रोहित शेट्टी की फिल्म सिंघम अगेन के प्रदर्शित होने के पश्चात्, नायक अभिनेता अजय देवगन की फिल्म नाम प्रदर्शित हुई थी। जहाँ, सिंघम अगेन ने, अजय देवगन के प्रशंसक दर्शकों में हलचल मचा दी थी, वहीं फिल्म नाम का कोई नामलेवा तक नहीं था। यहाँ तक कि अजय देवगन ने भी इस फिल्म का कोई प्रचार नहीं किया। फिल्म के निर्देशक अनीस बज़्मी ने भी फिल्म को अपना कहने से मना कर दिया।
नाम की विडम्बना ही थी कि दीवानगी, प्यार तो होना ही था और हलचल के बाद, अभिनेता अजय देवगन और निर्देशक अनीस बज्मी की जोड़ी की चौथी फिल्म नाम २२ नवंबर २०२४ को प्रदर्शित हुई और पहले शो से ही धड़ाम हो गई । इस फिल्म का निर्माण २० करोड़ के बजट में हुआ था। किन्तु, अजय देवगन के साथ समीरा रेड्डी, भूमिका चावला, श्रिया सरन, राहुल देव, यशपाल शर्मा, मुकेश तिवारी, राजपाल यादव, विजय राज, विद्या मलवाडे, माहि गिल, आदि की भूमिकाओं वाली यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर मात्र एक करोड़ दो लाख का ग्रॉस ही कर पाई।
अजय देवगन के प्रशंसकों को भी चिंता होगी कि कैसे नाम अजय देवगन का नाम डुबो गई! वास्तविकता क्या थी, इसे इसी तथ्य से समझा जा सकता है कि अजय देवगन ने तक इस फिल्म का प्रचार बिलकुल नहीं किया। फिल्म के निर्देशक अनीस बज़्मी ने भी खुद को फिल्म से दूर कर लिया। उन्होंने उस समय दिए गए साक्षात्कारों में स्पष्ट किया कि यदि निर्माता इस पुरानी फिल्म को प्रदर्शित ही करना चाहते हैं तो मैं क्या कर सकता हूँ। मैं तो इस फिल्म को भूल चुका है।
अजय देवगन द्वारा नाम का बिलकुल प्रचार न किये जाने और अनीस बज़्मी द्वारा भूल जाने का कारण क्या है ? यदि आप में से किसी ने यह फिल्म देखी होगी तो फिल्म का नरेशन अभिनेता राजकुमार राव ने किया था। इससे फिल्म पुरानी जैसी नहीं लगती थी। स्वयं निर्माता भी इस फिल्म को केवल दस साल पहले बनी फिल्म बता रहे थे। जबकि, यह सभी बाते बिलकुल झूठी थी, दर्शको को बहकाने का प्रयास थी।
फिल्म को हुमायूँ मिर्ज़ा ने लिखा था। हुमायूँ को १९६९ में प्रदर्शित सुपर फ्लॉप फिल्म दिल ए बेताब के लिया जाना जाता है। वही नाम के कथाकार, पटकथाकार और संवाद लेखक थे। इस फिल्म की नायिका समीरा रेड्डी को तो अब दर्शक भूल चुके हैं। भूमिका चावला भी हिंदी फिल्मों से दूर हो चुकी है। विद्या मलवाडे और माहि गिल अब हिंदी फिल्मों में नहीं दिखाई देती। इससे आप इस फिल्म के पुरानेपन का अनुमान लगा सकते है।
वास्तविकता भी यही है। नाम द मिसिंग आइडेंटिटी का निर्माण २००३ में प्रारम्भ हुआ था। प्रारम्भ में इस फिल्म का शीर्षक बेनाम रखा गया था। २००४ से इस फिल्म की नियमित शूटिंग प्रारम्भ हो गई थी। इस समय अजय देवगन अपने फिल्म जीवन के शिखर पर थे। इस फिल्म को २००५ में प्रदर्शित किया जाना था। किन्तु, इस फिल्म की रिलीज़ २००५ के बाद २००६, २००८ और २०१४ में टलती रही। अंततः यह फिल्म बीस साल बाद २०२४ में प्रदर्शित हो सकी।
स्पष्ट है कि दो दशक बाद फिल्मों और फिल्म दर्शकों की पसंद में काफी परिवर्तन हो चुका था। हिंदी दर्शक काफी चतुर है। वह फिल्म के पोस्ट देख कर ही काफी कुछ भांप लेता है। ट्रेलर या टीज़र तो फिल्म की पूरी पोल खोल देते है। नाम के साथ भी ऐसा ही हुआ। यह फिल्म बेनाम से नाम तो बन गई, किन्तु, दर्शकों में नाम नहीं बना सकी।
नाम, अजय देवगन और निर्देशक रोहित शेट्टी की एक्शन फिल्म सिंघम अगेन और निर्देशक अनीस बज़्मी की हॉरर कॉमेडी फिल्म भूल भुलैया ३ के २१ दिनों बाद प्रदर्शित हुई थी। सिंघम अगेन ने ३८९ करोड़ का ग्रॉस किया था और भूल भुलैया ३ का ग्रॉस ४२४ करोड़ हुआ था। किन्तु, नाम एक करोड़ चार लाख के ग्रॉस में सिमट कर, अजय देवगन का नाम डुबो गई।






