चेन्नई में, आईपीएल मैच के दौरान, तमिलनाडू और कर्णाटक के बीच कावेरी जल
विवाद को लेकर तमिल भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया था।
इस हमले की आलोचना करते हुए, तमिल फिल्म सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा कि वर्दी पर हमला देश के लिए खतरनाक है। ऐसे लोगों को कठोर दंड दिया जाना चाहिए।
सभी जानते हैं कि रजनीकांत और कमल हासन अगले तमिलनाडु विधान सभा चुनाव पर निगाहें रखे हुए हैं। २०१९ के लोकसभा चुनाव में भी यह दोनों जोर आज़माइश करना चाहेंगे।
रजनीकांत के द्वारा पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के बयान पर सबसे तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की फिल्म निर्देशक भारतीराजा ने।
तमिल फिल्मों के, ७५ वर्षीय फिल्म निर्देशक ने रजनीकांत को मैसेंजर ऑफ़ कर्णाटक बताया। भारतीराजा ने, रजनीकांत के खिलाफ इस प्रकार का बयान क्यों दिया ?
जबकि, भारतीराजा के बतौर निर्देशक करियर की पहली फिल्म, रजनीकांत के साथ १६ वयाधिनिले थी। इस फिल्म को हिंदी में सोलहवा सावन टाइटल के साथ बनाया गया था।
लेकिन, इस सफल फिल्म के बाद भारतीराजा ने रजनीकांत के साथ कभी कोई फिल्म नहीं बनाई। दिलचस्प बात यह थी कि यह दोनों डायरेक्टर और एक्टर अपने जीवन में सिर्फ दो बार मिले। इसका क्या कारण था ? दरअसल, भारतीराजा कभी भी रजनीकांत को बढ़िया एक्टर नहीं मानते थे। जब भी उनसे एक्टर रजनीकांत के बारे में पूछा जाता, भारतीराजा उन्हें अच्छा इंसान बता कर ही चुप हो जाते थे।
भारतीराजा के रजनीकांत विरोध के पीछे एक दूसरा कारण है कमल हासन।
भारतीराजा की फिल्म १६ वयाधिनिले के नायक कमल हासन थे। रजनीकांत की खल भूमिका थी। कमल हासन के साथ भारतीराजा ने सिगापुर रोजक्कल, टिक टिक टिक और ओरु कैधियिन डायरी जैसी फिल्मे की थी।
दक्षिण की राजनीती में कमल हासन भी उतर चुके हैं।
जो खबरें हैं, उसके अनुसार, तमिल राजनीती में एक बार फिर, करूणानिधि और एमजी रामचंद्रन का युग रजनीकांत और कमल हासन के रूप में वापस आ रहा है।
भारतीराजा के विरोध के पीछे की यही राजनीती लगती है।
वैसे रजनीकांत की दो फ़िल्में काला और २.० रिलीज़ होने वाली है। इन फिल्मों को माइलेज दिलाने के लिए भी कावेरी राजनीती का इस्तेमाल हो सकता है। भारतीराजा का यही सोचना है।
इस हमले की आलोचना करते हुए, तमिल फिल्म सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा कि वर्दी पर हमला देश के लिए खतरनाक है। ऐसे लोगों को कठोर दंड दिया जाना चाहिए।
सभी जानते हैं कि रजनीकांत और कमल हासन अगले तमिलनाडु विधान सभा चुनाव पर निगाहें रखे हुए हैं। २०१९ के लोकसभा चुनाव में भी यह दोनों जोर आज़माइश करना चाहेंगे।
रजनीकांत के द्वारा पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के बयान पर सबसे तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की फिल्म निर्देशक भारतीराजा ने।
तमिल फिल्मों के, ७५ वर्षीय फिल्म निर्देशक ने रजनीकांत को मैसेंजर ऑफ़ कर्णाटक बताया। भारतीराजा ने, रजनीकांत के खिलाफ इस प्रकार का बयान क्यों दिया ?
जबकि, भारतीराजा के बतौर निर्देशक करियर की पहली फिल्म, रजनीकांत के साथ १६ वयाधिनिले थी। इस फिल्म को हिंदी में सोलहवा सावन टाइटल के साथ बनाया गया था।
लेकिन, इस सफल फिल्म के बाद भारतीराजा ने रजनीकांत के साथ कभी कोई फिल्म नहीं बनाई। दिलचस्प बात यह थी कि यह दोनों डायरेक्टर और एक्टर अपने जीवन में सिर्फ दो बार मिले। इसका क्या कारण था ? दरअसल, भारतीराजा कभी भी रजनीकांत को बढ़िया एक्टर नहीं मानते थे। जब भी उनसे एक्टर रजनीकांत के बारे में पूछा जाता, भारतीराजा उन्हें अच्छा इंसान बता कर ही चुप हो जाते थे।
भारतीराजा के रजनीकांत विरोध के पीछे एक दूसरा कारण है कमल हासन।
भारतीराजा की फिल्म १६ वयाधिनिले के नायक कमल हासन थे। रजनीकांत की खल भूमिका थी। कमल हासन के साथ भारतीराजा ने सिगापुर रोजक्कल, टिक टिक टिक और ओरु कैधियिन डायरी जैसी फिल्मे की थी।
दक्षिण की राजनीती में कमल हासन भी उतर चुके हैं।
जो खबरें हैं, उसके अनुसार, तमिल राजनीती में एक बार फिर, करूणानिधि और एमजी रामचंद्रन का युग रजनीकांत और कमल हासन के रूप में वापस आ रहा है।
भारतीराजा के विरोध के पीछे की यही राजनीती लगती है।
वैसे रजनीकांत की दो फ़िल्में काला और २.० रिलीज़ होने वाली है। इन फिल्मों को माइलेज दिलाने के लिए भी कावेरी राजनीती का इस्तेमाल हो सकता है। भारतीराजा का यही सोचना है।
नसीरुद्दीन शाह की फिल्म होप और हम - पढ़ने के लिए क्लिक करें
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