दो साल लम्बी
चली कानूनी लड़ाई के बाद डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी की फिल्म मोहल्ला अस्सी सेंसर
द्वारा पारित कर दी गई है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फ़िल्म सर्टिफिकेशन ने बुद्धवार को
मोहल्ला अस्सी को बालिगों के लिए प्रमाण पत्र के साथ पारित कर दिया है। फिल्म में
सनी देओल के संस्कृत के शिक्षक द्वारा बोले गए गालियों भरे संवादों को म्यूट कर
दिया गया है। फिल्म को किसी प्रकार के कोई कट नहीं लगे हैं। यहाँ बताते चलें कि दो साल पहले सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को धर्म और संस्कृति के लिए अपमानजनक बताते हुए पारित
करने से मना कर दिया था। इस पर अपीलेट ट्रिब्यूनल ने फिल्म को दस कट के साथ
पारित करने को कहा था। लेकिन, फिल्म के निर्माता कोर्ट चले गए। इस प्रकार से यह
लड़ाई दो साल तक चलती रही। इस बीच पूरी फिल्म यू ट्यूब पर लीक भी हो गई। फिल्म को
प्रमाण पत्र मिलने के बाद, फिल्म के निर्माता विनय तिवारी का इरादा फिल्म को ज़ल्द
से ज़ल्द रिलीज़ करने का है। विनय तिवारी मोहल्ला अस्सी को होली से पहले रिलीज़ करना
चाहते हैं। डॉक्टर काशीनाथ सिंह की पुस्तक काशी का अस्सी पर आधारित इस फिल्म में
सनी देओल की संस्कृत के शिक्षक की केंद्रीय भूमिका है। फिल्म में साक्षी तंवर ने उनकी पत्नी की भूमिका
की है। फिल्म में रवि किशन, सौरभ शुक्ल, मुकेश तिवारी, राजेंद्र गुप्ता, मिथिलेश
चतुर्वेदी, सीमा आज़मी, फैसल रशीद, दविंदर सिंह, मोहित सिन्हा, नरेश जंग और वैभव
मिश्र अन्य भूमिकाओं में हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday 11 January 2018
अब बालिगों के लिए मोहल्ला अस्सी
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खबर है,
सेंसर बोर्ड
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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