Thursday 3 March 2016

क्या 'डेडपूल' को पछाड़ पायेगी 'जूटोपिया' ?

क्या इस शुक्रवार रिलीज़ हो रही फिल्म 'जूटोपिया' 'डेडपूल' को पछाड़ पायेगी ? डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस के लिहाज से हॉलीवुड के लिए यह सवाल बिलियन डॉलर्स का है।  ट्वेंटीथ सेंचुरी फॉक्स की सुपर हीरो फिल्म 'डेडपूल' पिछले तीन हफ़्तों से बॉक्स ऑफिस पर टॉप का बिज़नस कर रही है।  इस फिल्म ने डोमेस्टिक मार्किट में २८५.२ मिलियन डॉलर और इंटरनेशनल मार्किट में ३२४ मिलियन डॉलर कमा लिए हैं।  इतना लम्बा समय किसी फिल्म के कलेक्शन के लिहाज़ से बहुत बढ़िया है।  लेकिन, अब उम्मीद की जा रही है कि इस वीकेंड 'डेडपूल' की सुपर हीरो कॉमेडी पिछड़ जायेगी।  इस हफ्ते तीन फ़िल्में डिज्नी की एनीमेशन फिल्म 'जूटोपिया', फोकस फीचरस की एक्शन फिल्म 'लन्दन हैज फालेन' और पैरामाउंट पिक्चरस की कॉमेडी फिल्म 'व्हिस्की टैंगो फॉक्सट्रॉट' रिलीज़ हो रही हैं।  लंदन हैज फालेन में एंजेला बैसेट और जेराल्ड बटलर जैसी स्टार कास्ट हैं, जबकि व्हिस्की टैंगो फॉक्सट्रॉट में टीना फे, मार्गोट रॉबी, मार्टिन फ्रीमैन और अल्फ्रेड मोलिना का कॉमेडी अंदाज़ देखने को मिलेगा।  लेकिन, बॉक्स ऑफिस भरोसा कर रहा है डिज्नी की एनीमेशन फिल्म पर।  उम्मीद की जा रही है कि ज़ूटोपिया को डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस पर ६३ मिलियन डॉलर की ओपनिंग मिलेगी।  इतनी बड़ी ओपनिंग ४ मार्च को रिलीज़ हो रही तीन फिल्मों में सबसे ज़्यादा होगी ही, पिछले तीन हफ़्तों से टॉप पर जमी सुपर हीरो फिल्म के जादू को भी उतार देगी।  जहाँ तक दूसरी दो फिल्मों की ओपनिंग का सवाल है लंदन हैज फालेन को २२ मिलियन डॉलर और व्हिस्की टैंगो फॉक्सट्रॉट को १० मिलियन डॉलर की ओपनिंग मिलने का अंदाज़ा किया आ रहा है।  बॉक्स ऑफिस के पंडितों का मानना है कि इस वीकेंड डेडपूल को तीसरे स्थान पर पिछड़ना है, क्योंकि वह १७.८ मिलियन डॉलर का बिज़नेस ही कर पाएगी।




Wednesday 2 March 2016

क्यों नहीं बन पाई मैड मैक्स ४ ?

मैड मैक्स ४ के मैड मैक्स फरी रोड बनने का लम्बा इतिहास है।  मैड मैक्स सीरीज की पिछली फिल्म मैड मैक्स ३: बियॉन्ड थंडरडोम १९८५ में रिलीज़ हुई थी।  १० मिलियन डॉलर के बजट से बनी इस फिल्म ने ३६.२ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया था। यहाँ बताते चलें कि मैड मैक्स सीरीज की फिल्मों ने ऑस्ट्रेलियाई अभिनेता मेल गिब्सन को हॉलीवुड में मुकाम दिलवाया था।  इसलिए स्वाभाविक था कि मेल गिब्सन मैड मैक्स ४ भी करना चाहते। मैड मैक्स का रिबूट या मैड मैक्स ४ को बनाने का सिलसिला १५ साल पहले बनना शुरू हुआ।  मैड मैक्स ४ के लिए मेल गिब्सन को अनुबंधित भी कर लिया गया था।  सब सही जाता तो मेल गिब्सन २००१ में ही चौथी बार  मैड मैक्स ४ में योद्धा मैक्स रॉकटेन्सकी के किरदार में नज़र आते हैं।  लेकिन, भाग्य को कुछ और मंज़ूर था।  ११ सितम्बर २००१ को अमेरिका पर अल क़ायदा का आतंकी हमला हुआ।  मशहूर ट्विन टॉवर जमींदोज़ कर दी गई।  ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की कीमत ध्वस्त हो गई।  इसके फलस्वरूप कुछ दिनों में निर्माताओं को बजट के २५  प्रतिशत का नुक्सान हो गया।  इस नुक्सान से निर्माता उबर नहीं पाये। मैड मैक्स ४ हमेशा के लिए डिब्बा बंद हो गई। इसके लम्बे समय बाद मैड मैक्स सीरीज के डायरेक्टर जॉर्ज मिलर की वार्नर ब्रदर्स में वापसी हुई।  उनकी २००६ में रिलीज़ एनिमेटेड म्यूजिकल कॉमेडी हैप्पी फ़ीट न केवल हिट हुआ, बल्कि इसे श्रेष्ठ एनिमेटेड फिल्म का ऑस्कर अवार्ड भी मिला।  इस सफलता के बाद जॉर्ज मिलर ने एक बार फिर मेल गिब्सन को मैड मैक्स बनाने की कोशिश शुरू की।  लेकिन, तब तक मेल गिब्सन की शोहरत हलकी पड़ चुकी थी। वह शराब पी कर गाडी चलाने के अपराध में गिरफ्तार हुए।  वह यहूदी विरोधी बयानबाज़ी के कारण काफी अलोकप्रिय हो गए।  तब २०१० में जॉर्ज मिलर ने तय किया कि वह टॉम हार्डी के साथ मैक्स को नए अंदाज़ में पेश करेंगे।  अब यह हॉलीवुड फिल्मों के दर्शक जानते हैं कि चार्लीज थेरॉन के साथ नए मैक्स टॉम हार्डी ने तहलका मचा दिया।  यह फिल्म इस साल ऑस्कर पुरस्कार में श्रेष्ठ फिल्म की होड़ में थी ।


क्यों नहीं बन पाई मैड मैक्स ४ ?

मैड मैक्स ४ के मैड मैक्स फरी रोड बनने का लम्बा इतिहास है।  मैड मैक्स सीरीज की पिछली फिल्म मैड मैक्स ३: बियॉन्ड थंडरडोम १९८५ में रिलीज़ हुई थी।  १० मिलियन डॉलर के बजट से बनी इस फिल्म ने ३६.२ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया था। यहाँ बताते चलें कि मैड मैक्स सीरीज की फिल्मों ने ऑस्ट्रेलियाई अभिनेता मेल गिब्सन को हॉलीवुड में मुकाम दिलवाया था।  इसलिए स्वाभाविक था कि मेल गिब्सन मैड मैक्स ४ भी करना चाहते। मैड मैक्स का रिबूट या मैड मैक्स ४ को बनाने का सिलसिला १५ साल पहले बनना शुरू हुआ।  मैड मैक्स ४ के लिए मेल गिब्सन को अनुबंधित भी कर लिया गया था।  सब सही जाता तो मेल गिब्सन २००१ में ही चौथी बार  मैड मैक्स ४ में योद्धा मैक्स रॉकटेन्सकी के किरदार में नज़र आते हैं।  लेकिन, भाग्य को कुछ और मंज़ूर था।  ११ सितम्बर २००१ को अमेरिका पर अल क़ायदा का आतंकी हमला हुआ।  मशहूर ट्विन टॉवर जमींदोज़ कर दी गई।  ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की कीमत ध्वस्त हो गई।  इसके फलस्वरूप कुछ दिनों में निर्माताओं को बजट के २५  प्रतिशत का नुक्सान हो गया।  इस नुक्सान से निर्माता उबर नहीं पाये। मैड मैक्स ४ हमेशा के लिए डिब्बा बंद हो गई। इसके लम्बे समय बाद मैड मैक्स सीरीज के डायरेक्टर जॉर्ज मिलर की वार्नर ब्रदर्स में वापसी हुई।  उनकी २००६ में रिलीज़ एनिमेटेड म्यूजिकल कॉमेडी हैप्पी फ़ीट न केवल हिट हुआ, बल्कि इसे श्रेष्ठ एनिमेटेड फिल्म का ऑस्कर अवार्ड भी मिला।  इस सफलता के बाद जॉर्ज मिलर ने एक बार फिर मेल गिब्सन को मैड मैक्स बनाने की कोशिश शुरू की।  लेकिन, तब तक मेल गिब्सन की शोहरत हलकी पड़ चुकी थी। वह शराब पी कर गाडी चलाने के अपराध में गिरफ्तार हुए।  वह यहूदी विरोधी बयानबाज़ी के कारण काफी अलोकप्रिय हो गए।  तब २०१० में जॉर्ज मिलर ने तय किया कि वह टॉम हार्डी के साथ मैक्स को नए अंदाज़ में पेश करेंगे।  अब यह हॉलीवुड फिल्मों के दर्शक जानते हैं कि चार्लीज थेरॉन के साथ नए मैक्स टॉम हार्डी ने तहलका मचा दिया।  यह फिल्म इस साल ऑस्कर पुरस्कार में श्रेष्ठ फिल्म की होड़ में थी । 


सीता देवी और देविका रानी से करीना कपूर तक किस किस को 'किस'

आजकल आर० बाल्की की हिंदी फिल्म 'कि एंड का' में करीना कपूर खान और अर्जुन कपूर के चुम्बन की चर्चा हो रही है। अब जबकि हर हिंदी फिल्म में चुम्बन की भरमार हो गई है, कि एंड का का चुम्बन ख़ास गर्माहट वाला नहीं लगता।   क्योंकि, हिंदी फिल्मों ने देविका रानी से करीना कपूर तक का ८३ साल लम्बा सफर तय कर लिया है।  प्रेम की अभिव्यक्ति करने का यह प्रभावशाली तरीका है।  इसके बावजूद करीना कपूर का चुम्बन इस लिहाज़ से ख़ास है कि उन्होंने अपने मिया सैफअली खान के लिए नो किस जोन बना रखा है।
खामोश चुम्बन
हिंदुस्तानी फिल्मों का सबसे पहला चुम्बन खामोश फिल्म अ थ्रो ऑफ़ डाइस (परपंच पाश) में सीता देवी और चारु रॉय के बीच हुआ था।  हालाँकि, फ्रेंज़ ऑस्टिन निर्देशित इस फिल्म के नायक हिमांशु रॉय थे।   लेकिन, चुम्बन फिल्म के विलेन और नायिका के बीच हुआ था।  यह फिल्म १९२९ में रिलीज़ हुई थी।  यह फिल्म महाभारत की द्यूत सभा से प्रेरित थी।
पहला पहला 'किस'
किसी  अभिनेत्री के लिए पहला ऑन स्क्रीन किस या चुम्बन ख़ास होता है। किसी गैर मर्द को सेट पर ढेरों लोगों के सामने चूमना आसान नहीं होता।  सामाजिक बंधन और आपत्तियां भी आँखों के सामने तैर रही होती है।  देविका रानी ने १९३३ में जब फिल्म 'कर्मा' में फिल्म के नायक हिमांशु राय का प्रगाढ़ चुम्बन लिया, तब यह उनका ही नहीं, हिंदी फिल्मों का पहला किस था।  लेकिन, देविका रानी के लिए यह किस कुछ आसान था।  पहला यह कि हिमांशु राय उनके पति थे।  दूसरे वह अल्ट्रा मॉडर्न लेडी थी।  तीसरे यह इंग्लिश फिल्म थी।  बाद में इस फिल्म को नागिन की रागिनी टाइटल के साथ हिंदी में रिलीज़ किया गया।  चौथे यह फिल्म इंटरनेशनल ऑडियंस को निशाने पर रख कर बनाई गई थी।  पांचवे, अंग्रेज़ों के दौर के सेंसर के लिए फिल्मों में चुम्बन आपत्तिपूर्ण नहीं था।  वैसे यह चार मिनट का चुम्बन अब तक का सबसे लंबा ऑन स्क्रीन चुम्बन माना जाता है।
राजकपूर के सिनेमा के अनसेंसर्ड किस
आज़ादी के बाद भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड के मानक बदले।  हिंदी फिल्मों में चुम्बन टैबू हो गया।   लेकिन, फिल्म निर्माता और निर्देशक राजकपूर के लिए अपनी फिल्मों के चुम्बन पास करा ले जाना बाएं हाथ का खेल था।  उनकी १९६४  में रिलीज़ फिल्म  'संगम' में एक चुम्बन को सेंसर बोर्ड द्वारा पारित करना पड़ा था।  राजकपूर का तर्क था कि यह चुम्बन एफिल टावर पर विदेशी जोड़े पर फिल्माया गया था।  इसी आड़ में आई एस जौहर ने भी  अपनी फिल्म जौहर-महमूद इन गोवा का उनके द्वारा नायिका सोनिया साहनी का लिया गया चुम्बन भी पारित करवा लिया गया था कि यह चुम्बन विदेशी करैक्टर का लिया गया था।  राजकपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर का राजकपूर और रशियन एक्ट्रेस क्सेनिया रयाबिंकिना के बीच चुम्बन दृश्य भी इसी बिना पर पारित हुआ।   लेकिन, फिल्म बॉबी (ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया), सत्यम शिवम सुंदरम (शशि कपूर और ज़ीनत अमान ) और राम तेरी गंगा मैली (राजीव कपूर और मन्दाकिनी) के चुम्बन दृश्य सेंसर की कैची से बचा ले जाना राजकपूर  का ही जलवा था।  
कुछ समकालीन अभिनेत्रियों का पहला चुम्बन
आज की टॉप बॉलीवुड एक्ट्रेस में से एक कैटरीना कैफ ने अपना पहला चुम्बन हिंदी अंग्रेजी फिल्म 'बूम' में दिया था।  भारतीय दर्शकों के लिए कैटरीना का यह पहला चुम्बन कैटरीना के लिए इस लिहाज़ से अजीबोगरीब था कि वह किसी नायक को नहीं, बल्कि खलनायक गुलशन ग्रोवर को चूम रही थी।  इस चुम्बन की गर्माहट सेंसर बोर्ड को इस कदर महसूस हुई कि इसे भारतीय दर्शकों के लिए प्रतिबंधित कर दिया।  दीपिका पादुकोण को अब दर्शक एक्सएक्सएक्स रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज में अपने नायक विन डीजल के साथ जम कर स्मूचिंग करते देखेंगे।   लेकिन, २००७ में शाहरुख़ खान के साथ फिल्म ओम शांति ओम से अपने करियर की शुरुआत करने वाली दीपिका पादुकोण ने पहली बार फिल्म 'बचना ऐ हसीनों' में रणबीर कपूर को किस किया था।  उस समय इन दोनों का रोमांस सुर्ख़ियों में था।  इस लिहाज़ से दर्शको ने  भी दीपिका और रणबीर के चुम्बन की गर्माहट महसूस की।  अनुष्का शर्मा का करियर भी किंग खान के साथ शुरू हुआ था।  अनुष्का ने पहला चुम्बन फिल्म बदमाश कंपनी में शाहिद कपूर का लिया था।   लेकिन,यह चुम्बन काफी छोटा था।  लेकिन, तीसरी फिल्म बैंड बाजा बारात में उन्होंने रणवीर सिंह के साथ स्मूचिंग कर दर्शकों को निहाल कर दिया।  करीना कपूर को अपना पहला ऑन स्क्रीन किस देने में ३ साल और १४ फ़िल्में लग गई।  उन्होंने पहला ऑन स्क्रीन किस फिल्म 'देव' के लिए फरदीन खान का लिया।  कपूर खानदान की बिटिया का यह पहला चुम्बन दर्शकों में इतनी  उत्तेजना नहीं पैदा कर सका कि फिल्म हिट हो जाती।  कंगना रनौत आज चाहे जो शर्त रखे।   लेकिन, अपनी पहली ही फिल्म गैंगस्टर में उन्हें अपने सीरियल किसर नायक इमरान हाशमी को चुम्बन देने पड़े। इसी प्रकार परिणीति  चोपड़ा ने भी पहली फिल्म इशकज़ादे में अर्जुन कपूर का चुम्बन लिया था। सावरिया (२००७) से फिल्म करियर की शुरुआत करने वाली सोनम कपूर ने खुद की भले घर की लड़की की इमेज बनाने की कोशिश की।   लेकिन, उन्होंने जब इस इमेज को तोड़ने के लिए फिल्म बेवकूफियां' में चुम्बन दिया तो आयुष्मान खुराना का और भाग मिल्खा भाग और रांझणा की सफलता के बाद।
सनसनी फैलाने वाले चुम्बन
चुम्बन सनसनी फैलाने में भी कामयाब होते हैं।  'सागर' में ऋषि कपूर का डिंपल को किस करने के सीन को रोमांचक बताया गया था।  क्योंकि, यह पलक झपकते ही हो जाता है। फिल्म 'राजा हिंदुस्तानी' का  करिश्मा कपूर और आमिर खान के बीच चुम्बन सबसे रोमांटिक चुम्बनों में  शामिल है।  माधुरी दीक्षित के दिल में आमिर खान और दयावान में विनोद खन्ना को दिए चुम्बन कामुकता के लिहाज़ से याद किये जाते हैं।  धूम २ में ऐश्वर्या राय और ह्रितिक रोशन के बीच चुम्बन ने बच्चन परिवार को इतना बेचैन कर दिया कि उन्होंने उसे फिल्म से हटवा कर ही दम लिया। अपनी नायिका को कभी न वाले अभिनेता शाहरुख़ खान ने जब तक है जान में  कैटरीना कैफ का चुम्बन लिया तो यह फिल्म का ख़ास हिस्सा बन गया।  अनयूज़अल जोड़े के बीच होने के कारण ब्लैक में अमिताभ बच्चन और रानी मुख़र्जी का चुम्बन चौंकाने वाला था।
'नो किस' एक्टर
कुछ एक्टर्स को स्क्रिप्ट की डिमांड के बावजूद ऑन स्क्रीन किस करने पर ऐतराज होता है।  सलमान खान इन एक्टरों में सबसे आगे हैं।  वह कभी अपनी फिल्म की नायिका को नहीं चूमते। द डर्टी पिक्चर में तुषार कपूर ने विद्या बालन को किस करने से साफ़ मना कर दिया था।  पाकी एक्टर अली ज़फ़र भी नो किसिंग प्लीज एक्टर हैं।  उन्होंने लंदन पेरिस न्यूयॉर्क फिल्म में अदिति राव हैदरी को चूमने से इंकार कर दिया।  बताते हैं कि इस चुम्बन को हैदरी के पूर्व पति के साथ फिल्माया गया। फव्वाद खान को भी  लगता है कि पाकिस्तानी होने के नाते उन्हें अपनी एक्ट्रेस का किस नहीं लेना चाहिए। रितेश देशमुख किस को निजी और इंटिमेट मामले मानते हैं और ऑन स्क्रीन किस करते मुतमईन नहीं होते।  साउथ एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया भी चुम्बन देने और बिकिनी पहनने में कतराती हैं।  असिन ने तो अपनी पहली हिंदी फिल्म गजिनी में आमिर खान के साथ चुम्बन सीन करने से मना कर दिया। बॉलीवुड की शिल्पा शेट्टी और सोनाक्षी सिन्हा भी ऑन स्क्रीन किस के खिलाफ हैं।
चुम्बन के लिए पहल की
बॉलीवुड की कई एक्ट्रेस ऑन स्क्रीन किस में पहल करती दिखाई देती हैं।  फिल्म जब वी मेट में करीना कपूर ही शाहिद कपूर का  किस करने में पहल करती हैं। ख्वाहिश में हिमांशु मलिक को चूमने में मल्लिका शेरावत बिंदास अंदाज़ दिखाती हैं।  अनुष्का शर्मा फिल्म बैंड बाजा बरात में रणवीर सिंह के साथ स्मूचिंग के लिए आगे बढती हैं। विद्या बालन फिल्म इश्क़िया में अरशद वारसी के करैक्टर को उकसाने के लिए उस पर ताबड़तोड़ चुम्बनों की बारिश कर देती है ।   लेकिन,इश्क़िया से काफी पहले फिल्म जिस्म में  जॉन अब्राहम के करैक्टर को अपने जाल में फंसाने के लिए चुम्बन का इस्तेमाल करती थी।
चुम्बन की आंच घर तक
अमेरिकी टीवी शो क्वांटिको के पहले एपिसोड में ही अपने को-स्टार जेक मैकलाफलिन के स्मूचिंग और कार में सेक्स करती प्रियंका चोपड़ा ने फिल्म ऐतराज़ में पहली बार अक्षय कुमार को चूमना शुरू किया था ताकि वह उत्तेजित हो कर उसका हमबिस्तर होने को तैयार हो जाए।  प्रियंका चोपड़ा का यह चुम्बन काफी उत्तेजक और फिल्म का आकर्षण बन पड़ा था।  प्रियंका के इस चुम्बन की आंच ट्विंकल खन्ना तक भी पहुंची थी और उसने अक्षय कुमार को फिर कभी प्रियंका के साथ कोई फिल्म न करने की हिदायत दे दी थी।
पोस्टर पर चुम्बन
करीना कपूर और अर्जुन कपूर का फिल्म 'कि एंड का' का डाइनिंग टेबल पर चुम्बन  इस फिल्म के पोस्टर में जगह पाया है।  इसे पोस्टर में पहला चुम्बन बताया जा रहा है।   लेकिन, वास्तविकता यह है कि कृष्णा शाह की धर्मेन्द्र और ज़ीनत अमान की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'शालीमार' के पोस्टरों में पहली बार धर्मेन्द्र-ज़ीनत किस ने जगह पाई थी।

Saturday 27 February 2016

जंगल बुक के लिए डिज्नी और वार्नर ब्रदर्स आमने सामने

जब १८९३-९४ में रुडयार्ड किपलिंग की जंगल पर आधारित कहानियों की सीरीज अख़बारों में प्रकाशित होनी शुरू हुई थी, तो शायद उन्हें भी अंदाज़ा नहीं रहा होगा कि उनकी इन  कहानियों का संग्रह 'द जंगल बुक' दुनिया के लगभग सभी देशों में इतना लोकप्रिय होगा कि इन कहानियों पर सैकड़ों की तादाद में फ़िल्में, शार्ट मूवीज और सीरीज बनाई जानी लगेंगी।  उनके लिए यह सोचना भी मुमकिन नहीं था कि हॉलीवुड के दो  बड़े स्टूडियो एक ही समय पर फ़िल्में बनाएंगे।  लेकिन, आज जंगल में भेड़ियों द्वारा पाले गए मानव बालक मोगली पर दो फ़िल्में वाल्ट डिज्नी और वार्नर ब्रदर्स द्वारा बनाई जा रही हैं।  यह बात दीगर है कि इन दोनों फिल्मों की रिलीज़ की तारीखों के बीच १८ महीनों का अंतराल हैं।
डिज्नी की मोगली करैक्टर वाली फिल्म का टाइटल 'द जंगल बुक' है।  यह फिल्म १५ अप्रैल को रिलीज़ होने जा रही है। द जंगल बुक के डायरेक्टर जॉन फवरो  हैं।  जॉन फवरो ने एल्फ, ज़थूरा, आयरन मैन, आयरन मैन २,  काऊबॉयज एंड एलियंस, रेवोलुशन और द ऑफिस जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया है।  उन्होंने कोई ६३ फिल्मों में मुख्य या कॉमेडियन की भूमिकाये की हैं।  उनकी हालिया रिलीज़ फिल्म शेफ थी।  द जंगल बुक में उनके एक्टर का कोई काम नहीं है।  लेकिन, वह द जंगल बुक को  मनोरंजक फिल्म बना सकते हैं।  द जंगल बुक की कहानी भेड़ियों द्वारा पाले गए मानव बालक मोगली की कहानी है, जिसे जंगल में शेर खान का सामना करना पड़ता है तथा उसे जंगल के लिए अजनबी समझने वाले अन्य पशु भी नहीं चाहते।  बघीरा और बालू ही उसके साथ हैं।
वॉर्नर ब्रदर्स की फिल्म का टाइटल जंगल बुक : ओरिजिन की कहानी के बारे में ख़ास कुछ नहीं मालूम।  यह कहना मुश्किल है कि वॉर्नर ब्रदर्स की फिल्म रुडयार्ड किपलिंग की कहानियों में से होगी या वॉर्नर ब्रदर्स के लिए लेखक केलिए क्लोव्स ने कुछ नया देने की कोशिश की है।  लेकिन टाइटल से इतना तो तय है कि फिल्म की कहानी मोगली के जंगल में पहुँचने पर केंद्रित होगी।  इस फिल्म का निर्देशन एंडी सर्किस कर रहे हैं।  द जंगल बुक के निर्देशक जॉन फवरो की तरह एंडी  सर्किस भी एक्टर से  डायरेक्टर बने हैं। वह फिल्म द लार्ड ऑफ़ द रिंग्स सीरीज की फिल्मों में गोलम के किरदार से पहचाने जाते हैं।  उन्होंने अब तक ९२ फिल्मों में अभिनय किया है।  जंगल बुक ओरिजिंस उनकी बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म है।
आइये जानते हैं इन दोनों फिल्मों के विभिन्न करैक्टरों को परदे पर करने वाले और आवाज़ देने वाले कलाकारों के बारे में।
मोगली- भेड़िया बालक - द जंगल बुक और जंगल बुक ओरिजिंस में केवल मोगली ही ऐसा करैक्टर है, जो मानव है।  बाकी करैक्टर पशुओं के एनिमेटेड हैं, जो मानव भाषा में बातचीत करते हैं। दोनों ही फिल्मों में  मोगली का करैक्टर भारतीय मूल के बाल अभिनेता कर रहे हैं।  द जंगल बुक के मोगली नील सेठी हैं।  वह २२ दिसंबर २००३ को न्यूयॉर्क सिटी में जन्मे नील सेठी अमेरिकन इंडियन मूल के हैं।  उन्होंने केवल एक फिल्म दिवाली (२०१३) की है।  जंगल बुक ओरिजिंस में मोगली की भूमिका करने वाले रोहन चाँद न्यूयॉर्क में भारत से आकर अमेरिका में बसे माता पिता से जन्मे हैं। रोहन भी नील सेठी के हमउम्र हैं।  वह छह साल की उम्र से फ़िल्में कर रहे हैं।  उनकी जैक एंड जिल, होमलैंड, बैड वर्ड्स, लोन सर्वाइवर और द हंड्रेड फूट- जर्नी जैसी फ़िल्में और सीरीज कर चुके हैं।
शेर खान- मोगली को नापसंद करने वाला शेर खान फिल्म का अहम एनिमेटेड करैक्टर है।  इस करैक्टर को डिज्नी की फिल्म 'द जंगल बुक' में इदरीस अल्बा आवाज़ देंगे। इदरीस अल्बा को भारतीय दर्शकों ने अवेंजर्स: एज ऑफ़ अल्ट्रान, थॉर और थॉर द डार्क वर्ल्ड में हैंडल के किरदार में देखा था।  वार्नर ब्रदर्स की जंगल बुक : ओरिजिंस के शेर खान को बेनेडिक्ट कम्बरबैच आवाज़ दे रहे हैं।  बेनेडिक्ट ने द होब्बिट सीरीज की फिल्मों के स्मॉग किरदार को आवाज़ दी है।
बालू- भालू -  मोगली के दोस्त इस मशहूर काले तेंदुआ करैक्टर को फिल्म 'द जंगल बुक' में बिल मरे और जंगल बुक ओरिजिंस में एंडी सर्किस आवाज़ दे रहे हैं।
बघीरा- काला तेंदुआ- भारत के जंगल में रहने वाले इन तेंदुआ करैक्टर को द जंगल बुक में बेन किंग्सले और जंगल बुक ओरिजिंस में क्रिस्चियन बेल ने आवाज़ दी है।
का- सांप- मोगली की जान का दुश्मन करैक्टर है।  द जंगल बुक में का को स्कारलेट जॉनसन ने और जंगल बुक ओरिजिंस में केट ब्लैंचेट ने आवाज़ दी है।
निशा- मादा भेड़िया- मोगली को पालने वाली माँ निशा या रक्षा को द जंगल बुक में लुपिता न्योंग'ओ ने और जंगल बुक ओरिजिंस में नाओमी हैरिस ने आवाज़ दी है।
अकेला -भेड़िया- मोगली को पालने वाले तीन भेड़ियों में से एक अकेला को द जंगल बुक में गिअन्सारलो ने और जंगल बुक ओरिजिंस में पीटर मूलन ने आवाज़ दी है।
डिज्नी की फिल्म  में कई ऐसे करैक्टर हैं, जो वार्नर ब्रदर्स की फिल्म में नज़र नहीं आएंगे।  ऐसा स्वाभाविक भी है।  क्योंकि,  ओरिजिंस मोगली के जंगल में आने और पाले जाने पर ख़ास केंद्रित है।  जबकि, द जंगल बुक आगे की कहानी है।  ओरिजिंस में भेड़िया चरित्रों को ज़्यादा महत्व दिया गया है। साफ़ तौर पर जहाँ द जंगल बुक एक्शन एडवेंचर से भरी कहानी होगी, वहीँ जंगल बुक ओरिजिंस बच्चों की अभिरुचि के अनुरूप होगी।
 डिज्नी ने कम से कम चार जंगल बुक फ़िल्में और एक एनिमेटेड टीवी सीरीज बनाई है।  १९६७ में एनिमेटेड द जंगल बुक सीरीज रिलीज़ हुई।  इसके बाद १९९४ में एक लाइव-एक्शन फिल्म 'रुडयार्ड किपलिंग्स द जंगल बुक' और १९९८ में 'द जंगल बुक : मोगलीज स्टोरी' रिलीज़ हुई।  २००३ में १९६७ की द जंगल बुक का सीक्वल द जंगल बुक २ रिलीज़ की गई।  लेकिन, सबसे ज़्यादा लोकप्रियता मिली डिज्नी कार्टून की १९९० के दौर  की टीवी सीरीज टेलस्पिन को।  ज़ाहिर है कि रुडयार्ड किपलिंग की किताब पर फिल्म बनाना डिज्नी के लिए कोई नया अनुभव नहीं है।
२०१४ में जब डिज्नी की द जंगल बुक और वार्नर ब्रदर्स की फिल्म जंगल बुक ओरिजिंस के निर्माण की घोषणा की गई थी, तब डिज्नी ने अपनी फिल्म के  १९ अक्टूबर २०१५ को और वॉर्नर ब्रदर्स ने २१ अक्टूबर २०१६ को रिलीज़ करने का ऐलान किया था। लेकिन,पिछले दिनों हॉलीवुड  में मचे तारीखों के बदलाव के घमासान में इन दोनों फिल्मों की रिलीज़ में बदलाव हो गया।  इसके बाद द जंगल बुक की रिलीज़ की तारिख १५ अप्रैल २०१६ तय कर दी गई।  उस समय वॉर्नर ब्रदर्स की फिल्म को को ६ महीने बाद २१ अक्टूबर को रिलीज़ होना था। लेकिन, फिर काफी सोच विचार के वॉर्नर ब्रदर्स ने स्पेशल इफेक्ट्स पर अधिक ध्यान दिए जाने के ख्याल से फिल्म की रिलीज़ ६ अक्टूबर २०१७ कर दी।  डिज्नी की द जंगल बुक और वार्नर ब्रदर्स की जंगल बुक ओरिजिंस की रिलीज़ की तारीखों के बीच डेढ़ साल का फासला है।
रुडयार्ड किपलिंग के उपन्यास पर बनी दूसरी जंगल बुक फ़िल्में और सीरीज
१८९४ में रुडयार्ड किपलिंग की द जंगल बुक पाठकों के हाथों में आई।  इसके बाद १८९५ में द सेकंड जंगल बुक और फिर तीसरी किताब आल द मोगली स्टोरीज १९३३ में आई। १९३३ की किताब रुडयार्ड किपलिंग की लिखी तमाम कहानियों का क्रोनोलॉजिकल कलेक्शन है।
फिल्म रूपांतरण और टीवी सीरीज- रुडयार्ड किपलिंग की जंगल कहानियों पर बनी सबसे पहली फिल्म एलीफैंट बॉय (१९३७) थी।  फिर जंगल बुक (१९४२), द जंगल बुक (१९६७), एडवेंचर्स ऑफ़ मोगली (१९७३), द जंगल बुक (१९९४), द सेकंड जंगल  बुक : मोगली एंड बालू (१९९७), द जंगल बुक: मोगलीज स्टोरी (१९९८) और द जंगल बुक २ (२००३) रिलीज़ हुई। टेलीविज़न सीरीज में जंगल  बुक शोनेन मोगली (१९८९-९०), जंगल कब्स (१९९६-९८), मोगली: द न्यू एडवेंचर्स ऑफ़ द जंगल बुक (१९९८) और द जंगल बुक (२०१०-१४) उल्लेखनीय है।
चक जोंस ने १९७६ में रुडयार्ड  किपलिंग के उपन्यास पर शार्ट फिल्म मोगलीज  ब्रदर्स का निर्माण किया था। यह फिल्म काफी दिलचस्प बन पड़ी थी।

नकली टाइटल के साथ गुपचुप बनती फ़िल्में

कुछ  समय पहले डिज्नी और लुकास फिल्म ने अधिकारिक तौर पर स्टार वार्स: एपिसोड ८ का प्रोडक्शन शुरू करने की सूचना ल्यूक स्काईवॉकर के एक वीडियो के ज़रिये  दी थी।  स्टूडियो ने इस बार यह सावधानी बरती थी कि फिल्म के सेट के ऊपर उड़ने वाले ड्रोन कैमरा की तोड़ ढूंढ ली थी।  पिछली बार २०१४ में जब स्टार वार्स: द फ़ोर्स अवकेंस की शूटिंग चल रही थी, तब ड्रोन कैमरा के ज़रिये फिल्म के सेट के फोटो और शूटिंग के दृश्य चुरा लिए गए थे। स्टार वार्स ८ का वर्किंग टाइटल स्पेस बेयर रखा गया है।   लेकिन,कुछ लोगों को इस पर शक है।  स्टार वार्स सीरीज की फिल्मों का वर्किंग टाइटल रखने की लम्बी परंपरा है।  स्टार वार्स ६ : रिटर्न ऑफ़ द जेडई का वर्किंग टाइटल ब्लू हार्वेस्ट रखा गया था। बाद में इस टाइटल को फैमिली गय प्रेजेंट्स: ब्लू हार्वेस्ट के बतौर उपयोग किया गया।  यह स्टार वार्स की एनिमेटेड ट्राइलॉजी शो की पहली कड़ी थी।  द फ़ोर्स अवकेंस को भी नकली टाइटल अवको के साथ शूट किया गया था।  स्पिन-ऑफ रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी को कोड नाम लूनक हैवी के साथ शूट किया जा रहा है। बहरहाल, स्टार वार्स: एपिसोड ८ को रयान जॉनसन ने लिखा है और निर्देशित कर रहे हैं।  स्टार वार्स के आठवें एपिसोड में मार्क हैमिल, करी फिशर, एडम ड्राइवर, डेज़ी रिडली, जॉन बोयेगा, ऑस्कर इसाक, लुपिता न्योंग'ओ, डोमहनल ग्लीसन, अन्थोनी डेनियल्स, ग्वेंडोलिन क्रिस्टी और एंडी सर्किस को फिर देखा जा सकेगा। बेनिसिओ डेल टोरो, लौरा डेरन और केली मारी ट्रेन की नई भर्ती की गई है।  एपिसोड ८ को १५ दिसम्बर २०१७ को देखा जा सकेगा।  

ऑफिस क्रिसमस पार्टी के लिए फिर साथ जेनिफ़र एनिस्टन और जैसन बॅटमॅन

जेनिफर एनिस्टन और जैसन बॅटमॅन ने  २००६ में पहली बार फिल्म 'द ब्रेक-अप' एक साथ की थी। इसके बाद  यह दोनों 'द  स्विच', 'हॉरिबल बॉसेस' और 'हॉरिबल बॉसेस २' में भी नज़र आये। 'हॉरिबल बॉसेस २'  दो साल पहले रिलीज़ हुई थी।  अब यह दोनों फिर साथ आ रहे हैं 'ऑफिस क्रिसमस पार्टी' के लिए।  ऑफिस क्रिसमस पार्टी के कॉमेडी फिल्म है।  दरअसल, ऑफिस क्रिसमस पार्टी पिछले छह सालों से प्लान की जा रही थी । इसे द स्विच की विल स्पेक और जॉश गॉर्डोन की जोड़ी निर्देशित करने जा रहे हैं ।  पहले इस कॉमेडी फिल्म को द हैंगओवर के लेखक द्वय जॉन लुकास और स्कॉट मूर की जोड़ी लिख रही थी।  अब फिल्म का फाइनल ड्राफ्ट लॉरा सोलोन के साथ जीन स्तूपनित्स्की और ली आइजनबर्ग ने लिखा है।  फिलहाल, फिल्म में टी जे मिलर और केट मैककिनोन के अलावा किसी अन्य एक्टर के शामिल होने की खबर नहीं है। यह फिल्म ९ दिसंबर २०१६ को रिलीज़ होगी।




क्या लिओनार्डो डिकेप्रिओ जीतेंगे ऑस्कर !

ऑस्कर पुरस्कारों की जूरी इस साल परेशान है।  ऑस्कर अवार्ड्स में नॉमिनेशन को लेकर बावेला मचा हुआ है।  हालाँकि,  हॉलीवुड में डॉल्बी थिएटर में २८ फरवरी की शाम होने जा रहे ऑस्कर समारोह को अश्वेत अभिनेता और कॉमेडियन क्रिस रॉक होस्ट का रहे हैं।   लेकिन, पुरस्कारों के लिए फिल्मों के चुनाव में केवल सफ़ेद चमड़ी वाले कलाकारों और तकनीशियन को तरजीह दिए जाने के कारण रंगभेद पर बहस छिड़ चुकी है।  घबराई ऑस्कर एकेडेमी ने ऑस्कर पुरस्कारों के लिए फिल्मों के चुनाव सम्बन्धी नियमों में कुछ बदलाव किये जाने का ऐलान भी किया है।  इस बार बेस्ट पिक्चर की केटेगरी में घमासान मचा हुआ है ।  ऑस्कर पुरस्कारों की बेस्ट पिक्चर की श्रेणी में पहले पांच फ़िल्में शामिल की जाती थी।  लेकिन, २००६ से नियमों में बदलाव करते हुए दस फ़िल्में शामिल की जाने लगी, ताकि नॉमिनेशन के कारण कोई अच्छी फिल्म छूट न जाये।  इसका परिणाम यह हुआ है कि इस साल बेस्ट पिक्चर की श्रेणी में द बिग शार्ट, ब्रिज ऑफ़ स्पाईज, ब्रुकलिन, मैड मैक्स फरी रोड, द मर्शियन, द रेवनैंट, रूम और स्पॉटलाइट ऑस्कर की दौड़ में शामिल हैं।  आम तौर पर ऑस्कर सेरेमनी के नज़दीक आने से काफी पहले यह साफ़ हो जाता है कि कौन दो फ़िल्में सबसे आगे रहेंगी।  लेकिन,  इस  साल अभी तक तीन फ़िल्में द रेवनैंट, द बिग शार्ट और स्पॉटलाइट खुद को कमतर साबित होने देना नहीं चाहती।  उस पर मैड मैक्स फरी रोड भी दावा ठोके बैठी है।  वैसे उसका दावा तकनीकी श्रेणियों में ही गंभीर लगता है।
क्या चौथी बार ऑस्कर विजेता एक्टर साबित होंगे डिकेप्रिओ !
इस साल का सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या अभिनेता लिओनार्डो डीकेप्रिओ इस साल फिल्म द रेवनैंट के लिए बेस्ट एक्टर की ट्रॉफी ले जा पाएंगे।  लिओनार्डो तीन बार से ऑस्कर की श्रेष्ठ पांच अभिनेताओं की श्रेणी में शामिल किये जा रहे हैं।  वह पहली बार फिल्म द एविएटर (२००५) में होवार्ड ह्यूजेज की भूमिका के लिए नामित हुए थे।  फिर २००७ में वह ब्लड डायमंड के लिए नामित हुए।  तीसरी बार वह २०१४ में द वुल्फ ऑफ़ वॉल स्ट्रीट के लिए नामित हुए। लेकिन, तीनों ही बार ऑस्कर जूरी ने उन्हें नकार दिया ।  इसीलिए, इस साल भी उनके आलोचक अंदाज़ा लगा रहे हैं कि लिओनार्डो बेस्ट एक्टर साबित नहीं होने जा रहे।  वैसे यदि कराये गए पोल की बात की जाये तो ७३ प्रतिशत लोग लिओनार्डो डीकेप्रिओ के इस साल ऑस्कर जीतने का दावा कर रहे हैं।
द रेवनैंट को १२ नॉमिनेशन
इस साल एकेडेमी अवार्ड्स में सबसे ज़्यादा १२ नॉमिनेशन द रेवनैंट को मिले हैं।  द रेवनैंट के ठीक पीछे है १० ऑस्कर नॉमिनेशन के साथ मैड मैक्स फरी रोड।  ऐसा दूसरी बार होगा जब निर्देशक अलेजैंड्रो जी इनरितु की फिल्म सबसे ज़्यादा ऑस्कर नॉमिनेशन पा रही है।  पिछले साल अलेजैंड्रो की फिल्म बर्डमैन ने सबसे ज़्यादा नॉमिनेशन पाये थे।  ऑस्कर पुरस्कार निकट आते आते कयासों का बाज़ार गर्म हो जाता है।  इस साल भी अनुमान-दर-अनुमान लगाए जा रहे हैं। अनुमान किया जा रहा है कि किस केटेगरी में कौन-सी फिल्म बेस्ट साबित होगी। अटकलें हैं कि बेस्ट लाइव एक्शन शार्ट फिल्म शॉक, बेस्ट डॉक्यूमेंट्री एमी, बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शार्ट अ गर्ल इन द रिवर, बेस्ट एनिमेटेड शार्ट फिल्म वर्ल्ड ऑफ़ टुमारो बेस्ट एनिमेटेड फीचर फिल्म इनसाइड आउट,  बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म सन ऑफ़ सॉल साबित होने जा रही है।  बेस्ट ओरिजिनल सांग की केटेगरी में द हंटिंग ग्राउंड के गीत टिल इट हैप्पेंस टू यू को ऑस्कर ट्रॉफी मिल सकती है।  अगर ऐसा होता है तो लेडी गागा के साथ गीत लिखने वाली और आठ बार की ऑस्कर नॉमिनी डिएन वारेन का ऑस्कर ट्रॉफी अपने घर ले जाने का सपना पूरा हो जायेगा।  बेस्ट ओरिजिनल स्कोर का पुरस्कार द हेटफुल एट के एंनिओ मोरीकन को मिलने की संभावना है। हालाँकि, निर्देशक जॉर्ज मिलर की फिल्म मैड मैक्स फरी रोड को बेस्ट पिक्चर और बेस्ट डायरेक्टर सहित दस श्रणियों में नॉमिनेशन मिला है।  लेकिन, इस फिल्म के टेक्निकल केटेगरी में बेस्ट साउंड मिक्सिंग, बेस्ट साउंड एडिटिंग, बेस्ट विसुअल इफेक्ट्स, बेस्ट मेकअप एंड हेयर स्टाइलिंग और बेस्ट प्रोडक्शन डिज़ाइन के पुरस्कार ही जीतने की संभावना है। सैंडी पॉवेल दो फिल्मों कैरोल और सिंड्रेला के लिए बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइन की श्रेणी में नॉमिनेट हुई है।  वह अब तक १२ बार नॉमिनेट हो चुकी हैं।  वह शेक्सपीअर इन लव, द एविएटर और द यंग विक्टोरिया के लिए बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइन के ऑस्कर जीत चुकी हैं।  बेस्ट सिनेमेटोग्राफर का अवार्ड द रेवनैंट के सिनेमेटोग्राफर इम्मानुएल लुबेज़्की जीत सकते हैं।  द बिग शार्ट के चार्ल्स रैन्डोल्फ और एडम मैका्य को बेस्ट अडाप्टेड स्क्रीनप्ले का अवार्ड मिल सकता है।  जहाँ तक मौलिक पटकथा का सवाल है यह स्पॉटलाइट के जॉश सिंगर और टॉम मैकार्थी को ही मिलने जा रहा है।
ऑस्कर पुरस्कारों की प्रमुख छह श्रेणियों बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट एक्टर और एक्ट्रेस, बेस्ट पिक्चर और बेस्ट डायरेक्टर के अवार्ड्स क्रमशः द डेनिश गर्ल की अलिसिआ विकंदर, क्रीड के सीलवेस्टर स्टैलोन, रूम की ब्री लार्सन, द रेवनैंट के लिओनार्डो डि केप्रिओ, द रेवनैंट के अलेजैंड्रो इनरितु  और  द बिग शार्ट को मिल सकता है।  उल्लेखनीय है कि क्रीड को सपोर्टिंग एक्टर के अलावा दूसरी किसी श्रेणी में नॉमिनेशन नहीं मिला है।  इसलिए इस फिल्म के निर्माता निर्देशक सीलवेस्टर स्टेलोन के लिए ऑस्कर का सांत्वना पुरस्कार बताया जा रहा है।    
आजकल ऑस्कर पुरस्कारों में बांटे जा रहे ऑस्कर्स गिफ्ट बैग चर्चा में हैं।  दो लाख डॉलर की कीमत वाले इनबैगो  में लक्ज़री गिफ्ट्स हैं।  ५५ हजार डॉलर कीमत की इजराइल की सैर, ४५ हजार डॉलर  कीमत का जापान टूर के अलावा २७५ डॉलर का टॉयलेट पेपर कुछ ख़ास है।  इस बैग को डिस्टिंक्टिव एसेट्स कंपनी ऑस्कर के सेलिब्रिटीज को दे रही हैं।  हालाँकि, कंपनी का कहना है कि यह गिफ्ट बैग सेलिब्रिटी को इस लिए  दिए जा रहे हैं ताकि वह उनके प्रोडक्ट प्रमोट करें।  लेकिन, एकेडेमी को इस पर ऐतराज़ है।  कंपनी ने दस साल पहले ऐसे बैग बांटने शुरू किये थे।  वह इन बैग को यह कह कर देती है कि एवरीवन वीनस एट द ऑस्कर्स ! नॉमिनी गिफ्ट बैग्स' ।  २००६ में एकेडेमी ने इन पुरस्कारों को बांटने से रोक दिया।  अमेरिका का इनकम टैक्स विभाग भी इन बैग्स को आमदनी मानते हुए टैक्स माँगने लगा।  इस साल फिर, जब यह कंपनी इन बैग्स को ऑस्कर का नाम उपयोग करते हुए बांटने लगी, तब एकेडेमी ने उसे कानूनी नोटिस जारी कर दिया।



Thursday 25 February 2016

अब नेवी ऑफिसर रुस्तम पावरी अक्षय कुमार

यह हैं नेवी ऑफिसर रुस्तम पावरी. निर्माता नीरज पाण्डेय की फिल्म 'रुस्तम' में यह भूमिका अभिनेता अक्षय कुमार कर रहे हैं. नीरज पाण्डेय और अक्षय कुमार की जोड़ी ने स्पेशल २६ और बेबी जैसी हिट फ़िल्में दी हैं . जैसी कि नीरज की फिल्मों की खासियत है, रुस्तम भी थ्रिलर फिल्म हैं. लेकिन, इसमे रोमांस का तड़का है. रुस्तम में अक्षय की रोमांटिक जोड़ीदार इलेअना डिक्रुज़ हैं. लेकिन, इस फिल्म को नीरज नहीं टीनू सुरेश देसाई निर्देशित कर रहे हैं. टीनू को '१९२०' सीरीज की तीसरी फिल्म को डायरेक्ट करने काजिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन, यह फिल्म नहीं बन सकी. इसी दौरान टीनू ने रुस्तम की पटकथा लिखी. टीनू के ज़ेहन में रुस्तम के लिए अक्षय कुमार फिट थे. नीरज पाण्डेय और अक्षय कुमार को फिल्म की स्क्रिप्ट अच्छी लगी. इस प्रकार से अक्षय कुमार ने नेवी ऑफिसर की वर्दी को पहन लिया. अक्षय कुमार को नए निर्देशक फलते हैं. उन्होंने विपुल अमृतलाल शाह की बतौर निर्देशक पहली फिल्म आँखें की थी. इसी साल नवोदित निर्देशक राजा कृष्णा मेनन के साथ उनकी फिल्म 'एयरलिफ्ट' १०० करोड़ क्लब में शामिल होने वाली इस साल की पहली हिंदी फिल्म बनी है. रुस्तम १२ अगस्त २०१६ को रिलीज़ होगी। 

Wednesday 24 February 2016

'इन्फर्नो' के सामने 'रिंग्स'

हॉलीवुड में फिल्मों की रिलीज़ की तारीखे बदलने का सिलसिला बदस्तूर ज़ारी है।  अभी पैरामाउंट पिक्चर्स ने अपनी फिल्म 'रिंग्स' की रिलीज़ की तारिख में फिर बदलाव किया है।  स्टूडियो ने अपनी हॉरर फिल्म रिंग्स की रिलीज़ की तारीख १ अप्रैल से बढ़ा कर २८ अक्टूबर कर दी है।  इसी तरह से रिचर्ड लिंकलेटर की कॉमेडी फिल्म एवरीबॉडी वांट्स सम भी अब १५  अप्रैल के बजाय १ अप्रैल को रिलीज़ होगी।  निर्देशक ऍफ़ जेवियर गुटिेर्रिज की फिल्म रिंग्स हॉरर सीरीज २००२ की द रिंग और २००५ की फिल्म द रिंग टू का सीक्वल है।  ज़ाहिर है कि ५० मिलियन डॉलर से बनी द रिंग टू के १६१.५ मिलियन डॉलर का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कर लेने के बावजूद सीक्वल बनाने में काफी देर हुई।  यह सीक्वल फिल्म २०१० में डेविड लूका द्वारा फिल्म की स्क्रिप्ट लिखने से बनाना शुरू हुआ।  इसे त्रिआयामी बनाने की योजना थी।  २०१४ में ज़ेवियर को निर्देशन की कमान सौंपी गई।  फिल्म की शूटिंग 'रिंग्स टाइटल के साथ पिछले साल के शुरू में शुरू हो गई।  इस समय फिल्म को १३ मार्च २०१५ को रिलीज़ करने की योजना थी।  फिर इसे १३ नवंबर २०१५ कर दिया गया। रिलीज़ की तारिख १ अप्रैल २०१६ करने के बाद फिर बदल कर २८ अक्टूबर २०१६ हो गई।  अब यह फिल्म हिन्दुस्तानी इरफ़ान खान की टॉम हैंक्स और फ़ेलिसिटी जोंस के साथ फिल्म  इन्फर्नो और लायंसगेट की फिलहाल अनाम हॉरर फिल्म के सामने रिलीज़ होगी।   

Saturday 20 February 2016

बॉलीवुड थप्पड़ : ऑन स्क्रीन भी ऑफ स्क्रीन भी

पिछले दिनों लेखक,  निर्माता और निर्देशक राजीव चौधरी की फिल्म 'बेईमान इश्क़' की शूटिंग मुंबई के होटल  नोवाटेल में चल रही थी।  इस फिल्म के नायक रजनीश दुग्गल और नायिका सनी लियॉन के बीच एक इंटेंस सीन फिल्माया जा रहा था।  इस सीन में सनी लियॉन को संवाद बोलने के बीच रजनीश दुग्गल के एक करारा थप्पड़ ज़माना था।  लेकिन,  निर्देशक राजीव चौधरी सनी लियॉन के थप्पड़ से संतुष्ट नहीं थे।  उन्होंने सनी को रजनीश के गाल पर पूरी ताकत से तमाचा जड़ने के लिए कहा।  बार बार के रिटेक से ऊब चुकी सनी लियॉन ने एक ज़बरदस्त हाथ रजनीश के चेहरे पर जड़ दिया।  राजीव चौधरी ने शॉट ओके कर दिया।  लेकिन, तब टका रजनीश दुग्गल की नाक डैमेज हो चुकी थी।  उससे खून  बह रहा था। सनी रजनीश से माफ़ी मांग रही थी, रजनीश उदारता का परिचय दे रहे थे।  फिल्म के डायरेक्टर बढ़िया सीन काफी खुश नज़र आ रहे थे।
तेरे बिन लादेन के सेट पर मनीष पॉल को पड़े  थप्पड़ 
अभिषेक शर्मा निर्देशित फिल्म तेरे बिन लादेन डेड ऑर अलाइव  में  अभिनेता पियूष मिश्रा खलीली नामक एक  आतंकवादी की भूमिका में नज़र आयेंगे, जो अपने मूर्खता भरे दिमाग से एक आतंकवादी संगठन "हरकत ए मंशा" को चलाता है। ​फिल्म की शूटिंग के  दौरान एक सीन में ​पियूष के किरदार को मनीष को थप्पड़ जड़ना था। लेकिन अभिषेक सीन से संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने सीन के लिए कई रीटेक लिए और मनीष भी पुरे ईमानदारी साथ सीन करते रहे। सीन पूरा होने तक तक़रीबन मनीष के पचास थप्पड़ पड़ चुके थे । मनीष का चेहरा सूज चूका था।  उन्हें दूसरे दिन शूटिंग से छुट्टी लेनी पड़ी ।
आदित्य पंचोली का गुस्सा 
यह घटना फिल्म लाखों हैं यहाँ दिलवाले की शूटिंग के दौरान की है।  इस फिल्म में आदित्य पंचोली विट्ठल दादा का किरदार कर रहे थे।  फिल्म में वीजे भाटिया एक गायक अर्श का किरदार कर रहे थे।  आदित्य पंचोली  और वीजे भाटिया के बीच कई इंटेंस सीन है।   लेकिन, यह तमाचेबाजी कैमरा के सामने नहीं  पीछे हुई।  आदित्य पंचोली कुछ देर तक तो दूर बैठे वीजे भाटिया को देखते रहे।  फिर यकायक उठे और भाटिया के सामने जा कर उनके गालों पर तमाचा जड़ दिया। वीजे भौंचक अपने गाल सहलाते रह गए।  आदित्य पंचोली की बददिमागी से परिचित दूसरे लोग भी कुछ कह न सके।
जब गोविंदा ने मारा डायरेक्टर को थप्पड़
अभी अभिनेता गोविंदा अपनी एक फिल्म के सेट पर अपने प्रशंसक के गालों के बजा देने के कारण सर्वोच्च न्यायलय की फटकार सुन चुके हैं और दो  लाख का जुर्माना दे  चुके हैं।  इन्ही गोविंदा ने फिल्म रन भोला रन के डायरेक्टर नीरज वोरा को एक करारा थप्पड़ जड़ दिया।  गोविंदा नाराज़ थे कि नीरज उनके जैसे सीनियर अभिनेता की उपेक्षा करते हुए,  जूनियर कलाकारों को ज़्यादा महत्त्व दे  रहे थे।
जब सनी देओल को पड़े थप्पड़
जिन दर्शकों ने घायल वन्स अगेन देखी है, उन्हें याद होगा कि फिल्म के एक इमोशनल में अभिनेता सनी देओल अपनी बेटी के विलेन के चंगुल में फंसे होने के कारण तनाव में हैं।  वह कुछ इतने ज़्यादा इमोशनल हो जाते हैं कि इस सीक्वेंस में उन्हें शांत करने के लिए सोहा अली खान सनी देओल के गालों पर थप्पड़ मारती हैं।   लेकिन, सीन करते समय सोहा कुछ  इतनी चार्ज हो गई कि उन्होंने  सनी देओल के गाल पर सचमुच थप्पड़ जड़ दिए । फिल्म के निर्देशक खुद सनी  देओल इस थप्पड़ की गूंज से हैरान रह गए।  यूनिट सकपका गई।  जबकि सोहा अली खान सॉरी बोल रही थी।
रील लाइफ थप्पड़ के बाद हुआ प्यार
कुछ ऐसा ही वाकया कॉमेडी फिल्म रॉकी (२००६) की शूट के दौरान हुआ।  एक सीन में ईशा श्रावणी को गलतफहमी हो जाती है कि नायक ज़ायेद खान उन्हें परेशान कर रहे हैं।  इसी गलतफहमी में वह ज़ायद खान के थप्पड़ मार देती है।  यह सीन कॉमेडी क्रिएट करने के लिए था । दर्शक हँसते हँसते लोटपोट हो गए।  यही एक थप्पड़ खाने के बाद ज़ायद खान को ईशा श्रावणी का प्यार मिल गया।
यादगार रोमांटिक थप्पड़ों की बरसात
खुद द्वारा निर्देशित राजकपूर की  म्यूजिकल रोमांस फिल्म बरसात में राजकपूर एक गरीब परिवार से हैं।  नर्गिस बड़े घर की बेटी हैं।  लेकिन वह राजकपूर से प्रेम करने लगती है।  राजकपूर किरदार में हीन भावना है।  उन्हें लगता है कि लोग उनको आवारा मानते हैं।  ऐसे ही समुद्र के किनारे रोमांस करते हुए नर्गिस राजकपूर को उंगली कहीं के कह देती है।  नाराज़ राजकपूर नर्गिस को बालों से  पकड़ कर तड़ातड़ तमाचों की बरसात करते हैं।  नर्गिस तमाचे खाने के बाद भी राजकपूर को जंगली कहती रहती है। यह हिंदी फिल्मों का अब  तक सबसे रोमांटिक सीक्वेंस कहा जाता है।  हिंदी फिल्मों में इमोशन और क्रोध के दौरान थप्पड़बाज़ी आम होती है।  निर्देशक के राघवेन्द्र राव की १९८६ में रिलीज़ फिल्म सुहागन में जीतेन्द्र, श्रीदेवी और पद्मिनी कोल्हापुरे का त्रिकोण था।  फिल्म में एक गर्मागर्म तकरार के दौरान जीतेन्द्र श्रीदेवी के थप्पड़ मार देते हैं ।  श्रीदेवी बिलख उठती है।  यह फिल्म को गंभीर मोड़ पर ले जाने वाला दृश्य था।
स्टेज और पार्टी में थप्पड़ बाजी 
कोई दो साल पहले मीका सिंह ने एक शो के दौरान एक डॉक्टर को स्टेज पर बुला कर थप्पड़ जड़ दिया।  मीका सिंह का कहना था कि वह डॉक्टर फीमेल ऑडियंस से लिबर्टी लेने कोशिश कर रहा था। बाद में उस डॉक्टर ने मीका  सिंह पर मुकदमा दायर कर दिया।  अभी इस मुकदमे का फैसला नहीं हुआ है।  लेकिन, सलमान खान को एक थप्पड़ की कीमत सुभाष घई  की फिल्म करके चुकानी पड़ी।  हुआ यह कि एक  पार्टी में  सलमान खान को सुभाष घई की टिप्पणियां कुछ इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने घई के एक करारा 'खान'दार थप्पड़ जमा दिया। पार्टी में मौजूद लोग इस घटना से सुन्न रह गए।  तत्काल ही यह खबर सलमान खान के पिता सलीम खान तक जा पहुंची।  उन्होंने बिना समय गंवाए सलमान खान से सुभाष घई से माफ़ी माँगने के आदेश दिए ।  फिल्म कर्मा में दिलीप कुमार के डॉक्टर डेंग के गाल पर थप्पड़ की गूँज कर्मा को हिट  करा ले गई थी।  इस थप्पड़ के  बाद सलमान खान ने सुभाष घई के निर्देशन में फिल्म युवराज की। लेकिन, यह फिल्म हिट नहीं हो सकी।


Wednesday 17 February 2016

एक्शन 'द एक्सपेंडब्ल्स' की तर्ज पर हॉरर 'डेथ हाउस'

हॉलीवुड अभिनेता सिल्वेस्टर स्टेलोन की लिखी और निर्देशित एक्शन फिल्म 'द एक्सपेंडब्ल्स' २०१० में रिलीज़ हुई थी।  'द एक्सपेंडब्ल्स' को मिली बड़ी सफलता के बाद इस सीरीज में दो फ़िल्में २०१२ और २०१४ में रिलीज़ हुई। द एक्सपेंडब्ल्स में फिल्म के नायक सिल्वेस्टर स्टैलोन के साथ जैसन स्टेथम, जेट ली, डॉल्फ लुंडग्रेन, रैंडी कूचर, टेरी क्रुज, स्टीव ऑस्टिन और मिकी रूरके जैसी मिली जुली स्टारकास्ट थी।  द एक्सपेंडब्ल्स की सफलता के बाद सीरीज में तीन फ़िल्में ही नहीं बनाई गई, बल्कि इस फिल्म की मिली जुली स्टारकास्ट ने इसी तर्ज पर अन्य शैली की फ़िल्में बनाने की प्रेरणा भी दूसरे फिल्मकारों को दी । फ़ास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों में स्टार कास्ट का जमावड़ा लगने लगा।  द एक्सपेंडब्ल्स के स्टूडियो मिलेनियम ने सभी महिला किरदारों वाली फिल्म द एक्सपेंडाबैलेस' का ऐलान किया।  इस फिल्म में मेरील स्ट्रीप, कैमरून दिआज़ और मिला जोवोविच के अलावा कुछ अन्य अभिनेत्रियों को लिया जाना है। द एक्सपेंडब्ल्स का हॉरर संस्करण बनाये जाने की भी खबर है।  इस फिल्म को हॉरर फिल्म ज़ोंबी किलर्स: एलीफैंट ग्रेवयार्ड' के निर्देशक हैरिसन स्मिथ निर्देशित कर रहे हैं।  इस फिल्म में हॉरर फिल्मों के रॉबर्ट एंग्लुण्ड, दैन्य ट्रेजो, माइकल बेरीमैन, केन हॉडर, डी वैलेस, बिल मोसली, बर्बर क्राम्पटन, डौग  ब्रेडले,केन फ़ौरी, कमिले कीटोन और डॉन शांक्स जैसे हॉरर फिल्मों के एक्टर नृशंस हत्यारों की शक्लों में नज़र आएंगे।  इस फिल्म के एक एक्टर गनर हैनसन, जिन्होंने फिल्म  की कहानी भी लिखी थी, की असामयिक मृत्य हो चुकी है। यह फिल्म कहानी है भूमिगत ईविल सरकार के एरिया ५१ स्थित द डेथ हाउस की है, जहाँ  पहुँचाने वाले इंसानों को भयानक नौ स्तरों से गुजरना होता है, जहाँ ऐसे नृशंस हत्यारे मौजूद मौजूद  हैं, जिनसे मौत भी पनाह मांगती है। फिल्म २०१७ में रिलीज़ हो सकती है।     
  

विल स्मिथ ही बनेंगे बैड बॉयज !

२००३ में हॉलीवुड एक्टर विल स्मिथ की फिल्म बैड बॉयज २ रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म में विल स्मिथ ने मियामी पुलिस डिपार्टमेंट के नारकोटिक्स डिवीज़न के डिटेक्टिव लेफ्टिनेंट माइक लौरे का किरदार किया था।  यह फिल्म १९९५ में रिलीज़ बॉयज का सीक्वल थी।  उस समय, जब विल स्मिथ से बैड बॉयज ३ के बनाये जाने के बारे में सवाल किया गया तो विल का जवाब था, "ज़रूर बनेगी।" इस  फिल्म में दूसरे बैड बॉय मार्टिन लॉरेंस थे, जिन्होंने विल के दूसरे साथी डिटेक्टिव लेफ्टिनेंट मार्कस बर्नेट का किरदार किया था।  बैड बॉयज २ के बाद कुछ ऐसा घटा कि तीसरी फिल्म शुरू होने की नौबत ही नहीं आई।  फिर मार्टिन लॉरेंस के परिवार की गलतियों के कारण कुछ ऐसा हुआ कि मार्टिन लॉरेंस विल स्मिथ से ही नहीं, हॉलीवुड फिल्मों से भी कट गए। उन्हें पैसे कमाने के लिए टीवी सीरियलों का सहारा लेना पड़ा।  एक इंटरव्यू में विल स्मिथ ने बताया कि 'मैंने मार्टिन को पिछले दो सालों से देखा तक नहीं था।  लेकिन, कुछ हफ्ते पहले वह मुझे मिला।  हम दोनों ने एक दूसरे को गले लगाया।  उस समय हम जानते थे कि हम बैड बॉयज ३ करने जा रहे हैं।'  बैड बॉयज २ ने १८६७ करोड़ रुपये की कमाई की थी, जो बैड बॉयज की कमाई का दोगुना थी।  बैड बॉयज सीरीज की पहली दो फिल्मों के निर्देशक माइकल बे थे।  लेकिन, माइकल  बे की ट्रांसफार्मर्स सीरीज की पांचवी फिल्म में व्यस्तता को देखते हुए, ऐसा नहीं लगता कि वह बैड बॉयज ३ का निर्देशन कर पाएंगे।  एक पत्रिका की रिपोर्ट पर भरोसा करें तो द ग्रे और द ए- टीम के निर्देशक जो कार्नहान बैड बॉयज ३ का निर्देशन करने जा रहे हैं।  बैड बॉयज ३ की रिलीज़ की तारिख २०१७ में फरवरी में किसी तारीख में हो सकती है।

Tuesday 16 February 2016

बॉलीवुड रोमांस पर भारी हॉलीवुड की एक्शन कॉमेडी

इस साल, वैलेंटाइन डे वीकेंड में बॉलीवुड के रोमांस ड्रामा को हॉलीवुड की एक्शन कॉमेडी फिल्म ने पछाड़ दिया। इस शुक्रवार वैलेंटाइन डे वीकेंड का फायदा उठाने के लिए कैटरीना कैफ और आदित्य रॉय कपूर की रोमांस ड्रामा फिल्म 'फितूर' रिलीज़ हुई थी। निर्देशक अभिषेक कपूर की फिल्म में तब्बू की केंद्रीय भूमिका है।  इसकी स्टार कास्ट को देखते हुए, फिल्म के वैलेंटाइन डे वीकेंड में बढ़िया बिज़नेस करने की उम्मीद थी।  लेकिन, दर्शकों को यह फिल्म भारी लगी।  फिल्म ज़रुरत से ज़्यादा क्लास फिल्म बन गई।  नतीजे के तौर पर इस फिल्म ने ३.६१, ४.५४ और ५.९६ करोड़ का बिज़नेस करते हुए १४.११ करोड़ का वैलेंटाइन डे वीक निकाला।  इसके ठीक विपरीत हॉलीवुड की फिल्म डेडपूल ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।  इस फिल्म की ओपनिंग ही ४.१० करोड़ की हुई।  शनिवार और रविवार को फिल्म ने क्रमशः ४.९० और ५.२५ करोड़ का बिज़नेस करते हुए १४.२५ करोड़ का वीकेंड बिज़नेस करते हुए १४ लाख से फितूर को पछाड़ दिया।  लेकिन, यह नाम का अधिक बिज़नेस उस समय बढ़िया महसूस होता है, जब हम पाते हैं कि बॉलीवुड की फिल्म फितूर १२२५ सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी। जबकि, डेडपूल को केवल ८०० स्क्रीन मिले थे।

फैशन भी आराम का मामला है

ग्लैडरेग्स की मेगा मॉडल रूपाली सूरी का मानना है कि फैशन भी आराम का मामला है।  फैशन उद्योग में अपनी  पहचान बना चुकी और देश की श्रेष्ठ डिज़ाइनरस के लिए रैंप पर चल चुकी रूपाली सूरी के पसंदीदा फैशन डिज़ाइनर राहुल मिश्रा और वैशाली एस हैं।  रूपाली कहती हैं, "वैशाली की डिज़ाइन पोशाकें स्त्रियोचित हैं।  कुछ अन्य डिज़ाइनर की फैशन की समझ भी मुझे पसंद हैं।" रूपाली को ड्रेसिंग सेंस और रंगों के सामंजस्य वाली ड्रेस पहने देखा जाता है।  लेकिन, वह कहती हैं, "मुझे फ्लो के साथ जाना पसंद है।  मेरी पर्सनल स्टाइल कम्फर्ट और कलर का  मिश्रण है।  यानि ड्रेस आरामदेह हो और रंगों का सही चुनाव हुआ हो।" रूपाली सूरी को दर्शक निर्देशक अरुण फ्रैंक की पूरी लम्बाई की इंग्लिश फिल्म 'डैड....होल्ड माय हैंड' में देख सकेंगे।  इस फिल्म की पूरी शूटिंग मुंबई और लंदन में हुई है।  विभिन्न फिल्म फेस्टिवल्स में दिखाए जाने के बाद 'डैड....होल्ड माय हैंड' भारत और पश्चिम के देशों में रिलीज़ की जाएगी।  .

रितेश देशमुख का 'बैंजो' लुक

पिछले दिनों, ईरोस इंटरनेशनल ने रितेश देशमुख और नर्गिस फाखरी की जोड़ी को लेकर म्यूजिकल ड्रामा फिल्म 'बैंजो' का ऐलान किया था।  इस फिल्म में रितेश के साथ नर्गिस की जोड़ी पहली बार बन रही है।  आज इस फिल्म में रितेश  देशमुख का बैंजो लुक जारी किया गया।  इस चित्र में रितेश के सर पर लम्बे बाल नज़र आ रहे हैं।  रितेश के यह लुक फिल्म में उनके म्यूजिशियन के किरदार के अनुरूप है।  यह एक मराठी करैक्टर है।  यह संगीतकार अपने सपनों को पूरा करने के लिए सात समंदर  पार तक का सफर पूरा करता है।  बैंजो का यह सफर पूरा करने में एक अमेरिकन डीजे मदद करता है।  दोनों मिल कर एक बैंड बनाते हैं।  इसके साथ ही इन दोनों का करियर छलांगे लगाने लगता है।  निर्माता कृषका लुल्ला की फिल्म का निर्देशन रवि जाधव ने किया है। 
   

Sunday 14 February 2016

अहमदाबाद में हुआ शाहरुख़ खान की कार पर पथराव, लगे नारे

'दिलवाले' के सुपर फ्लॉप हो जाने के बावजूद घुटन महसूस करने के शाहरुख़ खान के बयान पर लोगों का गुस्सा अभी ख़त्म नहीं हुआ है। वह जहाँ भी जाते हैं विरोध का शिकार होते हैं।  उन्हें लोगों का ताज़ातरीन गुस्सा भुज में फिल्म रईस की शूटिंग के दौरान झेलना पड़ा।  रईस  गुजरात के शराब तस्कर के डॉन बनने की कहानी है।  शाहरुख़ खान इस करैक्टर को कर रहे हैं।  लेकिन, भुज में शूटिंग में रुकावट पैदा होने का सिलसिला यहीं नहीं रुका।  कल रात अहमदाबाद में जिस होटल में शाहरुख़ खान रुके हुए थे, कुछ युवकों के झुण्ड ने उनके मुर्दाबाद के नारे लगाये और उनकी कार पर पथराव किया।  इस समय शाहरुख़ खान अहमदाबाद में सरखेज रोज़ा गुम्बद और मस्जिद में शूटिंग कर रहे हैं।  इसलिए, भुज की घटना को देखते हुए उनकी सुरक्षा में गुजरात पुलिस के ४०० जवान लगाए गए हैं।   लेकिन, इसके बावजूद खान की फिल्म की शूटिंग नहीं हो सकी, क्योंकि  इस शूट के लिए  यूनिट के लोग पुरातत्व विभाग से अनुमति लेना भूल गए।  यह इमारत एक ऐतिहासिक स्मारक है।  रईस की शूटिंग में पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान के हिस्सा लेने की भी खबर है।   

ऑस्कर पुरस्कारों में भारतीय फिल्म हस्तियां !

प्रियंका चोपड़ा इस  साल २८ फरवरी को हो रहे ऑस्कर पुरस्कारों में प्रेजेंटर की हैसियत से हिस्सा लेंगी।  वह हॉलीवुड की उन कुछ बड़ी हस्तियों के साथ ऑस्कर के मंच पर दिखाई देंगी, जिन्हे हम उनकी फिल्मों से जानते पहचानते हैं।  प्रियंका चोपड़ा के लिए ऑस्कर से जुड़ने का यह दूसरा मौका होगा।  पिछले साल, ऑस्कर २०१५ की प्री-अवार्ड पार्टी में प्रियंका ने हिस्सा लिया था।  इस पार्टी को भारतीय रक्त वाली हॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री फ्रीडा पिंटो ने  वैनिटी फेयर के साथ आयोजित किया था।
प्रियंका चोपड़ा से पहले भी
लेकिन, ऑस्कर समारोहों में हिस्सा लेने वाली प्रियंका चोपड़ा पहली भारतीय फिल्म उद्योग से जुड़ी हस्ती नहीं हैं।  हिंदुस्तान १९५७ से ऑस्कर अवार्ड्स की विदेशी फिल्मों की श्रेणी में अपनी फ़िल्में भेज रहा है।  लेकिन, अब तक तीन बार भारतीय फ़िल्में शामिल की गई थी।  १९५७ में बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म की श्रेणी में महबूब खान की फिल्म मदर इंडिया भेजी गई।  यह फिल्म अंतिम पांच फिल्मों में चुनी भी गई।   लेकिन, एक वोट से मदर इंडिया ने ऑस्कर अवार्ड्स फेडरिको फेलिनी की इतालवी फिल्म नाइट्स ऑफ़ कैबिरिआ के पक्ष में खो दिया। फिर ३१ साल बाद मीरा नायर की फिल्म सलाम बॉम्बे (१९८८) को ऑस्कर पुरस्कारों की होड़ में नामित होने का मौका मिला। सलाम बॉम्बे डेनिश फिल्म पेले द कॉन्करर से पिछड़ गई। इसके १३ साल बाद  आशुतोष गोवारिकर की फिल्म लगान ऑस्कर पुरस्कारों में नामित हुई। यह फिल्म बोस्नियाई फिल्म नो मेंस लैंड से परास्त हो गई।  इस प्रकार से तीनों भारतीय फ़िल्में ऑस्कर जीत पाने में नाकाम रही। इस साल मराठी फिल्म कोर्ट ऑस्कर में विदेशी फिल्म की श्रेणी के लिए भेजी गई थी। लेकिन, वह नामित तक नहीं हो सकी। ऑस्कर पुरस्कारों के लिए होने वाले समारोह में नामित फिल्मों से जुड़ी हस्तियां हिस्सा ले सकती हैं।  इसलिए, लगान के नामित होने पर निर्देशक आशुतोष  गोवारिकर, आमिर खान अपनी उस समय की बीवी रीना खान के साथ शामिल हुए।
नामित होने के कारण ऑस्कर में
७१ वे ऑस्कर अवार्ड्स में शेखर कपूर की इंग्लिश फिल्म एलिज़ाबेथ नामित हुई थी।  फिल्म के नॉमिनेशन के कारण ऑस्कर पुरस्कारों के फंक्शन में शेखर कपूर की मौजूदगी दर्ज़ हुई। दीपा मेहता की फिल्म वॉटर के ऑस्कर में नॉमिनेट होने के कारण जॉन अब्राहम, लिसा रे और सीमा बिस्वास को दीपा मेहता के साथ ७९ वे ऑस्कर अवार्ड्स समारोह में शामिल होने का मौका मिला।  यह हिंदी फिल्म कनाडा की प्रविष्टि के रूप में भेजी गई थी। लाइफ ऑफ़ पाई के हीरो और भारतीय अभिनेता  सूरज शर्मा २०१३ में हुए ८५ वे ऑस्कर अवार्ड्स समारोह में शामिल हुए थे।  इसी फिल्म के लिए बॉम्बे जयश्री भी बेस्ट सांग की श्रेणी में नामित हुई। २०१३ में स्टीवन स्पीलबर्ग की फिल्म लिंकन १२  श्रेणियों में नामित हुई थी।  लिंकन का निर्माण स्टीवन स्पीलबर्ग की कंपनी ड्रीम वर्क्स के साथ रिलायंस ने किया था।  इसीलिए इस फिल्म के निर्माता के तौर पर अनिल अम्बानी और उनकी पत्नी और भूतपूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री इस समारोह में मौजूद थी।  डेविड ओ रसेल की फिल्म सिल्वर लइनिंग्स प्लेबुक ऑस्कर में नामित हुई थी।  फिल्म में केंद्रीय भूमिका करने वाले भारतीय अभिनेता अनुपम खेर को नॉमिनेशन नहीं मिला था।  लेकिन, अपनी फिल्म के कारण उन्हें भी इस फंक्शन में शामिल होने का मौका मिला।
जब ऑस्कर में छाया इंडिया
ऑस्कर पुरस्कारों का ८१ वां एडिशन  भारत के लिए ख़ास था।  जैसे पूरा बॉलीवुड ऑस्कर समारोह में मौजूद था। भारतीय संगीतकार ए आर रहमान ने  २००९ में डैनी बॉयल की इंग्लिश फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए दो श्रेणियों (बेस्ट ओरिजिनल स्कोर और गुलज़ार के साथ बेस्ट ओरिजिनल सांग जय हो) में ऑस्कर पुरस्कार जीता था। इसी फिल्म के लिए रसूल पुकुट्टी ने साउंड मिक्सिंग की श्रेणी में पुरस्कार जीता था। इसी साल स्माइल पिंकी ने शार्ट डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार जीता।  इसीलिए, जब जब ऑस्कर अवार्ड्स  में स्लमडॉग मिलियनेयर का नाम पुकारा जाता, स्टेज पर भारतीय डिज़ाइनर्स की डिज़ाइन लहराने इतराने लगती।  समारोह में बराबर ए आर रहमान का संवारा जय हो गीत बजने लगता।  इस धुन पर हॉल में मौजूद तमाम हस्तियां भी मुग्ध हो जाती।
ऑस्कर पुरस्कारों में नामित और पुरस्कृत भारतीय
१९८३ में रिचर्ड एटनबरो की फिल्म गांधी एकेडेमी अवार्ड्स की आठ  श्रेणियों में नामित हुई थी।  इस फिल्म की कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर भानु अथैया थी।  उन्होंने जॉन मोलो के साथ बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइन का पुरस्कार  जीता था। सितार वादक रवि शंकर का ऑस्कर अवार्ड्स में बेस्ट ओरिजिनल स्कोर की श्रेणी में नामित किया गया था। सत्यजित रे को १९९२ में मानद ऑस्कर से सम्मानित किया गया। अश्विन कुमार की लघु फिल्म लिटिल टेररिस्ट को २००५ में ऑस्कर नॉमिनेशन मिला था।  वह ऑस्कर्स  में नामित होने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय थे।
भारतीय और भारत के विषय पर फ़िल्में
१९८४ में ई एम फोर्स्टर की पुस्तक का  स्क्रीन रूपांतरण निर्देशक डेविड लीन की फिल्म अ पैसेज टू इंडिया ११ ऑस्कर श्रेणियों में नामित हुई थी।  फिल्म ने बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस और बेस्ट ओरिजिनल स्कोर के अवार्ड जीते।  इस फिल्म में विक्टर बनर्जी, सईद जाफरी और रोशन सेठ जैसे भारतीय अभिनेताओं ने भी काम किया था। भारतीय  मूल के फिल्मकार इस्माइल मर्चेंट एक बार नहीं चार बार ऑस्कर के लिए नामित हुए।  मर्चेंट आइवरी की लघु फिल्म द क्रिएशन ऑफ़ वुमन १९६१ में ऑस्कर पुरस्कारों में नामित हुई।  उनकी तीन फ़िल्में अ रूम विथ अ  व्यू, होवार्डस एंड और द रिमेंस ऑफ़ द डे भी ऑस्कर पुरस्कारों में बेस्ट पिक्चर की श्रेणी में नामित हुई।
ऑस्कर पुरस्कार समारोह में किसी बॉलीवुड सेलेब्रिटी के शामिल होने पर दूसरे सेलिब्रिटीज को डाह करने की ज़रुरत नहीं। हॉलीवुड में अपने कांटेक्ट बढाइये और पाइए ऑस्कर अवार्ड्स में शामिल होने का सुनहरा मौका।  इसीलिए, भारतीय फिल्म अभिनेत्रियां किसी हॉलीवुड हस्ती के इनविटेशन पर भी ऑस्कर अवार्ड्स फंक्शन में शामिल  नज़र आती हैं।  ८३ वे अकैडमी अवार्ड्स में मल्लिका शेरावत ऑस्कर मूर्ति के पास खडी हो कर फोटो खिंचवाती नज़र आई।  इसी साल ऐश्वर्या राय की ऑस्कर मौजूदगी भी दर्ज़ हुई।
इसमे कोई शक नहीं कि ऑस्कर अवार्ड्स में भारतीय फिल्म  उद्योग, ख़ास कर बॉलीवुड सेलिब्रिटी नज़र आते हैं।   लेकिन, प्रियंका चोपड़ा का कारनामा इस लिए ख़ास है कि वह डॉल्बी थिएटर हॉलीवुड में कोई ऑस्कर अवार्ड अन्य बॉलीवुड हस्तियों के साथ प्रेजेंट कर रही होंगी।  प्रियंका चोपड़ा इस साल स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड्स प्रेजेंट कर चुकी हैं तथा उन्हें पीपलस चॉइस अवार्ड भी दिया गया।


अल्पना कांडपाल

Saturday 13 February 2016

क्या बॉक्स ऑफिस पर टकराएंगे दो खान अभिनेता !

बॉलीवुड में पीते पीते जाम बदल जाते हैं, मुफीद बैठता है।  चाय की प्याली को उठा कर  मुंह तक ले जाने के बीच इतना समय होता है कि प्याली किसी दूसरे के होंठों तक पहुँच सकती है ।  ऐसा ही कुछ रईस और सुल्तान के टकराव को लेकर हुआ।  पिछले साल फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी ने अपने एक्सेल बैनर की फिल्म रईस के ईद २०१६ में रिलीज़  करने की घोषणा की थी।  ऐसा स्वाभाविक था।  कोई भी अभिनेता, ख़ास तौर पर मुस्लमान अभिनेता ईद के  खुशनुमा माहौल को अपनी फिल्म की सफलता में उपयोग करना चाहेगा।  शाहरुख़ खान अगर अपनी फिल्म रईस को हिट कराने के लिए ईद को बढ़िया समय मान रहे थे, तो कोई गलत नहीं कर रहे थे।  लेकिन, जैसी की यशराज बैनर की आदत है, यशराज फिल्म्स ने कुछ दिनों बाद ही अपनी सलमान खान की मुख्य भूमिका वाली फिल्म सुल्तान को ईद २०१६ में रिलीज़ करने का ऐलान फिल्म के टीज़र के साथ कर दिया।  इसके साथ ही एक अभूतपूर्व टकराव को लेकर तमाम फ़िल्मी गैर फिल्मी पत्र और पत्रिकों में गॉसिप छिड़ गई।  हालाँकि, उस समय तक सलमान खान ने सुलतान और शाहरुख़ खान ने रईस की फिल्म की शूटिंग शुरू भी नहीं की थी। क्योंकि, उस समय तो सलमान खान फिल्म प्रेम रतन धन पायो और शाहरुख़ खान निर्माता आदित्य चोपड़ा की फिल्म फैन और रोहित शेट्टी की फिल्म दिलवाले की शूटिंग में व्यस्त थे।  पिछले साल नवंबर में फरहान अख्तर ने एक इंटरव्यू में रईस और सुलतान के टकराव को सुनिश्चित बता दिया।  अब आते हैं पीते पीते कभी कभी तो जाम बदल जाते हैं की बात पर।  शुक्रवार (१२ फरवरी को) रात आठ बजे एक ट्रेड मैगज़ीन के संपादक ने ट्वीट किया कि रईस और सुल्तान का टकराव टला।  रईस अब पहले की किसी तारिख में रिलीज़ होगी।  अभी इस खबर का सोशल मीडिया में छाना शुरू ही हुआ था कि एक्सेल के रितेश सिधवानी ने रईस के पहले रिलीज़ होने और सलमान खान की सुल्तान के लिए ईद वीकेंड खाली कर देने की खबर को अफवाह बता दिया।  यानि, अब टकराव होगा ही होगा।  लेकिन, क्या सचमुच !

इनविजिबल मैन बनेंगे जॉनी डेप


पिछले साल नवंबर में यूनिवर्सल स्टुडिओ ने हर साल एक हॉरर फिल्म रिलीज़ करने की योजना का खुलासा किया था।  इस  योजना के तहत मंमी रिबूट  ऎसी पहली फिल्म होगी।  इस फिल्म का निर्देशन एलेक्स कुर्त्ज़मैन करेंगे।  फिल्म में टॉम क्रूज और सोफ़िया बौटला मुख्य  भूमिका में होंगे।  इस फिल्म की शूटिंग इस साल के शुरू में होगी।  फिल्म ९ जून २०१७ को रिलीज़ होगी।  यूनिवर्सल का सालाना हॉरर मूवी जलसा की अन्य फिल्मों में ड्रैकुला, वैन हेल्सिंग, द ब्राइड ऑफ़ फ्रैंकेंस्टीन और द वुल्फ मैन करैक्टर पर फ़िल्में होंगी।   यूनिवर्सल स्टुडिओ की एक फिल्म द इनविजिबल मैन १३ नवंबर १९३३ को रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म में क्लॉड रैंस ने डॉक्टर जैक ग्रिफिन का किरदार किया था, जो अदृश्य होने की शक्ति पा लेता है।  अब होता क्या है कि इस शक्ति के दुष्प्रभाव से पागल हो जाता है और शहर के लोगों को मारने लगता है।  इस फिल्म के बाद स्टूडियो ने चालीस के दशक में द इनविजिबल मैन रिटर्न्स और द इनविजिबल मैन्स रिवेंज और १९५१ में एबोट एंड कोस्टेलो मीट द इनविजिबल मैन का निर्माण किया।  अब जबकि इनविजिबल मैन को रिबूट किया जा रहा  तो यह साफ़ नहीं है कि इस फिल्म को लिखने का ज़िम्मा किसे सौंपा गया है।  लेकिन, यूनिवर्सल का इरादा एक से ज़्यादा इनविजिबल मैन फ़िल्में बनाने का है।  इसलिए, इनविजिबल मैन  सीरीज की फ़िल्में लिखने के लिए एलेक्स कुर्त्ज़मैन क्रिस मॉर्गन के नेतृत्व में पूरी एक टीम  तैनात की गई है।  इस फिल्म में इनविजिबल मैन  का किरदार जॉनी डेप्प करेंगे।  फिल्म २०१७ में रिलीज़ होगी।