यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका के ४० वे राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन, कभी फिल्म अभिनेता हुआ करते थे। वह १९३७ से हॉलीवुड के स्टूडियो वार्नर ब्रदर्स की फिल्मों में अभिनय के लिए सात साल के कॉन्ट्रैक्ट से बंधे । वह १९३९ तक बेट्टे डेविस और हम्फ्रे बोगर्ट के साथ 'डार्क विक्ट्री' जैसी १९ फिल्मों में अभिनय कर चुके थे। लेकिन, उन्हें स्टार बनाया फिल्म किंग रो ने। लेकिन, इस फिल्म के ठीक बाद उन्हें अनिवार्य सैन्य सेवा के लिए उपलब्ध होना पड़ा। दूसरे विश्व युद्ध के बाद वह फिर फिल्मों में वापस आये। इस दौर की उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में द वौइस् ऑफ़ द टर्टल, जॉन लव्स मैरी, द हेस्टी हार्ट, बेडटाइम फॉर बोन्ज़ो, कैटल क्वीन ऑफ़ मोंताना, टेनेसी'ज पार्टनर, हेलकैट्स ऑफ़ द नेवी, आदि ख़ास हैं। फिल्म हेलकैट्स ऑफ़ द नेवी में वह अपनी पत्नी नैंसी रीगन के नायक थे। द किलर्स में उन्होंने एक विलेन की भूमिका की थी। २० जनवरी १९८१ को अमेरिका के प्रेजिडेंट बने। लेकिन, आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि बतौर अभिनेता उनमे राष्ट्रपति के योग व्यक्तित्व नहीं पाया गया था। यह १९६० की बात है। एक नाटक 'द बेस्ट मैन' खेला जाने वाला था। गोर विडाल का लिखा यह नाटक राष्ट्रपति चुनाव के इर्दगिर्द बना गया था, जिसमे एक ईमानदार कैंडिडेट और एक बेईमान कैंडिडेट का मुक़ाबला था। इस नाटक को छह टोनी अवार्ड्स मिले थे। १९६४ में इस नाटक पर एक फिल्म भी बनाई गई थी। इस नाटक के प्रोडूसर के सामने जब रोनाल्ड रीगन का नाम गया तो उन्होंने रीगन को पूरी तरह से नकार दिया कि उनमे प्रेजिडेंट जैसा लुक नहीं है, इसलिए वह दर्शकों को विश्वसनीय नहीं लगेंगे । अब यह बात दीगर कि नाटक के प्रेजिडेंट के लिए नकारे गए रोनाल्ड रीगन एक बार नहीं दो दो बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 12 December 2015
राष्ट्रपति के उपयुक्त नहीं लगे थे रोनाल्ड रीगन
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment