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Monday 3 August 2020

तमिल फिल्मों मे लोकप्रिय मराठी वैभवी शांडिल्य


मराठी फिल्म एक अलबेला से फिल्म डेब्यू करने वाली वैभवी शांडिल्य को पहचान मिली दक्षिण की तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में। तमिल फिल्मों में उन्हें ख़ास पहचान मिली।


वह अब तक एक कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों के अलावा तीन तमिल फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं।उनकी एक तमिल फिल्म सर्वर सुंदरम इस साल फरवरी में रिलीज़ होनी थी।  लेकिन, ऐन मौके पर फिल्म की रिलीज़ टाल दी गई। इसके बाद से उनकी इस फिल्म  को नई तारीख नहीं मिल सकी है।


उनकी दो तमिल और एक कन्नड़ फिल्म निर्माणाधीन है।

Friday 31 July 2020

बॉलीवुड के दैनिक श्रमिकों के मददगार डॉ अब्दुल रहमान वनू



डॉ अब्दुल रहमान वनू,  दादासाहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन के महासचिव, के रूप में चुने गए हैं। वह ईमानदारी, कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता के व्यक्ति हैं। हिंदी फिल्म उद्योग के तकनीशियनों के उत्थान के लिए उनके पास हमेशा एक नजरिया था और उन्होंने उस दिशा में बड़े प्रयास किए हैं।
हम सभी जानते हैं कि फिल्म जगत में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों, विशेष रूप से तकनीशियनों के लिए तालाबंदी और महामारी बहुत कठिन साबित हुई है। मुंबई के बाहरी इलाकों जैसे विरार और पालघर में भी इस अवधि के दौरान जरूरतमंदों को दैनिक आवश्यक सामान और धन भेजने के लिए डॉ वनू जिम्मेदार थे। उन्होंने कहा, "फिल्म इंडस्ट्री सिर्फ अभिनेताओं, निर्माताओं, लेखकों और निर्देशकों से नहीं भरी है। हालांकि ज्यादातर पुरस्कार समारोह में स्पॉटलाइट हमेशा उन पर रहती है, हमें लगता है कि तकनीशियन जैसे स्पॉटबॉय, कैमरामैन और लाखों लोग शामिल हैं जो दैनिक मजदूरी के लिए सेट पर काम करते हैं। और एक फिल्म और  फाइनल प्रोडक्ट बनाने में भी योगदान दे रहे हैं। इसलिए, हमने यह सुनिश्चित किया कि वे इस अवधि के दौरान पीड़ित न हों। हमने मुंबई के विभिन्न हिस्सों में दैनिक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की।"
डॉ वनू ने मुंबई पुलिस की मदद भी की है और लॉकडाउन के दौरान उन्हें जरूरी सामान मुहैया कराया है। मुंबई पुलिस ने कलिना, सांताक्रूज़ में एक कवारांटेन सेंटर स्थापित किया था, यहां डॉ वनू ने उन्हें कई सेवाएं प्रदान करने में मदद प्रदान की। डॉ वनू के संगठन द्वारा बोरीवली, धारावी और कई अन्य क्षेत्रों में दैनिक आवश्यक चीजें उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा, "कई लोगों ने अपनी नौकरी खो दी और हमने उन्हें काम और भोजन देने का फैसला किया। और यह केवल मुंबई तक ही सीमित नहीं था। हमने ये सुविधाएं और दैनिक आवश्यक चीज़ें दिल्ली, पुणे और भारत के कई अन्य शहरों में प्रदान कीं। हमने इस पर शोध भी किया कि लॉकडाउन के दौरान लोग मानसिक स्वास्थ्य से कैसे निपटते हैं। और इसके अलावा, हम स्वास्थ्य सुविधाओं को मेंटेन रखना और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को रोजगार देना भी जारी रखते हैं। सरकार भी हमें अच्छा समर्थन दे रही है।" 
दादासाहेब फाउंडेशन के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी भी बुरी तरह प्रभावित हुए। डॉ वनू ने कहा, "हमने इन श्रमिकों के पते की एक विशाल सूची तय्यार की और  पूरे स्टाफ को भोजन, दैनिक आवश्यक वस्तुएं, किराने का सामान और चिकित्सा सहायता प्रदान की। नालासोपारा, मीरा रोड और कई अन्य क्षेत्रों में, हमने दैनिक आवश्यक सेवाओं का परिवहन किया। चूंकि हम मुंबई पुलिस के साथ काम कर रहे थे, हमारे पास विभिन्न क्षेत्रों की यात्रा करने के लिए एक पास था और इसलिए, पुलिस विभाग को बहुत धन्यवाद, क्योंकि हम दूसरों की मदद करने में इस पास का उपयोग कर सकते हैं।" 
इसके अलावा, डॉ वनू इन तकनीशियनों के कौशल के उत्थान की दिशा में भी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "इन श्रमिकों में से अधिकांश अपनी दैनिक रोटी कमाने के लिए शहर में आए हैं। वे शिक्षित नहीं हैं। इसलिए, हम उन्हें आगे की पढ़ाई करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। हम उन्हें विशेष कौशल सीखने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं, जिससे उन्हें फिल्म निर्माण की प्रक्रिया में मदद मिलेगी। मुझे लगता है कि यह हमारे देश और फिल्म उद्योग के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।"

Tuesday 9 June 2020

अपनी नायिका को पहचान दिलाने वाले राज खोसला

राज खोसला, आल इंडिया रेडियो के म्यूजिक डिपार्टमेंट के स्टाफ थे. वह फिल्मों के गायक थे. देव आनंद को उनमे दूसरी प्रतिभा नज़र आ रही थी. उन्होंने राज खोसला को अपने साथ लिया और गुरुदत्त का सहायक बना दिया. उनकी, देव आनंद और गीता बाली के साथ निर्देशित पहली फिल्म मिलाप फ्लॉप हुई. लेकिन, अगली फिल्म सीआइडी ने उन्हें सफलता दिला दी. इस फिल्म ने वहीदा रहमान को पहला और प्रतिभा दिखाने का बढ़िया मौका दिया. इसके बाद तो राज खोसला अपनी फिल्मों की नायिकाओं का नया नामकरण करने वाली फ़िल्में बनाते चले गए. फिल्म वह कौन थी से साधना को मिस्ट्री गर्ल की उपाधि दी. फिल्म दो बदन ने, अब तक रोमांटिक फिल्मों में ग्लैमर का प्रदर्शन करती आ रही आशा पारेख को गंभीर भूमिका करने वाले अभिनेत्री के तौर पर स्थापित कर दिया. इस फिल्म के लिए सिमी को सह अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला. दो रास्ते ने मुमताज़ को एक्शन फिल्मों की नायिका से पारिवारिक फिल्मों की मुमताज़ बना दिया. नूतन को चरित्र भूमिका के बावजूद बेस्ट अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार दिलाया मैं तुलसी तेरे आँगन की ने. आज ही के दिन यानि ९ जून १९९१ को गोलोकवासी हुए राज खोसला ने काला पानी, सोलहवा साल, बम्बई का बाबू, एक मुसाफिर एक हसीना, वोह कौन थी, मेरा साया, दो बदन, अनीता, चिराग, दो रास्ते, मेरा गाँव मेरा देश, शरीफ बदमाश, कच्चे धागे, प्रेम कहानी, नहले पे दहला, मैं तुलसी तेरे आँगन की, दोस्ताना और माटी मांगे खून जैसी भिन्न शैली वाली फिल्मों का निर्माण किया. उनकी अंतिम फिल्म धर्मेन्द्र, शर्मीला टैगोर, वहीदा रहमान, सनी देओल और अमृता सिंह के साथ सनी थी.  

शकुंतला के वसंत देसाई


डॉक्टर कोटनिस की अमर कहानी, शकुंतला, अंधों की दुनिया, मंदिर, दहेज़, झाँसी की रानी, सुहागन, झनक झनक पायल बाजे, तूफ़ान और दिया, दो आँखें बारह हाथ, सम्राट पृथ्वीराज चौहान, दो फूल, अर्धांगिनी, स्कूल मास्टर, गूँज उठी शहनाई, दो बहने, अम्पूर्ण रामायण, प्यार की प्यास, भारत मिलाप, लड़की सह्याद्री की, रक् राज्य, आशीर्वाद, गुड्डी, अचानक, आदि बहुचर्चित फिल्मों के संगीतकार वसंत देसाई का आज जन्मदिन है. ९ जून १९१२ को जन्मे वसंत देसाई ने प्रमुख रूप से वी शांताराम की फिल्मों को अपने संगीत से सजाया. २२ दिसम्बर १९७५ को वह एचएमवी के साथ एक संगीत कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग करा कर घर वापस लौटे थे. वह अपने अपार्टमेंट की लिफ्ट में चढने को ही थे कि लिफ्ट चल दी. इसमे पिस कर वसंत देसाई की अकाल मृत्यु हो गई.

Thursday 27 February 2020

अनुपम खेर ने जीता न्यूयॉर्क वासियों का दिल



अनुपम खेर एक ऐसा नाम है जो न सिर्फ अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीतते हैं बल्कि अन्य कार्यों से भी दर्शकों को खुद से जोड़ने की कला जो उनके अंदर है वह किसी और में नही है। अपनी अभिनय की कला से उन्होंने सिर्फ बॉलीवुड में ही राज नहीं किया, बल्कि दुनियाभर के थिएटर्स और स्टेज पर दमदार परफॉरमेंस देने वाले इस अभिनेता की कला को हर किसी ने देखा है।न्यूयॉर्क के भी थिएटर प्रेमियों ने हाल ही में अनुपम खेर का 'कुछ भी हो सकता है' प्ले देखा।

अनुपम खेर ने न्यूयॉर्क के भारतीय विद्या भवन में प्रदर्शन किया, जोकि कथा प्रेमियों द्वारा अक्सर देखा जा सकता है।

ये सिर्फ एक प्रदर्शन ही नही था बल्कि दिग्गज अभिनेता की जर्नी पर आधारित एक नाटक था। पहले ही सीन से अनुपम खेर ने अपनी परफॉरमेंस से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

शहर के crème de la crème में एक शाम की मेजबानी की गई, जिसमें 120 मेहमान शामिल हुए जिसकी वजह से यह पूरा भर गया। एक सहज कलाकार के तौर पर पहचाने जाने वाले अनुपम खेर जल्द ही दर्शकों से काफी घुलमिल गए, जिसके बाद वह उन्हें चुटकुले सुनाते हुए नज़र आए।

यह स्पष्ट था कि चाहे हज़ारों दर्शक हो या फिर प्ले देखने वाले 120 लोग अनुपम खेर दर्शकों का ध्यान कैसे अपनी तरफ खींचना है यह बखूबी जानते हैं।

अनुपम खेर जिस तरह से अपना परफॉरमेंस दे रहे थे उसे देखकर दर्शक भी तुरंत अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर कर रहे थे। एक ऐसी प्रतिभा जिसके लिए किसी भी कलाकार को सालों की मेहनत की जरूरत होती है। पूरा हॉल दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था।

परफॉरमेंस के बाद, भारत के राजदूत और संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि, सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, "मुझे कभी भी रंगमंच मेइन दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन मैंने जो आज देखा वह इससे पहले कभी नही देखा। अनुपम खेर अपने हम सभी को कर्जदार बना दिया है क्योंकि दर्शकों को खुद से इतने लंबे समय तक जोड़े रखना किसी आम व्यक्ति के बस भी बात नही है। "

दर्शकों से मिली प्रतिक्रिया पर अपनी ख़ुशी व्यक्त करते हुए अनुपम खेर ने कहा, "दर्शकों को ये बहुत ही अच्छा लगा, खासकर उन्हें वो हिस्सा पसंद आया जिसमें मैंने अपनी असफलताओं के बारे में बताया| मैं एक ऐसा नाटक करना चाहता था जोकि मेरी आत्मकथा हो। उस स्टूडियों में 130 लोग फिट होते हैं और एक हाथ की दूरी पर बैठे दर्शकों के सामने प्ले करने में बहुत मज़ा आया। यह काफी शानदार अनुभव था। मैं एक दिन बाद यानि की शनिवार की शाम को प्ले कर रहा हूं। यहां पर ज़्यादातर भारतीय दर्शक थे, इसके अलावा अमेरिकी और चीनी ऑडियंस भी मौजूद थी। उन्होंने महसूस किया कि यह एक ऐसा जीवन है जो बहुत प्रेरणादायक हो सकता है। "

अनुपम खेर हाल ही में न्यूयॉर्क में एक अतिथि वक्ता के रूप में पहुंचे थे, जहां उन्होंने सिनेमा के लिए अपने प्यार के  बारे में बात की। अनुपम खेर ने अब तक 500 फिल्मों से ज़्यादा में अभिनय किया है और वह अपनी अविश्वसनीय प्रतिभा के साथ अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर भारत को गौरवान्वित करा रहे हैं।

अनुपम खेर अभी अपने अमेरिकी मेडिकल शो न्यू एम्स्टर्डम की शूटिंग कर रहे हैं , जिसमें  वह डॉक्टर विजय कपूर की भूमिका निभा रहे हैं।

Wednesday 15 January 2020

क्यों गिरफ्तार हुए जोकर एक्टर Joaquin Phoenix


हॉलीवुड फिल्म जोकर में आर्थर फ्लेक उर्फ़ जोकर की भूमिका करने वाले अभिनेता जोएक्विन फ़ीनिक्स गिरफ्तार कर लिए गए। उन्हें वाशिंगटन डीसी  कैपिटल हिल पर प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। फ़ीनिक्स, वहां पर क्लाइमेट चेंज के विरोध में फायर ड्रिल फ्राइडे में प्रदर्शन करते समय गिरफ्तार हुए । दिलचस्प तथ्य यह है कि यह प्रदर्शन का आखिरी दौर था।

जेन फोंडा की मुहीम
फायर ड्रिल फ्राइडेज, हॉलीवुड अभिनेत्री जेन फोंडा द्वारा क्लाइमेट चेंज के खिलाफ छेड़ी गई मुहीम है। जेन ने यह मुहीम नवंबर २०१९ में शुरू की थी। इसके अंतर्गत हर फ्राइडे, कैपिटल हिल पर प्रदर्शन किया जाता था। इसमें हॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियां हिस्सा ले चुकी हैं। इस प्रदर्शन के दौरान लिली टॉमलिन, सैम वॉटरस्टन, टेड डेंसन, डिएन लेन और सैली फील्ड जैसी हॉलीवुड एक्टर गिरफ्तार हो चुके हैं। खुद जेन फोंडा भी पांच बार गिरफ्तार हो चुकी हैं।

फ़ीनिक्स के साथ मार्टिन शीन
वाशिंगटन डीसी में जेन फोंडा की मुहीम को अच्छी सफलता मिली है। ख़ास और आम, इस मुहीम को पहचानने लगा है और जुड़ने लगा है। इस मुहीम को धार देने के लिए जेन फोंडा अपनी सेलिब्रिटी इमेज भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ती। अब, जोएक्विन फ़ीनिक्स के इस मुहीम से जुड़ जाने के बाद, फ़ीनिक्स के प्रशंसक दर्शकों का समर्थन भी इस मुहीम को मिलने लगा है। फ़ीनिक्स के साथ एक्टर मार्टिन शीन भी गिरफ्तार हुए थे ।

जोकर का सीक्वल और गोल्डन ग्लोब पुरस्कार
जहाँ तक, जोएक्विन फ़ीनिक्स के फिल्म करियर का सवाल है, यह काफी ज़ोरदार ढंग से चल रहा है। उनकी मुख्य भूमिका वाली फिल्म जोकर ने बॉक्स ऑफिस पर १ बिलियन डॉलर का कारोबार करने वाली पहली आर रेटेड फिल्म होने का गौरव हासिल कर लिया है। इस फिल्म के लिए फ़ीनिक्स बेस्ट एक्टर का गोल्डन ग्लोबर पुरस्कार जीत चुके हैं। उन्हें बाफ्टा पुरस्कारों में भी नामांकन मिला है। यह कहा जा रहा है कि वह ऑस्कर पुरस्कारों में नामित होने के अलावा, इसे जीतेंगे भी । जोकर की सीक्वल फिल्म बनाने की तैयारियां भी शुरू हो चुकी है। 


Friday 10 January 2020

Anupam Kher की कविता ने छू लिया प्रशंसकों का दिल



अनुपम खेर जो भी करते हैं उसे बिल्कुल बेहतरीन ढंग से करते हैं| चाहे उनके नए अमेरिकन शो 'न्यू एम्स्टर्डम में एक एक्टर के तौर पर उनकी दमदार परफॉर्मेंस हो या हाल ही में यूएस में उनके द्वारा आयोजित किया गया लाफ्टर थेरेपी सेशन| पूरी दुनिया में लोग अनुपम खेर की कला और उनके नज़रिये को बहुत ही पसंद करते हैं|

हाल ही में अपने फैंस के लिए नए साल के तोहफ़े के तौर पर इस दिग्गज अभिनेता और प्रेरक वक्ता ने जनवरी और फरवरी के महीने के लिए रिश्तों पर आधारित एक खूबसूरत कविता लिखी|

दिसंबर के ख़त्म होने और नए महीने के शुरू होने के बारे में उनके शब्द और नज़रिये ने लोगों को चीजों के प्रति एक नया दृष्टिकोण दिया| 

कुछ ही समय के भीतर ही इस दिग्दज अभिनेता का सोशल मीडिया फैंस द्वारा भेजे गए संदेशों से भर गया. पूरी दुनियाभर से फैंस ने उन्हें कई मैसेज किए और उनके प्रति अपना प्यार व्यक्त किया और बताया कि उन्होंने जिस तरह से इन दो महीनों के बीच के रिश्तों पर अपनी राय बताई है वो उनके दिल को छू गयी|

इसपर बात करते हुए अनुपम खेर ने कहा, "मैंने इस कविता के माध्यम से लोगों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी और लोगों ने जिस तरह तरह से उस पर प्रतिक्रिया दी मैं उससे बहुत ज़्यादा प्रभावित हूं. यह सिर्फ खुद को सबके सामने व्यक्त करने का एक तरीका था. मैं बहुत खुश और आश्चर्यचकित हूं कि लोग भी ऐसा ही महसूस करते है और मेरी तरह ज़िन्दगी को देखने के नज़रिए से सहमत है. मैं हर किसी को नए साल की शुभकामनाए देना चाहता हूं."

Thursday 26 December 2019

चोट लगने के बावजूद Vineet Kumar ने की शूटिंग



सालों से हम बॉलीवुड एक्टर्स से ये सुनते आये हैं कि 'शो मस्ट गो ऑन' यानी काम नहीं रुकना चाहिए। कई एक्टर्स मुश्किल समय में चोट लगने के बावजूद भी फिल्मों के लिए शूटिंग जारी रखते हैं। अब इस लिस्ट में मुक्काबाज़ अभिनेता विनीत कुमार भी जुड़ गए हैं।

विनीत ने हाल में ही 'सांड की आँख' में अपनी परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीता था। अब उन्होंने एक साल बाद अपने काम से छुट्टी ली है। इस ब्रेक के बारे में बात करते हुए विनीत ने कहा, " मैं लगातार काम कर रहा हूं तो ये ब्रेक लेना जरुरी था। मैंने 2018 अगस्त में शूट करना शुरू किया था। फिलहाल मेरे पास ७ फिल्में हैं| मैंने कई सारे एक्सपेरिमेंट किए हैं और आगे बढ़ने के लिए ये ब्रेक लेना जरुरी था। मैं पिछले एक महीने से लगातार स्क्रिप्ट्स पढ़ रहा था। लेकिन मुझे लगता है मैं ज्यादा काम करने का वादा कर देता हूं जिसके बाद मुझे खुद को पुश करना पड़ता है।"

हालाँकि, जब विनीत गोवा में छुट्टी पर थे तब उन्हें चोट लगी थी, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने अपने प्रोजेक्ट्स पूरे किए। चोट लगने के बावजूद विनीत ने अपनी अलग-अलग फिल्मों  के लिए भागदौड़ और शूटिंग जारी रखी। विनीत ने चोट के बारे में बात करते हुए कहा, “हम सभी कलाकार हमेशा कहते हैं कि शो चलते रहना चाहिए, तो इसलिए मेरे पास काम ना करने का कोई बहाना नहीं था। मैं समुद्र में आगे तक चला गया था जहां पर गहराई थी, मेरे दोनों पैरों में किसी कीड़े ने काट लिया जिसके बाद कुछ दिनों तक मैं अपने दोनों पैरों पर नहीं चल पाया। मैंने सभी आवश्यक सावधानी बरती। अब मैं पहले से बेहतर हूं।

काम की बात करें तो विनीत जल्द ही 'थिरूट्टू पयाले 2' के हिंदी रीमेक में नज़र आएंगे। उनकी दूसरी फिल्मों में आधार, गुंजन सक्सेना बायोपिक, बेताल और ट्रिस्ट विथ डेस्टिनी जैसी फिल्में शामिल हैं।"

Wednesday 25 December 2019

क्रिसमस इस तरह सेलिब्रेट करेंगी Chitrangda Singh


 

हर साल हम कई बॉलीवुड सेलेब्स को क्रिसमस और न्यू ईयर का जश्न मनाने के लिए देश से बाहर जाते हुए देखते हैं। अब इस परंपरा को बरकरार रखते हुए चित्रांगदा भी इस साल क्रिसमस पर अपने परिवार के साथ 'कोह सामुई' जा चुकी है। 

अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह ने हाल ही में बतौर प्रोड्यूसर अपना सफर शुरू किया है। अपने अगले प्रोजेक्ट को लेने से पहले वो स्क्रिप्ट पढ़ने में व्यस्त थीं, ऐसे में उन्होंने क्रिसमस के इस खास मौके पर एक छोटा ब्रेक लेने का फैसला किया।

क्रिसमस की छुट्टी के बारे में बात करते हुए चित्रांगदा कहती हैं, "यह एक बहुत जरुरी ब्रेक है और मुझे 'कोह सामुई' की शांति और सादगी बहुत पसंद है। इसलिए ये आइसलैंड परिवार के साथ क्रिसमस मनाने के लिए बेहतरीन जगह है।"

एक्टिंग की बात करें तो पिछली बार चित्रांगदा को सैफ अली खान के साथ 'बाजार' नाम की फिल्म में देखा गया था। इसके बाद 'सूरमा' फिल्म से वो फिल्म प्रोड्यूसर भी बन गयीं। इसके अलावा चित्रांगदा के पास वेब-स्पेस से कुछ अमेजिंग ऑफर्स आए हैं। ऐसे में 2020 में चित्रांगदा क्या नया लेकर ऑडिएंस के सामने पेश होंगी इसके लिए अभी दर्शकों को थोड़ा इंतज़ार करना होगा। 

Sunday 22 December 2019

इन एक्टरों को मिली सबसे बड़ी हिट फ़िल्में



हिंदी फिल्मों के, कुछ बड़े एक्टरों के लिए २०१९ शुभ साबित हुआ। इन एक्टरों की फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर, उनके करियर का सबसे अच्छा ग्रॉस किया। इस तथ्य का पता बॉलीवुड की हाईएस्ट ग्रोसिंग फिल्मों की सूचि से चलता है।

हृथिक रोशन और टाइगर श्रॉफ
इस साल, हृथिक रोशन की दो फिल्मों सुपर ३० और वॉर ने १०० करोड़ क्लब में प्रवेश पाया। हृथिक रोशन की फिल्मों को कभी ऐसी सफलता नहीं मिली। वॉर, हृथिक रोशन के करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई। यह फिल्म ३०० करोड़ क्लब में शामिल हुई। वॉर, टाइगर श्रॉफ के करियर की भी सबसे बड़ी हिट फिल्म कही जा सकती है। यह फिल्म, अभी कई साल तक टाइगर के करियर की सबसे अधिक ग्रॉस करने वाली फिल्म बनी रह सकती है।

अक्षय कुमार
अक्षय कुमार के करियर की हाईएस्ट ग्रॉस करने वाली फिल्म भी २०१९ में रिलीज़ हुई। २०१९ में एक समय, अक्षय कुमार की टॉप ग्रॉसर फिल्म मिशन मंगल बनती नज़र आ रही थी। लेकिन, हाउसफुल ४ की रिलीज़ के साथ ही सारे समीकरण बदल गए। हाउसफुल ४ ने २०० करोड़ क्लब में प्रवेश कर, मिशन मंगल को पीछे छोड़ दिया। अब इस फिल्म को पूजा हेगड़े, कृति खरबंदा और कृति सेनन की भी हाईएस्ट ग्रॉसर फिल्म कही जा सकती है। बॉबी देओल और रितेश देशमुख तो इसमे हिस्सा बाँट करेंगे ही।

शाहिद कपूर
२०१९, शाहिद कपूर के लिए भी काफी सफल साबित हुआ। अभी तक असफलता के बोझ तले दबे नज़र आ रहे शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह ने २०० करोड़ क्लब में अपना स्थान बनाया। यह फिल्म शाहिद कपूर की सबसे बढ़िया ग्रॉस करने वाली फिल्म बन चुकी है। यह दोनों टॉप ग्रॉसर फ़िल्में, इन फिल्मों की नायिकाओं वाणी कपूर और कियरा अडवाणी की सबसे ज़्यादा सफल फिल्मे बन गई है।

विक्की कौशल
फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक ने विक्की कौशल के करियर को  आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया। अब तक उनकी फिल्मों का हफ्ता दो हफ्ता चल जाना ही बड़ी बात मानी जाती थी। उरी द सर्जिकल स्ट्राइक तो २०० करोड़ क्लब में जा पहुंची। यह विक्की कौशल की सबसे सफल फिल्म बन गई है। इसे यमी गौतम के करियर की सबसे सफल फिल्म भी कहा जा सकता है।

सुशांत सिंह राजपूत
अगर, सोलो फिल्म की सफलता को पैमाना बनाया जाए तो सुशांत सिंह राजपूत की २०१९ में रिलीज़ फिल्म छिछोरे उनकी टॉप ग्रॉस करने वाली फिल्म कही जायेगी। अब तक, सुशांत सिंह राजपूत की टॉप ग्रॉस करने वाली फिल्म एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी (११९ करोड़) थी। लेकिन, १४७ करोड़ का ग्रॉस करने के बाद, छिछोरे, उनकी टॉप ग्रॉसर फिल्म बन गई है। वैसे सुशांत सिंह राजपूत ने आमिर खान की टॉप ग्रॉस फिल्म पीके में भी सह नायक की भूमिका की थी।

श्रद्धा कपूर
छिछोरे में,सुशांत सिंह राजपूत की नायिका श्रद्धा कपूर थी। लेकिन, श्रद्धा की टॉप ग्रॉसर फिल्म प्रभास की साहो (१४८.८४ करोड़) है।

आयुष्मान खुराना
इस साल आयुष्मान खुराना की दो फिल्मों ड्रीम गर्ल और बाला ने १०० करोड़ क्लब में प्रवेश किया। उनकी फिल्म ड्रीम गर्ल उनके करियर की सबसे अच्छा ग्रॉस करने वाली फिल्म बन गई है।

Tuesday 17 December 2019

दशक के एक्टर


सबसे ज्यादा हिट फिल्मों की कैटरिना कैफ
बॉक्स ऑफिस पर धडाम फिल्म बूम से अपने करियर की शुरुआत करने वाले कैटरीना कैफ के लिए २०१० का दशक बेहतरीन साबित हुआ है। वह अब तक राजनीति, ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा, मेरे ब्रदर की दुल्हन, एक था टाइगर, जब तक हैं जान, धूम ३, बैंग बैंग, टाइगर जिंदा है जैसी बड़ी सुपरहिट फिल्मों के अलावा ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान और जीरो जैसी भारी- भरकम बजट की फ्लॉप फिल्मों की नायिका भी हैं। भारत उनकी हालिया हिट फिल्म है। 

दशक के नायक रणवीर सिंह
अनुष्का शर्मा के साथ फिल्म बैंड बाजा बारात से अपने फिल्म करियर की शुरुआत करने वाले रणवीर सिंह ने दस सालों में अपनी स्थिति काफी मज़बूत कर ली है। उनके खाते में हिट फ्लॉप फिल्मों के नाम दर्ज हैं। इसके बावजूद, उनके पास बड़ी फिल्मों की कमी नहीं है। उनके खाते में एक ३०० करोड़ का कारोबार करने वाली फिल्म पद्मावत दर्ज हैं। उनकी फिल्म सिम्बा ने बॉक्स ऑफिस पर २४०.३१ करोड़ का कारोबार किया है। वहीँ फिल्म बाजीराव मस्तानी और गली बॉय १०० करोड़ क्लब में शामिल है।

अभिनय से प्रभावित करने वाले अलिया भट्ट
करण जौहर की फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ द इयर (२०१२) से अपने फिल्म करियर की शुरुआत करने वाली अलिया भट्ट ने फिल्म हाईवे, उड़ता पंजाब, डिअर ज़िन्दगी, राज़ी और गली बॉय से खुद को अभिनयशील अभिनेत्री साबित किया है। उनकी सफल फिल्मों में गली बॉय के अलावा राज़ी, बद्रीनाथ की दुल्हनिया, कपूर एंड संस, हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया, २ स्टेट्स और हाईवे के नाम शामिल हैं। वही उनकी कलंक, उड़ता पंजाब और शानदार जैसी फ़िल्में असफल भी हुई है। 

कम बजट की फिल्मों को बड़ी हिट बनाने वाला कार्तिक आर्यन
कार्तिक आर्यन की पहली फिल्म प्यार का पंचनामा २०११ में रिलीज़ हुई थी। उनकी कांची: द अनब्रेकेबल और गेस्ट इन लन्दन के अलावा सभी फिल्मे हिट हुई हैं। इन फिल्मों में प्यार का पंचनामा २, सोनू के टीटू की स्वीटी और पति पत्नी और वह के नाम उल्लेखनीय हैं। ख़ास बात यह है कि कार्तिक आर्यन की कम बजट की फ़िल्में बड़ा कारोबार कर ले जाती हैं। 

कबीर सिंह के घोड़े पर सवार शाहिद कपूर
कबीर सिंह की सफलता ने शाहिद कपूर के करियर को पंख लगा दिए हैं। अन्यथा, वह इस दशक में चांस पे डांस, पाठशाला, बदमाश कंपनी, मौसम, मिलेंगे मिलेंगे, तेरी मेरी कहानी, फटा पोस्टर निकला हीरो, शानदार, उड़ता पंजाब, रंगून और बत्ती गुल मीटर चालू जैसी असफल फिल्मों के ढेर के बीच दबे हुए थे। कबीर सिंह से पहले शाहिद की आर राजकुमार. हैदर और पद्मावत को ही थोड़ी सफलता मिली थी। पद्मावत की सफलता का सारा क्रेडिट भी रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की जोड़ी लूट ले गई थी।

टाइगर श्रॉफ से अक्षय कुमार तक कृति सेनन
कृति सेनन के हिंदी फिल्म करियर की शुरुआत, टाइगर श्रॉफ के साथ २०१४ में रिलीज़ एक्शन फिल्म हीरोपंथी से हुई थी। कार्तिक की तरह कृति की भी छोटे बजट की फ़िल्में सफल हो जाती हैं। वह अब तक वरुण धवन, शाहरुख़ खान, आयुष्मान खुराना, कार्तिक आर्यन, दिलजीत और अक्षय कुमार के साथ फ़िल्में कर चुकी हैं। दिलवाले, राबता, हाउसफुल ४ और पानीपत उनकी बड़े बजट की फिल्मों में शुमार है। 

हिट-फ्लॉप फिल्मों के सुशांत सिंह राजपूत
काई पो चे (२०१३) फिल्म से करियर की शुरुआत करने वाला सुशांत सिंह राजपूत के खाते में जहाँ शुद्ध देसी रोमांस, पीके, एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी, केदारनाथ और छिछोरे जैसी सुपरहिट फ़िल्में दर्ज हैं वही डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी, राबता सोनचिरिया और ड्राइव जैसी बड़ी असफलताए भी साथ दर्ज हैं। 

अब सफल हो रही है भूमि पेडनेकर 
भूमि पेडनेकर की पहली फिल्म आयुष्मान खुराना के साथ दम लगा के हैशा थी। वह अक्षय कुमार के साथ टॉयलेट एक प्रेमकथा जैसी हिट फिल्म कर चुकी हैं। उनकी सफल फिल्मों में शुभ मंगल सावधान, लस्ट स्टोरीज, बाला और पति पत्नी और वह के नाम शामिल हैं। 

विश्वसनीय अभिनेता और फिल्म निर्माता जॉन अब्राहम
जॉन अब्राहम को चालू दशक के विश्वसनीय अभिनेता और लीक से हट कर उद्देश्यपूर्ण फ़िल्में बनाने वाले निर्माता साबित हो रहे हैं।  इस दशक में फ़ोर्स, देसी बॉयज, हाउसफुल २, रेस २, शूटआउट एट वडाला, मद्रास कैफ़े, वेलकम बेक, ढिशूम, फ़ोर्स २, परमाणु द स्टोरी ऑफ़ पोखरण, सत्यमेव जयते और बाटला हाउस हैं। जॉन अब्राहम ने, २०१२ में विक्की डोनर फिल्म से फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम बढ़ाया। वह अपनी अभिनीत ज़्यादातर फिल्मों के निर्माता भी होते हैं। 

सलमान खान की सोनाक्षी सिन्हा
सलमान खान के साथ दबंग जैसी बड़ी फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने वाली सोनाक्षी सिन्हा को लगातार फ्लॉप फिल्मों को झेलना पड़ रहा है। वह जोकर, लूटेरा, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा, बुलेट राजा, एक्शन जैक्सन, तेवर, अकिरा, नूर, इत्तेफाक, हैप्पी फिर भाग जायेगी, कलंक, खानदानी शफाखाना और लाल कप्तान जैसी फ्लॉप फ़िल्में दे चुकी हैं। वह सन ऑफ़ सरदार, दबंग २, बॉस, आर राजकुमार, हॉलिडे अ सोल्जर इज नेवर ऑफ ड्यूटी, फ़ोर्स २, आदि सफल फिल्मे कर चुकी हैं।

बॉक्स ऑफिस की गोल्ड नहीं मौनी रॉय
टीवी की नागिन के तौर पर मशहूर मौनी रॉय का गोल्ड फिल्म में अक्षय कुमार की नायिका के तौर पर फिल्म डेब्यू हुआ था। उनकी रोमियो अकबर वाल्टर और मेड इन चाइना जैसी फ़िल्में फ़िल्में फ्लॉप हो चुकी हैं। वह अगले साल ब्रह्मास्त्र जैसी बड़ी फिल्म में नकारात्मक भूमिका में नज़र आयेंगी। 

नया एक्शन हीरो टाइगर श्रॉफ
हालाँकि, टाइगर श्रॉफ ने अ फ्लाइंग जट, मुन्ना माइकल और स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २ जैसी फ्लॉप फ़िल्में दे रखी हैं। लेकिन, हीरोपंथी, बागी, बागी २ और वॉर फिल्मों की बड़ी सफलता यह स्थापित करती हैं कि टाइगर श्रॉफ बॉलीवुड के सबसे विश्वसनीय एक्शन एक्टर हैं। 

वरुण धवन में है दम
स्टूडेंट ऑफ़ द इयर से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाले वरुण धवन के प्रशंसकों को अक्टूबर, सुई धागा और कलंक जैसी असफलता से घबराने की ज़रुरत नहीं। बन्दे में है दम। वरुण ने मैं तेरा हीरो, हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया, बदलापुर, एबीसीडी २, बद्रीनाथ की दुल्हनिया और जुड़वाँ २ जैसी बड़ी हिट फ़िल्में दी हैं। अभी उनमे काफी दमखम है। यों ही खर्च होने वाले नहीं।

दक्षिण की बॉलीवुड पर फ़तेह राकुल प्रीत सिंह
राकुल प्रीत सिंह के बारे में चाहे जितनी नकारात्मक बातें फैलाई जाएँ, लेकिन वह बॉलीवुड में लगातार सधे कदम बढाते चली जा रही हैं। इस यारियां एक्ट्रेस ने ऐय्यारी के फ्लॉप हों जाने के बावजूद दे दे प्यार दे से अपना लोहा मनवा लिया है। मरजावां में उनकी छोटी भूमिका तक दर्शकों को दीवाना बना देती है। 

बड़ी फिल्मों की किआरा अडवाणी 
फ़गली और मशीन की असफलता के बाद, दर्शक फिल्म एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी की साक्षी रावत किअरा अडवाणी को भूल चले थे।  इसीलिए उन्होंने दक्षिण का रुख भी किया था। लेकिन, कबीर सिंह की सफलता के बाद, उनके पास गुड न्यूज़, लक्ष्मी बॉम्ब, इन्दू की जवानी, भूल भुलैया और शेरशाह जैसी बड़ी फिल्मों का ढेर लग गया है। 

सक्षम अभिनेता राजकुमार राव
दिबाकर बनर्जी की लव सेक्स और धोखा (२०१०) जैसी छोटी फिल्म के हीरो राजकुमार राव ने हिंदी फिल्मों में सशक्त अभिनेता के तौर पर अपनी पहचान बना ली है। बेशक वह डॉली की डोली, हमारी अधूरी कहानी, फन्ने खान, एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, जजमेंटल है क्या, मेड इन चाइना जैसी बड़ी असफलताओं के बोझ तले दबे नज़र आते हैं, लेकिन, स्त्री, शादी में ज़रूर आना, बरेली की बर्फी, अलीगढ, क्वीन, आदि फ़िल्में उन्हें सफल फिल्मों का बेहतरीन अभिनेता साबित करती हैं। 

स्टार एक्ट्रेस कंगना रानौत
गैंगस्टर (२००६) से फिल्म करियर शुरू करने वाली कंगना रानौत की २०१० में रिलीज़ काइट्स, नॉक आउट और नो प्रॉब्लम जैसी फ़िल्में औंधे मुंह गिरी। लेकिन, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई ने उन्हें सम्हाल लिया. तनु वेड्स मनु, डबल धमाल, शूटआउट एट वडाला, कृष ३, क्वीन, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स ने उन्हें सुंदर और स्वभाविक अभिनय करने वाली अभिनेत्री के तौर पर स्थापित कर दिया।
पंजाब से आया हीरो
उड़ता पंजाब बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी, लेकिन, सिख अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने अपनी पहचान बना ली थी। फिर फिल्लौरी, सूरमा और अर्जुन पटियाला ने उनका हिंदी फिल्म करियर नरग-गरम बनाए रखा। उनकी एक फिल्म अक्षय कुमार, करीना कपूर और किअरा अडवाणी के साथ गुड न्यूज़ २७ दिसम्बर को प्रदर्शित होने जा रही हैं। 

सीक्वल फिल्मों की जैक्वेलिन फर्नांडेज़ 
दशक की पहली फ्लॉप फिल्म जाने कहाँ से आई है की जैक्वेलिन फर्नांडेज़ ने हाउसफुल, मर्डर२, हाउसफुल २, रेस २, हाउसफुल ३, जुड़वाँ २ और रेस २ से खुद को स्थापित कर लिया। उनकी दूसरी सफल फिल्मों में ढिशूम, किक के नाम भी शामिल हैं। 

दशक का फ्लॉप अभिनेता संजय दत्त
डबल धमाल, अग्निपथ, सन ऑफ़ सरदार, पीके की सफलता का सेहरा जबरन संजय दत्त के सर बाँध दिया जाए तो बात दूसरी है। अन्यथा, पानीपत तक संजय दत्त ने कलंक, साहेब बीवी और गैंगस्टर ३, भूमि, ज़ंजीर, पुलिसगिरी, डिपार्टमेंट और चतुरसिंह टू स्टार जैसी असफल फिल्मे दी हैं। वह दशक के फ्लॉप अभिनेता साबित होते हैं।