सलमान खान को २००२ के हिट एंड रन केस में पांच साल की सज़ा के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट से दो दिनों की ज़मानत मिल गई। अब सलमान खान दो रातें अपने घर में माँ के हाथ का बना खाना खा कर गुजार सकते हैं। लेकिन, सलमान खान की यह दोनों रातें करवटें बदलते ही गुजरेंगी। वह जितनी भी साँसे लेंगे, उनमे से कोई भी चैन की सांस नहीं होगी। क्योंकि, आगे तो उन्हें हजारों रातें जेल में करवटें बदलते ही गुजारनी हैं।
आम तौर पर, बॉलीवुड एक्टर्स का हर शुक्रवार एक इम्तिहान होता है। उनकी नई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ होती है। वह रात भर सो नहीं पाते। बेचैनी से करवटें बदलते दर्शकों के फैसले का इंतज़ार करते हैं। कुछ ऐसा ही ८ मई का शुक्रवार सलमान खान के लिए साबित होगा। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने सलमान खान की ज़मानत की अर्ज़ी ठुकरा दी तो सलमान खान अदालत से वापस अपने घर बांद्रा नहीं लौट पाएंगे। उन्हें सीधा जेल भेज दिया जायेगा। लेकिन, बात यहीं और इतने में ही ख़त्म नहीं होगी।
सलमान खान १९९८ के काले हिरन के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में भी फंसे हैं। दो मामलों उन्हें सज़ा भी हो चुकी है। एक मामले में पांच साल की और दूसरे मामले में एक साल की। यह सज़ाएँ उन्हें भुगतनी होंगी, अगर ऊपरी अदालतों से उन्हें कोई रिलीफ नहीं मिली। यह सज़ाएं अलग मामले में हैं। इसलिए जोधपुर कोर्ट से सज़ा को मुंबई कोर्ट की सज़ा से टैग नहीं किया जा सकता। ऐसे में पांच साल बाद सलमान खान को फिर जेल जाना पड़ सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि वह जब तक अपने गुनाहों की सज़ा भुगत कर जेल से बाहर निकलेंगे साठ के हो चुके होंगे। बॉलीवुड में साठा पाठा नहीं होता। उसे करैक्टर रोल ही मिलते हैं। तब तक यह खान भी दबंग कहाँ रहेगा !
सलमान खान को थर्टी प्लस में की गई अपनी दबंगई का सिला फोर्टी प्लस में भोगना पड़ रहा है। इन सज़ाओं के साथ ही सलमान खान की ब्रांड वैल्यू ख़त्म हो जाएगी। हालाँकि, उनके एनजीओ 'बीइंग ह्यूमन' के प्रोडक्ट की बिक्री में ३० प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है। जिन ब्रांड्स के विज्ञापन सलमान खान करते हैं, उस पर हिट एंड रन केस में हुई सज़ा के बाद होने वाला असर आईपीएल में ही दिखाई देने लगेगा। सलमान खान इस समय सुजुकी मोटरसाइकिल्स, थम्स अप, व्हील, पीएल गाडगिल जेवेलर्स, एस्ट्रल पाइप्स, रेविअल, डिग्सी स्कॉट, यात्रा डॉट कॉम, रेलक्सो हवाई चप्पल, रोटोमक पेन और एसएफएस सोनिक बैटरीज जैसे दर्ज़न भर ब्रांड कर रहे हैं। सलमान खान प्रत्येक इंडोर्समेंट के लिए १० करोड़ लेते हैं। आईपीएल में थम्स अप जैसे विज्ञापन सलमान खान की ब्रांड वैल्यू के औंधे मुंह गिरने के गवाह हो सकते हैं। इस समय सलमान खान की ब्रांड वैल्यू १००० करोड़ के आसपास की है। इस पर सीधा असर पड़ेगा। यह ब्रांड किसी दूसरे एम्बेसडर को चुन सकते हैं।
उनकी इस समय शूट हो रही दो फिल्मों में 'बजरंगी भाईजान' काफी हद तक पूरी हो चुकी है। हो सकता है कि सलमान खान ने मुंबई लौटने से पहले कश्मीर में अपने हिस्से के सीन शूट कर दिए हो। उनका कुछ मामूली काम बचा होगा तो निर्देशक कबीर खान उसे निकाल भी सकते हैं। सलमान खान के संवादों की डबिंग किसी डबिंग आर्टिस्ट से कराई जा सकती है। लेकिन, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के साथ सब कुछ इतना आसान नहीं होगा। इस फिल्म का पिछला शिड्यूल जोधपुर में ही हुआ था। लेकिन, अभी सलमान खान का काफी काम बाकी है। इसलिए प्रेम रतन धन पायो दिवाली में रिलीज़ नहीं हो पाएगी। यह दोनों फ़िल्में ७५-७५ करोड़ की फ़िल्में हैं। सलमान खान के पास दो अन्य फ़िल्में 'नो एंट्री में एंट्री', 'शुद्धि' और 'सुलतान' का सलमान खान के साथ बनना मुश्किल लग रहा है। हालाँकि, यह माना जा रहा था कि यह फ़िल्में रिलीज़ होने के बाद १००-१५० करोड़ का बिज़नेस तो कर ही ले जाएंगी। हो सकता है कि सलमान खान के जेल जाने के बाद इन फिल्मों में सलमान खान की जगह कोई दूसरा एक्टर ले ले या फिर यह प्रोजेक्ट ही बंद कर दिए जाएँ। फिल्म इंडस्ट्री के तीन खान आमिर खान और शाहरुख़ खान के बाद तीसरे सलमान खान ही हैं। इन तीन खानो की फ़िल्में इंडस्ट्री को हर साल ३० प्रतिशत कमाई करवाती हैं। इन तीनों खानों में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा विश्वसनीय सलमान खान ही हैं। उन्हें ३००-५०० करोड़ का खान माना जाता है। सलमान खान के जेल जाने का मतलब इंडस्ट्री को सीधे सीधे ५०० करोड़ का नुक्सान।
जिस हिट एंड रन केस में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई है, वह २००२ का है। यानि उस समय, इस समय ४९ साल के सलमान खान ३५ साल के थे। काले हिरन का शिकार मामला पांच साल ज़्यादा पुराना है। यानि सलमान खान उस समय ३० के थे। सलमान खान को थर्टी प्लस में किये गए अपने गुनाहों का खामियाज़ा फिफ्टी प्लस में भोगना पड़ेगा। अपने दोनों ही मामलों को इतना लम्बा खिंचवाने के लिए खुद सलमान खान ज़िम्मेदार हैं। बार बार तारीखें लेने की चालबाज़ी और वकीलों की मामले को खीचने की व्यूह रचना सलमान खान को अब भारी पड़ने जा रही है। उन्होंने अपने मामलों को न केवल १३-१८ साल तक खींचा बल्कि, हिट एंड रन केस में आखिरी मौके पर अपने ड्राइवर को पेश कर यह साबित कर दिया कि वह कानून के साथ खेल करने में माहिर हैं। लेकिन, बुरे काम का बुरा नतीजा। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो ख़त्म हो चुके होंगे, ठीक संजय दत्त की तरह। उनकी ब्रांड वैल्यू तहस नहस हो चुकी होगी। सलमान का करियर इस समय टॉप पर था। उन्हें लेकर यशराज फिल्म्स, बोनी कपूर फिल्म्स, साजिद नाडियाडवाला, आदि बैनर बड़े बजट की फ़िल्में बना रहे थे। तमाम बड़े ब्रांड उनके पीछे खड़े थे। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो उम्र के पाताल पर होंगे। उम्र और जेल की चहारदीवारी उन्हें ख़त्म कर चुकी होगी। उस समय लोग सलमान खान को एक था टाइगर कह कर पुकारेंगे।
राजेंद्र कांडपाल
आम तौर पर, बॉलीवुड एक्टर्स का हर शुक्रवार एक इम्तिहान होता है। उनकी नई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ होती है। वह रात भर सो नहीं पाते। बेचैनी से करवटें बदलते दर्शकों के फैसले का इंतज़ार करते हैं। कुछ ऐसा ही ८ मई का शुक्रवार सलमान खान के लिए साबित होगा। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने सलमान खान की ज़मानत की अर्ज़ी ठुकरा दी तो सलमान खान अदालत से वापस अपने घर बांद्रा नहीं लौट पाएंगे। उन्हें सीधा जेल भेज दिया जायेगा। लेकिन, बात यहीं और इतने में ही ख़त्म नहीं होगी।
सलमान खान १९९८ के काले हिरन के शिकार और अवैध हथियार रखने के मामले में भी फंसे हैं। दो मामलों उन्हें सज़ा भी हो चुकी है। एक मामले में पांच साल की और दूसरे मामले में एक साल की। यह सज़ाएँ उन्हें भुगतनी होंगी, अगर ऊपरी अदालतों से उन्हें कोई रिलीफ नहीं मिली। यह सज़ाएं अलग मामले में हैं। इसलिए जोधपुर कोर्ट से सज़ा को मुंबई कोर्ट की सज़ा से टैग नहीं किया जा सकता। ऐसे में पांच साल बाद सलमान खान को फिर जेल जाना पड़ सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि वह जब तक अपने गुनाहों की सज़ा भुगत कर जेल से बाहर निकलेंगे साठ के हो चुके होंगे। बॉलीवुड में साठा पाठा नहीं होता। उसे करैक्टर रोल ही मिलते हैं। तब तक यह खान भी दबंग कहाँ रहेगा !
सलमान खान को थर्टी प्लस में की गई अपनी दबंगई का सिला फोर्टी प्लस में भोगना पड़ रहा है। इन सज़ाओं के साथ ही सलमान खान की ब्रांड वैल्यू ख़त्म हो जाएगी। हालाँकि, उनके एनजीओ 'बीइंग ह्यूमन' के प्रोडक्ट की बिक्री में ३० प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ है। जिन ब्रांड्स के विज्ञापन सलमान खान करते हैं, उस पर हिट एंड रन केस में हुई सज़ा के बाद होने वाला असर आईपीएल में ही दिखाई देने लगेगा। सलमान खान इस समय सुजुकी मोटरसाइकिल्स, थम्स अप, व्हील, पीएल गाडगिल जेवेलर्स, एस्ट्रल पाइप्स, रेविअल, डिग्सी स्कॉट, यात्रा डॉट कॉम, रेलक्सो हवाई चप्पल, रोटोमक पेन और एसएफएस सोनिक बैटरीज जैसे दर्ज़न भर ब्रांड कर रहे हैं। सलमान खान प्रत्येक इंडोर्समेंट के लिए १० करोड़ लेते हैं। आईपीएल में थम्स अप जैसे विज्ञापन सलमान खान की ब्रांड वैल्यू के औंधे मुंह गिरने के गवाह हो सकते हैं। इस समय सलमान खान की ब्रांड वैल्यू १००० करोड़ के आसपास की है। इस पर सीधा असर पड़ेगा। यह ब्रांड किसी दूसरे एम्बेसडर को चुन सकते हैं।
उनकी इस समय शूट हो रही दो फिल्मों में 'बजरंगी भाईजान' काफी हद तक पूरी हो चुकी है। हो सकता है कि सलमान खान ने मुंबई लौटने से पहले कश्मीर में अपने हिस्से के सीन शूट कर दिए हो। उनका कुछ मामूली काम बचा होगा तो निर्देशक कबीर खान उसे निकाल भी सकते हैं। सलमान खान के संवादों की डबिंग किसी डबिंग आर्टिस्ट से कराई जा सकती है। लेकिन, सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के साथ सब कुछ इतना आसान नहीं होगा। इस फिल्म का पिछला शिड्यूल जोधपुर में ही हुआ था। लेकिन, अभी सलमान खान का काफी काम बाकी है। इसलिए प्रेम रतन धन पायो दिवाली में रिलीज़ नहीं हो पाएगी। यह दोनों फ़िल्में ७५-७५ करोड़ की फ़िल्में हैं। सलमान खान के पास दो अन्य फ़िल्में 'नो एंट्री में एंट्री', 'शुद्धि' और 'सुलतान' का सलमान खान के साथ बनना मुश्किल लग रहा है। हालाँकि, यह माना जा रहा था कि यह फ़िल्में रिलीज़ होने के बाद १००-१५० करोड़ का बिज़नेस तो कर ही ले जाएंगी। हो सकता है कि सलमान खान के जेल जाने के बाद इन फिल्मों में सलमान खान की जगह कोई दूसरा एक्टर ले ले या फिर यह प्रोजेक्ट ही बंद कर दिए जाएँ। फिल्म इंडस्ट्री के तीन खान आमिर खान और शाहरुख़ खान के बाद तीसरे सलमान खान ही हैं। इन तीन खानो की फ़िल्में इंडस्ट्री को हर साल ३० प्रतिशत कमाई करवाती हैं। इन तीनों खानों में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा विश्वसनीय सलमान खान ही हैं। उन्हें ३००-५०० करोड़ का खान माना जाता है। सलमान खान के जेल जाने का मतलब इंडस्ट्री को सीधे सीधे ५०० करोड़ का नुक्सान।
जिस हिट एंड रन केस में सलमान खान को पांच साल की सज़ा हुई है, वह २००२ का है। यानि उस समय, इस समय ४९ साल के सलमान खान ३५ साल के थे। काले हिरन का शिकार मामला पांच साल ज़्यादा पुराना है। यानि सलमान खान उस समय ३० के थे। सलमान खान को थर्टी प्लस में किये गए अपने गुनाहों का खामियाज़ा फिफ्टी प्लस में भोगना पड़ेगा। अपने दोनों ही मामलों को इतना लम्बा खिंचवाने के लिए खुद सलमान खान ज़िम्मेदार हैं। बार बार तारीखें लेने की चालबाज़ी और वकीलों की मामले को खीचने की व्यूह रचना सलमान खान को अब भारी पड़ने जा रही है। उन्होंने अपने मामलों को न केवल १३-१८ साल तक खींचा बल्कि, हिट एंड रन केस में आखिरी मौके पर अपने ड्राइवर को पेश कर यह साबित कर दिया कि वह कानून के साथ खेल करने में माहिर हैं। लेकिन, बुरे काम का बुरा नतीजा। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो ख़त्म हो चुके होंगे, ठीक संजय दत्त की तरह। उनकी ब्रांड वैल्यू तहस नहस हो चुकी होगी। सलमान का करियर इस समय टॉप पर था। उन्हें लेकर यशराज फिल्म्स, बोनी कपूर फिल्म्स, साजिद नाडियाडवाला, आदि बैनर बड़े बजट की फ़िल्में बना रहे थे। तमाम बड़े ब्रांड उनके पीछे खड़े थे। सलमान खान सज़ा के बाद जब जेल से निकलेंगे तो उम्र के पाताल पर होंगे। उम्र और जेल की चहारदीवारी उन्हें ख़त्म कर चुकी होगी। उस समय लोग सलमान खान को एक था टाइगर कह कर पुकारेंगे।
राजेंद्र कांडपाल
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