बाहुबली : द कांक्लुजन का डंका बज रहा है। बाहुबली द बेगिनिंग से बनी फिल्म की हाइप ने इसके सीक्वल को रिलीज़ से पहले ही हिट बना दिया है। इस फिल्म के संगीत के अधिकार खरीदे जा चुके हैं। इस फिल्म के थिएट्रिकल राइट्स सभी भाषाओं में बेचे जा चुके हैं। अभी फिल्म की शूटिंग ख़त्म नहीं हुई है, लेकिन इसके सैटेलाइट राइट्स भी बेचे जा चुके हैं। एक बड़े चैनल ने इसके हिंदी संस्करण के लिए ५० करोड़ दिए हैं। इस फिल्म को हिंदी में करण जौहर द्वारा रिलीज़ किया जायेगा। करण जौहर ने बाहुबली द बेगिनिंग को भी हिंदी बेल्ट में रिलीज़ किया था। वैसे अभी यह पता नहीं चला है कि उन्होंने इसके लिए कितने पैसे दिए। ज़ाहिर है कि बाहुबली २: द कांकलूजन की रिलीज़ से पहले ही जैसा रिस्पांस मिल रहा है, वह एक दक्षिण भारतीय फिल्म के लिए बेहद ख़ास हैं। बाहुबली २ में प्रभाष और राणा डग्गूबाती के अलावा अनुष्का शेट्टी, तमन्ना भाटिया, सत्यराज, आदि मुख्य भूमिका में है। जहाँ बाहुबली में तमन्ना भाटिया को ग्लैमरस अवतार में देखा गया था, वहीँ बाहुबली २ में अनुष्का शेट्टी अपना जलवा बिखेरेंगी। पहले भाग में वह बंदी बनाई गई बूढी महारानी के गेटअप में नज़र आई थी। बाहुबली २: द कॉन्कलूजन २८ अप्रैल २०१७ को रिलीज़ हो रही है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 23 October 2016
रिलीज़ से पहले रिकॉर्ड बना रही है बाहुबली २
Labels:
आज जी,
साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
फ़िल्में ध्वस्त कर देने वाले हैं अजय देवगन !
अगर चार राज्यों में ऐ दिल है मुश्किल की
रिलीज़ पर लगा बैन उठा तो यह फिल्म फवाद खान के बावजूद दिवाली पर रिलीज़ होगी। ऐसे
में ऐ दिल है मुश्किल का बॉक्स ऑफिस पर बुल्डोज होना तय माना जा रहा है। क्योंकि इस दिवाली पर ऐ दिल है मुश्किल टकराएगी
अजय देवगन की फिल्म शिवाय से । वह बुलडोज़र एक्टर है। अजय देवगन ऐसे अभिनेता माने जाते हैं, जिनकी फिल्म के सामने जो भी फिल्म रिलीज़ होती है, बड़ी इमारत की तरह ध्वस्त हो जाती है । जी हाँ, अजय
देवगन को ऐसा अभिनेता कहा जा सकता है, जिसकी
फ़िल्में सामने वाली फिल्म को बुलडोज़ कर देती हैं।
क्या आपको विश्वास नहीं ! अजय देवगन का
बॉलीवुड फिल्म डेब्यू १९९१ में हुआ था।
उनकी पहली फिल्म एक्शन फिल्म थी।
मधु के साथ अजय देवगन की पहली फिल्म म्यूजिकल एक्शन फूल और कांटे २२ नवम्बर
१९९१ को रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म के सामने
थी निर्माता निर्देशक यश चोपड़ा की फिल्म लम्हे।
इस फिल्म में श्रीदेवी, अनिल कपूर, अनुपम खेर और वहीदा रहमान जैसे सितारे थे। फिल्म के निर्देशक
एक चतुर और रोमांस फिल्मों का चितेरा फिल्मकार था। वहीँ फूल और कांटे इसके नायक अजय देवगन और नायिका मधु की पहली फिल्म ही नहीं थी बल्कि, फिल्म के निर्देशक कुकू कोहली की भी यह पहली फिल्म थी। लेकिन, दो बाइको पर सवार हो कर एंट्री मारने वाले काली शक्ल सूरत वाले अजय देवगन का जादू चल गया। अजय देवगन के धुंआधार एक्शन ने अनिल कपूर और श्रीदेवी के रोमांस की हवा निकाल दी। उस समय के अनुसार फूल और कांटे का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन लम्हे के मुक़ाबले डबल था।
एक चतुर और रोमांस फिल्मों का चितेरा फिल्मकार था। वहीँ फूल और कांटे इसके नायक अजय देवगन और नायिका मधु की पहली फिल्म ही नहीं थी बल्कि, फिल्म के निर्देशक कुकू कोहली की भी यह पहली फिल्म थी। लेकिन, दो बाइको पर सवार हो कर एंट्री मारने वाले काली शक्ल सूरत वाले अजय देवगन का जादू चल गया। अजय देवगन के धुंआधार एक्शन ने अनिल कपूर और श्रीदेवी के रोमांस की हवा निकाल दी। उस समय के अनुसार फूल और कांटे का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन लम्हे के मुक़ाबले डबल था।
अपनी रोमांटिक फिल्म क़यामत से क़यामत तक
(१९८८) से आमिर खान लवर बॉय एक्टर के बतौर स्थापित हो गए। इसके बाद उन्होंने दिल, दिल है कि मानता नहीं जो जीत वही सिकंदर और हम रही प्यार के से अपनी
पोजीशन पुख्ता कर ली थी। सलमान खान भी
उनके समकालीन थे। मैंने प्यार किया (१९८९)
के बाद सलमान खान ने सनम बेवफा, पत्थर के फूल, कुर्बान
और साजन जैसी हिट फिल्मों से खुद के पैर
जमा लिए थे। तब आई इन दोनों को जोड़ी वाली राजकुमार संतोषी निर्देशित फिल्म कॉमेडी फिल्म अंदाज़ अपना अपना। उस समय तक राजकुमार संतोषी ने घायल और दामिनी जैसी फिल्मों से अपना नाम बना लिया था। ऎसी बड़ी फिल्म के सामने अजय देवगन और अक्षय कुमार की जोड़ी की फिल्म सुहाग रिलीज़ हुई। यह कुकू कोहली की थ्रिलर ड्रामा फिल्म थी। इन दोनों फिल्मों की एक नायिका करिश्मा कपूर भी थी। फिल्म पंडित अंदाज़ अपना अपना की सफलता को लेकर आश्वस्त थे। लेकिन हुआ इसके उलट। अंदाज़ अपना अपना बमुश्किल अपनी लागत निकाल पाई। जबकि सुहाग उस साल की बड़ी हिट फिल्म साबित हुई।
जमा लिए थे। तब आई इन दोनों को जोड़ी वाली राजकुमार संतोषी निर्देशित फिल्म कॉमेडी फिल्म अंदाज़ अपना अपना। उस समय तक राजकुमार संतोषी ने घायल और दामिनी जैसी फिल्मों से अपना नाम बना लिया था। ऎसी बड़ी फिल्म के सामने अजय देवगन और अक्षय कुमार की जोड़ी की फिल्म सुहाग रिलीज़ हुई। यह कुकू कोहली की थ्रिलर ड्रामा फिल्म थी। इन दोनों फिल्मों की एक नायिका करिश्मा कपूर भी थी। फिल्म पंडित अंदाज़ अपना अपना की सफलता को लेकर आश्वस्त थे। लेकिन हुआ इसके उलट। अंदाज़ अपना अपना बमुश्किल अपनी लागत निकाल पाई। जबकि सुहाग उस साल की बड़ी हिट फिल्म साबित हुई।
अजय देवगन ने ४ नवम्बर १९९४ को अक्षय
कुमार के साथ सलमान खान और आमिर खान की जोड़ी को बुल्डोज कर दिया था। यही अजय देवगन कालांतर में अपने इस जोड़ीदार की
फिल्मों के लिए भी बुलडोज़र साबित हुए।
गवाह हैं २००९ और २०१० की दिवाली, जिनमे
अजय देवगन ने अक्षय कुमार के अलावा सलमान खान की फिल्म का भी दिवाला निकाल
दिया। १६ अक्टूबर २००९
को रोहित शेट्टी निर्देशित अजय देवगन की एक्शन कॉमेडी फिल्म आल द बेस्ट रिलीज़ हुई थी।
सामने दो फ़िल्में अक्षय कुमार, संजय दत्त, लारा दत्ता और कैटरिना कैफ की फिल्म ब्लू तथा सलमान खान और करीना कपूर की रोमांस फिल्म मैं और मिसेज खन्ना रिलीज़ हुई। ब्लू भारत की पहली अंडरवाटर फिल्म बताई जा रही थी। इस सब हाइप के बावजूद ब्लू डूबी ही, मैं और मिसेज खन्ना भी डूब गई। अगली दिवाली फिर शेट्टी-देवगन जोड़ी की फिल्म की थी। २०१० की दिवाली में ५ नवम्बर २०१० को गोलमाल सीरीज की तीसरी फिल्म गोलमाल ३ रिलीज़ हुई। एक बार फिर अक्षय कुमार की साइंस फिक्शन रोमांस कॉमेडी फिल्म एक्शन रीप्ले सामने थी। विपुल शाह की यह फिल्म ६० करोड़ में बनी महँगी फिल्म थी। मगर अजय देवगन इसे की एक्शन कॉमेडी फिल्म गोलमाल ३ के सामने रिलीज़ होना महंगा पड़ा। फिल्म केवल ४० करोड़ ही कमा सकी। वही केवल ४० करोड़ में बनी गोलमाल ३ ने पहले सप्ताह में ही ६२ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नस कर लिया।
को रोहित शेट्टी निर्देशित अजय देवगन की एक्शन कॉमेडी फिल्म आल द बेस्ट रिलीज़ हुई थी।
सामने दो फ़िल्में अक्षय कुमार, संजय दत्त, लारा दत्ता और कैटरिना कैफ की फिल्म ब्लू तथा सलमान खान और करीना कपूर की रोमांस फिल्म मैं और मिसेज खन्ना रिलीज़ हुई। ब्लू भारत की पहली अंडरवाटर फिल्म बताई जा रही थी। इस सब हाइप के बावजूद ब्लू डूबी ही, मैं और मिसेज खन्ना भी डूब गई। अगली दिवाली फिर शेट्टी-देवगन जोड़ी की फिल्म की थी। २०१० की दिवाली में ५ नवम्बर २०१० को गोलमाल सीरीज की तीसरी फिल्म गोलमाल ३ रिलीज़ हुई। एक बार फिर अक्षय कुमार की साइंस फिक्शन रोमांस कॉमेडी फिल्म एक्शन रीप्ले सामने थी। विपुल शाह की यह फिल्म ६० करोड़ में बनी महँगी फिल्म थी। मगर अजय देवगन इसे की एक्शन कॉमेडी फिल्म गोलमाल ३ के सामने रिलीज़ होना महंगा पड़ा। फिल्म केवल ४० करोड़ ही कमा सकी। वही केवल ४० करोड़ में बनी गोलमाल ३ ने पहले सप्ताह में ही ६२ करोड़ से ज़्यादा का बिज़नस कर लिया।
ऐ दिल है मुश्किल और शिवाय जैसे टकराव
बॉलीवुड ने बहुत देखे है। आम तौर पर
शंकाओं के बावजूद ज़्यादातर फिल्मों को टकराव से नुक्सान नहीं हुआ। बेशक मोटा फायदा
नहीं हुआ। २००८ में रोहित शेट्टी और अजय
देवगन की निर्देशक अभिनेता जोड़ी की फिल्म गोलमाल रिटर्न्स रिलीज़ हुई। फिल्म के सामने थी मधुर भंडारकर की प्रियंका
चोपड़ा और कंगना रनौत की फिल्म फैशन। फैशन
को नुकसान पहुँचाने की आशंका थी। लेकिन,
गोलमाल रिटर्न्स की बड़ी सफलता के सामने भी फैशन
सफल हुई। ख़ास बात यह है कि अजय देवगन की
फ़िल्में जब भी टकराई, ज़्यादातर फ़िल्में
खुद का नुक्सान चाहे बचा ले गई हो, लेकिन अजय
देवगन की फिल्म को भी नुकसान नहीं पहुंचा पाई।
१३ नवम्बर २०१२ को शाहरुख़ खान, अनुष्का शर्मा और कैटरिना कैफ की फिल्म जब तक है जान, अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म सन ऑफ़ सरदार। हालाँकि सन ऑफ़ सरदार को जब तक हैं जान के मुक़ाबले ५०० स्क्रीन काम मिले थे। इसके बावजूद सन ऑफ़ सरदार को कोई नुकसान नहीं हुआ। अलबत्ता, जब तक है जान बड़ा फायदा नहीं कमा सकी। इसी प्रकार १५ जून २००१ को निर्देशक अनिल शर्मा की सनी देओल और अमीषा पटेल अभिनीत फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा और निर्देशक आशुतोष गोवारिकर की आमिर खान और ग्रेसी सिंह अभिनीत फिल्म लगान का मुकाबला भी सुखद रहा। इन दोनों ही फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की। लेकिन, ग़दर एक प्रेम कथा की सफलता बहुत बड़ी और ऐतिहासिक साबित हुई। आमिर खान और सनी देओल की दिल और घायल तथा राजा हिंदुस्तानी और घातक का रोमांस और एक्शन का टकराव सुखद रहा। आमिर खान २००७ में भी अक्षय कुमार की फिल्म वेलकम से आ टकराए थे। आमिर खान की फिल्म तारे ज़मीन पर के निर्देशक आमिर खान थे। अनीस बज़्मी की फिल्म वेलकम ने बॉक्स ऑफिस पर खरगोश की रफ़्तार पकड़ी। लेकिन कछुआ रफ़्तार से आमिर खान की फिल्म तारे ज़मीन पर ने भी बढ़िया कमाई करने में सफलता हासिल की। अब यह बात दीगर है कि अक्षय कुमार की एक्शन कॉमेडी फिल्म वेलकम की सफलता ज़्यादा बड़ी थी। कुछ दूसरे एक्शन बनाम रोमांस मुकाबलों में रिजल्ट दिलचस्प रहा। दोनों ही फिल्मों को सफलता मिली।
१३ नवम्बर २०१२ को शाहरुख़ खान, अनुष्का शर्मा और कैटरिना कैफ की फिल्म जब तक है जान, अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म सन ऑफ़ सरदार। हालाँकि सन ऑफ़ सरदार को जब तक हैं जान के मुक़ाबले ५०० स्क्रीन काम मिले थे। इसके बावजूद सन ऑफ़ सरदार को कोई नुकसान नहीं हुआ। अलबत्ता, जब तक है जान बड़ा फायदा नहीं कमा सकी। इसी प्रकार १५ जून २००१ को निर्देशक अनिल शर्मा की सनी देओल और अमीषा पटेल अभिनीत फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा और निर्देशक आशुतोष गोवारिकर की आमिर खान और ग्रेसी सिंह अभिनीत फिल्म लगान का मुकाबला भी सुखद रहा। इन दोनों ही फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की। लेकिन, ग़दर एक प्रेम कथा की सफलता बहुत बड़ी और ऐतिहासिक साबित हुई। आमिर खान और सनी देओल की दिल और घायल तथा राजा हिंदुस्तानी और घातक का रोमांस और एक्शन का टकराव सुखद रहा। आमिर खान २००७ में भी अक्षय कुमार की फिल्म वेलकम से आ टकराए थे। आमिर खान की फिल्म तारे ज़मीन पर के निर्देशक आमिर खान थे। अनीस बज़्मी की फिल्म वेलकम ने बॉक्स ऑफिस पर खरगोश की रफ़्तार पकड़ी। लेकिन कछुआ रफ़्तार से आमिर खान की फिल्म तारे ज़मीन पर ने भी बढ़िया कमाई करने में सफलता हासिल की। अब यह बात दीगर है कि अक्षय कुमार की एक्शन कॉमेडी फिल्म वेलकम की सफलता ज़्यादा बड़ी थी। कुछ दूसरे एक्शन बनाम रोमांस मुकाबलों में रिजल्ट दिलचस्प रहा। दोनों ही फिल्मों को सफलता मिली।
नुकसान....पर टकराव से नहीं
बॉक्स ऑफिस पर जब दो बड़ी फिल्मों का टकराव होता है तो जहाँ फायदा होता है तो
नुक्सान भी होता है। लेकिन इस नुकसान को
टकराव का नुकसान कहना ठीक नहीं। इन असफल फिल्मों में कमिया थी। जिसके कारण से इन्हें असफलता का मुंह देखना
पड़ा। २००० में एक ही शुक्रवार रिलीज़
आदित्य चोपड़ा निर्देशित अमिताभ बच्चन, शाहरुख़ खान
और ऐश्वर्या राय की फिल्म मोहब्बते के मुकाबले में हृथिक रोशन, संजय दत्त और प्रीटी जिंटा की फिल्म मिशन कश्मीर अपनी कमज़ोर पटकथा के
कारण असफल हुई। क्लाइमेक्स में हृथिक रोशन
की मौत फिल्म पर भारी पड़ी। इसी प्रकार से
२००६ में फरहान अख्तर की शाहरुख़ खान और प्रियंका चोपड़ा की फिल्म डॉन को अक्षय
कुमार की फिल्म जान ए मन के मुक़ाबले में सफलता मिली। लेकिन, जान
ए मन पर शिरीष कुंदर की कमज़ोर पटकथा और कल्पनाविहीन निर्देशन के कारण मात खानी
पड़ी। वहीँ २००७ में सावरियां दिवाली जैसे
धूमधड़ाके वाले त्यौहार में एक डल माहौल वाली फिल्म होने के कारण निर्देशक फराह खान
की धमाकेदार गीत संगीत वाली फिल्म से मात खा गई। पिछले साल भी बाजीराव मस्तानी के
मुक़ाबले दिलवाले को इसीलिए असफल का मुंह देखना नसीब हुआ कि फिल्म काफी कमज़ोर पटकथा
और लाउड अभिनय वाली फिल्म थी।
सितारों का मेला, सभी हुए सफल
बॉलीवुड के लिए १९७४ की ईद -उल - फ़ित्र
गज़ब की साबित हुई। इस साल, १८ अक्टूबर १९७४ को चार बड़ी फ़िल्में रिलीज़ हुई। यह सभी बड़े सितारों वाली फ़िल्में थी। इनकी बड़ी स्टार कास्ट के कारण १८ अक्टूबर को
देश के सिनेमाघरों में जैसे सितारों का जमावड़ा लग गया था। निर्देशक मनोज कुमार की खुद और ज़ीनत अमान,
अमिताभ बच्चन, शशि
कपूर, मौशमी चटर्जी, प्रेमनाथ,
कामिनी कौशल, धीरज
कुमार, मदन पुरी और अरुणा ईरानी अभिनीत महंगाई
ड्रामा फिल्म रोटी कपड़ा और मकान के अलावा निर्देशक मनमोहन देसाई की राजेश खन्ना और
मुमताज़ की हिट जोड़ी वाली फिल्म रोटी, मोहन सैगल
निर्देशित नवीन निश्चल और रेखा की जोड़ी वाली थ्रिलर फिल्म मैं वह नहीं और निर्देशक
नरेंद्र बेदी की अमिताभ बच्चन, मौशमी चटर्जी और मदन
पुरी के अभिनय से सजी मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म बेनाम। आज के दिन बॉलीवुड थर्रा रहा होता कि चार बड़ी
फिल्मों का यह कैसा टकराव। इन फिल्मों में
काफी स्टार कास्ट समान थी। रोटी कपड़ा और मकान की मौशमी चटर्जी और अमिताभ बच्चन
बेनाम के नायक नायिका थे। जॉनर सामान था।
फिल्म रोटी कपड़ा और मकान में लता मंगेशकर और मुकेश के साथ नरेंद्र चंचल की आवाज़ को
सूट करने वाली शैली में कवाली थी तो बेनाम में भी मैं बेनाम हो गया जैसा गीत
था। सोचा जा सकता था कि बॉलीवुड को बड़ा
नुकसान होगा। लेकिन गज़ब बीती ईद भी। चारों ही फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई। अलबत्ता बड़े सितारों से सजी मनोज कुमार की
फिल्म रोटी कपड़ा और मकान ने बाज़ी मारी। यह
फ़िल्म सबसे ज़्यादा हिट फिल्म साबित हुई।
साफ़ तौर पर इस दिवाली ऐ दिल है मुश्किल और
शिवाय का टकराव है। इसे अजय देवगन के
बुलडोज़र के सामने रणबीर कपूर ऐस्वर्या राय बच्चन और अनुष्का शर्मा की बुलंद इमारत
कहा जा सकता है। ज़ाहिर है कि हिंदी
फिल्मों के १९९१ के इतिहास के मद्देनज़र ऐ दिल है मुश्किल का हिट होना मुश्किल लगता
है।
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday 22 October 2016
हैरी पॉटर सीरीज की अगली पांच फिल्मों में पहली
निर्देशक डेविड याट्स की १८ नवम्बर को रिलीज़ होने जा रही फिल्म फैंटास्टिक बीस्ट्स एंड वेयर टू फाइंड देम से मशहूर हैरी पॉटर सीरीज की लेखिका जे के रोलिंग का बतौर स्क्रीन राइटर डेब्यू हो रहा है। रोलिंग की यह पटकथा उन्ही की इसी टाइटल वाली किताब पर आधारित है। यह हैरी पॉटर सीरीज की पहली प्रीकुएल फिल्म है। रोलिंग हैरी पॉटर का प्रीकुएल पांच किस्तों में लिख रही हैं। फैंटास्टिक बीस्ट्स इसकी पहली क़िस्त है। १९२६ के न्यूयॉर्क में जादुई दुनिया खतरे में हैं। कोई रहस्यमयी वस्तु गलियों में अपने विनाश और जादुई संसार को चेतावनी के चिन्ह छोडती जा रही है। इस फिल्म में एड़ी रेडमायन ने अंतर्मुखी जादूगर न्यूट स्कामेंडर, केथेरिन वॉर्स्टन ने चुड़ैल टीना गोल्डस्टीन, डान फॉलर ने जैकब कोवाल्स्की, एलिसन सुडोल ने खूबसूरत जादूगरनी क्वीनी और कॉलिन फर्रेल ने मैजिकल सिक्योरिटी के डायरेक्टर परसिवल ग्रेव्स का किरदार किया है। यह फिल्म दुनिया के तमाम देशों में त्रिआयामी प्रभाव आईमैक्स ४ के लेज़र में भी रिलीज़ की जाएगी।
Labels:
Eddie Redmayne,
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
मार्वेल और नेटफ्लिक्स का गठजोड़
आजकल मार्वेल और नेटफ्लिक्स की अच्छी छन रही है। यह दोनों मिल कर टीवी सीरीज का निर्माण और प्रसारण कर रहे हैं। छोटे परदे पर डेअरडेविल से इन दोनों की दोस्ती सामने आई। इसके जेसिका जोंस जैसी सफल सीरीज बनाई गई। सीरीज ल्यूक केज को सफलता और सराहना दोनों ही मिली। अब यह दोनों आयरन फिस्ट सीरीज का प्रसारण करने जा रहे हैं। इस मार्शल आर्ट्स हीरो के बाद दर्शकों को द डिफेंडर्स की टीम नज़र आयेगी, जो अनाम खलनायक से मुक़ाबला करेंगे। इस बुरे किरदार को सिगौरनी वीवर करेंगी। यह भी खबर है कि द डिफेंडर्स में डेअरडेविल, जेसिका जोंस, ल्यूक केज और आयरन फिस्ट के करैक्टर एक साथ होंगे। नेटफिल्क्स पर आयरन फिस्ट १७ मार्च २०१७ को दिखाई जायेगी। इसके बाद साल के आखिर में द डिफेंडर्स का प्रसारण होगा।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
मदरलैंड होगा ब्लैक पैंथर फिल्म का नाम
मार्वेल कॉमिक्स के पहले अश्वेत सुपर हीरो ब्लैक पैंथर पर सोलो फिल्म के लिए इस करैक्टर के प्रशंसकों को २०१८ तक इंतज़ार करना होगा। क्योंकि, इस फिल्म की शूटिंग ही अगले साल जनवरी में शुरू हो पाएगी। लेकिन, मार्वेल कॉमिक्स के इस मशहूर ब्लैक हीरो पर पहली सोलो फिल्म का वर्किंग टाइटल तय कर दिया गया है। ब्लैक पैंथर पर फिल्म का टाइटल मदरलैंड होगा। इस टाइटल में ब्लैक पैंथर या ब्लैक सुपर हीरो के होने का पता नहीं चलता। लेकिन, इससे एक बात साफ़ होती है कि इस फिल्म की कहानी ब्लैक पैंथर की जन्मभूमि अफ्रीका में वकांडा पर केंद्रित होगी। मदरलैंड के हीरो यानि ब्लैक पैंथर अभिनेता चैडविक बोसमैन ही होंगे। चैडविक ने ब्लैक पैंथर का चोला इसी साल रिलीज़ कैप्टेन अमेरिका : सिविल वॉर में पहना था। मदरलैंड का निर्देशन रयान कूग्लर करेंगे। फिल्म की शुरुआत अपने पिता की मौत का शोक मनाते टी'चल्ला से होगी, जो बाद में वकांडा का सिंहासन सम्हालता है। सिंहासन पर बैठते ही उसे मालूम होता है कि वकांडा को अंदरूनी और बाहरी शक्तियों से खतरा है। यह शक्तियां ब्रह्माण्ड में सबसे सशक्त और विज्ञान में आगे देश से डाह करती है। इस ब्लैक पैंथर फिल्म की कहानी रयान कूग्लर ने ही लिखी है। फिल्म में केंद्रीय भूमिका में चैडविक बोसमैन के अलावा द वॉकिंग डेड की दानाई गुरीरा (ओकोये), फैंटास्टिक फोर के माइकल बी जॉर्डन (एरिक किलमांजर) और स्टार वार्स : द फाॅर्स अवकेंस की ल्युपिटा न्योंग'ओ (नाकिया) भी ख़ास भूमिका में होंगे। यह फिल्म ६ जुलाई २०१८ को रिलीज़ होगी।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday 21 October 2016
भारत के लिए हॉकी का गोल्ड लाएंगे अक्षय कुमार !
अब अभिनेता अक्षय कुमार ने रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर के कैंप में सेंध मार दी है। आमिर खान, शाहरुख़ खान और हृथिक रोशन के साथ फ़िल्में बना चुकी रितेश-फरहान जोड़ी अब अक्षय कुमार को लेकर १९४८ की पृष्ठभूमि पर फिल्म बनाने जा रही है। यह फिल्म आज़ादी के बाद भारत द्वारा १४ वें लन्दन ओलंपिक्स में भारत के हॉकी में पहला गोल्ड मैडल जीतने की कहानी पर है। इस फिल्म का निर्देशन एक्सेल एंटरटेनमेंट के लिए हनीमून ट्रेवल प्राइवेट लिमिटेड और तलाश जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुकी रीमा कागती करेंगी। गोल्ड १५ अगस्त २०१८ को रिलीज़ होगी यानि पहला गोल्ड जीतने के ७० साल बाद।
Labels:
गर्मागर्म
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
मैं दिलीप साहब को फूफ़ोनाना कहती हूँ - साएशा सहगल
साएशा सहगल दिलीप कुमार की भांजी हैं। वह एक्टर सुमीत सहगल और शाहीन बानू की बेटी हैं। ज़ाहिर है कि अभिनय उनके खून में बहता है। वह भी अपने नाना, नानी, माँ और पिता की तरह बॉलीवुड फिल्मों में काम करना चाहती हैं। हालाँकि, उनके अभिनय करियर की शुरुआत तेलुगु फिल्म अखिल (२०१५) से हुई। अपनी पहली फिल्म, पहले निर्देशक, अनुभव और नाना नानी पर साएशा सहगल से हुई बातचीत के अंश-
अजय देवगन के साथ
काम शुरू करना आसान था या मुश्किल ?
मुश्किल तो नहीं था, क्योंकि मैंने इसके लिए ऑडिशन दिए थे। अगर आप फ़िल्मी खानदान से होते हैं तो
आपका फिल्ममेकर्सके साथ मीटिंग करना आसान हो जाता है। वैसे फिल्म तभी मिलती है, जब
आपका काम सही हो।
शिवाय में आपका किरदार क्या है ?
यह एक वेस्टर्न और
यंग टाइप का किरदार है। एक वर्किंग लड़की है। भारतीय है लेकिन बुल्गारिया में रहती
है। यह किरदार अजयदेवगन के साथ साथ चलता है।
अजय देवगन एक
डायरेक्टर के रूप में कैसे हैं ?
उन्हें ये पता है कि डायरेक्टर के रूप में उन्हें क्या चाहिए। टेक्निकल तरीके से भी वे बेहतरीन हैं। हम ६ कैमरा के साथ
शूटिंग कर रहे थे। आपको पता है जब उनका शॉट नहीं होता था, तब भी वह एक कैमरे को
खुद ऑपरेट किया करते थे। वह एक एक्टर हैं तो उन्हें पता है की आखिरकार उन्हें एक
शॉट में क्या चाहिए। यह बहुत बड़ी फिल्म है। मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है।
आपने फिल्म में एक्शन भी किये हैं ?
नहीं, सबसे ज्यादा एक्शन तो अजय सर के हैं। शायद, कहीं कहीं ही मैं उस अवतार में दिखूंगी।
ऐ दिल है मुश्किल भी शिवाय के सामने रिलीज होने वाली है।
देखिये मुझे ज्यादा नहीं पता। दोनों फिल्में अलग हैं। दर्शक दोनों को देखने जाएंगे। मुझे उनका ट्रेलर अच्छा लगा। मैं बस चाहती हूँ कि लोग मेरी फिल्म देखें तो मुझे पसंद करें।
आप एक्टर ही बनना
चाहती थी ?
जी हाँ, बचपन से एक्टर बनने की चाह थी। उसी की तरफ फोकस था। जब मैं नौ साल की थी, तभी मेरी डांस ट्रेनिंग शुरू हो गयी
थी।
क्या आपकी अजय देवगन
के साथ तीन फिल्मों की डील है ?
नहीं, उन्होंने ऐसी कोई भी बंदिश नहीं रखी है, लेकिन अगर वह कहेंगे तो मैं उनके साथ दस फिल्मों
में भी काम कर सकती हूँ। वो मेरेपरिवार जैसे हैं।
आपको अपनी माँ शाहीन की कौन सी फिल्में पसंद हैं ?
हाँ, मुझे 'आई मिलन की रात' काफी पसंद है। उसमें काफी बेहतरीन गाने हैं।
आपकी मम्मी 'शाहीन' काफी चुन चुन कर फिल्में किया करती थी ?
हाँ, उनकी शादी काफी जल्दी हो गयी थी। लेकिन उन्हें इस
बात का कभी भी दुःख नहीं हुआ।
तो क्या आप जल्दी
शादी नहीं करेंगी ?
नहीं, बिल्कुल नहीं, मुझे करियर में बड़ा करना है। पूरा फोकस अभी वहीँ हैं। फिर बाद में शादी का
सोचेंगे।
आप किसी को डेट नहीं
कर रही ?
नहीं, बिल्कुल नहीं, इतना समय किसके पास है ? मैं अभी काफी यंग हूँ।
अपने फादर सुमित
सहगल की फिल्में आपने देखी हैं ?
हाँ, मुझे न्याय अन्याय काफी पसंद है। इंसानियत के
दुश्मन, सौदा जैसी फिल्में भी हैं। हम काफी क्लोज हैं। मेरे पेरेंट्स कहते हैं कि हार्डवर्क करो बाकी किस्मत पर
छोड़ दो।
खबरें थी कि सलमान
खान आपको लांच करने वाले थे ?
नहीं, वह मुझे लांच नहीं करने वाले थे। सलमान सर
बेहतरीन इंसान हैं। मुझे कभी जरूरत पड़ती
है तो मैं उनकी सलाह लेती हूँ। कभी मौका मिला तो उनके साथ एक फिल्म ज़रूर करना चाहूंगी।
इन दिनों कौन सी
फिल्म कर रही हैं ?
मैं साउथ की एक तमिल
फिल्म कुमारी कंदम कर रही हूँ।
आप दिलीप कुमार और
सायरा बानो को कैसे पुकारती हैं और आपने उनसे क्या सीख ली ?
मैं उन्हें (दिलीप कुमार को) फूफोनाना कहती हूँ । दिलीप साब मुझसे हमेशा कहते थे कि वह जब भी सेट पर जाते थे,
उसके पहले स्क्रिप्ट में हर ख़ास बात
को मार्क कर लेते थे। तभी सेट पर जाते थे। उनकी उर्दू काफी अच्छी हैं। मैंने उनसे मैंने कई उर्दू शब्द सीखे हैं।
आपके पसन्दीदा
एक्टर्स कौन हैं ?
मेराल स्ट्रीम मुझे पसंद है। मुझे बचपन से मुझे
ह्रितिक रोशन पसंद है। सलमान सर भी मुझे
पसंद हैं।
अजय देवगन आपके अगले
प्रोजेक्ट्स पर भी ध्यान देंगे ?
काश मैं अजय सर से उनके आगामी प्रोजेक्ट्स के बारे में पूछ पाती !
Labels:
Sayesha Saigal,
साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
मुझे ख़ुशी है कि यह फिल्म भारत में बनायी गयी - अजय देवगन
चार साल बाद अजय देवगन की फिल्म शिवाय दिवाली पर रिलीज़ होने जा रही है। इस फिल्म का टकराव करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल से होगा। लेकिन, उन्हें अपनी फिल्म पर भरोसा है। शिवाय, एक्शन, पाकिस्तानी एक्टर्स, आदि पर उनसे हुई बातचीत -
फिल्म का नाम शिवाय क्यों है ?
मेरे किरदार का नाम शिवाय है। लेकिन,. यह धार्मिक फिल्म नहीं है। शिव ऐसे भगवान् हैं, जो आज के लोगों से कनेक्ट हो पाते हैं। उन्हें भोला भंडारी भी कहते हैं। साथ ही वह समय आने पर विनाश भी करते हैं। यह व्यक्तित्व आज कल के इंसान में भी मिलता है।
आप एक्शन और कॉमेडी
को बैलेंस कैसे करते हैं ?
इस फिल्म में ड्रामा
ज्यादा है। कॉमेडी बिलकुल नहीं है। यह
इमोशनल ड्रामा फिल्म है।
आपने दृश्यम
की थी, जो पारिवारिक बाप-बेटी रिश्तों वाली फिल्म थी।
दृश्यम मैंने
स्क्रिप्ट के हिसाब से की थी। यह एक अलग कहानी है। आज के जमाने में बाप बेटी के रिश्ते को देखते हुए
यह फिल्म बनायी है।
सुना है शिवाय एक कॉमिक्स के
रूप में भी आ रहा है !
शिवाय का ट्रेलर देखकर एक
कॉमिक्स कंपनी ने आईडिया दिया। उनका कांसेप्ट मुझे पसंद आया और मैंने हाँ कह दिया। हालांकि फिल्म की कहानी, कॉमिक्स से अलग है।
फिल्म का एक्शन कैसा
है ?
एक्शन काफी अलग है,
जो इमोशन के साथ जुड़ा हुआ है। मैंने काफी रीयल ट्रीट करने की कोशिश की है। मेरा
मकसद हॉलीवुड स्टाइल का एक्शन सबके सामने लाना है। मुझे अपनी टीम पर भरोसा था। हमारा काम मुश्किल था लेकिन बढ़िया
हुआ है।
फिल्म को इंटरनेशनल मार्किट में भी रिलीज़ किया जा रहा हैं ?
इंटरनेशनल मार्किट में जर्मनी बुल्गारिया और साथ ही चीन से भी इसे रिलीज़ करने का मैसेज आया
है। मुझे बहुत ख़ुशी है कि यह फिल्म इण्डिया में बनायी गयी है।
क्या यह किसी फिल्म
से प्रेरित है ?
नहीं, बिल्कुल नहीं। लेकिन, कहानी काफी अलग है।
फिल्म में विदेशी कलाकार भी हैं ?
जी, स्क्रिप्ट की डिमांड थी, इसलिए
हमने उन्हें लिया है। अन्यथा
हमारे देश में एक्टर्स की कमी नहीं है। इसे बनाने में लगभग डेढ़ साल का समय लगा, लेकिन मुझे बेहतरीन एक्टर्स मिले।
शूटिंग के दौरान
आपकी तबियत भी खराब हुयी थी ?
हाँ एक शॉट के दौरान
मेरी गर्दन टूटने वाली थी। लेकिन बाल बाल बचा। अभी भी मेरी तबियत खराब है, लेकिन काम करना करना
बहुत ज़रूरी है। फिल्म जल्द रिलीज करनी है।
आजकल हर कोई क्रिटिक हो गया है। मुझे लगता है कि लोगों को पढ़ाई-लिखाई करके इस क्षेत्र में आना चाहिए।
आपको लगता है कि यह दीवाली ख़ास होने वाली है ?
मुझे ज्यादा तो नहीं
पता लेकिन जितना ऊपरवाले ने साथ दिया है, आशा है आज भी उतना ही साथ देगा।
पाकिस्तानी एक्टर्स
के मुद्दे पर आप क्या कहना चाहेंगे ?
मुझे पाकिस्तानी
एक्टर्स पसंद हैं। मैंने उनके साथ काम
किया है, उन्होंने हमारे साथ
किया है। लेकिन कभी कभी ऐसे हालात हो जाते हैं जहां पर बात देश की होती है। हमें जवानों के परिवार के बारे में सोचना चाहिए। जवान आपके लिए जिंदगी दे देता है। मुझे लगता है की उस वक्त के लिए हमें अपने देश के लिए खड़ा रहना चाहिए। देश सबसे
ऊपर है। अक्षय कुमार ने भी कहा कि हम लोगों को अपने लोगों का सपोर्ट करना चाहिए। कल्चरल एक्सचेंज नहीं हो सकते।
अपनी सफलता को कैसे
देखते हैं ?
अभी रास्ता बहुत
लंबा है। काम करने की भूख बनी
रहनी चाहिए।
ऐ दिल है मुश्किल भी
साथ ही रिलीज हो रही है। क्या थिएटर बराबर मिले हैं ?
जी, मुझे लगता है की
थिएटर बराबर मिले हैं। ऑडिएंस को फिल्म देखने दीजिये और उन्हें ही निर्णय लेने
दीजिये।
आप किसी कैंप का
हिस्सा नहीं हैं ?
देखिये कैम्प जैसी
कोई चीज नहीं होती। मेरा तो बस एक ही मानना
है कि मैं आपके काम में दखल नहीं दे रहा हूँ, तो आप भी मेरे काम में दखलंदाजी मत कीजिये। लेकिन, अगर
कोई मेरे काम में दखल देगा तो मैं रिएक्ट करूंगा ही।
Labels:
Ajay Devgan,
साक्षात्कार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday 20 October 2016
नहीं रहे विनोद दीवान
वरिष्ठ फिल्म निर्माता विनोद दीवान नहीं रहे। मुम्बई में १५ अक्टूबर को ६६ साल की उम्र में उनका देहांत हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। वह बासु भट्टाचार्य के प्रियतमा में सह निर्देशक थे। वह यादों की कसम के लेखक निर्देशक भी थे। उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती और ज़ीनत अमान के साथ फिल्म यादों की कसम, मिथुन चक्रवर्ती, मन्दाकिनी, मीनाक्षी शेषाद्रि और जूही चावल के साथ शानदार मिथुन चक्रवर्ती और संगीत बिजलानी के साथ निर्भय जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था।
Labels:
श्रद्धांजलि
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday 19 October 2016
सोनाक्षी सिन्हा क्यों नहीं कर रही मुबारकां !
निर्देशक अनीस बज़्मी, अनिल कपूर और उनके भतीजे अर्जुन कपूर के साथ फिल्म मुबारकां की नायिका के लिए सोनाक्षी सिन्हा को लेना चाहते थे। लेकिन, खबर है कि सोनाक्षी सिन्हा ने अनीस बज़्मी को इनकार कर दिया है। अनीस बज़्मी कहते हैं, "हाँ मैंने सोनाक्षी सिन्हा से कांटेक्ट किया था। लेकिन, उन्होंने मना कर दिया। कारण क्या है, मैं नही जानता।" लेकिन, बॉलीवुड गलियारों की खबर है कि सोनाक्षी सिन्हा ने अर्जुन कपूर के कारण मुबारकां को मुबारक नहीं कहा। क्यों सोनाक्षी सिन्हा ने अर्जुन के साथ फिल्म मना कर दी। हालाँकि, इस फिल्म में अनिल कपूर और अमृता सिंह की जोड़ी बनाई जा रही है। इस जोड़ी ने अस्सी के दशक में ठिकाना, चमेली की शादी और साहेब जैसी फ़िल्में की थी। तो क्या सोनाक्षी सिन्हा ने इस जोड़ी से घबरा का मुबारकां नहीं की ! क्या सोनाक्षी सिन्हा को फिल्म में अर्जुन कपूर की दोहरी भूमिका से डर लग रहा था ? अब इस फिल्म में इलेना डिक्रूज़ और अथिया शेट्टी आ गई हैं। परंतु, सोनाक्षी सिन्हा के लिए दोहरी भूमिका इतने मायने नहीं रखती। सोनाक्षी सिन्हा पहले भी अक्षय कुमार की दोहरी भूमिका वाली फिल्म राउडी राठौर कर चुकी हैं। अंदर खाने खबर यह है कि सोनाक्षी सिन्हा को अर्जुन कपूर की फिल्मों की असफलता से डर लगता है। अर्जुन कपूर की औरंगज़ेब, गुंडे, फाइंडिंग फेनी, आदि फ़िल्में बुरी तरह से फ्लॉप हुई हैं। खुद सोनाक्षी सिन्हा ने भी अर्जुन कपूर के साथ फिल्म तेवर की असफलता का स्वाद चखा है। सोनाक्षी सिन्हा की पिछली तीन फ़िल्में एक्शन जैक्सन, तेवर और अकीरा फ्लॉप हो चुकी हैं। ज़ाहिर है कि अब वह किसी ऐलानिया फ्लॉप एक्टर के साथ फिल्म मंज़ूर करना नहीं चाहेगी।
Labels:
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
चीन में तिब्बत का ज़िक्र नहीं होगा डॉक्टर स्ट्रेंज में !
इसका मतलब तो यही हुआ कि मार्वेल के बॉसेज़ ने सही फैसला लिया था। मार्वेल कॉमिक्स की डॉक्टर स्ट्रेंज सीरीज में डॉक्टर स्ट्रेंज की मदद करने वाला 'द अन्सिएंट वन' का किरदार एक रहस्यमय तिब्बती पुरुष का था, जो डॉक्टर स्ट्रेंज की मदद करता है। कॉमिक्स के अलावा १९७८ की टीवी फिल्म और २००७ की एनीमेशन फिल्म में यह किरदार तिब्बती ही था। लेकिन, जब इस करैक्टर को लेकर फिल्म डॉक्टर स्ट्रेंज बनाने का फैसला किया गया तब अन्सिएंट वन के रोल में ब्रितानी अभिनेत्री टिल्डा स्वीनटन को लिया गया तथा यह करैक्टर तिब्बती न होकर सेलिक रहस्यमयी महिला का बना दिया गया। इसका फायदा मार्वेल यूनिवर्स को चीन का बाजार पा कर हुआ। चीन को तिब्बत के ज़िक्र से एलर्जी है। वह विदेशी फिल्मों की स्क्रिप्ट की ख़ास पड़ताल करने के बाद ही फिल्म की शूटिंग होने या देश में रिलीज़ होने की अनुमति देते हैं। लेकिन, अब इस परिवर्तन के बाद डॉक्टर स्ट्रेंज चीन में ४ नवम्बर को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म के साथ हैरी पॉटर स्पिनऑफ फैंटास्टिक बीस्ट्स एंड वेयर टू फाइंड देम, आंग ली की फिल्म बिली लीन'स लॉन्ग हॉफटाइम वॉक और चीनी डायरेक्टर फेंग सियाओगैंग की आई एम नॉट मैडम बावरी भी रिलीज़ हो रही हैं।
Labels:
Hollywood,
Tinda Swinton
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday 18 October 2016
यह दुर्गा रानी सिंह की कहानी २ है !
आज सोशल साइट्स पर एक पोस्टर जारी किया गया है। पुलिस को इस पोस्टर वाली महिला दुर्गा रानी सिंह की हत्या और अपहरण के मामलों में तलाश है। जानकारी देने के लिए फेसबुक पर कहानी २ पर संपर्क करने के लिए कहा गया है। लेकिन यह तलाश रियल लाइफ नहीं रील लाइफ हैं। क्योंकि यह दुर्गा रानी सिंह का फोटो विद्या बालन का है। २०१२ की हिट थ्रिलर ‘कहानी’ के बाद २ दिसंबर २०१६ को रिलीज होने जा रहीं सीक्वल फिल्म का नाम ‘कहानी-२: दुर्गा रानी सिंह’ है । यह पोस्टर इसी फिल्म का है। इस सस्पेन्स थ्रिलर फिल्म के लिए निर्देशक सुजॉय घोष और विद्या बालन फिर एक बार एक साथ आयें हैं। विद्या बालन और अर्जुन रामपाल अभिनीत यह फिल्म पहले २५ नवंबर को रिलीज होनेवाली थी। लेकिन पेन इंडिया के निर्माता जयंतीलाल गाडा ने बॉक्स ऑफिस टकराव को टालने के लिए फिल्म की रिलीज डेट आगे करने का फैसला लिया।
हालांकि, सभी निर्माता प्रतिस्पर्धी से होनवाले टकराव से बचने के लिए इस तरह की रणनीती अपनाते हैं। लेकिन निर्माता जयंतीलाल गाडा ने महेश भट्ट के साथ रहीं कई सालों की दोस्ती के मद्देनजर यह फैसला लिया हैं। आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म ‘डिअर जिंदगी’ भी २५ नवम्बर को रिलीज़ होने जा रही है । महेश भट्ट और जयंतीलाल गाडा की इस बारे में बातचित हुई। दोनों ने मिलकर फैसला लिया की दोनों फिल्में एक ही वक्त रिलीज नहीं होंगी। इसिलए कहानी-२ के निर्माता ने फिल्म की रिलीज एक हफ्ते आगे कर ली। यह सस्पेन्स फिल्म अब २ दिसंबर को रिलीज होंगीं।इस सम्बन्ध में महेश भट्ट ने कहा, "मैं कई वर्षों से जयंतीलाल गाडा को जानता हुँ। हम एक दूसरे के लिए एक परिवार की तरह हैं। कहानी-२ और डिअर जिंदगीं, दोनों ही अपने आप में अनोखी फिल्में हैं। हमने सोचा कि इन फिल्मों को सोलो रिलीज मिलनी चाहियें। ताकि, दोनों फिल्मों को फायदा मिलें।" इस बारे में संपर्क करने पर जयंतीलाल गाडा ने कहा, "भट्ट साहब हमारे सुप्रसिध्द टीवी शो उडान और नामकरण से जुड़े हैं । लेकिन इन दो शो से भी ज्यादा अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि महेश भट और आलिया हमारे लिए परिवार की तरह हैं। परिवारों के भीतर कभी भी प्रतियोगिता या टकराव नही हो सकता। इसलिए मैंने कहानी-२ दुर्गा रानी सिंह की रिलीज २ दिसंबर को करने का फैसला लिया है।“
Labels:
Vidya Balan,
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
४२ साल पहले बॉक्स ऑफिस पर लगा था सितारों का मेला
क्या आप जानते हैं कि आज से ४२ साल पहले
बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड सितारों का मेला जुटा था ? बॉलीवुड के लिए १९७४ की ईद-उल-फ़ित्र
गज़ब की ईदी देने वाली साबित हुई थी । ठीक
४२ साल पहले १८ अक्टूबर १९७४ को चार बड़ी हिंदी फ़िल्में रिलीज़ हुई थी । ख़ास बात यह
थी कि यह सभी बड़े सितारों वाली फ़िल्में थी।
इनकी बड़ी स्टार कास्ट के कारण १८ अक्टूबर को देश के सिनेमाघरों में जैसे
सितारों का जमावड़ा लग गया था। स्टार कास्ट
के लिहाज़ से, निर्देशक मनोज कुमार की खुद और ज़ीनत अमान, अमिताभ
बच्चन, शशि कपूर, मौशमी
चटर्जी, प्रेमनाथ, कामिनी
कौशल, धीरज कुमार, मदन
पुरी और अरुणा ईरानी अभिनीत महंगाई ड्रामा फिल्म रोटी कपड़ा और मकान सबसे बड़ी स्टार
कास्ट वाली फिल्म थी । रोटी कपड़ा और मकान के अलावा एक दूसरी रोटी फिल्म, निर्देशक
मनमोहन देसाई की राजेश खन्ना और मुमताज़ की हिट जोड़ी वाली फिल्म रोटी इसके सामने थी
। इस रोमांस फिल्म के सामने थी, मोहन सैगल
निर्देशित नवीन निश्चल और रेखा की जोड़ी वाली थ्रिलर फिल्म मैं वह नहीं और निर्देशक
नरेंद्र बेदी की अमिताभ बच्चन, मौशमी चटर्जी और मदन
पुरी के अभिनय से सजी मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म बेनाम। एक ही शुक्रवार चार बड़ी
फ़िल्में ! सोचना भी अविश्वसनीय सा लगता है । आज का समय होता तो बॉलीवुड थर्रा रहा
होता । एक ही दिन, चार बड़ी फिल्में ! क्या गुल खिलेगा बॉक्स ऑफिस पर इस टकराव से ।
ख़ास बात यह थी कि इन फिल्मों में कुछ स्टार कास्ट भी समान थी। रोटी कपड़ा और मकान
की मौशमी चटर्जी और अमिताभ बच्चन बेनाम के नायक नायिका थे। जॉनर सामान था । फिल्म रोटी कपड़ा और मकान में
लता मंगेशकर और मुकेश के साथ नरेंद्र चंचल की आवाज़ को सूट करने वाली शैली में
कवाली थी तो बेनाम में भी मैं बेनाम हो गया जैसा गीत था। उस दौर में मनोज कुमार
बॉलीवुड के भारत कुमार बने हुए थे । रोटी कपड़ा और मकान का विषय ज्वलंत था, स्टार
कास्ट हिट थी । उस दौर में अमिताभ बच्चन जंजीर से एंग्रीयंग मैन बन चुके थे ।
शशिकपूर भी खूब चल रहे थे । नवीन निश्चल और रेखा का भी जलवा था । राजेश खन्ना सुपर
स्टार की पोजीशन में विराजे हुए थे । ऐसे में यह सोचा जाना स्वाभाविक था कि
बॉलीवुड को बड़ा नुकसान होगा। लेकिन गज़ब
बीती ईद भी । चारों ही फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई। अलबत्ता बड़े सितारों से सजी मनोज कुमार की
फिल्म रोटी कपड़ा और मकान ने बाज़ी मारी। यह फ़िल्म सबसे ज़्यादा हिट फिल्म साबित हुई।
उसके पीछे थी राजेश खन्ना की फिल्म रोटी और पीछा कर रहे थे अमिताभ बच्चन फिल्म
बेनाम से ।
Labels:
यादें
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday 11 October 2016
शुरू हुई हसीना की शूटिंग
आज अपूर्व लाखिया की फिल्म हसीना का महूरत संपन्न होने के बाद फिल्म की शूटिंग भी शुरू हो गई। इस फिल्म की केंद्रीय भूमिका में श्रद्धा कपूर हैं। हसीना, कहानी है कुख्यात आतंकी और १९९२ के बॉम्बे बम ब्लास्ट का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहीम की बहन पर केन्द्रित फिल्म है। हसीना के शौहर इस्माइल पारकर की हत्या के बाद ही दाऊद इब्राहीम और अरुण गवली गैंग के बीच खूनी गैंगवॉर छिड़ गई थी। १९९२ बम ब्लास्ट के बाद दाऊद इब्राहीम के पाकिस्तान भाग जाने के बाद हसीना पारकर ने ही दाऊद के साम्राज्य का संचालन किया था। उसे मुंबई में गॉड मदर कहा जाता था। इसी शख्सियत पर है हसीना। पहले इस भूमिका के लिए सोनाक्षी सिन्हा को लिया जाना था। लेकिन, बाद में सोनाक्षी ने फिल्म करने से इनकार कर दिया। अब देखने वाली बात होगी कि तन्वंगी हसीना श्रद्धा कपूर एक गैंगस्टर महिला का सख्त किरदार किस प्रकार अंजाम दे पाती हैं?
रियल हसीना पारकर |
फिल्म हसीना में हसीना का किरदार करेगी श्रद्धा कपूर |
Labels:
शूटिंग/लोकेशन
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों की निकेशा पटेल
यह है एक्ट्रेस निकेशा पटेल। यूनाइटेड किंगडम में बॉर्न गुजरती फॅमिली से है। २००६ में मिस वेल्स के फाइनल में पहुंची। पीटर वुलरिज स्कूल से एक्टिंग का डिप्लोमा लेने के बाद निकेशा ने बीबीसी के कैसुअलटी, ट्रेसी बीकर और डॉक्टर हु जैसी टीवी सीरीज में हिस्सा लिया। इसके बाद वह मुम्बई आ गई हिंदी फिल्मों में करियर बनाने के लिए। देव आनंद ने उन्हें अपनी फिल्म ब्यूटी क्वीन के लिए साइन भी किया। लेकिन फिल्म डिब्बा बंद हो गई। तेलुगु फिल्म पुली की वह लीड एक्ट्रेस थी। फिल्म फ्लॉप हुई। वह अब तक १२ तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं। उनकी यह फोटोज उनकी तेलुगु फिल्म कोटुकोक्कडु की म्यूजिक रिलीज़ की है। निकेशा पटेल की एक द्विभाषी तमिल-तेलुगु फिल्म का हाल ही में ऐलान हुआ है। इस फिल्म के डायरेक्टर मित्रन जवाहर हैं।
Labels:
साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday 10 October 2016
पद्मावती के रावल बनेंगे शाहिद कपूर
संजयलीला भंसाली की २०१७ में रिलीज़ होने वाली फिल्म पद्मावती की कास्ट का अंतिम रूप से ऐलान कर दिया गया है। इस फिल्म में रानी पद्मावती का किरदार अभिनेत्री दीपिका पादुकोण करेंगी। पद्मावती को पाने के लिए युद्ध के लिए तैयार अलाउद्दीन सिद्दीकी का किरदार गोलियों की रासलीला -रामलीला और बाजीराव मस्तानी में उनके कोस्टार रणवीर सिंह करेंगे। पहले खबर थी कि रानी पद्मावती के पति राजा रावल रतन सिंह का किरदार विक्की कौशल करेंगे। लेकिन, दीपिका पादुकोण द्वारा एक छोटे अभिनेता को अपना पति चुने जाने से इनकार कर दिया। इस पर संजयलीला भंसाली ने तमाम खोजबीन के बाद शाहिद कपूर को रतन सिंह के किरदार के लिए चुना है। हालाँकि, इससे पहले पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान का नाम इस रोल के लिए उछला। शाहिद कपूर ने भी राजा रावल रतन सिंह के किरदार को हाँ तभी कि जब फिर स्क्रिप्ट लिख कर उनके किरदार को स्ट्रांग बनाया गया और उनकी फीस बढ़ाई गई। अब मुख्य कास्ट फाइनल हो जाने के बाद पद्मावती की शूटिंग जल्द शुरू हो जाएगी। इस फिल्म को भंसाली प्रोड्क्शन्स के साथ वायाकॉम १८ मूवीज द्वारा बनाया जा रहा है। भंसाली प्रोड्क्शन्स ने पद्मावती को रिलीज़ करने की फाइनल तारिख १५ दिसम्बर २०१७ भी तय कर दी है।
Labels:
आज जी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday 28 September 2016
आरई ६ और आरई ७ के बीच वेंडेटा
रेसिडेंट ईविल : वेंडेटा, रेसिडेंट ईविल सीरीज की फिल्मों की एक कड़ी नहीं है। जापान में बायोहैजर्ड वेंडेटा टाइटल से रिलीज़ की जाने वाली इस फिल्म को इसके बावजूद यह मूल फ्रैंचाइज़ी की आरई ६ और आरई ७ के बीच की कड़ी बताया जा रहां है। यह फिल्म सीजी फिल्म की तीसरी कड़ी है। इससे पहले दो सीजी फ़िल्में रेसिडेंट ईविल :डिजनरेशन (२००८) और रेसिडेंट ईविल : डैमनेशन (२०१२) बनाई जा चुकी हैं। रेसिडेंट ईविल : वेंडेटा एक सीजी ३डी हॉरर फिल्म है। इस फिल्म की कहानी उसी यूनिवर्स की है, जिसमे वीडियो गेम सेट किया गया था। इस फिल्म में क्रिस रेडफील्ड और रेबेका चैम्बर्स के चरित्र नज़र आएंगे। इनके अलावा, कहानी में क्लेयर रेडफील्ड और लीओन स्कोट कैनेडी के करैक्टर भी शामिल होंगे। रेजिडेंट ईविल : वेंडेटा की कहानी के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन, यह फिल्म रेजिडेंट ईविल के मशहूर स्पेंसर मेन्शन पर ही दिखाई जाएगी। इस फिल्म का निर्माण जापान के शिमिज़ू और कैपकॉर्न स्टूडियो द्वारा किया जा रहा है। फिल्म के निर्देशक तकनोरी त्सुजीमोटो हैं। रेसिडेंट ईविल: वेंडेटा के अगले साल वसंत में रिलीज़ किये जाने की योजना है।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एरोगेंट है डॉक्टर स्ट्रेंज -बेनेडिक्ट कम्बरबैच
मार्वेल के सबसे ज़्यादा पसंदीदा कॉमिक्स करैक्टरो में डॉक्टर स्ट्रेंज एक है। इस करैक्टर पर एक टेलीविज़न फिल्म १९७८ में प्रसारित हो चुकी है। इस करैक्टर को केंद्र में रख कर एक एनिमेटेड फिल्म डॉक्टर स्ट्रेंज: द सॉर्सेरेर सुप्रीम २००७ में रिलीज़ हुई थी। अब यह करैक्टर पूरी लम्बाई की लाइव-एक्शन फिल्म में नज़र आने वाला है। डॉक्टर स्ट्रेंज टाइटल के साथ रिलीज़ होने जा रही है इस फिल्म में डॉक्टर स्ट्रेंज की भूमिका द हॉबिट सीरीज की फिल्मों में स्मॉग की भूमिका करने वाले एक्टर बेनेडिक्ट कम्बरबैच कर रहे हैं। डॉक्टर स्ट्रेंज एक न्यूरोसर्जन है। वह एक कार दुर्घटना में घायल हो जाने के बाद उसका बतौर सर्जन करियर ख़त्म हो जाता है। अपने हाथों के उपचार के दौरान डॉक्टर महसूस करता है कि अब उसके हाथों में अनोखी जादुई शक्ति आ गई है। अब वह इस ताकत के ज़रिये दुनिया के लिए खतरा बन रही दुष्ट ताकतों से टकरा सकता है। बेनेडिक्ट फिल्म की स्क्रिप्ट सुन कर अवाक रह गया था। बेनेडिक्ट कम्बरबैच बताते हैं, "एक एक्टर अच्छी स्क्रिप्ट का लालची होता है। सोने पर सुहागा डायरेक्टर स्कोट डेरिकसॉन डेर्रिकसन और निर्माता केविन फीज थे। स्क्रिप्ट की ख़ास बात थी साठ और सत्तर के दशक के करैक्टर को समकालीन सन्दर्भों के उपयुक्त बनाना।" डॉक्टर स्ट्रेंज सफल सर्जन है, इसलिए काफी कुछ अक्खड़ भी है। "लेकिन", कहते हैं कम्बरबैच, "यह अक्खड़ है, लेकिन हास्यपूर्ण भी है।" डॉक्टर स्ट्रेंज में चिवेटेल चूइटेल एजिओफॉर ने कार्ल मोर्डो, रेचल मैकएडम्स ने क्रिस्टीन पामर, मैड्स मिकेल्सन ने कैसिलियस और टिल्डा स्विन्टन ने अन्सिएंट वन का किरदार किया है। यह फिल्म ४ नवम्बर को रिलीज़ होगी।"
Labels:
Benedict Cumberbatch,
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जुरैसिक पार्क के जेफ़ और सैम थॉर रैग्नारोक में
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Posts (Atom)