Monday, 18 May 2015

वेस्टमिंस्टर पर फिल्माया गया 'स्पेक्ट्र' का क्लाइमेक्स

सेंट्रल लंदन का वेस्टमिंस्टर ब्रिज, संडे की शाम, आम तौर पर काफी शांत होता है।  लेकिन, पिछला संडे गहमागहमी वाला था।  क्योंकि, जेम्स बांड लंदन में था।  'जेम्स बांड सीरीज' की २४वी फिल्म 'स्पेक्ट्र' की शूटिंग वेस्टमिंस्टर ब्रिज के नीचे पानी में ठीक उसी बहाव पर हो रही थी, जहाँ १९९९ में पियर्स ब्रॉसनन अपनी बांड फिल्म 'द वर्ल्ड इज़ नोट एनफ' की शूटिंग कर रहे थे।  एक पॉवर बोट पर ली सेडॉक्स और डेनियल क्रैग के स्टन्टमैन के साथ डायरेक्टर सैम मेंडिस 'स्पेक्ट्र' के एक्शन सींस फ़िल्म रहे थे।  मेक्सिको में हुई शूटिंग की तरह यहाँ भी जेम्स बांड के एक्शन डेनियल क्रैग के स्टन्टमैन पर फिल्माए जा रहे थे।  इस स्टन्टमैन ने क्रैग के चेहरे से मिलता जुलता लैटेक्स मास्क पहन रखा था।  सैम मेंडिस सीजीआई का इस्तेमाल कर स्टन्टमैन के चेहरे की जगह क्रैग का चेहरा लगाना पसंद नहीं करते।  'स्पेक्ट्र' की शूटिंग के दौरान वॉक्सहॉल ब्रिज सहित वेस्टमिंस्टर के कई इलाके बंद कर दिए गए थे।  इस सीन में पावर बोट से भाग रहे बांड और मैडेलीन का पीछा हेलीकॉप्टर से किया जा रहा है। दर्शकों को 'स्पेक्ट्र' के इस क्लाइमेक्स सीन में हाउस ऑफ़ पार्लियामेंट, द बिग बेन टावर और एमई ६ बिल्डिंग दिखाई पड़ेगी।  इस चेज सीन की शूटिंग अगले तीन वीकेंड में भी जारी रहेगी।  



अल्पना कांडपाल 

Sunday, 17 May 2015

आशा नेगी के फैन ने बनवाया नाम का टैटू

आशा नेगी सातवे आसमान पर है।  उनके फैन सात समंदर पार ब्रिटेन में जो हैं ! २०१० में देहरादून से अपना एक्टिंग करियर बनाने मुंबई पहुंची आशा नेगी को सुशांत सिंह राजपूत और अंकिता लोखंडे की मुख्य भूमिका वाले सीरियल 'पवित्र रिश्ता' की पूर्वी किर्लोस्कर के किरदार से काफी लोकप्रियता और पहचान मिली।  लेकिन, उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि  उनके इस किरदार की शोहरत ब्रिटेन तक पहुँच गई होगी और उनका फैन उनके नाम का टैटू बनवा चूका होगा।  बहरहाल, अपने प्रशंसक के इस पागलपन से खुश आशा नेगी कहती हैं, "ये पागलपन है।  लेकिन, जब लोग आप पर प्यार की इतनी बौछार करते हैं तब बहुत ही अच्छा महसूस होता है।  यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।  अपने इस फैन से कुछ कहने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। " २०१४ में ऋत्विक धनजानी के साथ 'नाच बलिए ६' की विजेता आशा नेगी को दर्शक हुसैन कुजरवाला के साथ इंडियन आइडल जूनियर की होस्ट के रूप में देखेंगे।  यह शो ३० मई से शुरू हो रहा है। 




Saturday, 16 May 2015

शहरोज़ सादात की शार्ट फिल्म 'द मैजिक ऑफ़ गिविंग'


शहरोज़ सादात की शार्ट फिल्म 'द मैजिक ऑफ़ गिविंग' बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की सेवा करने का सन्देश देती हैं।  रियल २ रील प्रोडक्शंस की इस १८ मिनट ३६ सेकंड की फिल्म में वक़ार शेख और स्वेता गुलाटी की मुख्य भूमिका है।  

अनुपम खेर मानते हैं अर्जुमन मुग़ल को प्रॉमिसिंग

पिछले दिनों अनुपम खेर का एक नाटक मेरा वह मतलब नहीं था मुंबई में खेला गया था। इस नाटक को देखने के लिए अभिनेत्री अर्जुमन मुग़ल भी गई थी। अर्जुमन को दर्शक एजाज खान के साथ फिल्म 'यार रब' से याद करते हैं।  इस फिल्म में आतंकवाद से लड़ने वाली नायिका की भूमिका करने के लिए अर्जुमन को शौर्य अवार्ड और हमलोग अवार्ड भी मिल चूका है।  अर्जुमन ने अनुपम खेर के स्कूल एक्टर प्रिपेयर्स से अभिनय की ट्रेनिंग ली थी।  नाटक देखने पहुंची अर्जुमन को देख कर अनुपम बेहद खुश हुए।  उन्होंने अर्जुमन की प्रशंसा करते हुए उन्हें 'प्रॉमिसिंग एक्ट्रेस' बताया। अनुपम खेर जैसे गुरु एक्टर की प्रशंसा अर्जुमन के लिए मायने रखती है।  अर्जुमन मुग़ल की एक फिल्म प्रदीप गोइंसिकर की फिल्म 'तेरा क्या होगा लम्बोदर' आने वाली हैं।  इस फिल्म में अर्जुमन एक सुपर स्टार का किरदार कर रही हैं।  


जब मिथुन चक्रवर्ती ने की इवेलिन शर्मा की मदद

फिल्म इश्क़ेदारियां में इवलिन शर्मा के नायक महाक्षय चक्रवर्ती उर्फ़ मिमोह हैं।  मिमोह अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के बेटे हैं।  जर्मनी से इम्पोर्ट इवलिन शर्मा को ठीक से हिंदी  बोलना नहीं आता  ।  जबकि, मिथुन चक्रवर्ती जैसे लव गुरु के बेटे महाक्षय को बकौल इवलिन शर्मा 'लव करना नहीं आता' ।  कहती हैं इवलिन शर्मा, "महाक्षय ज़रा शर्मीले हैं।  इसलिए रोमांस करने के सींस  में मैंने उनकी थोड़ी मदद भी की।" इश्क़ेदारियां, इवलिन शर्मा की इस साल रिलीज़ होने वाली दूसरी फिल्म है।  पिछले महीने ही इवलिन शर्मा को न्यू कमर नवदीप छाबरा के साथ रोमांस  लड़ाते देखा गया था।  इस फिल्म में इवलिन ने बेहद ख़राब अभिनय और डायलाग डिलीवरी की थी।  इसीलिए, खराब हिंदी बोलती इवलिन शर्मा को  देख कर मिथुन चक्रवर्ती को मदद के लिए आगे आना पड़ा।  कहती हैं इवलिन शर्मा, "मैं मिथुन चक्रवर्ती की आभारी हूँ कि उन्होंने हिंदी ठीक करने में मेरी मदद की।  उन्होंने मुझे छुरी कांटे के बजाय हाथ से खाना भी सिखाया।" यह तो माना जा सकता है कि मछली झोल खाने वाले मिथुन दादा ने इवलिन को  हाथ से खाना खाना सिखाया।  लेकिन, हिंदी बोलना सिखाया, यह गले नहीं उतरता।  मिथुनदा तो आज भी छोटी इ और बड़ी ई का उच्चारण ठीक से नहीं कर पाते।  

'टुमारोलैंड' पर जॉर्ज क्लूनी

दो ऑस्कर पुरस्कार विजेता निर्देशक ब्रॉड बर्ड की रहस्य-रोमांच से भरी फिल्म 'टुमारोलैंड' किसी ख़ास केटेगरी को चुनौती देने वाली फिल्म है।  इस फिल्म में अकादमी अवार्ड विजेता अभिनेता जॉर्ज क्लूनी एक थके हुए, बदमिजाज और एकाकी विज्ञानी की भूमिका कर रहे हैं, जो कभी जीनियस बॉय माना जाता था ।  इस फिल्म में दर्शकों को भविष्य की दुनिया के दर्शन होंगे। फिल्म में अच्छाई भी बुराई के साथ होगी। इस फिल्म के बारे में क्लूनी कुछ इस तरह बात करते हैं - 
आपने २०१३ में 'ग्रेविटी' जैसी अंतरिक्ष फिल्म की थी।  'टुमारोलैंड' में ख़ास क्या है ? क्या यह भी एक अंतरिक्ष फिल्म है ? 
'टुमारोलैंड' हमारे कल की फिल्म है।  मुझे इस फिल्म का ऑप्टिमिज्म (आशावाद) पसंद है।  
फिल्म में आपका किरदार सीनिकल है। क्या यह सीनिकल फिल्म है ?
मैं कोई बहुत सीनिकल आदमी नहीं हूँ।  लेकिन, मुझे सीनिकल फ़िल्में करना पसंद है।  लेकिन, यह फिल्म वैसी नहीं है, जैसी की सोची जा रही है।  यह बिलकुल अलग प्रकार की फिल्म है।  मैंने सोचा कि इस फिल्म को करने में मज़ा आएगा।  
आपने बहुत सी एक्शन फ़िल्में की हैं।  इस फिल्म में कितना एक्शन है ?
मैंने थर्टीज में बहुत सी एक्शन फ़िल्में की है।  मैं किसी को घूंसे मार मार कर गिरा देता था और अपने रास्ते चल देता था।  लेकिन अब वह समय नहीं रहा।  अब तो मैं घूंसे खा कर ज़मीन पर गिर सकता हूँ।   

वॉर ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स

२०१४ की हिट 'डॉन ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स' की सीक्वल फिल्म का नामकरण कर दिया गया है।  मैट रीव्स द्वारा ही निर्देशित इस फिल्म का नाम 'वॉर ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स' रखा गया है।  पिछले साल ११ जुलाई को रिलीज़ 'डॉन ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स' ने ७०८.८ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया था। २०१४ की एप्स फिल्म के निर्माण में १७० करोड़ की लागत आई थी।  वॉर ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स १४ जुलाई २०१७ को रिलीज़ होगी।  इस फिल्म का निर्देशन मैट रीव्स ही कर रहे हैं।  'वॉर ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स'  टाइटल २०१४ की फिल्म में एप्स करैक्टर सीज़र के आखिरी संवाद "वॉर हैज.… ऑलरेडी बेगन। एप्स स्टार्टेड वॉर।  एंड ह्यूमन…ह्यूमन विल नोट फॉरगिव" से लिया गया है।  ज़ाहिर है कि पहली दो फिल्मों से कही ज़्यादा भव्य और खर्चीली फिल्म होगी 'वॉर ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स' । ह्यूमन और एप्स के बीच का युद्ध क्या रंग लाता है! क्या सीज़र के वानर यानि एप्स डोमिनेट करेंगे या फिर एक बार फिर पृथ्वी पर मानव का दबदबा स्थापित हो जायेगा ? क्या होगा.... बोलते वानरों को एक बार फिर देखना ज़रूर यादगार होगा।  इसका ख्याल 'वॉर ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स' की कथा -पटकथा लिखते समय मार्क बॉम्बक के साथ खुद मैट रीव्स भी रखेंगे।




क्या 'बजरंगी भाईजान' को प्रमोट करना चाहेंगे सलमान खान ?

सलमान खान और करीना कपूर के साथ अन्य आर्टिस्ट द्वारा कबीर खान की फ़िल्म 'बजरंगी भाईजान' का कश्मीर शिड्यूल ख़त्म करने के साथ ही 'बजरंगी भाईजान' १६ जुलाई को ईद वीकेंड पर रिलीज़ होने के लिए पोस्ट प्रोडक्शन के लिए चली जाएगी। अगले महीने से 'बजरंगी भाईजान' की पब्लिसिटी भी शुरू हो जाएगी। अब देखने वाली बात यह होगी कि  सलमान खान 'बजरंगी भाईजान' की पब्लिसिटी के लिए कितना नज़र आ पाते हैं।  यह सवाल इस लिए तो खड़ा हो ही रहा है कि  सलमान खान का जोधपुर अदालत वाला केस अभी टला नहीं है।  जून में इसकी सुनवाई होने वाली है।  इस केस में सज़ा हुई तो....! यह बड़ा सवाल तो है ही कि क्या फिर राजस्थान हाई कोर्ट से भी उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट वाला फैसला मिल पायेगा।  लेकिन, एक बात और है।  सब कुछ सलमान खान के अनुरूप रहा तो भी सलमान खान के 'बजरंगी भाईजान' की पब्लिसिटी में लोचा है।  क्या सलमान खान खुद 'बजरंगी भाईजान' का प्रमोशन करना चाहेंगे ? सलमान खान को मुंबई सेशन कोर्ट द्वारा सज़ा और उसके तुरंत बाद बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा ज़मानत दिए जाने का मामला विवादित और चर्चित है।  इस मामले और जोधपुर मामले को लेकर सवाल जवाब हो सकते हैं।  इस सवालों के कारण और सलमान खान के पब्लिसिटी में सक्रिय मौजूदगी के कारण फोकस फिल्म से हट कर पूरी तरह से सलमान खान बन जायेंगे।  इसके अलावा सवालों के कारण अगर सलमान खान अपना टेम्पर लूज़ कर गए, जैसा कि उनके साथ अमूमन होता आया है, तो फिल्म को बैड पब्लिसिटी मिलेगी।  यह फिल्म के लिए घातक होगा।  फिल्म के साथ सलमान खान का नाम शिद्दत से जुड़ा हुआ है।  अगर वह फिल्म का प्रचार नहीं भी कर रहे होंगे तो भी फिल्म सलमान खान की मानी जाएगी। प्रचार के दौरान सलमान खान की सज़ा पर पूछे गए सवाल सलमान की गैर मौजूदगी में टाल दिए जायेंगे।  इससे फिल्म बैड पब्लिसिटी से बच जाएगी।  जहाँ तक फिल्म की ओपनिंग का सवाल है, सलमान खान फिल्म की पब्लिसिटी करे या नहीं भाई की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' ज़बरदस्त ओपनिंग तो लेने ही जा रही है।


साई-फाई फिल्म 'कोलोसल'

अभिनेत्री ऐनी हैथवे एक बार फिर साईं फाई फिल्म कर रही हैं।  उन्होंने पिछले साल ही साईंफाई फिल्म 'इंटरस्टेलर' में ब्रांड की भूमिका की थी।  अब वह नाचो विगलॉन्डो के निर्देशन में 'कोलोसल' में ऐनी ग्लोरिया का किरदार कर रही हैं, जो खुद को बड़ी छिपकली से जुड़ा महसूस  करती हैं। ग्लोरिया एक तलाक़शुदा महिला है।  न्यूयॉर्क में नौकरी छूट जाने के बाद ग्लोरिया वापस अपने शहर आ जाती है।  उसी समय उसे खबर मिलाती है कि एक दैत्याकार छिपकली ने टोक्यो पर हमला कर दिया है।  यह खबर सुन कर ग्लोरिया महसूस करती है कि  वह किसी न किसी प्रकार से उस छिपकली से जुड़ी हुई है।  कोलोसल में ऐनी हैथवे के आ जाने के बाद से निर्देशक नाचो बेहद खुश हैं।  वह कहते हैं, "ऐनी के साथ इतनी जुझारू टीम पाना मेरी कल्पना से भी बाहर की बात है।" दिलचस्प तथ्य यह है कि 'कोलोसल' की निर्माता कंपनी वोल्टेज पिक्चर्स फिल्म को कांन्स फिल्म फेस्टिवल में बेचने में बिजी है। इसलिए 'कोलोसल' की रिलीज़ की तारीख अभी तय नहीं हो पाई है। 

मैक्सिम कवर से फ्यूरियस ७ तक रोंडा रोसी

अमेरिका की मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट और जुडोका रोंडा रॉसी को पहली बार मैक्सिम मैगज़ीन के कवर पर छप कर शोहरत मिली। अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप में महिला वर्ग में बेंटमवेट चैंपियन रोंडा रॉसी को पहली बार सीलवेस्टर स्टेलोन की फिल्म 'द एक्सपेंडब्ल्स ३' में  एक नाईट क्लब की बाउंसर लूना की भूमिका में शक्ति प्रदर्शन  करते देखा गया।  रोंडा की यह भूमिका उनके पेशे के अनुरूप थी।  इस साल इंडियन बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ कमाने वाली पहली हॉलीवुड फिल्म 'फ्यूरियस ७' में वह एक बार फिर अपने शारीरिक बल का प्रदर्शन कर रही थी।  इस फिल्म में वह अबु धाबी के अरबपति की बॉडीगार्ड बनी थी। इस प्रकार के रोल रोंडा के व्यक्तित्व के अनुरूप हैं।  वह इस साल एक बार फिर फिल्म 'एनटुरेज़' में खुद की भूमिका में होंगी।  ब्राड थॉर के उपन्यास पर आधारित फिल्म 'एथेना प्रोजेक्ट' के लिए भी उन्हें साइन किया गया है।  इस फिल्म में रोंडा काउंटर टेररिज्म टीम की सदस्य बनी हैं।

Friday, 15 May 2015

बैंकाक में होगा इंडियन प्रिंसेस का ग्रांड फिनाले

इंडियन प्रिंसेस  २०१५ अपने छठें संस्करण में और भी भव्य स्तर पर होने जा रहा है।  भारत के साथ  दुनिया  के कई देशो से प्रतिभागी इंडियन प्रिंसेस  २०१५ के आयोजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं।  इंडियन प्रिंसेस ने पूरी दुनिया  में एक अलग सौंदर्य प्रतियोगिता के तौर  पर पहचान बनायीं हैं।  इंडियन प्रिंसेस २०१५ की शुरुवात हो गयी है और प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले २४ मई को  बैंकॉक में आयोजित किया जाएगा। इंडियन प्रिंसेस का आयोजन श्री सुनील राणे ( अथर्वा ग्रुप ) द्वारा किया जाता है।  ग्रैंड फिनाले से पहले  आयोजक , फैशन डिजाइनर्स और प्रतिभागीयो ने  मुंबई में आयोजित प्रेस वार्ता में मिडिया से बात की।  इस अवसर पर श्री सुनील राणे ( अथर्वा ग्रुप ) , वर्षा राणे ( वाइस प्रेसिडेन्स इंडियन प्रिंसेस )  अर्चना कोचर ( फैशन डिजायनर , मुंबई ), रामोंन लाम्बा ( सीईओ इंडियन प्रिंसेस )  आरती मेहता और मनोज मेहरा ( फैशन डिज़ाइनर दिल्ली ), शिखा बिरला ( चेयरमैन एयर शगुन  ),  चांदनी शर्मा ( विनर इंडियन प्रिंसेस २०१४ ),  नदीन  माखनलाल  ( विनर इंडियन प्रिंसेस इंटरनेशनल २०१४ ) उपस्थित थे  अथर्वा समूह द्वारा आयोजित इंडियन प्रिंसेस  का आयोजन का मुख्य उद्देश्य देश पर अपना सर्वस्व  बलिदान करनेवाले सैनिको के सम्मान के साथ ही देश के दूर दराज क्षेत्रो में कन्या शिक्षा को बढ़ाना है।  अथर्वा समूह महाराष्ट्र के कई गाँव में कन्याओ के शिक्षा के विभिन्न शैक्षणिक कार्यकर्मो  का आयोजन नियमित  करता रहता है।  
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क्या सलमान खान दूसरे संजय दत्त साबित होंगे !

बॉम्बे हाई कोर्ट से ज़मानत पाने के बाद सलमान खान ने जो पहला काम किया वह कश्मीर वापस लौट कर इंतज़ार कर रही 'बजरंगी भाईजान' की नायिका करीना कपूर के साथ एक डुएट शूट किया ।  इस डुएट के पूरा होने के साथ ही सलमान खान की इस साल की ईद रिलीज़ फिल्म 'बजरंगी भाईजान' की शूटिंग पूरी हो गई ।  इसके बाद सलमान खान, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायों' की शूटिंग में जुट जायेंगे।  इस फिल्म की भी केवल ३० प्रतिशत शूटिंग ही बाकी है।  सलमान खान को 'प्रेम रतन धन पायो' के लिए नॉन-स्टॉप शूट करना होगा ।  सलमान खान ने अभी अपने फ्यूचर प्रोजेक्ट्स को डेट्स नहीं दी हैं। यह उनकी मज़बूरी है क्योंकि, १ जून को उन्हें जोधपुर जाना हैं, जहाँ उन पर ब्लैक बक के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में सुनवाई होनी है।   सलमान खान की आगे की फ़िल्में जोधपुर कोर्ट के निर्णय पर काफी निर्भर करेंगी।  सलमान खान, आदित्य पंचोली और ज़रीना वहाब के बेटे सूरज पंचोली की डेब्यू फिल्म 'हीरो' के प्रोडूसर हैं।  सलमान खान ने इस फिल्म का एक गीत अपनी आवाज़ में गाया है।  यह फिल्म ३ जुलाई को रिलीज़ होनी है।  इस फिल्म का प्रमोशन खुद सलमान खान करेंगे।  इस लिहाज़ से, सलमान खान की ज़िन्दगी फिर पटरी पर आ गई लगती है।  लेकिन, सलमान खान का ब्रांड खतरे में लगता है। 
सलमान खान हिट एंड रन केस में बॉम्बे हाई कोर्ट से बेशक ज़मानत पा चुके हैं।  लेकिन, वह अब सज़ायाफ्ता है।  जेल का भय उन्हें आजीवन सताता रहेगा, जब तक वह छूट नहीं जाते।  इसके अलावा सलमान खान १९९८ के काले हिरन के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में भी फंसे हैं।  दो मामलों में उन्हें सज़ा भी हो चुकी है। एक मामले में पांच साल की और दूसरे मामले में एक साल की।  यह सज़ाएँ उन्हें भुगतनी होंगी, अगर ऊपरी अदालतों से उन्हें कोई  रिलीफ नहीं मिली।  यह सज़ाएं अलग मामले में और अलग अदालतों से मिली हैं।  इसलिए जोधपुर कोर्ट से  सज़ा को मुंबई कोर्ट की  सज़ा से टैग नहीं किया जा सकता।  ऐसे में पांच साल बाद सलमान खान को फिर जेल जाना पड़ सकता है।  इसका मतलब यह हुआ कि  वह जब तक अपने गुनाहों की सज़ा भुगत कर जेल से बाहर निकलेंगे साठ  के हो चुके होंगे।  बॉलीवुड में साठा पाठा नहीं होता।  उसे करैक्टर रोल ही मिलते हैं।   तब तक यह खान भी दबंग कहाँ रहेगा !
सलमान खान को थर्टी प्लस में की गई अपनी दबंगई का सिला फोर्टी प्लस में भोगना पड़ रहा है। ऊपरी अदालतों से अपील के बाद वह फिफ्टी प्लस के हो चुके होंगे।  ऐसे में इन सज़ाओं के साथ ही सलमान खान की ब्रांड वैल्यू ख़त्म हो जाएगी। हालाँकि, उनके एनजीओ 'बीइंग ह्यूमन' के प्रोडक्ट की बिक्री में ३० प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है। सलमान खान इस समय सुजुकी मोटरसाइकिल्स, थम्स अप, व्हील, पीएल गाडगिल जेवेलर्स, एस्ट्रल पाइप्स, रेविअल, डिग्सी स्कॉट, यात्रा डॉट कॉम, रेलक्सो हवाई चप्पल, रोटोमक पेन और एसएफएस सोनिक बैटरीज जैसे दर्ज़न भर ब्रांड कर रहे हैं। सलमान खान प्रत्येक इंडोर्समेंट के लिए १० करोड़ लेते हैं।  आईपीएल में थम्स अप जैसे विज्ञापन सलमान खान की ब्रांड वैल्यू के औंधे मुंह गिरने के गवाह बनेंगे । इस समय सलमान खान की ब्रांड वैल्यू  १००० करोड़ के आसपास की है।  इस पर सीधा असर पड़ेगा। यह ब्रांड किसी दूसरे को अपना एम्बेसडर चुन सकते हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट से ज़मानत के बाद सलमान खान के लिए बजरंगी भाईजान पूरी करना आसान होगा। लेकिन,  सूरज   बड़जात्या  की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के साथ सब कुछ इतना आसान नहीं होगा।  इस फिल्म का पिछला शिड्यूल जोधपुर में ही हुआ था। लेकिन, अभी सलमान खान का काफी काम बाकी है।  इसलिए प्रेम रतन धन पायो के दिवाली में रिलीज़ होने की संभावना पर जोधपुर की अदालत का खतरा मंडरा रहा है ।  सलमान  खान के पास की दो अन्य फ़िल्में 'नो  एंट्री में एंट्री',  'शुद्धि' और 'सुलतान' का सलमान  खान के साथ बनना मुश्किल लग रहा है। हालाँकि, यह माना जा रहा था कि यह फ़िल्में रिलीज़ होने के बाद १००-१५० करोड़ का बिज़नेस तो कर ही ले जाएंगी। ऐसे में हो सकता है कि विपरीत निर्णय की दशा में सलमान खान की जगह कोई दूसरा एक्टर ले लिया जाये या फिर यह प्रोजेक्ट ही बंद कर दिए जाएँ। फिल्म इंडस्ट्री के तीन खान आमिर खान और शाहरुख़  खान के बाद तीसरे सलमान खान ही हैं। इन तीन खानो की फ़िल्में इंडस्ट्री को हर साल ३० प्रतिशत कमाई करवाती हैं।  इन तीनों खानों में बॉक्स  ऑफिस पर सबसे ज़्यादा विश्वसनीय सलमान खान ही हैं।  उन्हें ३००-५०० करोड़ का खान माना जाता है। सलमान खान के जेल जाने का मतलब इंडस्ट्री को सीधे सीधे ५०० करोड़ का नुक्सान।
जिस हिट एंड रन केस में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई है, वह २००२ का है।  यानि उस समय, इस समय ४९ साल के सलमान खान  ३५ साल के थे।  काले हिरन का शिकार मामला पांच साल ज़्यादा पुराना है। यानि सलमान खान उस समय ३० के थे। सलमान खान को थर्टी प्लस में किये गए अपने गुनाहों का खामियाज़ा फिफ्टी प्लस में भोगना पड़ेगा। अपने दोनों ही मामलों को इतना लम्बा खिंचवाने के लिए खुद सलमान खान ज़िम्मेदार हैं।  बार बार तारीखें लेने की चालबाज़ी और वकीलों की मामले को खीचने की व्यूह रचना सलमान खान को अब भारी पड़ने जा रही है। उन्होंने अपने मामलों को न केवल १३-१८ साल तक खींचा बल्कि, हिट एंड रन केस में आखिरी मौके पर अपने ड्राइवर को पेश कर यह साबित कर दिया कि  वह कानून के साथ खेल करने में माहिर हैं। लेकिन, बुरे काम का बुरा नतीजा।   
बहरहाल, अब सब कुछ ऊपर की अदालतों पर निर्भर करेगा।  लेकिन, संभावित सज़ा का भय सलमान खान के साथ उनकी फिल्म के प्रोडूसर्स और ब्रांड की कंपनियों को सताता रहेगा।  क्योंकि, सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो ख़त्म हो चुके होंगे, ठीक संजय दत्त की तरह। उनकी ब्रांड वैल्यू तहस नहस हो चुकी होगी। सलमान का करियर इस समय टॉप पर है । उन्हें लेकर यशराज फिल्म्स, बोनी कपूर फिल्म्स, साजिद नाडियाडवाला, आदि बैनर बड़े बजट की फ़िल्में बना रहे थे।  तमाम बड़े ब्रांड उनके पीछे खड़े थे। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो उम्र के पाताल पर होंगे।  उम्र और जेल की चहारदीवारी उन्हें ख़त्म कर चुकी होगी।  उस समय लोग सलमान खान को 'एक था टाइगर' कह कर ही पुकारेंगे। आगे आगे देखिये होता है क्या ! 

राजेंद्र प्रसाद कांडपाल 

मखमल में पैबंद की तरह 'बॉम्बे वेल्वेट'

अगर 'ऑथेन्टिसिटी' की बात करें तो फिल्म इज़ ग्रेट।  सिक्सटीज का बॉम्बे परदे पर ला दिया अनुराग ने।
अगर फोटोग्राफी की बात करे तो सिनेमेटोग्राफर राजीव रवि ने कमाल कर दिया है। 
अगर आर्ट डायरेक्शन, सेट डेकोरेशन, कॉस्ट्यूम, मेकअप, स्पेशल इफेक्ट्स और विसुअल इफेक्ट्स की बात करें तो सब कमाल ही कमाल।  
अगर स्टोरी की बात करें तो फिल्म अमिताभ बच्चन की सत्तर के दशक की फिल्मों और गुरु दत्त की पुरानी फिल्म की याद दिलाती है। 
अगर अभिनेता रणबीर कपूर की बात करें तो गैंगस्टर फ़िल्में करके अमिताभ बच्चन सुपर स्टार बन गए, रणबीर कपूर का दर्ज़ा भी कुछ गज़ ऊपर हो जायेगा।  
अगर अनुष्का शर्मा की बात की जाए तो वह दूसरी हुमा कुरैशी साबित होती है।  शाहरुख़ खान और आमिर खान के साथ  रोल कर चुकी अनुष्का शर्मा के लिए यह 'गन्दी बात' है।  
अगर करण जौहर की बात की जाये तो वह अच्छे विलेन साबित हो सकते हैं अगर उन्हें इसी प्रकार की के एन सिंह टाइप की फ़िल्में मिल जाए।  क्योंकि लाउड विलेन में तो उनकी आवाज़ ही फट जाएगी।  
अगर मनीष चौधरी की बात जाये तो उन्होंने जिमी मिस्त्री को क्या कंट्रोल्ड प्ले किया है। 
अगर सत्यदीप मिश्रा की बात की जाये तो उनका चिमन कमाल करता है।  लगे रहो चिमन भाई। 
अगर अमित त्रिवेदी की बात की जाये तो पुराना म्यूजिक नया बनाये रहो भैया।  अगर अनुराग भैया आगे फिल्म बना सके तो आपकी दूकान चलती रहेगी। 
अगर कहानी की बात की जाए तो 'बॉम्बे वेलवेट' ज्ञानप्रकाश के उपन्यास 'मुंबई फैबल्स' पर आधारित है।  ज्ञानप्रकाश १९५२ की पैदाइश हैं यानि आज़ादी के पांच साल बाद के पैदा हैं ज्ञानप्रकाश ।  जबकि उनका उपन्यास आज़ादी के दो साल बाद के बॉम्बे पर है और पुर्तगाल शासित गोवा की।  उन्होंने आपने उपन्यास में जो लिखा वह सब पढ़ा हुआ और सुना हुआ ही है।  क्योंकि, उन्होंने १९७३ में दिल्ली से डिग्री पाई है।  इसीलिए उनकी कहानी में १९७५ में निर्देशित यश चोपड़ा की फिल्म 'दीवार' का अमिताभ बच्चन और परवीन बाबी का रोमांस नज़र आता है।  
अगर बॉक्स ऑफिस की बात की जाये तो इतने पुरानेपन वाली फिल्म कौन ससुरा देखने जायेगा। फिर फिल्म में अनुष्का शर्मा के गर्मागर्म चुम्बन और सेक्स सींस गायब है। इसलिए अब तक अपनी फिल्मों में अपने चरित्रों की फाड़ते आ रहे अनुराग कश्यप की भी फटने जा रही है।  अस्सी करोड़ तो गए पानी में।

कान में लांच होगा जज़्बा का ट्रेलर

एस्सेल विज़न के आकाश चावला और डायरेक्टर संजय गुप्ता के साथ ऐश्वर्या राय बच्चन ६८ वें कान फिल्म  महोत्सव में संयुक्त राष्ट्र पैनल  डिस्कशन के दौरान अपनी इस साल की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'जज़्बा' का एक्सक्लूसिव ट्रेलर लांच करेंगी ।  मीडिया में महिलाओं की भूमिका पर एक डिस्कशन भी १६ मई को होने जा रहा है।  एक्ट्रेस सलमा हायक, फिल्म ब्लू इज़ द वार्मेस्ट कलर की पाम डि'ओर सम्मान विजेता अभिनेत्री एडिला एक्सार्कोपोलोस और आगामी फिल्म कैरोल के निर्माता क्रिस्टीन वशोना और एलिज़ाबेथ कुशेल समेत कई एलिट पैनलिस्ट के साथ ऐश्वर्या राय बच्चन लिंग समानता और मीडिया में महिलाओं की भूमिका पर अपने विचार पेश करेंगी ।  आकाश चावला जज़्बा के बारे में बताते हैं, "ज़्यादातर फिल्मो में किसी पुरुष को ही हीरो दिखाया जाता है।  लेकिन, इस फिल्म में तीनों ही कलाकार ऐश्वर्या, शबाना और इरफ़ान की भूमिका महत्वपूर्ण हैं।  यही तीनों चरित्र  कहानी को आगे बढ़ाते हैं।   इन तीनों को ही कान महोत्सव जैसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम में प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति रही है।  ऐसे में एक ही छत के नीचे अंतर्राष्ट्रीय मीडिया से मुखातिब होना शानदार मौका है।" जज़्बा का निर्माण एस्सेल विज़न, वाइट फेदर फिल्म्स और वाइकिंगस एंटरटेनमेंट मिल कर कर रहे हैं।  यह फिल्म ९ अक्टूबर २०१५ को दुनिया भर में रिलीज़ होगी।  इस फिल्म को कमलेश पाण्डेय और रोबिन भट्ट ने लिखा है. सिनेमेटोग्राफी समीर आर्य की है।  एडिटिंग बंटी नेगी  डिजाइनिंग रसूल पोकुट्टी ने किया है।  मीडिया के अंतर्राष्ट्रीय सदस्यों के सामने जज़्बा का ६  मिनट का एक स्पेशल कट भी प्रदर्शित किया जायेगा।

Wednesday, 13 May 2015

कॉमिक बुक सीरीज पर एक और फिल्म

फ्रेंच फिल्म निर्देशक लुच बेसों भी उन हॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर्स की फेहरिस्त में आ गए हैं, जो  अपने नए प्रोजेक्ट्स का ऐलान सोशल मीडिया के ज़रिये किया करते हैं।  लुच ने ट्विटर  में पोस्ट कर 'वेलेरियन एंड द  सिटी ऑफ़ अ थाउजेंड प्लैनेट्स' बनाने का ऐलान किया।  यह फिल्म राइटर पिअर क्रिस्टीन और आर्टिस्ट जीन-क्लॉड मेजिएर्स की कॉमिक बुक सीरीज वेलेरियन एंड लॉरेलिन  पर आधारित है।  'वेलेरियन एंड द सिटी ऑफ़ अ थाउजेंड प्लैनेट्स'  के राइटर-डायरेक्टर लुच बेसों ही हैं।  फिल्म के हीरो 'द अमेजिंग स्पाइडर-मैन २' में ग्रीन गोब्लिन का किरदार करने वाले अभिनेता डेन डेहान एक एजेंट वेलेरियन बने हैं जो टाइम और स्पेस में यात्रा करता रहता है। फिल्म में साथी एजेंट लॉरेलिन की भूमिका इंग्लिश मॉडल और एक्ट्रेस सारा डेलेविंग्ने कर रही हैं।  यह फिल्म २८ वी सदी की दुनिया को उसके पडोसी नक्षत्रों से खतरों की कहानी हैं। कॉमिक बुक  वेलेरियन एंड लॉरेलिन पहली  बार १९६७ में प्रकाशित हुई थी।  इस कॉमिक  का कांसेप्ट स्टार वार्स और 'द फिफ्थ एलिमेंट' से प्रभावित लगता था।  फिल्म के सब टाइटल से साफ़ है कि बेसन की फिल्म फ्रेंच कॉमिक बुक के दूसरे वॉल्यूम 'द एम्पायर ऑफ़ अ थाउजेंड प्लैनेट्स' पर बनायी जा रही है।  इस सीरीज के वॉल्यूम को जितनी सफलता मिली है, उसे देखते हुए कोई शक नहीं अगर 'वेलेरियन' फ्रैंचाइज़ी' बन जाए।  यह फिल्म २०१७ में रिलीज़ होगी ।

क्या प्रियंका चोपड़ा 'क्वांटिको' की मुख्य नायिका है ?

'क्वांटिको' कहानी है एफबीआई के नए रिक्रूट की, जो क्वांटिको, वर्जिनिया में इस संस्था में अपनी जगह बनाने के लिए कठिन ट्रेनिंग ले रहे हैं। सीरीज में कई कट्स और इंटरकट्स हैं।  एफबीआई रेक्रुइट्स के अतीत का चित्रण है कि रिक्रूट ट्रेनिंग में आने से पहले क्या था।  वह कैसे ट्रेनिंग ले रहा है, इसका भी चित्रण है।  निकट भविष्य की कुछ झलकियाँ भी हैं।  क्वांटिको में ट्रेनिंग ले रहे एफबीआई के पांच अन्य रेक्रुइट्स के साथ प्रियंका चोपड़ा का अलेक्स वीवर का करैक्टर भी है।  यह किरदार कोकेशियान और इंडियन महिला का है।  जैसा कि कहानी से साफ़ है कि हर रिक्रूट का वर्तमान के साथ साथ अतीत और निकट भविष्य भी सीरियल मे है। यानि सभी करैक्टर ख़ास है।  लेकिन, प्रियंका चोपड़ा का करैक्टर इन सब में ख़ास हैं, कहना मुश्किल है।  इस शो का एक करैक्टर मिरांडा शॉ का है।  मिरांडा क्वांटिको की डायरेक्टर है।  वह एक टफ  महिला है।  उसने अपनी यह जगह कड़ी मेहनत और कठिन प्रतिस्पर्द्धा के बाद पाई है।  मिरांडा शॉ के किरदार को अभिनेत्री औंजनुए  एलिस कर रही हैं।  वह मशहूर फिल्म और टीवी अभिनेत्री हैं।  उन्हें सक्षम अभिनेत्री के रूप में जाना जाता है। ऐसे में प्रियंका चोपड़ा का करैक्टर ज़्यादा ख़ास होने का सवाल ही नहीं उठता है। हाँ, इस शो के कथानक में अहम मोड़ तब आता है, जब एक रिक्रूट ९/११ के हमलों के बाद अमेरिका पर घातक हमला करने के लिए तैयार आतंकवादी संगठन का स्लीपर एजेंट साबित होता है।  क्या प्रियंका चोपड़ा का किरदार स्लीपर एजेंट का है? फिलहाल इसे पुख्ता नहीं कहा जा सकता।  

मैड मैक्स की चाहत ४० मिलियन डॉलर !

मैड मैक्स : फ्यूरी रोड के टॉम हार्डी की चाहत है बॉक्स ऑफिस पर फिल्म का ४० मिलियन डॉलर का वीकेंड।  १९७९ में रिलीज़ मेल गिब्सन की ऑस्ट्रेलियाई फिल्म 'मैड मैक्स' की चौथी कड़ी १५ मई को रिलीज़ होने जा रही है।  इस फ़िल्म के मैक्स अभिनेता टॉम हार्डी बने हैं।  मैड मैक्स फ्यूरी रोड १५० मिलियन डॉलर के बजट से बनी है।  वार्नर ब्रदर्स को फिल्म को ब्रेक इवन में लाना है तो 'मैड मैक्स' को पहले वीकेंड में ४० मिलियन डॉलर कमाने होंगे।  एक पॉपुलर फ्रैंचाइज़ी की फिल्म के लिए यह मुश्किल टारगेट नहीं होना चाहिए। लेकिन, टॉम हार्डी और उनके निर्देशक जॉर्ज मिलर को टारगेट  कठिन नज़र आ रहा है। फिल्म के सामने यूनिवर्सल की कॉमेडी फिल्म 'पिच परफेक्ट २' खड़ी है।  मैड मैक्स फ्यूरी रोड जहाँ ३५००+ प्रिंट्स में रिलीज़ हो रही है।  वही एलिज़ाबेथ बैंक्स की फिल्म 'पिच परफेक्ट २' भी ३४००+ प्रिंट्स में रिलीज़ हो रही है। पूरी दुनिया के दर्शकों ने पिच परफेक्ट सीरीज की पहली दो फिल्मों को पसंद किया है।  इस फिल्म को सार्वजनिक प्रदर्शन का प्रमाण पत्र हासिल हुआ है।  जबकि, मैड मैक्स फ्यूरी रोड को आर रेटिंग दी  गई है।  यानि इसके दर्शक बालिग़ ही होंगे।  तीसरा बड़ा कारण यह है कि दो हफ्ते पहले रिलीज़ सुपर हीरोज फिल्म 'अवेंजर्स :एज ऑफ़ अल्ट्रान' अभी भी बहुत बढ़िया बिज़नेस कर रही है। इस लिहाज़ से, जब एक एक्शन फिल्म अच्छा कर रही हो तो दूसरी एक्शन फिल्म के लिए जोखिम होता ही है।  इसलिए, टॉम हार्डी के साथ चार्लीज थेरॉन और निकोलस हॉल्ट की इस एक्शन फिल्म को अपने शानदार, जानदार और खतरनाक एक्शन दृश्यों पर भरोसा करना ही होगा।  वीरवार की रात मैड मैक्स फ्यूरी रोड का प्रीमियर होगा।  उम्मीद की जाती है कि रात के बाद फिल्म को अच्छे रिव्यु और दर्शकों को पसंद मिलेगी। तब वार्नर ब्रदर्स को ४० मिलियन डॉलर का टारगेट पाने में कठिनाई नहीं होगी।  वार्नर ब्रदर्स का इरादा तीन और मैड मैक्स फ़िल्में बनाने का है।  लेकिन, अगर दर्शकों ने ख़ास पसंद नहीं किया और फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन साधारण रहा तो मैड मैक्स की अगली किश्ते मुश्किल में आ जाएंगी।



Tuesday, 12 May 2015

२८ मई को रिलीज़ की जाएगी फिल्म वेलकम टू कराची

निर्माता वासु भगनानी की फिल्म  वेलकम टू  कराची की रिलीज़ डेट को एक सप्ताह आगे बढा दी  गयी है। फिल्म वेलकम तो कराची और तनु वेड्स मनु शामे डेट पर २२ मई को  रिलीज़ की जानी  थी पर निर्माता वासु भगनानी नहीं चाहते की बॉक्स ऑफिस पर किसी भी तरह की क्लैश हो और दर्शक दोनों  ही फिल्मो का लुफ्त उठा  सके इसीलिए उन्होंने जैकी भगनानी स्टारर फिल्म वेलकमटू कराची को २८ मई को रिलीज़ करने का फैसला किया  है. वसु भगनानी का मानना है की दोनों ही फिल्मे तनु वेड्स मनु रिटर्न्स और वेलकम टू  कराची कॉमेडी फिल्म्स हैं अगर ये दोनों ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर एक साथ रिलीज़ होंगी तो इनके कारोबार  पर भी असर पड़ेगा। फिल्म तनु वेड्स मनु रिटर्न्स की  निर्माता कृषिका लुल्ला का मानना है "की निर्माता के रूप में फिल्म इंडस्ट्री  और बॉक्स ऑफिस की कार्यप्रणाली को समझना  बहुत ही  महत्वपूर्ण है। हम अच्छी  फिल्मों और बहुमुखी प्रतिभा को बॉक्स ऑफिस पर ध्यान से देखने के लिए हमारे पास पर्याप्त जगह नही होती है." तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के डायरेक्टर आनंद एल राय का मानना है "की वो वासु   भगनानी के इस फैसले का सम्मान करता हु "

Monday, 11 May 2015

निकल गई 'बॉम्बे वेलवेट' की स्टीम !

फैंटम के माथे पर पसीना साफ़ देखा जा सकता हैं।  यह पसीना इसलिए हैं कि  'बॉम्बे वेल्वेट' की सारी स्टीम निकल गई है। निर्माता निर्देशक अनुराग कश्यप की फिल्म निर्माण कंपनी 'फैंटम फिल्म्स' की पीरियड ड्रामा फिल्म 'बॉम्बे वैलवेट' के चुम्बनों की धूम मची हुई थी।  लेडी सीरियल किसर अनुष्का शर्मा का एक गर्मागर्म और लम्बा चुम्बन खासा चर्चा में था।  यह चुम्बन अनुष्का शर्मा और रणबीर कपूर के बीच था।  अनुष्का शर्मा अपने हॉट चुम्बनों के लिए खासी मशहूर है।  इसलिए कोई भी फिल्म निर्माता अपनी फिल्म में उनके चुम्बन दृश्य ज़रूर रखता है।  'बॉम्बे वेलवेट' में तो सीरियल किसर रणबीर कपूर भी थे।  इसलिए एक पैशनेट चुम्बन तो बनाता ही था।  अनुराग कश्यप ने इसे खूब प्रचारित भी किया था।  लेकिन, सेंसर बोर्ड ने इस स्टीमी चुम्बन की स्टीम निकाल दी।  पहले सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म से दो गालियां और पैशनेट किस हटाने के बाद फिल्म को एडल्ट सर्टिफिकेट का प्रस्ताव रखा।  अनुराग कश्यप को यह मंज़ूर नहीं हुआ।  क्योंकि, एडल्ट टैग लग जाने के कारण उनकी सौ करोड़ की लागत वाली फिल्म के दर्शक कम हो रहे थे।  इसलिए, वह एग्जामिनिंग समिति के पास अपनी फिल्म ले कर गए।  एग्जामिनिंग समिति ने उनकी फिल्म को एडल्ट टैग से तो उबार लिया, लेकिन पैशनेट किस और गालियों वाले संवाद हटाने की कीमत पर 'यू/ए' सर्टिफिकेट दे दिया।  अनुराग कश्यप के पास दूसरा कोई चारा भी नहीं था।  क्योंकि, उनकी सिक्सटीज के बॉम्बे को दिखाने वाली फिल्म १५ मई को रिलीज़ होनी है।  इस प्रकार अब 'बॉम्बे वेलवेट' अब रिलीज़ होगी तो उसकी स्टीम निकल चुकी होगी।  इसमे कोई शक नहीं कि  अब अनुराग कश्यप सोच रहे होंगे कि  क्या बिना स्टीम का उनका 'बॉम्बे वेलवेट' इंजन १०० करोड़ पार कर सकेगा ? फैंटम के माथे पर इसी लिए पसीना है। 

हिंदी फिल्मों में रेट्रो

अनुराग कश्यप की फिल्म 'बॉम्बे वेल्वेट' का टाइटल ही रेट्रो-टाइटल नहीं।  इसमे सिक्सटीज का बॉलीवुड और  बॉम्बे भी है।  जैज़ म्यूजिक है।  चपटे बाल और मूंछो वाला हीरो और विलन हैं।  विंटेज गाड़ियां हैं।  अनुराग कश्यप की एक बॉक्सर और जैज़ सिंगर की प्रेम कहानी में पुराना माहौल है।  बॉलीवुड को यह पुरानापन आकर्षित करता है।  इसीलिए 'बॉम्बे वेल्वेट' जैसी पूरी रेट्रो फ़िल्में बनाई जाती हैं तो  कभी यह रेट्रो कुछ दृश्यों या गीतों तक सीमित होता है।  कुछ फिल्ममेकर्स को बॉलीवुड रेट्रो हॉन्ट करता है। अक्सर उनकी फिल्मों में इसे देखा जा सकता है।
रेट्रो फ़िल्में
हिम्मतवाला, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई, एक्शन रीप्ले, द डर्टी पिक्चर्स, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा, शूटआउट एट वडाला, आदि फिल्मों को ६०-७० के दशक के फिल्म उद्योग या बॉम्बे से रिलेटेड होने के कारण रेट्रो फ़िल्में कहा जा सकता है।  हिम्मतवाला अस्सी के दशक की हिम्मतवाला का रीमेक थी।  वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई और इसके सीक्वल में सत्तर के दशक के डॉन, गैंगस्टर टकराव और उनकी प्रेमिकाओं का जिक्र होने के कारण रेट्रो माहौल था।  वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई मशहूर तस्कर हाजी मस्तान पर फिल्म थी।  अजय देवगन हाजी मस्तान बने थे।  प्राची देसाई ने डिंपल लुक और कंगना रनौत ने ज़ीनत अमान लुक अपनाया था।  फिल्म में कैडिलैक गाड़ियां थी।  कैबरे था। बेल बॉटम पहने हीरो के लम्बे बाल थे। एक्शन रीप्ले में अक्षय कुमार और ऐश्वर्या राय के करैक्टर अतीत मे जाते रहते हैं। इन्हे रेट्रो लुक देने के लिए गाढ़े रंग वाले बड़े फूलों से सजी पोशाकें पहनाई गई थी। द डर्टी पिक्चर्स दक्षिण की फिल्म अभिनेत्री डिस्को शांति पर थी।  इस फिल्म में पूरा माहौल रेट्रो था।  वज़नदार विद्या बालन ने भारी साड़ियां बांधी थी।  मधुर भंडारकर की फिल्म 'हीरोइन' की कहानी सिक्सटीज और सेवन्टीज के बॉलीवुड की फिल्म एक्ट्रेस पर थी।  इस फिल्म में करीना कपूर कुछ उन्ही की तरह ड्रेसअप हुई थी। कुणाल कोहली की तीन कहानियों वाली फिल्म 'तेरी मेरी कहानी' में प्रियंका चोपड़ा ने १९६० के दशक की फिल्म अभिनेत्री रुखसार का किरदार किया था।  इस किरदार में प्रियंका चोपड़ा ने मुमताज़ की स्टाइल में साड़ी बाँधी थी और डांस किया था।
फराह खान और साजिद खान रेट्रो 
फराह खान और साजिद खान बहन भाई है।  इन दोनों का परिवार फिल्मी फैमिली है। पिता कामरान हिंदी फिल्मों के छोटे हीरो थे।  इसलिए परिवार में फिल्मी माहौल होना स्वाभाविक है।  इसकी झलक इन दोनों की फिल्मों में नज़र आती है।  फराह खान की पहली फिल्म का टाइटल सुभाष घई की फिल्म 'क़र्ज़' के गीत पर 'ओम शांति ओम' रखा था।  इस फिल्म में आधा रेट्रो बॉलीवुड था।  पुनर्जन्म के माध्यम से फराह ने इसे  दिखाया था।  अगली फिल्म 'तीस मार खान' में उन्होंने कैटरीना कैफ पर शीला की जवानी गीत रेट्रो लुक में ही फिल्माया था।  'हैप्पी न्यू ईयर' की दीपिका पादुकोण को भी रेट्रो लुक दिया गया था।  फराह की तरह साजिद खान को भी रेट्रो से लगाव है।  लेकिन, वह इसे इक्का दुक्का गीतों तक सीमित रखते हैं।  साजिद खान ने अपनी फिल्म 'हाउसफूल' में लावारिस के 'अपनी तो जैसे तैसे' गीत को शंकर एहसान लॉय से सुनिधि चौहान और मीका सिंह की आवाज़ में रीमिक्स करावा कर फिल्माया था।  अजय देवगन और तमन्ना भाटिया को लेकर अस्सी के दशक की हिट फिल्म 'हिम्मतवाला' का साजिद खान का रीमेक भी रेट्रो लुक में था।  साजिद ने मूल फिल्म के 'नैनो में सपना' और 'ताकी रे ताकी रे'  गीतों को कुछ उसी अंदाज़ में फिल्माया था।  फिल्म के एक आइटम सांग 'थैंक गॉड इट्स फ्राइडे' में सोनाक्षी सिन्हा रेट्रो अंदाज़ में कभी ज़ीनत अमान तो कभी परवीन बाबी नज़र आ रही थी।
रेट्रो सांग्स पुराने अंदाज़ में 
हाउसफुल में शंकर एहसान लॉय ने अमिताभ बच्चन की फिल्म 'लावारिस' के गीत अपनी तो जैसे तैसे गीत को रीमिक्स का सुनिधि चौहान और मीका सिंह से गवाया था।  गोलमाल ३ में दो गीत डिस्को डांसर और याद आ रहा है मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म डिस्को डांसर से लिए गए थे।  इन्हे प्रीतम चक्रवर्ती ने रीमिक्स किया था।  फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई में प्रीतम ने अनोखा प्रयोग किया था।  उन्होंने संगीतकार आरडी बर्मन के दो गीतों 'दुनिया में लोगों को' और 'मोनिका ओ माय डार्लिंग' को रीमिक्स कर एक गीत 'पर्दा' तैयार किया था।  इस गीत को सुनिधि चौहान और राणा मज़ूमदेर ने गाया था। इस प्रकार से प्रीतम ने दो गीतों से एक बिलकुल नया कैबरे तैयार किया था। अनुराग कश्यप की फिल्म 'बॉम्बे वेल्वेट' का पूरा संगीत साठ के दशक के जैज़ म्यूजिक पर ध्यान में रख कर अमित त्रिवेदी ने तैयार किये हैं।  उन्होंने फिल्म सीआईडी का एक गीत 'जाता कहाँ है दीवाने' को भी रीमिक्स किया है।  इसे अनुष्का शर्मा पर क्लब डांस के तौर पर फिल्माया  गया है।
रब ने बना दी जोड़ी
इस फिल्म के फिर मिलेंगे चलते चलते गीत में ७० और ८० के दशक की राजकपूर, देव आनंद, शम्मी कपूर, राजेश खन्ना जैसी हस्तियों को शाहरुख़ खान ने तथा उनके साथ काजोल ने नर्गिस, लारा दत्ता ने हेलेन, बिपाशा बासु ने नूतन, प्रीटी जिंटा ने शर्मीला टैगोर और रानी मुख़र्जी ने नीतू सिंह को उनके गीतों पर थिरक कर ट्रिब्यूट दिया था।
रेट्रो सांग्स नया अंदाज़
अनुराग कश्यप की फिल्म 'शैतान' में देव आनंद की फ़िल्म 'काला बाजार' का गीत 'खोया खोया चाँद' रीमिक्स कर शामिल किया गया था। इसी फिल्म में शामिल  मिस्टर इंडिया के 'हवा हवाई' गीत को भी मिकी मैकक्लेअरी द्वारा रीमिक्स किया गया था। निर्देशक विकास बहल को तो जैसे पुराने ज़माने की सुपर हिट फिल्मों के रीमिक्स अपनी फिल्म में रखने का चस्का लग गया है ।  अपनी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता फिल्म 'क्वीन' में उन्होंने १९७३ में  रिलीज़ फिल्म 'अनहोनी' का संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की धुन पर आशा भोंसले का  गाया सुपर हिट गीत 'हंगामा हो गया' को अमित त्रिवेदी से रीमिक्स करवा कर अभिनेत्री कंगना रनौत पर फिल्माया था।  यह तो नहीं कहा जा सकता कि इस एक  गीत की वज़ह से क्वीन हिट हो गई।  लेकिन, यह गीत फिल्म का ज़बरदस्त आकर्षण ज़रूर था।  अब विकास बहल दो कदम आगे बढे है। उन्होंने शाहिद कपूर और अलिया भट्ट के साथ अपनी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म 'शानदार' में दो पुरानी फिल्मों के हिट गीतों को रीमिक्स कर फिल्म में शामिल किया है। उन्होंने फैंटम फिल्म के पसंदीदा रीमिक्स कंपोजर मिकी मैकक्लेअरी से  १९५८ की सुनील दत्त और शकीला अभिनीत फिल्म 'पोस्ट बॉक्स ९९९' का  हेमंत कुमार और लता मंगेशकर का गाया 'नींद न मुझको आये' गीत रीमिक्स करवाया है।  इस गीत के संगीतकार कल्याणजी वीरजीशाह थे।  इस गीत को नींद न आने की बीमारी से ग्रस्त शाहिद कपूर और आलिया भट्ट पर फिल्माया गया है। इसी प्रकार से मिकी ने फिल्म आशा (१९५७) के सी रामचन्द्र के कंपोज़ और किशोर कुमार-आशा भोंसले के गाये गीत 'ईना मीना डीका' को भी रीमिक्स किया है। यह गीत किशोर कुमार और वैजयंतीमाला पर फिल्माया गया था। फिल्म आशा का यह गीत जहां दोगाने के तौर पर था, मिकी ने इसे केवल गायिका की आवाज़ में रिकॉर्ड करवाया है। 'शानदार' १४ सितम्बर  २०१५ को रिलीज़ होगी ।
रेट्रो लुक के लिए 
रेट्रो लुक देने में फैशन डिज़ाइनर का रोल महत्वपूर्ण होता है।  इसके लिए साठ के दशक की अभिनेत्रियों के मेकअप,  उनके साड़ी बांधने के ढंग, ऑय लाइनर, काजल लगाना और जूड़ा बांधने का ख़ास ख्याल करना होता है।  १९७३ की हिट फिल्म 'ज़ंजीर' के रीमेक में प्रियंका चोपड़ा के किरदार को इसी प्रकार से रेट्रो लुक दिया गया था।  कुछ अन्य फिल्मों एक्शन रीप्ले, ओम शांति ओम और वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई में ऐश्वर्या राय, दीपिका पादुकोण, कंगना रनौत और प्राची देसाई के किरदारों को रेट्रो लुक देने के लिए उन्हें बेलबॉटम पैंट, चुस्त कुर्ती, साधना कट बाल, चौड़े हेयर बैंड और बड़े चश्मे पहनाये गए थे।  
'बॉम्बे वेल्वेट' की सफलता अनुराग कश्यप के लिए ज़रूरी है, क्योंकि उन्हें अपने १०० करोड़ वसूलने हैं।  लेकिन, फैशन के लिहाज़ से 'बॉम्बे वेल्वेट' ख़ास हो सकती है।  इस फिल्म के नायक और नायिका रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा युवाओं में लोकप्रिय स्टाइलिस्ट एक्टर हैं।  फिल्म में इनकी पोशाकें रील लाइफ पोशाकों में परिवर्तन कर सकती हैं। अनुष्का शर्मा की हेयर स्टाइल और गाढ़ी लिपस्टिक काफी आधुनिकाओं के चेहरों को बदलती  नज़र आ सकती है।

राजेंद्र कांडपाल