कुछ एक्टर्स
हमेशा ही ऐसी नई भूमिका तलाशने की कोशिश करते रहते हैं, जिनके साथ वह प्रयोग कर सके। ऋषि वर्मा ऐसे ही एक्टर हैं। वह सोनी एंटरटेनमेंट के महाकृति शो 'पोरस' में सुमेर की भूमिका निभा रहे हैं। सुमेर एक राजकुमार है, दस्यु शासक
महानंदिनी और दस्युराज का बेटा । पिछले दिनों एक दृश्य में, शिवदत्त (अमन धालीवाल द्वारा अभिनीत) द्वारा सुमेर को किडनैप कर
लिया जाता है। उससे पोरस के बारे में बताने के लिए
प्रताड़ित किया जाता है। इस दृश्य की शूटिंग के दौरान, एक्टर को १०-१२ घंटे तक बांधे रखा गया था। भले
ही यह दृश्य ऋषि के लिए पूरी तरह से चुनौती थी, लेकिन उन्होंने इसके साथ भरपूर न्याय किया, साथ ही इसे बिल्कुल
आत्मसात भी कर लिया। भोपाल से एक्टर ऋषि वर्मा इस दृश्य के बारे में बताते हुए कहते हैं, “यह अपहरण का एक दृश्य था जहां शिवदत्त को सुमेर को प्रताड़ित करते हुए
दिखाया गया था। शिवदत्त चाहता था कि सुमेर उसे अनुसूया का रहस्य बता दे जिसके लिए
उसे बांधा गया और पीटा गया था। स्क्रिप्ट के अनुसार, मैंने दर्द महसूस करना था और मुझे ऐसी प्रतिक्रिया देनी थी जैसे मेरी
छाती में छुरा भोंका गया हो, तेजाब मेरे शरीर पर डाला गया हो, और घंटों तक बांधे रखा गया हो। इस पूरे दृश्य के लिए मुझे १०-१२ घंटे लग गए। इसके लिए मुझे इतने लंबे समय तक बंधे
रहकर ही अभिनय करना पड़ा। इस दृश्य की गंभीरता की वजह से, मैं सीन करने के कुछ घंटे के बाद
भी इस अनुभव से उबर नहीं पाया। इसमें कई सारे इनपुट दिए गए हैं, लेकिन मैं खुश हूं कि परिणाम बहुत अच्छा
है।” आने वाले
एपिसोड्स में,
दर्शक देखेंगे कि कैसे पुरु होली के दिन अनुसूया को मुक्त करने का निर्णय लेगा और बामिनी
के आमने—सामने आएगा। जब पुरु
बामिनी के सामने आएगा तो क्या होगा? क्या अनुसूया की याददाश्त वापस आएगी? देखिए,
'पोरस' हर सोमवार से शुक्रवार, रात 8:30 बजे, केवल सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर!
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday 19 February 2018
सेट पर दस घंटे तक बंधे रहे पोरस एक्टर ऋषि वर्मा
Labels:
Television
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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