मार्वल
सिनेमेटिक यूनिवर्स के सुपरहीरोज को भारतीय दर्शक खूब पहचानने लगे हैं। अवेंजर्स इंफिनिटी वॉर के ट्रेलर के दौरान
रोबर्ट डाउनी जूनियर, जॉश ब्रोलिन,
मार्क रूफ्लो, टॉम हिडलस्टन,
क्रिस इवांस, क्रिस हेम्सवर्थ, जेरेमी रेनर, क्रिस प्राट, एलिज़ाबेथ ओल्सन, बेनेडिक्ट कम्बरबैच, पॉल बेटनी, आदि के सुपरहीरोज के लिए तालियां और सीटियां बचाते हिंदी दर्शक इसमे
प्रमाण है। कुछ ऎसी ही तालियां और
सीटियां चैडविक बोसेमन के ब्लैक पैंथर के लिए भी बजी । साफ़ है कि कैप्टेन अमेरिका सिविल वॉर से
ही भारतीय दर्शकों में ब्लैक पैंथर/ टीचल्ला
ने अपने पहचान बना ली है। मार्वेल
सिनेमेटिक यूनिवर्स के पहले अश्वेत सुपरहीरो की पहली सोलो फिल्म दुनिया में या
कहें अमेरिका में अश्वेत आबादी के प्रति भेदभाव के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त करती
है ब्लैक पैंथर। टीचल्ला जब वाकांडा वापस आता है तो उसे मालूम होता है कि उसकी
वाकांडा का सम्राट बनने की राह में कई कांटे हैं।
उसे सम्राट बनने के लिए मृत्य का खेल खेलना होगा। फिल्म की लेखक जोड़ी रयान कूगलर और जोए रॉबर्ट
कोल ने अपने सुपरहीरो को मानवीय बनाये रखा है।
वह सत्ता के लिए शक्ति प्रदर्शन से नहीं डरता, लेकिन मार डालना उसकी फितरत नहीं। वह ऐसा राजा है, जो दुनिया को बचाने के लिए
अपने शकित का इस्तेमाल करता है। वह अन्य
सम्राटों की तरह यह नहीं मानता कि हम अपने ज्ञान, विज्ञान और रिसोर्सेज को छिपा कर
रखे। वह
इन्हे बांटना चाहता है। मार्वेल
सिनेमेटिक यूनिवर्स के तमाम श्वेत
सुपरहीरोज में यह अलग सुपरहीरो है।
परदे पर टीचल्ला के किरदार को चैडविक बोसमैन ने बड़ी खूबसूरती से अंजाम दिया
है। वह सुपरहीरो है, लेकिन ह्यूमन ज़्यादा है। नजदका की भूमिका में माइकल बी जॉर्डन, नाक़िआ की भूमिका में ल्युपिटा न्योंगो, ओकोयो की भूमिका में डनाई गुरिरा, एवरेट के रॉस की भूमिका में डेनियल
फ्रीमैन, वकाबी की भूमिका में डेनियल कालूया और
रमोन्डा की भूमिका में एंजेला बेसेटे ने अपने किरदार बढ़िया तरह से किये हैं। रयान कूगलर ने अपने सुपरहीरो को मानवीय
सुपरहीरो बनाये रखने का कठिन काम बढ़िया तरह से किया है। १३४ मिनट की यह फिल्म कभी सुस्त होते होते तेज़
रफ़्तार चलने लगती है। हॉलीवुड के इस
अश्वेत हीरो को देखना हिंदुस्तानी दर्शकों के लिए सुखद अनुभव साबित होगा। फिल्म के निर्माण में २०० मिलियन डॉलर का खर्च
इसके वीएफएक्स में बखूबी नज़र आता है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday 16 February 2018
ब्लैक पैंथर : सुपरहीरो जो सुपरह्यूमन ज़्यादा है
Labels:
Hollywood,
फिल्म समीक्षा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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