Sunday, 20 August 2017

बॉलीवुड न्यूज़ २० अगस्त

टेनिस की तरह मिक्स्ड क्रिकेट टीम हो- अक्षय कुमार
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार 23 जुलाई को लंदन के लॉर्ड क्रिकेट मैदान में  महिला क्रिकेट विश्वकप फाइनल देखने गए थे। भले ही महिला क्रिकेट टीम फाइनल नहीं जीत पाई पर उन्होंने सभी के दिलो को ज़रूर जीत लिया है।  अब टीम वापस भारत लौट आयी हैं।  इधर अक्षय कुमार ने  यह सुझाव दिया है कि महिला और पुरुष क्रिकेट टीम एक साथ एक टीम बनकर खेले।  वह आगे कहते हैं, "जिस  तरह  टेनिस  में मिक्स्ड  डबल्स होते  हैं, उसी  तरह  महिला  और  पुरुष  क्रिकेट  टीम  में क्यों  नहीं  हो  सकता।  मिक्स्ड  क्रिकेट  टीम में 6   महिला  और  6 पुरुष  खिलाडी, ऑस्ट्रेलिया  के  6 पुरुष  और  6 महिलाओ  के  खिलाफ  खेले ? यदि इस तरह का फॉर्मेट बनता है, तो यह सबसे बड़ा सेट-अप होगा। " अक्षय कुमार को यह विचार उस समय आया, जब वह फोन पर विंबलडन मैच देख रहे थे ।
फन्ने ख़ाँ में ऐश्वर्या राय के साथ विक्की कौशल

करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किलमें अपने नए अवतार से दर्शकों को चकित करने के बाद ऐश्वर्या रॉय बच्चन  राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म 'फन्ने ख़ाँके साथ बड़े पर्दे पर बिलकुल अलग अवतार में नज़र आएँगी । खबर है कि इस फिल्म में विक्की कौशल पहली बार ऐश्वर्या रॉय के साथ स्क्रीन शेयर करते नज़र आएंगे । यह विक्की के लिए इस लिहाज़ से ख़ास है कि कुछ समय पहले दीपिका पादुकोण उन्हें पद्मावती में अपना पति मानने से इंकार कर चुकी थी। पुरस्कार विजेता फिल्म 'मसानके साथ करियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता विक्की कौशलरणबीर कपूर की संजय दत्त के जीवन पर आगामी 'दत्त बायोपिकफिल्म में एक अहम किरदार कर रहे हैं। इसके अलावा फिल्म राज़ी में वह आलिया भट्ट के हीरो बन  कर आ रहे हैं । फन्ने ख़ाँ २००० में रिलीज डच फिल्म 'एवरीबॉडी इज फेमस! का हिंदी रूपांतरण है। फिल्म 'फन्ने ख़ाँके  निर्देशन का भार नवोदित अतुल मांजरेकर पर है।  फिल्म का निर्माण राकेश ओमप्रकाश मेहराक्रियर्ज एंटरटेनमेंट और टी-सीरीज़ द्वारा किया जा रहा है।   
सावधान शुभ मंगल करेगी दम लगा के हईशा की जोड़ी 
निर्माता आनंद एल राय एक बार फिर पारिवारिक मनोरंजक फिल्म शुभ मंगल सावधान ले कर आ रहे हैं।  पिछले दिनों इस फिल्म का टिजर रिलीज हुआ था। इस टीज़र को दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया गया। इस फिल्म की आयुष्मान खुराना और भूमि पेडनेकर की जोड़ी दूसरी बार एक साथ है।  इस जोड़ी की फिल्म दम लगा के हईशा को बेहद पसंद किया गया था। यह फिल्म स्कूल तक पढ़े युवा प्रेम की थी, जिसकी शादी एक पढ़ीलिखी मगर काफी मोटी लड़की संध्या से हो जाती है। आर.एस. प्रसन्ना निर्देशित फिल्म शुभमंगल सावधान का कथानक काफी अलग है।  यह नॉन कूल मुदित शर्मा (आयुष्मान खुराना) और नॉन हॉट सुगंधा जोशी (भूमि पेडनेकर) की यह मजेदार कहानी हैं। आनंद एल राय की फिल्मों ने हमेशा ही छोटे शहर का रोमांस और देसी मनोरंजन के बारे में अपने अलग अंदाज में बात की हैं। यह फिल्म भी आनंद एल राय की इसी खास स्टाइल में बनी हुई हैं। अब देखने वाली बात होगी कि आयुष्मान-भूमि की जोडी की दिलचस्प केमिस्ट्री इस फिल्म के ज़रिये फिल्म के लिए आनंद और शुभ मंगल लाएगी ।   
अब दो फिल्मों में जेम्स बांड बनेंगे डेनियल क्रैग
खबर पुख्ता है कि अभिनेता डेनियल क्रैग मान गए हैं।  प्रोडूसर्स के मनाने के बाद डेनियल अब एक नहीं दो जेम्स बांड फिल्मों में अभिनय करेंगे।  २००५ में पहली बार इस ब्रिटिश अभिनेता ने इऑन प्रोडक्शंस के साथ तीन बांड फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था।  डेनियल क्रैग फिल्म कैसिनो रोयले में पियर्स ब्रॉसनन  की जगह जेम्स बांड की गन थामे नज़र आये थे।  इसके बाद वह क्वांटम ऑफ़ सोलस (२००८), स्काईफाल्स (२०१२) और स्पेक्टर (२०१५) में भी बांड के किरदार में नज़र आये स्पेक्टर के बाद डेनियल क्रैग बांड का चोला नहीं पहनना चाहते थे।  लेकिन, बांड फिल्मों की निर्माता बारबरा ब्रोक्कोली डेनियल क्रैग से लगातार छह बांड फ़िल्में करने का अनुरोध कर रही थी। इसमें से एक फिल्म बांड २५ का तो ऐलान भी कर दिया गया था।  यह फिल्म ८ नवंबर २०१९ को रिलीज़ होनी थी। हालाँकि, क्रैग के मना कर देने पर दूसरे विकल्प भी देखे जा रहे थे। डेनियल क्रैग को दो अन्य बांड फिल्मों के लिए मना लेने के पीछ बारबरा ब्रोक्कोली की मान मनौवल तो था ही, अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि डेनियल क्रैग ने अपना इरादा तब बदला, जब उन्हें मालूम हुआ कि बांड फिल्म का निर्देशन सैम मेंडेस करेंगे।  डेनियल क्रैग और सैम मेंडेस की आपस में बढ़िया जमती हैं।  दोनों दो बांड फिल्मों स्काईफॉल और स्पेक्टर कर चुके हैं।  इन दोनों ने २००२ में पहली बार रोड टू पर्डीशन एक साथ की थी।  रोड टू पर्डीशन के निर्माता सैम मेंडेस ही थे।  चूंकि, सैम ने अगली बांड फिल्म डायरेक्ट करने से मना कर दिया था, इसलिए डेनियल क्रैग भी अलग हो गए थे। 
कावेरी का तीसरा सिंगल
शाहरुख़ खान की फिल्म कभी हाँ कभी न की नायिका सुचित्रा कृष्णमूर्ति और मासूम के निर्देशक शेखर कपूर की बिटिया अब १६ साल की हो गयी है।  लेकिन, तमाम स्टार पेरेंट्स के बच्चों की तरह वह फिल्मों में भाग्य आजमाने की कोशिश  नहीं कर रही है।  इसी स्टार डॉटर का रुझान संगीत तरफ है।  वह अच्छी गायिका है।  उनके दो सिंगल हिट हो चुके हैं।  अब कावेरी का डिड यू नो और हाफ अ हार्ट के बाद तीसरा सिंगल अगेन  ९ अगस्त को रिलीज़ हुआ।  छह साल की उम्र से अपने संगीत के प्रति रुझान को रियाज़ में बदलने वाली कावेरी ने १२ साल की उम्र में पहला सिंगल डिड यू नो किया था।  यह बड़ा हिट साबित हुआ था।  संगीत प्रेमियों ने कावेरी की आवाज़ को पसंद किया।  हिंदुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक की जानकार कावेरी वेस्टर्न क्लासिकल म्यूजिक की भी अच्छी समझ रखती है। वह पियानो और गिटार बजा लेती हैं।  अपने गीत खुद लिखने वाले कावेरी की प्रेरणा उनकी माँ सुचित्रा कृष्णमूर्ति हैं।  कावेरी कहती हैं, "मैं आगे भी संगीत सीखते रहना चाहती हूँ।  मैं जितना आगे तक जा सकती हूँ, जाना चाहती हूँ।"
अब बिदिता कर रही हैं चित्रांगदा वाला रोमांस !
निर्देशक कुषाण नंदी ने अपनी एक्शन थ्रिलर फिल्म बाबूमोशाय बन्दूकबाज़ में नायिका के बतौर चित्रांगदा सिंह को लिया था।  लेकिन, बदमिजाज़ चित्रांगदा सिंह फिल्म को बीच में ही छोड़ का चली गई।  उन्हें ऐतराज़ फिल्म के रोमांटिक सीन और गहरे चुम्बनों पर नहीं था।  बल्कि, वह एक बदशक्ल हीरो के साथ रोमांस नहीं कर सकती थी।  फिल्म में उनके नायक नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी थे।  चित्रांगदा को उन्ही के साथ रोमांस करना था। अब  काले कलूटे नवाज़ुद्दीन के साथ रोमांस करने के लिए अभिनेत्री बिदिता बाग को ले लिया गया।  फ्रॉम सिडनी विथ लव, १९ जुलाई, एक्स- पास्ट इज प्रेजेंट और गन पे डन जैसी नामालूम फ़िल्में कर चुकी बिदिता को किसी के भी साथ रोमांस पर ऐतराज़ नहीं।  उन्होंने नवाज़ के साथ जमकर रोमांटिक सीन किये हैं। फैशन और मॉडलिंग की दुनिया का जाना पहचाना चेहरा बिदित बाग को ऐसा नहीं लगता कि चित्रांगदा सिंह ने केवल इस कारण से फिल्म छोड़ी होगी।  वह कहती हैं, "सही बात मुझे नहीं मालूम।  क्योंकि, चित्रांगदा  ने पहले भी इंटिमेट सीन किये हैं।  वह जानती हैं कि आपको अपने करैक्टर का आईडिया डायरेक्टर द्वारा इसका विवरण बताये जाने पर समझ में है। लेकिन, मुझे किसी प्रकार का दबाव नहीं।"
तेरी मेहरबानियां के सीक्वल में निकेशा पटेल
तेलुगु, तमिल और कन्नड़ फिल्मों की अभिनेत्री निकेशा पटेल तेरी मेहराबनिया फिल्म का  रीमेक करेंगी।  १९८५ में रिलीज़ फिल्म तेरी मेहरबानियां में जैकी श्रॉफ और पूनम ढिल्लों ने लीड करैक्टर किये थे।  इसके बावजूद फिल्म एक कुत्ते के बदला लेने की कहानी के  इर्दगिर्द घूमती थी।  निर्माता केसी बोकाडिया की विजय रेड्डी निर्देशित तेरी मेहरबानियां हिट फिल्म साबित हुई थी।  अब ३२ साल बाद के सी बोकाड़िया इस फिल्म का सीक्वल बनाने जा रहे हैं।  लेकिन यह सीक्वल हिंदी में नहीं बल्कि तेलुगु और तमिल भाषा में बनाया जायेगा।  इस फिल्म में निकेशा पटेल और श्रीकांत मुख्य किरदार करेंगे।  निकेशा पटेल उनकी घरेलु पत्नी बनी हैं, जबकि श्रीकांत एक पुलिस किरदार कर रहे हैं।  यह अनाम फिल्म एक हत्या रहस्य फिल्म है।  इस फिल्म में दो दो जर्मन शेफर्ड लिए गये हैं।  इसीलिए कहा जा रहा है कि फिल्म १९८५ की फिल्म का रीमेक होगी।  फिल्म का निर्देशन के सी बोकाडिया करेंगे। यहाँ बताते चलें कि तेरी मेहरबानियां स्वर्गीय शंकर नाग अभिनीत कन्नड़ फिल्म थालिया भाग्य का हिंदी रीमेक फिल्म थी।

Saturday, 19 August 2017

लिओनार्डो बनेंगे लिओनार्डो

हॉलीवुड फिल्म एक्टर लिओनार्डो डीकैप्रिओ का नाम महान पेंटर लिओनार्डो डाविन्ची पर रखा गया था। हॉलीवुड फ़िल्म टीनएज म्युटेंट निन्जा टर्टल के एक कछुए का नाम लिओनार्डो पर ही रखा गया था। टॉम हैंक्स अभिनीत रॉन होवार्ड निर्देशित फिल्म द डा विन्ची कोड का रहस्य लिओनार्डो डा विन्ची की मशहूर पेंटिंग में से एक द लास्ट सपर के अंदर था।  इस फिल्म को भारी सफलता मिली थी।  इसके बाद दो सीक्वल फ़िल्में एंजेल्स एंड डेमॉन्स और इन्फर्नो भी बनाई गई। कोई दो साल पहले हिटमैन फिल्म के निर्माता एड्रियन अस्करी ने लिओनार्डो डाविन्ची पर फिल्म बनाये जाने का ऐलान किया था। अब हॉलीवुड अभिनेता लिओनार्डो डिकेप्रिओ रील लाइफ में इस महान पेंटर का अवतार धरने जा रहे हैं।  डीकैप्रिओ का नाम लिओनार्डो इसी पेंटर के नाम पर रखा गया था।  इसलिए अभिनेता लिओनार्डो का अति उत्साहित हो जाना स्वाभाविक है।  लिओनार्डो इस समय बतौर निर्माता द प्लेनेट, द कॉर्पोरेशन, द बलाड ऑफ़ रिचर्ड जेवेल, डेलीरियम, रॉबिनहुड और द ब्लैक हैंड जैसी फिल्मों का निर्माण कर रहे हैं। वह बतौर अभिनेता द ब्लैक हैंड और किलर्स ऑफ़ द फ्लावर मून में अभिनय कर रहे हैं।  फिर भी वॉटर इसाक्सोन की डाविन्ची पर फिल्म करने को लेकर उत्साहित हैं।  इस फिल्म के अधिकार प्राप्त करने के लिए हॉलीवुड के दो बड़े स्टूडियो पैरामाउंट और यूनिवर्सल के बीच गर्मागर्म युद्ध छिड़ा हुआ था। बहरहाल, बाज़ी पैरामाउंट के हाथ लगी है।  डीकैप्रिओ अपनी कंपनी के जरिये डा विन्ची बनने को तैयार है।  लेकिन, फिलहाल उन्हें अपने हाथ के प्रोजेक्ट पर ध्यान देना है।  पैरामाउंट को बढ़िया लेखकों का चुनाव भी करना है ताकि तमाम आधुनिक अविष्कारों को अपनी पेंटिंग में उतारने वाले पेंटर पर प्रभावशाली फिल्म बन सके।  
गाल गैडोट से हारी दीपिका पादुकोण

पिछले दिनों बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को हॉलीवुड अभिनेत्री गाल गैडोट से मात खानी पड़ी। दीपिका अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म ट्रिपल एक्स: रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में सेरेना उंगेर की भूमिका के लिए टीन चॉइस अवार्ड्स की चॉइस एक्शन मूवी एक्ट्रेस की श्रेणी में नामित हुई थी। इस पुरस्कार के लिए मैदान में वंडर वुमन की नायिका गाल गैडोट भी नामित हुई थी।  हालाँकि, ट्रिपल एक्स से ही दो अन्य अभिनेत्रियां निना डॉब्रेव और रूबी रोज भी नामित हुई थी।  फिल्म पाइरेट्स ऑफ़ द कॅरीबीयन: डेड मेन टेल नो टेल्स की काया स्कॉडलेरिओ भी नामित थी।  लेकिन, बाज़ी हाथ लगी गाल गैडोट के।  अब यह बात दीगर है कि गाल गैडोट चॉइस समर मूवी एक्ट्रेस की श्रेणी में स्पाइडर-मैन होमकमिंग की ज़ेन्डया से परास्त हो गई।  इस श्रेणी में गाल गैडोट और ज़ेन्डया के अलावा मैंडी मूर (४७ मीटर्स डाउन), इज़ाबेला मॉनेर (ट्रांसफार्मर्स: द लास्ट नाइट), करा डेलेविजने (वेलेरियन एंड द सिटी ऑफ़ अ थाउजेंड प्लैनेट्स) और बेल्ला थोर्न (अमीटीविल्ले द अवेकनिंग) भी नामित हुई थी।  टीन चॉइस अवार्ड्स हर साल फिल्म, टेलीविज़न, फैशन, स्पोर्ट्स, संगीत, आदि की श्रेणी में दिए जाते हैं।  १९९९ से शुरू इन पुरस्कारों का प्रसारण फॉक्स टेलेविज़न नेटवर्क द्वारा किया जाता है।   

शाहरुख़ खान ने पहले भी भरपाई की है वितरकों के नुकसान की !

सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट बॉक्स ऑफिस पर मुंह के बल गिरी।  सलमान खान पर वितरकों की तरफ से उनके नुकसान की भरपाई करने का दबाव पड़ा।  सलमान खान को फिल्म ट्यूबलाइट से वितरकों को हुए ६५ करोड़ के नुकसान के आधे यानि ३२.५० करोड़ की भरपाई करनी पड़ी।  इसके साथ ही शाहरुख़ खान दबाव में आ गए।  उन पर जब हैरी मेट सेजल के वितरकों द्वारा सलमान खान की तरह नुकसान की भरपाई का दबाव पड़ने लगा है।  वितरकों ने शाहरुख़ खान की फिल्म जब हैरी मेट सेजल को ८० करोड़ में खरीदा था।  लेकिन, यह फिल्म रिलीज़ के पहले ही दिन से औंधे मुंह जा गिरी।  वितरकों को इस फिल्म के लिए भी बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।  इस लिए वह शाहरुख़ खान पर नुकसान साझा करने का दबाव डाल रहे हैं।  
बड़े सितारे भारी नुकसान 
यह साल फिल्म वितरकों पर भारी  पड़ रहा है।  अमूमन वितरक बड़े सितारों की फिल्मों को खरीदने के लिए मुंह मांगी रकम देते हैं।  खान अभिनेताओं का बॉक्स ऑफिस पर जलवा रहता है।  इनकी फिल्मों के वीकेंड ही फिल्म को १०० करोड़ क्लब तक पहुंचा देते हैं।  इसीलिए, फिल्म वितरक नरेंद्र हीरावत के एनएच स्टूडियोज ने सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट की असफलता के बावजूद शाहरुख़ खान की फिल्म  जब हैरी मेट सेजल को ८० करोड़ मे आल इंडिया रिलीज़ करने के अधिकार खरीद लिए थे।  परन्तु, खान ब्रांड बॉक्स ऑफिस पर पिट गया।  इससे पहले फिल्म वितरकों को तीन बड़ी फिल्मो हृथिक रोशन की फिल्म मोहन जोदड़ो से हुए भारी नुकसान के अलावा शाहिद कपूर की फिल्म रंगून और रणबीर कपूर की फिल्म जग्गा जासूस से भी ५७-५७ करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है।  
क्या है प्रॉफिट शेयरिंग ?
बॉलीवुड के बड़े सितारों की फीस भारी होती है।  सलमान खान आम तौर पर अपनी फिल्म के लिए ७० करोड़ लेते हैं।  लेकिन, फिल्म सुल्तान को सलमान खान ने प्रॉफिट बेसिस पर साइन किया।  सुल्तान ने वर्ल्डवाइड ६०० करोड़ का बिज़नेस किया है।  इसके परिणामस्वरुप वह फीस के तौर पर ७० करोड़ के बजाय ११०-१५० करोड़ तक ले जायेंगे।  सलमान खान की तरह दूसरे खान शाहरुख़ खान और अक्षय कुमार बाजार पर अपनी पकड़ को भांप कर प्रॉफिट में ५०% से लेकर ८०% तक की शेयरिंग करते हैं।  आमिर खान अपनी फीस की पूरी रकम प्रॉफिट से ही लेते हैं।  
नया ट्रेंड नहीं 
फिल्मों की फीस के तौर पर प्रॉफिट शेयरिंग का फार्मूला आज का नहीं। अस्सी के दशक में, अमिताभ बच्चन बॉक्स ऑफिस पर अपनी फिल्मों की सफलता को देखते हुए, टेरिटरीज यानि वितरण क्षेत्र के अधिकार लेने लगे थे।  इसके लिए वह मुंबई, पंजाब और राजस्थान के उपजाऊ फिल्म वितरण क्षेत्र को बतौर फीस अपने लिए सुरक्षित करवा लेते थे।  यह तरीका फिल्म निर्माताओं के लिए फायदेमंद भी है।  इससे उनकी फिल्म की लागत कम हो जाती है। आप इसे ऐसी समझ लीजिये कि अगर किसी खान की फिल्म की निर्माण लागत ४० करोड़ है तो उसकी ५० करोड़ की फीस शामिल कर लें तो फिल्म का बजट ९० करोड़ हो जाता है।  ऐसे में जब सितारे प्रॉफिट शेयरिंग करते हैं तो फिल्म की लागत ९० के बजाय ४० करोड़ ही रह जाती है।  कम लागत वाली फिल्म का फायदा या नुकसान भी काम ही होता है।  
दक्षिण का अलग ट्रेंड !
दक्षिण में ट्रेंड दूसरा है।  दक्षिण के शीर्ष के सितारों चिरंजीवी, पवन कल्याण, महेश बाबू, अल्लू अर्जुन,  प्रभाष, जूनियर एनटीआर, राम चरण, नागार्जुन, बालाकृष्ण, वेंकटेश, रवि तेजा तथा अन्य की फिल्मो के निर्माता अपनी फिल्मों को अपनी फिल्मों की लागत वितरकों से अग्रिम भुगतान द्वारा ले लेते हैं।  इस प्रकार से फिल्म निर्माता सुरक्षित हो जाते हैं, लेकिन, वितरकों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।  इसी साल पवन कल्याण की फिल्म सरदार गब्बर सिंह अरु कटमारायुडू, महेश बाबू की फिल्म ब्रह्मोसतवम और राम चरण की फिल्म ब्रूस ली बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी थी।  इस बड़ी असफल के बावजूद फिल्म के निर्माता घाटे में नहीं थे।  लेकिन,  वितरकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। उन्हें फिल्म निर्माताओं से अगली फिल्म में फायदा हो जायेगा का आश्वासन ज़रूर मिला।  
रजनीकांत ने भी उठाया नुकसान
केवल साउथ के एक्टर रजनीकांत ही ऐसे एक्टर हैं, जो अपने वितरकों के नुकसान की भरपाई करते हैं।२०१४ में रजनीकांत की फिल्म लिंगा बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से असफल हुई थी। इस फिल्म के कारण लिंगा के प्रदर्शकों तक को नुकसान हुआ था। रजनीकांत ने इस घाटे की भरपाई करने का निर्णय लिया। उन्होंने अपने वितरकों और प्रदर्शकों में अपनी फिल्म के प्रति विश्वास बनाने के लिए खुद से नुकसान की भरपाई का निर्णय लिया।  उन्होंने अपने वितरकों और प्रदर्शकों को उनके नुकसान की तिहाई रकम वापस कर दी।  सूत्र बताते हैं कि यह रकम कोई १० करोड़ के आसपास थी।  
शाहरुख़ खान ने पहले भी वापस किया है नुकसान !
शाहरुख़ खान की फिल्म के वितरक और प्रदर्शक नुकसान की भरपाई चाहते ज़रूर है।  लेकिन, वह ज़्यादा चिंतित नहीं है।  उन्हें विश्वास है कि शाहरुख़ खान उनके  नुकसान की भरपाई करेंगे।  वास्तविकता को तय है कि बतौर फिल्म निर्माता शाहरुख़ खान अपने वितरकों के नुकसान की भरपाई करते रहे हैं।  शाहरुख़ खान ने २००१ में फिल्म अशोका के वितरक इरोस को और २००५ में पहेली के वितरक यूटीवी को हुए नुकसान की भरपाई की थी।  बॉक्स ऑफिस पर अशोका  के खराब प्रदर्शन का नतीजा था कि शाहरुख़ खान की २००३ में रिलीज़ फिल्म चलते चलते कम कीमत पर बिकी थी।  पहेली की असफलता के बाद शाहरुख़ खान ने अपने घाटा खाने वाले वितरकों को पहला मौका दिया कि वह ओम शांति ओम को खरीदना चाहते हैं या नहीं ! २०१५ में भी शाहरुख़ खान ने फिल्म दिलवाले से हुए नुकसान की भरपाई के लिए वितरकों को २५ करोड़ दिए थे।  जहाँ तक जब हैरी मेट सेजल से हुए घाटे का सवाल है, शाहरुख़ खान ऐसे किसी क्लॉज़ से बंधे नहीं है।  इसके बावजूद वितरक चाहते हैं कि शाहरुख़ खान उनके नुकसान की भरपाई करें।
सबसे विश्वसनीय अक्षय कुमार
अक्षय कुमार की फिल्मों की लागत भारी नहीं होती।  अब तो वह अपनी फिल्मों से बतौर निर्माता भी जुड़ने लगे हैं।  उन्होंने पिछले १९ महीनों में एयरलिफ्ट, हाउसफुल ३, रुस्तम, जॉली एलएलबी २ और टॉयलेट एक प्रेम कथा जैसी हिट फ़िल्में दे दी हैं।  ट्रेड से जुड़े लोगों का अनुमान है कि ३० करोड़ में बनी बड़ा मुनाफा देने जा रही है।  यह फिल्म अब तक ८५ करोड़ के आसपास का बिज़नेस कर चुकी है।  जब तक लेख प्रकाशित होगा टॉयलेट एक प्रेम कथा १०० करोड़ क्लब में शामिल हो जाएगी।  अक्षय कुमार की दूसरी सौ करोड़ क्लब वाली फिल्म में ६० करोड़ की रुस्तम का बॉक्स ऑफिस पर १२७ करोड़ का लाइफ टाइम कलेक्शन, ३५ करोड़ की जॉली एलएलबी २ का ११७ करोड़ और ३५ करोड़ की ही एयरलिफ्ट का १२९ करोड़ का लाइफ टाइम कलेक्शन बॉक्स ऑफिस पर अक्षय कुमार की सफलता का पैमाना है। इस लिहाज़ से आमिर खान भी गजिनी के बाद से लगातार फायदे वाली फ़िल्में देते रहे हैं।
कैसे बदल रहा है गणित !
दक्षिण की फिल्म बाहुबली २ ने बॉक्स ऑफिस पर १५०० करोड़ से ज़्यादा का कलेक्शन कर लिया है। अभी चीनी बाजार बाकी है।  कई जगहों पर यह फिल्म आज भी चल रही है। अक्षय कुमार बॉक्स ऑफिस पर विश्वसनीय साबित हो ही रहे हैं।  ऐसे में रजनीकांत की विज्ञान फंतासी रोबो २ या २.० के निर्माता धर्म संकट में हैं। इस फिल्म के निर्माण में ४५० करोड़ खर्च हो चुके हैं। इतने बड़े बजट की फिल्म को लेकर निर्माताओं के पास दो रास्ते हैं। वह इस फिल्म को वितरकों को बेच कर पहले ही मुनाफा बटोर लें या परसेंट के आधार पर फिल्म खुद से रिलीज़ करें। इस फिल्म में अक्षय कुमार की खल भूमिका ने फिल्म निर्माताओं का संकट ज़्यादा गहरा दिया है। 

Friday, 18 August 2017

बाहुबली प्रभाष की नायिका को मिलेंगे ७ करोड़

बाहुबली: द कांक्लुजन के हिंदी संस्करण को हिंदी बेल्ट में जैसी सफ़लता मिली, उससे बॉलीवुड के खान अभिनेताओं का रुतबा भी फीका पड़ गया है। 'बाहुबली' प्रभाष को हिंदी दर्शक अच्छी तरह पहचानने लगे हैं।  प्रभाष का चेहरा मोहरा भी हिंदी फिल्मों के उपयुक्त है।  इसीलिए, प्रभाष लेकर बनाई जा रही फिल्म साहो को हिंदी में भी शूट किया जायेगा।  इस फिल्म में प्रभाष की नायिका श्रद्धा कपूर होंगी।  यह वही भूमिका है, जिसे करने से कैटरीना कैफ जैसी स्थापित और दिशा पटनी जैसी नवोदित अभिनेत्री भी इनकार कर चुकी है।  भारी भरकम १५० करोड़ के बजट से बनाई जा रही साहो को प्रभाष की बाहुबली इमेज के अनुरूप एक्शन से भरपूर बनाया जा रहा है। कम से कम दक्षिण की एक्शन फिल्मों में नायिका के लिए कुछ ख़ास नहीं होता।  श्रद्धा कपूर का आज हिंदी फिल्मों में एक मुकाम है।  इसके बावजूद वह प्रभाष के साथ साहो करने के लिए तैयार हुई तो इसके एवज में उन्हें चार करोड़ का भुगतान किया जा रहा है। इस फिल्म के नायक प्रभाष को ३० करोड़ मिल रहे हैं। फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता नील नितिन मुकेश खल किरदार करेंगे।  यूटीवी क्रिएशन्स की इस फिल्म का निर्माण तेलुगु, तमिल और मलयालम में भी किया जायेगा।  यह प्रभाष की पहली फिल्म होगी, जिसमे उनका किरदार हिंदी बोलता नज़र आएगा।  फिल्म में शंकर एहसान लॉय का संगीत है। श्रद्धा कपूर की गैंगस्टर फिल्म हसीना पारकर २२ सितम्बर को रिलीज़ हो रही है।

Thursday, 17 August 2017

छीन कर ले जायेंगे मृत शरीर

हॉलीवुड में रीमेक फिल्मों का सिलसिला काफी लम्बा है।  अब इसमे इनवेजन ऑफ़ द बॉडी स्नैचर्स  का नाम भी जुड़ गया है।  जैक फ़िने के १९५४ में प्रकाशित उपन्यास  द बॉडी स्नैचर्स पर पहली फिल्म १९५६ में बनाई गई।  इस फिल्म को सफलता मिली।  इसके बाद इस उपन्यास पर तीन बार १९७८, १९९३ और २००७ में बनाई गई। १९७८ में बनाई गई डोनाल्ड सुदरलैंड की फिलिप कॉफमैन फिल्म इन्वेजन ऑफ़ द बॉडी स्नैचर्स को पहली फिल्म से ज़्यादा अच्छी बताया जाता है।  दूसरी रीमेक फिल्म बॉडी स्नैचर्स १९९३ में रिलीज़ हुई थी।  अबेल फेरारा  निर्देशित फिल्म में गैब्रिएल अनवर ने मुख्य भूमिका की थी।  तीसरा रीमेक द  इन्वेजन २००७ में रिलीज़ हुआ था।  फिल्म में डेनियल क्रैग और निकोल किडमैन की मुख्य भूमिका थी।  अब यह बात दूसरी है कि हॉलीवुड के सबसे सफल जेम्स बांड डेनियल क्रैग की यह फिल्म फ्लॉप हुई थी। अब चौथी बार वार्नर ब्रदर्स द्वारा फिल्म  का निर्माण किया जा रहा  है।  डेविड लेस्ली जॉनसन इस फिल्म की पटकथा नए रूप में लिखेंगे।  डेविड फिल्म कंजूरिंग २ भी लिख चुके हैं।  इस फिल्म ने स्टूडियो को बढ़िया कमाई कराई है।  कैलिफ़ोर्निया के एक छोटे शहर पर पौधे की फलियों  में छुपे एलियंस का हमला हो जाता है।  जैसे ही फलियां तोड़ी  जाती हैं, एलियंस मानव रूप ले लेते हैं।  इन एलियंस के हमले का शिकार एक के बाद एक शहर के लोग होने लगते हैं।
भेड़िया और मनुष्य की दोस्ती की 'अल्फा'
अल्फा की कहानी प्रागैतिहासिक काल या आइस एज की नहीं है।  बीस हजार साल पहले की यह कहानी एक भेडिये से मनुष्य की दोस्ती की है। शिकार पर गए घायल केडा को उसके साथी मरने के लिए वीरान इलाके में ही छोड़ देते हैं। उसका पैर टूट चूका है।  उसे उस बर्फीले इलाके में कैसे जीवित रहा जाये, सीखना है।  ऐसे में उसका साथी बनाता है एक भेडिया अल्फा ।  केडा और अल्फा घर वापस लौटने के अपने असंभव से अभियान को संभव कर दिखाते हैं।  कहानी के लिहाज़ से फिल्म थ्रिलर लगाती है।  लेकिन, इसके ट्रेलर में मार्मिक क्षण भी दिखाई देते हैं,जब ठण्ड से ठिठुर रहे केडा और अल्फा एक दूसरे से चिपक कर सर्दी भगाने की कोशिश करते हैं।  निर्देशक अल्बर्ट ह्यूजेज (द बुक ऑफ़ एली) निर्देशित अल्फा में केडा की भूमिका कोडी स्मिथ-मैक्फी कर रहे हैं।  इनके अलावा नाटसिआ माल्थे, लेओनोर वरेला,आदि के नाम भी उल्लेखनीय हैं।  इंसान और भेड़िये की यह दोस्ती अगले साल २ मार्च को रिलीज़ होगी। 


छोटे परदे पर बड़े बड़े 'अवतार'

छोटा पर्दा धर्ममय हो गया है।  टेलीविज़न चैनलों पर अवतार सीरियलों की भरमार है।  परंपरागतपारिवारिक सोपओपेरा का जैसे दर्शक सिमट गया है।  हर चैनल किसी न किसी पौराणिक चरित्र पर शोज का ऐलान करता नज़र आता है।  एक सीरियल ख़त्म होता नहीं कि उसकी जगह लेने दूसरा धार्मिक-पौराणिक सीरियल तैयार रहता  है।  अब सोनी को ही लीजिये।  इस चैनल पर प्रसारित हो रहा संकटमोचन महाबली  हनुमान जैसे ही ख़त्म होगाउसकी जगह विघ्नहर्ता गणेश ले लेगा।  हनुमानजी का महिमामंडन करने वाला सोनी एंटरटेनमेंट गणेश जी के जयजयकारे लगाने लगा।  मौका भी तो अच्छा है गणेश चतुर्थी (२५ अगस्त) का।  परदे पर देवा ओ देवा होना ही है। 
हिन्दू टीवी सीरियलों के चैनल
धार्मिक सीरियल टेलीकास्ट करने के मामले में कोई भी चैनल खुद के सेक्युलर होने का दावा नहीं कर सकता।  तीन साल पहले अल जज़ीरा की वेब साइट पर प्रकाशित एक लेख हिन्दू माइथोलॉजी रूल इंडियन टेलीविज़न पूरी कहानी बयां करने वाला है।  आज तीन साल बाद भी माहौल नहीं बदला है।  हर प्रमुख टीवी चैनल हिन्दू धार्मिक सीरियल ले कर आ रहा है।  बिग मैजिक पर कृष्ण लीला दर्शाने वाला सीरियल बाल कृष्ण टेलीकास्ट हो रहा है।  इस सीरियल  का प्रोडक्शन हाउस भगवान् श्रीकृष्ण की बाल लीला के अनछुए पहलू दिखाने का दावा करता है।  इस सीरियल के निर्माता सिद्धार्थ कुमार तिवारी धार्मिक सीरियल बनाने के ब्रांड बने हुए है।  एंड टीवी पर परमावतार श्रीकृष्ण प्रसारित हो रहा है।  फिलहाल इस शो में भगवान् श्रीकृष्ण के बालरूप का चित्रण किया जा रहा है।  हालाँकिइस सीरियल द्वारा दिखाई जा रही तमाम कहानियों से दर्शक परिचित है। एंड टीवी से ही प्रसारित हो रहे सीरियल संतोषी माँ में संतोषी माता की एक भक्त महिला पर संतोषी माँ की कृपा का चित्रण किया जा रहा है।  कलर्स से माँ दुर्गा के रूपों पर सीरियल महाकाली अंत ही प्रारम्भ है का प्रसारण हो रहा है।  इस सीरियल को शुरूआती कड़ियों से ही ज़बरदस्त सफलता और प्रशंसा मिली है।  कलर्स पर पहले से ही शनि महिमा का बखान करने   वाला शो कर्मफल दाता शनि का प्रसारण हो रहा है।  स्टार प्लस से आरंभ कहानी देवसेना की का प्रसारण हो रहा है।  यह सीरियल प्रागैतिहासिक काल में आर्यों के भारत आगमन और उनके द्रविड़ों से युद्ध का चित्रण कर रहा है।  वैसे लाइफ ओके पर सबसे पॉपुलर पौराणिक शो  देवों के देव महादेव की वापसी की खबर गर्म है।
धार्मिक टीवी सीरियलों के निर्माता
सिद्धार्थ कुमार तिवारी को २१वी सदी का वेदव्यास कहा जा सकता है।  वह अपनी निर्माण संस्था स्वस्तिक प्रोडक्शंस के अंतर्गत टीवी सीरियलों का निर्माण करते हैं।  उनका सबसे सफल शो महाभारत २०१३ से टेलीकास्ट हुआ था।  इससे पहले वह महिमा सोमनाथ की बना कर ख्याति प्राप्त कर चुके थे। सूर्यपुत्र कर्ण और बाल कृष्ण जैसे पौराणिक शो बनाने वाले सिद्धार्थ के इस समय दो पौराणिक शो कर्मफल दाता शनि और महाकाली : अंत ही आरम्भ है कलर्स से प्रसारित हो रहे हैं।  धार्मिक सीरियलों की सफलता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि फिल्म निर्देशक रामानंद सागर ने रामायण की अपार सफलता के बाद राम के दो पुत्रों लव और कुश पर  लव-कुश का निर्माण भी किया।  यह दोनों सीरियल दूरदर्शन पर नेशनल चैनल से दिखाए गए।  दूरदर्शन संकट मोचक हनुमान का प्रसारण भी कर चूका है।  बीआर चोपड़ा ने भी महाभारत के बाद विष्णु कथाओं पर विष्णु पुराण का निर्माण किया।  ट्रायंगल फिल्म कंपनी के निर्माता निखिल सिन्हा और सोहना सिन्हा देवों के देव महादेव और महाभारत जैसे भव्य शोज का निर्माण कर चुके हैं।  खबर है कि देवों के देव महादेव के सीजन २ का प्रसारण हो सकता है। 
छोटे परदे के 'अवतारएक्टर
चाहे फिल्म एक्टर हो या टीवी एक्टरपौराणिक चरित्रों से उन्हें हमेशा सराहना मिलती रही है।  अस्सी के दशक में अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया परदे के राम और सीता बन कर धार्मिक आबादी के चहीते बन गए थे।  महाभारत के प्रसारण के दौरान नीतीश भारद्वाज को भी कृष्ण की पहचान मिली।  इसी पहचान की बदौलत वह सांसद भी बने। आजकल सौरभ राज जैन धार्मिक धारावाहिकों के पौराणिक चरित्र बन गए हैं।  वह पौराणिक धारावाहिक महाभारत में कृष्ण  की भूमिका कर चुके हैं।  हालाँकिउनकी तुलना नीतीश भरद्वाज के साथ की जाती रही।  उन्होंने देवों के देव महादेव में विष्णु का अवतार लिया।  आजकल वह महाकाली अंत ही आरम्भ में शिव के अवतार में हैं।  सौरभ के सीरियल देवों के देव महादेव में अभिनेता मोहित रैना ने महादेव का अवतार लिया था।  इस शो ने मोहित को ज़बरदस्त शोहरत दिलाई।  इसी शोहरत का नतीजा था कि उनका ज़िक्र बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के साथ सगाई की खबरों तक जा पहुंचा।  मोहित पर महादेव की इमेज के दुष्प्रभाव का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सीरियल चक्रवर्तिन अशोक सम्राट में उनके अशोक महान के अवतार को फीका महसूस किया गया।  अब खबर है कि देवों के देव महादेव सीजन २ से उनकी महादेव के रूप में वापसी हो रही है। खबर यह भी है कि महादेव में सती का किरदार करने वाली मौनी रॉय की वापसी भी हो रही है।  मौनी रॉय के फिल्म गोल्ड में अक्षय कुमार की नायिका बनाने की खबरों के साथ टीवी पर वापसी काफी कुछ कह  जाती है।  महादेव में मौनी रॉय के जाने बादपारवती का किरदार निभाने वाली दो अभिनेत्रियां सोनारिका भदौरिया और पूजा बोस भी अपने किरदार के कारण सुर्ख़ियों में रहीं।  महाकाली अंत ही आरम्भ है में पारवती का किरदार करने वाली अभिनेत्री पूजा शर्मा को महाभारत में द्रौपदी के किरदार के पहचान मिली।  अब वह महाकाली  के तमाम रूपों में अपनी प्रतिभा का परिचय दे रही हैं। 
चीन में लोकप्रिय पौराणिक सीरियल 
चीन में भारत में बने पौराणिक  टीवी सीरियलों को पसंद किया जाता है।  चीनी टेलीविज़न पर यह सीरियल चीनी भाषा में भाषांतरित होकर प्रसारित होते हैं।   चीनी दर्शकों के तीन सर्वाधिक पसंदीदा सीरियलों में महाभारत, देवों के देव और नागिन हैं।  चीनियों को भारत के पौराणिक सीरियलों का दर्शन और वैश्विकता प्रभावित करती है।  चीन के युवाओं को यह अलग संसार नज़र आता है।  देवों के देव महादेव को देखने के बाद चीनी युवा भारतीय कथानकों को पढ़ने के लिए प्रेरित हुआ।  बुद्ध राजाओं का राजा को देखने वाले चीनियों की कोई  थी।  
उच्च तकनीक का इस्तेमाल 
धार्मिक सीरियलों की लोकप्रियता का परिणाम है कि टेलीविज़न शोज की तकनीक में गुणात्मक सुधार किया जा रहा है । उच्च तकनीक से सीरियल बनाए जा रहे हैं । महाकाली अंत ही आरंभ है का निर्माण मोशन कैप्चर तकनीक और एनिमैट्रॉनिक्स के ज़रिये किया जा रहा है । इसके कारण से टीवी के भगवान गणेश बिल्कुल जीवंत नज़र आयेंगे । निर्माताओं का दावा है कि इस तकनीक का इस्तेमाल हॉलीवुड की फिल्मों में व्यापक रूप से किया जाता है । यह तकनीक दृश्यों को ज्यादा असली और गंभीर अनुभव देगी। दर्शक जब गणेश को देखेंगे तो उन्हें महसूस होगा कि गणेश के कलाकार के चेहरे पर निष्क्रिय मास्क नहीं लगाया गया है । यह तकनीक गणेश के एक विघ्नकारी बच्चे से सभी देवताओं में 'प्रथमेशबनने तक के भावनात्मक सफर को जीवंत कर देगी। यह अग्रणी तकनीक भगवान गणेश के विस्तृत यथार्थ मूवमेंट और चेहरे के भावों को स्पष्ट रूप से जीवंत करेगी और सभी दर्शकों को पूर्ण विजुअल ट्रीट देगी। तो चलिए देखते हैं गणेशावतार और महाकाली रूप ! 

Tuesday, 15 August 2017

मेलबर्न के भारतीय फिल्म समारोह में राजकुमार राव को मिला फिल्म ट्रैप्ड के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का स्पेशल ज्युरी पुरस्कार

अपने परफॉर्मन्सेस के लिए हमेशा दर्शको और समीक्षकों से नवाजे गयें, राजकुमार राव को बॉलीवुड का सबसे विश्वसनीय और भरोसेमंद अभिनेताओं में से एक माना जाता हैं। राजकुमार राव की इस साल फिल्म ट्रैप्ड रिलीज हुई थी। जिसके लिए मेलबर्न में इस वक्त चल रहें भारतीय फिल्म फेस्टिवल में उन्हें ज्युरी व्दारा दियें जानेवाले सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के वैस्टपैक पुरस्कार से नवाजा गया। विक्रमादित्य मोटवानी व्दारा निदेशित हुए इस थ्रिलर फिल्म में किये प्रदर्शन की वजह से राजकुमार की काफी वाहवाही हुई हैं। फिल्म को मेलबर्न फिल्म समारोह में भी मनोनीत किया गया। 
मुंबई फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म का वल्ड प्रीमीयर हुआ था। तब फिल्म को स्टैंडिंग ओवेशन प्राप्त हुआ था। फिल्म को अब तक मिली अभूतपूर्व सफलता के बाद अब यह फिल्म का नामांकन होने से फिल्म ने ओर एक नया मकाम हासिल किया हैं। सुनने में आ रहा हैं की, राजकुमार राव की बहुचर्चित फिल्म न्यूटन का भी मेलबर्न फिल्म समारोह में प्रीमियर होने जा रहा हैं।  

राजकुमार राव कहतें हैं, “यह पुरस्कार प्राप्त करके मैं काफी खुश हुँ। फिल्म ट्रैप्ड मेरे लिए काफी चुनैतीपूर्ण फिल्म थी। और इस फिल्म को मिल रहें सम्मान से मैं, विक्रम सर और पूरी टिम खूद को काफी गौरान्वित महसूस कर रहीं हैं। उम्मीद हैं, की इसी तरह की बेहतरीन फिल्में मुझे आगे भी मिलती रहें।

Sunday, 13 August 2017

महाविनाश के बाद की बर्ड बॉक्स !

कुछ सालों तक लटके रहने के बाद सैंड्रा बुलक की पोस्ट महाविनाश के बाद की कथा पर फिल्म बर्ड बॉक्स अब शुरू हो सकती है।  इस फिल्म की स्क्रिप्ट अर्रिवल के पटकथाकार एरिक हेइससेरर लिख रहे हैं।  यह फिल्म जोश मलेरमन के २०१४ में प्रकाशित इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है। निकट भविष्य की दुनिया की इस कहानी में एलियंस के हमले से दुनिया की अधिकतर आबादी का सर्वनाश हो जाता है।  ऐसे ही बचे कुछेक लोगों में एक माँ (सैंड्रा बुलक) और उसके दो युवा बच्चे छोटी सी नौका से २० मील का सफर कर रहे हैं। इस सफर के दौरान इन लोगों को अपनी चतुराई और बच्चो को अपने प्रशिक्षित कानों पर भरोसा करना है।  पहले २०१३ में इस फिल्म को यूनिवर्सल द्वारा बनाया जाना था, लेकिन अब इस फिल्म का निर्माण नेटफ्लिक्स के हाथों में हैं। फिल्म की शूटिंग अगस्त से शुरू हो जाएगी। फिल्म का निर्देशन मामा के एंडी मुस्कैटी करेंगे। सैंड्रा बुलक अगले साल २२ जून को रिलीज़ होने जा रही फिल्म ओसियन'स एट में नज़र आएंगी।   


'इन स्टाइल' के कवर पर गायिका अभिनेत्री सेलेना गोमेज़

सेलेना मारी गोमेज़ ने टीवी सीरीज बार्नी एंड फ्रेंड्स से बतौर बाल कलाकार एक्टिंग डेब्यू किया।  डिज़्नी चैनल की सीरीज विज़ार्डस ऑफ़ ववरली प्लेस ने सेलेना को मशहूर कर दिया।  सेलेना ने हॉलीवुड रिकार्ड्स से कॉन्ट्रैक्ट किया और अगले साल अपना बैंड सेलेना गोमेज़ एंड द सीन की  स्थापना की।  तीन स्टूडियो एल्बम और ३० सिंगल जारी किये।  रमोना एंड बीज़स (२०१०) और मोंटे कार्लो (२०११) ने उन्हें बतौर एक्ट्रेस स्थापित कर दिया।  २०१५ में उनका सोलो एल्बम रिवाइवल निकला।  अगले साल सेलेना ने रिवाइवल टूर किया।  दोनों ही काफी सफल माने गए।  उनकी होटल ट्रांसिलवानिया फिल्म सीरीज काफी सफल हुई।  अगले साल इस सीरीज की तीसरी फिल्म रिलीज़ होने जा रही है।  वह टीवी सीरीज १३ रीज़न व्हाई की प्रोडूसर हैं।  सेलेना गोमेज़ के लिए यह माना जाता है कि वह चाहे कुछ भी पहने रॉक करती है।  शायद इसीलिए प्रख्यात फैशन और सेलिब्रिटी  मैगज़ीन ने अपने सितम्बर अंक के कवर के लिए सेलेना गोमेज़ को चुना है।
ओसबोर्न हाउस में फिल्म विक्टोरिया और अब्दुल के कॉस्ट्यूम्स 
निर्देशक स्टीफन फ्रेअर्स की फिल्म विक्टोरिया एंड अब्दुलमहारानी विक्टोरिया और उनके सबसे विश्वसनीय क्लर्क अब्दुल करीमके बीच रोमांटिक दोस्ती पर आधारित है । फिल्म में जूडी डेंच महारानी विक्टोरिया और अली फजल क्लर्क अब्दुल करीम की भूमिका में हैं । अठारहवीं सदी के अंतिम दशकों में विक्टोरिया गौरव को ध्यान में रखकर दोनों लीड कलाकारों के लिए अनेक कॉस्ट्यूम्स डिजाईन किये गए हैं । खास तौर से जुडी और अली के किरदारों के कॉस्ट्यूम्स को ओरिजिनल लुक देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी गयी। अब. जबकि फिल्म सितम्बर में रिलीज़ होने जा रही है, इसके निर्माताओं ने यह तय किया है कि इन सटीक कॉस्ट्यूम्स को सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा जाए। इसलिए यह सारे कॉस्ट्यूम्स यू.के. के वाइट टापू में स्थित ओसबोर्न हाउस में सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखे जायेंगे। विक्टोरिया और अब्दुल के अधिकांश दृश्यों को इसी हाउस में फिल्माया गया था, जिससे उन्हें प्रामाणिकता मिलती है। 

अल्पना कांडपाल 

हॉलीवुड की ब्री लार्सन की भारतीय फिल्म

ब्री लार्सन, बेशक अपनी साइंस फिक्शन फिल्म कॉंग स्कल आइलैंड के लिए टीन चॉइस अवार्ड्स के लिए नामित की गई हों, लेकिन उनके पास की फ़िल्में दूसरी कहानी कहती हैं।  वह हर शैली की फ़िल्में करती हैं। पिछले साल वह ड्रामा फिल्म रूम में लिए टीन चॉइस थी।  वह एक्शन, ड्रामा, रोमांस, आदि भिन्न शैलियों की फ़िल्में कर चुकी हैं।  उनकी ११ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही फिल्म ग्लास कैसल ड्रामा फिल्म है।  ब्री लार्सन निर्देशित फिल्म यूनिकॉर्न स्टोर एक कॉमेडी फिल्म है।  इस साल रिलीज़ होने जा रही ब्री की चौथी फिल्म बासमती ब्लूज भारत के लिहाज़ से ख़ास है।  एक तो यह कि यह फिल्म  हिंदी में भी बनाई जा रही है। दूसरी बात यह कि डान बैरन द्वारा लिखी और निर्देशित यह फिल्म ब्री लार्सन के साइंटिस्ट किरदार लिंडा पर केंद्रित हैं, जो अपने पिता बेन के साथ चावल की अनुवांशिक तौर पर शोधित चावल की ईज़ाद करती हैं। उनका बॉस उन्हें इस चावल को भारत में ग्रामीण किसानों को बेचने को भेजता है।  इस फिल्म में भारतीय सिनेमा के कुछ चेहरे भी नज़र आएंगे।  इनमे दक्षिण की अभिनेत्री लक्ष्मी मांचू और हिंदी दर्शकों की जानी पहचानी सुहासिनी मुले के नाम उल्लेखनीय हैं।
अब दुष्टों की मददगार  बनेगी ऐलिस मिला जोवोविच !
रेजिडेंट ईविल सीरीज की छह फिल्मों में दुष्ट पिशाचों का नाश करने वाली और बुरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए जान की बाज़ी लगा देने वाली ऐलिस का किरदार करने वाली अमेरिकन मॉडल एक्ट्रेस मिला जोवोविच ने अब पाला बदल लिया लगता है।  कम से कम हेलबॉय सीरीज की तीसरी फिल्म हेलबॉय: राइज ऑफ़ द ब्लड क्वीन में वह बुरी ताक़तों का साथ दे रही हैं।  अभी तक हेलबॉय सीरीज की दो फिल्मों को  गुइलर्मो डेल टोरो ने निर्देशित किया था।  लेकिन, इस तीसरी फिल्म राइज ऑफ़ द ब्लड क्वीन के निर्देशन का दायित्व नील मार्शल के हाथों में हैं। नील, गेम ऑफ़ थ्रोन्स जैसी टीवी सीरीज के अलावा कोंस्टनटिन, हनिबल, वेस्टवर्ल्ड और टाइमलेस जैसी  फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं।  हेलबॉय चरित्र के क्रिएटर माइक मिगनोला ने इस फिल्म का रिबूट लिखा है।  अभिनेता डेविड हारबर द्वारा मुख्य चरित्र बिग रेड की भूमिका की जायेगी।  प्रोफेसर ब्रूम का किरदार इयान मैकशेन करेंगे।  यह फिल्म बिग रेड और पृथ्वी को नष्ट करने को तैयार दुष्ट शक्तियों की नेता और जादूगरनी ब्लड क्वीन के टकराव की कहानी है।  बताया जा रहा है कि मिला जोवोविच इन्हीं दुष्ट शक्तियों की मददगार होंगी।  इस फिल्म की शूटिंग सितम्बर से बुल्गारिया और यूके में शुरू हो जाएगी।  फिलहाल मिला जोवोविच को रॉब रेनर की फिल्म शॉक एंड अव् और जेम्स फ्रांको की फिल्म फ्यूचर वर्ल्ड में नज़र आएंगी।  

रियल लाइफ को रील लाइफ में उतारने वाले अभिनेता अक्षय कुमार

अक्षय कुमार ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हैं।  उन्होंने बैंकाक से मार्शल आर्ट्स सीख रखी हैं।  वह इस युद्ध कला के निपुण बॉलीवुड एक्टर माने जाते हैं।  अपनी शुरूआती फिल्मों दीदार, सौगंध तथा खिलाड़ी सीरीज की फिल्मों में उन्होंने इस कला का जम कर प्रदर्शन किया और दर्शकों की वाहवाही लूटी।  अपने खतरनाक और दिलेर एक्शन दृश्यों के कारण वह एक्शन के खिताब से भी नवाज़े गए हैं।  अपने इस रियल आर्ट्स का रील पर प्रदर्शन करने वाले अक्षय कुमार अब लगातार रील लाइफ में रियल लाइफ को उतारने में लगे हैं।  यह इत्तफ़ाक़ ही है कि उनकी ११ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा भारतीय प्रधान मंत्री के भारत स्वच्छता अभियान से जुड़ गई है।  लेकिन, इसमें कोई शक नहीं कि यह रियल प्रॉब्लम हैं।  गाँवों में यह समस्या तो सुरसा की तरह मुंह खोले खडी ही है, शहरों मे भी इसकी ख़ास ज़रुरत है।  वैसे रियल लाइफ में ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनमे गाँव में टॉयलेट न होने के कारण दुल्हन ने घर छोड़ दिया। टॉयलेट एकलौती रियल लाइफ पर रील लाइफ नहीं।  अक्षय कुमार रियल लाइफ को रील में उतारने के माहिर हैं।  पहले और बाद में रिलीज़ उनकी फिल्मे इसका प्रमाण भी हैं।
कानून को आईना दिखाया !
अक्षय कुमार ने इस साल की शुरुआत सीक्वल फिल्म जॉली एलएलबी २ से की थी।  लखनऊ शहर की पृष्ठभूमि पर आधारित निर्देशक सुभाष कपूर की कोर्ट ड्रामा जॉली एलएलबी की खासियत थी कि यह देश की न्याय व्यवस्था पर तीखा व्यंग्य करती थी।  वकील किस प्रकार से कानूनी धाराओं का दुरुपयोग करते हैं।  किस प्रकार से  तारीख़ पे तारीख़ का खेल खेलते हैं। न्याय व्यस्था को भीड़ तंत्र से नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं। फिल्म में इस सबको बेहद साफगोई से प्रदर्शित किया गया था।  लेखक सुभाष कपूर की तारीफ़ करनी होगी कि उन्होंने अक्षय कुमार के साथ भी वकील जॉली के किरदार को लाउड नहीं होने दिया।  उन्होंने पटकथा पर पकड़ बनाये रखते हुए कानून के छेद तो दिखाए ही, पुलिस के निकम्मेपन और कश्मीर के हालात पर भी एक चोट मार दी।  दर्शकों ने फिल्म से खुद को जुड़ा हुआ महसूस किया।  तभी तो ३० करोड़ में बनी जॉली एलएलबी २ ने बॉक्स ऑफिस पर १९७ करोड़ का ग्रॉस कर लिया।
प्रवासी भारतीयों को 'एयरलिफ्ट' कराने वाले
२०१६ में अक्षय कुमार ने दो रियल लाइफ किरदारों वाली फ़िल्में की।  इन फिल्मों को मोटे तौर पर बायोपिक फ़िल्में भी कहा जा सकता है।  इराक ने १९९० में कुवैत पर हमला कर दिया था।  उस समय कुवैत में १,७०,००० भारतीय फंस गए थे।  स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही थी।  इराकी सैनिक लूटपाट खून खराबा कर रहे थे।  ऐसे समय में एक कुवैती हिंदुस्तानी रंजीत कत्याल आगे आया।  उसने इन भारतीयों के रहने और खाने का प्रबंध किया ही, उन्हें कुवैत से बाहर भी निकाल ले गया।  इसमें उसके ईराक़ के साथ सम्बन्ध भी काम आये।  एयरलिफ्ट का रंजीत कत्याल का करैक्टर रियल लाइफ के एक कुवैती भारतीय बिजनेसमैन मथुन्नी मैथ्यूज का रील करैक्टर था।  इस फिल्म के कुछ दूसरे करैक्टर भी रियल लाइफ थे।  इसी साल अक्षय कुमार दूसरी बार रियल लाइफ किरदार की भूमिका में नज़र आये।  फिल्म थी रुस्तम।  यह फिल्म पचास के दशक की मुंबई में घटी एक  सनसनीखेज वारदात, जिसमे एक नेवी अफसर अपने व्यवसाई  मित्र की हत्या कर देता है, क्योंकि व्यवसाई के उसकी पत्नी से अवैध सम्बन्ध थे । इस हत्याकांड ने न्याय व्यवस्था पर ऐसा असर डाला था कि तत्कालीन प्रचलित जूरी व्यवस्था को ही ख़त्म कर दिया गया।  इस हत्याकांड पर  निर्माता निर्देशक और अभिनेता सुनील दत्त ने एक फिल्म यह रास्ते हैं प्यार के (१९६३) का निर्माण किया था।  लेकिन फिल्म असफल हुई थी।  मगर, अक्षय कुमार की फिल्म रुस्तम  ने न केवल ६५ करोड़ के बजट के ऐवज में निर्माताओं को २१६ करोड़ वापस लौटाए, बल्कि अक्षय कुमार के श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी दिलाया।
स्पेशल २६ से शुरुआत !
अक्षय कुमार की रियल लाइफ पर फिल्मों का सिलसिला २०१३ से शुरू हुआ, जब उन्होंने १७८७ की मशहूर ओपेरा हाउस डकैती पर फिल्म स्पेशल २६ की।  इस डकैती में २६ लोग नकली इनकम टैक्स अफसर और कर्मचारी बन कर हीरा व्यापारियों को लूट ले जाते हैं, वह भी पुलिस और सीबीआई को चैलेंज के साथ।  इस फिल्म का मास्टरमाइंड का केंद्रीय किरदार अक्षय कुमार कर रहे थे। हर घटना का बारीक विश्लेषण और प्रदर्शन करने वाली नीरज गुप्ता की इस फिल्म ने दर्शकों को मोहित कर दिया।  २०१३ में प्रदर्शिदूसरी रियल लाइफ किरदार  फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा में अक्षय कुमार ने गैंगस्टर और मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपी दाऊद इब्राहिम के रील लाइफ किरदार शोएब खान का किरदार किया था।  लेकिन, यह फिल्म फ्लॉप हुई थी।
कुछ दूसरी रील में रियल लाइफ फ़िल्में
ज़रूरी नहीं कि अक्षय कुमार की फिल्मों के किरदार रियल  हो।  ऎसी तमाम फ़िल्में हैं, जिनमे मुख्य किरदार रियल नहीं था।  लेकिन घटनाएं रियल लाइफ थी।  मसलन गब्बर इज बैक को ही लीजिये।  यह फिल्म देश में फैले भ्रष्टाचार पर प्रहार करती थी।  अक्षय कुमार का किरदार भ्रष्ट लोगों को सरेआम दंड दिया करता है।  बेबी के किरदार भी एनआईए या एसटीएफ से प्रेरित थे।  अक्षय कुमार की २००९ में रिलीज़ फिल्म चांदनी चौक टू चाइना, हालाँकि एक काल्पनिक कथा थी, लेकिन इसमें अक्षय कुमार वाला किरदार खुद अक्षय कुमार की रियल लाइफ कहानी से प्रेरित था।  अक्षय कुमार भी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में काम करते हुए बैंकाक गए थे।  एक अन्य फिल्म पटियाला हाउस  में अक्षय कुमार का सिख युवा गट्टू का किरदार रियल लाइफ के क्रिकेटर मोंटी पनेसर पर आधारित था।  एक प्रेस वार्ता में अक्षय कुमार ने इसे स्वीकार भी किया था।
रियल लाइफ पर फिल्मों का हिट होना ज़रूरी नहीं।  ऐसी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर बहुत ज़्यादा रिस्पांस नहीं मिलता, अगर इसमें स्टार पावर नहीं है तो।  ऐसे में अक्षय कुमार की फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता अक्षय कुमार का उत्साह बढ़ाने वाली है।  वह कहते हैं, "बॉक्स ऑफिस पर आंकड़ों के लिहाज़ से इस प्रकार की फ़िल्में उत्साहित नहीं करती।  लेकिन, एयरलिफ्ट ने मुझे प्रेरित किया है कि मैं कुछ और ऎसी फ़िल्में करूँ । क्योंकि, एयरलिफ्ट को बॉक्स ऑफिस पर सफलता भी मिली और प्रशंसा भी।" टॉयलेट एक प्रेमकथा के बाद उनकी कोई रियल या रील लाइफ फिल्म रिलीज़ नहीं होगी।  लेकिन, अगले साल फिर अक्षय कुमार की रियल लाइफ फिल्मों का सिलसिला शुरू हो जायेगा।  पहले रिलीज़ होगी पैडमैन।  गरीब महिलाओं में पीरियड्स के दौरान होने वाली गन्दगी को ध्यान में रखते हुए सस्ते पैड बनाने वाले मशीन की ईज़ाद करने वाले अरुणाचलम मुरुगनंथम पर केंद्रित हैं  पैडमैन।  इस फिल्म में अरुणाचलम का किरदार अक्षय कुमार कर रहे हैं।  फिल्म के निर्देशक आर बल्कि हैं।  दूसरी, रीमा कागती की फिल्म गोल्ड १९४८ के ओलंपिक्स में हॉकी का गोल्ड लाने वाली भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी बलबीर सिंह पर फिल्म में अक्षय कुमार बलबीर सिंह के किरदार में होंगे।  यह फिल्म अगले साल १५ अगस्त को रिलीज़ होगी।  हो सकता है कि उस समय तक दर्शकों को अक्षय कुमार की दूसरी रियल लाइफ चरक्टेरों में अक्षय कुमार क फिल्मों के नाम सुनाने को मिल जाएँ।

Thursday, 10 August 2017

खान के बाद इमरान की ज़रुरत है सनी लियॉन का आइटम

बात इसी साल की शुरू की है। सनी देओल की फिल्म भैयाजी सुपरहिट के निर्माता चाहते थे कि फिल्म के प्रमोशनल सांग से सनी लियॉन को जोड़ा जाये। लेकिन फिल्म के नायक सनी देओल इससे इत्तफ़ाक़ नहीं रखते थे।  उन्होंने ऐसे किसी प्रस्ताव को इंकार कर दिया कि वह सनी लियॉन के साथ स्क्रीन शेयर नहीं करेंगे।  जानते हैं कि सनी लियॉन के इंकार के पीछे कारण क्या था ? उनका मानना था कि उनकी एक पारिवारिक व्यक्ति वाली इमेज है।  सनी लियॉन के साथ स्क्रीन शेयर करने पर यह इमेज बदरंग होगी।  इसका मतलब यह हुआ कि लम्बे समय से फ्लॉप फ़िल्में झेल रहे सनी देओल को भी एक पूर्व पोर्न स्टार सनी लियॉन के साथ स्क्रीन शेयर करने में शर्म महसूस हो रही है।  
अपवाद हैं सनी देओल 
लेकिन, आज सब कुछ बदला हुआ सा है।  सनी देओल अपवाद नज़र आ रहे हैं। उनकी फिल्म भैयाजी सुपरहिट अभी तक रिलीज़ ही नहीं हो सकी है। मगर, बॉलीवुड के तमाम बड़े या छोटे सितारों को सनी लियॉन के साथ आइटम करने से परहेज नहीं।  वह हिंदी फिल्मों में आइटम करती ही हैं, साउथ की फिल्मों में भी उनके आइटम ख़ास पॉपुलर हैं। वास्तविकता तो यह है कि सनी लियॉन को सबसे पहले साउथ की फिल्मों ने ही स्वीकार किया।  आज तक सनी लियॉन तमिल, तेलुगु, कन्नड़, आदि दक्षिण की सभी भाषाओं की फिल्मों में आइटम सांग कर चुकी हैं। 
लेकिन बिपाशा बासु से मात खा गया सनी लियॉन का 'जिस्म' 
सनी लियॉन को महेश भट्ट ने २००३ की सुपरहिट फिल्म जिस्म के सीक्वल जिस्म २ की नायिका के रूप में पेश किया था।  इस फिल्म को इरोटिक थ्रिलर फिल्म बताया गया था।  चूंकि, सनी लियॉन को पेश ही पोर्न स्टार  सनी लियॉन की की तरह पेश किया जा रहा था।  दर्शकों को इस फिल्म से कुछ ज़्यादा की  उम्मीद थी। लेकिन, अपने बोल्ड और इरोटिक दृश्यों के कारण सेंसर बोर्ड से वयस्कों के लिए फिल्म का प्रमाण पत्र पाई जिस्म २ दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। हालाँकि, फिल्म ने पहले सप्ताह में २९.५० करोड़ का बढ़िया बिज़नेस कर फिल्म के निर्माता महेश भट्ट को निराश नहीं किया। इसके बावजूद सनी लियॉन १० साल पहले की बिपाशा 'जिस्म' बिपाशा के इरोटिसिस्म को छू तक नहीं पाई। इरोटिक जिस्म के मामले में बिपाशा बासु से मात खा गई बिपाशा बासु।  
सनी ऐसे बनी आइटम की लैला 
सनी लियॉन पोर्न फिल्मों के बजाय बॉलीवुड फिल्मों में अपना करियर बनाना चाहती थी।  इस लिए उन्हें जैसे ही संजय गुप्ता की फिल्म के लिए आइटम सांग का प्रस्ताव मिला, सनी ने मंजूर कर लिया। दरअसल संजय गुप्ता अपनी फिल्मों आइटम सांग रखने के कारण मशहूर हैं।  उनकी २०१३ में रिलीज़ गैंगस्टर फिल्म शूटआउट एट वडाला में तीन तीन आइटम सांग थे।  इनमें से एक आइटम सांग 'बबली बदमाश' को प्रियंका चोपड़ा कर रही थी। सनी लियॉन पर लैला आइटम फिल्माया गया था।  तीसरा आइटम आला रे आला सोफी चौधरी कर रही थी।  इन तीन आइटम सांग्स में बाज़ी मार ले गया सनी लियॉन का लैला आइटम। सनी ने आइटम के मामले में प्रियंका चोपड़ा की हॉटनेस को भी मात दे दी थी। हालाँकि, इस गीत में कैमरा ज़्यादातर सनी लियॉन की भारी छातियों पर ही घूम रहा था। इसके साथ ही आइटम गर्ल के रूप में सनी लियॉन का क्रेज़ बन गया।  
दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड की 'लैला'
लैला आइटम के बाद सनी लियॉन का २०१४ में तमिल फिल्म डेब्यू हुआ। लेकिन यह डेब्यू एक आइटम सॉंग के लिए था। इस तमिल कॉमेडी थ्रिलर फिल्म वाडाकरी में सनी लियॉन पर 'लो आना लाइफ यू' गीत फिल्माया गया था। इसी साल रिलीज़ तेलुगु फिल्म करंट ठीगा में वह एक छोटा रोल कर रही थी।  वह फिल्म में नायक राजू की इंग्लिश टीचर बनी थी, जिसे राजू चाहने लगता है। फिल्म में सनी लियॉन और नायक मनोज वांचू पर फिल्माए गए ले ले ले राजा गीत को सेंसर बोर्ड ने उत्तेजक मानते हुए फिल्म को वयस्कों वाला प्रमाणपत्र दे दिया। फिल्म से जुड़े लोग दावा करते हैं कि अन्यथा फिल्म को यूए सर्टिफिकेट मिलता। सनी लियॉन का कन्नड़ फिल्म डेब्यू भी आइटम सांग के लिए हुआ।फिल्म थी डीके। फिल्म डीके के 'सेसम्मा' आइटम गीत में सनी लियॉन बंटी और बबली के कजरारे कजरारे गीत जैसे ठुमके लगा रही थी।  सनी ने अब तक दो कन्नड़ फिल्मों में आइटम किये हैं। दूसरी कन्नड़ फिल्म लव यू अलिया में वह कामाक्षी गीत पर कामुक हावभाव के साथ थिरक रही थी।  
फिल्म छोटी हो या बड़ी सनी का आइटम है न !
हिंदी फिल्मों में सनी के आइटम की ख़ास बात यह है कि उस फिल्म की नायिका में सेक्स अपील हो सकती है, लेकिन आइटम वाली अपील सनी लियॉन में ही है।  हेट स्टोरी २ इस तथ्य को पुख्ता करती है।  विशाल पंड्या की इरोटिक थ्रिलर फिल्म हेट स्टोरी २ में सुरवीन चावला जैसी सेक्स बम थी।  उन पर फिल्माया गया आज फिर तुम पर प्यार आया है  गीत काफी सेक्सी बन पड़ा था।  इसके बावजूद विशाल पंड्या को सनी लियॉन के पिंक लिप्स की ज़रुरत पड़ गई।  कॉमेडी ड्रामा फिल्म बलविंदर सिंह फेमस हो गया से गायकों शान और मीका सिंह का स्क्रीन डेब्यू हो रहा था।  इस फिल्म में मीका सिंह और शान के साथ सनी लियॉन शेक द बूटी आइटम के ज़रिये लूट मचाये हुई थी।  नए चेहरों स्वाति और शुभम की फिल्म फुद्दू में सनी लियॉन ने तू ज़रूरत नहीं तू ज़रूरी है पर डांस किया था।  अंडरवर्ल्ड की लव स्टोरी पर फिल्म डोगरी का राजा में सनी लियॉन की 'चोली ब्लॉकबस्टर' ज़रूर हुई।  लेकिन फिल्म बुरी तरह से पिटी।
खान की और इमरान की ज़रुरत सनी 
कभी सनी लियॉन के साथ फिल्म करने से बड़े सितारे परहेज करते थे।  अक्षय कुमार की फिल्म सिंह इज ब्लिंग (२०१५) से यह परहेज टूटा।  इस फिल्म में सनी लियॉन एक पैसेंजर के कैमिया में थी। सनी लियॉन को आइटम सांग ही सही बड़ा ब्रेक मिला राहुल ढोलकिया की गुजरात के गैंगस्टर पर फिल्म रईस में आइटम सांग लैला ओ लैला से।  यह गीत सनी लियॉन और शाहरुख़ खान पर फिल्माया गया था। साफ़ तौर पर सनी लियॉन खान की फिल्म की ज़रुरत थी हीं, इमरान हाश्मी की फिल्म की ज़रुरत भी हो गई है।  आजकल मिलन लुथरिया की फिल्म बादशाहो में सनी लियॉन और इमरान हाश्मी पर फिल्माया गया पिया मोरे गीत टेलीविज़न पर टेलीकास्ट हो रहा है।  यह गीत दर्शकों को काफी पसंद आ रहा है।  इस फिल्म के अलावा संजय दत्त की वापसी फिल्म भूमि में भी सनी लियॉन एक आइटम कर रहे हैं।  भूमि में ट्रिप्पी ट्रिप्पी आइटम सनी पर संजय दत्त के साथ फिल्माया गया है।  सनी लियॉन दक्षिण के सुपर सितारे राजशेखर की फिल्म पीएसवी गरुड़ वेगा में भी एक आइटम कर रही हैं। 

अल्पना कांडपाल 

स्टॉकर से घबराई केट बैकिंसेल

क्या कोई कल्पना  कर सकता है कि जिसके नाम से मौत सिहर जाती हो, वह पिछले दो सालों से एक स्टाकर से सहमी हुई हो।  लेकिन रील लाइफ की डेथ डीलर सेलेन की अभिनेत्री के साथ ऐसा ही हुआ है।  एक्शन हॉरर अंडरवर्ल्ड सीरीज की पांच फिल्मों में पिशाचिनी सेलेन का किरदार करने वाली अभनेत्री केट बैकिंसेल के स्टाकर को गिरफ्तार कर लिया है।  यह व्यक्ति बैकिंसेल को पिछले दो सालों से छेड़ता चला आ रहा है।  एक बार टेक्सासमें एक इवेंट के दौरान इस शख्स ने केट को पीछे से छुआ।  केट की अमेरिकन ड्रामा फिल्म द  ओनली लिविंग बॉय इन न्यू यॉर्क ११ अगस्त को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म के अलावा वह  दो दूसरी फिल्मों द चॉकलेट मनी और अंडर वर्ल्ड सीरीज की छठी फिल्म ने सेलेन का किरदार कर रहीं हैं।

Tuesday, 8 August 2017

अब दो फिल्मों में जेम्स बांड बनेंगे डेनियल क्रैग

खबर पुख्ता है कि अभिनेता डेनियल क्रैग मान गए हैं।  प्रोडूसर्स के मनाने के बाद डेनियल अब एक नहीं दो जेम्स बांड फिल्मों में अभिनय करेंगे।  २००५ में पहली बार इस ब्रिटिश अभिनेता ने इऑन प्रोडक्शंस के साथ तीन बांड फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था।  डेनियल क्रैग फिल्म कैसिनो रोयले में पियर्स ब्रॉसनन  की जगह जेम्स बांड की गन थामे नज़र आये थे।  इसके बाद वह क्वांटम ऑफ़ सोलस (२००८), स्काईफाल्स (२०१२) और स्पेक्टर (२०१५) में भी बांड के किरदार में नज़र आये।  स्पेक्टर के बाद डेनियल क्रैग बांड का चोला नहीं पहनना चाहते थे।  लेकिन, बांड फिल्मों की निर्माता बारबरा ब्रोक्कोली डेनियल क्रैग से लगातार छह बांड फ़िल्में करने का अनुरोध कर रही थी। इसमें से एक फिल्म बांड २५ का तो ऐलान भी कर दिया गया था।  यह फिल्म ८ नवंबर २०१९ को रिलीज़ होनी थी। हालाँकि, क्रैग के मना कर देने पर दूसरे विकल्प भी देखे जा रहे थे। डेनियल क्रैग को दो अन्य बांड फिल्मों के लिए मना लेने के पीछ बारबरा ब्रोक्कोली की मान मनौवल तो था ही, अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि डेनियल क्रैग ने अपना इरादा तब बदला, जब उन्हें मालूम हुआ कि बांड फिल्म का निर्देशन सैम मेंडेस करेंगे।  डेनियल क्रैग और सैम मेंडेस की आपस में बढ़िया जमती हैं।  दोनों दो बांड फिल्मों स्काईफॉल और स्पेक्टर कर चुके हैं।  इन दोनों ने २००२ में पहली बार रोड टू पर्डीशन एक साथ की थी।  रोड टू पर्डीशन के निर्माता सैम मेंडेस ही थे।  चूंकि, सैम ने अगली बांड फिल्म डायरेक्ट करने से मना कर दिया था, इसलिए डेनियल क्रैग भी अलग हो गए थे।  

Monday, 7 August 2017

वरुण धवन ने क्यों कहा नितेश तिवारी को ना तथा अन्य

वरुण धवन ने क्यों कहा नितेश तिवारी को ना !
हिंदुस्तान की सबसे ज़्यादा कमाई करने  वाली  आमिर खान की रियल लाइफ ड्रामा फिल्म  के निर्देशक नितेश तिवारी एक रियल लाइफ करैक्टर वरुण अग्रवाल द्वारा लिखे गए खुद से प्रेरित कथानक वाले उपन्यास पर फिल्म बनाना चाहते थे।  इस किरदार के लिए नितीश को वरुण धवन उपयुक्त लगे थे।  वह अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट के साथ वरुण धवन के पास गए।  कोई भी एक्टर  इतने सफल  डायरेक्टर की फिल्म करने कोई मौक़ा नहीं छोड़ता।  लेकिन वरुण धवन ने नितेश को विनम्रतापूर्वक मना कर दिया। वरुण के इस निर्णय पर सभी का चौंकना स्वाभाविक था।  वरुण धवन इससे पहले हॉकी के दिग्गज ध्यानचंद और निशाने बाज़ अभिनव बिंद्रा पर बायोपिक फिल्म को न कह चुके थे। इसलिए,इस सम्बन्ध में वरुण धवन से सवाल पूछे ही जाने थे।  अमूमन कोई  भी एक्टर किसी फिल्म को न करने पर सफाई नहीं देता। लेकिन, वरुण धवन ने इस सवाल का  बेबाकी से जवाब दिया।  उन्होंने कहा, "मुझे इन महान हस्तियों पर फिल्म करके गर्व महसूस होता।  लेकिन, मैं  अपने  करियर के इस मुकाम पर कोई रियल लाइफ किरदार पर फिल्म नहीं करना चाहता।  क्योंकि, मैं खुद को इमोशनली खुद को इतना परिपक्व नहीं पाता कि इन किरदारों के साथ ईमानदारी बरत सकूं। हो सकता है कि मैं बाद में  कभी ऎसी फ़िल्में करना चहूंगा। " हर अभिनेता का अपना कम्फर्ट जोन होता है।  वरुण धवन भी गोविंदा टाइप भूमिकाओं के अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने का साहस नहीं रखते हों।  
अपने प्रोडक्शन की फिल्म में होंगी सनी लियॉन
फिल्म अभिनेत्री सनी लियॉन ने प्रियंका चोपड़ा और अनुष्का शर्मा के बाद फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रख दिया है।  उन्होंने दो तीन साल पहले सन सिटी मीडिया एंड एंटरटेनमेंट की स्थापना की थी।  लेकिन इस प्रोडक्शन हाउस के तहत उन्होंने फिल्म निर्माण का इरादा व्यक्त नहीं किया था।  यह कंपनी पीआर के काम ही ज़्यादा देखती थी। लेकिन अब सनी लियॉन पूरी तरह से फिल्म निर्माण के क्षेत्र  में कूद चुकी है।  इस फिल्म का टाइटल क्या है।  कहानी क्या है? यह सब गहरे राज का विषय है  लेकिन इतना ज़रूर मालूम हुआ है कि फिल्म का निर्देशन सनी राजानी करेंगे।  वह सनी लियॉन की कंपनी के वाईस प्रेजिडेंट भी हैं।  इस फिल्म की नायिका सनी लियॉन ही होंगी।  सनी के लिए सनी की फिल्म में क्या कुछ ख़ास होगा ? सनी राजानी और सनी लियॉन मुंह नहीं खोलते।  लेकिन कुछ समय पहले एक अखबार से बात करते हुए सनी लियॉन कहा था, "फिल्म में मैं भी हूँगी।  यह फिल्म बिलकुल डिफरेंट स्पेस की फिल्म होगी।  मेरा किरदार बिलकुल अलग होगा।  दर्शकों इस रूप में मुझे कभी देखा नहीं  होगा।"  सनी लियॉन की इस फिल्म की शूटिंग शुरू भी हो चुकी है।  
अब्बास हसन का सुरीला अंदाज़  
एक्टर और सिंगर अब्बास हसन एक बार फिर अपने सुरों से सभी का मन मोहने के लिए तैयार है। ज़ी म्यूजिक कंपनी ने  हसन का नया गाना अखियाँ तेरी रिलीज़ किया है।  इस गीत के वीडियो को यू ट्यूब पर काफी  पसंद किया जा रहा है।  इस सफलता पर अब्बास हसन कहते है, "संगीत हमारी दैनिक जिंदगी का अहम् हिस्सा है ।  हमारे चलने, उठाने बैठने और नाचने में तक संगीत की ध्वनि समाहित होती है।  जिंदगी में संगीत का काफी प्रभावी महत्व है।"  अब्बास हिंदी, इंगलिश और उर्दू में काफी गाने गए चुके है। और अब पंजाबी फैंस के लिए उन्होंने पहली बार अखियां तेरी से शुरुआत की है। जिसे न केवल पंजाब बल्कि पुरे भारत में खूब पसंद किया जा रहा है। हसन को उनके गाने खुद लिखने और उन लफ्जों को सुरों में ढालने के लिए पहचाना जाता है। वह बॉलीवुड में कई म्यूजिक वीडियो भी प्रोडूस कर चुके हैं।   
शाहिद कपूर बने मोस्ट एन्टरटेनिंग अभिनेता
हाल ही में संपन्न हुए आइफा अवार्ड में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार हासिल करने के बाद अब शाहिद कपूर को बिग जी एन्टरटेन्मेट अवॉर्ड्स में भी यह सफलता मिली है।  उन्हें फिल्म उडता पंजाब में किय़े गए सहज अभिनय के लिए मोस्ट एन्टरटेनिंग अभिनेता का पुरस्कार  दिया गया है । इस साल के सभी पुरस्कारों में शाहिद कपूर अपनी क्राइम ड्रामा फिल्म उडता पंजाब के लिए इस अवॉर्ड कैटेगरी में प्रमुख दावेदार रहें हैं।  फिल्मफेअर पुरस्कार में उन्हें क्रिटीक्स चॉईस बेस्ट एक्टर पुरस्कार से नवाजा गया था। आयफा में लोकप्रिय पुरस्कारों की कैटगरी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का उन्हें पुरस्कार प्राप्त हुआ था। फिल्म हैदर में लाजवाब अभिनय के बाद शाहिद के रॉकस्टार टॉमी सिंग के ड्रग्स लती किरदार को शाहिद कपूर ने वास्तव में बड़े स्वाभाविक ढंग से परदे पर कर दिखाया था।  
रॉनी स्क्रूवाला के साथ इरफ़ान खान का प्रोजेक्ट  
अब इंटरनेशनल स्टार बन चुके इरफान खान अपने नये प्रोजेक्ट  को लेकर काफी रोमांचित है। रॉनी स्क्रूवाला के नये प्रोजेक्ट को आरएसवीपी के बैनर तले शुरु किया जायेगा । इस प्रोजेक्ट को लेकर अभी से बहुत सी अटकलें लगायी जाने लगी हैं । फिलहाल इस  फिल्म टायटल भी तय नहीं हुआ है। अलबत्ता, इस फिल्म मे इरफान खान कुछ दूसरे टॉप स्टार्स के साथ नजर आयेंगे। इस फिल्म के निदेर्शक आकर्ष खुराना होंगे। इस फिल्म की कहानी तीन कलाकारो के इर्द गिर्द घूमती है जो जीवन की विभिन्न परिस्थितियों को दर्शाती है।  यह एक कैसा विचित्र सफर है, जो उन्हे अपने जीवन में कुछ राहत प्रदान करता है। इरफ़ान खान फिल्म में एक रुढीवादी व्यक्ति का किरदार निभायेगे।  यह किरदार विचित्र भी है और साधारण भी है। सूत्र बताते हैं कि इरफ़ान अपनी कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को लुभाएंगे। इस अनाम फिल्म की शुटिंग इस माह के अंत में होगी, जब इरफ़ान अनुपसिंह द्वारा निर्देशित फिल्म ‘साँग औफ स्कॉर्पियन’ के प्रिमीयर के बाद देश लौटेंगे। इस प्रोजेक्ट पर इरफ़ान कहते हैं, में रॉनी के साथ इस प्रोजेक्ट में सहयोग करके बहुत रोमांचित हूँ। इस फिल्मका किरदार एक मज़ाकिया किरदार है। यह ‘लोर्कानो फिल्म फेस्टीवल’ के लिए  बहुत दिलचस्प प्रोजेक्ट है ।
अमायरा दास्तूर के फिल्मों में चार साल 
अमायरा दस्तूर ने चार साल पहले फिल्म इसाक से बी-टाउन में कदम रखा था। प्रतीक बब्बर के साथ अमायरा की यह फिल्म २६ जुलाई को रिलीज़ हुई थी। फिल्म को मिली बड़ी असफलता के बाद अमायरा दक्षिण की फिल्मों में काम करने चली गई।  उनकी  दूसरी हिंदी फिल्म मिस्टर एक्स भी असफल हुई।  लेकिन, इंडो-चायनीज फिल्म कुंग फु योगा न केवल हिट हुई बल्कि, उन्होंने फिल्म में अपने अभिनय कौशल से सभी  को काफी प्रभावित किया । अमायरा काफी खुश हैं कि इस फिल्म के कारण वह बॉलीवूड के कुछ नामी फिल्ममेकर्स की फिल्मों में काम पाने में कामयाब हुई हैं। अमायरा की इस साल कुछ बेहतरीन फिल्में आने वाली हैं ।  इन फिल्मों में से सैफ अली खान के साथ फिल्म कालाकांडी’  उल्लेखनीय हिंदी फिल्म है। वह दक्षिण के दो बडे बैनर्स की फिल्में भी कर रही हैं। वैसे इन दिनों अमायरा अपना पारसी फुड जॉईंट खोलने में भी व्यस्त हैं।

Saturday, 5 August 2017

कभी शाहरुख़ खान का बेटा थी अहसास चानना !

वास्तु शास्त्र में सुष्मिता सेन के बेटे रोहन का किरदार करने के बाद अहसास चानना ने फिल्म कभी अलविदा न कहना फिल्म में शाहरुख़ खान और प्रीटी ज़िंटा के बेटे अर्जुन का किरदार किया । सीरियल कसम से में  गंगा और सीरियल गंगा में सलोनी का किरदार करने वाली अहसास चन्ना एक डिटेक्टिव सीरियल एजेंट राघव क्राइम ब्राँच के एक एपिसोड लेडी इन रेड में सेक्स वर्कर नैना के किरदार में नज़र आई।  आज अहसास १८ साल की हो गई।  उन्होंने इसका  ऐलान अपने ट्विटर अकाउंट में ज़ोर शोर से किया।  एक वेब मैगज़ीन ने अहसास के अति ग्लैमरस चित्र पोस्ट कर उन्हें जन्मदिन की बधाइयाँ दी।  इतनी सूंदर और सेक्सी अहसास बॉलीवुड में बतौर नायिका अपना सफल तय करना चाहती हैं।  इसके लिए वह कई स्क्रिप्ट पढ़ रही हैं। तो दर्शक तैयार हो जाये शाहरुख़ खान, प्रीटी ज़िंटा और सुष्मिता सेन के स्क्रीन बेटे अहसास के सेक्सी स्क्रीन डेब्यू का अहसास करने के लिए।

Tuesday, 1 August 2017

आज ८४ साल की मीना कुमारी

मीना कुमारी और गुरूदत्त सशक्त एक्टर और अपने आप में जीनियस थे । गुरूदत्त ने लीक से हट कर और बेहतरीन फिल्मों का निर्माण किया । दोनों ही अल्पायु थे ।अपनी उम्र के चालीस बसन्त नहीं देख सके । गुरूदत्त (९ जुलाई १९२५ -१० अक्टूबर १९६४) केवल ३८ साल जिये, जबकि मीना कुमारी (१ अगस्त १९३३- ३१ मार्च १९७२) ३९ साल में जन्नतनसीन  हुईं थी । गुरूदत्त ने तो केवल १५ फ़िल्में कीं । साँझ और सवेरा गुरूदत्त की आख़िरी फ़िल्म थी। इस फिल्म में मीना कुमारी उनकी नायिका थीं । संवेदनशील अभिनय के महारथी इन दो एक्टरों ने एक साथ केवल दो फ़िल्में की । इस जोड़ी की दूसरी फिल्म साहब बीवी और ग़ुलाम थी । निर्माता गुरूदत्त की इस फिल्म के निर्देशक अबरार अल्वी थे । साहब बीवी और ग़ुलाम १३वें बर्लिन फिल्म फ़ेस्टिवल में शामिल थी और ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल एंट्री भी । इस फिल्म के लिये  मीना कुमारी को मिले फ़िल्मफ़ेयर का बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड उन्हें मिले चार अवार्डों में एक था । साँझ और सवेरा के बाद मीना कुमारी ने कोई २० फ़िल्में और की । सुन्नी मुसलमान मीना कुमारी ने कई धार्मिक फिल्मों मे हिन्दू देवी देवताओं के किरदार कुछ इतने सजीव किये कि लोग मीना कुमारी को हिन्दू समझने  लगे थे ।आख़िरी फिल्म पाकीज़ा की रिलीज के १४ दिन बाद मीना कुमारी की लिवर में रक्त स्त्राव की वजह से मृत्यु हो गयी । उनकी मृत्यु के बाद बुरी समीक्षा की वजह से नकार दी गयी पाकीज़ा सुपर हिट हो गयी । तिग्मांशु धूलिया विनोद मेहता की किताब मीना कुमारी द क्लासिक बायोग्राफ़ी पर एक फिल्म भी बनाने जा रहे हैं ।

Saturday, 29 July 2017

कभी शराब न पीने वाले फ़िल्मी शराबी जॉनी वाकर

बॉम्बे इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट यानी बेस्ट का बस कंडक्टर बदरूद्दीन जलालुद्दीन क़ाज़ी धर्मभीरू मुसलमान होने के नाते शराब को छूता तक नहीं था, लेकिन उसका स्क्रीन नाम 'जॉनी वाकर' शराब की मशहूर ब्रांड पर पड़ा तथा उसने पर्दे पर शराबी के किरदारों से इस नाम को चरितार्थ किया । इसके बावजूद वह कभी अश्लील नहीं हुए । उनकी क्लीन कॉमेडी का अन्दाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके अपनी तीन सौ फिल्मों के किरदारों के लिये बोले गये किसी भी संवाद पर सेंसर की कैंची नहीं चली ।महमूद के आने बाद हिन्दी फिल्मों की कॉमेडी में अश्लीलता की शुरूआत होने के बाद जॉनी वाकर का सितारा अस्त होने लगा । उनकी आखिरी फिल्म कमल हासन की चाची ४२० थी । इस। फिल्म में भी वह हमेशा बोतल के साथ नज़र आने वाले मेकअप आर्टिस्ट बने थे । महमूद बस पर टिकट बाँटते समय लोगों को अपनी अदाकारी से हँसाया करते थे । ऐसे ही एक बार अभिनेता बलराज साहनी ने उन्हें देखा और उनकी अदाकारी से बहुत प्रभावित हुए । उन दिनों, बलराज साहनी गुरूदत्त के लिये बाज़ी लिख रहे थे । उन्होंने बदरूद्दीन का ज़िक्र गुरूदत्त से किया । गुरूदत्त ने क़ाज़ी के लिये तुरंत एक रोल लिखवा लिया । इसके बाद जॉनी वाकर गुरूदत्त की हर फिल्म के स्थाई किरदार बन गये । २९ जुलाई २००३ को उनका निधन हुआ ।