मुनव्वर भगत की पहली हिंदी फिल्म 'लाखों हैं यहाँ दिलवाले' दो टैलेंटेड सिंगर जोड़े की कहानी है, जिसे अपना टैलेंट दिखाने का मौका कभी नहीं मिला। यह कहानी मुंबई की है। नायिका एक ब्यूटी पार्लर में काम करने लगती है और लड़का मौके की तलाश में लग जाता है। कृतिका गायकवाड़, वीजे भाटिया, अंजू महेंद्रू, किशोरी शहाणे और अरुण बक्शी की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में अभिनेता आदित्य पंचोली एक गुंडे के किरदार में नज़र आएंगे। दरअसल, उस आदमी का एक अतीत है। वह नायिका से शादी तो कर लेता है, लेकिन खुद को असुरक्षित समझने के कारण नायिका के चरित्र पर शक करता है। मुंबई और आसपास के इलाकों में इस फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है। 'लाखों हैं यहाँ दिलवाले' में अपनी भूमिका के बारे में आदित्य पंचोली बताते हैं, "मैं एक गैंगस्टर विट्ठल की भूमिका कर रहा हूँ, जो अपनी माँ और बीवी की खूब बुराई करता है। मुझे इस फिल्म की कहानी अच्छी लगी, इसलिए यह फिल्म कर रहा हूँ।" आदित्य पंचोली की आगामी फिल्मों में संजयलीला भंसाली की फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' और 'हीरो' के नाम उल्लेखनीय हैं। वह बाजीराव मस्तानी में पेशवा के वज़ीर का किरदार कर रहे हैं। हीरो उनके बेटे सूरज पंचोली की डेब्यू फिल्म है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 30 May 2015
'लाखों हैं यहाँ दिलवाले ' के गुंडे आदित्य पंचोली
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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