हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषाओँ में प्रदर्शित हो रही, दक्षिण के बाहुबली अभिनेता प्रभास की फिल्म साहो की देखते समय, तमाम निगाहें प्रभास और श्रद्धा कपूर की पहली बार बन रही जोड़ी पर होंगी। लेकिन, दर्शकों का ध्यान खींच सकती है फिल्म की एक विलेन जोड़ी। फिल्म में यह जोड़ी मुख्य विलेन और उसकी महिला दोस्त की जोड़ी है। फिल्म में इस जोड़ी को बॉलीवुड के खूबसूरत हीरो नील नितिन मुकेश और एक्ट्रेस मंदिरा बेदी कर रही हैं। हिंदी फिल्म दर्शक, शायद लम्बे समय बाद ऎसी स्मार्ट मेल-फीमेल विलेन जोड़ी को देखेंगे। इस जोड़ी को देखते समय उन्हें याद आ सकती है फिल्म ज़ंजीर (१९७३) की अजित और बिंदु की तेजा और मोना की जोडी की। फिल्म में जब तेजा बने अजित बिंदु को मोना डार्लिंग कह कर बुलाते थे तो सिनेमाघरों में दर्शक तालियाँ और सीटियाँ बजाने लगता था। अजित का मोना डार्लिंग संवाद आज भी यादगार है। इसका मतलब यह नहीं कि बॉस और उसकी साथी की जोड़ी पहले कभी नहीं बनी। फूल और पत्थर में मदन पूरी और शशिकला की जॉन और रीता की जोड़ी पहले ही बनाई जा चुकी थी। कहने का मतलब यह कि १९६० और १९७० के दशक में बॉस और उसकी रखैल की जोडी काफी पॉपुलर हुआ करती थी। लेकिन अजित ने इसे यादगार बना दिया। फिल्म साहो में नील नितिन मुकेश और मंदिर बेदी की जोड़ी इसकी याद इसलिए भी ताज़ा कराती है कि साहो का विलेन जय भी जॉन और तेजा की तरह स्टाइलिश है। हमेशा सूट और टाई में बंधा रहने वाला स्मार्ट है। उसी की तरह उसकी जोडीदार भी उतनी आधुनिक और बिंदास होगी। यह माने जाने के कारण है कि साहो से गुजरे जमाने की नायिका की दौड़ से बाहर हो चुकी अभिनेत्रियों के लिए विलेन भूमिकाओं का रास्ता खोल दे।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 18 August 2019
Saaho से होगा विलेन जोड़ी का आगाज़ !
हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषाओँ में प्रदर्शित हो रही, दक्षिण के बाहुबली अभिनेता प्रभास की फिल्म साहो की देखते समय, तमाम निगाहें प्रभास और श्रद्धा कपूर की पहली बार बन रही जोड़ी पर होंगी। लेकिन, दर्शकों का ध्यान खींच सकती है फिल्म की एक विलेन जोड़ी। फिल्म में यह जोड़ी मुख्य विलेन और उसकी महिला दोस्त की जोड़ी है। फिल्म में इस जोड़ी को बॉलीवुड के खूबसूरत हीरो नील नितिन मुकेश और एक्ट्रेस मंदिरा बेदी कर रही हैं। हिंदी फिल्म दर्शक, शायद लम्बे समय बाद ऎसी स्मार्ट मेल-फीमेल विलेन जोड़ी को देखेंगे। इस जोड़ी को देखते समय उन्हें याद आ सकती है फिल्म ज़ंजीर (१९७३) की अजित और बिंदु की तेजा और मोना की जोडी की। फिल्म में जब तेजा बने अजित बिंदु को मोना डार्लिंग कह कर बुलाते थे तो सिनेमाघरों में दर्शक तालियाँ और सीटियाँ बजाने लगता था। अजित का मोना डार्लिंग संवाद आज भी यादगार है। इसका मतलब यह नहीं कि बॉस और उसकी साथी की जोड़ी पहले कभी नहीं बनी। फूल और पत्थर में मदन पूरी और शशिकला की जॉन और रीता की जोड़ी पहले ही बनाई जा चुकी थी। कहने का मतलब यह कि १९६० और १९७० के दशक में बॉस और उसकी रखैल की जोडी काफी पॉपुलर हुआ करती थी। लेकिन अजित ने इसे यादगार बना दिया। फिल्म साहो में नील नितिन मुकेश और मंदिर बेदी की जोड़ी इसकी याद इसलिए भी ताज़ा कराती है कि साहो का विलेन जय भी जॉन और तेजा की तरह स्टाइलिश है। हमेशा सूट और टाई में बंधा रहने वाला स्मार्ट है। उसी की तरह उसकी जोडीदार भी उतनी आधुनिक और बिंदास होगी। यह माने जाने के कारण है कि साहो से गुजरे जमाने की नायिका की दौड़ से बाहर हो चुकी अभिनेत्रियों के लिए विलेन भूमिकाओं का रास्ता खोल दे।
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कुछ चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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