भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday 19 June 2018
नेहा कक्कड़ का इस्पेशल यारी सॉंग
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
फ़िल्म "प्रेमक बसात" का म्यूजिक लांच
इस शनिवार (१६ जून २०१८ को), मैथिली भाषा में बनी फिल्म
"प्रेमक बसात" के म्यूजिक रिलीज़ का भव्य समारोह अंधेरी स्तिथ 'टेक इट इजी' में
सम्पन्न हुआ।
फ़िल्म से जुड़े सारे व्यक्ति एवं मीडिया कर्मी इस अवसर पर मौजूद थे।
निर्माता वेदांत झा हमेशा से फ़िल्म निर्माण में जाना चाहते
थे।
लोगो के प्रादेशिक भाषा के फिल्मों के प्रति रुझान देख कर, उन्होंने अपनी मातृभाषा मैथिली में इस फ़िल्म का निर्माण किया।
निर्देशक रूपक शरर ने फ़िल्म के टाइटल का अर्थ बताया कि प्रेमक बसात का मतलब है, प्रेम की बयार अर्थात हवा।
उन्होंने बताया कि फ़िल्म विशुद्ध
रूप से रूहानी प्रेम कथा पर आधारित है।
यह कहानी मोहन और माहिरा की है, जो दो अलग धर्मो के होने के बावजूद, प्रेम के बयार में एक दूसरे के हो गए।
'प्रेमक बसात' इसी
को दर्शाता है, कि
प्रेम सब से बड़ी पूजा है, इबादत
है, धर्म है।
फ़िल्म के निर्माता वेदांत झा, लेखक-निर्देशक
रूपक शरर हैं।
संगीत-सरोज सुमन, प्रवेश
मल्लिक और एस कुमार के हैं।
गीत-शेखर अस्तित्व, सारिका
कुमार, अयोध्यानाथ
चौधरी, सरोज
सुमन, एस
कुमार और प्रवेश मल्लिक के हैं।
गायक-आदित्य नारायण, तोची
रैना, साधना
सरगम, आलोक
कुमार, पामेला
जैन, सावनी
मुदगल, प्रवेश
मल्लिक, सुनील
मल्लिक, सरोज
सुमन एवं दिलीप दरभंगिया हैं।
फ़िल्म के कार्यकारी निर्माता कुणाल ठाकुर हैं।
फ़िल्म के कलाकार पीयूष कर्ण, रैना
बनर्जी, शरत
सोनू, जीतू
सम्राट, प्रेमनाथ
झा, मोना रे, राकेश
त्रिपाठी, अनुराग
कपूर, आकाश
दीप, राजीव
झा, आशुतोष सागर, कल्पना मिश्रा, शैल
झा, प्रज्ञा झा, एस सी मिश्रा इत्यादि हैं।
फ़िल्म जल्द ही बड़े पर्दे पर आ रही है।
कियरा अडवाणी की मदद में मनीष मल्होत्रा ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कियरा अडवाणी की मदद में मनीष मल्होत्रा !
एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी में साक्षी धोनी की भूमिका करने
वाली अभिनेत्री कियरा अडवाणी ने बॉलीवुड के बाद दक्षिण का रुख किया था।
उनकी पहली तेलुगु फिल्म महेश बाबू के साथ भारत आने नेनु को
बड़ी सफलता मिली है।
२०१८ की इस फिल्म के बाद, कियरा
आडवाणी को तेलुगु दर्शकों में पहचान बन गई।
इस समय वह एक बड़ी तेलुगु फिल्म में अभिनय कर रही हैं।
इस फिल्म की शूटिगं के दौरान वह एक बड़ी समस्या से घिर गई।
हुआ यह कि एक ही फिल्म से दक्षिण की फिल्मों की पहचान बन चुकी
कियरा अडवाणी को हालिया फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था।
चूंकि, उस समय कियरा अपनी अगली महत्वपूर्ण तेलुगु फिल्म की शूटिंग
में व्यस्त थी, इसलिए उन्होंने इस इवेंट पर न जाने का फैसला किया।
अब हुआ यह कि फिल्मफेयर इवेंट के दिन, उन्हें
अपनी फिल्म की शूटिंग से छुट्टी मिल गई।
उन्होंने इवेंट में शामिल होने का फैसला किया।
लेकिन, अब मुसीबत यह थी कि कियरा इस इवेंट के लिए तैयार नहीं थी।
उनके पास, इस समारोह के उपयुक्त पोशाकें
नहीं थी।
ऐसे समय में उन्हें याद आये अपने अच्छे दोस्त और भारत के फैशन
डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा।
उन्होंने मनीष को संदेसा भेजा।
मनीष ने देखते ही देखते, कियरा के लिए एक नहीं दस गाउन उस शाम
के लिए भेज दिए। साथ में मनीष की टीम भी थी, ताकि
कियरा को ठीक तरह से तैयार करवा सके।
इसके बाद, फिल्मफेयर साउथ के फंक्शन में
कियरा अडवाणी छा गई थी।
अरुण खेतरपाल पर फिल्म - पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
Kiara |Advani,
खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बनेगी पाकिस्तान के टैंक ध्वस्त करने वाले अरुण खेतरपाल पर फिल्म
वरुण धवन, नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी, राधिका
आप्टे, यामी गौतम, हुमा कुरैशी, दिव्या
दत्ता और विनय पाठक की फिल्म बदलापुर का निर्माण इरोस इंटरनेशनल के सुनील लुल्ला
के साथ दिनेश विजन ने किया था।
इस थ्रिलर फिल्म का निर्देशन श्रीराम राघवन कर रहे थे।
अपनी पत्नी और बच्चे की मौत का बदला लेने वाले युवक की इस
थ्रिलर फिल्म को बड़ी सफलता मिली थी।
इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ७८.९० करोड़ का कारोबार किया, जबकि
फिल्म के निर्माण में १६ करोड़ खर्च हुए थे।
इस फिल्म में वरुण
धवन ने अब तक की फिल्मों से बिलकुल अलग
भूमिका की थी।
इस फिल्म के कारण ही, वरुण
धवन को अक्टूबर और सुई धागा मेड इन इंडिया
जैसी फ़िल्में करने का हौसला मिला।
अब इस फिल्म के निर्माता दिनेश विजन और निर्देशक श्रीराम
राघवन ने फिर हाथ मिला लिया है।
यह दोनों एक बायोपिक फिल्म बनाने जा रहे हैं।
यह बायोपिक फिल्म १९७१ के भारत पाक युद्ध के दौरान वीरता
दिखाने के लिए सर्वोच्च वीरता पदक परम वीर
चक्र पाने वाले सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेतरपाल के जीवन और वीरता का चित्रण करने
वाली फिल्म है।
अभी इस फिल्म के बारे में ज़्यादा विवरण जारी नहीं हुए हैं।
वैसे बता दें कि इस युद्ध पर एक मलयालम फिल्म १९७१ बियॉन्ड
बॉर्डर्स का निर्माण किया जा चुका है।
इस फिल्म में मोहनलाल ने भारतीय सेना के वीर अधिकारी कर्नल
होशियार सिंह दाहिया की भूमिका की थी, जबकि
तेलुगु एक्टर अल्लू सिरीश ने इस फिल्म में अरुण खेतरपाल की भूमिका में थे ।
यह अल्लू की पहली मलयालम फिल्म थी।
जरीना वहाब की सबसे बड़ी दुविधा आदित्य पंचोली से शादी करना - पढ़ने के लिए क्लिक करें
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
आदित्य पंचोली से शादी का निर्णय जरीना वहाब की ज़िन्दगी की सबसे बड़ी दुविधा थी
जिंदगी के क्रॉसरोड्स जल्द ही सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर
प्रसारित होने वाला है।
इसमें कुछ जिंदगी को बदल देने वाली कहानियां सुनाई जाएंगी, जो
जिंदगी की नाटकीयता पर आधारित होंगी।
ज्ञान, सलाह-मशविरा
और विचारों के इमोशनल रोलरकोस्टर पर सवार करने का वादा करने वाले जिंदगी के
क्रॉसरोड्स को राम कपूर होस्ट करेंगे।
इसे शबीना खान ने प्रोड्यूस किया है और लिखा
है महादेव ने।
यह शो हर एपिसोड में नई कहानी को प्रस्तुत करेगा और कलाकारों के
सामने आने वाली दुविधा को चर्चा के लिए खुला छोड़ दिया जाएगा।
स्टुडियो में ऑडियंस
भी खास होगी।
वीकडे प्राइमटाइम पर एक रोचक और अब तक अनदेखा फॉर्मेट है, जिसके
रोमांचक होने की उम्मीद की जा सकती है।
इस शो की एक ऐसी ही कहानी है ‘मां’ के
विषय पर हैं, जहां बहुमुखी प्रतिभा की धनी अदाकारा जरीना वहाब एक माँ की
भूमिका में नजर आएंगी, जो अपने बेटे की खुशी के लिए सबकुछ करती है।
यह कहानी ऐसी मां
के ईर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी बहू का सारा सच जानती है।
क्या वह अपने बेटे की खुशी
के लिए सच को छिपा जाएंगी?
यह एक भावुक कहानी है, जो
न केवल ऑडियंस को अपने विचार व्यक्त करने को प्रेरित करेगी, बल्कि
उनके फैसले के पीछे छिपे ‘क्यों’ पर बहस भी छेड़ेगी।
निश्चित तौर पर ऑडियंस के विचारों में
मतभेद उभरेंगे तो कई ऐसी बातें भी सामने आएंगी, जो
हर एक को विचार करने को मजबूर करेगी।
जरीना वहाब ने कहा, “वे
लोग हमेशा मुझे मां का किरदार देते हैं। हर बार मां का किरदार देना ठीक है, लेकिन
उसमें कुछ तो चुनौतीपूर्ण होना चाहिए।
मैंने जो भी किरदार निभाए हैं, वह
एक-दूसरे से बिल्कुल अलग है।
मैंने इस छोटी कहानी को खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया
क्योंकि स्क्रिप्ट बहुत अच्छी थी। मैं भी एक मां हूं और इस नाते हम अपने बच्चों को
हरसंभव तरीके से खुश रखने की कोशिश करती हैं।
मेरे और मेरे बच्चों के बीच बॉन्ड
बहुत अच्छा है और हम दोस्तों की तरह है।
शबीना खान (शो की प्रोड्यूसर) बहुत ही
स्वीट गर्ल है। वह मेरी बिल्डिंग में आती रहती है इसलिए उनसे मुलाकात हो जाती है।
जब मुझे उनसे इस शो के कंसेप्ट के बारे में पता चला तो मुझे खुशी भी हुई और
आश्चर्य भी कि जिंदगी के क्रॉसरोड्स जैसे कंसेप्ट पर भी कोई शो टीवी पर प्रस्तुत
किया जा सकता है।
मैं आश्वस्त हूं कि यह चमत्कार करेगा और मैं खुद भी इस शो को
देखने को आतुर हूं।”
अपनी जिंदगी में आई दुविधा के बारे में बात करते हुए उन्होंने
कहा, “मेरी मां मेरी आदित्य (पंचौली) से शादी को लेकर बहुत खुश नहीं
थी लेकिन मैं उनसे प्यार करती थी और उनके साथ शादी करना चाहती थी।
यह मेरी जिंदगी
की सबसे बड़ी दुविधा थी।
अब मुझे महसूस होता है कि मेरा फैसला बिल्कुल सही था।
हर
व्यक्ति अपनी जिंदगी में किसी न किसी वक्त दुविधाओं से घिरा होता है और विकल्प भी
खुद के अंदर से ही आते हैं।
हम सबसे सलाह ले सकते हैं लेकिन करते वहीं हैं जो दिल
कहता है।”
३०० करोड़ की रेस को तरसेगी रेस ३ !- पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
Television
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
३०० करोड़ की रेस को तरसेगी रेस ३ !
सलमान खान को उनके प्रशंसक दर्शकों ने ईद दे दी।
पूरी तरह से बकवास और कमज़ोर फिल्म रेस ३ ने वीकेंड में ही १००
करोड़ का कारोबार कर लिया।
रेस ३ ने पहले दिन, प्री
ईद को २९.१७ करोड़ (कुछ ट्रेड के लोग इसे २८ करोड़ ही मान रहे हैं) का कारोबार किया।
यह आंकड़ा भी उम्मीद से कम था। उम्मीद
३२-३३ करोड़ की थी।
इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि ईद के दिन सलमान खान को, उनके
प्रशंसक ईदी देंगे।
हुआ भी यह।
सलमान खान के प्रशंसक सिनेमाघरों में उमड़ पड़े। रेस ३ ने जेट की रफ़्तार पकड़ी। फिल्म का दूसरा दिन ३८.१४ करोड़ का हुआ।
हर किसी को उम्मीद थी कि रेस ३ वीकेंड में ही १०० क्लब में
शामिल हो जाएगी। अगर ऐसा न होता तो सलमान
खान की इमेज को बड़ा झटका लगता।
मगर, रेस ३ ने बॉक्स ऑफिस पर ३९.१६ करोड़ का कारोबार कर १०० करोड़
क्लब में प्रवेश कर लिया।
फिल्म, तीन दिनों में ही १०६.४७ करोड़ का आंकड़ा तय कर लिया।
वीकेंड में यानि ईद के रविवार को, रेस
३ का शनिवार के मुक़ाबले सिर्फ १ करोड़ ज़्यादा कमाना इस बात का संकेत था कि रेस ३ की
रेस सुस्त हो रही है। सलमान खान की बॉक्स
ऑफिस पर रेस रफ़्तार खोने लगी है। इसका
नतीज़ा पहले वीक डेज में सामने आया।
किसी फिल्म के बढ़िया कारोबार के लिहाज़ से वीक डेज ख़ास होते हैं।
अगर, बहुत ज़्यादा गिरावट नहीं आती तो फिल्म लम्बी रेस का घोड़ा
साबित होती है।
हालाँकि, रेस ३ ने वीक डेज के पहले दिन
सोमवार को १४.२४ करोड़ का बड़ा कारोबार किया।
लेकिन, साथ ही यह बड़ी गिरावट भी थी।
सलमान खान की फिल्म ने पहले दिन के मुक़ाबले ५१.१८ करोड़ की कमी
दिखाई। यह एक भारी गिरावट थी। क्योंकि, यह
रविवार के कलेक्शन के लिहाज़ से लगभग ५५ प्रतिशत से ज़्यादा की गिरावट थी।
इसका मतलब यह हुआ कि रेस ३ की दर्शकों पर पकड़ छूट गई थी। इसका एक मतलब यह भी था कि ईद में उनके प्रशंसक
दर्शकों ने उन्हें ईदी दे दी थी। अब फिल्म
में इतनी दम नहीं बची थी कि असामान्य गिरावट को रोक सके।
अब मंगलवार यानी आज क्या होगा ?
अगर आज भी ऎसी ही गिरावट देखी गई। यानि फिल्म का कारोबार दहाई से इकाई पर आया तो
समझ लीजिये कि रेस ३ को २०० करोड़ क्लब में शामिल होने के लाले लग जायेंगे।
क्योंकि, २९ जून से सलमान खान के अच्छे
दोस्त संजय दत्त पर बायोपिक फिल्म संजू रिलीज़ हो रही है।
इस फिल्म में, संजय
दत्त की भूमिका, सलमान खान के दुश्मन रणबीर कपूर कर रहे हैं।
ऐसा लगता है कि खान अभिनेताओं का जादू थम चुका है।
सलमान खान तो नॉन-एक्टर स्टार हैं। एक्टिंग उनके बस का रोग नहीं। वह एक बने बनाये खांचे पर ही फिल्म कर पाते
हैं। इस खांचे से वह जैसे ही हटते हैं, उनकी
फ़िल्में ट्यूबलाइट हो जाती हैं।
अन्यथा, ईद जैसे वीकेंड की कृपा से यह
लोग १००, २०० और ३०० करोड़ के क्लब में शामिल हो जाते हैं।
लेकिन, ५०० करोड़ क्लब में शामिल हो पाना इन जैसे बाहुबली बॉलीवुड
एक्टर्स के बस की बात नहीं।
बहरहाल, फिलहाल तो आप यह समझ लीजिये कि
रेस ३ सलमान खान की दो हफ्ते तक ही जीवित रहने वाली फिल्म बनने जा रही है। इसका
३०० करोड़ क्लब में शामिल होना सपना देखने के सामान होगा।
श्रीराम राघवन की आयुष्मान खुराना के साथ अन्धाधुन ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
Indian Box Office,
बॉक्स ऑफिस पर,
बॉलीवुड
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
श्रीराम राघवन की आयुष्मान खुराना के साथ अन्धाधुन !
अब तक गंवई किरदार कर रहे, पूर्व
वीजे आयुष्मान खुराना अब पियानो बजायेंगे।
वह श्रीराम राघवन की थ्रिलर फिल्म में एक अंधे पियानो वादक की
भूमिका कर रहे हैं ।
पिछले दिनों, आयुष्मान खुराना ने अपनी इस
फिल्म के टाइटल के लिए एक पजल पोस्ट कर, उनकी
नई फिल्म का टाइटल ढूंढने की चुनौती सोशल मीडिया के माध्यम से दी थी।
बाद में इस फिल्म का टाइटल अंधाधुन ऐलान किया गया।
श्रीराम राघव की यह फिल्म जॉनी गद्दार टाइप की होगी।
इस फिल्म का पूरा कथानक अंधे आयुष्मान खुराना की भूमिका और दो
दूसरे किरदारों के इर्दगिर्द घूमता है। आयुष्मान खुराना के साथ यह भूमिकाये तब्बू
और राधिका आप्टे ने की है।
इस फिल्म की शूटिंग पिछले साल से हो रही है। शूट के दौरान
फिल्म का वर्किंग टाइटल शूट द पियानो प्लेयर रखा गया था।
अब यह फिल्म एक गीत के अलावा पूरी हो चुकी है।
इस फिल्म के लिए आयुष्मान खुराना ने पियानो बजाना सीखा है।
इसके अलावा, आयुष्मान खुराना ने अंधों के
स्कूल जा कर, वहां एक अंधे पियानो बजाने वाले को देख कर, उसी
प्रकार से पियानो बजाना सीखा है।
फिल्म में अमित त्रिवेदी की एक धुन को आयुष्मान खुराना ही
प्ले करते नज़र आएंगे।
श्रीराम राघवन की पिछली फिल्म बदलापुर, एक
थ्रिलर फिल्म थी।
श्रीराम राघवन ने एक हसीना थी, जॉनी
गद्दार, एजेंट विनोद और बदलापुर जैसी फिल्मों का निर्देशन किया
है।
दबंग ३ में महेश मांजरेकर की बेटी - पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
Ayushmann Khurrana,
खबर चटपटी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Posts (Atom)