लिपस्टिक अंडर माय बुरखा के बाद फिर साथ एकता और
अलंकृता
लिपस्टिक अंडर माय बुरखा की निर्माता एकता कपूर और निर्देशक अलंकृता
श्रीवास्तव सफलता की कहानी फिर से दोहराना चाहते है । यह दोनों फ़िलहाल एक
स्क्रिप्ट पर काम कर रहे है । इस जोडी की आपस में बात तय हो चुकी है कि किस कहानी
पर फिल्म बनाई जायेगी । इस समय फिल्म की कास्टिंग चल रही है। लिपस्टिक अंडर माय
बुरखा को मिली आलोचकों की प्रशंसा और व्यावसायिक सफलता के बाद,
एकता कपूर और अलंकृता श्रीवास्तव के बीच सहयोग को दर्शकों द्वारा उत्सुकता
देखा जाना स्वाभाविक है। अपने और एकता कपूर के सहयोग को लेकर अलंकृता श्रीवास्तव
कहती हैं, "मुझे लगता है कि में जैसी फिल्मे बनाना
चाहती हूँ, उसके लिए साहस और कुछ जोखिम उठाने की जरुरत
है । मुझे इस बात की बहुत खुशी है एक बहादुर प्रोड्यूसर एकता मेरे साथ है। भविष्य
महिलाओ का है, और मुझे लगता है कि अधिक महिला सहयोग करे यह
हमें देखने की जरूरत है । न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर में ।“
डिंपल की खातिर करण कपाडिया के सनी देओल
डिंपल कपाडिया और सनी देओल कनेक्शन अब साफ़ नज़र आ रहा है। कुछ समय पहले,
लन्दन में एक फुटपाथ के किनारे हाथ में हाथ डाले,
सनी देओल और डिंपल कपाडिया की तस्वीरें सोशल साइट्स पर वायरल हुई थी। यह
कहा जाने लगा था कि पुराना प्यार फिर कुलांचे मारने लगा है। यह रोमांटिक जोड़ा एक
बार फिर रोमांस करने को बेताब है। पिछले दिनों, यह खबर आई
कि बॉलीवुड का एक और भतीजा हिंदी फिल्मों में भाग्य आजमाने आ रहा है। यह भतीजा था
करण कपाडिया, डिंपल कपाडिया की छोटी बहन सिंपल का बेटा ।
सिंपल कपाडिया ने १९७७ में अपने जीजा राजेश खन्ना के साथ फिल्म अनुरोध से डेब्यू
किया था। राजेश खन्ना के बुलंदियों के दौर में भी अनुरोध फ्लॉप हुई थी। इस फिल्म
की असफलता के बाद भी सिंपल ने कुछ फिल्मों में अभिनय किया। लेकिन,
वह सफल फिल्म नायिका नहीं बन सकी। सिंपल सफल फिल्म अभिनेत्री तो नहीं बन
सकी। लेकिन, वह प्रतिभाशाली कॉस्टयूम डिज़ाइनर थी।
उन्होंने कोई दो दर्जन हिंदी फिल्मों की पोशाकें तैयार की थी। उन्हें फिल्म रुदाली
के लिए श्रेष्ठ कॉस्टयूम डिज़ाइनर का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। इन्ही
सिंपल के बेटे हैं करण कपाडिया। टोनी डीसूजा
करण कपाडिया की फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। यह वही टोनी हैं,
जिन्होंने अन्थोनी डिसूज़ा के नाम से, अक्षय कुमार
की २००९ में रिलीज़ फिल्म ब्लू का निर्माण किया था। करण की एक्शन फिल्म का निर्देशन
टोनी के चेले बेहज़ाद खम्बाटा करेंगे। इस फिल्म में सनी देओल और डिंपल कपाडिया की
जोड़ी की अहम् भूमिका होगी। इस फिल्म में सनी देओल और डिंपल कपाडिया की जोड़ी कोई २४
साल बाद फिर बनेगी। तो क्या इस फिल्म की खातिर सनी देओल और डिंपल कपाडिया लन्दन
में मिले थे !
कालकांडी और बाज़ार बदलेंगी सैफ अली खान की इमेज
सैफ अली खान की पिछले साल उनकी दो फ़िल्में रंगून और शेफ बॉक्स ऑफिस पर
असफल हुई थी । इसके बावजूद विक्रम की तरह
सैफ ने अभिनेता बने रहने का हठ नहीं छोड़ा। वह एक बार फिर असफलता को पीछे छोड़ कर,
अपने करियर को संवारने में जुट गए है। इस साल भी उनकी दो फ़िल्में रिलीज़
होंगी।, यह फिल्मे उनकी इमेज के अनुरूप चॉकलेटी हीरो
वाली नहीं हैं। दोनों ही फिल्मों में उनकी भूमिकाएं बिलकुल अलग हैं। इन भूमिकाओं
से वह अपनी अभिनय क्षमता का इम्तिहान भी ले सकते हैं। १२ जनवरी को रिलीज़ होने जा
रही फिल्म कालकांडी में सैफ एक कैंसर पेशेंट बने हैं,
जो अपने बचे खुचे दिनों में से कुछ पल चुरा कर जीना चाहता है। अब यह बात
दीगर है कि यह सब कुछ उसके लिए एडवेंचरस साबित होता है। फिल्म में मौजूद अमायरा
दस्तूर, शोभिता धुलपलिया,
ईशा तलवार और शहनाज़ ट्रेज़रीवाला के महिला चरित्र फिल्म के कथानक को
दिलचस्प घुमाव देते हैं और कैंसर पेशेंट की ज़िन्दगी में उतार चढ़ाव पैदा करते है।
डेल्ही बेली के निर्देशक अक्षय वर्मा कालकांडी का निर्देशन कर रहे है। सैफ की इस
साल की दूसरी रिलीज़ होने वाली फिल्म बाज़ार, शेयर
मार्किट के उतार चढ़ाव पर अपने आप में अनोखी फिल्म है। इस फिल्म के नायक रोहन मेहरा
हैं, जो मशहूर फिल्म अभिनेता स्वर्गीय विनोद
मेहरा के बेटे हैं। वह फिल्म में शेयर बाज़ार के अच्छे चेहरे बने हैं। रोहन के
किरदार के विपरीत है, सैफ अली खान का किरदार। वह एक दुष्ट और नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति
बने हैं। निश्चित रूप से सैफ का यह गुजराती किरदार सशक्त और प्रभावशाली है। सैफ
अली खान को ऎसी भूमिका ओमकारा के बाद, पहली बार
मिल रही है। सैफ अली खान कहते हैं, “सशक्त और
शक्तिशाली भूमिका करना उत्साहपूर्ण होता है।
लेकिन, मैं भूमिकाओं में फर्क नहीं करता। अगर आप
बुरा किरदार भी कर रहे हैं और वह बढ़िया लिखा हुआ है तो दर्शक यह नहीं देखते कि यह
अच्छा है या बुरा किरदार है। वह अभिनेता के काम को देखते हैं और पसंद करते
हैं।"
अनिल शर्मा के
जीनियस उत्कर्ष और इशिता
नए साल के पहले दिन की पहली सुबह, फिल्म निर्देशक अनिल
शर्मा ने अपने बेटे उत्कर्ष को लांच करने वाली फिल्म जीनियस का फर्स्ट लुक जारी
किया। इस फर्स्ट लुक में, जीनियस के नायक उत्कर्ष शर्मा और फिल्म में उनकी
नायिका इशिता चौहान, अलग अलग और साथ साथ
हैं। जीनियस एक रोमांटिक एक्शन फिल्म है। उत्कर्ष और इशिता पहली बार किसी फिल्म
में नायक-नायिका के किरदार में आ रहे हैं । लेकिन, हिंदी फिल्म दर्शक इन दोनों के चेहरों से काफी परिचित है । उत्कर्ष
शर्मा ने, अपने पिता निर्देशित फिल्म ग़दर एक प्रेम
कथा (२००१) में, सनी देओल और अमीषा
पटेल के बेटे चरणजीत की भूमिका की थी । वह एक शॉर्ट फिल्म पर्पज का लेखन और
निर्देशन कर चुके हैं । वहीँ, फिल्म में उनकी
नायिका इशिता चौहान भी दो हिंदी फिल्मों और एक मलयालम थ्रिलर फिल्म में अभिनय कर
चुकी हैं । हिंदी दर्शक उन्हें आप का सुरूर (२००७) और हाईजैक (२००८) में बाल
भूमिकाओं में देख चुके हैं । हाईजैक में वह शाइनी आहूजा की बेटी के तौर पर याद कर
सकते हैं । इशिता चौहान की मलयालम फिल्म में भूमिका छोटी मगर केन्द्रीय थी । वह
लड़कियों पोशाकों के ब्रांड पेपरमिंट की ब्रांड एम्बेसडर हैं । उत्कर्ष शर्मा और
इशिता चौहान की पहली रोमांस फिल्म जीनियस की टैग लाइन जीनियस: दिल की लड़ाई दिमाग
से है । इससे साफ़ है कि फिल्म में रोमांस के अलावा एक्शन भी होगा । जीनियस की
शूटिंग मॉरिशस में पूरी हो जाने के बाद आजकल मुंबई में हो रही है। तो इंतज़ार
कीजिये इस नए जोड़े के बीच की केमिस्ट्री देखने के लिए जीनियस की रिलीज़ का ।
डिजिटल
दुनिया में आसिफ पंजवानी के २० लाख
ज़ी म्यूजिक द्वारा ज़ारी सिंगल हमज़ुबान हो तुम के साथ संगीतकार आसिफ
पंजवानी डिजिटल वर्ल्ड के बीस लाख दिलों
पर राज कर रहे है। आसिफ पंजवानी का यह गीत जारी होने के बाद से दुनिया भर में टॉप
ग्रॉसर के तौर पर छाया हुआ है। इस गीत ने रिलीज़ होने के बाद से ही डिजिटल वर्ल्ड में नंबर एक की स्थिति बरकरार रख
कर, खलबली मचा
दी है। इस सिंगल के बोल से लेकर संगीत तक, सब कुछ रोमांस में डूबा हुआ है । यही कारण
है कि यह गीत युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो चुका है। असिफ पंजवानी उन संगीतकारों
में से हैं, जिनके लिए
किसी विश्लेषण की जरूरत नहीं होती है। आसिफ पंजवानी के संगीत को हमेशा से मेलोडी
की तलाश रहती हैं। वह बहुत कम वाद्य यंत्रों का उपयोग कर नई नई विधाओं में गीत पेश
कर चुके हैं। पंजवानी के लोकप्रिय गीतों में एक्टर एजाज़ खान का गाया दे गोली गीत
उल्लेखनीय है। उन्होंने फिल्म टेरर स्ट्राइक : बियॉन्ड बाउंड्रीज का बैकग्राउंड
म्यूजिक भी दिया है। वह जी-टीवी के नए शो दिल ढूँढता है का पार्श्व संगीत भी दे
रहे हैं। उन्होंने कलर्स से प्रसारित हो रहे सीरियल सावित्री देवी कॉलेज एंड
हॉस्पिटल का बैकग्राउंड म्यूजिक भी दिया है। वह गुजराती फिल्म गुज्जू रॉक का संगीत
और बैकग्राउंड म्यूजिक भी दे चुके हैं। अब उनका एक और सिंगल मेज़बान ज़िन्दगी जी म्यूजिक
द्वारा जारी किया जाने वाला है। आसिफ पंजवानी कहते हैं, "मैं अपने
सभी प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा जिन्होंने मेरे इस गीत को इतना प्यार
किया और सराहा है। यह गीत मेरे लिए बेहद विशेष है।"
गंगा-आरती में सोनू टीटू और स्वीटी
सोनू के टीटू की स्वीटी का दूसरा गाना पिछले दिनों जारी किया गया । इस
गाने की खासियत गंगा-आरती का ३० सेकंड का दृश्य है । इस दृश्य के लिए, टीम ने पंडितों
द्वारा सम्पन्न किए जाने वाली वास्तविक आरती को फिल्माने का फैसला किया था। जब
आरती शुरू हुई
तो टीम के सारे लोग इतने भाव-मग्न हो गए थे कि शॉट के बाद भी (निर्देशक लव
रंजन ने) आरती के
दृश्य को कट नहीं कहा, बल्कि इसे पूरे १४ मिनट की अवधि के लिए जारी रखा। इसमें खास
बात यह है इस दृश्य को विभिन्न कोणों से सात शॉट में लिया जाना था और बिना किसी कट
के हर बार लव की पूरी आरती को फोकस करना था। ऋषिकेश पहुँचते ही इस गीत की शूटिंग
से पहले, टीम के लोग
गंगा में डुबकी लगाने से नहीं चूके ।
नोरा फतेही : रोर से माय बर्थडे सांग तक
२०१३ में फ्लॉप एक्टर कमल सडाना निर्देशित फिल्म रोर : टाइगरस ऑफ़ सुंदरबन
रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म में,
कनाडा की भारतीय मूल की डांसर नोरा फतेही ने एक कमांडो सीजे की भूमिका में
दर्शकों का ध्यान खिंचा था। कमल सडाना की तरह रोर भी फ्लॉप हुई । रोर के दो साल
बाद, इसकी कमांडो सीजे नोरा फिल्म क्रेजी चुक्कड़
फॅमिली में एमी के किरदार में दिखाई दी। इस के बाद, वह हिंदी,
तमिल और तेलुगु फिल्मों में स्पेशल अपीयरेंस में डांस करते ही नज़र आ रही
थी। अब छः साल बाद, २५ वर्षीय कनाडा में जन्मी एक भारतीय
अभिनेत्री नूरा फतेही, बतौर डायरेक्टर फिल्म डेब्यू करने
लेखक-निर्देशक समीर सोनी की फिल्म माय बर्थडे सांग में संजय सूरी की नायिका की
भूमिका कर रही हैं। फिल्म के डायरेक्टर समीर सोनी ने ही फिल्म को लिखा भी है।
इसलिए, वह नोरा के चरित्र को गहराई से जानते हैं।
इस करैक्टर के लिए उन्होंने नोरा फतेही को
ही क्यों चुना ? इस बारे में वह कहते हैं,
“नोरा फतेही का किरदार काफी जटिल है. इसे करना किसी के लिए भी आसान नहीं।
इस चरित्र में मासूमियत भी है और लुभावनापन भी है। नोरा सुरिचिपूर्ण है,
वह बहुत प्यारी हैं, उनके
व्यक्तित्व में दूसरों को लुभाने की क्षमता भी है। कनाडा की होने के कारण वह फिल्म के अपने
करैक्टर की तरह ही हैं।“
डीजे शेज़वुड ने गाया परदे में रहने दो !
रीमिक्स की दुनिया में, डीजे शेज़वुड
इकलौते ऐसे नाम हैं, जो पिछले सात सालों में रीमिक्स की दुनिया
में तहलका मचा देने वाले १०१ से ज्यादा रीमिक्स गीत दे चुके हैं। उनके हिट
कंपाइलेशन में मेरे पिया गए रंगून, हादसा,
सुट्टा मिक्स, सुपरगर्ल, बुड्ढा मिल
गया, समथिंग समथिंग,
तू दिस दा, आदि की लाखों कापियां बिक चुकी हैं। यह
रीमिक्स संगीत के इतिहास का नया पन्ना है। उनके रीमिक्स के विडियो में राखी सावंत,
मेघना नायडू, मुमैत खान, मिका सिंह,
पूनम झावर, आदि अपनी कला का प्रदर्शन का चुके हैं। बतौर
गायक उनका पहला विडियो तुम ही हमारी मंजिल था। इसे बहुत सफलता और सराहना मिली। अब
डीजे शेजवुड की नए साल की शुरुआत एक नए रीमिक्स गीत परदे में रहने दो से हुई हैं।
यूनिवर्सल, टी-सीरीज, टिप्स,
वीनस और एचएमवी वर्ल्डवाइड द्वारा रिलीज़ किये जा चुके हैं। इस रीमिक्स गीत
में शेजवुड का साथ पूजा ने दिया है। यह रीमिक्स १९६८ में रिलीज़ हिट फिल्म शिकार का
आशा भोंसले द्वारा गाया, शंकर जयकिशन द्वारा संगीतबद्ध आशा पारेख पर
फिल्माया गया डांस नंबर का है. डीजे शेजवुड कहते हैं,
"यह बहुत अच्छा है कि हम कुछ पुराने धुनों को सुधारने में सक्षम हैं। कुछ
बहुत खूबसूरत धुन और गीत हैं। जब इन्हें एक आधुनिक मोड़ दिया जाता है,
तो युवाओं को क्लासिक्स में पेश करने में मदद मिलती है। अतीत के इस
एवरग्रीन गाने के रीमिक्स से हर किसी को इस धुन से प्यार हो जायेगा।"
के के मेनन ने किया वोडका डायरीज का प्रमोशन- पढ़ने के लिए क्लिक करें