अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने बतौर निर्माता अपने बैनर विवेक
ओबेरॉय मेगा एंटरटेनमेंट की शुरुआत नेपोटिज्म से कर दी लगती है। उन्होंने इस बैनर
तले दो फिल्मों इति कैन यू सॉल्व योर मर्डर और रोजी द सैफरन चैप्टर का ऐलान किया
है। इन दोनों फिल्मों के प्रमुख एक्टर यह साबित करते प्रतीत हैं कि विवेक ओबेरॉय
भी नेपोटिस्म के झंडाबरदार बनने जा रहे हैं।
सुष्मिता सेन का भाई राजीव
पहली फिल्म इति कैन यू सॉल्व योर मर्डर, बाइपोलर बीमारी से ग्रस्त युवा पर केन्द्रित फिल्म है। इस भूमिका को नए चेहरे राजीव सेन कर रहे हैं।
राजीव सेन का परिचय यह है कि वह बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन के भाई हैं। इस
फिल्म के केंद्र में इति है। इति की भूमिका के लिए अभिनेत्री का चुनाव कर लिया गया
है। लेकिन, इस अभिनेत्री का नाम नहीं बताया
गया है।
श्वेता तिवारी की बेटी पलक
दूसरी फिल्म रोजी द सैफरन चैप्टर गुडगाव के एक बीपीओ की
महिला कर्मचारी रोजी पर केन्द्रित हॉरर फिल्म है। विवेक ओबेरॉय ने रोजी के लिए
टीवी की मशहूर प्रेरणा बासु श्वेता तिवारी की बेटी पलक को लिया है। इति और रोजी का
निर्देशन विशाल मिश्र कर रहे हैं। यह दोनों प्रोजेक्ट विशाल के पहले प्रोजेक्ट
हैं।
एक्टर सुरेश ओबेरॉय के बेटे विवेक
राजीव सेन और पलक तिवारी को अपनी फिल्मों में लेकर
नेपोटिज्म से शुरुआत करने वाले विवेक ओबेरॉय खुद भी नेपोटिज्म की देन हैं। जब
विवेक की पहली फिल्म कंपनी रिलीज़ हो रही थी, तब उनका परिचय एक्टर सुरेश ओबेरॉय के बेटे के रूप में कराया जाता था। इस
लिहाज़ से विवेक ओबेरॉय का नेपोटिज्म चलाना चौंकाने वाली बात नहीं। लेकिन, क्या विवेक ओबेरॉय सचमुच नेपोटिज्म के शिकार हो गए हैं ?
परिचय, आभा मंडल नहीं
इसमे कोई शक नहीं कि राजीव सेन की बहन और पलक की माँ
फिल्म-टीवी अभिनेत्रियाँ हैं। लेकिन, यह दोनों ही अभिनेत्रियाँ फिल्मों में बिलकुल असफल रही हैं। इसलिए उनको
फिल्म स्टार का दर्जा दिया जाना औपचारिकता भर ही है। राजीव सेन का सुष्मिता और पलक
का श्वेता पहला परिचय हो सकती हैं। लेकिन, वह उनका आभा मंडल तैयार नहीं करती। विवेक ओबेरॉय का भी यही किस्सा था।
इसलिए, विवेक ओबेरॉय को नेपोटिज्म का
झंडा लहराने वाला निर्माता कहना, फिलहाल ज्यादती होगी।