्णिका के निर्देशक कृष ही इस फिल्म के आड़े आते लगते हैं।  ऐसा लगता है कि कृष का मणिकर्णिका को छोड़ना दूसरे कारणों से हुआ।  शायद, सोनू सूद का यह हिंट काफी था कि कंगना रनौत निर्देशन में दखल दे रही थी। इसकी पुष्टि इस बात से भी होती है कि कृष ने एनटीआर बायोपिक को कंगना रनौत की झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई पर बायोपिक फिल्म से पहले रिलीज़ करने का इरादा बना लिया है।  अभी ४ अक्टूबर को, यह ऐलान किया गया कि एनटीआर बायोपिक दो हिस्सों में रिलीज़ की जाएगी। इस फिल्म की स्टारकास्ट काफी बड़ी है । फिल्म में रामाराव की भूमिका उनके बेटे नंदिमुरी बालकृष्ण कर रहे हैं । फिल्म में अभिनेत्री विद्या बालन रामाराव की पहली पत्नी और राणा डग्गुबती आंध्र के वर्तमान मुख्य मंत्री चंद्रबाबू नायडू की भूमिका कर रहे हैं । पहला हिंसा ९ जनवरी को रिलीज़ होगा तथा दूसरा हिस्सा २४ जनवरी को।  यानि कि मणिकर्णिका की रिलीज़ से एक दिन पहले ही एनटीआर बायोपिक रिलीज़ हो जाएगी।

एक महीने में कृष की ३ फ़िल्में
इस प्रकार से, डायरेक्टर राधा कृष्ण जगारलमुडी पहले ऐसे निर्देशक बन जाते हैं, जिनकी एक ही महीने में तीन तीन फ़िल्में रिलीज़ होंगी। इससे एक बात और भी साफ़ होती है कि कृष एनटीआर बायोपिक के दोनों हिस्से मणिकर्णिका की रिलीज़ से एक दिन पहले रिलीज़ कर, मणिकर्णिका की धार को कुंद करना चाहते हैं। क्योंकि, २४ जनवरी को दूसरा हिस्सा रिलीज़ होने पर मणिकर्णिका के दक्षिणी संस्करण को, ख़ास तौर पर आंध्र में स्क्रीन का टोटा हो सकता है ।

यहाँ यह भी बताते चलें कि मणिकर्णिका और एनटीआर फ़िल्में हिंदी और तेलुगु में भी रिलीज़ हो रहे है।  हिंदी बेल्ट में २५ जनवरी को हृथिक रोशन की फिल्म सुपर ३० भी रिलीज़ हो रही है।  इस प्रकार से कंगना रनौत की फिल्म मणिकर्णिका कड़े मुक़ाबले में फंसी फिल्म नज़र आने लगी है।

Emraan Hashmi to include anti-sexual harassment clauses - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Friday 5 October 2018

कंगना रानौत की बायोपिक मणिकर्णिका के मुकाबले एनटीआर बायोपिक ?


क्या कोई डायरेक्टर अपनी ही फिल्म के खिलाफ अपनी किसी दूसरी फिल्म को मुक़ाबले में ला सकता है तेलुगु और हिंदी फिल्म निर्देशक राधा कृष्ण जगारलमुडी  ऐसा ही करते लगते हैं।

हिंदी फिल्म दर्शक जगारलामुडी को, अक्षय कुमार की एक्शन फिल्म गब्बर इज बैक के डायरेक्टर कृष के नाम से जानते हैं।

वह कंगना रनौत की मुख्य भूमिका वाली झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी का निर्देशन कर रहे थे। फिल्म लगभग पूर्णता की ओर थी कि यकायक कृष फिल्म छोड़ कर चल दिए ।


बाद में उनका नाम, तेलुगु फिल्म अभिनेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री नन्दीमुरि तारक रामाराव पर बायोपिक फिल्म एनटीआर के लेखक और निर्देशक के तौर पर सामने आया।


कृष के फिल्म छोड़ जाने के बाद, फिल्म के बाकी बचे हिस्से की शूटिंग और पैच वर्क को पूरा करने का काम मणिकर्णिका कंगना रनौत ने अपने हाथो  में ले लिया।

बाद में खबर आई कि सोनू सूद ने भी मणिकर्णिका छोड़ दी थी।  इसके बावजूद, कंगना रनौत ने मणिकर्णिका को न केवल पूरा किया, बल्कि २५ जनवरी २०१९ को रिलीज़ होने का रास्ता भी बना दिया।

कुछ दिनों पहले ही, मणिकर्णिका का टीज़र जारी हुआ था, जिसकी काफी प्रशंसा हो रही है।

मगर, अब फिल्म मणिकर्णिका के निर्देशक कृष ही इसके आड़े आते लगते हैं। ऐसा लगता है कि कृष का मणिकर्णिका को छोड़ना दूसरे कारणों से हुआ होगा ।

शायद, सोनू सूद का यह हिंट काफी था कि कंगना रनौत निर्देशन में दखल दे रही थी।

इसकी पुष्टि इस बात से भी होती है कि कृष ने एनटीआर बायोपिक को कंगना रनौत की झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई पर बायोपिक फिल्म से पहले रिलीज़ करने का इरादा बना लिया है। कल (४ अक्टूबर को) यह ऐलान हुआ कि एनटीआर बायोपिक दो हिस्सों में रिलीज़ की जाएगी।

पहला हिंसा ९ जनवरी को रिलीज़ होगा तथा दूसरा हिस्सा २४ जनवरी को। यानि कि मणिकर्णिका की रिलीज़ से एक दिन पहले ही एनटीआर बायोपिक रिलीज़ हो जाएगी।


इस प्रकार से, डायरेक्टर राधा कृष्ण जगारलमुडी पहले ऐसे निर्देशक बन जाते हैं, जिनकी एक ही महीने में तीन तीन फ़िल्में रिलीज़ होंगी।

इससे एक बात और भी साफ़ होती है कि कृष एनटीआर बायोपिक के दोनों हिस्से मणिकर्णिका की रिलीज़ से एक दिन पहले रिलीज़ कर, मणिकर्णिका की धार को कुंद करना चाहते हैं।

यहाँ यह भी बताते चलें कि मणिकर्णिका और एनटीआर फ़िल्में हिंदी और तेलुगु में भी रिलीज़ हो रही है।

हिंदी बेल्ट में २५ जनवरी को हृथिक रोशन की फिल्म सुपर ३० भी रिलीज़ हो रही है। कंगना रनौत को फिल्म कृष ३ के जमाने से हृथिक रोशन के साथ भी पंगा है।

इस प्रकार से कंगना रनौत की फिल्म मणिकर्णिका कड़े मुक़ाबले में फंसी फिल्म नज़र आने लगी है।


निर्माताओं के झमेले में भैयाजी सुपरहिट - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Wednesday 3 October 2018

Zee Studios released official teaser of Manikarnika: The Queen of Jhansi

Zee Studios and producer Kamal Jain’s Manikarnika: The Queen of Jhansi tells the epic journey of a courageous and fearless woman who fought for independence. And, who better than Kangana Ranaut to portray India’s fiercest warrior queen, Rani Lakshmi Bai on the big screen!

The official teaser of the film, that was released yesterday, has received stupendous response from trade to fans alike, garnering over 12 million views in 24 hours. The teaser brings out all the elements that one looks for in a complete entertainer.

Mounted on a large scale, the film has roped in the best of technicians, multiple national award winners—Kangana Ranaut, Shankar Ehsaan Loy who composed the music of the film, to lyricist, Prasoon Joshi—it’s a dream team that has come together to work on the film that promises to provide true cinematic experience, high on content. Not just that, Hollywood’s celebrated action choreographer, Nick Powell has designed action in the film.

Talking about the teaser, Shariq Patel, CEO, Zee Studios shared, “A tribute to Rani Lakshmi Bai, the film celebrates and salutes the extraordinary journey of India's fiercest warrior queen, who sacrificed her life fighting for freedom. We are delighted and grateful for all the love and appreciation the audiences are showering on the teaser!”


Produced by Zee Studios and Kamal Jain, directed by Krish, Manikarnika: The Queen of Jhansi will release worldwide on January 25, 2019.


आयुष्मान खुराना क्यों मिले सेक्सएक्सपर्ट से ? - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Saturday 29 September 2018

कंगना रनौत ने किया मणिकर्णिका का क्रेडिट लेने से इंकार

लम्बे इंतज़ार के बादकंगना रनौत की ऐतिहासिक फिल्म, झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई की बहादुरी  की जीवन गाथा मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी मेंकंगना रनौत के रानी झाँसी अवतार का एक  चित्र जारी हुआ।

इस चित्र के साथ यह सूचना दी गई है कि मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी २५ जनवरी २०१९ को रिलीज़ होने जा रही।

फिल्म मणिकर्णिका का ट्रेलर इस गाँधी जयंती को यानि २ अक्टूबर को रिलीज़ किया जायेगा ।

इस ऐलान से साफ़ है कि कंगना रानौत की फिल्म मणिकर्णिका अपने तय समय पर ही रिलीज़ होगी, बेशक उसका टकराव हृथिक रोशन की फिल्म सुपर ३० से होगा ।

कंगना रानौत, अपनी इस फिल्म के प्रति कितना समर्पित हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब फिल्म के निर्देशक कृष फिल्म को एनटीआर बायोपिक के लिए बीच मे ही छोड़ कर चले गए थे तो कंगना रानौत ने तत्काल इस फिल्म की कमान अपने हाथों में सम्हाल ली और इस फिल्म की ४५ दिनों की शूटिंग पूरी की ।

इसके बावजूद कि सोनू सूद जैसे लोग यह कह  कर फिल्म छोड़ कर चले गए कि कंगना अपने डायरेक्टर बनने की चाहत फिल्म को पूरा करके पूरी कर रही है ।

ख़ास बात यह है कि कंगना रानौत ने ४५ दिनों तक एक्टर-डायरेक्टर की भूमिका करने के बावजूद, इस काम के लिए अतिरिक्त मेहनताना नहीं लिया । हालाँकि, फिल्म के निर्माता ने इसकी पेशकश की थी ।

अब यह भी खबर है कि कंगना रानौत नहीं चाहती हैं कि फिल्म में उनका नाम बतौर निर्देशक फिल्म की क्रेडिट में जाए । उन्होंने फिल्म के निर्माता और जी स्टूडियोज ने क्रेडिट देने का ऑफर किया तो कंगना ने साफ़ मना कर दिया ।

कंगना ने कहा, “मैं इस फिल्म के विषय से प्यार करती हूँ । इसलिए चाहती हूँ कि फिल्म अच्छी बने और समय पर रिलीज़ हो ।“ 



एक्टर ऑफ द ईयर नवाजुद्दीन सिद्दीकी  - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Thursday 20 September 2018

कंगना रनौत से पत्रलेखा का पंगा ?

अश्विनी अय्यर तिवारी की फिल्म पंगा से अभिनेत्री पत्रलेखा के निकल जाने की खबर है।

चूंकि, पिछले दिनों ही, कंगना रनौत से कथित विवाद के कारण, अभिनेता सोनू सूद फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी से बाहर हो गए थे।

अश्विनी अय्यर तिवारी की फिल्म पंगा की नायिका  भी कंगना रनौत ही हैं। इसलिए, पत्रलेखा के बाहर होने का ठीकरा उन पर ही फोड़ा जा रहा है।

कहा जा रहा है कि कंगना रनौत के कारण पत्रलेखा ने पंगा छोड़ दी।

जबकि, वास्तविकता दूसरी है।  दरअसल, पत्रलेखा के पंगा से बाहर निकलने के पीछे राजकुमार राव है।  उन्होंने अपनी दिलरुबा पत्रलेखा को सलाह दी कि वह पंगा से निकल जाएँ।  कंगना रनौत की मौजूदगी में पत्रलेखा, वह सुर्खियां नहीं पा सकती।

खुद राजकुमार राव भी कंगना रनौत की फिल्म क्वीन में काम कर, उनके किरदार के नायक बनने के बजाय सपोर्टिंग बन कर रह गए।  क्वीन के लिए ही कंगना रनौत को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था।

राजकुमार राव को अच्छी तरह से मालूम है कि अभिनय के मामले में, इस समय की कोई भी अभिनेत्री कंगना रनौत के सामने टिक नहीं सकती।

यहाँ बताते चलें कि राजकुमार राव, फिल्म मेन्टल है क्या में कंगना रनौत के साथ स्क्रीन शेयर कर रहे हैं।

कंगना के कारण, पंगा से पत्रलेखा के निकल जाने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए अश्विनी अय्यर तिवारी ने कहा, "पंगा के कहानी मेरे दिल के काफी करीब है।  मैं जानती हूँ कि इस चरित्र में जीवन कंगना रनौत ही डाल सकती हैं।"

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