दक्षिण
की फिल्म अभिनेत्री पूजा हेगड़े और निर्देशक रोशन एंड्रूज़ के साथ शाहिद कपूर की
पहली फिल्म देवा ठीक सात दिन बाद अर्थात ३१ जनवरी को प्रदर्शित होने जा रही है। यह
एक्शन थ्रिलर फिल्म शाहिद कपूर के चरित्र देवा पर केंद्रित है। इस फिल्म में, शाहिद कपूर ने खतरनाक एक्शन
दृश्य किये हैं।
आज, बॉलीवुड के दूसरे शो मैन
सुभाष घई का ८१वा जन्मदिन है। इस अवसर पर
फिल्म के निर्देशक सहित देवा की पूरी टीम ने सुभाष घई को जन्मदिन पर शुभकामनाये दी
और आभार प्रकट किया। देवा टीम ने सुभाष घई
को शुभकामनाये दी, ठीक ! किन्तु, आभार किस बात पर प्रकट किया ?
#GameChanger #SkyForce हुआ #Fateh और #Deva हुआ #Azaad !
आज
बताते हैं ३७ साल पुरानी घटना। यद्यपि, अमिताभ बच्चन बोफोर्स घोटाले में फंस कर, राजनीति से दूर हो गए थे। किन्तु, प्रारंभिक झटके के बाद, उनकी बॉलीवुड की गाड़ी चल
निकली थी। उसी समय, सुभाष घई ने अमिताभ बच्चन के
साथ फिल्म देवा का निर्माण किये जाने की घोषणा की। इस फिल्म में, सुभाष घई के प्रिय एक्टर
राजकुमार भी थे। अन्य भूमिकाओं में
मीनाक्षी शेषाद्रि, शम्मी कपूर और इला अरुण को भी लिया गया था। सुभाष घई ने फिल्म का एक बड़ा सेट खड़ा कर दिया
था। इस पर अमिताभ बच्चन का मशाल पकड़े हुए
फोटो सेशन भी हो चुका था।
इसके
बाद,
अमिताभ
बच्चन ने नखरे दिखाने शुरू कर दिए। वह सेट पर देर से आते और सेट छोड़ कर चले
जाते। कभी यकायक ही बीमारी का बहाना बना
देते। वह सुभाष घई को दी गई तारीखें
कैंसिल करते और दुसरे निर्माताओं को दे डालते।
इसने सुभाष घई कोई परेशां कर दिया।
अमिताभ बच्चन से सुभाष घई की सीधे बात भी नहीं हो पाती थी। उनके स्तर के निर्माता को अमिताभ बच्चन के
स्टाफ से बात करनी पड़ती थी। इससे सुभाष घई
को साफ हो गया कि अमिताभ बच्चन फिल्म को करना नहीं चाहते। इसलिए एक दिन जब अमिताभ बच्चन मद्रास में अपनी
फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, अमिताभ बच्चन को समाचार मिला कि सुभाष घई ने
देवा को बंद कर दिया है।
कुछ
समय बाद,
यह
समाचार आया कि डब्बा बंद की गई फिल्म देवा अब शत्रुघ्न सिन्हा के साथ बनाई जाएगी।
सुभाष घई ने अपने निर्देशक जीवन का प्रारम्भ शत्रुघ्न सिन्हा के साथ सुपरहिट फिल्म
कालीचरण,
विश्वनाथ
और गौतम गोविंदा से किया था। उनकी शत्रु
के साथ पहली तीनों फ़िल्में बड़ी हिट साबित हुई थी।
इसलिए,
स्वाभाविक
था कि शत्रुघ्न सिन्हा के साथ देवा भी सफल होती।
किन्तु,
कुछ
दिनों बाद,
सुभाष
घई ने देवा को कभी न बनाये जाने की घोषणा की।
पहली बार शाहिद कपूर और पूजा हेगड़े की देवा जोडी !
इससे
स्पष्ट है कि देवा शीर्षक के सर्वाधिकार सुभाष घई के पास थे। बिना उनकी अनुमति के
शाहिद कपूर की फिल्म देवा के निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर फिल्म को इस शीर्षक के
साथ प्रचारित नहीं कर सकते थे। इसलिए, देवा का शीर्षक प्राप्त करना आवश्यक था।
कपूर बताते हैं कि उनकी एक फ़ोन कॉल के बाद ही सुभाष घई ने फिल्म का शीर्षक उन्हें
सौंपे जाने पर सहमति दे दी।
किन्तु, देवा की टीम ने इसके लिए
अमिताभ बच्चन को क्यों धन्यवाद् दिया? क्योंकि, इस शीर्षक पर अमिताभ बच्चन का
कोई अधिकार नहीं था। बताते हैं कि सुभाष
है ने शर्त रख दी थी कि यदि अमिताभ बच्चन मान जाये। कदाचित, सुभाष घई आवश्यकता से अधिक
विनम्र दिखाई देना चाहते थे। कुछ भी हो
अमिताभ बच्चन ने बिना किसी न नुकुर के फिल्म के टाइटल पर अपनी सहमति दे दी।
फिल्म का निर्देशन रोशन एंड्रूज़ कर रहे हैं। रोशन मलयालम फिल्मों के प्रतिष्ठित निर्देशक है। उनकी फिल्म नोटबुक को काफी सराहना और पुरस्कार मिले थे। देवा उनकी पहली हिंदी फिल्म है। निर्माता जिओ स्टूडियोज और सिद्धार्थ रॉय कपूर की इस फिल्म का बजट ७० करोड़ है। इस फिल्म के ट्रेलर को यू ट्यूब पर कीर्तिमान दर्शकों ने देखा और सराहा था। इसलिए, १५६ मिनट अवधि की फिल्म देवा के हिट होने की पूरी संभावना है।