बॉलीवुड
में आज भी कटरीना कैफ, करीना कपूर, प्रियंका चोपड़ा, श्रद्धा कपूर, अलिया
भट्ट, आदि संतुलित शरीर वाली अभिनेत्रियों का बोलबाला है। लेकिन, इन
अभिनेत्रियों के बीच विद्या बालन, सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी की स्टार
अपील को कोई नकार नहीं सकता। इस लिहाज़ से भारी शरीर कोई इशू नहीं है, अगर
हीरोइन में प्रतिभा है। अब बॉलीवुड की वजनदार अभिनेत्रियों की लिस्ट
में भूमि पेडणेकर का नाम भी जुड़ने जा रहा है। भूमि पेडणेकर को पहला मौका
देने वाले हैं निर्माता आदित्य चोपड़ा । रणवीर सिंह, अनुष्का शर्मा, अर्जुन कपूर, श्रद्धा
कपूर, सुशांत सिंह राजपूत, आदि को पहला मौका देने वाले आदित्य चोपड़ा ही थे। परिणीति
चोपड़ा तो यशराज बैनर के पीआर सेक्शन का स्टाफ थीं । भूमि
पेडणेकर, यशराज फिल्म्स के कास्टिंग डिवीज़न की स्टाफ हैं । लेकिन, अपनी कद काठी के कारण ही अब
वह यशराज फिल्म्स के बैनर तले निर्माता मनीष शर्मा की शरत कटारिया निर्देशित
कॉमेडी फिल्म 'दम लगा के हईशा' की नायिका हैं। 'दम
लगा के हईशा' एक छोटे गाँव के असफल युवा प्रेम और उसकी मोटी पत्नी संध्या की कहानी
है। रियल लाइफ में भी शरीर से वजनी भूमि
पेडणेकर ने संध्या की भूमिका की है। अनुष्का शर्मा, अलिया
भट्ट, श्रद्धा कपूर, अक्षरा हासन, आदि
के बॉलीवुड में 'दम लगा के हईशा' की भूमि पेडणेकर फिल्मों की नायिका बन पाएगी, इसमे शक की काफी गुंजायश है। उन्हें तो अपनी हम-वजन हुमा कुरैशी, परिणीति चोपड़ा, पल्लवी शारदा, आदि
से ही कड़ी टक्कर लेनी पड़ेगी ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 20 February 2015
विद्या, सोनाक्षी, हुमा और अब भूमि !
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
डांस भी रोमांस भी और एक्शन भी
कॉमेडी फिल्मों के मशहूर डायरेक्टर डेविड धवन के बेटे वरुण धवन ने अपनी इमेज अपने समकालीन एक्टर्स से अलग बना रखी हैं। वह बॉलीवुड के एक्शन हीरो हैं, न लवर बॉय। पहली फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर में वह अलिया भट्ट पर लट्टू कॉलेज के खिलंदड़े छात्र बने थे। मैं तेरा हीरो में वरुण का किरदार टपोरी टाइप का था। हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया में अलिया भट्ट के लिए जान देने के लिए तैयार मस्तमौला हम्प्टी शर्मा उन्हें अलग कलेवर दे रहा था। अब फिल्म बदलापुर में वरुण धवन का किरदार रघु अपने अतीत से संघर्ष कर रहा है। वह अट्ठारह साल पहले की एक ऐसी डकैती का चश्मदीद है, जिसमे उसके बेटे और पत्नी की जान चली जाती है। वह व्यक्ति आज भी अट्ठारह साल पहले की उन उँगलियों को ढूंढ रहा है, जिन्होंने उसकी पत्नी और बेटे की जान लेने के लिए ट्रिगर दबाया था। यह किरदार वरुण धवन द्वारा किये गए अब तक के किरदारों से बिलकुल अलग तनावपूर्ण, जटिल और गहराई लिए हुए है। अपने किरदार के बारे में खुद वरुण धवन भी कहते हैं, "शुरू में तो दर्शक मुझे पहचान ही नहीं पाएंगे। रघु मेरे अब तक के रोमांटिक और कॉमेडी किरदारों से बिलकुल अलग है। मैं डांस भी करूंगा, रोमांस भी करूंगा और बदला भी लूँगा।" क्या वरुण धवन में इतनी अभिनय क्षमता है कि वह रघु के जटिल किरदार को दर्शकों के लिए स्वीकार्य बना सकें !
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
फराह खान की रसोई में किंग खान
शाहरुख़
खान और फराह खान की दोस्ती जग ज़ाहिर है। फराह की पहली फिल्म ओम शांति ओम
और हैप्पी न्यू ईयर में नज़र आने वाले शाहरुख़ खान अब फराह खान की रसोई में
भी तंदूरी चिकन पकाते दिखाई देंगे। इन दिनों फराह खान एक सेलिब्रिटी कुकरी
शो होस्ट कर रही हैं। इस शो में बॉलीवुड की तमाम सेलिब्रिटीज को इन्वाइट
किया गया है। अभिषेक बच्चन और अलिया भट्ट शो में अपनी फेवरिट डिश पकाती शूट
हो चुकी हैं। आगे की कड़ियों में सेलिब्रिटी खानसामे बने शाहरुख़ खान भी नज़र
आएंगे । अपने अच्छे दोस्त होने के लिहाज़ से फराह ने खान को सजेस्ट किया
है कि वह शो में अपनी फेवरिट डिश तंदूरी चिकन पकाएं। लेकिन, खान शो के लिए
कुछ अलग चिकन पास्ता और ब्रूशेटा बनाना चाहते हैं। खान के दीदार इस शो के
फिनाले में होंगे।
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Television
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‘आगरा का डाबरा’ के लिए तापसी पन्नू की ऊर्दू की तैयारिया
तापसी
पन्नू दिल्ली में पैदा सिक्खणी हैं। मॉडलिंग के बाद वह फिल्म करियर जमाने
साउथ चली गई। वहां की नामचीन एक्ट्रेस हैं। साउथ की फिल्मों में इतनी
बिजी है कि बॉलीवुड के लिए टाइम नहीं। डेविड धवन की कॉमेडी फिल्म चश्मे
बद्दूर से वह लाइमलाइट में आई। इस साल रिलीज़ अक्षय कुमार की फिल्म 'बेबी'
की वह नायिका थी। फिल्म के निर्देशक नीरज पाण्डेय ने तापसी को बेबी का
किरदार इसी लिए दिया था कि वह बढ़िया उर्दू बोल सकती थी। अब खबर है कि
सुजित सरकार की आने वाली फिल्म ‘आगरा का डाबरा’ में वह आगरा की शर्मिली
मुस्लिम लडकी का किरदार कर रही है। पंजाब से सरोकार रखने वाली तापसी चाहती हैं अच्छी और सही ऊर्दू बोलना। इसलिए वह अपनी ऊर्दू मांजने में जुटी हैं। उन्होंने एक ऊर्दू ट्यूटर रख लिया है। इनसाइडर
बताते हैं कि सुजित सरकार की फिल्म में तापसी को अपने उर्दू डायलॉग
तफल्लुज के साथ बोलने हैं। शूटिंग के दौरान जब कभी वक़्त मिलता है तापसी
ऊर्दू सबक पद्धति और प्रैक्टिस करती दिखाई देती है। दोस्तों की सलाह को
मानते हुए उनका इरादा ऊर्दू नाटक देखने का भी है।
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ये ल्लों !!!
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एक बार फिर 'कथा'
१९८३ में साईं परांजपे ने नसीरुद्दीन शाह और फारूक शेख को कछुआ और खरगोश बना कर पंचतंत्र की कहानियों को परदे पर उतारा था। तीखी मिर्च सी कॉमेडी वाली
फिल्म 'कथा'
को बॉक्स ऑफिस
पर सफलता मिली, समीक्षकों ने भी सराहा। फिल्म के कछुआ नसीरुद्दीन शाह एक सीधे सादे और चुपचाप किस्म
के इंसान राजाराम बने थे,
जो पड़ोस की लड़की
संध्या से प्रेम करता है, लेकिन अपने प्यार का इज़हार नहीं कर पाता। फारूक शेख खरगोश यानि राजाराम के चालू किस्म के दोस्त
बासुदेव की भूमिका में थे। संध्या को पाने के लिए कछुआ और खरगोश की यह अनोखी कहानी अपने अंदाज़ की अलग
कॉमेडी फिल्म थी । २०१३ में, डेविड धवन ने साईं परांजपे की १९८१ में रिलीज़ फिल्म 'चश्मे बद्दूर' का चालू टाइप रीमेक चश्मे बद्दूर बनाया
था । इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर अच्छी
सफलता मिली थी। अब साईं परांजपे की १९८३
में रिलीज़ कछुआ और खरगोश की दौड़ पर फिल्म
का रीमेक फेमस फिल्म क्रिटिक और डायरेक्टर खालिद मोहम्मद करने जा रहे हैं । खालिद
मोहमद ने फ़िज़ा, तारीख, तहज़ीब और सिलसिले का डायरेक्शन किया
हैं। इस फिल्म के निर्माता अंजुम रिज़वी हैं। खालिद मोहमद की कथा के
खरगोश
मनीष पॉल, कछुआ मुहम्मद ज़ीशान अयूब और नवोदित तारिका शर्मीला मंद्रे कौन से
झंडे गाड़ेंगी । इस फिल्म में फराह खान की मेहमान भूमिका है।
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ये ल्लों !!!
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क्या 'चक दे' होगी सीमा आज़मी की ?
यशराज
फिल्म्स की शिमित अमीन निर्देशित फिल्म 'चक दे इंडिया' में शाहरुख़ खान
प्रदेशों में बँटी महिला हॉकी खिलाडियों में से विश्व महिला कप के
लिए महिला हॉकी टीम चुनने का जिम्मा सौंपा गया था । इन महिला खिलाडियों के
किरदार में विद्या मलवाड़े, तान्या अबरोल, निशा नायर, चित्राशी रावत, आदि
कम जाने पहचाने चेहरों ने सचमुच चक दे इंडिया कर दिया था । फिल्म में
झारखण्ड की खिलाड़ी रानी डिस्पोटा की भूमिका सीमा आज़मी ने की थी। 'चक दे !
इंडिया' हिट हुई। शाहरुख़ खान के अभिनय की सराहना हुई, उनका क़द कुछ ज़्यादा
ऊंचा हो गया। विद्या मालवडे और चित्रांशी रावत के साथ सीमा आज़मी की भी बल्ले बल्ले हुई।
पर कोई ख़ास फिल्म नहीं मिली । बॉलीवुड से बेहाल सीमा ने सास बहु और
सेंसेक्स के बाद हॉलीवुड का रुख किया। द बेस्ट एक्सोटिक मैरीगोल्ड होटल और
द सेकंड बेस्ट एक्सोटिक मेरीगोल्ड होटल में जैसी फ़िल्में की । अब वह
मराठी फिल्म 'चित्रफित ३.० मेगापिक्सेल' में नायिका के सेक्सी अवतार में
हैं। इस ड्रामा फिल्म में सीमा ने द बोल्ड होने में भी सांस नहीं तोड़ी ।
उनके आशीष पथोड़े के साथ गर्मागर्म रोमांस सीक्वेंस सोशल साइट्स पर वायरल
हो रहे हैं। एक मराठी फिल्म में बोल्ड सीन देने का क्या सबब ? पूछे जाने
पर सीमा आज़मी कहती हैं, "शुरू में बोल्ड सींस फिल्म का हिस्सा नहीं थे।
निर्माताओं ने कहा था कि हम इन्हे धुंधलके में फिल्माएंगे ताकि काफी साफ़
साफ़ कुछ नज़र न आये। मैं सहमी थी। मन में हिचकिचाहट थी।
दिवाकर (निर्देशक) ने मुझे समझाया। हमने कई सीन शूट किये। शॉट को फाइनल
करना हिमालय जीतने जैसा था। मैं सबकी तरह बोल्ड सीन नहीं कर सकती।" तो
फिल्म न सही, सीमा के फोटो से नैन सुख उठाने के लिए तैयार हो जाइये।
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फिल्म पुराण
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सेक्स बम तिकड़ी से हॉउसफुल !
साजिद नाडियाडवाला की हाउसफुल सीरीज की तीसरी फिल्म हाउसफुल ३ ने रफ्ता रफ्ता रफ़्तार पकड़ ली है । फिल्म में हीरो- हीरोइन का हाउसफुल चूका है। हाउसफुल ३ के तीन हीरो अक्षय कुमार , रितेश देशमुख और नयी एंट्री अभिषेक बच्चन के साथ तीन सोणी कुडियां तैयार है । साजिद की हाउसफुल फिल्मों के लिए दमदार बॉडी वाली एक्ट्रेस ख़ास होती हैं। पहली हाउसफुल में लारा दत्ता, दीपिका पादुकोण, जिया खान और मेहमान भूमिका में एक आइटम सांग के लिए जैक्विलिन फर्नांडीज़ थी । दूसरी हाउसफुल में जैक्विलिन फर्नांडीज़ के अलावा असिन और ज़रीन खान की सजावट और तरावट थी । अब हाउसफूल ३ के फ्लोर पर पंजाबी पुत्तर अक्षय कुमार के साथ श्रीलंकाई हसीना जैक्विलिन फर्नांडीज़ इश्क़ लडाएंगी । जैक्विलिन और अक्षय कुमार, करण जौहर की फिल्म ब्रदर्स में भी हस्बैंड वाइफ बने हैं। अभिषेक बच्चन के साथ एमी जैक्सन बिंदास जमेंगी। एमी जैक्सन ने अभी अक्षय कुमार की फिल्म सिंह इज़ ब्लिंग में कीर्ति शेनन बाहर धकेला है। अब बचे रितेश देशमुख ! शादीशुदा रितेश ने हाउसफुल में लारा दत्ता और हाउसफुल २ में ज़रीन खान के साथ रोमांस किया था। साजिद नाडियादवाला ने हाउसफुल ३ में रितेश देशमुख को स्वीडिश सुंदरी एली एवरम थमा दी गयी है। पहली दो हाउसफुल में साजिद खान से निर्देशन करवाने के बाद साजिद ने इस बार साजिद- फरहाद को फिल्म के फिल्म के सिनेमाघरों के बाहर हाउसफुल का बोर्ड टंगवाने के साथ साथ अपने नाम वाले निर्देशक लेने का सिलसिला भी बरकरार रखा है। हाउसफुल ३ की शूटिंग जुलाई में शुरू हो जाएगी। फिल्म की ज़्यादा शूटिंग लंदन में होगी। फिल्म अगले साल ३ जून को वर्ल्ड वाइड धमाल मचाएगी।
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फिल्म पुराण
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चोटिल सोनम कपूर ने शूट किया प्रेम रतन धन पायो का स्पेशल सॉन्ग
सोनम कपूर सचमुच सोणी है। आजकल वह कर्जत में सलमान खान के साथ अपनी फिल्म प्रेम रतन धन पायो की शूटिंग कर रही हैं। सूरज बड़जात्या इस फिल्म के लिए एक स्पेशल राजस्थानी सॉन्ग शूट कर रहे हैं। यह एक पपेट डांस है। इसी गीत की शूटिंग करते वक़्त सोनम फिसल गई, टखने छिल गए , वह काफी चोट खा गई। इसके बावजूद वह पूरे राजस्थानी अवतार में बड़े वजनदार लहंगे और चांदी के भारी जेवरात पहने हुए गाने को शूट करती रही। यहाँ तक कि यूनिट के किसी मेंबर को तक यह मालूम नहीं हो सका कि सोनम को काफी चोट पहुंची थी। अब यह बात दीगर है कि अनिल कपूर की यह कुड़ी दूसरे दिन अपनी चोट का इलाज़ करा कर, बिना आराम किये सेट पर आ गई।
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आज जी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
'विशाल-शेखर' नहीं ! शाहरुख़ खान के 'प्रीतम'
खबर है कि रोहित शेट्टी की शाहरुख़ खान के साथ आगामी अनाम फिल्म में विशाल-शेखर की जोड़ी का संगीत नहीं होगा। खबरों के अनुसार इस फिल्म में संगीत प्रीतम देंगे। इसके साथ ही २००७ में रिलीज़ शाहरुख़ खान की फिल्म 'ओम शांति ओम' से बना शाहरुख़ खान और विशाल-शेखर का नाता टूट गया है। विशाल- शेखर की जोड़ी ने ओम शांति ओम के बाद शाहरुख़ खान की फिल्मों भूतनाथ, रा.वन, चेन्नई एक्सप्रेस और हैप्पी न्यू ईयर का संगीत दिया था। ख़ास बात यह है कि शाहरुख़ खान और विशाल-शेखर जोड़ी की यह सभी फ़िल्में सुपर हिट रही थी। ऐसे में इस हिट अभिनेता-संगीतकार जोड़ी का टूटना चौंकाने वाला है। लेकिन, ट्रेड की जानकारी रखने वाले और फ़िल्मी गतिविधियों के जानकार लोग बताते हैं कि विशाल-शेखर के संगीत से शाहरुख़ खान का लगाव काफी पहले खत्म हो गया था। खान इस जोड़ी के फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस में संगीत से भी खुश नहीं थे। इसलिए, शाहरुख़ खान और रोहित शेट्टी ने बिना विशाल-शेखर को बताये बिना फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस का प्रमोशनल लुंगी डांस गीत रैपर हनी सिंह से कंपोज़ करवा लिया। इतना ही नहीं विशाल-शेखर जोड़ी को फिल्म के प्रमोशन से भी दूर रखा गया। यहीं शाहरुख़ खान ने विशाल-शेखर का दिल तोड़ दिया था। यह बॉलीवुड में सभी को ज़ाहिर है कि विशाल-शेखर रैपर यो यो हनी सिंह को पसंद नहीं करते। वह हनी सिंह की आलोचना और उन पर छींटाकशी करते रहते है। शाहरुख़ खान ने उनकी म्यूजिक वाली फिल्म का प्रमोशनल गीत हनी से कंपोज़ कराया ही, उसे तरजीह भी दी। इस पर नाराज़ हो कर विशाल डडलानी ने ट्विटर पर हनी सिंह की आलोचना करते हुए उन्हें 'रेपर रैपर' बताया था। उसी समय यह तय हो गया था कि शाहरुख़ खान और विशाल-शेखर का साथ लम्बे समय तक नहीं चलेगा। इस बीच यह जोड़ी फराह खान के निर्देशन में हैप्पी न्यू ईयर का संगीत भी तैयार कर रही थी। परन्तु तनावपूर्ण संबंधों का प्रभाव शाहरुख़ खान के फिल्म हैप्पी न्यू ईयर के प्रमोशन हेतु कनाडा और अमेरिका में स्लैम- द टूर पर नज़र आया, जिसमे विशाल शेखर नहीं थे। जबकि, हैप्पी न्यू ईयर के संगीत से कोई सरोकार न होते हुए भी हनी सिंह साथ थे। इसे देखते हुए यह तय माना जा रहा था कि खान की अगली फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर विशाल शेखर नहीं होंगे। अब जबकि रोहित शेट्टी की फिल्म के संगीतकार के बतौर विशाल-शेखर को न लिए जाने की अफवाह उड़ रही है, यह तय माना जा रहा है कि जब रोहित शेट्टी की फिल्म का ऐलान होगा, तब बतौर संगीतकार प्रीतम नज़र आएंगे।
अल्पना कांडपाल
अल्पना कांडपाल
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फिल्म पुराण
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ह्रितिक रोशन का हॉलीवुड कनेक्शन
बॉलीवुड एक्टर ह्रितिक रोशन का ताज़ातरीन हॉलीवुड कनेक्शन एक एड है ! माउंटेन ड्यू के कमर्शियल में ह्रितिक रोशन कार रेस जीतने के लिए रेगिस्तानी तूफ़ान में अपनी कार दौड़ा देते हैं। ठन्डे पेय का यह सांस रोक देने वाला एड हॉलीवुड की फ़ास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों के डायरेक्टर रॉब कोहेन ने दुबई के रेगिस्तान में शूट किया है। पिछले दिनों, जब रॉब कोहेन ह्रितिक रोशन से मिलने मुंबई आये थे तो यह अफवाह गर्म हुई थी कि वह ह्रितिक रोशन के साथ कोई एक्शन फिल्म बनाने जा रहे हैं- शायद फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ७ । जबकि, दरअसल यह मिलना इस एडवेंचरस एड के लिए था। रॉब और उनकी टीम ऐसी रफ़्तार वाली एडवेंचर फिल्मों और विज्ञापनों के स्टंट की माहिर हैं। माउंटेन ड्यू का एड ह्रितिक रोशन का तीसरा हॉलीवुड कनेक्शन है। ह्रितिक रोशन का सबसे पहला कनेक्शन अनुराग बासु निर्देशित फिल्म काइट्स के कारण बना था, जिसके हॉलीवुड के लिए इंग्लिश डब वर्शन काइट्स द रीमिक्स की एडिटिंग हॉलीवुड फिल्म रश ऑवर के ब्रेट रेटनर ने की थी। दूसरी बार रोशन जूनियर हॉलीवुड की हिट फिल्म नाइट एंड डे के हिंदी रीमेक बैंग बैंग को हॉलीवुड के फॉक्स स्टार स्टूडियोज के लिए कर रहे थे। इस समय भी वह हॉलीवुड के वाल्ट डिज्नी स्टूडियो की आशुतोष गोवारिकर के डायरेक्शन में फिल्म मोहनजोदड़ो कर रहे है।
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Thursday, 19 February 2015
गुलशन कुमार की बेटी की शादी (फोटोज में)
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फोटो फीचर
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भव्य गांधी का एग्जाम टाइम
सोनी सब के पॉपुलर टीवी सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में अब कुछ दिनों तक किशोर चरित्र टप्पू नहीं दिखाई देगा। क्योंकि, इस करैक्टर को कर रहे अभिनेता भव्य गांधी अपनी बोर्ड परीक्षाओं में व्यस्त हो रहे हैं। भव्य १२ वी के छात्र हैं। उन्हें बोर्ड एग्जाम के लिए कम से कम एक महीना पहले तो पढ़ाई में जुट ही जाना चाहिए। इसलिए, जब उन्होने यह बात अपने शो के निर्माता को बताई तो वह भव्य को विशेष तौर पर छुट्टी देने को तैयार हो गए। भव्य कहते हैं, "जब मैंने अपने एग्जाम की बात असित सर को बताई तो उन्होंने तुरंत छुट्टी देते हुए एग्जाम की अच्छी तरह से तैयारी करने की हिदायत दी।" अपनी परीक्षा के लिए छुट्टी पर जाते भव्य गांधी को शो के उनके वरिष्ठ कलाकार दिलीप जोशी, दिशा वखाणी, आदि ने शुभकामनायें दी। क्या आप नहीं कहना चाहेंगे भव्य गांधी से -बेस्ट ऑफ़ लक !
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Television
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
फिर सोनी पर गर्मागर्म रोमांस !
सोनी एंटरटेनमेंट के पॉपुलर शो इतना करो न मुझे प्यार में नील और रागिनी के बीच दूरियां कम होती जा रही हैं। तलाक़ लेकर अलग हो गए चार बच्चो के माता पिता को फिर एक कराने का उनके बच्चों का प्रयास बहन निशि और जिग्नेश की शादी में रंग लाएगा। फार्म हाउस में शादी की तैयारियों और जश्न में डूबे रागिनी और नील स्वाभाविक रूप से नज़दीक आ गए हैं। नील रागिनी का ख्याल रखता है। रागिनी को सर्दी लगती है तो वह उसे ठण्ड दूर करने के लिए ब्रांडी पिला देता है। ब्रांडी पीने के बाद रिज़र्व और कठोर रागिनी थोड़ा खुल जाती है। वह जश्न का आनंद उठाने लगती है। वह नील से कहती है कि नील उसे ड्राइव पर ले जाए। नील मना नहीं कर पाता। दोनों लॉन्ग ड्राइव पर निकल पड़ते हैं। एक जगह पर कुछ युवा वैलेंटाइन्स डे मना रहे हैं। उन्हें देख कर युवा उन्हें अंकल और आंटी कह कर चिढ़ाने लगते हैं। इस पर रागिनी नील का पक्ष लेते हुए हॉट और हैंडसम कहती है। यह पार्टी दोनों को ज़्यादा नज़दीक ले आती हैं। दोनों के बीच कुछ गहरे रोमांस के क्षण पैदा होते हैं। दोनों एक दूसरे से सटे फिल्म कभी अलविदा न कहना के तुम्ही देखो न गीत पर थिरक उठते हैं। इस नील और रागिनी के इस रोमांस को दर्शक कितना महसूस करते हैं, यह दर्शकों पर ही छोड़ देते हैं।
अल्पना कांडपाल
अल्पना कांडपाल
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'चक दे ! इंडिया' गर्ल का मराठी फिल्म 'चित्रफिती ३.० पिक्सेल' में हॉट स्किन शो (फोटो)
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फोटो फीचर,
मराठी फिल्म इंडस्ट्री
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Wednesday, 18 February 2015
डी० रामानायडू की मसाला फिल्मों में जयाप्रदा और श्रीदेवी भी अंग प्रदर्शन करती थी
मशहूर फिल्म निर्देशक, दक्षिण के प्रतिष्ठित सुरेश प्रोडक्शंस के संस्थापक और एक व्यक्ति के तौर पर सबसे ज़्यादा १३ भाषाओँ में १५० फिल्मों का निर्माण कर गिनेस बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज कराने वाले तेलुगु और हिंदी फिल्मों के निर्माता डी० रामानायडू का आज देहांत हो गया। वह समाज कार्यों से सक्रीय रूप से जुड़े थे। वह १३वी लोकसभा में तेलुगु देशम पार्टी के सदस्य थे। उन्हें पद्मभूषण और दादासाहेब फालके पुरस्कार से अलंकृत भी किया गया था। आज के हिंदी फिल्मों के युवा दर्शक उनके नाम से परिचित नहीं होंगे, लेकिन उनके पोते राणा दग्गुबाती से यह दर्शक परिचित है। रामानायडू ने १९८० और १९९० के दशक में कई कलाकारों को मौका दिया। उनकी पारिवारिक फ़िल्में, ख़ास तौर पर जीतेन्द्र और राजेश खन्ना के साथ दिल और दीवार, दिलदार, बंदिश, मक़सद, तोहफा, आदि फ़िल्में हिंदी दर्शकों द्वारा ख़ास पसंद की गई। बॉलीवुड से डी० रामानायडू के पसंदीदा अभिनेता राजेश खन्ना थे। वह बतौर फिल्म निर्माता अपनी हर फिल्म के लिए पहले राजेश खन्ना से ही संपर्क करते थे। राजेश खन्ना के उपलब्ध न होने पर वह जीतेन्द्र के साथ फ़िल्में बनाते थे। उन्होंने राजेश खन्ना के साथ कुल तीन फ़िल्में बनाई और तीनों ही ब्लॉकबस्टर साबित हुई। उन्होंने रेखा, हेमा मालिनी, जया प्रदा, श्रीदेवी, मिनाक्षी शेषाद्रि, आदि दक्षिण की बड़ी अभिनेत्रियों और जीतेन्द्र, राजेश खन्ना, अनिल कपूर, मिथुन चक्रवर्ती के साथ श्रेष्ठ पारिवारिक फिल्मों का निर्माण किया। दिलचस्प बात यह थी कि उनकी लगभग सभी फ़िल्में हिट-सुपरहिट हुई। उन्होंने अनाड़ी फिल्म से अपने बेटे वेंकटेश को करिश्मा कपूर के साथ हीरो बना कर पेश किया। एक समय डी ० रामानायडू की फिल्मों के कारण ही हिंदी दर्शकों के बीच के बापैया, के राघवेंद्रराव, के मुरली मोहन राव, दसारी नारायण राव और के० मुरली मोहन राव जैसे निर्देशकों की पहचान बनी। डी० रामानायडू की फिल्मों का ख़ास फॉर्मेट था। यह फ़िल्में बड़े सितारों के साथ पारिवारिक हुआ करती थी। लेकिन, इन फिल्मों में मसाला भरने के लिए जयाप्रदा, श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित जैसी अभिनेत्रियों को भी कामुक अंग प्रदर्शन करना पड़ता था। दक्षिण में बनी फिल्मों में डी० रामानायडू की फिल्मों का दबदबा १९९० के दशक तक जारी रहा। २००० में रिलीज़ सुनील शेट्टी, सुष्मिता सेन और नम्रता शिरोड़कर की फिल्म आग़ाज़ के बाद २००२ में कुछ तुम कहो कुछ हम कहें की असफलता के बाद डी रामानायडू की सक्रियता दक्षिण की तेलुगु और तमिल फिल्मों तक सीमित हो गयी। पिछले साल रिलीज़ तेलुगु फिल्म दृश्यम और इस साल की शुरू में रिलीज़ फिल्म गोपाला गोपाला को अच्छी सफलता मिली थी। उनके द्वारा निर्मित इकलौती बांगला फिल्म असुख को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ। ६ जून १९३६ को करमचेदु मद्रास में जन्मे डी० रामानायडू के बड़े बेटे सुरेश बाबू फिल्म निर्माता, छोटे वेंकटेश और पोते राणा दग्गुबाती फिल्म अभिनेता है।
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श्रद्धांजलि
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 17 February 2015
एक बार फिर 'कथा'
साईं परांजपे निर्देशित १९८३ में रिलीज़ कॉमेडी फिल्म 'कथा' को बॉक्स ऑफिस पर न केवल सफलता मिली थी, बल्कि समीक्षकों ने भी इस फिल्म को सराहा था। कछुआ और खरगोश की प्रतिस्पर्द्धा की लोक कथा पर आधारित इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह एक सीधे सादे और चुपचाप किस्म के कछुआ राजाराम की भूमिका में थे, जो पड़ोस की लड़की संध्या से प्रेम करता है, लेकिन अपने प्यार का इज़हार नहीं कर पाता। फारूक शेख राजाराम के चालू किस्म के दोस्त बासुदेव की भूमिका में थे। संध्या को पाने के लिए कछुआ और खरगोश की यह अनोखी कहानी अपने अंदाज़ की अलग कॉमेडी फिल्म थी । २०१३ में, साईं परांजपे की १९८१ में रिलीज़ फिल्म 'चश्मे बद्दूर' का रीमेक निर्देशक डेविड धवन ने बनाया था। इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता मिली थी। अब साईं परांजपे की १९८३ में रिलीज़ कछुआ और खरगोश की दौड़ पर फिल्म का रीमेक मशहूर फिल्म समीक्षक और निर्देशक खालिद मोहम्मद बनाने जा रहे हैं । खालिद मोहमद चार फिल्मों फ़िज़ा, तारिख, तहज़ीब और सिलसिले का निर्देशन कर चुके हैं। कथा उनके निर्देशन में चौथी फिल्म होगी। इस फिल्म के निर्माता अंजुम रिज़वी हैं। अंजुम रिज़वी ने चरस, आहिस्ता आहिस्ता, अ वेडनेसडे, अ फ्लैट, फ़ास्ट फॉरवर्ड और जॉन डे जैसी सात फ़िल्में बनाई हैं। खालिद मोहमद की कथा में १९८३ की कथा के फारूक शेख के चरित्र को मनीष पॉल, नसीरुद्दीन शाह के कछुआ किरदार को मुहम्मद ज़ीशान अयूब और दीप्ति नवल वाला किरदार नवोदित तरीका शर्मीला मंद्रे करेंगी। इस फिल्म में फराह खान की मेहमान भूमिका है।
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आज जी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बाइक के दीवाने है मोहित मारवाह
बड़ी और महंगी कारों का दीवाना बॉलीवुड मोटर बाइक्स का भी दीवाना है। इंडस्ट्री के कई सितारों के दिलों पर बाइक्स का राज है जैसे जॉन अब्राहम ,संजय
दत्त, आदि की तो बाइक
रेसिंग टीम भी है । यह सितारे अपनी बाइक सड़को पर दौड़ाते हुए अक्सर दिखाई
देते रहते है। अब बॉलीवुड की इस बाइक लीग से युवा एक्टर मोहित
मारवाह भी जुड़ गए है । फग्ली फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू करने
वाले मोहित मारवाह तेज़ रफ़्तार बाइक्स के दीवाने ही नहीं हैं, बल्कि उन्हें बाइक
एडवेंचर स्पोर्ट्स बेहद पसंद है । हाल ही में एक अमेरिकन बाइक कंपनी ने
मोहित के सामने भारत में उनका ब्रांड एम्बेसेडर बनाने का प्रस्ताव रखा है ।
मोहित मारवाह कहते है, "मुझे एक पॉपुलर अमेरिकन बाइक कंपनी ने ब्रांड
अम्बेस्डर के लिए प्रस्ताव दिया है, इस बात से में बेहद उत्साहित हूँ । मुझे बाइक राइडिंग और बाइक एडवेंचर स्पोर्ट्स से बहुत लगाव
है। बाइक को हाईवे पर दौड़ाना सुखद अनुभव होता है। आप हवा की रफ़्तार महसूस करते है,
जिससे उत्साह बढ़ता है ।"मोहित इस समय कुछ फिल्मो
की स्क्रिप्ट्स पढ़ रहे है। स्क्रिप्ट फाइनल होने पर वह जल्द ही किसी दूसरी फिल्म के
साथ बड़े स्क्रीन पर नजर आएंगे।
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हस्तियां
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'दर्द करारा' से कुमार शानू की वापसी
यशराज बैनर अब अपने स्टाफ को भी अपने बैनर की फिल्मों में मौका देने लगा है। परिणीति चोपड़ा और वाणी कपूर यशराज बैनर के पीआर और मार्केटिंग सेक्शन का स्टाफ थीं। अब इस कड़ी में आ जुडी हैं भूमि पेडणेकर। वह यशराज फिल्म्स के कास्टिंग डिवीज़न की स्टाफ हैं । लेकिन, अब वह यशराज फिल्म्स के बैनर तले निर्माता मनीष शर्मा की शरत कटारिया निर्देशित कॉमेडी फिल्म 'दम लगा के हईशा' की नायिका हैं। 'दम लगा के हईशा' एक छोटे गाँव के असफल युवा प्रेम और उसकी मोटी पत्नी संध्या की कहानी है। रियल लाइफ में भी शरीर से तगड़ी भूमि पेडणेकर ने संध्या की भूमिका की है। 'दम लगा के हईशा' से भूमि बॉलीवुड फिल्मों की नायिका बन पाएगी, इसमे शक की काफी गुंजायश है। लेकिन, ९० के दशक के हिट गायक कुमार शानू की वापसी के लिहाज़ से 'दम लगा हईशा' ख़ास हो जाती है। इस फिल्म में ९० के दशक के संगीत की याद दिलाता एक गीत 'दर्द करारा' फिल्म के नायक आयुष्मान खुराना और भूमि पेडणेकर पर फिल्माया गया है। अनु मलिक की बनाई धुन पर इसी गीत को कुमार शानू ने साधना सरगम के साथ गाया है। ग्रामीण पृष्ठभूमि पर फिल्माए गया यह गीत दर्शकों को कितना पसंद आता है, इसी पर टिकी है कुमार शानू की सफल वापसी। २७ फरवरी को 'दम लगा के हईशा' की रिलीज़ के बाद साफ़ हो जायेगा कि वापसी के लिहाज़ से कुमार शानू की आवाज़ में कितना दम है और भूमि पेडणेकर अपने भारी बदन के साथ बॉलीवुड में स्टारडम की रेस कहाँ तक दौड़ पाती हैं !
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नए चेहरे
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Monday, 16 February 2015
स्वरा भास्कर शूट से समय निकाल कर करती है स्क्रिप्ट राइटिंग
स्वरा
ने बतौर अभिनेत्री अपना नाम करचुकी है , अब वे खुद को बतौर लेखक के नाम से
भी पहचान बनाना चाहती है। स्वरा को शूट बीच जब भी समय मिलता है वे
स्क्रिप्ट राइटिंग करती है और उनकी इस स्क्रिप्ट पर साल के अंत तक शूट भी
शुरू हो जायेगा। यह स्टोरी एक लव ट्रैंगल पर होगा जो की बिहार के धरती पर
आधारित होगी स्टोरी का सारा आईडिया स्वरा का ही है साथ ही स्वरा डाइलोग
और स्क्रीनप्ले भी लिखा है। इंडस्ट्री के बड़े लेखको ने स्वरा को सहायता
करने का सुझाव दिया है तथा कुछ फिल्म मेकर्स स्क्रिप्ट भी पढ़ी है।
स्वरा कहती है " मेने पहला ड्राफ्ट तीन साल पहले लिखा था और फाइनल ड्राफ्ट
कुछ महींने पहले किया है। पहले में सोच रही थी की फिल्म भी डायरेक्ट करू
लेकिन सिर्फ एक्टिंग ही करुँगी। में आशा करती हु की यह फिल्म इस साल के अंत
तक फ्लोर पर जाएगी। कुछ निर्माताओ को स्क्रिप्ट पसंद भी आयी है लेकिन मैं
आधिकारिक पुष्टि के लिए इंतज़ार कर रही हूँ।
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सलमान खान के चिंकारा केस पर 'कैदी नंबर २१०'
राजस्थान की एक अदालत में सलमान खान पर चिंकारा केस ने रणजीत शर्मा को इतना प्रेरित किया कि वह फिल्म निर्माता बन गए और इस केस पर एक फिल्म 'कैदी नंबर २१०' ही शुरू कर दी। सोमवार को इस फिल्म का महूरत मुंबई के फिल्मिस्तान स्टूडियो में धूम धाम से हुआ। फिल्म के टाइटल 'कैदी नंबर २१०' का नंबर वही नंबर है, जो जोधपुर जेल में बंदी के दौरान सलमान खान को दिया गया था। शर्मा की फिल्म में सलमान खान की भूमिका एक दूसरा खान उस्मान खान कर रहा है। इस फिल्म की ख़ास बात यह है कि सलमान खान के जेल में रहने के दौरान सेल में उनके साथ रहे कैदी महेश सैनी भी इस फिल्म में कैदी नंबर २१० के साथी बने हैं। निर्माता रणजीत शर्मा ने अपनी फिल्म को चर्चित बनाने में कसर नहीं छोड़ी है। फिल्म का निर्देशन मशहूर फिल्म निर्देशक प्रकाश झा के समान नाम वाले निर्देशक से एडिटर बने प्रकाश झा कर रहे हैं। फिल्म की शूटिंग जोधपुर जेल की उसी सेल में होगी, जिसमे सलमान खान को रखा गया था। जोधपुर में जिस जिप्सी का उपयोग सलमान खान ने किया था, उसे ड्राइवर सहित किराये पर ले लिया गया है। फिल्म में जेलर की भूमिका राज झाँगिङ कर रहे हैं। रणजीत शर्मा कहते हैं, "हमारी फिल्म की शूटिंग वास्तविक लोकेशन पर, वास्तविक लोगों के साथ मुंबई और जोधपुर में होगी।" रणजीत शर्मा यह तो नहीं बताते कि फिल्म को लेकर सलमान खान को कोई ऐतराज़ तो नहीं होगा। वह यह ज़रूर साफ़ करते हैं कि यह फिल्म सलमान खान के उस दौर के उन पहलुओं को छुएगी, जिसे सभी लोग नहीं जानते। वैसे सलमान खान की भावनाओं को ध्यान में रख कर फिल्म में 'भाई शैतान नहीं भगवान है' की टैग लाइन फिल्म के टाइटल के ऊपर जोड़ी गयी है। फिल्म में सलमान खान की भूमिका कर रहे उस्मान खान 'कैदी नंबर २१०' को ज़िम्मेदारी मानते हैं। वह कहते हैं, "यह मौका मेरे लिए बड़ी ज़िम्मेदारी भी है। मैं ऐसा महसूस कर रहा हूँ, जैसे कोई खज़ाना मेरे हाथ लग गया है।" इस फिल्म मुंबई से शुरू होगी और जोधपुर में ख़त्म होगी। अलबत्ता फिल्म के क्लाइमेक्स को काफी ओपन रखा गया है। यानि, जैसे जैसे सलमान खान के केस में प्रोग्रेस होगी, फिल्म में आवश्यक परिवर्तन कर लिए जायेंगे।
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आज जी
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