Monday 5 February 2018

वेलकम टू न्यू यॉर्क के लिए सोनाक्षी का गुज्जू लुक

अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा किसी भी लुक में फिट बैठने के लिए जानी जाती हैं, चाहे वो अति आधुनिक लुक हो या पारंपरिक लुक हो। उन्होंने अपनी पहली फिल्म 'दबंग' में देसी गांव की लडकी लुक के साथ करियर शुरू किया था और तब से उन्हें उनकी फिल्मों में विभिन्न अवतारों में देखा गया है। 
'वेलकम टू न्यू यॉर्क', जो 23 फरवरी, 2018 को रिलीज़ होनी है और जब से इसका पोस्टर लांच हुआ है। तब से ये इंटरनेट पर तूफान पैदा कर रहा है। इस फिल्म में सोनाक्षी एक गुजराती फैशन डिजाइनर जीनल पटेल का रोल निभा रही है। यह लुक बहुत अलग है और सोनाक्षी इसे बेहतर तरीके से निभा रही है। जीनल लुक के लिए सोनाक्षी को कुर्ती-बिन्दी से सजाया गया है। सोनाक्षी के लुक को उनके कॉलेज बैचमेट एका लखानी ने तैयार किया है। सोनाक्षी सिन्हा कहती हैं, '' एका ने कैरेक्टर को बेहतर समझा और उसी के मुताबिक उसे फैशनेबल बनाया. जीनल पटेल को उसने जो लुक दिया है, उससे मैं बहुत खुश हूं, जीनल का स्टाइल ऐसा है, जिसे उसका खुद का स्टाइल कहा जा सकता है. फिल्म का कैरेक्टर ऐसा है, जो एक फैशन डिजाइनर बनने की महत्वाकांक्षी है और फैशन को ले कर उसकी अपनी एक अलग सोच है. उनके व्यक्तित्व में कुछ खास आदतें है। इसलिए, हमने उसके लुक में भी कुछ खास जोडा है।” स्टाइलिस्ट एका लखानी कहती है,” सोनाक्षी का किरदार मज़ेदार और विचित्र होना चाहिए था. इसमें थोड़ा सा अजीब होना चाहिए था। इसलिए जब हम उसे मजाकिया बनाते हैं, हमने उसके समग्र रूप को थोडा विचित्र भी बनाया है।” निर्देशक चाकरी टोलेटी कहते हैं, "सोनाक्षी के साथ काम करना मज़ेदार था और उसने इस रोल को बखूबी निभाया है। इसके अलावा, उनकी कॉमिक टाइमिंग सबसेबेहतर सामने लाने में सक्षम था।” "वेलकम टू न्यूयॉर्क" एक दिल को छू ले ने वाली, गुदगुदाने वाली कॉमेडी है. ये फिल्म खुद के लिए एक बेहतर जीवन की तलाश में भारत में रहने वाले दो युवाओं की कहानी कहती है. न्यूयॉर्क शहर की एक अप्रत्याशित यात्रा उन्हें एक ऐसी कॉमिक सिचुएशन में ला देती है, जिससे हमेशा के लिए उनके जीवन में बदलाव आ जाता है। पूजा फिल्म्स और विज़ फिल्म्स द्वारा निर्मित और चाकरी टोलेटी द्वारा निर्देशित, "वेलकम टू न्यूयॉर्क" दुनिया भर में 23 फरवरी, 2018 को रिलीज होने जा रही है। 


लांच हुआ 'वेलकम टू न्यू यॉर्क' का ट्रैक

राहत फतेह अली खान की आवाज़ का जादू संगीत प्रेमियों को बांध लेता है। ऐसा ही एक भावपूर्ण और सुंदर संगीत से सजाराहत फतेह अली खान की सुनहरी आवाज़ के साथ, 'वेलकम टू न्यू यॉर्क का गीत इश्तेहारचार्टबस्टर बनने के लिए तैयार है।  इश्तेहारको प्रसिद्ध गायक राहत फतेह अली खान और ध्वनी भानुशाली ने गाया है। इसे सुरों से सजाया है शम्मी टंडन ने और चरणजीत चरण ने इसके बोल लिखे है। इस ट्रैक के बारे में, इससे जुड़े कलाकारों ने कुछ ऐसा कहा = 
गायक राहत फतेह अली खान कहते हैं, "इश्तेहार एक सुंदर भावपूर्ण गीत है। शम्मी जी के संगीत के साथ इस गाने को गाना और पूजा म्यूजिक के साथ जुडना मेरे लिए खुशी की बात है। ध्वनी जैसी युवा लड़की को देखना अच्छा है, जिन्होंने अपनी पहली फिल्म के लिए अपनी सुंदर आवाज दी है।  शम्मी जी ने चरनजीत जी के गीत के लिए अद्भुत संगीत देते हुए इस गीत को एक जादुई स्पर्श दिया है।" 
गायक ध्वनी भानुशाली कहती है, "राहत फतेह अली साहब के साथ गाना मेरे लिए सम्मान की बात है। संगीत निर्देशक शम्मी टंडन के साथ काम करना शानदार रहा। यह सचमुच एक ऐसा अनुभव रहा है, जिसे मैं हमेशा याद करती रहूंगी।  मुझे मौक़ा देने के लिए मैं पूजा म्यूजिक के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करती हूं।" 
निर्देशक चकरि टोलेटी कहते हैं, "मधुर संगीत, आत्मिक गीत और राहत साहब की आवाज के साथ यह गीत निस्संदेह सभी को इस गाने से प्यार करने के लिए मजबूर कर देगा। पूजा म्यूजिक ने एक बार फिर कमाल किया है।"  
निर्माता वासु भगनानी कहते हैं, "पूजा म्यूजिक हमेशा संगीत की शक्ति में विश्वास करता रहा हैं।  इश्तेहार  एक ऐसा गीत है, जो दर्शकों मो मंत्रमुग्ध कर देगा. राहत साहब की आवाज में ये गाना एक नए स्तर पर पहुंच गया है।" 
यह गाना फिल्म में एक महत्वपूर्ण समय पर आता है और श्रोताओं के दिल में हलचल पैदा कर जाता है। "वेलकम टू न्यूयॉर्क" एक दिल को छू लेने वाली, गुदगुदाने वाली कॉमेडी है। ये फिल्म खुद के लिए एक बेहतर जीवन की तलाश में भारत में रहने वाले दो युवाओं की कहानी कहती है। न्यूयॉर्क शहर की एक अप्रत्याशित यात्रा उन्हें एक ऐसी कॉमिक सिचुएशन में ला देती है, जिससे हमेशा के लिए उनके जीवन में बदलाव आ जाता है। 
पूजा फिल्म्स और विज़ फिल्म्स द्वारा निर्मित और चाकरी टोलेटी द्वारा निर्देशित, "वेलकम टू न्यूयॉर्क" दुनिया भर में 23 फरवरी, 2018 को रिलीज होने जा रही है। 


Sunday 4 February 2018

उमराव जान की रेखा वाला जलवा बिखेरा सुष्मिता सेन ने

२४ साल पहले की मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन का फिल्म करियर, चाहे बहुत अच्छा न गया हो, लेकिन उनका भारत की पहली ब्रह्माण्ड सुंदरी वाला जलवा आज भी बरकरार है। जैसे वह अपनी खूबसूरती, प्रजेंस ऑफ़ माइंड और बुद्धिमत्ता के बलबूते मिस यूनिवर्स का खिताब जीत पाने में कामयाब हुई, वही क्षमता उनमे आज भी है।  दर्शकों पर छा जाना तो कोई उनसे सीखे। उनकी पिछली हिंदी फिल्म, सात साल पहले, नो प्रॉब्लम (२०१०) रिलीज़ हुई थी। २०१५ में वह बांगला फिल्म निर्बाक में नज़र आई। इसके बावजूद कि वह हिंदी फिल्मों से सात साल से ज्यादा समय से नदारद थी, सुष्मिता सेन ने लक्मे फैशन वीक में दिखा दिया कि वह ऐसे ही मिस यूनिवर्स नहीं बनी थी। इस वीक में बॉलीवुड की तमाम नई पुरानी फिल्म अभिनेत्रियाँ कैट वाक कर रही थी। रैंप पर चलने वाली अभिनेत्रियों में सोनाक्षी सिन्हा, तपसी पन्नू, यमी गौतम, कृति सेनन, शिल्पा शेट्टी, अदिति राव हैदरी, बिपाशा बासु, तमन्ना भाटिया, निधि अगरवाल, दिशा पाटनी के अलावा टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा भी शामिल थी। इस रैंप पर २००० में मिस एशिया पैसिफिक का खिताब जीतने वाली दिया मिर्ज़ा भी थी। यह अभिनेत्रियाँ लक्मे फैशन वीक में मशहूर डिज़ाइनर के वस्त्र पहन कर अपना जलवा बिखेर रही थी। लेकिन, सुष्मिता सेन ने तो सबको फीका कर दिया। पिछले साल, १९ नवम्बर को अपनी ४३वा जन्मदिन मनाने वाली सुष्मिता सेन ने लक्मे फैशन वीक में दुल्हन का लिबास पहना हुआ था। उन्होंने रैंप पर, मुज़फ्फर अली का ब्रांड कोटवारा लहंगा पहन रखा था, वह रेखा को श्रद्धा सुमन अर्पित कर रही थी। पार्श्व में मुज़फ्फर अली की रेखा अभिनीत फिल्म उमराव जान का इन आँखों की मस्ती में गीत चल रहा था। रेखा के अंदाज़ में सुष्मिता सेन थिरकती हुई गुजर रही थी। शो देखने पहुंचे दर्शक थे कि उन्हें अवाक सा देख रहे थे। इस उम्र भी इतनी शोखी और अपील ! इसीलिए, पत्रकारों ने पूछ ही लिया कि वह कोई फिल्म क्यों नहीं कर रही ? वह अगर करना चाहें तो कैसी फ़िल्में करना चाहेंगी ? सुष्मिता सेन ने जवाब दिया, “मैं ऐसी फिल्म करना चाहती हूँ, जिससे मैं दर्शकों की अपेक्षा में खरा उतरू। मुझे सम्मान मिले।” इसके लिए सुष्मिता सेन पिछले डेढ़ साल से अच्छी पटकथा के इंतज़ार में हैं। क्या सुष्मिता सेन की अच्छी पटकथा की चाह पूरी होगी ? 

बॉलीवुड न्यूज़ ४ फरवरी

परमाणु निर्माताओं से नाराज़ हैं जॉन अब्राहम
जॉन अब्राहम की  फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर तहलका नहीं मचा रही। २०१६ में  रिलीज़ फ़ोर्स २, दिशूम और रॉकी हैण्डसम बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास नहीं कर सकी थी।  उनकी पिछली सफल फिल्म वेलकम बेक २०१५ में रिलीज़ हुई थी। २०१७ में तो जॉन अब्राहम की एक भी फिल्म रिलीज़ नहीं हो सकी थी। परमाणु: द स्टोरी ऑफ़ पोखरण को ८ दिसम्बर को रिलीज़ होना था। लेकिन, फिल्म की दूसरी निर्माता क्रिअर्ज की प्रेरणा अरोड़ा ने इस फिल्म को १ दिसम्बर को रिलीज़ हो रही संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के बॉक्स ऑफिस पर दबदबे से बचाने के लिए २३ फरवरी तक के लिए टाल दी । अब यह बात दीगर है कि पद्मावत १ दिसम्बर को रिलीज़ नहीं हो सकी। क्रिअर्ज की एक दूसरी फिल्म अनुष्का शर्मा के साथ परी ९ फरवरी को रिलीज़ हो रही थी। पद्मावत की रिलीज़ डेट में बदलाव के बाद, फिल्म इंडस्ट्री में जैसे भूचाल आ गया। एक के बाद एक फिल्मों की रिलीज़ की तारीखें बदली जाने की खबरें आने लगी। इस बदलाव के चक्कर में परी, ऐयारी और सोनू के टीटू की स्वीटी के त्रिकोण में फंस गई।  अक्षय कुमार के द्वारा पैडमैन की तारीख़ ९ फरवरी करने पर प्रेरणा ने परी की रिलीज़ ९ फरवरी के बजाय सीधे २ मार्च कर दी। अब इससे हुआ क्या कि एक ही निर्माता क्रिअर्ज की परमाणु द स्टोरी ऑफ़ पोखरण और परी लगातार दो हफ्ते में आ गई। परमाणु की रिलीज़ की तारीखों में एक के बाद एक इतने बदलाव से जॉन अब्राहम परेशान हो गए। पहली बात तो यह है कि वह कतई नहीं चाहते थे कि परमाणु की रिलीज़ की मूल तारीख़ ८ दिसम्बर में कोई बदलाव हो।  लेकिन, अब तो उनकी महत्वकांक्षी फिल्म को पिंगपोंग की गेंद बना दिया गया है। इसलिए, झल्लाए जॉन अब्राहम ने यह फैसला लिया है कि उनकी फिल्म परमाणु अब २ मार्च को ही रिलीज़ होगी, चाहे उनकी फिल्म का टकराव कोप्रोडूसर प्रेरणा अरोरा की फिल्म परी से ही क्यों न हो ?
हेट स्टोरी ४ यानि उर्वशी रौतेला की स्मूचिंग
निर्देशन विशाल पांड्या की इरोटिक थ्रिलर फिल्म हेट स्टोरी ४ में कुछ भी नया नहीं। हेट स्टोरी (२०१२) में विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में पाओली डैम ने जिस इरोटिका थ्रिलर सिलसिले की शुरुआत की थी, वह आज विशाल पंड्या के निर्देशन में भी जारी हैं।  नायिकाएं बदली हैं, लेकिन इरोटिका में कोई बदलाव नहीं हुआ है।  हेट स्टोरी ४ की नायिका का सफर पाओली डैम से शुरू हो कर, हेट स्टोरी २ में सुरवीन चावला तक सीमित था।  लेकिन, हेट स्टोरी ३ में दो नायिकाएं  आ गई थी- ज़रीन  खान और डेज़ी शाह।  अब चौथी फिल्म में उर्वशी रौतेला और पंजाबी फिल्मों की स्टार इहाना ढिल्लों ने  यह मोर्चा सम्हाल लिया है।  ट्रेलर  के लिहाज़ से कामुकता फैलाने का जिम्मा उत्तराखंड के हरिद्वार की उर्वशी रौतेला के जिम्मे हैं। उर्वशी  रौतेला ने सनी देओल  की फिल्म सिंह साहब द ग्रेट से शुरुआत की थी।  भाग जॉनी, सनम रे और ग्रेट ग्रैंड मस्ती में छोटी अंग प्रदर्शक भूमिकाओं में फंसी रही उर्वशी रौतेला ने हृथिक रोशन की फिल्म काबिल में एक कैबरे-नुमा आइटम किया था।  हेट स्टोरी ४ में वह अंग प्रदर्शन करते हुए दो नायकों करण वाही और विवान भतेना के साथ स्मूचिंग और गर्मागर्म दृश्य करती ही नज़र आ रही हैं।  चूंकि, फिल्म में इहाना ढिल्लों की भूमिका एक कॉर्पोरेट की है।  इससे ऐसा लगता है कि सारा कामुकता प्रदर्शन उर्वशी रौतेला को ही करना है।  फिल्म में उर्वशी का मॉडल किरदार धोखा खाने के कारण करण वाही के परिवार से बदला लेना चाहती है।  हेट स्टोरी में पाओली डैम ने अपनी बदला लेने वाली नायिका की भूमिका प्रभावशाली ढंग से शुरू की थी।  क्या उर्वशी रौतेला पाओली डैम के मुक़ाबले सक्षम साबित होंगी ? अगर यह फिल्म ९ मार्च को रिलीज़ हुई तो इस फिल्म का मुक़ाबला हॉलीवुड  की एक्शन फिल्म डेथ विश के अलावा सोनम कपूर की फिल्म वीरे दी वेडिंग से होगा ।
खान अभिनेताओं की फिल्मों को पीछे छोड़ा पद्मावत ने 
क्या इसे ऐसे कुछ कहा जा सकता है? दीपिका पादुकोण ने अनुष्का शर्मा, कैटरीना कैफ और करीना कपूर को पीछे छोड़ दिया है। आमिर खान और सलमान खान से रणवीर सिंह आगे निकल गए हैं।  यह सब कुछ हुआ है नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर।  नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर हिंदी फिल्मों का पहला दिन कैसा गया, इस पर बॉलीवुड की निगाहें लगी रहती हैं।  अभी तक, नार्थ अमेरिका के बॉक्स ऑफिस पर, हिंदी फिल्मों के लिहाज़ से आमिर खान का दबदबा रहा है।  उनकी तीन फ़िल्में टॉप ५ में जगह बना सकी हैं।  सलमान खान की इकलौती फिल्म बजरंगी भाईजान पांचवे स्थान पर है।  आमिर खान की फिल्म पीके १,४१८,८१७ डॉलर के कलेक्शन के साथ दूसरे, ,३४६,२४७ डॉलर के साथ दंगल तीसरे और १,३०४,६७९ डॉलर के साथ धूम ३ चौथे स्थान पर रही है।सलमान खान और आमिर खान की फ़िल्में एक एक दर्जा इसलिए गिर गई, क्योंकि, उनके ऊपर आ बैठी थी रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर की फिल्म पद्मावत।  इस फिल्म ने पहले दिन, उत्तरी अमरीका के बॉक्स ऑफिस पर १,८४१,६२८ डॉलर का कारोबार किया था।  यह फ़िल्में नार्थ अमेरिका में क्रमशः २७ जनवरी २०१८, २० दिसम्बर २०१४, २५ दिसम्बर २०१६, २१ दिसम्बर २०१३ और १८ जुलाई २०१५ को रिलीज़ हुई थी।  अमेरिकी बाज़ार में दक्षिण की फिल्मों का दबदबा भी रहता है।  यह तुलना, बाहुबली सीरीज की फिल्मों के साथ नहीं है। पद्मावत के टॉप में जाने का फायदा शाहिद कपूर को ज्यादा लगता है।  क्योंकि, पद्मावत के कारण वह भी टॉप फाइव के एक्टरों में शामिल हो गए हैं।
हॉरर कॉमेडी फिल्म कंचना २ के रीमेक में अक्षय कुमार
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, फिल्म निर्माता, निर्देशक, लेखक और अभिनेता राघव लॉरेंस की तमिल फिल्म कंचना २ का हिंदी रीमेक करना चाहते हैं।  राघव की इस फिल्म में ऐसा क्या है कि अक्षय कुमार फिल्म का हिंदी रीमेक बनाना चाहते हैं।  दरअसल, कंचना २, २००७ में शुरू मुनि सीरीज की तीसरी फिल्म है। मुनि की सफलता के बाद दूसरा हिस्सा मुनि २ : कंचना था।  इस लिहाज़ से कंचना २ मुनि सीरीज की तीसरी और कंचना सीरीज में दूसरी फिल्म है।  पहली फिल्म मुनि के निर्माता सरन थे, लेकिन फिल्म निर्देशक, लेखक और अभिनेता राघव लॉरेंस ही थे। दो करोड़ के बजट में बनी मुनि ने १५  करोड़ का कारोबार किया था।  इसकी ७ करोड़ के बजट में बनी सीक्वल फिल्म मुनि २ : कंचना ने ७० करोड़ का कारोबार किया।  २०१५ में रिलीज़ कंचना २ ने १७ करोड़ के बजट के बदले १२० करोड़ का कारोबार किया।  इन तीनों फिल्मों के नायक राघव लॉरेंस ही थे। इन तीनों ही हिस्सों का नायक  भूतों से डरने वाला था।  अब कंचना का तीसरा और मुनि का चौथा हिस्सा इसी साल रिलीज़ होने जा रहा है, तब अक्षय कुमार के कंचना २ का रीमेक बनाये जाने की खबर है।  कंचना २ की कहानी का नायक राघव ग्रीन टीवी  चैनल का कैमरामैन है।  उसकी गर्लफ्रेंड भी वहीँ काम करती है।  ग्रीन टीवी की हालत खस्ता है।  राघव, चैनल के मालिकों को एक हॉरर सीरीज चलाने का सुझाव देता है, ताकि चैनल को बचाया जा सके।  विचार विमर्श के बाद मालिक इसकी अनुमति दे देते हैं।  इसके बाद,. राघव और उसकी गर्लफ्रेंड अजीबोगरीब डरावने  सिलसिले में फंस जाते हैं।  इस फिल्म में राघव लॉरेंस ने राघव और शिवा की दोहरी भूमिका की थी।  ऐसा क्या है कंचना २ में कि अक्षय कुमार इस फिल्म का हिंदी रीमेक बनाना चाहते हैं। हॉरर  कॉमेडी फिल्म का  अक्षय कुमार के करियर में बड़ा हाथ है।  २००७ में रिलीज़ हॉरर कॉमेडी फिल्म भूल भुलैया, अक्षय कुमार की  इस साल की चार हिट फिल्मों की एक कड़ी थी।  भूल भुलैया जहाँ हॉरर कॉमेडी थी, कंचना २ के भूत कॉमेडी है।   पिछले साल ही, अजय देवगन की भूत कमेडी फिल्म गोलमाल अगेन को बड़ी सफलता मिली थी।  कंचना २ तो  अपने आप मे साबित बड़ी फिल्म थी।  ऐसे में कंचना २ का रीमेक करके अक्षय कुमार अपनी बायोपिक फिल्मों के एक्टर की बनती जा रही इमेज से भी छुटकारा पा सकेंगे। 
जुलाई में रिलीज़ होगी मणिकर्णिका
ऐतिहासिक-कल्पना फिल्म पद्मावत की बड़ी सफलता के बाद, स्वभाविक रूप से अब सभी का ध्यान कंगना रानौत की झाँसी की रानी पर फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी पर लगा होगा।आजकल, इस फिल्म की शूटिंग बीकानेर में चल रही है। कंगना रानौत कडाके की ठण्ड की परवाह किये बिना अपने किरदार पर मेहनत करती जा रही हैं। दीपिका पादुकोण को पद्मावत से मिली सफलता और प्रशंसा से कंगना रानौत की मुश्किलें बढ़ी होंगी। इन दोनों अभिनेत्रियों की अदावत के किस्से आम है। जब, पद्मावत को लेकर दीपिका पादुकोण को धमकी दिए जाने पर इंडस्ट्री में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था, कंगना ने अपने हस्ताक्षर देने से इनकार कर दिया था। कंगना रानौत के हिस्से का पुरस्कार दीपिका पादुकोण को दिए जाने के प्रसंग ने कंगना को दीपिका के काफी खिलाफ कर दिया था। पद्मावत की सफलता और इस फिल्म में दीपिका के अभिनय की प्रशंसा के बाद, यह तय सा हो गया है कि दीपिका पादुकोण को इस साल का कोई न कोई पॉपुलर पुरस्कार ज़रूर मिले। कंगना रानौत, बेशक इसमे बाधा बनना चाहेंगी। मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी की की रानी ऎसी बड़ी बाधा फिल्म बन सकती है। कंगना रानौत इस फिल्म का हैदराबाद और जोधपुर शिड्यूल पूरा कर चुकी हैं। जोधपुर शिड्यूल के दौरान उन्हें चोट भी लगी थी। एक हफ्ते आराम के बाद, वह फिर इस फिल्म में जुट गई है। फिल्म का मुख्य किरदार होने के कारण कंगना की भूमिका काफी सशक्त तो होगी ही, कंगना को खुद को दीपिका पादुकोण से बेहतर साबित होने का मौका भी मिलेगा। इस मे फिल्म में एक्शन भी है, उत्साहित करने वाले संवाद भी और वीरता भी। इमोशन तो है ही।  फिल्म का यह शिड्यूल काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमे लक्ष्मी बाई के जीवन का आखिरी युद्ध लड़ा जा रहा है। अपनी पीठ में बच्चा बांधे, घोड़े में बैठा कंगना का रानी झाँसी का किरदार दर्शकों में जोश पैदा करने वाला होना चाहिए। २००८ में गम्यम फिल्म से डेब्यू करने वाले तमिल और तेलुगु फिल्मों के निर्देशक कृष को पीरियड फ़िल्में बनाने मे महारत हासिल है। उन्होंने ही, अक्षय कुमार की २०१५ में रिलीज़ फिल्म गब्बर इज बेक का निर्देशन किया था। कृष की फिल्मों के एक्शन काफी ज़बरदस्त और हैरतंगेज़ होते हैं। इसलिए, मणिकर्णिका कंगना के फिल्म करियर को नया आयाम देने वाली फिल्म साबित हो सकती है। पहले इस फिल्म के अप्रैल में रजनीकांत की फिल्म २.० के अपोजिट रिलीज़ किये जाने की खबर थी। लेकिन, अब यह फिल्म जून या जुलाई में रिलीज़ होगी। कंगना अपने हिस्से की शूटिंग फरवरी में पूरी कर लेंगी। उसके बाद उन्हें हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक टॉक देनी है।
अब अनिल कपूर के साथ जूही चावला
१९९४ में, फिल्म निर्माता-निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म १९४२ अ लव स्टोरी रिलीज़ हुई थी।अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ और मनीषा कोइराला की भूमिका वाली इस रोमांटिक फिल्म को बॉक्स उतनी सफलता नहीं मिली, जितनी इस फिल्म के राहुल देव बर्मन की धुनों से सजे गीतों को। अब २५ साल बाद, विधु विनोद चोपड़ा ने अपनी इस फिल्म के हिट गीत एक लड़की को देखा के मुखड़े पर टाइटल बना कर फिल्म का निर्माण शुरू कर दिया है। फॉक्स स्टार स्टूडियोज के सहयोग से राजकुमार हिरानी फिल्म्स के साथ निर्माता विधु विनोद चोपड़ा की इस फिल्म में अनिल कपूर के साथ उनकी बेटी सोनम कपूर और भतीजे अर्जुन कपूर को भी लिया गया है। फिल्म में ११ साल बाद, अनिल कपूर और जूही चावला की जोड़ी बन रही हैं। इन दोनों ने एक साथ कोई ९ फ़िल्में की हैं। इस बारे में, अनिल कपूर ने ट्वीट कर कहा, “विश्वास नहीं हो रहा....११ साल हो गए हैं। आप अविश्वसनीय एक्टर हो। मुझे आपके साथ शूटिंग का बेसब्री से इंतज़ार है।एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा में सोनम कपूर की जोड़ी राजकुमार राव के साथ बन रही है। इस फ़िल्म का निर्देशन शेली चोपड़ा धर कर रही हैं। यह उनकी पहली फिल्म है। आजकल इस फिल्म की शूटिंग पटियाला में हो रही है। एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा १२ अक्टूबर को रिलीज़ होगी। जहाँ तक इस फिल्म के कलाकारों के व्यस्त होने का सवाल है, सोनम कपूर और अनिल कपूर आजकल काफी व्यस्त हैं। सोनम कपूर की अक्षय कुमार के साथ फिल्म पैडमैन ९ फरवरी को रिलीज़ होगी। इसके बाद उनकी फिल्म वीरे दी वेडिंग रिलीज़ होनी है। अनिल कपूर की भी दो फ़िल्में फन्ने खान इस साल ईद वीकेंड पर रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म में वह ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ फिर नज़र आयेंगे। इसी दिन उनकी एक अन्य फिल्म सलमान खान की रेस ३ भी रिलीज़ हो रही है।

जब इमेज का शिकार हो जाता है किरदार ! –पढ़ने के लिए क्लिक करें    

जब इमेज का शिकार हो जाता है किरदार !

संजय लीला भंसाली की  रणवीर सिंह, शाहिद कपूर और दीपिका पादुकोण अभिनीत फिल्म पद्मावत की रिलीज़ के चार दिन बाद भी लगभग पूरा देश राजपूत आंदोलन की आग में जल रहा था।  तमाम टेलीविज़न के न्यूज़ चैनल पद्मावत विवाद में सुलगते नज़र आ रहे थे।  क्या, पद्मावत में ऐसा कुछ आपत्तिजनक है कि किसी ख़ास समुदाय को अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए हिंसा और आगजनी का सहारा लेना पड़े ? क्या फिल्म में मेवाड़ रानी पद्मावती और रावल रतन सिंह के खिलाफ अपमानजनक है ? सच कहा जाए तो ऐसा कुछ नहीं है और है भी।  कुछ इसलिए नहीं है, क्योंकि, फिल्म कहीं से भी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी को आमने सामने लाती है।  रावल रतन सिंह का किरदार साहसी, योद्धा और  युद्ध नियम का पालन करने वाला है। तब फिर इतनी अशांति क्यों ? न थमने वाला विवाद क्यों ?
इमेज का शिकार, बेचारा किरदार
एक शब्द में कहा जाये तो यह इमेज का मामला है।  फिल्म के किरदारों के लिए कलाकारों का चुनाव करते समय, बॉक्स ऑफिस का ख्याल रखा गया, स्टारडम को तरजीह दी गई। इसका परिणाम यह हुआ है कि फिल्म कहती कुछ है और महसूस कुछ होता है। संजय लीला भंसाली ने खिलजी के किरदार में रणवीर कपूर को लेकर, खिलजी को हीरो बना दिया। गोलियों की रासलीला राम-लीला और बाजीराव मस्तानी से रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की जोड़ी ऑन एंड ऑफ स्क्रीन रोमांटिक बन गई है। यह रोमांटिक जोड़ा पद्मावत में खिलजी और पद्मावती का किरदार कर रहा था । इस रियल लाइफ जोड़ी की इमेज के प्रभाव का अंदाजा एक न्यूज़ चैनल के द्वारा पद्मावत की स्क्रीनिंग के लिए हाथ से हाथ पकडे जाते दीपिका पौद्कों और रणवीर सिंह को पद्मावती और खिलजी बताने से लगाया जा सकता है । यह राजपूत कौम को ऑफेंसिव लगा।  रतन सिंह के किरदार में शाहिद कपूर डीलडौल से कमज़ोर साबित हुए। रणवीर सिंह की ओवरएक्टिंग शाहिद कपूर के संयत अभिनय पर भारी भी पड़ी।  यानि रतन सिंह एक कमजोर व्यक्तित्व और राजा लगता था।  पद्मावती की भूमिका में दीपिका पादुकोण का चुनाव भी गलत साबित होता था। उनकी ऑन और ऑफ स्क्रीन इमेज बहुत अच्छी नहीं है। वह अपने क्लीवेज दिखाने के लिए बदनाम है। उनके बदलते रोमांस की खबरों के कारण ही, उन्हें लेकर 'जो  रोज बदले  शौहर, वह क्या जाने जौहर जैसा जुमला उछला था। बेशक, सभी कलाकार कम ज्यादा बढ़िया काम कर गए थे. लेकिन, जो समुदाय इस पर आपत्ति कर रहा था, उसे यह नागवार गुजरा कि जिस रानी की पूजा वह लोग करते हैं, उसका रील किरदार एक कई कई रोमांस करने वाली अभिनेत्री करे ।
इमेज के अनुरूप भूमिका
पद्मावत के निर्माता स्टूडियो वायकॉम १८ और संजय लीला भंसाली ने ध्यान ही नहीं दिया कि हिंदी सिनेमा के इतिहास में कभी भी किसी खलनायक को हीरो नहीं बनाया गया और किसी नायक या नायिका को उनकी इमेज के विपरीत भूमिका नहीं दी गई। १९६३ की फिल्म रानी पद्मिनी में धार्मिक और ऐतिहासिक फिल्मों की अभिनेत्री अनीता गुहा ने पद्मिनी की भूमिका की थी। राजसी भूमिकाओं से लोकप्रिय जयराज रावल रतन सिंह बने थे। तब खल भूमिकाएं करने वाले अभिनेता सज्जन खिलजी बनाये गए थे। यह फिल्म खिलजी को क्रूर भी नहीं दिखाती थी। इसके बावजूद फिल्म का विरोध नहीं हुआ था। तमिल फिल्म चित्तोड़ रानी पद्मिनी में भी वैजयंती माला, शिवाजी गणेशन और एमएम नाम्बियार ने क्रमशः पद्मिनी, रावल रतन सिंह और खिलजी के किरदार किये थे। नाम्बियार अपने समय के बड़े खलनायक थे. साफ़ तौर पर दोनों पद्मिनी फिल्मों में आक्रमणकारी खिलजी कोई खल अभिनेता ही बना था, रणवीर सिंह की तरह का कोई रोमांटिक इमेज वाला अभिनेता नहीं। फिल्म देखने के बावजूद इस समुदाय की बड़ी आपत्ति यही थी।
किरदारों के लिए गलत चेहरे
निर्देशक जेपी दत्ता ने अवध की वैश्या उमरावजान पर इसी टाइटल के साथ फिल्म का निर्माण किया तो उमरावजान उर्फ़ अमीरन की भूमिका लिए ऐश्वर्य राय बच्चन को लिया तथा उनके प्रेमी नवाब सुल्तान बने।  लेकिन, इस रियल लाइफ पति-पत्नी की जोड़ी को देख कर भी दर्शक २५ साल पहले की अमीरन रेखा और उनके प्रेमी सुल्तान नवाब फारूख शैख़ को दर्शक भूले नहीं थे। ऐश्वर्या राय बच्चन और अभिषेक बच्चन का चुनाव गलत साबित हुआ।  ऐसे रोमांटिक विषय पर फिल्म बनाने के लिए जेपी दत्ता भी मिसफिट थे। कुछ ऎसी ही गलती गुड्डू धनोआ से भी हुई थी, जब उन्होंने २३ मार्च १९३१ शहीद (२००२) में भगत सिंह की  भूमिका के लिए बॉबी देओल को लिया।  एक्शन फिल्मों के फिल्मकार के तौर पर पहचान  रखने वाले गुड्डू भूल गए कि भगत सिंह एक बलिदानी किरदार था, एक्शन हीरो नहीं।  बॉबी देओल का कमज़ोर अभिनय भी फिल्म को ले डूबा। द लीजेंड ऑफ़ द्रोण में केंद्रीय भूमिका में अभिषेक बच्चन पूरी फिल्म को ले डूबे। प्रियंका चोपड़ा का दमदार किरदार भी बच्चन के गलत चुनाव के कारण फिल्म को बचा नहीं सका। इसी प्रकार अशोका में सम्राट अशोक के लिए शाहरुख़ खान और राजकुमारी कौरवाकी के लिए करीना कपूर बिलकुल मिसफिट थे।  करीना कपूर राजकुमारी नहीं सेक्स बम लग रही थी। इमरान हाश्मी का क्रिकटर अज़हरुद्दीन का किरदार अन्थोनी डिसूज़ा की फिल्म अज़हर को ले डूबा। सूरज बड़जात्या ने, अपने बैनर राजश्री पिक्चर्स की १९७६ की फिल्म चितचोर को २००३ में मैं प्रेम की दीवानी हूँ के रूप में रीमेक किया।  फिल्म में हृथिक रोशन, करीना कपूर और अभिषेक बच्चन की भूमिकाएं चितचोर के अमोल पालेकर, ज़रीना वहाब और विजयेंद्र  घाटगे की तुलना में मिस्कास्ट साबित हुई। 
इमेज के कारण मीना कुमारी का दायरा
भारतीय फिल्म दर्शक अपने एक्टर की इमेज की पूजा करता है।  वह क़तई नापसंद करता है कि उसका प्रिय अभिनेता या अभिनेत्री इमेज से हट कर कुछ करे। मीना कुमार ने कमाल अमरोही निर्देशित फिल्म दायरा में एक ऎसी औरत का किरदार किया था, जिसके शादी एक बीमार बूढ़े से हो जाती है।  वह बूढा उसकी कामोत्तेजना शांत नहीं कर सकता।  लेकिन, उसमे उबाल ज़रूर लाता है। फिल्म के एक सीन में बूढा पति मीना कुमारी के चरित्र से अपने सर के बाल उसके (पति के) चहरे पर बिखेरने के लिए कहता है।  ऐसा करती हुई नायिका कामोत्तेजित हो जाती है।  इस उत्तेजना की शिकार मीना कुमार भागती हुए शावर के नीचे  बैठ जाती है।  इस सीक्वेंस में मीना कुमारी का उत्तेजक पक्ष सामने आया था। उस समय तक मीना कुमारी ने धार्मिक फिल्मों के अलावा बैजू बावरा और सामाजिक फ़िल्में की थी। दायरा में मीना कुमारी की इस उत्तेजक  भूमिका ने उनके प्रशंसकों को इतना ज़्यादा नाराज़ कर दिया कि मीना कुमार को इसके लिए माफ़ी मांगनी पड़ी तथा कभी ऐसी भूमिका न करने का वायदा भी। तत्कालीन धार्मिक और ऐतिहासिक फिल्मों की अभिनेत्रियों कभी इमेज को लांघ कर बुरी भूमिकाएं करने की नहीं सोची। निरुपा रॉय,नलिनी चोकर, अनीता गुहा, शाहू मोदक, त्रिलोक कपूर, आदि ने कभी बुरी भूमिकाएं नहीं की। 
राज बब्बर नहीं बन सके कृष्ण 
भारतीय दर्शकों पर अपने प्रिय एक्टर की इमेज कितना जकड रखती है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब १९८८ में मेगा सीरियल रामायण में राजबब्बर को कृष्ण की भूमिका में लिए जाने का ऐलान किया तो देश भर में इसका ज़बरदस्त विरोध हुआ। दरअसल, राजबब्बर ने १९८० में बीआर चोपड़ा की फिल्म इन्साफ का तराजू में एक बलात्कारी की भूमिका की थी।  हिन्दू दर्शकों को मान्य नहीं हुआ कि कोई बलात्कारी उनके आराध्य श्री कृष्ण के किरदार को परदे पर करे। लोगों के विरोध को देखते हुए बीआर चोपड़ा को राज बब्बर को कृष्ण के किरदार से हटाना पड़ा।  उनकी जगह नीतीश भरद्वाज ने ले ली। इसी प्रकार का किस्सा रामानंद सागर के सीरियल रामायण में सीता का किरदार करने वाली दीपिका चिखलिया का भी है।  उन्होंने इस इमेज के सहारे गुजरात में लोकसभा चुनाव तक जीता था।  लेकिन, जब दीपिका ने हॉरर फिल्म रात के अँधेरे में अंग प्रदर्शन और कामुक हावभाव पेश किये तो उनका ज़बरदस्त विरोध हुआ।  वह खुद बताती हैं कि इसके बाद उन्होंने कभी जींस शर्ट तक नहीं पहनी।


रेस ३ का मुंबई शिड्यूल पूरा

फिल्म डायरेक्टर रेमो डिसूज़ा द्वारा, सलमान खान की पीठ और जैक्विलिन फर्नॅंडेज़ के आधे चहरे के साथ वाला फोटो लगा कर, यह ऐलान किया गया कि उनकी रेस फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म रेस ३  का मुंबई शिड्यूल पूरा हो गया है। मुंबई के पहले शिड्यूल के दौरान शूटिंग में सलमान खान के साथ अनिल कपूर, बॉबी देओल, जैक्विलिन फर्नॅंडेज़, सकीब सलीम, आदि ने हिस्सा लिया था। इस दौरान फिल्म के लिए, रेस फ्रैंचाइज़ी के हिट गीत अल्लाह दुहाई है का रिक्रिएशन भी शूट किया गया। यह फिल्म का पहला गीत भी है। इस शिड्यूल के पूरा होने के बाद फिल्म की बाकी शूटिंग के लिए पूरी टीम दुबई और अबू धाबी के लिए निकल गई। इस शिड्यूल में फिल्म के सभी कलाकार हिस्सा लेंगे। इस शूट के बाद रेस ३ की शूटिंग लगभग पूरी हो जाएगी। इसके बाद फिल्म को ईद वीकेंड में रिलीज़ करने के लिए पोस्ट प्रोडक्शन का काम शुरू किया जायेगा। रेस फ्रैंचाइज़ी की शुरुआत, २००८ में रिलीज़ फिल्म रेस से हुई थी। इस फिल्म के निर्देशक अब्बास-मुस्तान थे। घुड़दौड़ और रेस के शौक़ीन दो सौतेले भाइयों की इस कहानी में एक दूसरे को ख़त्म करने की लम्बी साज़िश का पर्दाफाश होता था।  टिप्स म्यूजिक फिल्म्स की रेस में सैफ अली खान और अक्षय खन्ना सौतेले भाइयों की भूमिका में थे। अनिल कपूर का डिटेक्टिव किरदार था, जो रेस ३ में भी बरकरार है। इस फिल्म की षडयंत्रों की थ्रिल में बिपाशा बासु की कामुकता और कैटरिना कैफ और समीरा रेड्डी की उत्तेजक सेक्स अपील का मसाला मिला हुआ था। २०१३ में रिलीज़ रेस २ में अनिल कपूर और सैफ अली खान के साथ जॉन अब्राहम, दीपिका पादुकोण, जैक्विलिन फर्नॅंडेज़, अमीषा पटेल और आदित्य पंचोली शामिल हो गए। इन दोनों ही फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता मिली थी।  इसीलिए रेस फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म के निर्माण में तेज़ी आ गई है। लेकिन, अनिल कपूर के अलावा फिल्म में ज़्यादातर बदल चुका है. सैफ अली खान बाहर हैं। सलमान खान, बॉबी देओल, जैक्विलिन फर्नॅंडेज़, सकीब सलीम, आदि की एंट्री हो गई है। फिल्म के निर्देशक भी अब्बास मस्तान के बजाय रेमो डिसूज़ा है। इस लिहाज़ से फिल्म के फॉर्मेट में भी बदलाव नज़र आयेगा। रेस फ्रैंचाइज़ी की फिल्मों की पहचान प्रीतम का संगीत थी। इस तीसरी फिल्म की पहचान भी संगीत हो सकता है। 


पहले शुरू हो जायेगी हाउसफुल ४ की शूटिंग – पढ़ने केलिए क्लिक करें    

पहले शुरू हो जायेगी हाउसफुल ४ की शूटिंग

फिल्म निर्माता-निर्देशक साजिद नाडियाडवाला की फिल्म निर्माण फैक्ट्री से दनादन फ़िल्में निकल रही हैं। उनका प्रोडक्शन हाउस एक फिल्म की शूटिंग पूरी करता है कि दूसरी फिल्म की शूटिंग की तैयारी उससे पहले ही हो जाती है। पिछले दिनों, साजिद नाडियाडवाला के अपनी हाउसफुल फ्रैंचाइज़ी की चौथी फिल्म बनाए जाने की खबरें थी। इस फिल्म के नायक की भूमिका के लिए अक्षय कुमार को लिए जाने का ऐलान फिल्म के ऐलान के साथ ही किया गया था। इस फिल्म को दिवाली २०१९ में रिलीज़ किये जाने का निर्णय लिया गया था। फिल्म की शूटिंग दिसम्बर २०१८ से शुरू होनी थी। इसी दौरान, हाउसफुल ४ के डायरेक्टर की कुर्सी पर हाउसफुल के ओरिजिनल डायरेक्टर साजिद खान आ गए। हाउसफुल में अक्षय कुमार, रितेश देशमुख और अर्जुन रामपाल के साथ दीपिका पादुकोण, लारा दत्ता और जिया खान को लिया गया था। ,फिल्म के सीक्वल हाउसफुल २ से तीनों अभिनेत्रियाँ बाहर थी। उनकी जगह असिन, जैक्विलिन फर्नॅंडेज़ और ज़रीन खान की एंट्री जॉन अब्राहम और श्रेयस तलपडे के साथ हो गई। हाउसफुल २ की शूटिंग के दौरान, साजिद खान जैक्विलिन के इश्क में डूब गए। लेकिन, फिल्म ख़त्म होते होते यह इश्क हवा भी हो गया। बताते हैं कि जैक्विलिन ने साजिद को किक कर दिया था। साजिद ने जैक्विलिन का यह सिला अपने दिल से लगा कर रखा था। इसलिए, जैसे ही उन्हें हाउसफुल ४ की कमान सौंपी गई, उन्होंने साफ़ कह दिया कि फिल्म में जैक्विलिन नहीं होगी। हालाँकि, साजिद नाडियाडवाला की बतौर निर्देशक पहली फिल्म किक में सलमान खान की नायिका जैक्विलिन ही थी।  हाउसफुल ३ में भी जैक्विलिन को लिया गया था।इसके बाद, फिल्म के दूसरे किरदारों के लिए एक्टरों पर काम करना शुरू कर दिया गया। फिल्म में अक्षय कुमार के साथ रितेश देशमुख, संजय दत्त, जॉन अब्राहम, परिणीती चोपड़ा, दिशा पाटनी और किअरा अडवाणी आ गए। फिल्म को कहानी के अनुसार फिल्म को वीएफएक्स की बड़ी ज़रुरत थी।  इसलिए, फिल्म का बजट ७५ करोड़ पर जा पहुंचा था। तय किया गया था कि हाउसफुल ४ की शूटिंग दिसम्बर से शुरू होगी और दीवाली २०१९ पर रिलीज़ हो जायेगी। लेकिन, अब शिड्यूल को एडवांस कर दिया गया है। फिल्म जुलाई में ही शुरू हो जायेगी। चूंकि, वीएफएक्स का काम काफी समय लेने वाला होता है, इसलिए फिल्म की शूटिंग पूरी कर लेने के बाद वीएफएक्स का काम शुरू किया जाएगा। इससे यह फिल्म, २.० की तरह वीएफएक्स का काम अधूरा रहने के कारण रुकेगी नहीं।  


आदित्य चोपड़ा की फिल्म में सरदार रणवीर सिंह

खबर गर्म है कि संजय लीला भंसाली के खिलजी रणवीर सिंह, आदित्य चोपड़ा की फिल्म में एक सिख किरदार करेंगे। इस फिल्म का नाम फौजिया होगा। इस टाइटल से ऐसा लगता है, जैसे यह फिल्म सैन्य पृष्ठभूमि पर होगी। हालाँकि, इस फिल्म का विस्तृत विवरण का खुलासा नहीं हुआ है। फिल्म का निर्देशन, बेफिक्रे में रणवीर सिंह के निर्देशक आदित्य चोपड़ा करेंगे। कथित रूप से फौजिया टाइटल वाली इस फिल्म में रणवीर सिंह पहली बार कोई सिख किरदार करेंगे। यह रणवीर सिंह और आदित्य चोपड़ा की अभिनेता-निर्देशक जोड़ी की दूसरी फिल्म होगी। इन दोनों की पहली फिल्म बेफ़िक्रे बुरी तरह से असफल हुई थी। रणवीर सिंह इस समय, जोया अख्तर की फिल्म गली बॉय की शूटिंग कर रहे हैं। वह, रोहित शेट्टी की फिल्म सिम्बा में भी टाइटल रोल कर रहे हैं। उन्हें, निर्देशक  कबीर खान की, १९८३ की विश्व कप क्रिकेट विजय पर फिल्म में कपिल देव की भूमिका भी करनी है। इन फिल्मों के बाद ही, रणवीर सिंह फौजिया के लिए सरदार वाली पगड़ी पहनेंगे। पिछले साल, यह खबर थी कि रणवीर सिंह, अक्षय कुमार की २००७ में रिलीज़ फिल्म सिंह इज किंग के सीक्वल शेर सिंह पर फिल्म में टाइटल रोल करेंगे। लेकिन, रणवीर सिंह यह फिल्म तभी करते, जब अक्षय कुमार कोई आपत्ति प्रकट नहीं करते। फिलहाल, तो सिंह इज किंग का सीक्वल ठन्डे बस्ते में चला गया हैं। इसलिए, अब अगर रणवीर सिंह फौजिया फिल्म करते हैं तो वह पहली बार पगड़ी बांधेंगे। 


एनटीआर की 'टेम्पर' में बदलाव, बनेगा 'सिम्बा', होगी जाह्नवी कपूर

यह खबर तो अब काफी पुरानी हो चुकी है कि एनटीआर जूनियर की तेलुगु एक्शन फिल्म टेम्पर का हिंदी रीमेक, रणवीर सिंह के साथ सिम्बा बनाया जा  रहा है।  इस फिल्म का निर्देशन रोहित शेट्टी करने वाले हैं।  रणवीर सिंह के साथ, सिम्बा रोहित  शेट्टी की पहली फिल्म होगी। टेम्पर में दो अहम् किरदार हैं।  एक भ्रष्ट पुलिस वाला और उसकी गलत हरकतों को रोकने की कोशिश करने वाला उसका जूनियर।  इस फिल्म में, रणवीर सिंह की नायिका कौन होगी साफ़ नहीं किया गया था।  अब, २८ दिसंबर २०१८ को रिलीज़ के लिए निर्धारित सिम्बा पर कुछ जानकारियां, धीरे धीरे कर आती जा रही हैं।  सबसे बड़ी जानकारी तो यही है कि टेम्पर के हिंदी रीमेक की स्क्रिप्ट में काफी बदलाव किये जा रहे हैं।  हिंदी फिल्म  का आधार वही दो पुलिस वालों का ही होगा, लेकिन किरदारों में बदलाव होगा।  चूंकि, खबर यह है कि रोहित शेट्टी के बाल सखा और रोहित की १२ में से १० फिल्मों के नायक अजय देवगन को सिम्बा में लिया जा सकता है।  तो, ज़ाहिर है कि फिल्म को लिखते समय इसमें बदलाव हो सकता है।  उम्र के लिहाज़ से अजय देवगन शायद जूनियर न हो।  फिल्म का काल्पनिक स्थान हिंदी बेल्ट भी हो सकता है।  टेम्पर में एनटीआर जूनियर की नायिका काजल अग्रवाल थी।  काजल अग्रवाल का करैक्टर ही जूनियर एनटीआर को अपना भ्रष्ट रवैया बदलने के लिए प्रेरित करता है।  सूत्र बताते हैं कि सिम्बा, श्रीदेवी और बोनी कपूर की बेटी जाह्नवी की दूसरी फिल्म हो सकती है। वह फिल्म में काजल अग्रवाल वाला किरदार करेंगी।  जाह्नवी इस समय, ईशान खट्टर के साथ, निर्देशक शशांक खेतान की रोमांटिक ड्रामा फिल्म धड़क से हिंदी फिल्म डेब्यू करने जा रही है।  धड़क, अब २० जुलाई को रिलीज़ हो रही है।  एक नए चेहरे के साथ डेब्यू करने वाली जाह्नवी के लिए पद्मावत के खिलजी रणवीर सिंह के साथ फिल्म पाना एक बड़ा मौक़ा है। धड़क के प्रोडूसर करण जौहर है।  कहा जा सकता है कि वह जाह्नवी के मेंटर हैं।  वही सिम्बा के प्रोडूसर भी हैं।   इसलिए, वह चाहते हैं कि सिम्बा में जाह्नवी का किरदार साधारण न हो।  इसलिए, काजल अग्रवाल के टेम्पर किरदार में काफी परिवर्तन किया जा रहा है।   तो इंतज़ार कीजिये दूसरी जानकारी का !


एक शादी में श्रीदेवी, पूनम ढिल्लों और शीबा- पढ़ने के लिए क्लिक करें   

Saturday 3 February 2018

एक शादी में श्रीदेवी, पूनम ढिल्लों और शीबा (फोटो फीचर)

आनंद एल राज की फिल्म निर्देशित करेंगे राजकुमार संतोषी

खबर गर्मागर्म है। राजकुमार संतोषी और आनंद एल राय ने हाथ मिला लिया है।  इन दोनों के  प्रोडक्शन हाउस मिलकर एक ड्रामा फिल्म का निर्माण करेंगे । राजकुमार संतोषी की फिल्म अजब प्रेम की गज़ब कहानी और फटा पोस्टर निकला हीरो रोमकॉम फ़िल्में थी। इन दोनों फिल्मों ने बड़ी सफलता हासिल की। अब वे कलर यलो प्रोडक्शंस बैनर के तहत बनाई जाने वाली फिल्म एक ड्रामा फिल्म होगी ।​ आनंद एल राय ने एक ​ह्यूमन ड्रामा को रेखांकित किया है। उन्होंने महसूस किया कि इस ड्रामा को परदे पर राजकुमार संतोषी ही सर्वश्रेष्ठ तरीके से उतार सकते हैं । जानकार बताते हैं कि यह फिल्म संतोषी की दमिनी और घायल जैसी पिछली ब्लॉकबस्टर फिल्मों की शैली में आती है। पता चला है अभी स्क्रिप्ट ​पर काम किया जा रहा है। इसके बाद यह दोनों फिल्म की कास्टिंग पर चर्चा करेंगे। पूछे जाने पर ​आनंद एल राय ने बताया, "मैंने राजजी की फिल्में देखी हैं। अब उनके साथ काम करना, मेरे लिए सम्मान​ की बात​ है।" इस प्रोजेक्ट के बारे में राजकुमार संतोषी ने कहा, "आनंद​ और मैं और एक-दूसरे के काम ​के प्रशंसक है। हम दोनों के बीच अच्छा कनेक्ट भी है ​। मैं इस महत्वाकांक्षी ​प्रोजेक्ट ​पर​ ​उनके ​साथ​ काम करने को लेकर​ खुश हूं ।" इस फिल्म को ​२०१९ में रिलीज किया जायेगा और ​इस ​वर्ष के अंत तक ​फ्लोर पर जाएगी । 


नदिया हो सकती है एनटीआर की इंदिरा गांधी!

एनटीआर की इंदिरा गांधी नदिया 
दक्षिण के सिनेमा में, आजकल दो बायोपिक फिल्मों की बेहद चर्चा है। एक फिल्म अभिनेत्री सावित्री गणेशन और बॉलीवुड एक्ट्रेस रेखा के एक्टर पिता जैमिनी गणेशन की प्रेम कहानी पर फिल्म है। दूसरी फिल्म, अभिनेता से राजनेता और फिर मुख्य मंत्री बनने वाले नंदिमुरी तारक रामाराव के जीवन पर फिल्म एनटीआर है। इस फिल्म के लिए एक्टर्स का चुनाव अभी तक जारी है। फिल्म, चूंकि एक अभिनेता के राजनीतिक जीवन पर फिल्म है, इसलिए कई रियल लाइफ राजनीतिक किरदार भी इसमे शामिल है। इनमे से एक किरदार  देश की पहली महिला प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी का भी है। इंदिरा गाँधी और एनटीआर राजनीती के दो ध्रुव थे। एनटीआर, सत्ता तक कांग्रेस और इंदिरा गाँधी विरोध के कारण ही पहुंचे। बायोपिक में एनटीआर और इंदिरा गाँधी के बीच काफी संवाद भी है। इस लिए इंदिरा गाँधी के करैक्टर के लिए एक्टर की तलाश काफी सावधानीपूर्वक की जा रही है। खबर है कि इंदिरा गाँधी के किरदार के लिए अभिनेत्री नादिया का चुनाव किया जा सकता है। मुंबई में जन्मी नदिया मोइडू ने अपने फिल्म करियर की शुरुआत मलयालम फिल्मों से की थी।  उन्होंने काफी तमिल, मलयालम और तेलुगु फिल्मों में काम किया है। शादी के बाद, वह अमेरिका सेटल हो गई। इस समय उनकी दो बच्चियां हैं। उन्होंने दस साल बाद, २००४ में, तमिल फिल्म एम् कुमारन एस/ओ महालक्ष्मी फिल्म में महालक्ष्मी की भूमिका से वापसी की। उन्हें तेलुगु फिल्म मिर्ची में बाहुबली एक्टर प्रभाष की माँ के रूप में शोहरत मिली। एनटीआर की फिल्म में इंदिरा गाँधी की भूमिका, नदिया के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह करैक्टर पूरे देश में लोकप्रिय है। इसके राजनीतिक निहितार्थ भी हो सकते हैं। फिल्म के निर्माताओं का मानना है कि इंदिरा गाँधी के किरदार के लिए अभिनेत्री का केवल संवेदनशील अभिनेत्री होना ही काफी नहीं होगा, उसे स्टाइलिश भी होना चाहिए। क्योंकि, इंदिरा गाँधी अपने समय की स्टाइलिश राजनीतिज्ञ थी। फिल्म में एनटीआर के किरदार को स्वाभाविक ही ज्यादा स्कोप मिलेगा, इसलिए इंदिरा गाँधी की एक्टर की स्क्रीन प्रजेंस काफी मायने रखेगी। नदिया इस पैमाने पर खरी उतरती हैं। इस फिल्म में एनटीआर की भूमिका उनके बेटे बालकृष्ण करेंगे।  

फिर से... फिल्म जो वेब फिल्म बन कर रिलीज़ हुई

कुणाल कोहली का नाम आते ही मुझसे दोस्ती करोगे, हम तुम, फना, थोडा प्यार थोडा मैजिक और तेरी मेरी कहानी जैसी फिल्मों की याद आ जाती है, जिनका निर्देशन कुणाल कोहली ने किया था। तेरी मेरी कहानी (२०१२) की असफलता कुणाल कोहली के निर्देशक पर भारी पड़ी। इस फिल्म के बाद उन्होंने कोई फिल्म निर्देशित नहीं की। कभी कुणाल कोहली के नाम पर फ़िल्में देखी जाती थी। मगर दो फिल्मों की असफलता ने सब कुछ बदल दिया।  इस फिल्म के कुछ समय बाद, कुणाल कोहली ने फिल्म एक्टर बनने का फैसला लिया। इसके पहले तक उन्होंने कभी बड़े परदे पर अभिनय किया ही नहीं था। फिल्म फिर से के नायक कुणाल कोहली थे। उनकी नायिका जेनिफ़र विंगेट थी। उन दिनों जेनिफ़र विंगेट टीवी सीरियल सरस्वतीचन्द्र से फेमस हो रही थी। फिर से को २०१५ में रिलीज़ होना था। लेकिन, नक़ल के आरोप में फंसी इस फिल्म को कोर्ट के चक्कर काटने पड़े। आखिरकार, हाई कोर्ट के आदेशों के बाद इस फिल्म को २०१८ में रिलीज़ होने की हरी झंडी मिल गई। इसके बावजूद कुणाल कोहली और जेनिफ़र विंगेट की बतौर नायक-नायिका पहली फिल्म को थिएटर नहीं मिल सके। इसलिए, यह फिल्म १५ जनवरी को नेटफ्लिक्स पर बतौर वेब फिल्म दिखाई गई। इसे विडम्बना ही कहा जायेगा कि हम तुम और फना जैसी फिल्मों के पॉपुलर निर्देशक की बतौर निर्देशक-एक्टर फिल्म को थिएटर नहीं मिल सके। शायद यह पहली फिल्म होगी, जो थिएटर के लिए बनाई गई, लेकिन वेब फिल्म के रूप में रिलीज़ हुई। 

बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में लेख टंडन की आखिरी फिल्म

फिल्मकार लेख टंडन की आखिरी फिल्म फिर उसी मोड़ पर बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जायेगी .यह लेख टंडन की आखिरी फिल्म है। इस फिल्म के दौरान ही १५ अक्टूबर २०१७ को उनका निधन हो गया था। खास बात यह है कि यह फिल्म मुस्लिमों में कुख्यात तीन तलाक़ पर आधारित है। बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में फिर उसी मोड़ पर फिल्म का प्रदर्शन २४ फरवरी को होगा। लेख टंडन ने ५५ साल के फिल्म करियर में फिल्मो और टीवी सीरियलों का निर्माण-निर्देशन किया है। उन्होंने स्वदेश, पहेली, रंग दे बसंती और चेन्नई एक्सप्रेस जैसी आधा दर्जन फिल्मों में अभिनय किया है।उन्होंने कई पॉपुलर टीवी सीरियल बनाए हैं। उन्होंने कई फिल्मों और टीवी सीरियलों की कथा पटकथा भी लिखी है। लेख टंडन ने ही दिल-दरिया से शाहरुख़ खान की खोज की थी। उन्होंने प्रोफ़ेसर, आम्रपाली, झुक गया आसमान, प्रिंस, दुल्हन वही जो पिया मन भाये, दूसरी दुल्हन, अगर तुम न होते जैसी उत्कृष्ट फ़िल्में निर्देशित की हैं। लेकिन, फिर उसी मोड़ पर लेख टंडन की बतौर निर्माता फिल्म है। फिल्म के निर्माण के दौरान लेख टंडन का निधन हो गया था। उनके निधन के बाद इस फिल्म को पूरी करने का जिम्मा उनके मित्रों त्रिनेत बाजपेई और कनिका बाजपेई ने उठाया। इन दोनों ने ही, लेख टंडन के बाद बची फिल्म का निर्देशन किया है।