Wednesday, 8 July 2015

लाखों नहीं, सितारों के बच्चे हैं निगाहों में

सिल्वर स्क्रीन पर अभी खान अभिनेताओं और अक्षय कुमार और अजय देवगन का जलवा बाक़ी है। इसके बावजूद निर्माताओं को ताज़ादम चेहरों की तलाश है। हर वह चेहरा, जो प्रोमिसिंग नज़र आता है, फिल्म निर्माताओं को आकर्षित कर लेता है। ऎसी तलाश में भी फिल्म निर्माताओं को सितारों के बच्चे ज्यादा प्रोमिसिंग लगते हैं, क्योंकि, उनके साथ अपने स्टार पेरेंट्स का आभा मंडल जो होता है। वैसे ग्लैमर वर्ल्ड में पहली सांस लेने वाले बॉलीवुड सितारे भी चाहते हैं कि उनके बच्चे भी उनकी तरह फिल्म स्टार बने। तभी तो श्रीदेवी अपनी टीनएज बिटिया जाह्नवी को हर मौके पर साथ लिए घूमती नज़र हैं। कोई शक नहीं अगर कुछ महीनों में काफी नए स्टार संस और डॉटर ७० एमएम के परदे पर जलवा दिखाते नज़र आयें-
टीना उर्फ़ नर्मदा आहूजा (गोविंदा की बेटी)- 
गोविंदा की बेटी नर्मदा की टीना आहूजा बन कर पहली फिल्म ‘सेकंड हैण्ड हस्बैंड’ ३ जुलाई को रिलीज़ हुई है। इस फिल्म में पंजाबी दर्शकों की नब्ज़ थामने वाले निर्देशक समीप कंग और पंजाबी फिल्मों के सुपर स्टार गिप्पी ग्रेवाल के होने के बावजूद टीना आहूजा का डेब्यू बेकार गया लगता है। कमज़ोर कहानी और प्रस्तुति के कारण यह फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों तक कहीं पाने में नाकामयाब रही है। खुद टीना भी अभिनय के मामले में कमज़ोर नज़र आती है। 
सूरज पंचोली (आदित्य पंचोली और ज़रीना वहाब का बेटा)- 
अभी पिछले दिनों सूरज पंचोली की डेब्यू फिल्म ‘हीरो’ का फर्स्ट लुक पोस्टर जारी किया गया। इस पोस्टर में सूरज नंगी पीठ के साथ खड़े हुए हैं। सूरज रफ़ टफ लुक वाले अभिनेता लगते हैं। उन्हें डांस ट्रेनिंग ली है। मार्शल आर्ट्स में माहिर हैं। एक्टिंग का कोर्स भी किया है। संजय लीला भंसाली को फिल्म ‘गुज़ारिश’ और कबीर खान को ‘एक था टाइगर’ में असिस्ट कर चुके हैं। चौबीस साल के सूरज को सलमान खान प्रमोट कर रहे हैं।  हीरो सलमान खान प्रोडक्शन की ही फिल्म है। 
अतिया शेट्टी (सुनील शेट्टी की बेटी)- हीरो में सूरज पंचोली की नायिका अभिनेता सुनील शेट्टी की बेटी अतिया शेट्टी हैं। वह न्यूयॉर्क फिल्म अकादमी से फिल्म मेकिंग और अन्य विधाएं सीख कर आई हैं। २३ साल की अतिया की सूरज के साथ फिल्म ‘हीरो’ अस्सी के दशक की जैकी श्रॉफ और मीनाक्षी शेषाद्री की फिल्म हीरो का रीमेक है। वह फिल्म में मीनाक्षी वाला किरदार कर रही हैं, जबकि सूरज जैकी श्रॉफ वाले रोल में हैं। यह फिल्म ४ सितम्बर को रिलीज़ होगी।  
सुहाना और आर्यन (शाहरुख़ खान के बच्चे)- बॉलीवुड के बादशाह खान की बेटी सुहाना और बेटा  आर्यन अभी टीन-एज में हैं। दोनों ही अपने अब्बा हुज़ूर की तरह फिल्म एक्टर बनना कहते हैं। सुहाना अपने स्कूल की फुटबॉल टीम की कैप्टेन हैं। आर्यन अपने नक़्शे कदम पर चलते हुए लड़कियों के साथ फोटो खिंचवा कर सोशल साइट्स पर पोस्ट करने के शौक़ीन हैं। एक फोटो में वह जस्टिन बिबर की तरह दो लड़कियों से चूमे जाते हुए दिखाए गए हैं। इससे पता चलता है कि वह रूपहले परदे से कितना लगाव रखते हैं। हालाँकि, इस समय आर्यन लन्दन में पढ़ रहे हैं, लेकिन देर सबेर सुहाना और आर्यन का फिल्मों में आना निश्चित है। 
हर्षवर्द्धन कपूर (अनिल कपूर का बेटा)- जब अनिल कपूर की बेटी सोनम फिल्मों में हो तो बेटा कैसे पीछे रहे। उनके २३ साल के बेटे हर्षवर्द्धन कपूर भी फिल्म में आने को तैयार हैं। हर्षवर्द्धन ने बॉम्बे वेलवेट में अनुराग कश्यप के  सहायक के बतौर काम किया है। वह राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म ‘मिर्ज़ा साहिबां’ से फिल्म डेब्यू कर रहे है। उल्लेखनीय है कि सोनम कपूर भी मेहरा की फिल्म ‘डेल्ही ६’ में मुख्य भूमिका कर चुकी हैं। यह फिल्म मिर्ज़ा ग़ालिब की साहिबां से प्रेम कहानी है। 
जुनैद खान (आमिर खान का बेटा)- 
आमिर खान अपने बेटे जुनैद को फिल्म एक्टर बनाने के लिए बड़ी सावधानी से काम ले रहे हैं। उन्होंने जुनैद को फिल्म डायरेक्शन सीखने की सलाह दी है। जुनैद अपने पिता की राजकुमार हिरानी निर्देशित फिल्म ‘पीके’ में हिरानी के असिस्टेंट थे। उन्होंने अपने पिता के अभिनय को नज़दीक से देखा है। वैसे पीके से जुड़े लोगों का कहना था कि जुनैद ने अभी तक एक्टिंग के प्रति कोई झुकाव नहीं दिखाया है। लेकिन, जिस प्रकार से स्टार संस का कैमरे के सामने का रास्ता कैमरे के पीछे से हो कर जाता है, जुनैद का देर सबेर फिल्मों में आना निश्चित सा लगता है।

सारा अली खान (सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी)- सारा अली खान भी टीनएज हैं। उनके चारों ओर पिता और माँ का ग्लैमर है। वह काफी स्टाइलिश तरीके से रहती है। वह ग्लैमरस भी हैं, इसलिए उनके पास फिल्मों के प्रस्ताव आ रहे हैं।  
करण देओल और राजवीर देओल (सनी देओल के बेटे)- करण देओल एक ऐसा स्टार सन है, जिस पर फिल्म निर्माताओं की ऑंखें लम्बे समय से लगी हुई हैं। वह २४ साल के आकर्षक व्यक्तित्व के युवक हैं। कुछ समय पहले यह खबर थी कि यशराज फिल्म्स उन्हें लांच करना चाहती है। लेकिन,
सनी देओल खुद के निर्देशन में करण को लांच करने का इरादा रखते हैं। यह भी अफवाह है कि वह इम्तियाज़ अली या अनिल शर्मा में से किसी की फिल्म से डेब्यू करेंगे। बहरहाल, करण को चाहे कोई भी लांच करे, लेकिन, सनी देओल सही कहानी मिलने तक करण को कैमरा के सामने नहीं आने देंगे। जहाँ तक करण के छोटे भाई राजवीर का सवाल है, उन्होंने जुनैद की तरह अभिनय में ख़ास रूचि नहीं दिखाई है। लेकिन, इंडस्ट्री को यकीन है कि एक न एक दिन वह भी कैमरा के सामने होंगे।
त्रिशला दत्त (संजय दत्त और ऋचा शर्मा की बेटी)- त्रिशला अमेरिका में पली बढ़ी हैं। लेकिन बॉलीवुड में एंट्री करना उनका सपना है। उन्होंने संजय दत्त की अनुमति से अटलांटिक थिएटर एक्टिंग स्कूल में दाखिल लेकर एक्टिंग के गुर सीखे हैं। लेकिन, त्रिशला का इरादा अपने पिता के नहीं खुद के दम पर बॉलीवुड में अपनी जगह बनाना है।
सिद्धांत कपूर (शक्ति कपूर और शिवांगी कोल्हापुरे का बेटा)- सिद्धांत की बहन श्रद्धा शर्मा आज बड़ी स्टार बन चुकी हैं। इसलिए सिद्धांत का भी फिल्मों के लिए मचलना स्वाभाविक है। वह प्रोफेशन से डीजे है। खबर है कि उन्हें ‘सत्ते पे सत्ता’ के रीमेक में शक्ति कपूर द्वारा किया गया रोल दिया जा सकता है। 

पिक्चर अभी बाकी है दोस्त ! बॉलीवुड स्टार्स के बेटे बेटियों की लिस्ट यहीं ख़त्म नहीं होती। अभी जो बच्चे हैं, वह कल जवान होंगे। उन पर भी इंडस्ट्री की निगाहें लगेंगी। उनमे काफी कैमरे के सामने आयेंगे। इनमे से कुछ सफल होंगे, कुछ असफल होंगे। जो असफल होंगे, वह कोई दूसरा कारोबार देखेंगे। जो सफल होंगे वह प्रेरित करेंगे भविष्य में स्टार किड्स को। 

क्या इस 'बजरंगी' को ईदी मिलेगी 'भाईजान' !

सलमान खान की फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ को ट्रेड से जुड़े लोग ५०० करोड़ की फिल्म बता रहे हैं। इसके वाजिब कारण भी हैं। पहला तो यह कि बजरंगी भाईजान सलमान खान के पसंदीदा वीकेंड ईद वीकेंड में रिलीज़ हो रही है। हालाँकि, यह वीकेंड एक्सटेंडेड वीकेंड नहीं है, न ही ईद के आगे पीछे कोई दूसरा त्यौहार है। इसके बावजूद सलमान खान की फिल्म के लिए १५ दिनों के लिए खुला बॉक्स ऑफिस है। बजरंगी भाईजान के बाद रिलीज़ होने वाली बड़ी फिल्म अजय देवगन की निशिकांत कामथ निर्देशित दृश्यम ही है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि इतने लम्बे समय तक बॉक्स ऑफिस पर कोई गम्भीर मुकाबला न होना, बजरंगी भाईजान के लिए अच्छी कमाई का सबब बन सकेगा।
सलमान खान २००९ से बॉक्स ऑफिस पर अकेले ही ईद मनाते चले आ रहे हैं। २००९ में ‘वांटेड’ सुपर हिट हुई थी। इसके बाद सलमान खान की ईद रिलीज़ फिल्मों दबंग, बॉडीगार्ड, एक था टाइगर और किक ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाए . लेकिन, इस बार सलमान खान की राह इतनी आसान नहीं होगी। हालाँकि, कोई बड़ी हिंदी फिल्म १७ जुलाई को रिलीज़ नहीं हो रही, लेकिन इस बार उन्हें कुछ क्षेत्रों में खुला बॉक्स ऑफिस नहीं मिलेगा। 
सलमान खान पूरे देश के हीरो हैं। उनकी फ़िल्में दक्षिण की भाषाओं में डब हो कर तो रिलीज़ नहीं होती, लेकिन, सलमान खान के कारण दक्षिण के दर्शक भी हिंदी फिल्मों को देखते हैं। मगर इस १७ जुलाई को सलमान खान के सामने दक्षिण के सुपर स्टार धनुष होंगे। सलमान खान की फिल्मों की तरह उनकी फिल्मों का भी दक्षिण के दर्शकों को इंतज़ार रहता है। इस बार ईद वीकेंड में धनुष की तमिल फिल्म ‘मारी’ रिलीज़ हो रही है। फिल्म की नायिका काजल अग्रवाल हैं। १७ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही तेलुगु फिल्मों में विजय और काजल अग्रवाल की फिल्म ‘जिलला’ उल्लेखनीय है। मलयालम इंडस्ट्री से भी खबर अच्छी नहीं है। मलायली सिनेमा के सुपर स्टार मम्मूती की फिल्म ‘अच्छा दिन’ १८ जुलाई को रिलीज़ हो रही है। इसलिए सलमान खान की फिल्म को कम से कम दक्षिण में काफी कम स्क्रीन्स मिलेंगे। उस पर कोढ़ में खाज का काम किया है करण जौहर ने, जिन्होंने दक्षिण की फिल्म ‘बाहुबली’ को पूरे ताम झाम से हिंदी बेल्ट में उतारना शुरू कर दिया है। अगर एस एस राजामौली की यह फिल्म दर्शकों के बीच क्लिक कर गई तो सलमान खान को हिंदी बेल्ट में अतिरिक्त प्रिंट मिलने में परेशानी हो सकती है। 
सलमान खान की निगाहें विदेशी बाजार पर भी है। ख़ास कर खान अभिनेताओं की फिल्मों के लिहाज़ से पाकिस्तान और खाड़ी के यूनाइटेड अरब अमीरात जैसे देश अच्छा बिज़नस करने वाले सेंटर हैं। सलमान खान चाहेंगे कि उनकी फिल्म बजरंगी भाईजान इन देशों में ज्यादा से ज्यादा प्रिंट्स में रिलीज़ हो और ज्यादा से ज्यादा कलेक्शन करे। लेकिन, वहां भी ऐसा होता नहीं लग रहा है। इसमे आड़े आ रही है शाहरुख़ खान की फिल्म की एक पाकिस्तानी अभिनेत्री। पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान फिल्म रईस में शाहरुख़ खान की नायिका हैं। पाकिस्तानी सीरियल ‘हमसफ़र’ की नायिका माहिरा खान की फिल्म ‘बिन रोये’ ईद वीकेंड पर रिलीज़ को तैयार है। इस फिल्म में उनके सह कलाकार हुमायूँ सईद और राणा खान हैं। इस फिल्म का आक्रामक प्रचार किया जा रहा है ताकि ईद के दौरान यह पाकिस्तानी फिल्म पाकिस्तान और दुबई में ज़बरदस्त बिज़नस करे। इस फिल्म का म्यूजिक दुबई में किया गया। किसी पाकिस्तानी फिल्म का ऐसा प्रमोशन कभी नहीं हुआ। निर्माता का इरादा बिन रोये को यूनाइटेड अरब अमीरात के अलावा बहरीन और ओमान में भी ईद पर रिलीज़ करने का है। पाकिस्तान में इस फिल्म के प्रति उत्साह है। प्रदर्शक भी ऐसा मानते हैं कि महिरा खान और हुमायूँ सईद की दो बहनों की यह कहानी दर्शकों के लिए ईद का तोहफा है।  
सलमान खान ज़बरदस्त ईद मनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उनकी ईद रिलीज़ फिल्म के नाम के साथ बजरंगी और भाईजान जुड़ा है। ट्रेड को उम्मीद है कि भाईजान मुस्लिम दर्शकों को आकर्षित करेंगे और बजरंगी हिन्दू दर्शकों को। इस प्रकार से १५ दिन का वीकेंड बजरंगी भाईजान को ५०० करोड़ कि फिल्म बना ही देगा। लेकिन उलटा भी हो सकता है। ईद मुस्लिम समुदाय का त्यौहार है। वह अपने प्रिय अभिनेता की फिल्म वीकेंड में देखना चाहेगा। लेकिन, फिल्म के टाइटल के साथ लगा ‘बजरंगी’ कट्टर आबादी को धार्मिक लग कर उन्हें बिदका सकता है। रिकॉर्ड तोड़ वीकेंड के लिहाज से यह नुक्सानदेह साबित हो सकता है। ऐसे में काफी कुछ माउथ पब्लिसिटी पर डिपेंड करेगा। लेकिन, क्या कभी सलमान खान की फिल्म माउथ पब्लिसिटी के सहारे चली है ! 
इसीलिए बजरंगी भाईजान के तीनों खानों- सलमान खान, करीना कपूर खान और कबीर खान  ने फिल्म के लिए एक प्रमोशनल सॉंग शूट किया है। प्रमोशनल सॉंग ‘आज की पार्टी मेरी तरफ से’ ख़ास ईद सेलिब्रेशन के अंदाज़ में शूट हुआ है। यह मुस्लिम आबादी को रिझाने की कोशिश करेगा। सलमान खान ने भी पाकिस्तानी दर्शकों को सन्देश दे दिया है कि अगर उनकी फिल्म ईद में पाकिस्तान में रिलीज़ होती है तो वह फिल्म के प्रीमियर में पाकिस्तान आएंगे। लेकिन, क्या इतनी सब कलाबाजी का इस ‘बजरंगी’ को कोई फायदा होगा ‘भाईजान’ ?

Choon Choon Karti Aai Chidiya - Ab Dilli Door Nahin - Bollywood Kids Son...

Tuesday, 7 July 2015

ह्रितिक रोशन और सोनम कपूर एक गाने की शूटिंग पर

कल तुर्की में ह्रितिक रोशन और सोनम कपूर ने १९९० की फिल्म 'आशिक़ी' के एक गीत 'धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आ जाना' का  रीक्रिएट वर्शन की शूटिंग की।  इस गीत को यो  यो हनी सिंह के द्वारा रीक्रिएट किया गया है।  यह हनी सिंह द्वारा रीक्रिएट किये गए गीतों के एल्बम का वीडियो है। भूषण कुमार ने अपने पिता गुलशन कुमार को श्रद्धांजलि स्वरुप यह गीत रीक्रिएट कराया है।  गुलशन कुमार का यह पसंदीदा गीत है।  इस गीत में राहुल रॉय और अनु अग्रवाल को एक दूजे में खोये हुए दिखाया गया था।  कुछ इस प्रकार के है ह्रितिक रोशन और सोनम कपूर के बीच का यह वीडियो सांग !
Hrithik and Sonam Kapoor shoot evergreen romantic song Dheere Dheere Se

Monday, 6 July 2015

कौन कहता है सेक्सी नहीं है 'कैबरे की ऋचा चड्ढा

गैंग्स ऑफ़ वासेपुर, फुकरे, राम-लीला, तमंचे, आदि फिल्मों में अलग अलग भूमिकाएं कर चुकी ऋचा चड्ढा का एक नया रूप पूजा भट्ट की फिल्म 'कैबरे' में नज़र आएगी।  अभी तक ऋचा चड्ढा को सेक्सी न मानने वाले लोगों के लिए कैबरे में नया सेक्सी रूप देखने को मिलेगा।  फिल्म 'कैबरे' का फर्स्ट लुक इसकी पुष्टि करता है, इस लुक में ऋचा चड्ढा सुपर हॉट नज़र आ रही हैं।  निर्माता पूजा भट्ट की फिल्म कैबरे के निर्देशक नवोदित कौस्तव नारायण नियोगी कर रहे हैं।  इस फिल्म की शूटिंग जयपुर में।   फिल्म में गुलशन देवैया और गुलशन ग्रोवर की भूमिका भी काफी ज़बरदस्त है।  इस फिल्म से क्रिकेटर श्रीसंथ का डेब्यू हो रहा है।  वह फिल्म में एक मलयाली मेंटर का किरदार कर रहे हैं।

जेम्स बांड सीरीज की २४ वी फिल्म 'स्पेक्ट्र' हुई पूरी

जेम्स बांड सीरीज की २४वीं फिल्म 'स्पेक्ट्र' की फिल्मिंग अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के दूसरे दिन ५ जुलाई को पूरी हो गई।  स्पेक्ट्र की आखिरी लोकेशन शूटिंग इसी महीने मोरक्को में शुरू हुई थी।  बांड फिल्म 'स्पेक्ट्र' की शूटिंग पिछले साल दिसंबर में शुरू हुई थी।  इस प्रकार से स्पेक्ट्र सात महीनों में पूरी दुनिया की लोकेशन में शूट कर पूरी की जा चुकी है।  स्पेक्ट्र की शूटिंग पूरी होने के बाद संडे की रात स्पेक्ट्र की यूनिट के लिए जश्न की रात थी।  लेकिन, इस रैप पार्टी के बावजूद फिल्म के डायरेक्टर सैम मेंडिस और उनके साथियों का काम ख़त्म नहीं हुआ है।  क्योंकि, अभी बहुत सा पोस्ट प्रोडक्शन वर्क किया जाना है।  स्पेशल इफेक्ट्स के दृश्य भी शूट होने हैं।  सैम मेंडिस के पास समय की काफी कमी है।  क्योंकि, ब्रितानी जेम्स बांड की फिल्म 'स्पेक्ट्र' पूरी दुनिया से पहले यूनाइटेड किंगडम में रिलीज़ होगी।  स्पेक्ट्र की वर्ल्डवाइड रिलीज़ की तारिख ६ नवंबर २०१५ है, लेकिन यह फिल्म यूनाइटेड किंगडम में २७ अक्टूबर को ही रिलीज़ हो जाएगी।

अब 'टर्मिनेटर' नहीं रहे अर्नाल्ड श्वार्जेनेजर

अब टर्मिनेटर अमेरिका के लिए खतरों का खिलाड़ी नहीं रहा ।  अमेरिकियों को अब दैत्याकार डायनासोर के खतरों से खेलना अच्छा लगता है।  मशीन मानव अर्नाल्ड श्वार्ज़नेजर उनके हीरो नहीं।  अब डायनासोर से भिड़ने वाला क्रिस प्राट उनका सुपर हीरो है ।  कम  से कम अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस की छुट्टियों के दर्शकों ने तो यही फैसला सुनाया है।  क्रिस प्राट की विज्ञानं फंतासी डायनासोर फिल्म 'जुरैसिक वर्ल्ड' लगातार चौथे वीकेंड में भी यूएस बॉक्स ऑफिस पर टॉप पर है।  इस फिल्म ने ३०.९ मिलियन डॉलर का वीकेंड कर, ३०.१ मिलियन डॉलर का वीकेंड मनाने वाली  एनीमेशन कॉमेडी ड्रामा फिल्म 'इनसाइड आउट' को दूसरे स्थान पर धकेल दिया। लेकिन अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस वीकेंड का फायदा उठाने के लिहाज़ से रिलीज़ कैलिफोर्निया के पूर्व गवर्नर और माचो अभिनेता अर्नाल्ड श्वार्ज़नेजर की टर्मिनेटर के रूप में वापसी  कराने वाली फिल्म 'टर्मिनेटर जेनिसिस' का अमेरिकी युवाओं ने फीका स्वागत किया।  इस फिल्म को ३,७५८ थिएटर में रिलीज़ किया गया था।  लेकिन, 'टर्मिनेटर जेनिसिस' ७,६३७ डॉलर प्रति स्क्रीन के औसत से केवल २८.७ मिलियन डॉलर ही कलेक्ट कर सकी।

पैरामाउंट पिक्चर्स यह उम्मीद है कि टर्मिनेटर जेनिसिस' पहले पांच दिनों में ४४.१ मिलियन का कलेक्शन कर लेगी।  टर्मिनेटर का यह कलेक्शन इस सीरीज की पिछली दो तीन फिल्मों के लिहाज़ से भी काफी कम है।टर्मिनेटर साल्वेशन (२००९) को ३५३० थिएटर में रिलीज़ किया गया था।  इस फिल्म ने १२.०५६ डॉलर प्रति स्क्रीन की औसत से ४२.६ मिलियन डॉलर का वीकेंड कलेक्शन किया था।  उससे पहले २००३ में रिलीज़ टर्मिनेटर : राइज ऑफ़ द मशीनस ने ३५०४ थिएटर में १२,५६८ डॉलर प्रति स्क्रीन की औसत से ४४ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया था।  बहरहाल, जुरैसिक वर्ल्ड का डायनासोर सफर ज़ारी है।  यह फिल्म सबसे तेज़, केवल २४ दिनों में,  ५५० मिलियन डॉलर का कलेक्शन कर  चुकी है।  अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फिल्म जुरैसिक वर्ल्ड ने ८२६.९ मिलियन डॉलर का बिज़नेस कर लिया है।  अब यह सबसे तेज़ १ बिलियन डॉलर का बिज़नेस करने वाली, पांचवी फिल्म बन चुकी है।  अब इस फिल्म ने इसी साल १.३७ बिलियन डॉलर का बिज़नेस करने वाली फिल्म 'अवेंजर्स :एज ऑफ़ अल्ट्रान' को पीछे छोड़ दिया है।  



Sunday, 5 July 2015

बॉलीवुड फिल्मों में कव्वालियाँ

सलमान खान की ईद वीकेंड में रिलीज़ होने जा रही फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ की क़व्वाली ‘भर दो झोली मेरी या मोहम्मद’ काफी चर्चा में हैं। इस क़व्वाली को परदे पर अदनान सामी ने गाया है। इस क़व्वाली को देखते समय सहसा पुराने ज़माने की क़व्वालियों की याद ताज़ा हो जाती है। कभी हिंदी फिल्मों का अटूट हिस्सा हुआ करती थी कव्वालियाँ। फ़िल्में चाहे सोशल हो या हिस्टोरिकल कव्वालियाँ होना ज़रूरी था। रोशन और नौशाद ने क़व्वालियों को परवान चढ़ाया। बरसात की रात, मुग़ल ए आज़म, ताजमहल, आदि फिल्मों की कव्वालियाँ काफी पसंद की गयी। आइये, आज एक नज़र डालते हैं फ़िल्मी क़व्वालियों, कव्वालों और क़व्वाली की ख़ास फिल्मों के बारे में-
क़व्वाली है क्या ?
क़व्वाली संगीत की एक शैली है। जो दक्षिण एशिया में परवान चढी। हिन्दुस्तानी क़व्वाली पारंपरिक भारतीय शास्त्रीय संगीत और फारसी-इस्लामिक म्यूजिक का फ्यूज़न है। यह मुग़ल शासन काल में, फारस  और टर्की से संस्कृतिक आदान प्रदान के तहत भारत में आई। हालाँकि, कव्वाली का इतिहास काफी पुराना है, परन्तु क़व्वाली संगीत के शीर्ष पर कुछ दशकों में ही लोगों की जुबान पर चढी। बॉलीवुड में क़व्वाली को किसी मज़ार में या भक्ति संगीत के रूप में इसका उपयोग किया गया। कव्वाली की खासियत है कि यह जहाँ मजारो और मस्जिदों में इबादत है, वही मोहब्बत का पैगाम भी है। प्रेमी दिल इसके ज़रिये अपनी बात कह सके। 
मौला मेरे मौला (जोधा अकबर २००८)- आशुतोष गोवारिकर की ह्रितिक रोशन और ऐश्वर्य राय बच्चन की फिल्म ‘जोधा अकबर’ की यह कव्वाली अकबर को अल्लाह की इबादत में डुबो देती है। अकबर अपने आसन से उठ कर लोगों के बीच आकर नाचने लगता है। इस गीत का चित्रण बड़ा प्रभावशाली बन पडा था। यह अल्लाह के प्रति अकबर की इबादत थी। इस क़व्वाली को ए आर रहमान ने कंपोज़ किया था। 
फिर तुम्हारी याद आई ऐ सनम (रुस्तम सोहराब १९६३)- ऐतिहासिक फिल्म 'रुस्तम सोहराब' की इस कव्वाली का संगीत सज्जाद हुसैन ने तैयार किया था। इस कव्वाली को मोहम्मद रफ़ी और मन्ना डे ने गाया था। इस गीत को सोहराब के सैनिकों पर फिल्माया गया था, जो रात में आग के इर्द गिर्द बैठे गा रहे हैं । सोहराब (प्रेमनाथ) उदास सा किले की छत पर टहल रहा है और पार्श्व में यह कव्वाली गूँज रही है। यह कव्वाली काफी कुछ सोहराब की भावनाओं को व्यक्त करने वाली थी। 
जब रात है ऐसी मतवाली (मुग़ल ए आज़म १९६०)- 'मुग़ल ए आज़म' में नौशाद की धुन पर शकील बदायुनी के बोलों को लता मंगेशकर ने गाया था। यह गीत सलीम और अनारकली के मिलन का गीत है। इस गीत पर सलीम अनारकली का रोमांस बखूबी उभर कर आता है। मधुबाला की बेमिसाल खूबसूरती और दिलीप कुमार की आशिक निगाहें कव्वाली को अक्स दे रही थी। 
हमें तो लूट लिया मिल के हुस्न वालों ने (अल हिलाल १९५८)- यह बॉलीवुड की शुरुआत कव्वालियों में से है।  अल हिलाल फिल्म की इस कव्वाली को इस्माइल आजाद कव्वाल और उनके साथियों ने आवाज़ दी थी। बुलो सी रानी के संगीत पर शेवन रिज़वी ने बोल लिखे थे। इस मनोरंजक  कव्वाली को हिन्दुस्तानी कव्वाली की माँ कहा जा सकता है। बाद की तमाम कव्वालियाँ इस कव्वाली पर आधारित बनती चली गई। 
हम दीवानें तेरे दर से नहीं (नकली नवाब १९६२)- इस क़व्वाली में कव्वालों के चार दल मुकाबला कर रहे हैं। दो पार्टी पुरुष कव्वालों की है तथा दो महिला कव्वालों की।  इस क़व्वाली की खासियत यह है कि इसके एक ही बोलों को महिला और पुरुष दल अलग अर्थों में उपयोग करते हैं। 
अल्लाह ये अदा कैसी है इन हसीनों पे (मेरे हमदम मेरे दोस्त १९६८)- यह क़व्वाली मंगनी कर रहे मंगेतर को चिढाने के लिए गढ़ी गई है। इसे लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने अपनी शैली में रचा है। इसे परदे पर मुमताज़ पर फिल्माया गया था। 
शरमाके यह क्यों सब पर्दानशीं (चौदहवीं का चाँद १९६०)- शमशाद बेगम और आशा भोंसले की गायी इस कवाली में भी टांग खिंचाई करते दिखाया गया है। यह क़व्वाली फिल्म चौदहवी का चाँद में वहीदा रहमान और रहमान पर फिल्माई गई है। 
मेरी दुनिया लुट रही थी (मिस्टर एंड मिसेज ५५, १९५५)- यह क़व्वाली हीरो की निराशा को उबारने वाली काफी हट कर है। इसमे गुरुदत्त सड़क पर अकेले निराश से चले जा रहे हैं। पार्श्व में यह क़व्वाली बज रही है। इस क़व्वाली में ओ पी नय्यर और मोहम्मद रफ़ी की जुगलबंदी कमाल की है। 
जानेमन इक नज़र देख ले (मेरे महबूब १९६३)- यह भी छेड़ छाड़ वाली क़व्वाली है। इस गीत में राजेंद्र कुमार से मोहब्बत करने वाली अमिता अपनी सहेली साधना के लिए कुर्बानी करती है। निकाह के मौके पर अपने आंसू छुपा कर वह इस क़व्वालीनुमा गीत को गा रही है। 
तेरी महफ़िल में किस्मत आजमा के हम भी देखेंगे (मुग़ल ए आज़म १९६०)- अनारकली (मधुबाला) और बहार (निगार सुल्ताना) के बीच मुकाबले वाली यह क़व्वाली है। यह दोनों अपनी गायिकी से शहजादा सलीम को प्रभावित करना चाहती है। हालाँकि, अनारकली अपनी मोहब्बत को लेकर इत्मीनान से है। 
ओ मेरी जोहरा ज़बीं (वक़्त १९६५)- बलराज साहनी यह क़व्वाली पारिवारिक समारोह में अपने दोस्तों के इसरार पर बीवी अचला सचदेव को छेड़ते हुए गाते हैं। इस क़व्वाली में अचला सचदेव का इठलाना शर्माना कमाल का है।  .
चांदी का बदन सोने की नज़र (ताज महल १९६३)- इस क़व्वाली में रोशन ने तबले, संगीत और तालियों का अच्छा उपयोग किया था। शाहजहाँ के दरबार में यह क़व्वाली बीना राय के हुस्न को ख़ास उभारती थी। 
जो ये दिल दीवाने (धर्मपुत्र १९६१)- एन दत्ता की धुन पर मोहम्मद रफ़ी ने इस क़व्वाली को गाया था। दुःख का प्रदर्शन करने वाली इस क़व्वाली में माँ अपने बच्चे को दूसरे की गोद में दे रही है। 
आज क्यों हमसे पर्दा है (साधना १९५८)- एन दत्ता ने इस क़व्वाली में एस बलबीर और मोहम्मद रफ़ी की आवाजों का उपयोग किया था। इस क़व्वाली में तवायफ वैजयंतीमाला अपना पेशा छोड़ चुकी है। लेकिन, उसके चाहने वाले उससे वापस आने के लिए कहते हैं। इस क़व्वाली में कमरे में छुपी तवायफ को बाहर निकालने के लिए यह क़व्वाली गई जा रही है। 
महंगाई मार गई (रोटी कपड़ा और मकान १९७४)- इस क़व्वाली में सामाजिक सरोकार उठाये गए हैं। बीच बीच में रोमांस भी है। लक्ष्मीकांत प्यारेलाल और चंचल की गायी यह क़व्वाली अपने समय की मक़बूल और मशहूर क़व्वाली थी। 
निगाहें मिलाने को जी चाहता है (दिल ही तो है १९६३)- राजकपूर, नूतन और प्राण की फिल्म ‘दिल ही तो है’ की यह बड़ी शरारती कव्वाली है। इसमे राजकपूर नूतन को देखते हुए यह कव्वाली गा रहे हैं और पास बैठे प्राण कुढ़ रहे हैं। नूतन इठला और बलखा कर राज कपूर की शरारत का मज़ा लेते हुए, उसे नज़रंदाज़ जैसा कर रही है। इस कव्वाली की रचना रोशन ने की थी। बोल साहिर लुधियानवी के थे। 
कव्वालियों की बरसात की रात- भारत भूषण, मधुबाला, श्यामा, मुमताज़ बेगम और के एन सिंह की फिल्म बरसात की रात में कव्वालियों की भरमार थी। निगाह ए नाज़ के मारों का हाल क्या होगा, ये इश्क इश्क है इश्क इश्क, पहचानता हूँ खूब तुम्हारी नज़र को मैं, न तो कारवां की तलाश है, जी चाहता है चूम लूं, आदि जैसी कव्वालियाँ थी। इनमे से न तो कारवां की तलाश है को ज़बरदस्त सफलता मिली थी। इस क़व्वाली को मन्ना डे, आशा भोंसले, एसडी बातिश और सुधा मल्होत्रा ने आवाज़ दी थी। रोशन का संगीत था। 
शकीला बानो भोपाली
भोपाल की शकीला बानो भोपाली को आज भी हिंदी फिल्मों की क़व्वाली का चेहरा के बतौर याद किया जाता है। क़व्वाली और शकीला जैसे एक दूसरे के लिए बने थे। उनका क़व्वाली गाने का अंदाज़ बिलकुल अलग और आकर्षक था।  वह बेहिचक अदाओं के साथ क़व्वाली गाती थी।  ऐसा स्वाभाविक भी था। क्योंकि, शकीला बानो भोपाली एक्ट्रेस भी थी। उन्होंने फिल्म चोरों की बारात की बरात से अपने फिल्म करियर की शुरुआत की थी। रामू दादा, रुस्तम ए बग़दाद, सेमसन, राका, गुंडा, दस्तक, हमराही, उनकी उल्लेखनीय फ़िल्में हैं। शकीला बानो भोपाली ने आठ साल की उम्र से भोपाल के छोटे फंक्शन में क़व्वाली गाना शुरू कर दिया था। दिलीप कुमार ने उन्हें देखा और बॉम्बे का न्योता दे दिया। ‘अब तुम पे छोड़ दिया है, जहर दे या जाम दे’ और ‘सहर का वक़्त है और जाम में शराब नहीं’ उनकी उम्दा क़व्वालियों में से थी। उन्हें हिंदुस्तान के दस कव्वालों में टॉप की माना जाता था। वह इकलौती महिला कव्वाल थी, जिन्हें भोपाल के अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी पसंद किया जाता था। उन्होंने फिल्मों में ज्यादा कव्वालियाँ अकेले ही गायी। ख़ास उनकी क़व्वाली पर आधारित फिल्म ‘क़व्वाली की रात’ भी बनाई गई। वह १९८४ के गैस लीक कांड का शिकार होने वाली एक मरीज़ थी।  इस गैस कांड के बाद उनके फेफड़ों पर असर हुआ और वह कव्वाली गाने के लायक नहीं रही। उनका निधन १६ दिसम्बर २००२ को हार्ट अटैक से हो गया। 
कुछ और कव्वालियाँ
ज़ालिम मेरी शराब में (रेशमा और शेरा १९७१)
बड़ा लुत्फ़ था जब कुंवारे थे हम तुम (नूर ए इलाही १९७६)
पिया हाजी अली - (फिजा २०००)
तेरे दर ए आया दीवाना - (वीर ज़ारा २००४)
यह माना मेरी जान मोहब्बत सज़ा है (हँसते ज़ख्म १९७३)
पर्दा है पर्दा है - (अमर अकबर अन्थोनी १९७७)
शिर्डी वाले साईं बाबा - (अमर अकबर अन्थोनी १९७७)
है अगर दुश्मन दुश्मन- (हम किसी से कम नहीं १९७७)
वल्लाह रे वल्लाह - तीस मार खान 

पिंक पैंथर नहीं डायरेक्ट करेंगी एवा डूवेर्ने

सेल्मा डायरेक्टर अवा डूवेर्ने ने साफ़ कर दिया है कि वह ‘ब्लैक पैंथर’ का निर्देशन नहीं कर रही। पिंक पैंथर का निर्माण मार्वेल द्वारा किया जा रहा है। एक मगज़ीन को इंटरव्यू में अवा ने बताया कि फिल्म की कहानी को लेकर मार्वल और मेरे विचारों में काफी मतभेद था। मार्वल का काम करने का अपना तरीका है। अवा कहती हैं, “वह (मार्वेल) फैंटास्टिक हैं। दुनिया के लोग उनके काम को पसंद भी करते हैं। मुझे ख़ुशी है कि वह मेरे पास आये।” वैसे बताते चले कि वाकंडा राज्य के सुपर मैन ब्लैक पैंथर का किरदार अवा का पसंदीदा है। इसीलिए उनके दिमाग में ब्लैक पैंथर का एक खाका है। वह इसे अपने तरीके से पेश करना चाहती थी। जबकि, ब्लैक पैंथर मार्वेल कॉमिक्स का एक सुपर हीरो किरदार होने के नाते, मार्वेल के लोग उस पर अपना दृष्टिकोण रखते थे। इसलिए, बाद में क्रिएटिव डिफरेंस की स्थिति पैदा हो, उससे पहले ही प्रोजेक्ट से निकल जाना बेहतर समझा अवा डूवेर्ने ने। ताज़ा खबरों के अनुसार मार्वेल द्वारा ब्लैक पैंथर पर फिल्म का निर्माण चैडविक बोसमैन को मुख्य भूमिका मे लेकर शुरू कर दिया गया है। यह फिल्म ३ नवम्बर २०१७ को रिलीज़ होगी।

आल द वे के मार्टिन लूथर किंग अन्थोनी मैककी

आजकल, हॉलीवुड के रूपहले परदे पर मार्टिन लुथर किंग जूनियर हिट हैं। उनकी वोटिंग राइट्स के लिए १९६५ में की गई सेल्मा से मोंट्गोमेरी तक की मशहूर यात्रा पर निर्देशक अवा डूवेर्ने की फिल्म ‘सेल्मा’ में अभिनेता डेविड ओएलोवो ने मार्टिन लूथर किंग जूनियर की भूमिका की थी। नाटक ‘आल द वे’ के रूपांतरण में अन्थोनी मैककी किंग जूनियर का रोल कर रहे हैं। एचबीओ के लिए इस टीवी फिल्म का निर्माण जे रोअच कर रहे हैं। इस फिल्म में अमेरिकी प्रेसिडेंट लिंडन बी जॉनसन का किरदार क्रेन्स्तों कर रहे हैं। यह फिल्म जॉन ऍफ़ कैनेडी की हत्या के बाद लिंडन बी जॉनसन द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति का पद सम्हालते ही सिविल राइट्स विधेयक पारित कराने की चुनौती को निबटते हुए दिखाती है। इस काम में मार्टिन लूथर किंग जूनियर अमेरिकी प्रेसिडेंट की मदद करते हैं। फिल्म प्रेसिडेंट और किंग के मधुर रिश्तों को दर्शाती है। ‘आल द वे’ की शूटिंग सितम्बर से शुरू होगी। अन्थोनी मैककी इस समय कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर में काम कर रहे हैं। उनकी फिल्म अवर ब्रांड इज क्राइसिस पूरी हो चुकी है। मैककी ११ दिसम्बर को फेस्टिवल कॉमेडी क्रिसमस में भी नज़र आयेंगे।  

रीस विदरस्पून लडेगी अश्लेज वॉर !

फिल्म ‘वाक द लाइन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का ऑस्कर पाने वाली अभिनेत्री रीस विदरस्पून के पास ३९ साल की उम्र में भी अच्छी भूमिकाओं की कमी नहीं।  अच्छा विषय हो तो वह उस पर खुद फिल्म बनाने में नहीं चूकती।  पेनीलोप, गॉन गर्ल, हॉट परसूट और वाइल्ड जैसी फिल्मे प्रमाण हैं कि रीस को अच्छे विषय की चाहत हैं। अब वह फॉक्स २००० के साथ गेल त्ज़ेमच लेमन की किताब अश्लेज वॉर पर फिल्म बनाने जा रही हैं। इस फिल्म को द आयरन लेडी और सुफ़रागेट के राइटर अबी मॉर्गन लिख रहे हैं। यह किताब ऑप्स युद्धक्षेत्र में महिला सैनिकों की अनकही कहानी है, जिसमे अमेरिकी सेना स्पेशल ऑपरेशनस कमांड की कुछ महिला सैनिकों को अफगानिस्तान में युद्ध के लिए भेजती है। सीएसटी २ के नाम से जानी जाने वाली इस बटालियन के लिए महिला सैनिकों का चुनाव कठोरतम ट्रेनिंग के बाद किया जाता है। इस युद्ध में जाने वाली कमांड की लेफ्टिनेंट आश्ले वाइट थी, जो इस युद्ध में मारी जानेवाली सीएसटी २ की पहली सैनिक थी। इसी लेफ्टिनेंट आश्ले वाइट का किरदार रीस विदरस्पून करेंगी। रीस इस समय भी कई प्रोजेक्ट से जुड़ी हुई हैं। वह डेविड ई० केली की नई सीरीज बिग लिटिल लाइज में भी काम करेंगी। 

हॉट योग ट्रेनर हैं दीपिका पादुकोण

भारत के प्रधान मंत्री का योग दर्शन युवाओं को भाने लगा है। वह योग में रूचि दिखाने लगे हैं।  लेकिन, अगर इस योग में मसाला हो, वह भी गरम मसाला तो क्या कहने।  एक पोर्टल द्वारा कराये गए सर्वे में पाया गया है कि बॉलीवुड में रूचि रखने वाले 'योग इच्छुक' योग सीखना चाहेंगे, अगर योग ट्रेनर दीपिका पादुकोण हो। इस सर्वे में दीपिका पादुकोण को करीना कपूर खान के मुकाबले ज्यादा हॉट योग ट्रेनर पाया गया है। दीपिका को हॉट योग ट्रेनर बताने वाले ५५ प्रतिशत प्रशंसक थे। इस हॉटनेस के मामले में जीरो साइज से मशहूर करीना कपूर खान को केवल २२ प्रतिशत वोट ही मिले। बॉक्स ऑफिस 'क्वीन' कंगना रानौत की फिल्म तनु वेड्स मनु रिटर्न्स इस साल बॉक्स ऑफिस पर बेशक १५० करोड़ का बिज़नस कर ले गई हो। लेकिन, हॉट योग ट्रेनर के मुकाबले में उन्हें केवल १२ प्रतिशत वोट मिले। सबसे बुरी दशा में रही बॉलीवुड की स्टाइल डीवा सोनम कपूर, उन्हें केवल ३ प्रतिशत वोट और इस सर्वे में पांचवा स्थान मिला । उनसे ज्यादा ८ प्रतिशत वोट पाकर श्रीलंकाई सुंदरी और किक में सलमान खान की को-स्टार जेक्वेलिन फ़र्नान्डिस पांचवे स्थान पर रही। यहाँ बताना उचित होगा कि होमी अदजानिया की फिल्म 'कॉकटेल' के सेट पर सैफ अली खान अपनी को-स्टार दीपिका पादुकोण और डायना पैंटी को योग ट्रेनिंग करवाते नज़र आते थे।


'वेलकम बैक' के पोस्टर

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Saturday, 4 July 2015

वीर दास और सुरवीन चावला का 'प्लान बी'

वीर दास और सुरवीन चावला को वी मोशन पिक्चर्स की थ्रिलर फिल्म 'प्लान बी' के लिए साइन किया गया है।  यह एक बैंक रॉबरी की कहानी है।  इस फिल्म में वीर दास और सुरवीन चावला सिंगापुर में रहने वाले आईटी प्रोफेशनल बने हैं, जो रॉबरी के षडयंत्र में फंसे नज़र आते हैं।  वीर दास की २०१४ में तीन फ़िल्में शादी के साइड इफेक्ट्स, रिवाल्वर रानी और अमित साहनी की लिस्ट रिलीज़ हुई थी।  इस समय उनकी सनी लियॉन के साथ फिल्म मस्तीज़ादे सेंसर के चंगुल में फांसी हुई है।  उनकी १९८४ के सिख  विरोधी दंगों पर फिल्म शूट हो रही है।  एक फिल्म संता बंता पोस्ट प्रोडक्शन की स्टेज पर है।  सुरवीन चावला की एक पंजाबी फिल्म 'हीरो : नाम याद रखी  पिछले दिनों ही रिलीज़ हुई है।  वह इस साल वैलकम बैक में आइटम गर्ल बनी नज़र आएंगी।  निर्देशक हरीश राउत की फिल्म प्लांट बी की शूटिंग इस सितम्बर में शुरू होगी तथा अगले साल रिलीज़ होगी।

कमल हासन देखना चाहेंगे स्वतंत्रता सेनानी गौर हरी की दास्तान !

कमल हासन और अनंत महादेवन का नाता पुराना है।  अनंत महादेवन ने कमल हासन की फिल्म 'विश्वरूपम', 'उत्तम विलेन' और अब 'पापनशम' में काम किया है।  वह विश्वरूपम के सीक्वल 'विश्वरूपम २' में भी अभिनय कर रहे हैं।  बॉलीवुड के दर्शक जानते हैं कि अनंत महादेवन फिल्म डायरेक्टर भी हैं।  थ्रिलर फिल्मों की उनकी ख़ास शैली है।  पिछले साल रिलीज़ साठ के दशक के बॉलीवुड पर फिल्म 'एक्सपोज़' में उन्होंने अच्छा रहस्य बांधा था।  अब उनकी एक स्वतंत्रता सेनानी की बायोपिक 'गौर हरी दास्तान- द फ्रीडम फाइल' १४ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही है।  इस फिल्म में एक स्वतंत्रता सेनानी के खुद को सेनानी साबित करने के लिए झेली गई कठिनाइयों का मार्मिक चित्रण हुआ है।  जब कमल हासन को अपनी फिल्म 'पापनाशम' के प्रचार के दौरान यह मालूम पड़ा कि अनंत ने एक स्वतंत्रता सेनानी की कहानी पर फिल्म बनाई है तो वह फिल्म देखने की इच्छा प्रकट करने से खुद को रोक नहीं पाये।  खुद कमल हासन ने स्वतंत्रता संग्राम का चित्रण करने वाली फिल्म 'हे राम' का निर्देशन किया था।  कमल हासन ने खुद द्वारा निर्देशित फिल्म 'इंडियन' में स्वतंत्रता सेनानी का किरदार किया था।  बहुमुखी प्रतिभा के धनी कमल हासन का 'गौर हरी दास्तान' देखने की इच्छा जताना अनंत महादेवन के लिए किसी अवार्ड पाने से काम नहीं हैं।  इसीलिए पापनाशम का प्रचार ख़त्म हो जाने के बाद अनंत अपनी फिल्म को कमल को दिखाएंगे।  वैसे कमल हासन के लिए यह आश्चर्य की बात थी कि अनंत ने अपनी फिल्म ३० शिड्यूल में पूरी कर ली।  

विनोद खन्ना का तीसरा बेटा भी बॉलीवुड में

कभी सुपर स्टारडम के लिए अमिताभ बच्चन को चुनौती अभिनेता विनोद खन्ना के तीसरे बेटे साक्षी खन्ना का  भी बॉलीवुड डेब्यू होने वाला है। वह संजय लीला भंसाली की फिल्म से अपना डेब्यू करेंगे।  इस फिल्म को संजय लीला भंसाली ने ही लिखा है।  संजय लीला भंसाली ने तीन साल पहले देखा था और उसी समय उनके लिए स्क्रिप्ट फाइनल कर दी थी।  फिर संजय गोलियों की रासलीला : राम-लीला और बाजीराव मस्तानी में व्यस्त हो गए।  अब बाजीराव मस्तानी की रिलीज़ के बाद संजय लीला भंसाली साक्षी की फिल्म की शुरुआत करेंगे। यह एक म्यूजिकल रोमांस फिल्म होगी।  उल्लेखनीय है कि साक्षी के पिता विनोद खन्ना आज भी अभिनय की दुनिया  में सक्रिय हैं।  वह रोहित शेट्टी की फिल्म 'दिलवाले' में ख़ास भूमिका में नज़र आएंगे ।  साक्षी खन्ना के दो बड़े भाई राहुल और अक्षय का भी फिल्मों में अपना मुकाम रहा है।  हालाँकि, राहुल ने इक्का दुक्का हिंदी फ़िल्में ही की।  लेकिन, अक्षय खन्ना ने हिंदी फिल्मों में. बॉर्डर, ताल, दिल चाहता है, हमराज़, दीवानगी, हंगामा, दीवाना, रेस, आदि फिल्मों के साथ, लम्बी पारी खेली।  फिलहाल, राहुल और अक्षय हिंदी फिल्मों में कम सक्रिय है।  अब समय बताएगा कि क्या साक्षी खन्ना अपने पिता की तरह बॉलीवुड में लम्बी पारी खेलने आ रहे हैं। हालाँकि, संजय लीला भंसाली को लगता है कि साक्षी खन्ना में बहुत कुछ विनोद खन्ना जैसा है।  



Friday, 3 July 2015

अरिजीत सिंह के गाये फिल्मी गीत सुनने के लिए

Thursday, 2 July 2015

ग्लोबल मूवी मगज़ीन जुलाई २०१६

करीना कपूर का इको फ्रेंडली स्टाइल

अभिनेत्री करीना कपूर बड़े परदे पर जिस भी अंदाज़ या स्टाइल में नज़र आये,  उससे आज की युवा पीढ़ी बहुत ही जल्द आकर्षित हो जाती हैं। इसीलिए  ये कहना ठीक होगा की करीना आज के युवा पीढ़ी की स्टाइल आइकन हैं।  करीना कपूर जो  भी ऑउटफिट पहनती हैं, वह उसमे बेहद खूबसूरत नज़र आती हैं। जबकि, करीना हमेशा से वही ऑउटफिट पहनती हैं जिसमे वे खुद को कंफर्टबल महसूस करती हैं।  सूत्रों  का  कहना  है  की  करीना  इन  दिनों  इको  फ्रेंडली फैशन को बड़े पैमाने पर महत्व दे रही हैं। बहुत ही कम लोग जानते हैं कि जब वह अपने समर वेकेशन पर  मालदीव गयी थी, वहां पर भी वह इको फ्रेंडली ऑउटफिट में  नज़र आई। जिसकी वजह से वह सोशियल मीडिया पर चर्चा में बनी रही। करीना कपूर अपने फैमिली और फ्रेंड्स को भी इको फ्रैंडली कपडे पहनने के लिए  के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। करीना के करीबी सूत्र का कहना है कि "करीना हमेशा से ही इको फ्रेंडली कपड़ो में नज़र आती हैं।  वह खुद महसूस करती हैं कि यह हमारे पर्यावरण को भी बेहतरीन बनाये रखेगा।"
 

विद्या बालन की 'समानता'

पिछले महीने १० जून को अभिनेत्री विद्या बालन ने हिंदी फिल्मों में १० साल पूरे कर लिए।  इस बीच उन्होंने परिणीता के अलावा कहानी, द डर्टी पिक्चर, इश्क़िया, पा, भूल भुलैया, बॉबी जासूस, जैसी फिल्में करी।  अब इस साल वह लगातार चौथी बार इंडियन फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ़ मेलबोर्न का मुख्य चेहरा बनने जा रही हैं। यह फेस्टिवल २०१२ से शुरू हुआ।  तबसे वह लगातार इस फेस्टिवल में हिस्सा लेती चली आ रही हैं। इस साल 14 से 27 अगस्त 2015 तक ऑस्ट्रेलिया के मेलबॉर्न शहर में होने वाले इस फेस्टिवल में भारतीय सिनेमा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है । इस साल फेस्टिवल की थीम 'समानता' है, जिसे खुद विद्या बालन ने ही सुझाया है । यह फेस्टिवल भावी फिल्मकारों के लिए एक ऐसा अवसर है, जहाँ वे अपनी प्रतिभा का खुलकर प्रदर्शन कर सकते है । इस थीम के बारे में विद्या बालन कहती है, "आज के समय में स्वतंत्र और समान दुनिया की परिकल्पना से ज़्यादा ज़रूरी शायद ही कुछ दूसरा हो सकता है ।"  विद्या बालन को  विश्वास है कि कला और फिल्में, परिस्थितियों, द्रष्टिकोणों और मानसिकताओं को बदलने का माद्दा रखती हैं।