पिता, तमिल
सुपर स्टार रजनीकांत का कट्टर प्रशंसक है। इसलिए, वह अपने बेटे का नाम रजनीकांत रख
देता है। उसकी एक खूबसूरत प्रेमिका है और वह लड़ाई विधा में माहिर है। यहाँ तक तो ठीक था। लेकिन, इस रजनीकांत को भूलने की बीमारी है। उसकी यही
बीमारी उसके लिए समस्याएं पैदा करती रहती है। उसकी इस भूलने की आदत पर उसके दोस्त उसे गजिनी बताते हुए, उसका नाम रजनीकांत
से गजिनीकान्त कर देते हैं। यानि सूर्या की सुपर हिट फिल्म गजिनी के साथ रजनीकांत
का कान्त जोड़ कर। यह कहानी है तमिल फिल्म गजिनीकान्त की। फिल्म में रजनीकांत उर्फ़
गजिनीकान्त की भूमिका अभिनेता आर्य कर रहे हैं। उनकी प्रेमिका की भूमिका दिलीप कुमार की
नातिन सयेशा कर रही हैं। सयेशा को हिंदी दर्शकों ने अजय देवगन के साथ फिल्म शिवाय
में देखा था। इस फिल्म का निर्देशन संतोष पी जयकुमार कर रहे हैं। दिलचस्प कहानी
वाली इस फिल्म के ट्रीटमेंट और प्रमुख कलाकारों के अभिनय पर काफी कुछ निर्भर करेगा। हालाँकि, फिल्म में काफी अनुभवी कलाकारों को लिया गया है। रजनीकांत के पिता की
भूमिका आडुकलम नरेन कर रहे हैं। रजनीकांत के दोस्त की भूमिका में करुणाकरण और
सतिश हैं। फिल्मों मे स्टंट डबल से फिल्म करियर की शुरुआत करने वाले मोटा राजेंद्रन फिल्म के मुख्य
विलेन हैं। आर्य की आने वाली फिल्मों में संघमित्रा और सयेशा की फिल्मों में विजय
सेतुपति के साथ जुंगा और कार्थी के साथ पंडीराज निर्देशित अनाम फिल्म के नाम
उल्लेखनीय है। फिल्म इसी साल रिलीज़ होनी है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday 11 January 2018
रजनीकांत भूलने की बीमारी के कारण गजिनीकान्त
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साउथ सिनेमा
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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