विवेक ओबेरॉय को कभी बॉलीवुड ने उनके बतौर नायक फिल्म करियर में कभी इतनी मोटी रकम नहीं दी होगी, जितनी उन्हें आज दक्षिण की फिल्म इंडस्ट्री द्वारा दी जा रही है। पिछले साल,
विवेक ओबेरॉय ने तमिल फिल्म विवेगम में तमिल सुपरस्टार अजित के अपोजिट एक विलेन
आर्यन सिंघा का किरदार बड़े ज़बरदस्त तरीके से किया था। विवेक के इस सशक्त खल किरदार का प्रभाव था कि फिल्म में नायक अजित का स्पाई किरदार एके उभर कर आया था। इस फिल्म से विवेक
ओबेरॉय के पैर दक्षिण की फिल्म इंडस्ट्री में जम गए लगते हैं। तेलुगु सितारे रामचरण के साथ
बोयपति श्रीनू निर्देशित अनाम फिल्म इसी का नतीजा है। सूत्र बताते हैं कि विवेक को
इस फिल्म में अपनी भूमिका के लिए तीन करोड़ की भारी रकम अदा की गई है। विवेक को इतनी
बड़ी रकम इस लिए भी अदा की गई है, क्योंकि उनका किरदार फिल्म के लिए काफी
महत्वपूर्ण है। विवेक ओबेरॉय को दक्षिण की देन कहा जा सकता है। विवेक ओबेरॉय को,
दक्षिण के निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने अपनी फिल्म कंपनी में चंदू की भूमिका दे कर
बड़ा मौका दिया था। इसने विवेक ओबेरॉय को रातोंरात हिट हीरो बना दिया था। उन पर बड़ी हिंदी फिल्मों की बौछार होने लगी। दिलचस्प तथ्य यह भी है कि रामगोपाल वर्मा ने ही दक्षिण के फिल्मकारों से विवेक ओबेरॉय की प्रतिभा का परिचय अपनी
तेलुगु हिंदी गैंगस्टर फिल्म रक्त चरित्र से करवाया था। इस समय भी, विवेक ओबेरॉय
के पास रामगोपाल वर्मा की गैंगस्टर फिल्म रॉय के अलावा कोई हिंदी फिल्म नहीं है। अब जबकि, विवेक को दक्षिण में मौका मिल रहा है तो विवेक को इसे जाया नहीं करना
चाहिए।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 18 February 2018
तेलुगु फिल्म के लिए विवेक ओबेरॉय को तीन करोड़
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Vivebk Oberoi,
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साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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