फिल्मकार लेख टंडन की आखिरी फिल्म फिर उसी मोड़ पर बर्लिन फिल्म फेस्टिवल
में दिखाई जायेगी .यह लेख टंडन की आखिरी फिल्म है। इस फिल्म के दौरान ही १५ अक्टूबर २०१७ को उनका निधन हो गया था। खास बात यह है कि यह फिल्म मुस्लिमों में कुख्यात तीन
तलाक़ पर आधारित है। बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में फिर उसी मोड़ पर फिल्म का प्रदर्शन २४ फरवरी को होगा। लेख टंडन ने ५५
साल के फिल्म करियर में फिल्मो और टीवी सीरियलों का निर्माण-निर्देशन किया है। उन्होंने स्वदेश, पहेली, रंग दे बसंती और चेन्नई एक्सप्रेस जैसी आधा दर्जन फिल्मों में अभिनय किया है।उन्होंने कई पॉपुलर टीवी सीरियल
बनाए हैं। उन्होंने कई फिल्मों और टीवी सीरियलों की कथा पटकथा भी लिखी है। लेख टंडन ने ही दिल-दरिया से
शाहरुख़ खान की खोज की थी। उन्होंने प्रोफ़ेसर, आम्रपाली, झुक गया आसमान, प्रिंस,
दुल्हन वही जो पिया मन भाये, दूसरी दुल्हन, अगर तुम न होते जैसी उत्कृष्ट फ़िल्में
निर्देशित की हैं। लेकिन, फिर उसी मोड़ पर लेख टंडन की बतौर निर्माता फिल्म है। फिल्म
के निर्माण के दौरान लेख टंडन का निधन हो गया था। उनके निधन के बाद इस फिल्म को पूरी
करने का जिम्मा उनके मित्रों त्रिनेत बाजपेई और कनिका बाजपेई ने उठाया। इन दोनों ने ही, लेख
टंडन के बाद बची फिल्म का निर्देशन किया है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 3 February 2018
बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में लेख टंडन की आखिरी फिल्म
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फिल्म फेस्टिवल
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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