Thursday 17 May 2018

अमिताभ बच्चन के साथ तपसी पन्नू की बदला

खबर है कि साउथ सुपरस्टार तापसी पन्नू दूसरी बार अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रीन शेयर करने जा रही है।

इस फिल्म का निर्देशन सुजॉय घोष करेंगे।

इस फिल्म का टाइटल बदला बताया गया है।

यह फिल्म एक स्पेनिश फिल्म  कंत्राटिएम्पो (अंग्रेजी टाइटल द इनविजिबल गेस्ट) की रीमेक होगी। फिल्म  द इनविजिबल गेस्ट की कहानी एक सफल व्यवसाई की है, जो अपनी रखैल की हत्या का दोषी ठहराया गया है।  उसे खुद को निर्दोष साबित करने के लिए सिर्फ तीन घंटों में प्रत्यक्ष सबूत पेश करने हैं।  इस काम में उसकी सहायता एक अटॉर्नी करता है।

इस क्राइम थ्रिलर फिल्म को बढ़िया सफलता मिली थी। फिल्म के निर्माण में ४.५० मिलियन डॉलर खर्च हुए थे तथा फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ३०.५० मिलियन का कारोबार किया था।

हिंदी रीमेक बदला की शूटिंग लन्दन और स्कॉटलैंड में जून से शुरू हो कर एक महीने तक चलेगी।

अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू, २०१६ में प्रदर्शित फिल्म पिंक में एक साथ आये थे।  इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने तापसी पन्नू और उसकी दो सहेलियों के वकील की भूमिका की थी।  इस फिल्म में तापसी पन्नू के अभिनय की प्रशंसा हुई थी।  यह तापसी पन्नू की तीसरी हिंदी फिल्म थी।

तापसी पन्नू का हिंदी फिल्म डेब्यू डेविड धवन की रीमेक फिल्म चश्मे बद्दूर से २०१३ में हुआ था।

पिंक की सफलता के बाद, तापसी पन्नू को हिंदी फिल्मों में सफलता मिलती चली गई।

उन्हें बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्रियों में पहुंचाया डेविड धवन की ही एक और रीमेक फिल्म जुड़वा २ ने।  इस फिल्म में तापसी का ग्लैमर पक्ष खूब उभरा था।

यही कारण है कि तापसी इस समय बॉलीवुड की व्यस्त  अभिनेत्रियों में शुमार हैं। 

तापसी पन्नू की २०१८ में दिल जंगली फिल्म रिलीज़ हो चुकी है।


उनकी २०१८ में रिलीज़ होने वाले आगामी फिल्मो में, प्रकाश राज के निर्देशन में तड़का, शाद अली के निर्देशन में हॉकी खिलाडी संदीप सिंह पर बायोपिक फिल्म सूरमा, निर्देशक अनुभव सिन्हा की ऋषि कपूर के साथ फिल्म मुल्क़ और निर्माता आनंद एल राज की अनुराग कश्यप निर्देशित फिल्म मनमर्ज़ियाँ के नाम शामिल हैं।  



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Wednesday 16 May 2018

फॉलआउट के ईथन हंट का मिशन ज्यादा खतरनाक है

पैरामाउंट पिक्चर्स और स्काईडांस की बहुप्रतीक्षित फिल्म मिशन: इम्पॉसिबल फॉलआउट का ट्रेलर जारी कर दिया गया है। इस फिल्म के लेखक- निर्देशक क्रिस्टोफर मैकक्वरी दूसरी बार किसी मिशन: इम्पॉसिबल फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं। वह ऐसे इकलौते निर्देशक हैं, जो दूसरी मिशन: इम्पॉसिबल फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं। क्रिस्टोफर ने पिछली फिल्म मिशन: इम्पॉसिबल रोग नेशन (२०१५) का निर्देशन भी किया था। इम्पॉसिबल मिशन फ़ोर्स (एमआईऍफ़) का मिशन बुरी तरह से असफल हो जाता है। अब दुनिया को इसका खामियाजा भुगतना ही होगा। ऐसे ईथन हंट को दुनिया को होने वाले नुकसान से बचाना है। बेशक वह इसे पूरा कर पायेगा। लेकिन, उसे इसमे काफी कठिनाइयाँ आनी ही हैं। इस छठे मिशन में मिशेल मोनाघन (जूलिया मीड-हंट) और सिमोन पेग (बेंजामिन बेंजी डन) अपने किरदार में होंगे ही, हेनरी काविल (अगस्त वॉकर) और एंजेला बेसेट के नए किरदार भी जोड़े गए हैं। फिल्म में सीन हैरिस के खल किरदार के साथ केविल का किरदार भी ईथन हंट का विरोधी है। टॉम क्रूज़ के ईथन हंट की के अलावा विंग र्हमेस, वनेसा किर्बी, एलेक बाल्डविन, वेस बेंटले और फ्रेडेरिक श्मिट की अहम् भूमिकाओं वाली फिल्म मिशन: इम्पॉसिबल फॉलआउट २७ जुलाई को प्रदर्शित हो रही है। ऊपर देखिये फिल्म का ट्रेलर -  


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Tuesday 15 May 2018

रेस ३ का ट्रेलर

बगैर प्रोस्थेटिक मेकअप के रसिका दुग्गल बनी मंटो की साफ़िया

कान फिल्म फेस्टिवल में नंदिता दास की फिल्म मंटो चर्चा में रही।

इस फिल्म में मंटो का किरदार अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी कर रहे हैं और उनकी पत्नी साफ़िया की भूमिका में अभिनेत्री रसिका दुग्गल हैं।

रसिका को निखिल अडवाणी की सीरीज पीओडब्ल्यू: बंदी युद्ध के की श्रीमती शोभा विक्रम सिंह की भूमिका से पहचान मिली।

उन्होंने कई फ़िल्में की हैं, लेकिन इन फिल्मों में उनकी भूमिका उल्लेखनीय नहीं रही। सिवाय, नंदिता दास की फिल्म मंटो की साफ़िया के।

इस भूमिका के लिए रसिका ने काफी तैयारी की थी।

फेस्टिवल के दौरान उन्होंने बताया कि सफिया के लुक के लिए उन्हें किसी भी प्रोस्थेटिक्स या मेकअप की जरूरत नहीं पड़ी। स्टाइलिस्टों ने मिलकर उनके कपड़े और बालों को इस तरह तैयार किया, जिससे दर्शकों को उस दौर की असली झलक मिल सके।

उनके इस लुक के नतीजे काफी दिलचस्प रहे, जिसकी बदौलत रसिका इस फिल्म में असल जिंदगी की सफिया की तरह लग रही हैं।

बिना हैवी मेकअप या प्रोस्थेटिक्स के इस तरह का बिल्कुल असली लुक हासिल कर पाना रसिका की बड़ी कामयाबी थी।

क्योंकि, आमतौर पर रियल लाइफ स्टोरी या बायोपिक के फिल्म मेकर, एक्टर के लुक को बिल्कुल रियल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा मेकअप की मदद लेते हैं।

कांन्स फिल्म फेस्टिवल के दौरान रसिका दुग्गल ने सलमा हायेक, पेटी जेनकिन्स, केट ब्लैंचेट, जेन फोंडा, नंदिता दास और अन्य ८२ महिलाओं के साथ मी टू कैम्पेन के लिए स्पेस शेयर करते हुए अपनी मौजूदगी दर्ज की।

मंटो की कहानी, इंडो-पाक लेखक सआदत हसन मंटो के आजादी के बाद के जीवन पर आधारित है। रसिका मंटो की पत्नी सफिया के रोल में नजर आएंगी।


नंदिता के इस प्रोजेक्ट में राजश्री देशपांडे भी मशहूर लेखिका इस्मत चुगताई के रोल में दिखाई देंगी।इस फिल्म में शबाना आज़मी, पूरब कोहली और चंदन रॉय सान्याल के अलावा कई दूसरे एक्टर भी गेस्ट रोल में दिखाई देंगे।

खुद को पिंजड़े में क्यों बंद किया मल्लिका शेरावत ने ? - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

खुद को पिंजड़े में क्यों बंद किया मल्लिका शेरावत ने ?

मर्डर एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत अंतरराष्ट्रीय एनजीओ 'फ्री ए गर्ल इंडिया' की अंबेसडर हैं। यह संस्था मानव तस्करी और बच्चों के कमर्शियल यौन शोषण के खिलाफ लड़ता हैं। इसी क्रम में ७१वें कान फिल्म फेस्टिवल २०१८ में जबरदस्ती बाल वेश्यावृत्ति जैसे भयानक अपराध पर जागरूकता फैलाने का काम किया जा रहा है। फ्री ए गर्ल्स लॉक-मी-अप अभियान के हिस्से के रूप में, मल्लिका ने इस मुद्दे पर दुनिया का ध्यान खींचने के लिए कान्स में १२*८ फीट छोटे पिंजरे में खुद को बंद कर लिया। 

मल्लिका 'फ्री ए गर्ल' एनजीओ के साथ मजबूती से सहयोग करने के लिए जानी जाती है। उन्होंने पिछले साल भी कान्स में इसका प्रतिनिधित्व किया था। मल्लिका वर्षों से परोपकारी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए जानी जाती है। इस बार उन्होंने इस क्रूर अपराध को खत्म करने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का वचन दिया है। 

मल्लिका कहती हैं, "कांस में ये मेरा नौवां वर्ष है और यह फेस्टिवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में बाल वेश्यावृत्ति के मुद्दे को उठाने के लिए सबसे सफल मंचों में से एक है। एक पिंजरे में बंद हो कर मैं इस बात की कल्पना करना चाहती थी कि कैसे युवा लड़कियों की तस्करी की जा रही हैं और कैसे वे १२*८ फुट के कमरे में फंस गई हैं। इन निर्दोष पीड़ितों को बिना किसी सहायता के जीना पडता है। किसी भी बदलाव की उम्मीद के बिना एक महिला को हर मिनट दुर्व्यवहार का सामना करना पडता है। तो मैंने अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने और इस  मुद्दे पर जागरूकता फैलाने का निर्णय लिया। ये ऐसा मुद्दा है, जिस पर जल्द से जल्द खत्म किए जाने की जरूरत है।"

अभिनेत्री 'स्कूल फॉर जस्टिस' की भी ब्रांड एंबेसडर है और महिलाओं के अधिकारों पर वो एक मजबूत दृष्टिकोण साझा करती है. मल्लिका संयुक्त राष्ट्र और एनजीओ 'उर्जा' से भी जुडी हुई है। इसी के तहत, मल्लिका ने भारत में महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं को ले कर २०१४ में ६५वें यूनाइटेड नेशंस डीपीआई/एनजीओ कांफ्रेंस को संबोधित किया था। 


इस अभियान के साथ, मल्लिका भारत में स्कूल फॉर जस्टिस को समर्थन करने का इरादा रखती है। मल्लिका भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जबरदस्ती बाल वेश्यावृत्ति की समस्या को खत्म करने के लिए एक बदलाव लाने के लिए काम कर रही है। 


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खजूर पे अटके का दुनिया गीत

Monday 14 May 2018

प्रस्थानम के हिंदी रीमेक में सूरज पंचोली की जगह फुकरे एक्टर !

प्रस्थानम 
तेलुगू फिल्ममेकर देव कट्टा की कल्ट क्लासिक, प्रस्थानाम की हिंदी रीमेक में संजय दत्त के सौतेले बेटे की भूमिका में पहले सूरज पंचोली को लिया गया था।

लेकिन, अब सूरज की जगह अली फज़ल को ले लिया गया है।

यह पूरी फिल्म संजय दत्त के नेता किरदार के इर्दगिर्द घूमती है।

प्रस्थानम की यह भूमिका एक्टर साईं कुमार को फिल्मफेयर और नंदी अवार्ड्स जितवाने वाली भूमिका थी।

तेलुगु फिल्म में साईं के बेटे की भूमिका शर्वानंद ने की थी। इस फिल्म में पिता और पुत्र के बीच टकराव के कई दृश्य थे। इसके संवाद ज़बरदस्त थे।

इन्ही दृश्यों के कारण फिल्म को काफी पसंद किया गया था।

हिंदी रीमेक में बेटे के किरदार के लिए सूरज पंचोली का चुनाव उनकी प्रेसेंस के कारण तो ठीकठाक था।

लेकिन, अब जबकि, सूरज फिल्म से बाहर हो गए हैं, उनकी जगह अली का आना कुछ बढ़िया चुनाव नहीं लगता।

अली काफी मामूली एक्टर हैं।

वह कई एक्टरों वाली फिल्म में फिट बैठ सकते हैं। लेकिन, किसी फिल्म की केंद्रीय भूमिका उनके उपयुक्त नहीं लगती। उनकी प्रेसेंस न के बराबर होती है।

अली की अभी एक भी ऐसी फिल्म नहीं है, जिसमे उनकी केंद्रीय भूमिका रही हो और वह फिल्म हिट हुई हो।

इस फिल्म में अमयारा दस्तूर को भी लिया गया है।

फिल्म का निर्देशन तेलुगु प्रस्थानम के देव कट्टा ही करेंगे।

इस फिल्म से निर्माता संजय दत्त की वापसी हो रही है।

सात साल पहले, संजय दत्त की बतौर निर्माता पहली फिल्म रास्कलस (२०११) में रिलीज़ हुई थी।  अभिनेता संजय दत्त की वापसी फिल्म भूमि बॉक्स ऑफिस पर ध्वस्त हो गई थी।

इसके बावजूद संजय दत्त के पास फिल्मों की कोई कमी नहीं है।  उनका करियर जैसे कुलांच भर रहा है।

उन पर बायोपिक फिल्म संजू रिलीज़ होने वाली है।

वह इस समय, कलंक, तोरबाज़, शमशेरा, साहिब बीवी और गुलाम ३, टोटल धमाल और पानीपत जैसे बड़ी प्रोजेक्ट में केंद्रीय और अहम् भूमिकाये कर रहे हैं। 

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