भारत के लिए क्रांतिकारी समझा जाने वाला कदम बढ़ाते हुए दिल्ली
स्थित एनजीओ 'गोइंग टू
स्कूल' ने 'स्क्रैपी
किड्स' मंच के तहत
14 नवम्बर को भारत की पहली चिल्ड्रेन न्यूज़ सर्विस (स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस) को
लांच कर दिया. बाल दिवस के अवसर पर स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस को सोशल वीडियो
प्लेटफोर्म यूट्यूब पर लॉन्च किया गया. मुंबई में इसके भव्य लॉन्चिंग के अवसर पर
कई प्रसिद्ध अतिथि और हस्तियां मौजूद रहीं.
लॉन्चिंग के दौरान एक्टर/प्रोड्यूसर दीया मिर्जा उपस्थित रहीं. उन्हें
स्क्रैपी न्यूज सर्विस के बच्चों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया. कार्यक्रम में
अन्य लोगों के साथ ही एक्टर/प्रोड्यूसर जैकी भगनानी मौजूद रहे.
चिल्ड्रेन्स स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस के लिए ये सारे न्यूज रूम्स पूरी तरह
से बेकार की चीजों से बनाए गए हैं. इस अस्थायी स्क्रैपी न्यूज सर्विस और
न्यूज-टॉक-गेम शो को बच्चों के लिए और बच्चों के द्वारा तैयार किया गया है. ये
सर्विस भारत की सबसे बड़ी समस्याओं को डिजाइन थिंकिंग और जुगाडू कौशल से हल करने
का रास्ता सुझाएगा. मुम्बई,
बेंगलुरु के अलावा पूरे बिहार में 14 जगहों पर न्यूज रूम बनाए जाएंगे.
मुंबई में न्यूजरूम के लिए अभिनव और दिलचस्प गतिविधियों की एक सूची तैयार की गई है.
10 वर्षीय चाइल्ड एंकर धीरज कहते हैं, “ हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि बड़े लोग
बैठें और उन मुद्दों पर ध्यान दें जिन्हें हम उठा रहे हैं और उस पर काम करना शुरू
करें.”
एक और 11 वर्षीय चाइल्ड एंकर वलेस्का कहते हैं, “ यह एक नया
दृष्टिकोण है. हम जिसे महसूस करते हैं और जो जरूरी है. हम उन लोगों से बात करने ने
की आवश्यकता भी महसूस करते हैं जो हमें लगता है कि परिवर्तन लाएंगे. ”
मुंबई न्यूजरूम को खूबसूरत वर्ली मत्स्य पालन गांव में स्थापित किया गया
है. स्क्रैपी टीम का मानना है कि यही असली मुंबई है. जिसमें समुद्र की पृष्ठभूमि
और आस-पास गगनचुंबी इमारतों के अलावा निश्चित तौर पर पानी में मछली पकड़ने वाली
नावें भी शामिल हैं. हमारे स्क्रैपी किड्स के साथ अन्य बच्चे तथा आकांक्षा फाउंडेशन
का म्यूजिक बैंड,
युवा फुटबॉल टीम,
मुंबई के डब्बावाला, गरीब बच्चों का एक डांस परफोर्मेंस और ‘नो प्लेस टू
प्ले’ के बारे में
बात करते हुए अन्य लोग भी शामिल होंगे.
गोइंग टू स्कूल के संस्थापक लिसा हेडलॉफ कहती हैं, “ स्क्रैपी का
मतलब बेकार की चीजों से नई चीजें बनाना
है. और अच्छी खबर ये है कि स्क्रैपी न्यूज में सभी अच्छी खबरें ही हैं. आप दुनिया
को बेहतर जगह बनाने के लिए क्या कर सकते हैं ये उस बारे में है. यह एक क्रांति है
जो कहती है कि अब हमारे पास समय नहीं बचा है. बच्चों को लीड करने दीजिए.”
'गोइंग टू
स्कूल' की निदेशक
पद्मिनी वैद्यनाथन कहती हैं, “ चिल्ड्रेन्स स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस को ये दिखाने के
लिए बनाया गया था कि बच्चे कैसे सोचते हैं और दुनिया को और बेहतर बनाने में वे किस
तरह मदद कर सकते हैं. यह पूरी तरह से बच्चों के लिए है. ”
चिल्ड्रेन्स स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस को मुंबई के साथ ही बेंगलुरु और बिहार
में भी लॉन्च किया गया.