Saturday, 14 April 2018

‘नेपोटिस्म के झंडाबरदार करण जोहर ?

करण जोहर ने, सोशल मीडिया पर स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २ की स्टार कास्ट से परिचय कराते हुए टाइगर श्रॉफ और तारा सुतारा के पोस्टर रिलीज़ के साथ अनन्या शर्मा का पोस्टर जारी किया। उन्होंने अनन्या का परिचय देते हुए, उन्हें पूर्व फिल्म अभिनेता चंकी पाण्डेय की बेटी बताया। इसके साथ ही, करण जोहर सोशल साइट्स पर ट्रोल होने लगे। ट्विटरेट्टी इतने नाराज़ थे कि उन्होंने करण जोहर को नेपोटिस्म का बाप कह दिया। ट्विटर कंगना रानौत के उस आरोप का हवाला दिया गया, जिसमे जिसमे कंगना रनौत ने करण जोहर नेपोटिस्म का जिम्मेदार बताया था। ट्विटर पर करण जोहर से पूछा गया कि इतना नेपोटिस्म लाते कहाँ से हो !
पहली फिल्म से नेपोटिस्म
क्या करण जोहर, सचमुच बॉलीवुड में नेपोटिस्म यानि भाई- भतीजावाद के झंडाबरदार हैं ? इसे जानने के लिए करण जोहर की अब तक की फिल्मों पर एक नज़र डालना ज़रूरी है, जो उन्होंने बतौर निर्देशक और निर्माता बनाई हैं । करण जोहर की बतौर निर्देशक पहली फिल्म कुछ कुछ होता है (१९९८) थी. इस फिल्म के लिए करण जोहर को दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे के दौरान गाढे दोस्त बन गए शाहरुख़ खान मिल गए थे । उस समय तक शाहरुख़ खान के साथ बाज़ीगर जैसी फिल्म से हिट हो चुकी काजोल फिल्म की नायिका थी । करण जोहर ने एक प्रकार से कास्टिंग कू जैसा किया, जब फिल्म में काजोल की कजिन रानी मुख़र्जी को ले लिया गया । रानी मुख़र्जी की पहली फिल्म राजा की आयेगी बारात बुरी तरह से असफल हो गई थी । यह करण जोहर का नेपोटिस्म का पहला उदाहरण था । करण ने अपनी अगली फिल्म कभी ख़ुशी कभी गम में आधा दर्जन फ्लॉप फिल्मों की अभिनेत्री और राजकपूर की पोती करीना कपूर को हृथिक रोशन की नायिका बनाया, जो खुद फिल्म निर्माता निर्देशक राकेश रोशन के बेटे थे । इसके बाद, करण जोहर की लगभग सभी फिल्मों में कोई न कोई स्टार संस या डॉटर नायक या नायिका बनने लगे।
फिल्म स्टार के बच्चे बने एक्टर
करण जोहर की तमाम फिल्मों में कोई न कोई स्टार का बच्चा ज़रूर लिया गया। रानी मुख़र्जी, काजोल और हृथिक रोशन के अलावा कई दूसरे स्टार किड्स करण जोहर की फिल्मों में नज़र आये । कल हो न हो (सैफ अली खान), कभी अलविदा न कहना (रानी मुख़र्जी, अभिषेक बच्चन)दोस्ताना (अभिषेक बच्चन), वेक-अप सिड (रणबीर कपूर, फिल्म के निर्देशक अयान मुख़र्जी रानी मुख़र्जी और काजोल के कजिन), कुर्बान (करीना कपूर, सैफ अली खान), आई हेट लव स्टोरीज (इमरान खान, सोनम कपूर), वी आर फॅमिली (काजोल, करीना कपूर), अग्निपथ (हृथिक रोशन, संजय दत्त) और एक मैं और एक तू (इमरान खान, करीना कपूर), यह जवानी है दीवानी (रणबीर कपूर, आदित्य रॉय कपूर, अयान मुख़र्जी), गोरी तेरे प्यार में (इमरान खान, करीना कपूर, कॉस्टयूम डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा के भाई पुनीत मल्होत्रा निर्देशक), हंसी तो फंसी (परिणीति चोपड़ा) में किसी न किसी फ़िल्मी हस्ती के बच्चे, भाई, भतीजा-भतीजे एक्टर थे।
नए चेहरे, स्टार किड्स
करण जोहर का सितारों के बच्चों से खास प्रेम स्टूडेंट ऑफ़ द इयर से (२०१२) से सामने आया । इस फिल्म से तीन नए चेहरों का फिल्म डेब्यू हुआ था । इनमे से दो आलिया भट्ट और वरुण धवन क्रमशः महेश भट्ट और डेविड धवन की बेटी और बेटा थे । करण जोहर ने आलिया भट्ट और वरुण धवन को प्रमोट करने के लिए २ स्टेट्स (आलिया भट्ट के साथ अनिल कपूर के भतीजे अर्जुन कपूर), हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया और बद्री की दुल्हनिया (वरुण धवन और आलिया भट्ट), शानदार (आलिया भट्ट, शाहिद कपूर), कपूर एंड संस (आलिया भट्ट), डिअर ज़िन्दगी (आलिया भट्ट) जैसी फ़िल्में बनाई। उन्होंने ऐ दिल है मुश्किल में रणबीर कपूर, ओके जानू में श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर और इत्तेफाक में अक्षय खन्ना, सोनाक्षी सिन्हा जैसे स्टार किड्स ही लिए।
आने वाली फिल्मों में भी
करण जोहर, बेहिचक नेपोटिस्म करते नज़र आते हैं। उनकी आगामी फ़िल्में इसका प्रमाण है। वह, जिस ब्रह्मास्त्र को तीन हिस्सों में बना रहे हैं, उसके हीरो रणबीर कपूर है। उनकी नायिका आलिया भट्ट हैं। फिल्म के निर्देशक अयान मुख़र्जी हैं। स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २ में उन्होंने जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ के साथ जिस अनन्या पाण्डेय को लिया है, वह एक्टर चंकी पाण्डेय की बेटी होने के बावजूद करण जोहर की पहली पसंद नहीं थी। लेकिन, करण जोहर की पहली पसंद दो अभिनेत्रियाँ भी स्टार किड्स ही थी। सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली खान और श्रीदेवी और बोनी कपूर की बेटी जाह्नवी कपूर, करण जोहर पहली दो पसंद थी। करण जोहर, आलिया भट्ट का मोह छोड़ने को राज़ी नहीं हैं। इसीलिए, उनकी रियल लाइफ फिल्म राज़ी की सहमत आलिया भट्ट ही बनी हैं। करण जोहर ने सिम्बा के लिए पहले जाह्नवी कपूर का चुनाव करते करते सारा अली खान को रणवीर सिंह की नायिका बना दिया है। खबर है कि उनकी पीरियड फिल्म रणभूमि में वरुण धवन और आलिया भट्ट की जोड़ी रिपीट हो सकती है।
और भी नेपोटिस्म के झंडाबरदार
आजकल, करण जोहर ज़रूर नेपोटिस्म चलाते नज़र आ रहे है। लेकिन, फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिस्म हमेशा से रहा है। राकेश रोशन ने अपने बेटे हृथिक रोशन को नायक बनाने के लिए लगातार फ़िल्में बनाई। धर्मेन्द्र और राजेंद्र कुमार ने भी अपने बेटों को हीरो बनाने के लिए फिल्मों का निर्माण किया। आलिया भट्ट के पिता महेश भट्ट तो नेपोटिस्म के सरताज हैं। उन्होंने अपनी बेटी पूजा भट्ट को फिल्म की नायिका बनाने के लिए डैडी, दिल है कि मानता नहीं, सड़क, सातवां आसमान, फिर तेरी कहानी याद आई, सर, आदि फिल्मों का निर्माण किया। अपने दो भांजों इमरान हाश्मी और मोहित सूरी को अभिनेता और निर्देशक बनाने के लिए मर्डर, ज़हर, कलयुग, गैंगस्टर, राज़ द मिस्ट्री कन्टीन्यूज, तुम मिले, मर्डर २, राज़ ३डी, मिस्टर एक्स, फिर तेरी कहानी याद आई, हमारी अधूरी कहानी, राज़ रिबूट, आदि फ़िल्में बनाई।
नेपोटिस्म की पैदावार है करण जोहर
दरअसल, करण जोहर खुद नेपोटिस्म की पैदावार हैं। करण जोहर को यशराज फिल्म्स बैनर की फिल्मों की कॉस्ट्यूम डिज़ाइन करने का मौका ही इसीलिए मिला कि वह फिल्म निर्माता यश जोहर के बेटे थे । दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे से उनकी दोस्ती शाहरुख़ खान और कजोल के साथ काफी गहरी हो गई। वह कुछ कुछ होता है और कभी ख़ुशी कभी गम बना सके और बड़े सितारे पा सके, क्योंकि उनकी फ़िल्में धर्मा प्रोडक्शंस के अंतर्गत बन रही थी। ऐसी ज़मीन में पले-बढे करण जोहर का भाई भतीजावाद की झंडाबरदारी करना स्वाभाविक है। 

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