Friday 29 March 2019

काम भारी का ज़हर by IncInk

तीन नावों पर सवार एक भंसाली !

 

पद्मावत की बड़ी सफलता के बावजूद, फिल्मकार संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhanslai) कंफ्यूज से लगते हैं। कभी एक समय में एक ही फिल्म पर काम करने वाले भंसाली जैसे तीन फिल्मों के बीच झूला झूल रहे हैं।

कभी उनकी सलमान खान (Salman Khan) के साथ फिल्म इंशाअल्लाह की चर्चा होती है, जिसमे उन्होंने सलमान खान की जोड़ीदार दीपिका पादुकोण (Deepika Padukon) या प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) नहीं, आलिया भट्ट (Alia Bhatt) को बनाया है।

उनके द्वारा, प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) को टाइटल रोल में लेकर गंगूबाई बनाने की चर्चा भी हो रही है।


इस सबमे, बरसों से चर्चा में आती और जाती रही साहिर लुधियानवी (Sahir Ludhianvi) की बायोपिक फिल्म की भी बात उठ जाती है।

मगर, इन तीन फिल्मों के बीच झूलते संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) अब कंफ्यूज लगते हैं। इसी कंफ्यूजन का परिणाम है कि वह साहिर लुधियानवी की अमृता प्रीतम (Amrita Preetam) तय नहीं कर पा रहे हैं। उनकी साहिर लुधियानवी पर बायोपिक फिल्म साहिर के साहिर की भूमिका में अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) ले लिए गए हैं ।

पहले खबर थी कि साहिर की अमृता अभिनेत्री तापसी पन्नू (Tapsee Pannu) बनेंगी। क्योंकि, तापसी की अभिषेक के साथ अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) की फिल्म मनमर्ज़ियाँ में अच्छी केमिस्ट्री जमी थी।


कुछ फाइनल होता कि इसी बीच खबर आ गई कि साहिर की अमृता तापसी नहीं दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) होंगी। जानकारों के लिए यह चौंकाने वाली खबर थी।

मगर, कंफ्यूजन उस समय गहरा गया, जब भंसाली से जुड़े सूत्रों ने साफ़ किया कि साहिर की अमृता अभी तय नहीं हुई है। यानि तापसी पन्नू या दीपिका पादुकोण ही नहीं, कोई तीसरी अभिनेत्री को भी अमृता प्रीतम बनाया जा सकता है। तो इंतज़ार कीजिये साहिर लुधियानवी की रोमांस अमृता प्रीतम के सेलुलॉइड संस्करण का!


नाना पाटेकर की दक्षिण से वापसी !-  क्लिक करें 

नाना पाटेकर की दक्षिण से वापसी !


दस साल पहले, फिल्म हॉर्न ओके प्लीज के सेट पर हुई घटना को फिर से सुर्ख़ियों में ला कररिटायर हो चुकी फिल्म अभिनेत्री तनुश्री दत्ता (Tanushree Dutta) ने नाना पाटेकर (Nana Patekar) का नुकसान तो कर ही दिया।

अब वह भारत से अमेरिका जा चुकी हैं। लेकिन, इधर बॉलीवुड में, मीटू में फंसे नाना पाटेकर मुसीबत में हैं। उन्हें हॉउसफुल ४ (Houseful 4) से बीच शूटिंग से ही वापस कर दिया गया। वेलकम सीरीज की तीसरी फिल्म के लिए भी नाना पाटेकर के नाम को ना ना हो चुकी है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है।

परन्तु,  दक्षिण में तनुश्री दत्ता (Nana Patekar) के द्वारा शुरू किये गए मीटू मूवमेंट का कोई असर नहीं है। जिस तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के भल्लालदेवा राणा डग्गुबाती (Rana Daggubati) को हाउसफुल ४ में नाना पाटेकर (Nana Patekar) की जगह लिया गया था, वही तेलुगु इंडस्ट्री नाना पाटेकर को हाँ हाँ बोलते हुए बाहें फैलाये खडी है।

खबर गर्म है कि नाना पाटेकर (Nana Patekar), मीटू मूवमेंट के बाद, अपनी अभिनय की दूसरी पारी की शुरुआत एक तेलुगु फिल्म से करने जा रहे हैं। यह फिल्म,   हॉलीवुड (Hollywood) की २००९ में रिलीज़ कॉमेडी फंतासी रोमांस फ़िल्म द इन्वेंशन ऑफ़ लाइंग (The Invention of Lying) की रीमेक होगी।


इस फिल्म की कहानी एक ऐसे संसार की है, जहाँ हर कोई सच बोलता है। झूठ कोई नहीं बोलता।  मगर, एक पटकथा लेखक पर नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है। वह अपना करियर बचाने के लिए एक झूठी कहानी रचता है। फिर क्या होता है, यह जानना बेहद दिलचस्प होगा।

फिल्म के तेलुगु संस्करण को त्रिविक्रम श्रीनिवास (Trivikram Srinivas) निर्देशित करेंगे। इस फिल्म में अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) मुख्य भूमिका में होंगे। फिल्म के निर्देशक त्रिविक्रम, अपनी फिल्म में एक बिलकुल नए चेहरे को लेना  चाहते थे। पूरे देश की फिल्म इंडस्ट्री की ख़ाक छानने के बाद त्रिविक्रम को इस रोल के लिए नाना पाटेकर खूब फबे।

अब जल्द ही नाना पाटेकर (Nana Patekar) से बातचीत के बाद, फिल्म के बारे में आधिकारिक ऐलान कर दिया जाएगा। खबर यह भी है कि इस फिल्म में तब्बू को भी शामिल किया जा रहा है। वह फिल्म में, अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) की माँ की भूमिका करेंगी। नाना पाटेकर (Nana Patekar) और तब्बू (Tabu) ने तीन फ़िल्में कोहराम, हु तू तू और तरकीब एक साथ की हैं।  


 नो फादर इन कश्मीर का गीत चोल होमा रोशे  क्लिक करें  

नो फादर इन कश्मीर का गीत चोल होमा रोशे

२०१९ की पहली तिमाही जोया अख्तर के नाम


गली बॉय और मेड इन हेवन की सफलता ने २०१९ की पहली तिमाही ज़ोया अख्तर (Zoya Akhtar) के नाम कर दी है।

दर्शक जब गली बॉय में मुराद की भावनात्मक सफर को देख रहे थे, तभी ज़ोया अख्तर ने डिजिटल दुनिया में अपनी धमाकेदार शुरुआत कर के एक सबका दिल जीत लिया है।

यादगार किरदारों के साथ दुनिया बनाने की क्षमता रखने वाली, ज़ोया अख्तर (Zoya Akhtar) एक ऐसी फिल्म निर्माता हैं, जिन्होंने अपने दम पर समकालीन फिल्मों की कहानी को लगभग बदल दिया है।

धारावी के रैपर्स से प्रेरित, गली बॉय भारत की प्रमुख हिप-हॉप उप-संस्कृति से रूबरू करवाती है। रणवीर सिंह (Ranveer Singh) और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) अभिनीत फिल्म की सफलता शानदार है।


ज़ोया अख्तर (Zoya Akhtar) की मेड इन हैवन कुछ अमीरों के सुंदर चेहरों के पीछे रहस्य का खुलासा करते हुए और साथ ही बड़ी शादियाँ के पीछे छिपे बड़े झूठ का पर्दाफाश करते हुए सबका ध्यान केंद्रित किया है।

दोनों कंटेंट को बड़े पैमाने पर इसकी अनोखी कथानक और प्रभावशाली किरदार के लिए सराहा  जा रहा है और इन दो जानदार कहानियों के पीछे ज़ोया भव्य विजन है।

ज़ोया अख्तर (Zoya Akhtar) जो अपनी पिछली रिलीज लक बाय चांस, ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा और दिल धड़कने दो के साथ अपने समय से एक कदम आगे रही हैं, वह अब गली बॉय के साथ बॉक्स ऑफिस धूम मचा रही है।


चार फीचर फिल्म, दो शार्ट फ़िल्म और एक वेब श्रृंखला के सफ़र के साथ, जोया अख्तर (Zoya Akhtar) उन अग्रणी फिल्म निर्माताओं में से एक हैं जिन्होंने मनोरंजन उद्योग में अपनी एक खास छाप बना ली है।


लव रंजन की फिल्म में अजय देवगन और रणबीर कपूर - क्लिक करें 

लव रंजन की फिल्म में अजय देवगन और रणबीर कपूर



पिछले साल, सोनू के टीटू की स्वीटी की सफलता के दौरान, फिल्म निर्माता-निर्देशक लव रंजन (Luv Ranjan) ने, रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) और अजय देवगन (Ajay Devgan) के साथ एक फिल्म बनाने का ऐलान किया था।

रणबीर कपूर और अजय देवगन की जोड़ी वाली, प्रकाश झा (Prakash Jhan) निर्देशित फिल्म राजनीति (२०१०) बड़ी हिट साबित हुई थी। इसलिए, जब लव रंजन ने इन दोनों को लेकर फिल्म का ऐलान किया तो इन दोनों के बड़ी संख्या में प्रशंसकों में फिल्म के प्रति उत्सुकता पैदा होना स्वाभाविक था।


उम्मीद यह की जा रही थी कि लव रंजन की फिल्म, उनकी पहले की फिल्मों की तरह रोमकॉम होगी।  लव रंजन की फिल्मों प्यार का पंचनामा, आकाश-वाणी, प्यार का पंचनामा २ और सोनू के टीटू की स्वीटी में रोमांस को नए दृष्टिकोण से देखा गया था। इनमे चुटीले हास्य का सम्मिश्रण हुआ था। उनका यह अनूठा प्रयोग कार्तिक आर्यन (Kartik Aryan), सनी सिंह (Sunny Singh), नुसरत भरुचा (Nusrat Bharucha) जैसी छोटी स्टारकास्ट के साथ भी हिट हो गया।

इसलिए, अजय देवगन (Ajay Devgan) और रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) जैसे सुपरसितारों के साथ फिल्म के प्रति उत्सुकता जगना स्वाभाविक था कि वह इस बड़ी स्टार जोड़ी के साथ किस प्रकार का रोमांस पेश करते हैं।


लेकिन, अब जबकि फिल्म के कंटेंट का खुलासा हुआ है तो यह पता चलता कि फिल्म रोमकॉम नहीं है। लव रंजन की यह अनाम फिल्म एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है। इस कहानी पर, लव रंजन पिछले दो सालों से काम कर रहे थे। अब जा कर फिल्म की स्क्रिप्ट को अंतिम रूप दिया जा सका है।

इस फिल्म में देश और विदेश के उत्कृष्ट एक्शन दृश्य देखने को मिलेंगे। ज़्यादातर एक्शन अजय देवगन पर होंगे। फिल्म की तमाम शूटिंग विदेश में भी ज़्यादा होगी।

अभी इस फिल्म में रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) और अजय देवगन (Ajay Devgan) की जोड़ीदारों के नाम का ऐलान किया जाना बाकी है। बाकी विवरण भी जल्द सामने आएंगे।

लव रंजन (Luv Ranjan) का, इस फिल्म को क्रिसमस २०२० में रिलीज़ करने का इरादा है।


मोदी की तिरंगा यात्रा में हम हैं हिन्दुस्तानी !- क्लिक करें

मोदी की तिरंगा यात्रा में हम हैं हिन्दुस्तानी !



निर्देशक ओमंग कुमार की बायोपिक फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी में राष्ट्रीय स्वयम सेवक संघ के कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी और मुरली मनोहर जोशी के किरदारों को कश्मीर के लाल चौक में तिरंगा फहराने जाते हुए दिखाया गया है।  इस तिरंगा यात्रा के दौरान पार्श्व में  सुनो गौर से दुनिया वालों गीत बज रहा है।  क्या आप इस  गीत के बारे में जानते हैं ?

१९९७ की फिल्म दस
जी हाँ, यह गीत २२ साल पहले मुकुल एस आनंद की फिल्म दस के लिए  तैयार किया  गया था।  १९९७ में बनाई जा रही फिल्म दस में यह गीत सलमान खान, संजय दत्त और रवीना टंडन पर फिल्माया गया था।  अपने समय में यह गीत काफी पॉपुलर हुआ था।  लेकिन यह फिल्म ८० प्रतिशत पूरी होने के बाद भी बंद हो गई। क्योंकि, फिल्म के डायरेक्टर मुकुल एस आनंद का दिल का दौरा पड़ने से यकायक निधन हो गया।  फिल्म हमेशा के लिए डब्बा बंद हो गई।


गीत पर समीर को ऐतराज़
पिछले दिनों, सोशल मीडिया पर फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी में, विवेक ओबेरॉय पर फिल्माया गया यह गीत रिलीज़ हुआ था।  इस गीत में नरेंद्र मोदी बने विवेक ओबेरॉय तिरंगा यात्रा पर निकले हैं। इस गीत के वीडियो के अंत में क्रेडिट में इस गीत के गीतकार समीर का नाम लिखा नज़र आता है। इस पर गीतकार समीर ने ट्विटर के जरिये आश्चर्य व्यक्त किया कि जब उन्होंने फिल्म का कोई गीत नहीं लिखा है तो गीतकार के तौर पर उनका नाम क्यों !

ट्विटर क्यों ? टेलीफोन क्यों नहीं !
इस सवाल का जवाब वह टेलीफोन से फिल्म के निर्माता और म्यूजिक कंपनी टी-सीरीज से भी ले सकते थे। लेकिन, समीर ने जावेद अख्तर की तरह इसे ट्विटर पर उठाना ही ठीक समझा। शायद वह पब्लिसिटी पाना चाहते थे। लेकिन, वह म्यूजिक कंपनी और फिल्म निर्माता की सदाशयता पर उंगली उठा बैठे, जिसने उन्हें सम्मान देते हुए क्रेडिट दिया।  अन्यथा इस गीत का कॉपीराइट टी-सीरीज के पास है। वह इसका जैसा चाहे वैसा उपयोग कर सकता है।

दस से पहले तिरंगा यात्रा !
यहाँ एक ख़ास बात और।  मुकुल आनंद की १९९७ में बनाई जा रही फिल्म दस का कथानक आतंकवाद और देशभक्ति था।  इसीलिए दुनिया को खुद को हिंदुस्तानी बताने वाला गीत तैयार किया गया।  मगर, याद रखने वाली बात यह है कि दस के इस गीत की रचना से पांच साल पहले ही, नरेंद्र मोदी और मुरली मनोहर जोशी जैसे आरएसएस के स्वयंसेवकों की आतंकवादियों को चुनौती देते हुए लालचौक पर तिरंगा फहराने की यात्रा संपन्न हो चुकी थी।

नवोदय टाइम्स २९ मार्च २०१९ -  क्लिक करें