शक्ति कपूर की दो साल बाद और पूनम पांडेय की तीन साल बाद
हिंदी फिल्मों में वापसी होने जा रही है।
यह दोनों निर्माता- निर्देशक जगबीर दाहिया की फिल्म द जर्नी
ऑफ़ कर्मा के नायक- नायिका हैं।
द जर्नी ऑफ़ कर्मा कहानी है एक गरीब लड़की की, जो अपनी माँ के साथ रहती है।
वह ऊंची शिक्षा प्राप्त करना चाहती है, लेकिन
उसके पास इतने पैसे नहीं हैं।
ऐसे समय में उसके जीवन में एक बड़ी उम्र का व्यक्ति आता
है। वह अमीर है और लड़की से प्रेम करता है, लेकिन, उम्र
का भारी अंतर उसे अपना प्यार व्यक्त करने से रोकता है।
इस फिल्म में लड़की की भूमिका पूनम पांडेय ने और बड़ी उम्र के
आदमी की भूमिका शक्ति कपूर ने की है।
पूनम पांडेय को हिंदी दर्शक उनकी कपडे उतार फेंकने की अदा के
कारण जानते पहचानते हैं।
अब यह बात दीगर है कि अपनी इस अदा के बावजूद पूनम पांडेय की
फ़िल्में नशा और मालिनी एंड कंपनी सफल नहीं हुई।
अब जबकि पूनम फिर
वापस आ रही हैं तो अपनी उसी कपड़ा उतार अदा के साथ।
फिल्म में उस बेचारी गरीब लड़की (पूनम पांडेय) की गरीबी का
फायदा उठाने वाली भी कई लोग है। इसलिए पूनम
के पास कपडे उतार फेंकने के कई मौके भी हैं।
इस फिल्म के टीज़र से, फिल्म
के ट्रेलर और पूरी फिल्म में पूनम पांडेय
के बिना या कम कपड़ों के दृश्य देखने को मिलेंगे।
शक्ति कपूर की पहचान, अपनी
फिल्मों की नायिकाओं के कपडे नोच फेंकने वाले विलेन की है। लेकिन, द
जर्नी ऑफ़ कर्मा शक्ति कपूर का किरदार बिलकुल अलग है।
सूत्र बताते हैं कि इस फिल्म के लिए शक्ति कपूर ने तीन महीने
तक अपने बाल नहीं कटवाए और दाढ़ी नहीं बनाई।
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