बॉम्बे हाई कोर्ट से ज़मानत पाने के बाद सलमान खान ने जो पहला काम किया वह कश्मीर वापस लौट कर इंतज़ार कर रही 'बजरंगी भाईजान' की नायिका करीना कपूर के साथ एक डुएट शूट किया । इस डुएट के पूरा होने के साथ ही सलमान खान की इस साल की ईद रिलीज़ फिल्म 'बजरंगी भाईजान' की शूटिंग पूरी हो गई । इसके बाद सलमान खान, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायों' की शूटिंग में जुट जायेंगे। इस फिल्म की भी केवल ३० प्रतिशत शूटिंग ही बाकी है। सलमान खान को 'प्रेम रतन धन पायो' के लिए नॉन-स्टॉप शूट करना होगा । सलमान खान ने अभी अपने फ्यूचर प्रोजेक्ट्स को डेट्स नहीं दी हैं। यह उनकी मज़बूरी है क्योंकि, १ जून को उन्हें जोधपुर जाना हैं, जहाँ उन पर ब्लैक बक के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में सुनवाई होनी है। सलमान खान की आगे की फ़िल्में जोधपुर कोर्ट के निर्णय पर काफी निर्भर करेंगी। सलमान खान, आदित्य पंचोली और ज़रीना वहाब के बेटे सूरज पंचोली की डेब्यू फिल्म 'हीरो' के प्रोडूसर हैं। सलमान खान ने इस फिल्म का एक गीत अपनी आवाज़ में गाया है। यह फिल्म ३ जुलाई को रिलीज़ होनी है। इस फिल्म का प्रमोशन खुद सलमान खान करेंगे। इस लिहाज़ से, सलमान खान की ज़िन्दगी फिर पटरी पर आ गई लगती है। लेकिन, सलमान खान का ब्रांड खतरे में लगता है।
सलमान खान हिट एंड रन केस में बॉम्बे हाई कोर्ट से बेशक ज़मानत पा चुके हैं। लेकिन, वह अब सज़ायाफ्ता है। जेल का भय उन्हें आजीवन सताता रहेगा, जब तक वह छूट नहीं जाते। इसके अलावा सलमान खान १९९८ के काले हिरन के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में भी फंसे हैं। दो मामलों में उन्हें सज़ा भी हो चुकी है। एक मामले में पांच साल की और दूसरे मामले में एक साल की। यह सज़ाएँ उन्हें भुगतनी होंगी, अगर ऊपरी अदालतों से उन्हें कोई रिलीफ नहीं मिली। यह सज़ाएं अलग मामले में और अलग अदालतों से मिली हैं। इसलिए जोधपुर कोर्ट से सज़ा को मुंबई कोर्ट की सज़ा से टैग नहीं किया जा सकता। ऐसे में पांच साल बाद सलमान खान को फिर जेल जाना पड़ सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि वह जब तक अपने गुनाहों की सज़ा भुगत कर जेल से बाहर निकलेंगे साठ के हो चुके होंगे। बॉलीवुड में साठा पाठा नहीं होता। उसे करैक्टर रोल ही मिलते हैं। तब तक यह खान भी दबंग कहाँ रहेगा !
सलमान खान को थर्टी प्लस में की गई अपनी दबंगई का सिला फोर्टी प्लस में भोगना पड़ रहा है। ऊपरी अदालतों से अपील के बाद वह फिफ्टी प्लस के हो चुके होंगे। ऐसे में इन सज़ाओं के साथ ही सलमान खान की ब्रांड वैल्यू ख़त्म हो जाएगी। हालाँकि, उनके एनजीओ 'बीइंग ह्यूमन' के प्रोडक्ट की बिक्री में ३० प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है। सलमान खान इस समय सुजुकी मोटरसाइकिल्स, थम्स अप, व्हील, पीएल गाडगिल जेवेलर्स, एस्ट्रल पाइप्स, रेविअल, डिग्सी स्कॉट, यात्रा डॉट कॉम, रेलक्सो हवाई चप्पल, रोटोमक पेन और एसएफएस सोनिक बैटरीज जैसे दर्ज़न भर ब्रांड कर रहे हैं। सलमान खान प्रत्येक इंडोर्समेंट के लिए १० करोड़ लेते हैं। आईपीएल में थम्स अप जैसे विज्ञापन सलमान खान की ब्रांड वैल्यू के औंधे मुंह गिरने के गवाह बनेंगे । इस समय सलमान खान की ब्रांड वैल्यू १००० करोड़ के आसपास की है। इस पर सीधा असर पड़ेगा। यह ब्रांड किसी दूसरे को अपना एम्बेसडर चुन सकते हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट से ज़मानत के बाद सलमान खान के लिए बजरंगी भाईजान पूरी करना आसान होगा। लेकिन, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के साथ सब कुछ इतना आसान नहीं होगा। इस फिल्म का पिछला शिड्यूल जोधपुर में ही हुआ था। लेकिन, अभी सलमान खान का काफी काम बाकी है। इसलिए प्रेम रतन धन पायो के दिवाली में रिलीज़ होने की संभावना पर जोधपुर की अदालत का खतरा मंडरा रहा है । सलमान खान के पास की दो अन्य फ़िल्में 'नो एंट्री में एंट्री', 'शुद्धि' और 'सुलतान' का सलमान खान के साथ बनना मुश्किल लग रहा है। हालाँकि, यह माना जा रहा था कि यह फ़िल्में रिलीज़ होने के बाद १००-१५० करोड़ का बिज़नेस तो कर ही ले जाएंगी। ऐसे में हो सकता है कि विपरीत निर्णय की दशा में सलमान खान की जगह कोई दूसरा एक्टर ले लिया जाये या फिर यह प्रोजेक्ट ही बंद कर दिए जाएँ। फिल्म इंडस्ट्री के तीन खान आमिर खान और शाहरुख़ खान के बाद तीसरे सलमान खान ही हैं। इन तीन खानो की फ़िल्में इंडस्ट्री को हर साल ३० प्रतिशत कमाई करवाती हैं। इन तीनों खानों में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा विश्वसनीय सलमान खान ही हैं। उन्हें ३००-५०० करोड़ का खान माना जाता है। सलमान खान के जेल जाने का मतलब इंडस्ट्री को सीधे सीधे ५०० करोड़ का नुक्सान।
जिस हिट एंड रन केस में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई है, वह २००२ का है। यानि उस समय, इस समय ४९ साल के सलमान खान ३५ साल के थे। काले हिरन का शिकार मामला पांच साल ज़्यादा पुराना है। यानि सलमान खान उस समय ३० के थे। सलमान खान को थर्टी प्लस में किये गए अपने गुनाहों का खामियाज़ा फिफ्टी प्लस में भोगना पड़ेगा। अपने दोनों ही मामलों को इतना लम्बा खिंचवाने के लिए खुद सलमान खान ज़िम्मेदार हैं। बार बार तारीखें लेने की चालबाज़ी और वकीलों की मामले को खीचने की व्यूह रचना सलमान खान को अब भारी पड़ने जा रही है। उन्होंने अपने मामलों को न केवल १३-१८ साल तक खींचा बल्कि, हिट एंड रन केस में आखिरी मौके पर अपने ड्राइवर को पेश कर यह साबित कर दिया कि वह कानून के साथ खेल करने में माहिर हैं। लेकिन, बुरे काम का बुरा नतीजा।
बहरहाल, अब सब कुछ ऊपर की अदालतों पर निर्भर करेगा। लेकिन, संभावित सज़ा का भय सलमान खान के साथ उनकी फिल्म के प्रोडूसर्स और ब्रांड की कंपनियों को सताता रहेगा। क्योंकि, सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो ख़त्म हो चुके होंगे, ठीक संजय दत्त की तरह। उनकी ब्रांड वैल्यू तहस नहस हो चुकी होगी। सलमान का करियर इस समय टॉप पर है । उन्हें लेकर यशराज फिल्म्स, बोनी कपूर फिल्म्स, साजिद नाडियाडवाला, आदि बैनर बड़े बजट की फ़िल्में बना रहे थे। तमाम बड़े ब्रांड उनके पीछे खड़े थे। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो उम्र के पाताल पर होंगे। उम्र और जेल की चहारदीवारी उन्हें ख़त्म कर चुकी होगी। उस समय लोग सलमान खान को 'एक था टाइगर' कह कर ही पुकारेंगे। आगे आगे देखिये होता है क्या !
राजेंद्र प्रसाद कांडपाल
सलमान खान हिट एंड रन केस में बॉम्बे हाई कोर्ट से बेशक ज़मानत पा चुके हैं। लेकिन, वह अब सज़ायाफ्ता है। जेल का भय उन्हें आजीवन सताता रहेगा, जब तक वह छूट नहीं जाते। इसके अलावा सलमान खान १९९८ के काले हिरन के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में भी फंसे हैं। दो मामलों में उन्हें सज़ा भी हो चुकी है। एक मामले में पांच साल की और दूसरे मामले में एक साल की। यह सज़ाएँ उन्हें भुगतनी होंगी, अगर ऊपरी अदालतों से उन्हें कोई रिलीफ नहीं मिली। यह सज़ाएं अलग मामले में और अलग अदालतों से मिली हैं। इसलिए जोधपुर कोर्ट से सज़ा को मुंबई कोर्ट की सज़ा से टैग नहीं किया जा सकता। ऐसे में पांच साल बाद सलमान खान को फिर जेल जाना पड़ सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि वह जब तक अपने गुनाहों की सज़ा भुगत कर जेल से बाहर निकलेंगे साठ के हो चुके होंगे। बॉलीवुड में साठा पाठा नहीं होता। उसे करैक्टर रोल ही मिलते हैं। तब तक यह खान भी दबंग कहाँ रहेगा !
सलमान खान को थर्टी प्लस में की गई अपनी दबंगई का सिला फोर्टी प्लस में भोगना पड़ रहा है। ऊपरी अदालतों से अपील के बाद वह फिफ्टी प्लस के हो चुके होंगे। ऐसे में इन सज़ाओं के साथ ही सलमान खान की ब्रांड वैल्यू ख़त्म हो जाएगी। हालाँकि, उनके एनजीओ 'बीइंग ह्यूमन' के प्रोडक्ट की बिक्री में ३० प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है। सलमान खान इस समय सुजुकी मोटरसाइकिल्स, थम्स अप, व्हील, पीएल गाडगिल जेवेलर्स, एस्ट्रल पाइप्स, रेविअल, डिग्सी स्कॉट, यात्रा डॉट कॉम, रेलक्सो हवाई चप्पल, रोटोमक पेन और एसएफएस सोनिक बैटरीज जैसे दर्ज़न भर ब्रांड कर रहे हैं। सलमान खान प्रत्येक इंडोर्समेंट के लिए १० करोड़ लेते हैं। आईपीएल में थम्स अप जैसे विज्ञापन सलमान खान की ब्रांड वैल्यू के औंधे मुंह गिरने के गवाह बनेंगे । इस समय सलमान खान की ब्रांड वैल्यू १००० करोड़ के आसपास की है। इस पर सीधा असर पड़ेगा। यह ब्रांड किसी दूसरे को अपना एम्बेसडर चुन सकते हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट से ज़मानत के बाद सलमान खान के लिए बजरंगी भाईजान पूरी करना आसान होगा। लेकिन, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के साथ सब कुछ इतना आसान नहीं होगा। इस फिल्म का पिछला शिड्यूल जोधपुर में ही हुआ था। लेकिन, अभी सलमान खान का काफी काम बाकी है। इसलिए प्रेम रतन धन पायो के दिवाली में रिलीज़ होने की संभावना पर जोधपुर की अदालत का खतरा मंडरा रहा है । सलमान खान के पास की दो अन्य फ़िल्में 'नो एंट्री में एंट्री', 'शुद्धि' और 'सुलतान' का सलमान खान के साथ बनना मुश्किल लग रहा है। हालाँकि, यह माना जा रहा था कि यह फ़िल्में रिलीज़ होने के बाद १००-१५० करोड़ का बिज़नेस तो कर ही ले जाएंगी। ऐसे में हो सकता है कि विपरीत निर्णय की दशा में सलमान खान की जगह कोई दूसरा एक्टर ले लिया जाये या फिर यह प्रोजेक्ट ही बंद कर दिए जाएँ। फिल्म इंडस्ट्री के तीन खान आमिर खान और शाहरुख़ खान के बाद तीसरे सलमान खान ही हैं। इन तीन खानो की फ़िल्में इंडस्ट्री को हर साल ३० प्रतिशत कमाई करवाती हैं। इन तीनों खानों में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा विश्वसनीय सलमान खान ही हैं। उन्हें ३००-५०० करोड़ का खान माना जाता है। सलमान खान के जेल जाने का मतलब इंडस्ट्री को सीधे सीधे ५०० करोड़ का नुक्सान।
जिस हिट एंड रन केस में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई है, वह २००२ का है। यानि उस समय, इस समय ४९ साल के सलमान खान ३५ साल के थे। काले हिरन का शिकार मामला पांच साल ज़्यादा पुराना है। यानि सलमान खान उस समय ३० के थे। सलमान खान को थर्टी प्लस में किये गए अपने गुनाहों का खामियाज़ा फिफ्टी प्लस में भोगना पड़ेगा। अपने दोनों ही मामलों को इतना लम्बा खिंचवाने के लिए खुद सलमान खान ज़िम्मेदार हैं। बार बार तारीखें लेने की चालबाज़ी और वकीलों की मामले को खीचने की व्यूह रचना सलमान खान को अब भारी पड़ने जा रही है। उन्होंने अपने मामलों को न केवल १३-१८ साल तक खींचा बल्कि, हिट एंड रन केस में आखिरी मौके पर अपने ड्राइवर को पेश कर यह साबित कर दिया कि वह कानून के साथ खेल करने में माहिर हैं। लेकिन, बुरे काम का बुरा नतीजा।
बहरहाल, अब सब कुछ ऊपर की अदालतों पर निर्भर करेगा। लेकिन, संभावित सज़ा का भय सलमान खान के साथ उनकी फिल्म के प्रोडूसर्स और ब्रांड की कंपनियों को सताता रहेगा। क्योंकि, सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो ख़त्म हो चुके होंगे, ठीक संजय दत्त की तरह। उनकी ब्रांड वैल्यू तहस नहस हो चुकी होगी। सलमान का करियर इस समय टॉप पर है । उन्हें लेकर यशराज फिल्म्स, बोनी कपूर फिल्म्स, साजिद नाडियाडवाला, आदि बैनर बड़े बजट की फ़िल्में बना रहे थे। तमाम बड़े ब्रांड उनके पीछे खड़े थे। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो उम्र के पाताल पर होंगे। उम्र और जेल की चहारदीवारी उन्हें ख़त्म कर चुकी होगी। उस समय लोग सलमान खान को 'एक था टाइगर' कह कर ही पुकारेंगे। आगे आगे देखिये होता है क्या !
राजेंद्र प्रसाद कांडपाल
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